हम मुसलमान हैं ! हम मुसलमान हैं || IMRAN PRATAPGARHI Nazm On Muslim Unity || HD || Must Watch
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- Опубликовано: 5 ноя 2017
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मैं आदीवासी हुं लेकिन इमरान भाई जान की मुश्यारा सुनता हूं और कुछ सीखने भी मिलता है,इमरान भाई को सलाम
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था
प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
होगी ?
यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
वैसे इसका एक मुख्य कारण है
क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
तो वह पहला कौन है ?
कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
वही उस वक़्त का इस्लाम था
या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
हाँ भाई ठीक कहा आपने...
हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
*पत्थरों,
* पेड़ों ,
* जानवरों,
* सांप
* बिच्छु
* यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
* पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
* हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
* नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
* शराब पीते थे..
* जुआ खेलते थे..
* औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
* एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
* ईश्वर एक है
* 3 या 300
* या 33 करोड़ नहीं
* सारे इन्सान बराबर है और
* इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
* बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
* झूठ मत बोलो,
* शराब मत पियो,
* चोरी मत करो.
* अपना शरीर ढँक कर रखो
* सांप
* बिछु
* बन्दर
* गाय
* ये सब जानवर हैं
* इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
* अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
* अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
* किसी को परेशान मत करो...
*** और भी लाखों बातें हैं ..
** अब आप खुद फैसला लो,
** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
* वो सही वक़्त पर
* इस्लाम क्यों नहीं लाये...
* इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
Mirza______✍️
(ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
(क़ुरआन मजीद 46/4)
और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
(क़ुरआन मजीद 46/5)
और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
(क़ुरआन मजीद 46/6)
@@Itzarif1729 beshak
ماشاءاللہ میری جان
@@Itzarif1729 a
Ì hi
पहली बार सुन रही हूँ..... तारीफ़ के लिए शब्द कम पड़ गए ❤❤ incredible lines nd voice 🎉♥️
👍👍👍
Thanks
❤❤❤❤❤
Thankyou sister
Thank u syster🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤
आदमी साफ दिल का होना चाहिए फिर क्या फर्क पड़ता है वो किसी भी मजहब का हो।
Aapko is baat par jitne marks doon kam hai mere dost bas jitna lena hai bas le lo itna hi kah sakta hai wo bhi pure dil se. Kaisa hidustaan bana diya hai muthhi bhar logon ne.
Salamat rahiye aap
@धर्म धुरी #इस्लाम_से_पहले_क्या_था
प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
होगी ?
यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
वैसे इसका एक मुख्य कारण है
क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
तो वह पहला कौन है ?
कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
वही उस वक़्त का इस्लाम था
या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
हाँ भाई ठीक कहा आपने...
हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
*पत्थरों,
* पेड़ों ,
* जानवरों,
* सांप
* बिच्छु
* यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
* पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
* हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
* नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
* शराब पीते थे..
* जुआ खेलते थे..
* औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
* एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
* ईश्वर एक है
* 3 या 300
* या 33 करोड़ नहीं
* सारे इन्सान बराबर है और
* इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
* बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
* झूठ मत बोलो,
* शराब मत पियो,
* चोरी मत करो.
* अपना शरीर ढँक कर रखो
* सांप
* बिछु
* बन्दर
* गाय
* ये सब जानवर हैं
* इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
* अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
* अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
* किसी को परेशान मत करो...
*** और भी लाखों बातें हैं ..
** अब आप खुद फैसला लो,
** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
* वो सही वक़्त पर
* इस्लाम क्यों नहीं लाये...
* इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
Mirza______✍️
(ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
(क़ुरआन मजीद 46/4)
और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
(क़ुरआन मजीद 46/5)
और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
(क़ुरआन मजीद 46/6)
Yes
🤍
कुछ बात तो है मेरे इस्लाम में ✨🌟proud to be a Muslim i love islam
Fakar hy hume
Nice
इस्लाम तो महान है तुम्हारा जहां भैया भी सैया बना जा
मैं हिंदू किसान हूँ पर मुझे इमरान भाई की आवाज बहुत पसंद है.....
Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen
To kya hua hindu hai🤣🤣🤣🤣
क्या बात है इमरान भाई ।हमें गर्व है आप पर।
Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen
इमरान भाई, अल्लाहताला आपको लंबी उम्र दे, ढेर सारी ख़ुशियाँ दे, यही मंगलकामना करता हूँ। आपकी हक़बयानी को दिली सलाम। 😘❣️
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था
प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
होगी ?
यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
वैसे इसका एक मुख्य कारण है
क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
तो वह पहला कौन है ?
कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
वही उस वक़्त का इस्लाम था
या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
हाँ भाई ठीक कहा आपने...
हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
*पत्थरों,
* पेड़ों ,
* जानवरों,
* सांप
* बिच्छु
* यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
* पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
* हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
* नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
* शराब पीते थे..
* जुआ खेलते थे..
* औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
* एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
* ईश्वर एक है
* 3 या 300
* या 33 करोड़ नहीं
* सारे इन्सान बराबर है और
* इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
* बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
* झूठ मत बोलो,
* शराब मत पियो,
* चोरी मत करो.
* अपना शरीर ढँक कर रखो
* सांप
* बिछु
* बन्दर
* गाय
* ये सब जानवर हैं
* इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
* अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
* अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
* किसी को परेशान मत करो...
*** और भी लाखों बातें हैं ..
** अब आप खुद फैसला लो,
** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
* वो सही वक़्त पर
* इस्लाम क्यों नहीं लाये...
* इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
Mirza______✍️
(ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
(क़ुरआन मजीद 46/4)
और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
(क़ुरआन मजीद 46/5)
और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
(क़ुरआन मजीद 46/6)
Wa bahi apki soch ko
@@Itzarif1729 qq
@@Itzarif1729 9
IMRAN,THE BRAVE HEART,may AĹĹAH Bless you with HIS BEST of BLESSINGS to glorify ISLAM & its followers****ameen***summa ameen
मैं एक इंसान हूं, ना हिन्दू न मुसलमान हूं... और इमरान भाई का बहुत बड़ा फैन हूं।
You are great
Bt imran bhai bol rhe "hmm musalman h".
Thanks bhaiya
Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen
Ye badi Achi baat kahi aap ne
I am a Hindu...
But I love every religious...
I love you Imran bhai
App hidu ho isme koi fark nahi app insan hay mere bhai
Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen
Salute
Aap Geeta pad lo bro ek baar 😅
@@Dukemishravlogs yes...
Ofcourse...every religion teaches humanity , peace and love
आज पहली बार इमरान भाई का सुना हुं
सुनकर सीना उँचा हो गया ।
भारत के गाँवों में हिन्दू मुसलमान एक परिवार की तरह रहते हैं ।
चाचा भतीजा का रिश्ता चलता है ।
आपस में मिलकर दुख सुख में साथ देता है ।
आज कुछ लोग इस रिश्ते को तोड़ने मे लगा है।
लेकिन मेरा विश्वास है नहीं तोड़ पायेगा ।
Nice
सच में यार जबसे मैं आपको देखा देखता रह गया, ब्राह्मण हूं संगठन क अध्यक्ष हूं लेकिन आपकी इन बातों ने दिल में आपके लिए जगह बना ली 🎉🎉
मैं हिन्दू हूं पर मुझे इमरान भाई का मुशायरा सुनने में मजा बहुत आता है जय हो भाई
Thanks🌹 mere bahi 🤼♂️
Bhai itne achhe h ke pathhar bhi mom ban jata hai
Thanks bhai
Kon Hindu kon mushlim sb to hmlog ne bnaya h aap ham milkr ye hindu muslim sikh jaise dharm ko bnaya h.
Hm hindustani h. Hm bhartiye h. Na ki hindu na ki muslim na ki shikh agr mano to hm Bhai Bhai h. 💯
Ye BJP me hi log ko smjh aaya ki hindu muslim sikh jaise dharm h is India's me.
Bura lga hoga to sorry bro 😊🙏.
@@alpmarko1811 aapki baat sahi hai bhai sahab shukriya
माशाल्लाह। इतने खूबसूरत अल्फ़ाज़ और दिलकश नज़्म जिसका हर बोल एकता और वतन परस्ती को सलाम कह रहा है, उसे सुनकर आंखे नम हो गयी। 👏👏👏
Anurag Sharma hi
Ap mahan bhai anurag ap
Sahi bol rahe ho sir
Ji bilkul Sahi Bola hai apne
Anurag Sharma aap mosaira sonte hai masaalla
mai 1st tym apko sun रही हूँ aur bht achha lga ... हाँ मैं हिन्दू हु और आप मुस्लमान हो पर सबसे पहले हम हिन्दुस्तानी हैं ।।
और प्रत्येक भारतवासी आपस में bhai_bhai है ।।
नफरत से कुछ नहीं होता और मोहब्बत से कुछ भी संभव है ।
Good sister
@@farazrana67 tq
Ryt mai bhi ek musalman hu par pehle hindustani hu
Thanks dear
Pagli ho kaa yh bhi sirf ek bhasan hai 3 lakh le ke suna rha hai
itne hindu bhaiyo ka comnt dekh kar dil khush ho gaya
i proud be a indian muslim
हिन्दू होकर भी मै आप से प्रभावित हू
इस्लाम प्यार का पैगाम है
आप सच्चाई के रास्ते पर चलते रहे गलत का साथ ना दे कभी झूठ मत बोलो
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था
प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
होगी ?
यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
वैसे इसका एक मुख्य कारण है
क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
तो वह पहला कौन है ?
कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
वही उस वक़्त का इस्लाम था
या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
हाँ भाई ठीक कहा आपने...
हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
*पत्थरों,
* पेड़ों ,
* जानवरों,
* सांप
* बिच्छु
* यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
* पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
* हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
* नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
* शराब पीते थे..
* जुआ खेलते थे..
* औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
* एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
* ईश्वर एक है
* 3 या 300
* या 33 करोड़ नहीं
* सारे इन्सान बराबर है और
* इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
* बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
* झूठ मत बोलो,
* शराब मत पियो,
* चोरी मत करो.
* अपना शरीर ढँक कर रखो
* सांप
* बिछु
* बन्दर
* गाय
* ये सब जानवर हैं
* इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
* अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
* अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
* किसी को परेशान मत करो...
*** और भी लाखों बातें हैं ..
** अब आप खुद फैसला लो,
** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
* वो सही वक़्त पर
* इस्लाम क्यों नहीं लाये...
* इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
Mirza______✍️
(ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
(क़ुरआन मजीद 46/4)
और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
(क़ुरआन मजीद 46/5)
और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
(क़ुरआन मजीद 46/6)
@@Itzarif1729 अल्ला ने 3दिन में दुनिया बनाई। कुरान में लिखा है।
1 दिन में धरती
दूसरे दिन चांद
तीसरे दिन सूरज
तो चुटियो ये बताओ जब सूरज चांद नही थे तो दिन रात केसे गिने।
@@raghvendraprajapati7310 kaha likha hai batana jara
मेरे बचपन के दोस्त इमरान , असलम , अलताभ , जिगरी जब्बार याद आ गए।। सलाम आपकी जादूगरी भरी आवाज को।।
Asslam
bhai rula diya yar
md imran ansari वहा ईमरान भाई
md imran ansari वाके मे ही आप के दिल मे जज बा है
Bhai hamare BHI Vijay Ravi Deepu manesh Rahul pardeep Sonu ye sab hamare aajej Dost hai
Sahi Bat hai Imran Sir ..
Bus Mushlmano Ki Rajniti me Prayog Kiya jata hai ....
Desh Me Mushlmano ka Yogdan
Hai .
Desh ki Ajadi me Mushlmano Ne Apna Khun Diya hai ......
Bharat Mata ke 4 Sipahi Hindu Muslim Sikh Isai.....
Bharat Mata ki Jai.......
Very.nice.
@Suhail Manzoor vb ,
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था
प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
होगी ?
यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
वैसे इसका एक मुख्य कारण है
क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
तो वह पहला कौन है ?
कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
वही उस वक़्त का इस्लाम था
या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
हाँ भाई ठीक कहा आपने...
हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
*पत्थरों,
* पेड़ों ,
* जानवरों,
* सांप
* बिच्छु
* यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
* पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
* हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
* नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
* शराब पीते थे..
* जुआ खेलते थे..
* औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
* एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
* ईश्वर एक है
* 3 या 300
* या 33 करोड़ नहीं
* सारे इन्सान बराबर है और
* इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
* बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
* झूठ मत बोलो,
* शराब मत पियो,
* चोरी मत करो.
* अपना शरीर ढँक कर रखो
* सांप
* बिछु
* बन्दर
* गाय
* ये सब जानवर हैं
* इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
* अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
* अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
* किसी को परेशान मत करो...
*** और भी लाखों बातें हैं ..
** अब आप खुद फैसला लो,
** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
* वो सही वक़्त पर
* इस्लाम क्यों नहीं लाये...
* इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
Mirza______✍️
(ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
(क़ुरआन मजीद 46/4)
और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
(क़ुरआन मजीद 46/5)
और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
(क़ुरआन मजीद 46/6)
एक ही देश है िजसमे हिन्दु ,मु्सलिम,सिख ़़़़़ भाई -भाई है अल्लाह का कर्म है
b
I am so proud to be a Muslim
Imran bhai bahut achha
We should really feel proud to be Indian as well
Imran Bhai bahut bahut badhai Aap Ki Mushaira ke hum Deewane Ho Gaya
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था
प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
होगी ?
यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
वैसे इसका एक मुख्य कारण है
क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
तो वह पहला कौन है ?
कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
वही उस वक़्त का इस्लाम था
या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
हाँ भाई ठीक कहा आपने...
हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
*पत्थरों,
* पेड़ों ,
* जानवरों,
* सांप
* बिच्छु
* यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
* पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
* हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
* नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
* शराब पीते थे..
* जुआ खेलते थे..
* औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
* एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
* ईश्वर एक है
* 3 या 300
* या 33 करोड़ नहीं
* सारे इन्सान बराबर है और
* इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
* बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
* झूठ मत बोलो,
* शराब मत पियो,
* चोरी मत करो.
* अपना शरीर ढँक कर रखो
* सांप
* बिछु
* बन्दर
* गाय
* ये सब जानवर हैं
* इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
* अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
* अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
* किसी को परेशान मत करो...
*** और भी लाखों बातें हैं ..
** अब आप खुद फैसला लो,
** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
* वो सही वक़्त पर
* इस्लाम क्यों नहीं लाये...
* इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
Mirza______✍️
(ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
(क़ुरआन मजीद 46/4)
और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
(क़ुरआन मजीद 46/5)
और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
(क़ुरआन मजीद 46/6)
Sir mai pratapgarh ka hu nd i m your big fan ...sir really proud of you tht you r representing our pratapgarh globally
Mai bhi yahi se hu
Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen
Mujhe khusi hai ki mai musalmaan hu aour mujhe garv hai ki mai (S A W) ka ummati hu🥰🥰🥰
Main bhi musalman hun
mai bhi
I agree from Imran sir and believe in religious unity
Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen
इमरान भाई गर्व है तुझ मुसलमान भाई पर
Hme bhi garv hai aap par ki aap sacche Hindu hai
Subanalaah
Bhai yehi to bharat h love you bro
Nyc
Thanks bro
'Katter' bano 'Patthar' nhi
'Bhakt' bano 'Andhbakht' nhi
'Khush' rahe sabhi ye 'Dua' kro
'Insan' bano 'Shaitan' nhi.. 🙏
#WonderWrinkle
AAP ki baat bahut achaa laga
Sb comment pr njr daliye mohtrma.ya fir bilkul hi andhbakt ho
Aapka comments bahut acha laga 👍
मैं बहुत बड़ा फैन हूं इमरान जी आपका हर नज़्म को बहुत गहराई से सुनता हूं समझता हूं ❤ यहां से जुड़ी हुई नजमे होती है आपकी बिग सैलुट आपको🙏
Bhai tu saccha musalman h.....salute krta hu teko bhai mai
Besaq
arpit pandey ha hai
Lekin tu arpit sacha hindu nhi he
Bhai sscha musslman SB lekin hame smjna hoga
Wow
Hum musalman hain Allah huakbar
Very good👍
bhot pyara bhai
Ryhffcbi
@@AasifKhan-bs6fv oop
😭😭😭😭😭
पहली बार इमरान सर को सुना माशाअल्लाह शानदार ❤️
Proud to be indian muslim alhamdulillah ❤❤
इमरान भाई आपकी उम्र मे अल्लाह बरकत फरमाऐ
Aameen 🤲🤲
Aameen
Aameen 😭 Allah bless you always aameen summa ameen
अल्लाह अपने मेहबूब के सदके इमरान को लंबी उम्र d
Aamin
कुछ बात तो है हमारे इस्लाम में.... माशाअल्लाह इमरान सर जी.... आपकी नज़्म सुनकर निशब्द हो जाती हूँ 👌👌👌👌
Hello dear super Ho app
Ha kuc baat ha hamra eeslam ma
Good bro
Aaca ji
Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen
Me pandit hu lekin ye insaniyat ki sayri pdte jai ho imran bhai bhut acha pdte ho mza aa gya Ram ram
सलाम इमरान भाई आप के जज्बे के मेरा पूरा परिवार आप के हर मुशायरों को बैठ कर सुनते हैं और दिल को छू लेने के कलाम को बरकत की दुआ करते हैं ,
मैं हिन्दू ब्रामण हूँ लेकिन इमरान भाई की हर मुशायरा सुनता हूँ
Shukriya bhai
मोहित भाई आप इमरान भाई के मुशायरे क्यो सुनते उनके मुशायरे क्या खासियत है
@@aminuddin4358 unaki awaz bahut payari lagti hai aor vo bahut accha bolte hai
Aap mai asli hindusta basta hai bhai
दिल से शुक्रिया भइया
जय हिन्द जय भारत
इमरान भाई अल्लाह आपको लंबी उमर अता फरमाए।
I love my India
Insaallha
Gold
Very good bhai
Aamin
Hvhdy bth rn4 4 dinghy you 6tnf
मैं हिंदू हूं मगर कट्टर नही और इस्लाम की इज्जत करता हू संविधान को दिल से सैल्यूट करता हूं जय भारत मेरा वतन जय भीम
Aap jaiseo se hindustan khibsurat h salam h bhai aapko
कट्टर होना बुरा नही है आप अपने धर्म के नियमो अच्छे से माने लेकिन जो कट्टरता परोसी जा रही कि किसी धर्म को गाली देना किसी को दाढ़ी की बजह से किसी को पगड़ी की वजह से या दलित होने की वजह से मार दिया जाए ये कट्टरता नही हो सकती
Shi kha
nice
Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen
Proud to be muslim
Alhamdulillah
क्या आरजू करूं मैं तेरी आरजू के बाद
कुछ भी नहीं बचेगा मेरी गुफ्तगू के बाद दुनिया का कोई खौफ मुझे क्या डराएगा
मां ने है मुझको दूध पिलाया वजू के बाद
Mashallah Imran Bhai Allah bless you
माशाअल्लाह
Shahrukh Khan Thakur kiya bat h mere bhai subhanallah subhanallah zindabad zindabad
Kya baat he bro
Masha Allah
आछाहै
इमरान भाई आप बेफिक्र होकर सच बातें और सच्ची नजमा पढ़ते रहे सच से कभी भी पीछे ना हटें इंशा अल्लाह पूरा हिंदुस्तान हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सभी आपके साथ हैं बेफिक्र होकर आप नाजीम एकता की पड़ती है
Bhai aap jaise Muslim ki jarurat hai
Apne Bharat me
आपकी आवाज माशा अल्लाह है इमरान भाई 🌹
Hi
हिन्दू मुस्लिम सिख इशाई आपस में है भाई भाई
ये बचपन से हम सिख ते आये है यही सचाई है ।
Nice
Tip
very good bhai
Wahh ....great BHAI
Beshaq
Hum garva krte hai imran bhai par...jisase hume insaniyat ki sikh milti h
Good
Reshma Singh
Yes bro
AAP ki Allah salamat rakkhe
You are right think about Islam
5 din ki hukumat pe itna nasha,
Ham to wo hai jo sadiyon se Sultan hai.
Ham Musalman Hain
Ham Musalman Hain ❤️👍
Wow imu Bhai aap ki baatein dil ko chu jaati h
इमरान भाई अस्सलाम वालेकुम लोगों को आप के बाद पर अमल करना चाहिए अल्हम्दुलिल्लाह
=
Ap bahut hi sachhe Insan h . I like your thout
Hiii
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था
प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
होगी ?
यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
वैसे इसका एक मुख्य कारण है
क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
तो वह पहला कौन है ?
कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
वही उस वक़्त का इस्लाम था
या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
हाँ भाई ठीक कहा आपने...
हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
*पत्थरों,
* पेड़ों ,
* जानवरों,
* सांप
* बिच्छु
* यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
* पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
* हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
* नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
* शराब पीते थे..
* जुआ खेलते थे..
* औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
* एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
* ईश्वर एक है
* 3 या 300
* या 33 करोड़ नहीं
* सारे इन्सान बराबर है और
* इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
* बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
* झूठ मत बोलो,
* शराब मत पियो,
* चोरी मत करो.
* अपना शरीर ढँक कर रखो
* सांप
* बिछु
* बन्दर
* गाय
* ये सब जानवर हैं
* इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
* अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
* अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
* किसी को परेशान मत करो...
*** और भी लाखों बातें हैं ..
** अब आप खुद फैसला लो,
** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
* वो सही वक़्त पर
* इस्लाम क्यों नहीं लाये...
* इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
Mirza______✍️
(ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
(क़ुरआन मजीद 46/4)
और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
(क़ुरआन मजीद 46/5)
और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
(क़ुरआन मजीद 46/6)
ईमरान भाई अल्लाह पाक आपकी सलामती बरकरार रखे🤲🤲🤲
I love my big brother imraan your great man allah apki umar daraj farmay
एक बात तो है इमरान की मुशायरा सुनने से आंख में आंसू आ जाते है
I love you brother
Ur Right Bro
Love you brother
@धर्म धुरी #इस्लाम_से_पहले_क्या_था
प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
होगी ?
यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
वैसे इसका एक मुख्य कारण है
क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
तो वह पहला कौन है ?
कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
वही उस वक़्त का इस्लाम था
या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
हाँ भाई ठीक कहा आपने...
हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
*पत्थरों,
* पेड़ों ,
* जानवरों,
* सांप
* बिच्छु
* यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
* पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
* हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
* नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
* शराब पीते थे..
* जुआ खेलते थे..
* औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
* एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
* ईश्वर एक है
* 3 या 300
* या 33 करोड़ नहीं
* सारे इन्सान बराबर है और
* इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
* बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
* झूठ मत बोलो,
* शराब मत पियो,
* चोरी मत करो.
* अपना शरीर ढँक कर रखो
* सांप
* बिछु
* बन्दर
* गाय
* ये सब जानवर हैं
* इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
* अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
* अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
* किसी को परेशान मत करो...
*** और भी लाखों बातें हैं ..
** अब आप खुद फैसला लो,
** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
* वो सही वक़्त पर
* इस्लाम क्यों नहीं लाये...
* इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
Mirza______✍️
(ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
(क़ुरआन मजीद 46/4)
और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
(क़ुरआन मजीद 46/5)
और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
(क़ुरआन मजीद 46/6)
@@rizwanejannat7640 0
Imran bhai jai hind
Zindabad
mashalla
Hi
Hoole
Imran Bhai jindabaad
hiiiii Aarif bhai
Masha allah I love my india❤️❤️ I proud to be indian muslim I love this Islam & love my quraan majid I love Indian people I love my Indian country❤️❤️🇮🇳🇮🇳🇮🇳 nice voice Jay hind jay bharat
Mashallah
Pehli bar sun rha hu no words for you incredible
मे एक गोर बंजारा हू
मेरे बहुत मुस्लिम भाई दोस्त हे
हम सब भाई भाई जैसे रहते हे
लेकिन भारत मे कूच लोक सत्ता के लिय हिंदू मुस्लिम मे लढाई लगा रहे हे
भाहीयो ये बात ध्यान मे रोको
इन लोगो से दूर रहो
Rss zahar hai desh ke liye bhai....Iske sajisjh ko khtam karna hoga.
मुसलमान अपने को मुसलमान कहता है।
आप हिन्दू कहलाने में गर्व महसूस कीजिए।
बात बस इतनी है।
इससे लड़ाई क्यों होगी?
Masha allah
Jaysingrao Ade
Sahi kaha sir
Mashallah Imran Bhai Allah bless you
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था
प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
होगी ?
यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
वैसे इसका एक मुख्य कारण है
क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
तो वह पहला कौन है ?
कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
वही उस वक़्त का इस्लाम था
या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
हाँ भाई ठीक कहा आपने...
हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
*पत्थरों,
* पेड़ों ,
* जानवरों,
* सांप
* बिच्छु
* यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
* पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
* हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
* नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
* शराब पीते थे..
* जुआ खेलते थे..
* औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
* एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
* ईश्वर एक है
* 3 या 300
* या 33 करोड़ नहीं
* सारे इन्सान बराबर है और
* इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
* बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
* झूठ मत बोलो,
* शराब मत पियो,
* चोरी मत करो.
* अपना शरीर ढँक कर रखो
* सांप
* बिछु
* बन्दर
* गाय
* ये सब जानवर हैं
* इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
* अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
* अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
* किसी को परेशान मत करो...
*** और भी लाखों बातें हैं ..
** अब आप खुद फैसला लो,
** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
* वो सही वक़्त पर
* इस्लाम क्यों नहीं लाये...
* इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
Mirza______✍️
(ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
(क़ुरआन मजीद 46/4)
और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
(क़ुरआन मजीद 46/5)
और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
(क़ुरआन मजीद 46/6)
Stay safe and blessed always dear brother
Love and respect for you and your fellow people
I'm an INDIAN ana as well as MUSLIM and I proud to be both.. ❤❤❤🇮🇳❤❤❤
इमरान भाई बहुत अछे अललाह आपको सलामत रखें
Sala. Musayara. Ke. 3. Lakh.
@@jagdishankush8026 Hiii
ameen
Aameen
Allah aapko salamat rakhe imran Bhai
Aameen
जय हिन्द
जरूरत है आप जैसे लोग की
Ritesh kumar sahi bola bhai aap ne
👌👌👌👌
Ritesh kumar o
Ritesh kumar ayaj Khan shi bol rhe ho bhai
Ritesh kumar ayaj Khan shi bol rhe ho bhai
मुजे बहुत अच्छा लगता है इमरान प्रतापगढ़ी का मुशायरा मैं सारे देख चुका
Brahman +Muslim 🇮🇳♥️
IMRAN sir salute apko grav h sir app par mujhe sache mahan purus h app
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था
प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
होगी ?
यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
वैसे इसका एक मुख्य कारण है
क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
तो वह पहला कौन है ?
कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
वही उस वक़्त का इस्लाम था
या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
हाँ भाई ठीक कहा आपने...
हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
*पत्थरों,
* पेड़ों ,
* जानवरों,
* सांप
* बिच्छु
* यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
* पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
* हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
* नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
* शराब पीते थे..
* जुआ खेलते थे..
* औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
* एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
* ईश्वर एक है
* 3 या 300
* या 33 करोड़ नहीं
* सारे इन्सान बराबर है और
* इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
* बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
* झूठ मत बोलो,
* शराब मत पियो,
* चोरी मत करो.
* अपना शरीर ढँक कर रखो
* सांप
* बिछु
* बन्दर
* गाय
* ये सब जानवर हैं
* इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
* अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
* अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
* किसी को परेशान मत करो...
*** और भी लाखों बातें हैं ..
** अब आप खुद फैसला लो,
** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
* वो सही वक़्त पर
* इस्लाम क्यों नहीं लाये...
* इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
Mirza______✍️
(ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
(क़ुरआन मजीद 46/4)
और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
(क़ुरआन मजीद 46/5)
और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
(क़ुरआन मजीद 46/6)
इंसांनीयत की बहुत बडी मिसाल है सर आपकी बहुत बड़ी फैन हु
Ji bilkul
Aap kahan se hain
@@amanjaiswal.5214 ok
nisha solnki thanks
Right
Masha Allah imran bhai Allah tala aapko lambi Umar de aur Sab musalmano ki hifazat farmay aamin summma aamin
मैं इमरान भाई को सलाम है आप पर और आप का पुरे परिवार पर
Mai hindu brahaman hu lekin musalma. Aur kuran sai bhut pyaar karta hu
Im paraud of you sir
bhagabat gita ar kuran me kaya he bata o
Mashaalllah bhai...hm apki bht izzt krti hn
Bhot accha bola bhai
Mukul Kumar I Love You Bro
बहुत खूब भाई जान अल्लाह आपको स ला म त रखाए
Right
Hum Musalmaan hain....we proud to be a muslim
بے شک آپ مسلمان ہیں۔ عظیم مسلمان ہیں۔ آپ ٹیپو سلطان کے وارث ہیں۔
हमारे भारत की सब से बड़ी मिसाल हैं भाई चारा हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई आपस मे सब भाई भाई
अदाब अर्ज ईमरान प्रतापगढी साहब
🇮🇳🌹जिन्दाबाद 🌹🇮🇳जिन्दाबाद🌹🇮🇳
Mashaallah bahut achchha padte hain sir allah aapko.salamat rakhe or himmat de beshak Imran sir Zindabaad Zindabaad ❤❤❤❤❤
hume Fakhar h musalman hone per❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Kya bat Hai bhaiya apki awaj bahut pyari hai.......Ek hi to Jan Hai imran Bhai kitti bar loge🙏🙏
Ohoooooo amazing voice SALUTE Masha Allah.........
Excellent Imran sahab ❤❤❤
I'm proud to be MUSLIM❤❤
ماشاء اللہ بہت ہی عمدہ اشعار عمران بھائی
مجھے فخر ہے کہ عمران بھائی میرے علاقے کے شاعر ہیں 💪💪
Aap jaise sachhe log ki jarurat hai bhai Jaan bharat ko
Hum muslman hai hum muslman hai Mujhe garv hai apne Islam par imraan bhai Maine ap ko pehle bar suna hai Jai hind jai bharat
Proud to be Muslim ❤️❤️❤️👍👍👍
Superb bro God bless you and your family.
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था
प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
होगी ?
यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
वैसे इसका एक मुख्य कारण है
क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
तो वह पहला कौन है ?
कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
वही उस वक़्त का इस्लाम था
या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
हाँ भाई ठीक कहा आपने...
हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
*पत्थरों,
* पेड़ों ,
* जानवरों,
* सांप
* बिच्छु
* यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
* पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
* हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
* नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
* शराब पीते थे..
* जुआ खेलते थे..
* औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
* एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
* ईश्वर एक है
* 3 या 300
* या 33 करोड़ नहीं
* सारे इन्सान बराबर है और
* इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
* बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
* झूठ मत बोलो,
* शराब मत पियो,
* चोरी मत करो.
* अपना शरीर ढँक कर रखो
* सांप
* बिछु
* बन्दर
* गाय
* ये सब जानवर हैं
* इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
* अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
* अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
* किसी को परेशान मत करो...
*** और भी लाखों बातें हैं ..
** अब आप खुद फैसला लो,
** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
* वो सही वक़्त पर
* इस्लाम क्यों नहीं लाये...
* इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
Mirza______✍️
(ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
(क़ुरआन मजीद 46/4)
और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
(क़ुरआन मजीद 46/5)
और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
(क़ुरआन मजीद 46/6).
Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen
Imran sir great , Allah aapki hifazat farmaye.
Masha Allah bhut khub brother
अल्लाह आपके इल्म में बरकत दे ओर नजरें बद से बचाये
Even though I am an atheist I am a fan of imran Pratapgarhi and fully support him
एक हि दिल.है साहब
कितनी बार जीतोगे
मेरे भी एक बड़े भाई बने हुए हैं हिंदू इतने आसान है उनके मैं सारी जिंदगी में ना उत्तर पाओ इमरान भाई आप का तोड़ नहीं है पूरी दुनिया में आप सच के ही रहो और इंशाल्लाह रहोगे
Ya Allah pak lmran Bhai ko Hamesha Salamat Rakhna ❤❤❤❤❤❤❤❤
Masallah we proud
We are Indian Muslim
Bhaijaan aap
Es desh m alag hi ho love u broo
Imran bhai superb
Imran Pratapgarhi jindabad 🥰
Shukriya to supporting all non- muslim those who supporting us
Bilkul sahi hum school collage chahe madraso me pade hume yahi sikh di jati hai...ye chand neta apne politics ke liye humara use krte h
Bilkul
Right
दी आजाने कभी यूरोप के गालिसाओ मे , कभी अफ्रीका के तपते हुए शह-राहो मे , दस तो दस दरिया भी ना छोड़े हमने , बेहरे जुलमात मे दौड़ा दिए घोड़े हमने !
-Allama Iqbal
سبحان اللہ 🌹💐🌺
Ali
Asadudinkebare me keys khyal hai?
Galisao nhi bh. ... kalisaon me
Proud to be muslim.
Proud to be an Indian Muslim.
Bhai u R great mere bhai
Masahallah
Very.nice