जवाहर लाल नेहरू का प्रधान मंत्री बनाना हिंदुस्तान के लिए दुखद घटना थी कि अंग्रेज से सत्ता किसी मुसलमान को मिला जिसका जीवन दर्शन इस्लामी था,और मुसलमान ।जिस प्रकार मुसलमान किसी पद भारत रहा हो है इस्लामी विचारनुसार ही फैसला देगा। वैसे ही नेहरू ने उसके उतराधिकारी ने मुस्लिम और ईसाई हित ध्यान में रखकर कानून बनाया।सही मामले में भारत की आजादी की तारीख 2014 से शुरू होता है।हिंदू परतंत्र ही था।आज भी हमारे सरकार के नुमाइंदे सेकुलर नेता उसी विचार से शासन संचालन कर रहे है।सेकुलर समाजवादी और वामपंथ तीनों ही आयातित विचार है जो हिंद के विचारों के खिलाफ है।उसमे हिंदुस्तानियत की जरा भी झलक नहीं है।।हिंदुस्तान के खिलाफ है।
जब भारत में IAS से लेकर चपरासी तक की नियुक्ति चयन आयोग द्वारा हो सकता है, तो सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट में न्यायाधीशों की नियुक्ति भारतीय न्यायिक चयन आयोग द्वारा क्यों नहीं हो सकता है ? ताकि सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट से कोलेजियम सिस्टम समाप्त कर भाई भतीजावाद,वंशवाद,परिवारवाद का खात्मा किया जा सके।
इनके तो जिंदगी में मौज हीं मौज है, ६० नहीं ६५ में रिटायरमेंट है, उसके बाद भी पांच साल तक सारे सरकारी इंतजाम बरकरार रखा जाता है by then 70 years old हों जाते हैं। फिर थोड़ी कम सुविधाओं के साथ बचीं हुई जिंदगी आराम से कट जाता है।
आप दोनों बुद्धिजीवीयों को सादर नमन, सुप्रीम कोठा के महानुभाव पंच मक्कारों के गिरोह के सक्रिय सदस्य रहे हैं, और उनका अपने आपको हिंदूवादी दिखाना आम सनातनियों को धोखा देने के लिए छद्म कामनेमी रूप धारण करने जैसा है ।
क्या कोलेजियम व्यवस्था समाप्त हो जाये तो वैकल्पिक व्यवस्था कितनी पारदर्शी होगी इसका कोई प्रारूप सामने जरूर आना चाहिए अन्यथा आम आदमी की स्थिति आसमान से गिरे खजूर जमी पर पड़े जैसा न हो जाये ? कही ऐसी स्थिति न हो जाये जिसके हाथ मे हो गी लाठी भैंस वही ले जायेगा !
Right. Even very few politicians are self less, Modi , Yogi dont have family so can trust them fully, Jayshankarji is also selfless.highly intelligent...
प्रारब्ध मंच और उनके दर्शक, श्रोता गण ,भारत की १४० करोड़ जनता और उनके प्रधान सेवक तथा सजग चौकीदार कोलेजियम का एन जे ए सी के रूप में १०० फीसदी बदलाव होगा । अखिल भारतीय न्यायिक सेवा प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से न्यायिक सुधार लागू होना अवश्यंभावी है। जय श्री राम जय भारत माता जय सत्य सनातन जय महाकाल 🎉🎉❤❤ धाकड़ प्रारब्ध मंच का कोटि कोटि आभार और नमन।
यह महोदय खानदानी थे या नहीं,वही जानें।हाँ कट्टरपंथियों,सनातन द्रोहियों,कोर्ट फिक्सरों के प्रिय अवश्य रहे ।दुर्भाग्य की बात है कि उसी गैंग द्वारा ट्रोल किए जाने की चर्चा हो रही है। जिज्ञासा इस बात की है कि इस खानदान से कोई तीसरा न्यायपालिका में आएगा या नहीं?
On tetiring date CJI Sir heard 45 cases ...and purhaps he left most of them pending! Disgusting Performance! Reg. One of the 5, he was in 5 bench judge in Ram A Temple case..it is rumoured..no one has signed on any page of that judgement..which was pending. In Courts since over 5 0 years, after PM Modiji made a surprise visit of SC!
कोई भी पद देश और धर्म की सेवा के निमित्त बनाया गया है अतः पद पर रहने के दौरान यदि मन में सेवा भाव बना रहता है तो सेवानिवृत्त होने पर मन संतुष्ट रहता है मगर यदि पद किसी व्यक्ति के मन में अहंकार भाव पैदा करता तो सेवानिवृत्ति के बाद मन अशांत और उद्वेलित हो जाता है। डीवाई चंद्रचूड़ जी पद के अहंकार से ग्रसित रहे जो हमेशा दिखाई भी देता रहा है। सेवानिवृत्ति के कुछ पहले ही उन्हें व्याकुलता ने घेर लिया था।
शुक्रिया हैं bhagwan राम का जिन्होंने 1992 me अपने लाडले हिन्दू समाज के कुछ jambajo का जिन लोगों ने बाबरी मस्जिद को तोरा नहीं to चन्द्र चूर का ताकत नहीं था कि वो श्री राम मंदिर बनाने का फैसला दिया
कालोजियम वाले सेवानिवृत्त चंद्रचूड बंगाल की बिटिया को न्याय देकर घर चले गये ,बंगाल मे चारो तरफ शान्ति ही शान्ति करवा करके चंद्रचूड ने बहुत बड़ा काम किए है ।
कितना अच्छा होता अगर हमारे जज साहेबानों को प्रेमचंद की कहानी "पंच परमेश्वर " शपथ लेने से पहले पढाई जाती । जबरा मारे ,रोवे न दे ।,यह बात ईश्वर के ब्यवहार के बारे में कही जाय तो ,इसके आगे कोई तर्क नहीं चलता ।पर भारत में यही बात न्यायतंत्र के लिए भी कही जा सकती है ।
You are very right sir that today's judiciary deliver justice on the whims of Chief Justice of a Court or as per logics given by lawyers (true or false) as per his understanding and not as per the merit demerit of case . Of course today money and only money delivers justice like education or health everywhere money matters and not wisdom or capability.
जब हमारे सम्मुख कोई अन्तर्द्वन्द या समस्या आती है तो अपने आप ईश्वर का नाम मुख पर आ जाता है CJI इससे इतर तो नहीं है ईश्वर का नाम याद आना हमारा स्वत: सिद्ध जन्म जात अधिकार है।
Avaneesj, Vyalok ji, please root for boot out collegium, a corrupt practice where judges get power without responsibility. It is horrible, most confused men like chandrachood get highest post and start kinky ideas on Hindutva like menstruating women can enter sanctum sabarimala. But these mahann characters are afraid of Father and Chadder 🙄
कैसी विडम्बना है कि देश के सर्वोच्च पदो पर बेठे और अपने आप को स्वयं भू भगवान् मानने वालों की बुद्धि का दिवालिया पन की हद कि 40--50 वर्षों तक मामलों को लटका भटका कर अंतिम समय भी अनिर्णीत रखा
चंद्रचूड़ अपनी सर्विस के अंतिम दिनों में रंग बदलने की कोशिश करते दिखे। मगर मोदी सरकार को पसीजना नहीं चाहिए, कोई पद नहीं देना चाहिए। हालांकि इसकी उम्मीद कम ही है, कोई पद सौंप दे तो आश्चर्य नहीं।😮
जवाहर लाल नेहरू का प्रधान मंत्री बनाना हिंदुस्तान के लिए दुखद घटना थी कि अंग्रेज से सत्ता किसी मुसलमान को मिला जिसका जीवन दर्शन इस्लामी था,और मुसलमान ।जिस प्रकार मुसलमान किसी पद भारत रहा हो है इस्लामी विचारनुसार ही फैसला देगा। वैसे ही नेहरू ने उसके उतराधिकारी ने मुस्लिम और ईसाई हित ध्यान में रखकर कानून बनाया।सही मामले में भारत की आजादी की तारीख 2014 से शुरू होता है।हिंदू परतंत्र ही था।आज भी हमारे सरकार के नुमाइंदे सेकुलर नेता उसी विचार से शासन संचालन कर रहे है।सेकुलर समाजवादी और वामपंथ तीनों ही आयातित विचार है जो हिंद के विचारों के खिलाफ है।उसमे हिंदुस्तानियत की जरा भी झलक नहीं है।।हिंदुस्तान के खिलाफ है।
जब भारत में IAS से लेकर चपरासी तक की नियुक्ति चयन आयोग द्वारा हो सकता है, तो सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट में न्यायाधीशों की नियुक्ति भारतीय न्यायिक चयन आयोग द्वारा क्यों नहीं हो सकता है ? ताकि सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट से कोलेजियम सिस्टम समाप्त कर भाई भतीजावाद,वंशवाद,परिवारवाद का खात्मा किया जा सके।
सुप्रीम कोर्ट के जज मुस्लिम समुदाय से जुड़े मामले में सदा टाल-मटोल करते हैं मामले को डर से लटकाते हैं यह देखने को सदा मिलता रहा है।
कॉलेजियम खत्म करना है
जाते जाते CJI अपने साथियों की संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक कर देते जिसके ऊपर कुंडली मारकर बैठे हो
जजों की संपत्ति की जांच होनी चाहिए
एक मीलॉर्ड जाता है दूसरा भी कॉलेजियम की ही औलाद आता है, कोई फर्क नहीं होता।
जब तक कॉलेजियम सिस्टम नहीं बदला जाता तब तक जुडिशरी निष्पक्ष नहीं हो सकती ।
इनके तो जिंदगी में मौज हीं मौज है, ६० नहीं ६५ में रिटायरमेंट है, उसके बाद भी पांच साल तक सारे सरकारी इंतजाम बरकरार रखा जाता है by then 70 years old हों जाते हैं। फिर थोड़ी कम सुविधाओं के साथ बचीं हुई जिंदगी आराम से कट जाता है।
आप दोनों बुद्धिजीवीयों को सादर नमन, सुप्रीम कोठा के महानुभाव पंच मक्कारों के गिरोह के सक्रिय सदस्य रहे हैं, और उनका अपने आपको हिंदूवादी दिखाना आम सनातनियों को धोखा देने के लिए छद्म कामनेमी रूप धारण करने जैसा है ।
आप दोनों लोगों की समीक्षा अच्छा एवं सटीक लगा
अवनीश जी, ब्यालोक जी,, जबतक कॉलेजम सिस्टम ख़तम नहीं किया जाता, तबतक अन्याय पालिका पर लोगों की प्रतिकिया आती रहेंगी,,
SC को मौलाना court declare कर दिया जाए
मेरी महामहिम राष्ट्रपति जी से appeal है❤😂😢🎉
😂😂😂😂 right
Why not shariya court!!!
आदरणीय अविनाश जी,आदरणीय व्यालोक जी, सादर जय भारत 🕉️🇮🇳🙏 जय-जय श्री सियाराम जी 🙏
क्या कोलेजियम व्यवस्था समाप्त हो जाये तो वैकल्पिक व्यवस्था कितनी पारदर्शी होगी इसका कोई प्रारूप सामने जरूर आना चाहिए अन्यथा आम आदमी की स्थिति आसमान से गिरे खजूर जमी पर पड़े जैसा न हो जाये ? कही ऐसी स्थिति न हो जाये जिसके हाथ मे हो गी लाठी भैंस वही ले जायेगा !
2735केस के फैसले , नौकरी का समय कितना ,वेतन भत्ता सरकारी सुविधा पे कितना खर्च ,
एक फैसले की कितनी कीमत देश ने दी ?
True
राम राम जी 🙏🙏🙏
जय सियाराम,जय जय जय बजरंगबली,हर हर महादेव
अवनीश जी,
भगवान चन्चू महाराज के भविष्य को शांतियां प्रदान करें 🙏
मोदी सरकार से निवेदन है कि कोलेजियम सिस्टम समाप्त होना चाहिये ।कोलेजियम मे वंश वाद की बू आती है ।क्या यह बू कोलेजियम के सदस्य नही सूघ पा रहे है ।
भारत के विरोधी दल का एक नेता कल सेवानिवृत हो जाएगा
बहुत ही सुंदर चर्चा 😊🙏🙏
Jai Bharat
Awanish Ji, Namaskar Jai Shree Ram
२७३५ cases में से २७०० sarkarविरोधी होते
अधिकांश नौकरशाही के अहंकार और जनता के हितों की अनदेखी के कारण पैदा होते हैं ।
Right. Even very few politicians are self less, Modi , Yogi dont have family so can trust them fully, Jayshankarji is also selfless.highly intelligent...
प्रारब्ध मंच और उनके दर्शक, श्रोता गण ,भारत की १४० करोड़ जनता और उनके प्रधान सेवक तथा सजग चौकीदार कोलेजियम का एन जे ए सी के रूप में १०० फीसदी बदलाव होगा ।
अखिल भारतीय न्यायिक सेवा प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से न्यायिक सुधार लागू होना अवश्यंभावी है।
जय श्री राम जय भारत माता जय सत्य सनातन जय महाकाल 🎉🎉❤❤
धाकड़ प्रारब्ध मंच का कोटि कोटि आभार और नमन।
यह महोदय खानदानी थे या नहीं,वही जानें।हाँ कट्टरपंथियों,सनातन द्रोहियों,कोर्ट फिक्सरों के प्रिय अवश्य रहे ।दुर्भाग्य की बात है कि उसी गैंग द्वारा ट्रोल किए जाने की चर्चा हो रही है।
जिज्ञासा इस बात की है कि इस खानदान से कोई तीसरा न्यायपालिका में आएगा या नहीं?
Over 5 Crs court cases pending all over the country..proves CJI C Sir was one of the worst amongst all!
Family members recruitment in COURTS must now go.
On tetiring date CJI Sir heard 45 cases ...and purhaps he left most of them pending! Disgusting Performance! Reg. One of the 5, he was in 5 bench judge in Ram A Temple case..it is rumoured..no one has signed on any page of that judgement..which was pending. In Courts since over 5 0 years, after PM Modiji made a surprise visit of SC!
Very good analytical information
खानदानी सत्ता गई तो देश को दाव पर लगा कर सत्ता पाने चाहते ।
जिन के हाथ में एक बार आ जाएं तो वो अपनी जागीर समझते है, नौकरी ,सत्ता ,कुछ भी हो
अटल बिहारी धर्मनिरपेक्ष थे पाकिस्तान को पुकारने की आदत थी ।
कोई भी पद देश और धर्म की सेवा के निमित्त बनाया गया है अतः पद पर रहने के दौरान यदि मन में सेवा भाव बना रहता है तो सेवानिवृत्त होने पर मन संतुष्ट रहता है मगर यदि पद किसी व्यक्ति के मन में अहंकार भाव पैदा करता तो सेवानिवृत्ति के बाद मन अशांत और उद्वेलित हो जाता है। डीवाई चंद्रचूड़ जी पद के अहंकार से ग्रसित रहे जो हमेशा दिखाई भी देता रहा है। सेवानिवृत्ति के कुछ पहले ही उन्हें व्याकुलता ने घेर लिया था।
G8 analysis
इस तरह राजा ने प्रजा से और प्रजा ने राजा से मुक्ति पाई।
शुक्रिया हैं bhagwan राम का जिन्होंने 1992 me अपने लाडले हिन्दू समाज के कुछ jambajo का जिन लोगों ने बाबरी मस्जिद को तोरा नहीं to चन्द्र चूर का ताकत नहीं था कि वो श्री राम मंदिर बनाने का फैसला दिया
भारत को बचाना है तो कोलेजियम प्रणाली समाप्त हो
Good vedio
Namaskar aap sabhi ko Jai shree Ram Jai shree Krishna
SC और HC के सारे जजो की योग्यता संदेह के घेरे मे है क्यो कि ये सारे जज वंशबाद की देन है ।
भारत देश का सब जजेज का सम्पत्ति जांच होनाचाहिए और कारवाई करनाचहिए एसा होनेसे घुस और भष्टाचार बंद होजाएगा और जनता को उचित न्याय मील पाएगा।
जय श्री राम
हर हर महादेव
Alok ji aap sahi bol rahe hai ki Annay palica
Collegium must go
❤❤🎉🎉👌👌🙏🙏जय श्री राम आप सभी को
Very good analysis Jai Hind 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳💪💪💪💪
कैसे कश्मीर, केरल, बंगाल में महिला शोषण,पलायन, उत्पीड़न जस का तस, कितने सार्थक रहे पुलिस,जज, मूल निवासी तहस, नहस? जय जय श्रीराम
🙏🙏
कालोजियम वाले सेवानिवृत्त चंद्रचूड बंगाल की बिटिया को न्याय देकर घर चले गये ,बंगाल मे चारो तरफ शान्ति ही शान्ति करवा करके चंद्रचूड ने बहुत बड़ा काम किए है ।
Jai Shree Ram Jai Jai Shree Ram
Great Sir 👍 ❤❤❤❤❤❤❤❤
Jai Shree Ram 🙏 ❤❤❤❤❤
बहुत ही सार्थक बकवतव्य ।
कालैजियम देश पर अभिषाप है.
अभी तो बहुत, बेटे, भतीजा, पोता, ढोता, बाकी होंगे जो CJI बने गए, सब कॉंग्रेस की दें है , अपने हक्क में judges को तैयार रखने का ढंग
JAI JAI SHREERAM.
कितना अच्छा होता अगर हमारे जज साहेबानों को प्रेमचंद की कहानी "पंच परमेश्वर " शपथ लेने से पहले पढाई जाती ।
जबरा मारे ,रोवे न दे ।,यह बात ईश्वर के ब्यवहार के बारे में कही जाय तो ,इसके आगे कोई तर्क नहीं चलता ।पर भारत में यही बात न्यायतंत्र के लिए भी कही जा सकती है ।
You are very right sir that today's judiciary deliver justice on the whims of Chief Justice of a Court or as per logics given by lawyers (true or false) as per his understanding and not as per the merit demerit of case . Of course today money and only money delivers justice like education or health everywhere money matters and not wisdom or capability.
Judiciary reform ki jaroorat hai....collegium system hatao, desh bachao....NJAC ko laagu kiya jaana chahiye...JAY HIND.
Collegium will. only be finished by Central govt., not by Judges. Because , they will not intend to lose their power.
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
दो शायरों की जोड़ी।
Collegium is a Trojan horse in India.
जब हमारे सम्मुख कोई अन्तर्द्वन्द या समस्या आती है तो अपने आप ईश्वर का नाम मुख पर आ जाता है CJI इससे इतर तो नहीं है ईश्वर का नाम याद आना हमारा स्वत: सिद्ध जन्म जात अधिकार है।
SC is a family institute. Our govt seems to be sleeping. Why still they couldn't scrapped collegium.
Avinashji, Vyalokji ne jo bhi kaha, mein bhi sahi manta hoon.
नये तंत्र मे UPSC का योगदान न हो, नहीं तो एक नया वर्ग तैयार हो जायगा जो अकर्मण्य औरं भ्रष्ट साबित होगा।
Collegium system must samapt kiya jana theek hoga
Krishna Bhagwan niti is required (Dharma vis Adharam) without relying on relationship.
हर हर महादेव 🔱🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
केजरीवाल सुनीता और बच्चों का क्या हाल हो रहा होगा
जय श्री राम 🏹🏹🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
जय भवानी ⚔️⚔️🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
यदि बंगाल की डाक्टर बिटिया को न्याय नही दे पाये चंद्रचूड तो मै क्या ही कहू ।
Very good
धनन्जय ने धन के लालच में केजरीवाल को जमानत दे दिया?
जय माता दी 🔱🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Collegium system asamvaidhanik hai.ise turat samapt kita jana chahiye.
कालेजियम सिस्टम तत्काल प्रभाव से खत्म किया जाना चाहिए,तभी जनता को सही न्याय मिल पाएगा।
Mi lords are really total blind without ears too.
SHARMA JI KO VAYALOK JI KO NAMASKAR RAM RAM JI
Good
👍
He will b remembered for the bail case of Teesta Setalvad, Pawan Kheda, RAGA etc...
Collegium system must be abolished
Welcome to Khanna Sahab 🙏
Avaneesj, Vyalok ji, please root for boot out collegium, a corrupt practice where judges get power without responsibility. It is horrible, most confused men like chandrachood get highest post and start kinky ideas on Hindutva like menstruating women can enter sanctum sabarimala. But these mahann characters are afraid of Father and Chadder 🙄
Chandrachur had to give that type of order as his son is also an advocate.His son will be CJI after some year.
पत्रकार आप लोगो को ज्ञान मोदी सरकार में ही प्राप्त हुआ है कांग्रेस की वोट बैंक के कारण ये सब फैसले लिए गये थे आज ज्ञान बाटने लगे हैं
कभी नहीं संविधान और कानून आम जनता के लिए है। व्यवस्था के ताकतवर लोगों जेब में रहता है। वह आम जनता को समय समय पर दिखा कर मजे लेते हैं।
कैसी विडम्बना है कि देश के सर्वोच्च पदो पर बेठे और अपने आप को स्वयं भू भगवान् मानने वालों की बुद्धि का दिवालिया पन की हद कि 40--50 वर्षों तक मामलों को लटका भटका कर अंतिम समय भी अनिर्णीत रखा
Cji भी पुराना लिब्रान्डू है ।65 बर्ष के कांग्रेसी सरकार के कारण इस देश का सिस्टम लिब्रान्डू और सेकुलरान्डू हो चुका है ।उसी की परिणति cji है ।
Ohi hai savaal. Ohi hai Bharath ko katharnaak hai
दाग़ हैं लेकिन अच्छे हैं😅😅😅😅😅
चन्द्र चूढ को कांग्रेस राज्य सभा भेजेगी।
दूसरे सभी चन्द्र सुङ तो बैठे है अन्दर
एक देशविरोधी system से बाहर गया, तो क्य फर्क होगा ?
पूरी system ही देशविरोधी ना- मान्यवरों से भरी पडी हैं|
Nice
चंद्रचूड़ अपनी सर्विस के अंतिम दिनों में रंग बदलने की कोशिश करते दिखे। मगर मोदी सरकार को पसीजना नहीं चाहिए, कोई पद नहीं देना चाहिए। हालांकि इसकी उम्मीद कम ही है, कोई पद सौंप दे तो आश्चर्य नहीं।😮
Bharat ke samvidhan aur democracy ko in collegium balon ne bandhak bana rakha haii. 😊😊