नैफे सागी न रंग बहुत बडया उटाया निचे से उटाने वाला नही ह गडवा मास्टर को जुते मारो पका आटा मागने वाला यह गडवे वा्ला सारा काम बिगड़ दिया बुड्ढे न रागनी मे जुल्म कर दिया यह रनंग बरोदा गाँव मे मिंन्दर का पेरोगराम था माँ सतबीर पाले राम रागनी गा रहे थे बीच मे राजकिशन अगवानपुरिया ने यह रंग गाया था दुसरे कलाकार रंग उटा नही पाएं बरोदा गाँव मे जो लोग चले गये थे जब यह गाय राजकिशन अगवानपुरिया ने लोग वापिस साईकल उटाकर बुग्गी जोड कर रागनी सुनने के लिए वापसी आये थे राजकिशन अगवानपुरिया न चार रागनी सुनाई थी बरोदा परोगराम मे यह बात देखने को मीली थी गाँव बरोदा गुहना के पास ह जब के राजकिशन अगवानपुरिया का प्रोग्राम काथल के पास था गाँव बरोदा वालो न राजकिशन ईनाम देने लगे तो राजकिशन ने इनकार कर दिया था राजकिशन जी कार मे बेटे प्रोग्राम की जंडी पाट गई जय दादा नगर खेडे की जय लोग देखते रहगये
Itni umr m itna surila gana kya baat h mhasy ji🙏🙏
Very. G00d. Sureela. hai. BhaiNafe.
Very.nice.bahut.dino.m.dikha.avaj.eb.bhi.shi.h
गायक से पहले निचे से साथी बोलते हैं जो सही नहीं है
Tau संस्कृति को उजाला de rahe hai
Very good nafe bhai or bhi you tube per ragni nikalo
Old is gold
❤tau g ko Ram Ram
जमा लठ गाड़ दिया ताऊ
Mange tau ji
नैफे सागी न रंग बहुत बडया उटाया निचे से उटाने वाला नही ह गडवा मास्टर को जुते मारो पका आटा मागने वाला यह गडवे वा्ला सारा काम बिगड़ दिया बुड्ढे न रागनी मे जुल्म कर दिया यह रनंग बरोदा गाँव मे मिंन्दर का पेरोगराम था माँ सतबीर पाले राम रागनी गा रहे थे बीच मे राजकिशन अगवानपुरिया ने यह रंग गाया था दुसरे कलाकार रंग उटा नही पाएं बरोदा गाँव मे जो लोग चले गये थे जब यह गाय राजकिशन अगवानपुरिया ने लोग वापिस साईकल उटाकर बुग्गी जोड कर रागनी सुनने के लिए वापसी आये थे राजकिशन अगवानपुरिया न चार रागनी सुनाई थी बरोदा परोगराम मे यह बात देखने को मीली थी गाँव बरोदा गुहना के पास ह जब के राजकिशन अगवानपुरिया का प्रोग्राम काथल के पास था गाँव बरोदा वालो न राजकिशन ईनाम देने लगे तो राजकिशन ने इनकार कर दिया था राजकिशन जी कार मे बेटे प्रोग्राम की जंडी पाट गई जय दादा नगर खेडे की जय लोग देखते रहगये