हमने तो बुजुर्गो से कुछ अलग ही सुना था कि रैणी रिणकली नामक एक कुम्हार जाति की महिला के द्वारा बसाया गया था जो कि पहले कोयला पाट्ण गांव की निवासी थी । वहां एक साधू तपस्या करते थे और उनका चेला जब गांव में भिक्षा के लिये जाता तो उनको रिणकली के अलावा कोई भी भिक्षा नहीं देता था कम भिक्षा मिलने की वजह से बाबा जी का चेला एकदम कमजोर हो गया और जब बाबा जी ने कई दिनों की तपस्या के बाद अपने चेले की हालत देखी तो कारण जानकर साधू ने पूरे गांव को उजड़ने का श्राप दे दिया तथा रिणकली को उस गांव से चले जाने के लिये बोल दिया तो रिणकली उस गांव को छोड़कर वर्तमान तारानगर शहर में मुख्य बाजार के पास जो कभी एक जोहड़ हुआ करता था, की पाल के पास आ कर बस गई तथा उसी के नाम से यह शहर रैणी कहलाया ।
तारानगर का पुराना नाम रेणी है 1984 में बेंरूंसिंह शेखावत ने इसका नाम बदला था।रिणी कुम्हारी थी।तेरे को एतिहास कोई ज्ञान नहीं है।जाट यहां पर महाभारत के समय से रहते हैं जो कि सहारण खाप मे आता है। सहारणो की राजधानी भांङगावाद थी। राजपूत जाति इस क्षेत्र में 19 वी शताब्दी मे आई थी।अब बात है राजपूत जाति दक्षिण भारत से 8 वीं शताब्दी से लेकर 13 वी शताब्दी मे आकर उत्तर भारत में आकर बसी थी। राजपूत दर्विङ लोग है।जो कि राठोड़ 1240 में पाली में आकर बसे थे।तु झुठे एतिहास का क्यों प्रचार कर रही है।रेणी कुम्हारन थी।तेरे को एतिहास का कोई ज्ञान नहीं है।तु बकरी चरा,बस तेरे को इतना ही ज्ञान है। 8:47
यहां के बड़े बड़े सेट साहुकार रेल से सम्बन्धित कोई भी आवाज नहीं उठाते है।,क्योंकि वो चाहते है कि ये अगर रेल सेवा से जुड़ जायेगा तो ,उनका अपना व्यापार चोपट हो जायेगा इसलिए वो रेल सम्बंधित आवाज नहीं उठा रहे हैं ।
8 दिसंबर 2021 तारानगर गया था दिल्ली बिरला व्हाइट थैंक्यू मैं इतने बता सकती हूं जागरण यह डिक्शनरी पढ़ रही है तो डिशनरी में तो नदी में क्रिया तथा शैंपू और क्रिया तथा कंडोम थैंक्यू जागरण
सबसे पहले ऋणी कसे बना और क्यू बना कसे बना ये आपने गलत बताया ह कोयलापटन एक शहर था वह से चलकर आई कुम्हार समाज की रिंकली उसके नाम पर यहा ऋणी शहर बसाया गया उसके बाद इसे तारानगर बना और आज वो कोयलापटन शहर आज गांव फोगां ह जिसे संत श्री प्रेमपुरी जी महाराज का बसाया गया था फोगला आज वो फोगां कहलाता है
तारानगर के लोग बहुत ही सरल व सिध्दै स्वभाव के है सबसे सुन्दरम मनमोहक शहर है। जो राजस्थान का सबसे अच्छा शहर है। बल्कि इसे रेल सेवा से आज तक क्यों नहीं जोड़ा जा रहा है।,यहां के नेता इसे रेल सेवा से जोड़ने कोई भी प्रयास नहीं कर रहा है ।,आजादी के बाद भी ये रेल सेवा संचित रखा गया है।
अंसिका जो तारानगर का इतिहास बता रही है् वो गलत व तो मरोड़ के बता रही है।,इस शहर का नाम रिंणकली नाम की एक कुम्हारिन थी उसके नाम पर रिणीं पडा़ था ,और तारासिंह के नाम पर तारानगर पडा़ था ।
तारानगर का नाम 1984 में राजस्थान के तत्काल मुख्यमंत्री भैंरोसिंह शेखावत ने बदला था। तारानगर का नाम 1984 से पहले रिणी था। पुराना चूरू जिले का नक्सा देखले। पता चल जाएगा। रिणी नाम की कुम्हारी थी जिसमे अपनी ढाणी बसाई थी इसका नाम रिणी था।आज भी 80 वर्ष से ऊपर उम्र के लोग इसको रिणी कहते हैं। दुसरा प्रमाण इसके बाजार में समत 999 का बना हुआ जैन मंदिर है।उसको अब डाकिया मंदिर कहते हैं।आपको एतिहास का कोई ज्ञान नहीं है तु बकरी और भेङ चरा बस।
Bahut achha Lga Anshika aapne apne Taranagar ka itihas btaya
Thanks di for information..❤
Nice👍👍👍👍👍👍👍
GOOD,SETHANI,ANKITA SARDA .
Nice video
Thanks a lot .... Manoj Goswami from Taranagar
शानदार प्रस्तुति शानदार अभिव्यक्ति ।
तारानगर इतिहास का वर्णन बहुत सुंदर लगा धन्यवाद ओम
very hardwork!
Jordar anshik beti👌👌❤
बहुत ही सानदार विडियो
Sahi jaankari dee hai anuska g apne
Good Anshika
Bahut hi Sandar
Very good
Nice information 😊
Good
Namaste 🙏 nice jankari
शानदार
Supar
Thanks u dd
❤❤❤
Very nice
Bahut Hi Khub 👌👌
Vary nice
आजादी की लडा़ई मै योगदान देने वाले तारानगर के लोग बहुत ही ज्यादा थे पर उनका कोई भी भखान नहीं है
एक डिसलाइक क्योंकि आपने विश्व प्रसिद्ध सुभाष चरण सर का नाम नहीं लिया
विधायक श्री नरेन्द्र बुडानिया जी का नाम लिया है ना
Nice
Good job
Shari Dungargarh ka video bnaao plzzzzzzzzzzzzzzzzzzzzzzzz
Very good my daughter from jalandhar
Super story medam h. Taranagar ki 🙏🙏
Book ka link
Very very nice✌👍
Great…
nice di
Kishanghar renwal ka bhi video banao
हमने तो बुजुर्गो से कुछ अलग ही सुना था कि रैणी रिणकली नामक एक कुम्हार जाति की महिला के द्वारा बसाया गया था जो कि पहले कोयला पाट्ण गांव की निवासी थी । वहां एक साधू तपस्या करते थे और उनका चेला जब गांव में भिक्षा के लिये जाता तो उनको रिणकली के अलावा कोई भी भिक्षा नहीं देता था कम भिक्षा मिलने की वजह से बाबा जी का चेला एकदम कमजोर हो गया और जब बाबा जी ने कई दिनों की तपस्या के बाद अपने चेले की हालत देखी तो कारण जानकर साधू ने पूरे गांव को उजड़ने का श्राप दे दिया तथा रिणकली को उस गांव से चले जाने के लिये बोल दिया तो रिणकली उस गांव को छोड़कर वर्तमान तारानगर शहर में मुख्य बाजार के पास जो कभी एक जोहड़ हुआ करता था, की पाल के पास आ कर बस गई तथा उसी के नाम से यह शहर रैणी कहलाया ।
यही सत्य है
ruclips.net/video/9rERRYqvl_I/видео.html
इस वीडियो में तारानगर के इतिहास में रिनकाली का जीकर किया गया हैं
सही बात है भाई साहब जी
बिल्कुल सही है भाई जी
आपने सही बताया है भाई साहब
I love my starcity .
Very nice Caty
Sandar
✨💫💫✌️✌️
तारानगर का पुराना नाम रेणी है 1984 में बेंरूंसिंह शेखावत ने इसका नाम बदला था।रिणी कुम्हारी थी।तेरे को एतिहास कोई ज्ञान नहीं है।जाट यहां पर महाभारत के समय से रहते हैं जो कि सहारण खाप मे आता है। सहारणो की राजधानी भांङगावाद थी। राजपूत जाति इस क्षेत्र में 19 वी शताब्दी मे आई थी।अब बात है राजपूत जाति दक्षिण भारत से 8 वीं शताब्दी से लेकर 13 वी शताब्दी मे आकर उत्तर भारत में आकर बसी थी। राजपूत दर्विङ लोग है।जो कि राठोड़ 1240 में पाली में आकर बसे थे।तु झुठे एतिहास का क्यों प्रचार कर रही है।रेणी कुम्हारन थी।तेरे को एतिहास का कोई ज्ञान नहीं है।तु बकरी चरा,बस तेरे को इतना ही ज्ञान है। 8:47
Ye Book kaha pe milegi mem...
Phogan gaw se bhi link h tarangar ka
History of sikar rajasthan
Very nice mam
Mam aap Tarangar me aakar hamare yha hnuman ji ka mandir h Tarangar baypass me uska reaw kijiye
Dhanyawad 🙏👍
Wese ap kaha se ho medam ji
Hm tarangar se hi bilom krte h
जी तारानगर को रेल सेवा से जोडों जी
Delhi se
Nice 🙏
Anushka ji taranagar ko rinakali namak कुम्हारिन ने बसाया था ,,,,, aaap इतिहास को तोड़मरोड़ के बता रहे हो
ruclips.net/video/9rERRYqvl_I/видео.html
ruclips.net/video/9rERRYqvl_I/видео.html
इस वीडियो में तारानगर के इतिहास में रिनकाली का जीकर किया गया हैं
यहां के बड़े बड़े सेट साहुकार रेल से सम्बन्धित कोई भी आवाज नहीं उठाते है।,क्योंकि वो चाहते है कि ये अगर रेल सेवा से जुड़ जायेगा तो ,उनका अपना व्यापार चोपट हो जायेगा इसलिए वो रेल सम्बंधित आवाज नहीं उठा रहे हैं ।
Anshika Sharda ji taranagar ko rinkali kumhari ne basaya tha jo foga gav se jakar
Nyamatullah shah ka mazar ky bary my batao
Janskhaya kitani h tarangar
Ki
8 दिसंबर 2021 तारानगर गया था दिल्ली बिरला व्हाइट थैंक्यू मैं इतने बता सकती हूं जागरण यह डिक्शनरी पढ़ रही है तो डिशनरी में तो नदी में क्रिया तथा शैंपू और क्रिया तथा कंडोम थैंक्यू जागरण
I love my taranagar
Ram Ram Ji
"Sikh Sardaron" ne Kewal 1% jansankhya hone ke bavjud Bharat ki azadi ki LADAI me 65-70% shahidi aur yogdaan diya tha: YOGDAAN:-----
Maut (Fansi)ki saja: Sikh 93 others 28
Aajivan karavas: Sikh 2147 others 499
Jalianwala Bagh Shahidi kand: Sikh 799 others 501
Bajbaj Ghat Shahidi kand: Sikh 67 others 46
Kuka lehar mein shahidi: Sikh 91 others ----
Akali Lehar mein Shahidi:Sikh 500 others ---
Jai Hind Jai Bharat
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹jai ho
फ़रवरी में इस शहर में आया था वापस से गांव जाने का मन भी नहीं करता प्यारा शहर हैं।
Thank you bro.🌹
Rail ki mang kro anshika apne Taranagar ke liye
Jotram desh pitar.mandir.bhi mandir.h gavn bhanin good news.h
Nimaj, pail,ka,baram, video,bano
I am native of this city
Tarangar राजवी यों का ह
Taranger के आश पास वाले गांव मै भि राजवी यौन का गढ़ ह
Two branch of chouhan Chohil and Mohil, Gogaji related with Chohil Chouhan Branch, Jivan Mata temple made by Hattad who was related Mohil Branch.
Suresh Kumar
तारानगर के रिणी नाम होने होने के पीछे और भी तर्क है जो फोगां गांव से जुड़ा हुआ है
किसी महिला के नाम पर पड़ा है इसका नाम .....???
Phogan se huaa h taranager
ruclips.net/video/9rERRYqvl_I/видео.html
इस वीडियो में तारानगर के इतिहास में रिनकाली का जीकर किया गया हैं
बिल्कुल सही है
सबसे पहले ऋणी कसे बना और क्यू बना कसे बना ये आपने गलत बताया ह कोयलापटन एक शहर था वह से चलकर आई कुम्हार समाज की रिंकली उसके नाम पर यहा ऋणी शहर बसाया गया उसके बाद इसे तारानगर बना और आज वो कोयलापटन शहर आज गांव फोगां ह जिसे संत श्री प्रेमपुरी जी महाराज का बसाया गया था फोगला आज वो फोगां कहलाता है
ruclips.net/video/9rERRYqvl_I/видео.html
इस वीडियो में तारानगर के इतिहास में रिनकाली का जीकर किया गया हैं
सुभाष चारण की कोचिंग का भी नाम नहीं ल🙏🙏🙏
तारासिंह राजवी का ह taranger
तारानगर के लोग बहुत ही सरल व सिध्दै स्वभाव के है सबसे सुन्दरम मनमोहक शहर है। जो राजस्थान का सबसे अच्छा शहर है। बल्कि इसे रेल सेवा से आज तक क्यों नहीं जोड़ा जा रहा है।,यहां के नेता इसे रेल सेवा से जोड़ने कोई भी प्रयास नहीं कर रहा है ।,आजादी के बाद भी ये रेल सेवा संचित रखा गया है।
Road h wo tuti hui h. Doctor h nhi.
अंसिका जो तारानगर का इतिहास बता रही है् वो गलत व तो मरोड़ के बता रही है।,इस शहर का नाम रिंणकली नाम की एक कुम्हारिन थी उसके नाम पर रिणीं पडा़ था ,और तारासिंह के नाम पर तारानगर पडा़ था ।
Anshika ji log aisa bolte ha ki reni ek kumhari thee uske naam se Taranagar basa hua ha kya ye galat ha
Sir maine jo btaya hai vo taranagar par likhi gai ek kitaab se liya gya hai . Government ki official website par bhi yhi likha gya hai.
@@ANSHIKASARDA par maidam yha k jo bujarg log h wo to kuchh alag hi btate h
Sir jo aap bta rhe ho wohi mene suna h
Sir aap ki baat sahi h mene bhi yahi suna h bujargo se or sahi bhi h
@@ANSHIKASARDA
वो govt की वेबसाइट हमे भी बताओ
Sahi koni manda taranagar ko ek renkli name ki khumaari ne basya tha
ruclips.net/video/9rERRYqvl_I/видео.html
इस वीडियो में तारानगर के इतिहास में रिनकाली का जीकर किया गया हैं
तारानगर का नाम 1984 में राजस्थान के तत्काल मुख्यमंत्री भैंरोसिंह शेखावत ने बदला था। तारानगर का नाम 1984 से पहले रिणी था। पुराना चूरू जिले का नक्सा देखले। पता चल जाएगा। रिणी नाम की कुम्हारी थी जिसमे अपनी ढाणी बसाई थी इसका नाम रिणी था।आज भी 80 वर्ष से ऊपर उम्र के लोग इसको रिणी कहते हैं। दुसरा प्रमाण इसके बाजार में समत 999 का बना हुआ जैन मंदिर है।उसको अब डाकिया मंदिर कहते हैं।आपको एतिहास का कोई ज्ञान नहीं है तु बकरी और भेङ चरा बस।
Chauhan jaaton ka bhi gotra h
हम तो तारानगर को सुभाष चारण सर के कारण ही जानते है 🙏🙏
Aap ne sab jhut btaya h ham puruf de sikte h
Mandal ka itihas
Sara itihaas jutha h 😂
बिल्कुल गलत है आपका वीडियो ।
साबित कर सकता हु ।
With प्रूफ ।
Taranagar ek dum bakwas h
Kyu tero k chor liyo taranagar ne
Nice video
Good
Nice
Very nice
Very nice