*सरस्वती विद्या मंदिर में मनाया गया मां सरस्वती का प्राकट्योत्सव*
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- Опубликовано: 9 фев 2025
- सरस्वती विद्या मंदिर में मनाया गया मां सरस्वती का प्राकट्योत्सव
अलीगढ़। भारतीय पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को देवी सरस्वती का प्राकट्य दिवस मनाया जाता है। ग्रंथों के अनुसार इस दिन विद्या की देवी माँ सरस्वती प्रकट हुईं थीं। यह दिन बसंत पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेन्डरी स्कूल, खैर मार्ग में हवन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन से हुआ।
इस अवसर पर विद्यालय के नवीन भवन में हवन से विभिन्न कक्षाओं का प्रारम्भ भी हुआ।
विद्यालय अध्यक्षा डॉ. उमेश कुमारी, प्रबंधक डॉ. राजीव अग्रवाल, उप प्रबंधक राजा बाबू वार्ष्णेय, कोषाध्यक्ष सुदेश कुमार गौड़, प्रांतीय प्रतिनिधि दयाल जी ने विद्यालय की हस्तलिखित पत्रिका ‘सृजन’ का विमोचन किया। इसमें विद्यालय के भैया-बहिनों एवं आचार्य - आचार्याओं द्वारा संकलित स्वयं के लेख में संकलित हैं।
इस अवसर पर विद्यालय प्रबन्धक डॉ. राजीव अग्रवाल ने कहा कि बसंत पंचमी पर पीले रंग का महत्व है। बसंत का पीला रंग समृद्धि, ऊर्जा और आशीर्वाद का प्रतीक है। विद्यार्थियों द्वारा माँ सरस्वती की आराधना परम आवश्यक है।
प्रधानाचार्य यशवीर सिंह ने माँ सरस्वती के प्रकटोत्सव पर किए गए इस हवन से सम्पूर्ण विद्यालय में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा एवं सभी विद्यार्थियों का जीवन संस्कारपूर्ण बनेगा। इसी दिन वीर हकीकत राय ने भी बलिदान दिया था। वीर हकीकत राय का जीवन विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणा है।
इस अवसर पर विद्या की आराध्य देवी माँ सरस्वती की वंदना की गयी और मंत्रोच्चार के बीच विद्यालय परिवार के प्रत्येक सदस्य माननीय प्रबंध समिति, आचार्य, आचार्या, छात्र-छात्राओं द्वारा हवन कुण्ड में पूर्णाहूति दी गयी।
इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य अशोक कुमार, कार्यक्रम संयोजक गोपाल स्वरूप पचौरी, मीनाक्षी शर्मा सहित सभी आचार्य एवं आचार्याएं मौजूद रहे।