वेदों में कबीर परमात्मा की महिमा | Sant Rampal Ji Satsang | SATLOK ASHRAM
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- Опубликовано: 10 фев 2025
- वेदों में कबीर परमात्मा की महिमा | Sant Rampal Ji Satsang | SATLOK ASHRAM
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संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा प्राप्त करने के लिए या अपने नजदीकी नामदीक्षा केंद्र का पता करने के लिए हमे +91 82228 80541 नंबर पर कॉल करें |
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🌺🌺Jay bandhi chhod ki 🌺🌺
शास्त्र प्रमाणित आध्यात्मिक सत्संग
Sat saheb 🙏🙏🙏🙏
⏳सभी देवी देवताओं की आयु सीमा होती है। केवल पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी ही अविनाशी हैं।
Sat Saheb ji 👏👏👏👏👏👏👏👏👏
सभी देवी देवताओं की आयु सीमा होती है। केवल पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी ही अविनाशी हैं।
Kabir is god
Very nice satsang
वेदों के अनुसार कबीर परमात्मा ही भक्ति करने के योग्य है |
🕉️ पूर्ण मोक्ष पूर्ण गुरु से शास्त्रानुकूल भक्ति प्राप्त करके ही संभव है जो कि विश्व में वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी के अतिरिक्त किसी के पास नहीं है।
🕉️ पवित्र चारों वेद भी साक्षी हैं कि पूर्ण परमात्मा ही पूजा के योग्य है, उसका वास्तविक नाम कविर्देव (कबीर परमेश्वर) है
तथा तीन मंत्र (ॐ, तत् सत्) के नाम का जाप करने से ही पूर्ण मोक्ष होता है। इस नाम को देने अधिकारी केवल तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही हैं।
Supreme God is Kabir
परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
परमात्मा कबीर साहेब पाप विनाशक हैं
यजुर्वेद अध्याय 8 मन्त्र 13 में कहा गया है कि परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है। संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने व मर्यादा में रहने वाले भक्त के पाप नष्ट हो जाते हैं।
True knowledge 👍👍
इस तत्व ज्ञान को सिर्फ परमात्मा ही बता सकते हैं
Anmol Vachan
सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
गरीब, हम सुल्तानी नानक तारे, दादू कूं उपदेश दिया।
जाति जुलाहा भेद नहीं पाया, काशी मांही कबीर हुआ।।
गरीब, अनन्त कोटि ब्रह्मण्ड का, एक रति नहीं भार।
सतगुरू पुरूष कबीर हैं, कुल के सिरजनहार।।
Anmols satsang..
राम नाम रटते रहो जब तक घट में प्राण।
कहु तो दीनदयाल की भनक पड़ेगी कान।।
Nice Spiritual knowledge 🙏
परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
Supreme God is Kabir
💠ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 और ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5 के अनुसार
परमात्मा साकार मानव सदृश है वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है उसका नाम कविर्देव (कबीर) है ।
Sant Rampal Ji Mahraj परमात्मा कबीर साहेब पाप विनाशक हैं
यजुर्वेद अध्याय 8 मन्त्र 13 में कहा गया है कि परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है। संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने व मर्यादा में रहने वाले भक्त के पाप नष्ट हो जाते हैं।
Supreme Code is Kabir
Bandi Chhod Satguru Rampal Ji Maharaj ki
Real God is Kabir
🎬अपराध, अश्लीलता और भ्रष्टाचार, फिल्मी दुनिया इन सबकी जिम्मेदार।
अब होगा समाज सुधार, जब सारा जगत सुने संत रामपाल जी महाराज जी के सुविचार।
सतगुरु जो चाहे सो करही ,चौदह कोटि दूत जम ड़रही।
ऊत भूत जम त्रास निवारे ,चित्रगुप्त के कागज फारे।।
अधिक जानकारी हेतु अवश्य पढ़े पुस्तक "ज्ञान गंगा "
पूर्ण संत की क्या पहचान है? एवं पूर्ण मोक्ष कैसे मिलेगा?
जानने के लिए "Sant Rampalji Maharaj" App Download करें Playstore से।
Very nic pick Kaveer is God Nic video satsang gyan charcha satguru rampal gi mharaj gi ke mangal amrit vachan 👌🙏🇮🇳
असली वासुदेव कबीर साहेब हैं।
कबीर, अक्षर पुरुष एक पेड़ है, निरंजन वाकी ड़ार।
तीनों देवा शाखा हैं, पात रूप संसार।।
केवल कबीर परमेश्वर ने ही संसार रूपी वृक्ष की सही स्थिति बताई है। जिसकी जानकारी गीता अध्याय 15 श्लोक 1-4 में भी है। गीता ज्ञान दाता ब्रह्म को भी इसकी पूर्ण जानकारी नहीं है।
Kabirsatguru ke charno me koti bar dandavat pranamji
इतना गूढ़ रहस्य को सिर्फ़ परमात्मा ही बता सकते हैं 🙏🏾
क्या आप जानते हैं भगवान शिव की भी मृत्यु होती है ?
लेकिन भगवान शिव का एक दिन 1008 चतुर्युग का होता है व इतना ही रात्रि काल होता है। इस तरह से 365 दिन-रात का एक वर्ष और 4900 वर्ष की उम्र भगवान शिव की होती है।
Amazing knowledge given by saint Rampal Ji Maharaj
परमेश्वर कबीर जी ने बताया है कि रजगुण ब्रह्मा है, सतगुण विष्णु तथा तमगुण महेश है। यही प्रमाण मार्कण्डेय पुराण (गीता प्रैस गोरखपुर से प्रकाशित केवल हिन्दी सचित्र मोटा टाईप) के पृष्ठ 123 है। लिखा है कि ब्रह्म (काल निरंजन) की तीन प्रधान शक्तियां हैं ब्रह्मा, विष्णु, महेश। ये ही तीन देवता हैं, ये ही तीनों गुण हैं
विश्व प्रसिद्ध संत रामपाल जी महाराज जी ही पूरे विश्व में तत्वदर्शी संत है
बहुत अच्छा ज्ञान हैं
परमात्मा के कमल चरनो मे मुझ दास का कोटी कोटी दंडवत प्रणाम 🙏🙏
🙏 very nice video 🙏
सतगुरु मिले तो इच्छा मेटे पद मिल पदे समाना चल हंसा उस लोक पठाऊ जो आदि अमर अस्थाना अधिक जानकारी के लिए सन्त रामपाल जी महाराज के यूट्यूब चैनल पर विजिट करें।
बंदी छौड़ ततव्दर्सी संत रामपाल जी के चरणों में कोटि कोटि दंडबत प्रणाम 👏👏👏👏👏👏👏👏
सत् साहेब जी 🙏जय हो बंदी छोड़ सद्गुरु रामपाल जी महाराज की जय हो 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙇🙇🙇🙇🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️
गीता अध्याय 8 श्लोक 5, 7 तथा 13 में गीता ज्ञान दाता ब्रह्म ने अपने विषय में साधना करने को बताया है कि जो मेरी साधना ॐ नाम का स्मरण अन्तिम स्वांस तक करता है, वह मुझे ही प्राप्त होगा।
बहुत ही अनमोल सत्संग है
गीता अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 में कहा है कि तीनों प्रभुओं के पुजारी राक्षस स्वभाव को धारण किए हुए मनुष्यों में नीच, शास्त्र विरुद्ध साधना रूपी दुष्कर्म करने वाले मूर्ख हैं।
फिर वास्तव में किसकी भक्ति करनी चाहिए जिससे हम वास्तविक भगवान को प्राप्त कर सकते हैं? जानने के लिए अवश्य पढिए पुस्तक "ज्ञान गंगा"।
कबीर परमेश्वर मगहर से सशरीर सतलोक गए।
उनके शरीर के स्थान पर सुगंधित फूल पाए गए जो कबीर परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार दोनों धर्मों ने आपस में लेकर मगहर में 100 फुट के अंतर से एक-एक यादगार बनाई जो आज भी विद्यमान है।
यह दोनों धर्मों हिंदुओं और मुसलमानों में आपसी भाईचारे व सद्भावना की एक मिसाल का प्रमाण है।
गरीब, बिरसिंघ बघेला करै बीनती, बिजली खाँन पठाना हो।
दो चदरि बकसीस करी है, दीना यौह प्रवांना हो।।
सदगुरु आज्ञा सर्वो परी,
जो माने हो दास।
मीन मेख जो करें,
हो भक्ति का नाश।।
।।संत साहेब।।
👏🤗💙💯
🙏🏻🙏🏻
कितना अनमोल ज्ञान है
अपने निज घर सतलोक से परिचित करवायाअपने
संत रामपाल जी महाराज जी ने अपने निज घर अमर लोक (सतलोक) को भूल चुकी सभी आत्माओं को सैंकड़ों प्रमाण देकर सतलोक के स्थायी सुखों से परिचित करवाया जिससे जनता को एक ऐसे लोक का पता चला जहां जाने के बाद जन्म व मृत्यु नहीं होती।
कबीर, जीवन तो थोड़ा ही भला, जै सत सुमरन होय।
लाख बरस का जीवना, लेखे धरै ना कोय।।
सत्य साधना बिना बहुत लंबी उम्र हमारे कोई काम नहीं आएगी क्योंकि इस लोक में दुख ही दुख है।
पूर्ण संत से नाम उपदेश लेकर नाम की कमाई करके हम सतलोक के अधिकारी हो सकते हैं। वर्तमान में वह पूर्ण संत रामपाल जी महाराज हैं।
कोटि वर्ष करे संगत संतन की, पत्थर का जल मै क्या भीजै
चन्दन वन मै रंग लादे, एक बांस विन्टबि ना सीजे।।
संत रामपाल जी महाराज बताते हैं
तीनों देवा दिल में बसें ब्रह्मा, विष्णु, महेश।
प्रथम इनकी वंदना, फिर सुन सतगुरु उपदेश।।
नमन करुं गुरु देव कूं दिन में सौ सौ बार।काग पलट हंसा किया करत ना लागी बार।।🙏🙏
🎉संत रामपाल जी महाराज का 17 फरवरी को बोध दिवस है जिनके बारे में नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी में कहा है कि कई सदियों से ना देखा ऐसा हिन्दुओं का सुख साम्राज्य दृष्टिगोचर होगा। हिंदुस्तान में पैदा हुआ धार्मिक संत ही तत्वदृष्टा तथा जग का तारणहार होगा।
परमात्मा बता रहे हैं कि ओम मंत्र ब्रह्म का है इस मंत्र का जाप करने वाले साधक स्वर्ग जाकर भी इस पृथ्वी पर दोबारा जन्म ते हैं वे जन्म मृत्यु से मोक्ष नहीं प्राप्त नहीं कर सकते। अधिक जानकारी के लिए संत रामपाल जी महाराज यूट्यूब पर विजिट करें।
गरीब, राम नाम निज सार है, राम नाम निज मूल।
राम नाम सौदा करो, राम नाम नहीं भूल।।
संत रामपाल जु महराज
क्या स्कूल में ज्ञान गंगा बुक पढ़ाना चाहिए ?
( A ) : हां
( B ) : नहीं
नोट : अपनी अपनी राय जरूर दे...।
राम कृष्ण से कौन बड़ा उन्ही भी गुरु किन्ही।तीन लोक के वे धणी गुरु आगे आधीन।।
Nice
नास्त्रेदमस ने भी भविष्यवाणी की है की "ठहरो राम राज्य आ रहा है। एक महापुरुष पूरे विश्व में स्वर्ण युग लायेगा। जिसके नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनेगा।"
वह महापुरुष और कोई नहीं संत रामपालजी महाराज जी हैं।
एक महाकल्प
ब्रह्मा जी की रात्रि एक हजार चतुर्युग की होती है तथा इतना ही दिन होता है। तीस दिन-रात्रि का एक महीना, 12 महीनों का एक वर्ष, सौ वर्ष का एक ब्रह्मा का जीवन होता है। जब ब्रह्मा जी की मृत्यु होती है उस समय को महाकल्प कहा जाता है मतलब की ब्रह्मा जी के पूरे जीवन के समय को महाकल्प कहा जाता है।
हिरोशिमा नागासाकी का वो नरसंहार इतिहास के पन्नों में पढ़कर ही हमारी रूह कांप जाती है।
जिन्होंने यह भुगता है और उस समय के साक्षी हैं सोचिए जरा इतिहास दोहराए जाने का डर उन्हें कैसे सता रहा होगा।
Sat guru jo chahe so kar rahi loot Sako To Loot Lo Ram Naam ki loot Piche FIR pachtaoge Pran Jaenge chhut samjha hai to Shridhar paaun Bahur Rahi Nahin Aisa Daon
पवित्र चारों वेद भी साक्षी हैं कि पूर्ण परमात्मा ही पूजा के योग्य है, उसका वास्तविक नाम कविर्देव (कबीर परमेश्वर) है
तथा तीन मंत्र (ॐ, तत् सत्) के नाम का जाप करने से ही पूर्ण मोक्ष होता है। इस नाम को देने अधिकारी केवल तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही हैं।
गीता अध्याय 15 के श्लोक 4 में कहा है कि उस तत्वदर्शी संत के मिल जाने के पश्चात् उस परमेश्वर के परम पद की खोज करनी चाहिए अर्थात् उस तत्वदर्शी संत के बताए अनुसार साधना करनी चाहिए जिससे पूर्ण मोक्ष(अनादि मोक्ष) प्राप्त होता है। गीता ज्ञान दाता ने कहा है कि मैं भी उसी की शरण में हूँ।
किसी भी गुरु की शरण में जाने से मुक्ति संभव है या नहीं❓
जानने के लिए अवश्य पढ़े अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा और जाने गहरे राज |
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संत रामपाल जी महाराज जी के मंगल प्रवचन केवल साधना टी.वी.पर शाम 7:30 बजे से 8:30 बजे तक l
जब एक ब्रम्हांड प्रलय हो जाता है तब शिव जी महाशिव ला शरीर त्याग देता है.
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आदरणीय धर्मदास जी ने बताया कि जब परमेश्वर कबीर जी मगहर से सशरीर सतलोक गये तब हिन्दू मुसलमान आपस में कबीर साहेब के शरीर का अपनी धार्मिक रीति से अंतिम संस्कार करने के लिए लड़ने को तैयार थे लेकिन उन्हें वहां कबीर साहिब जी का शरीर नहीं मिला अर्थात कबीर साहिब अविनाशी परमेश्वर हैं।
आज मोहे दर्शन दियो जी कबीर।
हिन्दू के तुम देव कहाये, मुसलमान के पीर।
दोनों दीन का झगड़ा छिड़ गया, टोहे ना पाये शरीर।।
Age of Indra and Queen Shachi, the king of heaven
One day of Shri Brahma ji is of 1008 Chaturyugas, in which 14 Indras and one Shachi are destroyed.
The age of Indra, the king of heaven, is 72 Chaturyuga and the age of Shachi is 1008 Chaturyuga.
कबीर साहिब का ने कहा है कि वेद मेरा भेद है, मै न वेदन के माही। और jon वेद से मैं मिलूं ,वह वेद जानते नहीं।
श्रीमद्देवी भागवत पुराण पृष्ठ 123 पर भगवान विष्णु द्वारा की गई माता दुर्गा की स्तुति के वर्णन से साबित होता है कि भगवान ब्रह्मा जी तथा विष्णु जी समेत भगवान शंकर भी जन्म-मृत्यु में हैं।
शास्त्रों में प्रमाण है कि सभी देवताओं, ब्रह्मा विष्णु महेश, माता दुर्गा, ब्रह्म की जन्म-मृत्यु होती है। इनके दिन और वर्ष दिव्य होते हैं इसलिए आयु बहुत अधिक होती है। लेकिन मृत्यु निश्चित होती है।
श्रीमद्भगवद गीता अध्याय 8 का श्लोक 3 में
गीता ज्ञान दाता ब्रह्म भगवान ने कहा है कि वह परम अक्षर ‘ब्रह्म‘ है जो जीवात्मा के साथ सदा रहने वाला है।
वह परम अक्षर ब्रह्म गीता ज्ञान दाता से अन्य है, वह कबीर परमात्मा हैं।
स्वर्ग के राजा इंद्र का जीवनकाल 72 चतुर्युग (एक मन्वन्तर) का होता है। ब्रह्मा जी के 1 दिन में 14 इंद्र अपना जीवन काल पूरा करते है।
एक ब्रम्हांड प्रलय कि तब एक ब्रम्हांड मे ब्रम्हा लोक के प्राणी मे आते है.
स्वर्ग के राजा इंद्र और रानी शचि की आयु
श्री ब्रह्मा जी का एक दिन 1008 चतुर्युग का होता है जिसमें 14 इंद्र और एक शचि खत्म हो जाती है।
स्वर्ग के राजा इंद्र की आयु 72 चतुर्युग और शचि की आयु 1008 चतुर्युग की होती है।
जबाबदारी 70000 बार शिव जी कि मृत्यू होती है तब एक ब्रम्हांड प्रलय होता है.
मृत्यु से पहले मनुष्य जीवन का उद्देश्य पहचानें।
मौत भूल गया बावले, तने अचरज किया कौन।
तन माटी में मिल जाएगा, ज्यों आटे में लौण।।
कबीर परमात्मा जी कहते हैं कि, हे भोले मानव तू अपनी मौत को भूले बैठा है, इससे बड़ा आश्चर्य और क्या होगा। ये तेरा सुंदर शरीर एक दिन मिट्टी में मिल जाएगा, ठीक उसी तरह जैसे आटे में लौण (नमक) मिल जाता है। समय रहते सतभक्ति आरंभ करें।
🔮 एक तरफ हमें बताया गया कि श्री ब्रह्मा, श्री विष्णु, श्री शिव जी अविनाशी हैं।
लेकिन संत रामपाल जी महाराज जी ने देवीभागवत पुराण स्कन्ध 3 अध्याय 4-5 से प्रमाण सहित बताया कि इन तीनों भगवानों की जन्म मृत्यु होती है अर्थात ये अविनाशी नहीं हैं।
खतरनाक बीमारी का हो सकता है खात्मा
यजुर्वेद अध्याय 5 मन्त्र 32 के अनुसार कबीर परमात्मा पाप के पाप विनाशक हैं।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा दी गयी सतभक्ति से नियम में रहने से बड़ी से बड़ी बीमारी ठीक हो सकती है।
अब तो नकली संतों को छोड़ कर तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी की सरण में आने में ही भलाई है।
सूक्ष्म वेद ( तत्वज्ञान) में चारों वेदों तथा इन चारों वेदों के सारांश गीता में स्पष्ट किया है कि ऑन उपासना नहीं करनी चाहिए शास्त्रों में वर्णित ना होने से मन माना आचरण है जो गीता अध्याय 16 श्लोक 23- 24 में व्यर्थ बताया है।
प्रश्न - क्या कैंसर का इलाज संभव है ?
उत्तर - हां, पूर्ण संत से नामदीक्षा लेकर परमेश्वर कबीर जी की सतभक्ति करने से हमारे सभी रोग समाप्त हो जाते हैं। इसका प्रमाण वेदों में भी मिलता है कि परमेश्वर अपने साधक का रोग समाप्त करके निरोगी काया प्रदान करता है।
प्रमाण : ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 161 मंत्र 2, 5, सूक्त 162 मंत्र 5, सूक्त 163 मंत्र 1-3
ॐ नमः शिवाय पंचाक्षरी मंत्र नहीं है - श्री शिव पुराण ।
ॐ नमः शिवाय से मुक्ति संभव नही। शिव जी से लाभ पाने का मंत्र और विधि केवल तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं।
वह तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
राष्ट्रपति जी से विनम्र निवेदन
कबीर साहेब जी की जीवनी में सुधार करवाएं
मिथक- कबीर साहेब जी का जन्म नीरू-नीमा से हुआ।
तथ्य- कबीर साहेब जी स्वयं सशरीर लहरतारा तालाब पर प्रकट हुए थे। जहां से नीरू-नीमा निःसंतान दंपत्ति उन्हें अपने घर ले गए तथा पुत्र रूप में पाला। आदरणीय संत गरीबदास जी की वाणी में प्रमाण है-
गरीब, काशीपुरी कस्त किया, उतरे अधर अधार।
मोमन कूँ मुजरा हुवा, जंगल में दीदार।।
काल (ब्रह्म) की आयु
7 त्रिलोकिय ब्रह्मा की मृत्यु के बाद एक त्रिलोकिय विष्णु की मृत्यु होती है,ऐसे 7 त्रिलोकिय विष्णु की मृत्यु के बाद एक त्रिलोकिय शिव की मृत्यु होती है। ऐसे 70,000 त्रिलोकिय शिव की मृत्यु के बाद एक काल (ब्रह्म) की मृत्यु होती है जिसे महाप्रलय भी कहा जाता है।
❣️
🙏
Kabir Parmeshwar ji is not born and died
श्रीमद्भागवतगीता अध्याय 8 के श्लोक 13 में गीता ज्ञान दाता (काल,ब्रह्म,)ने कहा है।
।मुझ ब्रह्म का एक अछर का ॐ मंत्र है जो पुरुष शरीर त्यागते समय तक इस मंत्र का जाप करता हुआ जाता है बह
ॐ मंत्र से मिलने बाली परम गती (ब्रह्मलोक) को प्राप्त होता है।।
अध्याय 8 के श्लोक 7 में कहा है ।
इसलिए हे अर्जुन! तू सब समय में निरंतर मेरा स्मरण कर और युद्ध भी कर। इस प्रकार मुझमें अर्पण किए हुए मन-बुद्धि से युक्त होकर तू निःसंदेह मुझको ही प्राप्त होगा
✅️
ब्रह्मा, विष्णु, महेश और इनका पिता काल भी जन्म मृत्यु में है।
बस इनकी उम्र में अंतर है लेकिन मृत्यु निश्चित है।
ब्रह्मा की आयु 100 वर्ष है
(1000 चतुर्युग का दिन, इतने ही युग की रात्रि)
ब्रह्मा से 7 गुना विष्णु जी की आयु और विष्णु जी से 7 गुना भगवान शंकर की आयु है।
जब इतनी लम्बी उम्र वाले 70,000 भगवान शिव मरते हैं तो काल की मृत्यु होती है
Chaliye man liya sir ki Kabir sahab is root god aur unse sb hua hai.lekin jb tk Kabir ji kaal Prabhu ko kshama nhi krenge tb tk kaal Prabhu to unke shaap ke anusaar swa lakh utpann krna aur ek lakh nit khana kaise bnd hoga . Please reply anyone's?. aap sb ko satlok kabhi nhi le ja payenge jb tk shaap nhi wapas lenge.
कौन है परमात्मा, कैसा है, कैसे मिलता है, किसने देखा है, कहां रहता है? ऐसे अनेकों प्रश्नों का उत्तर जानने के लिए जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी की Official App "Sant Rampalji Maharaj" Download करें Playstore से।
सबका मालिक कौन है?
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वह खुदा कौन है, कैसा है तथा कहां है, कैसे मिलता है? जानने के लिए पढ़ें पवित्र पुस्तक "मुसलमान नहीं समझे ज्ञान कुरान"
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पूर्ण गुरु कौन है? पूर्ण गुरु के क्या लक्षण होते हैं? क्या पूर्ण गुरु किये बिना मोक्ष असंभव है?
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