हम मुसलमान हैं ! हम मुसलमान हैं || IMRAN PRATAPGARHI Nazm On Muslim Unity || HD || Must Watch

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  • Опубликовано: 5 ноя 2017
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Комментарии • 7 тыс.

  • @ishwarlalninama6398
    @ishwarlalninama6398 3 года назад +617

    मैं आदीवासी हुं लेकिन इमरान भाई जान की मुश्यारा सुनता हूं और कुछ सीखने भी मिलता है,इमरान भाई को सलाम

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 года назад +11

      #इस्लाम_से_पहले_क्या_था
      प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
      अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
      होगी ?
      यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
      वैसे इसका एक मुख्य कारण है
      क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
      यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
      जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
      और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
      तो वह पहला कौन है ?
      कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
      वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
      जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
      और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
      वही उस वक़्त का इस्लाम था
      या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
      यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
      नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
      इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
      अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
      यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
      हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
      वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
      एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
      हाँ भाई ठीक कहा आपने...
      हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
      *पत्थरों,
      * पेड़ों ,
      * जानवरों,
      * सांप
      * बिच्छु
      * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
      * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
      * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
      * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
      * शराब पीते थे..
      * जुआ खेलते थे..
      * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
      * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
      ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
      और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
      * ईश्वर एक है
      * 3 या 300
      * या 33 करोड़ नहीं
      * सारे इन्सान बराबर है और
      * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
      * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
      * झूठ मत बोलो,
      * शराब मत पियो,
      * चोरी मत करो.
      * अपना शरीर ढँक कर रखो
      * सांप
      * बिछु
      * बन्दर
      * गाय
      * ये सब जानवर हैं
      * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
      * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
      * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
      * किसी को परेशान मत करो...
      *** और भी लाखों बातें हैं ..
      ** अब आप खुद फैसला लो,
      ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
      * वो सही वक़्त पर
      * इस्लाम क्यों नहीं लाये...
      * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
      ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
      ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
      ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
      हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
      Mirza______✍️
      (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
      (क़ुरआन मजीद 46/4)
      और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
      (क़ुरआन मजीद 46/5)
      और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
      (क़ुरआन मजीद 46/6)

    • @TurkEHind
      @TurkEHind 3 года назад +2

      @@Itzarif1729 beshak

    • @shahzadalam3218
      @shahzadalam3218 2 года назад +1

      ماشاءاللہ میری جان

    • @sajidrana2614
      @sajidrana2614 2 года назад

      @@Itzarif1729 a

    • @aarvipusala4678
      @aarvipusala4678 2 года назад

      Ì hi

  • @POOJAYADAV-ei2fb
    @POOJAYADAV-ei2fb Год назад +126

    पहली बार सुन रही हूँ..... तारीफ़ के लिए शब्द कम पड़ गए ❤❤ incredible lines nd voice 🎉♥️

  • @mahaveertraders9646
    @mahaveertraders9646 3 года назад +494

    आदमी साफ दिल का होना चाहिए फिर क्या फर्क पड़ता है वो किसी भी मजहब का हो।

    • @haiderali5041
      @haiderali5041 3 года назад +5

      Aapko is baat par jitne marks doon kam hai mere dost bas jitna lena hai bas le lo itna hi kah sakta hai wo bhi pure dil se. Kaisa hidustaan bana diya hai muthhi bhar logon ne.

    • @haiderali5041
      @haiderali5041 3 года назад +3

      Salamat rahiye aap

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 года назад +3

      @धर्म धुरी #इस्लाम_से_पहले_क्या_था
      प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
      अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
      होगी ?
      यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
      वैसे इसका एक मुख्य कारण है
      क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
      यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
      जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
      और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
      तो वह पहला कौन है ?
      कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
      वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
      जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
      और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
      वही उस वक़्त का इस्लाम था
      या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
      यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
      नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
      इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
      अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
      यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
      हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
      वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
      एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
      हाँ भाई ठीक कहा आपने...
      हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
      *पत्थरों,
      * पेड़ों ,
      * जानवरों,
      * सांप
      * बिच्छु
      * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
      * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
      * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
      * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
      * शराब पीते थे..
      * जुआ खेलते थे..
      * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
      * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
      ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
      और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
      * ईश्वर एक है
      * 3 या 300
      * या 33 करोड़ नहीं
      * सारे इन्सान बराबर है और
      * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
      * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
      * झूठ मत बोलो,
      * शराब मत पियो,
      * चोरी मत करो.
      * अपना शरीर ढँक कर रखो
      * सांप
      * बिछु
      * बन्दर
      * गाय
      * ये सब जानवर हैं
      * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
      * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
      * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
      * किसी को परेशान मत करो...
      *** और भी लाखों बातें हैं ..
      ** अब आप खुद फैसला लो,
      ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
      * वो सही वक़्त पर
      * इस्लाम क्यों नहीं लाये...
      * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
      ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
      ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
      ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
      हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
      Mirza______✍️
      (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
      (क़ुरआन मजीद 46/4)
      और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
      (क़ुरआन मजीद 46/5)
      और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
      (क़ुरआन मजीद 46/6)

    • @sanealamsanealam7882
      @sanealamsanealam7882 3 года назад +1

      Yes

    • @abdulwafachoudhary7392
      @abdulwafachoudhary7392 3 года назад +2

      🤍

  • @falakkhan2475
    @falakkhan2475 2 года назад +271

    कुछ बात तो है मेरे इस्लाम में ✨🌟proud to be a Muslim i love islam

    • @AdilKhan-mb8vu
      @AdilKhan-mb8vu Год назад

      Fakar hy hume

    • @SadikBachelor
      @SadikBachelor 4 месяца назад

      Nice

    • @sagarmittalroast397
      @sagarmittalroast397 4 месяца назад

      इस्लाम तो महान है तुम्हारा जहां भैया भी सैया बना जा

  • @sanjay_k_sur_up84
    @sanjay_k_sur_up84 3 года назад +359

    मैं हिंदू किसान हूँ पर मुझे इमरान भाई की आवाज बहुत पसंद है.....

    • @Deenehaq0786
      @Deenehaq0786 Год назад +6

      Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen

    • @faiyaazansari6455
      @faiyaazansari6455 Год назад +1

      To kya hua hindu hai🤣🤣🤣🤣

  • @anandyadav8867
    @anandyadav8867 3 года назад +82

    क्या बात है इमरान भाई ।हमें गर्व है आप पर।

    • @Deenehaq0786
      @Deenehaq0786 Год назад

      Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen

  • @shivamYadav-jy1ki
    @shivamYadav-jy1ki 3 года назад +305

    इमरान भाई, अल्लाहताला आपको लंबी उम्र दे, ढेर सारी ख़ुशियाँ दे, यही मंगलकामना करता हूँ। आपकी हक़बयानी को दिली सलाम। 😘❣️

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 года назад +2

      #इस्लाम_से_पहले_क्या_था
      प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
      अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
      होगी ?
      यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
      वैसे इसका एक मुख्य कारण है
      क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
      यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
      जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
      और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
      तो वह पहला कौन है ?
      कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
      वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
      जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
      और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
      वही उस वक़्त का इस्लाम था
      या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
      यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
      नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
      इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
      अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
      यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
      हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
      वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
      एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
      हाँ भाई ठीक कहा आपने...
      हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
      *पत्थरों,
      * पेड़ों ,
      * जानवरों,
      * सांप
      * बिच्छु
      * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
      * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
      * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
      * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
      * शराब पीते थे..
      * जुआ खेलते थे..
      * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
      * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
      ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
      और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
      * ईश्वर एक है
      * 3 या 300
      * या 33 करोड़ नहीं
      * सारे इन्सान बराबर है और
      * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
      * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
      * झूठ मत बोलो,
      * शराब मत पियो,
      * चोरी मत करो.
      * अपना शरीर ढँक कर रखो
      * सांप
      * बिछु
      * बन्दर
      * गाय
      * ये सब जानवर हैं
      * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
      * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
      * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
      * किसी को परेशान मत करो...
      *** और भी लाखों बातें हैं ..
      ** अब आप खुद फैसला लो,
      ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
      * वो सही वक़्त पर
      * इस्लाम क्यों नहीं लाये...
      * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
      ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
      ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
      ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
      हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
      Mirza______✍️
      (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
      (क़ुरआन मजीद 46/4)
      और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
      (क़ुरआन मजीद 46/5)
      और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
      (क़ुरआन मजीद 46/6)

    • @tabassumbegum8864
      @tabassumbegum8864 2 года назад +1

      Wa bahi apki soch ko

    • @DanishKhan-wq5fh
      @DanishKhan-wq5fh 2 года назад

      @@Itzarif1729 qq

    • @kalamkhan8721
      @kalamkhan8721 2 года назад +1

      @@Itzarif1729 9

    • @AmirHossain-rv1tr
      @AmirHossain-rv1tr 2 года назад

      IMRAN,THE BRAVE HEART,may AĹĹAH Bless you with HIS BEST of BLESSINGS to glorify ISLAM & its followers****ameen***summa ameen

  • @dharmeshkumar4256
    @dharmeshkumar4256 2 года назад +459

    मैं एक इंसान हूं, ना हिन्दू न मुसलमान हूं... और इमरान भाई का बहुत बड़ा फैन हूं।

    • @Ansarisahil54
      @Ansarisahil54 2 года назад +8

      You are great

    • @Ctetclassesprep
      @Ctetclassesprep 2 года назад +7

      Bt imran bhai bol rhe "hmm musalman h".

    • @MubarakAli-zk4bs
      @MubarakAli-zk4bs Год назад +3

      Thanks bhaiya

    • @Deenehaq0786
      @Deenehaq0786 Год назад +3

      Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen

    • @faiyaazansari6455
      @faiyaazansari6455 Год назад +2

      Ye badi Achi baat kahi aap ne

  • @kartun2960
    @kartun2960 5 лет назад +387

    I am a Hindu...
    But I love every religious...
    I love you Imran bhai

    • @syedayasanali8797
      @syedayasanali8797 2 года назад

      App hidu ho isme koi fark nahi app insan hay mere bhai

    • @Deenehaq0786
      @Deenehaq0786 Год назад +1

      Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen

    • @ajmalparvez2386
      @ajmalparvez2386 Год назад

      Salute

    • @Dukemishravlogs
      @Dukemishravlogs Год назад

      Aap Geeta pad lo bro ek baar 😅

    • @mohdarshadmohdarshad4724
      @mohdarshadmohdarshad4724 Год назад

      @@Dukemishravlogs yes...
      Ofcourse...every religion teaches humanity , peace and love

  • @anwaransari9677
    @anwaransari9677 5 лет назад +125

    आज पहली बार इमरान भाई का सुना हुं
    सुनकर सीना उँचा हो गया ।
    भारत के गाँवों में हिन्दू मुसलमान एक परिवार की तरह रहते हैं ।
    चाचा भतीजा का रिश्ता चलता है ।
    आपस में मिलकर दुख सुख में साथ देता है ।
    आज कुछ लोग इस रिश्ते को तोड़ने मे लगा है।
    लेकिन मेरा विश्वास है नहीं तोड़ पायेगा ।

  • @mishravikash8699
    @mishravikash8699 9 месяцев назад +23

    सच में यार जबसे मैं आपको देखा देखता रह गया, ब्राह्मण हूं संगठन क अध्यक्ष हूं लेकिन आपकी इन बातों ने दिल में आपके लिए जगह बना ली 🎉🎉

  • @vishalcatter4737
    @vishalcatter4737 2 года назад +707

    मैं हिन्दू हूं पर मुझे इमरान भाई का मुशायरा सुनने में मजा बहुत आता है जय हो भाई

    • @f.n_fatima3484
      @f.n_fatima3484 2 года назад +14

      Thanks🌹 mere bahi 🤼‍♂️

    • @pathaan5816
      @pathaan5816 2 года назад +12

      Bhai itne achhe h ke pathhar bhi mom ban jata hai

    • @SameerKhan-fb1it
      @SameerKhan-fb1it 2 года назад +7

      Thanks bhai

    • @alpmarko1811
      @alpmarko1811 2 года назад +11

      Kon Hindu kon mushlim sb to hmlog ne bnaya h aap ham milkr ye hindu muslim sikh jaise dharm ko bnaya h.
      Hm hindustani h. Hm bhartiye h. Na ki hindu na ki muslim na ki shikh agr mano to hm Bhai Bhai h. 💯
      Ye BJP me hi log ko smjh aaya ki hindu muslim sikh jaise dharm h is India's me.
      Bura lga hoga to sorry bro 😊🙏.

    • @fariyadali2564
      @fariyadali2564 2 года назад +6

      @@alpmarko1811 aapki baat sahi hai bhai sahab shukriya

  • @anuragsharma9415
    @anuragsharma9415 5 лет назад +1004

    माशाल्लाह। इतने खूबसूरत अल्फ़ाज़ और दिलकश नज़्म जिसका हर बोल एकता और वतन परस्ती को सलाम कह रहा है, उसे सुनकर आंखे नम हो गयी। 👏👏👏

  • @Dil_ke_drd
    @Dil_ke_drd 5 лет назад +1012

    mai 1st tym apko sun रही हूँ aur bht achha lga ... हाँ मैं हिन्दू हु और आप मुस्लमान हो पर सबसे पहले हम हिन्दुस्तानी हैं ।।
    और प्रत्येक भारतवासी आपस में bhai_bhai है ।।
    नफरत से कुछ नहीं होता और मोहब्बत से कुछ भी संभव है ।

    • @farazrana67
      @farazrana67 5 лет назад +10

      Good sister

    • @Dil_ke_drd
      @Dil_ke_drd 5 лет назад +4

      @@farazrana67 tq

    • @asgaralam7982
      @asgaralam7982 5 лет назад +8

      Ryt mai bhi ek musalman hu par pehle hindustani hu

    • @farazrana67
      @farazrana67 5 лет назад +2

      Thanks dear

    • @jamalshekh9989
      @jamalshekh9989 5 лет назад +2

      Pagli ho kaa yh bhi sirf ek bhasan hai 3 lakh le ke suna rha hai

  • @uneducatedman6733
    @uneducatedman6733 3 года назад +51

    itne hindu bhaiyo ka comnt dekh kar dil khush ho gaya
    i proud be a indian muslim

  • @arvindmeena8773
    @arvindmeena8773 3 года назад +594

    हिन्दू होकर भी मै आप से प्रभावित हू

    • @sagirsaifi532
      @sagirsaifi532 3 года назад +8

      इस्लाम प्यार का पैगाम है

    • @sagirsaifi532
      @sagirsaifi532 3 года назад +2

      आप सच्चाई के रास्ते पर चलते रहे गलत का साथ ना दे कभी झूठ मत बोलो

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 года назад +1

      #इस्लाम_से_पहले_क्या_था
      प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
      अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
      होगी ?
      यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
      वैसे इसका एक मुख्य कारण है
      क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
      यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
      जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
      और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
      तो वह पहला कौन है ?
      कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
      वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
      जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
      और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
      वही उस वक़्त का इस्लाम था
      या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
      यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
      नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
      इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
      अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
      यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
      हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
      वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
      एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
      हाँ भाई ठीक कहा आपने...
      हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
      *पत्थरों,
      * पेड़ों ,
      * जानवरों,
      * सांप
      * बिच्छु
      * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
      * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
      * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
      * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
      * शराब पीते थे..
      * जुआ खेलते थे..
      * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
      * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
      ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
      और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
      * ईश्वर एक है
      * 3 या 300
      * या 33 करोड़ नहीं
      * सारे इन्सान बराबर है और
      * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
      * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
      * झूठ मत बोलो,
      * शराब मत पियो,
      * चोरी मत करो.
      * अपना शरीर ढँक कर रखो
      * सांप
      * बिछु
      * बन्दर
      * गाय
      * ये सब जानवर हैं
      * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
      * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
      * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
      * किसी को परेशान मत करो...
      *** और भी लाखों बातें हैं ..
      ** अब आप खुद फैसला लो,
      ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
      * वो सही वक़्त पर
      * इस्लाम क्यों नहीं लाये...
      * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
      ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
      ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
      ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
      हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
      Mirza______✍️
      (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
      (क़ुरआन मजीद 46/4)
      और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
      (क़ुरआन मजीद 46/5)
      और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
      (क़ुरआन मजीद 46/6)

    • @raghvendraprajapati7310
      @raghvendraprajapati7310 3 года назад +7

      @@Itzarif1729 अल्ला ने 3दिन में दुनिया बनाई। कुरान में लिखा है।
      1 दिन में धरती
      दूसरे दिन चांद
      तीसरे दिन सूरज
      तो चुटियो ये बताओ जब सूरज चांद नही थे तो दिन रात केसे गिने।

    • @official_kaifansari
      @official_kaifansari 2 года назад

      @@raghvendraprajapati7310 kaha likha hai batana jara

  • @anilkumarsharma1998
    @anilkumarsharma1998 4 года назад +1009

    मेरे बचपन के दोस्त इमरान , असलम , अलताभ , जिगरी जब्बार याद आ गए।। सलाम आपकी जादूगरी भरी आवाज को।।

    • @AtikKhan-is5um
      @AtikKhan-is5um 4 года назад +8

      Asslam

    • @ansariacademy9251
      @ansariacademy9251 4 года назад +11

      bhai rula diya yar

    • @kafeelqureshi6133
      @kafeelqureshi6133 4 года назад +5

      md imran ansari वहा ईमरान भाई

    • @kafeelqureshi6133
      @kafeelqureshi6133 4 года назад +3

      md imran ansari वाके मे ही आप के दिल मे जज बा है

    • @irshadalam724
      @irshadalam724 4 года назад +2

      Bhai hamare BHI Vijay Ravi Deepu manesh Rahul pardeep Sonu ye sab hamare aajej Dost hai

  • @lakshmanyadav631
    @lakshmanyadav631 5 лет назад +132

    Sahi Bat hai Imran Sir ..
    Bus Mushlmano Ki Rajniti me Prayog Kiya jata hai ....
    Desh Me Mushlmano ka Yogdan
    Hai .
    Desh ki Ajadi me Mushlmano Ne Apna Khun Diya hai ......
    Bharat Mata ke 4 Sipahi Hindu Muslim Sikh Isai.....
    Bharat Mata ki Jai.......

    • @rukshadali7969
      @rukshadali7969 3 года назад +1

      Very.nice.

    • @jafarahmed4933
      @jafarahmed4933 3 года назад

      @Suhail Manzoor vb ,

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 года назад

      #इस्लाम_से_पहले_क्या_था
      प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
      अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
      होगी ?
      यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
      वैसे इसका एक मुख्य कारण है
      क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
      यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
      जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
      और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
      तो वह पहला कौन है ?
      कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
      वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
      जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
      और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
      वही उस वक़्त का इस्लाम था
      या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
      यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
      नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
      इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
      अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
      यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
      हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
      वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
      एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
      हाँ भाई ठीक कहा आपने...
      हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
      *पत्थरों,
      * पेड़ों ,
      * जानवरों,
      * सांप
      * बिच्छु
      * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
      * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
      * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
      * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
      * शराब पीते थे..
      * जुआ खेलते थे..
      * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
      * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
      ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
      और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
      * ईश्वर एक है
      * 3 या 300
      * या 33 करोड़ नहीं
      * सारे इन्सान बराबर है और
      * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
      * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
      * झूठ मत बोलो,
      * शराब मत पियो,
      * चोरी मत करो.
      * अपना शरीर ढँक कर रखो
      * सांप
      * बिछु
      * बन्दर
      * गाय
      * ये सब जानवर हैं
      * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
      * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
      * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
      * किसी को परेशान मत करो...
      *** और भी लाखों बातें हैं ..
      ** अब आप खुद फैसला लो,
      ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
      * वो सही वक़्त पर
      * इस्लाम क्यों नहीं लाये...
      * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
      ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
      ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
      ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
      हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
      Mirza______✍️
      (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
      (क़ुरआन मजीद 46/4)
      और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
      (क़ुरआन मजीद 46/5)
      और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
      (क़ुरआन मजीद 46/6)

  • @rayeesalam8764
    @rayeesalam8764 3 года назад +37

    एक ही देश है िजसमे हिन्दु ,मु्सलिम,सिख ़़़़़ भाई -भाई है अल्लाह का कर्म है

  • @MYSHA-r8h
    @MYSHA-r8h Год назад +66

    I am so proud to be a Muslim

  • @ranjeetkumaryadav9323
    @ranjeetkumaryadav9323 5 лет назад +63

    Imran Bhai bahut bahut badhai Aap Ki Mushaira ke hum Deewane Ho Gaya

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 года назад

      #इस्लाम_से_पहले_क्या_था
      प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
      अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
      होगी ?
      यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
      वैसे इसका एक मुख्य कारण है
      क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
      यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
      जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
      और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
      तो वह पहला कौन है ?
      कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
      वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
      जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
      और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
      वही उस वक़्त का इस्लाम था
      या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
      यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
      नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
      इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
      अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
      यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
      हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
      वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
      एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
      हाँ भाई ठीक कहा आपने...
      हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
      *पत्थरों,
      * पेड़ों ,
      * जानवरों,
      * सांप
      * बिच्छु
      * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
      * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
      * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
      * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
      * शराब पीते थे..
      * जुआ खेलते थे..
      * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
      * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
      ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
      और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
      * ईश्वर एक है
      * 3 या 300
      * या 33 करोड़ नहीं
      * सारे इन्सान बराबर है और
      * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
      * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
      * झूठ मत बोलो,
      * शराब मत पियो,
      * चोरी मत करो.
      * अपना शरीर ढँक कर रखो
      * सांप
      * बिछु
      * बन्दर
      * गाय
      * ये सब जानवर हैं
      * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
      * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
      * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
      * किसी को परेशान मत करो...
      *** और भी लाखों बातें हैं ..
      ** अब आप खुद फैसला लो,
      ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
      * वो सही वक़्त पर
      * इस्लाम क्यों नहीं लाये...
      * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
      ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
      ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
      ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
      हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
      Mirza______✍️
      (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
      (क़ुरआन मजीद 46/4)
      और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
      (क़ुरआन मजीद 46/5)
      और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
      (क़ुरआन मजीद 46/6)

  • @virattiwari6421
    @virattiwari6421 5 лет назад +77

    Sir mai pratapgarh ka hu nd i m your big fan ...sir really proud of you tht you r representing our pratapgarh globally

    • @draneeshsaifi6541
      @draneeshsaifi6541 2 года назад

      Mai bhi yahi se hu

    • @Deenehaq0786
      @Deenehaq0786 Год назад

      Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen

  • @villengaming9906
    @villengaming9906 3 года назад +28

    Mujhe khusi hai ki mai musalmaan hu aour mujhe garv hai ki mai (S A W) ka ummati hu🥰🥰🥰

  • @diwakaryadav5522
    @diwakaryadav5522 3 года назад +42

    I agree from Imran sir and believe in religious unity

    • @Deenehaq0786
      @Deenehaq0786 Год назад +1

      Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen

  • @rahuluikey5780
    @rahuluikey5780 5 лет назад +211

    इमरान भाई गर्व है तुझ मुसलमान भाई पर

  • @danish_m199
    @danish_m199 3 года назад +110

    'Katter' bano 'Patthar' nhi
    'Bhakt' bano 'Andhbakht' nhi
    'Khush' rahe sabhi ye 'Dua' kro
    'Insan' bano 'Shaitan' nhi.. 🙏
    #WonderWrinkle

  • @skymullu1995
    @skymullu1995 6 месяцев назад +4

    मैं बहुत बड़ा फैन हूं इमरान जी आपका हर नज़्म को बहुत गहराई से सुनता हूं समझता हूं ❤ यहां से जुड़ी हुई नजमे होती है आपकी बिग सैलुट आपको🙏

  • @arpitpandey8107
    @arpitpandey8107 6 лет назад +370

    Bhai tu saccha musalman h.....salute krta hu teko bhai mai

  • @RahulGupta-gc7po
    @RahulGupta-gc7po 4 года назад +460

    Hum musalman hain Allah huakbar

  • @junaid_khnn1
    @junaid_khnn1 2 года назад +14

    पहली बार इमरान सर को सुना माशाअल्लाह शानदार ❤️

  • @belalhamza1505
    @belalhamza1505 10 месяцев назад +16

    Proud to be indian muslim alhamdulillah ❤❤

  • @RAISAHMAD-xj8tt
    @RAISAHMAD-xj8tt 4 года назад +272

    इमरान भाई आपकी उम्र मे अल्लाह बरकत फरमाऐ

    • @manojkashyap1564
      @manojkashyap1564 3 года назад +2

      Aameen 🤲🤲

    • @AbdulRahman-fo2hq
      @AbdulRahman-fo2hq 3 года назад +1

      Aameen

    • @shabanaazmi2652
      @shabanaazmi2652 3 года назад

      Aameen 😭 Allah bless you always aameen summa ameen

    • @SeemaKhan-kg6yx
      @SeemaKhan-kg6yx 3 года назад

      अल्लाह अपने मेहबूब के सदके इमरान को लंबी उम्र d

    • @rajakasai1940
      @rajakasai1940 2 года назад +1

      Aamin

  • @Munizasalman
    @Munizasalman 4 года назад +169

    कुछ बात तो है हमारे इस्लाम में.... माशाअल्लाह इमरान सर जी.... आपकी नज़्म सुनकर निशब्द हो जाती हूँ 👌👌👌👌

  • @ashwanitehariya9484
    @ashwanitehariya9484 2 года назад +4

    Me pandit hu lekin ye insaniyat ki sayri pdte jai ho imran bhai bhut acha pdte ho mza aa gya Ram ram

  • @jamshedahmedrahi6908
    @jamshedahmedrahi6908 3 года назад +13

    सलाम इमरान भाई आप के जज्बे के मेरा पूरा परिवार आप के हर मुशायरों को बैठ कर सुनते हैं और दिल को छू लेने के कलाम को बरकत की दुआ करते हैं ,

  • @mohittripathi38564gmailcom
    @mohittripathi38564gmailcom 4 года назад +1585

    मैं हिन्दू ब्रामण हूँ लेकिन इमरान भाई की हर मुशायरा सुनता हूँ

    • @mobeenansari7931
      @mobeenansari7931 4 года назад +29

      Shukriya bhai

    • @aminuddin4358
      @aminuddin4358 4 года назад +24

      मोहित भाई आप इमरान भाई के मुशायरे क्यो सुनते उनके मुशायरे क्या खासियत है

    • @mohittripathi38564gmailcom
      @mohittripathi38564gmailcom 4 года назад +48

      @@aminuddin4358 unaki awaz bahut payari lagti hai aor vo bahut accha bolte hai

    • @annabhai3335
      @annabhai3335 4 года назад +14

      Aap mai asli hindusta basta hai bhai

    • @mdmunna5766
      @mdmunna5766 4 года назад +18

      दिल से शुक्रिया भइया

  • @husainraja1969
    @husainraja1969 5 лет назад +336

    जय हिन्द जय भारत
    इमरान भाई अल्लाह आपको लंबी उमर अता फरमाए।
    I love my India

  • @DalipKumar-oh2jw
    @DalipKumar-oh2jw 2 года назад +564

    मैं हिंदू हूं मगर कट्टर नही और इस्लाम की इज्जत करता हू संविधान को दिल से सैल्यूट करता हूं जय भारत मेरा वतन जय भीम

    • @imranhussain-mx3oy
      @imranhussain-mx3oy Год назад +22

      Aap jaiseo se hindustan khibsurat h salam h bhai aapko

    • @tainamul4934
      @tainamul4934 Год назад +18

      कट्टर होना बुरा नही है आप अपने धर्म के नियमो अच्छे से माने लेकिन जो कट्टरता परोसी जा रही कि किसी धर्म को गाली देना किसी को दाढ़ी की बजह से किसी को पगड़ी की वजह से या दलित होने की वजह से मार दिया जाए ये कट्टरता नही हो सकती

    • @parveenchaudhary78.0
      @parveenchaudhary78.0 Год назад +5

      Shi kha

    • @altamashshaikh6397
      @altamashshaikh6397 Год назад +3

      nice

    • @Deenehaq0786
      @Deenehaq0786 Год назад +7

      Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen

  • @faisalrashid4026
    @faisalrashid4026 Год назад +23

    Proud to be muslim
    Alhamdulillah

  • @shahrukhkhanthakur8348
    @shahrukhkhanthakur8348 5 лет назад +271

    क्या आरजू करूं मैं तेरी आरजू के बाद
    कुछ भी नहीं बचेगा मेरी गुफ्तगू के बाद दुनिया का कोई खौफ मुझे क्या डराएगा
    मां ने है मुझको दूध पिलाया वजू के बाद
    Mashallah Imran Bhai Allah bless you

  • @aashumalikmalik5193
    @aashumalikmalik5193 5 лет назад +110

    इमरान भाई आप बेफिक्र होकर सच बातें और सच्ची नजमा पढ़ते रहे सच से कभी भी पीछे ना हटें इंशा अल्लाह पूरा हिंदुस्तान हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सभी आपके साथ हैं बेफिक्र होकर आप नाजीम एकता की पड़ती है

  • @arpitmishra5096
    @arpitmishra5096 2 года назад +9

    Bhai aap jaise Muslim ki jarurat hai
    Apne Bharat me

  • @sahinshekh1159
    @sahinshekh1159 3 года назад +58

    आपकी आवाज माशा अल्लाह है इमरान भाई 🌹

  • @anil6487
    @anil6487 5 лет назад +502

    हिन्दू मुस्लिम सिख इशाई आपस में है भाई भाई
    ये बचपन से हम सिख ते आये है यही सचाई है ।

  • @reshmasingh6715
    @reshmasingh6715 5 лет назад +229

    Hum garva krte hai imran bhai par...jisase hume insaniyat ki sikh milti h

  • @galaxygalaxy4587
    @galaxygalaxy4587 3 года назад +76

    5 din ki hukumat pe itna nasha,
    Ham to wo hai jo sadiyon se Sultan hai.
    Ham Musalman Hain
    Ham Musalman Hain ❤️👍

  • @mominaabrarabrar4866
    @mominaabrarabrar4866 Год назад +2

    Wow imu Bhai aap ki baatein dil ko chu jaati h

  • @harunansariharunansari7935
    @harunansariharunansari7935 4 года назад +138

    इमरान भाई अस्सलाम वालेकुम लोगों को आप के बाद पर अमल करना चाहिए अल्हम्दुलिल्लाह

  • @RinkuKumari-em4zm
    @RinkuKumari-em4zm 3 года назад +64

    Ap bahut hi sachhe Insan h . I like your thout

    • @ekdilaurekjaan508
      @ekdilaurekjaan508 3 года назад

      Hiii

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 года назад +1

      #इस्लाम_से_पहले_क्या_था
      प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
      अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
      होगी ?
      यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
      वैसे इसका एक मुख्य कारण है
      क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
      यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
      जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
      और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
      तो वह पहला कौन है ?
      कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
      वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
      जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
      और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
      वही उस वक़्त का इस्लाम था
      या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
      यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
      नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
      इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
      अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
      यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
      हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
      वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
      एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
      हाँ भाई ठीक कहा आपने...
      हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
      *पत्थरों,
      * पेड़ों ,
      * जानवरों,
      * सांप
      * बिच्छु
      * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
      * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
      * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
      * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
      * शराब पीते थे..
      * जुआ खेलते थे..
      * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
      * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
      ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
      और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
      * ईश्वर एक है
      * 3 या 300
      * या 33 करोड़ नहीं
      * सारे इन्सान बराबर है और
      * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
      * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
      * झूठ मत बोलो,
      * शराब मत पियो,
      * चोरी मत करो.
      * अपना शरीर ढँक कर रखो
      * सांप
      * बिछु
      * बन्दर
      * गाय
      * ये सब जानवर हैं
      * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
      * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
      * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
      * किसी को परेशान मत करो...
      *** और भी लाखों बातें हैं ..
      ** अब आप खुद फैसला लो,
      ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
      * वो सही वक़्त पर
      * इस्लाम क्यों नहीं लाये...
      * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
      ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
      ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
      ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
      हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
      Mirza______✍️
      (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
      (क़ुरआन मजीद 46/4)
      और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
      (क़ुरआन मजीद 46/5)
      और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
      (क़ुरआन मजीद 46/6)

  • @muhammadwasim8592
    @muhammadwasim8592 3 года назад +6

    ईमरान भाई अल्लाह पाक आपकी सलामती बरकरार रखे🤲🤲🤲

  • @anwarpashapashaanwar2548
    @anwarpashapashaanwar2548 3 года назад +11

    I love my big brother imraan your great man allah apki umar daraj farmay

  • @surajmaurya3202
    @surajmaurya3202 4 года назад +768

    एक बात तो है इमरान की मुशायरा सुनने से आंख में आंसू आ जाते है

    • @mdiqbalalam4023
      @mdiqbalalam4023 4 года назад +5

      I love you brother

    • @rizwanejannat7640
      @rizwanejannat7640 4 года назад +2

      Ur Right Bro

    • @zubairshaikh7904
      @zubairshaikh7904 3 года назад +3

      Love you brother

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 года назад +1

      @धर्म धुरी #इस्लाम_से_पहले_क्या_था
      प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
      अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
      होगी ?
      यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
      वैसे इसका एक मुख्य कारण है
      क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
      यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
      जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
      और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
      तो वह पहला कौन है ?
      कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
      वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
      जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
      और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
      वही उस वक़्त का इस्लाम था
      या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
      यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
      नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
      इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
      अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
      यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
      हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
      वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
      एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
      हाँ भाई ठीक कहा आपने...
      हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
      *पत्थरों,
      * पेड़ों ,
      * जानवरों,
      * सांप
      * बिच्छु
      * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
      * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
      * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
      * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
      * शराब पीते थे..
      * जुआ खेलते थे..
      * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
      * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
      ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
      और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
      * ईश्वर एक है
      * 3 या 300
      * या 33 करोड़ नहीं
      * सारे इन्सान बराबर है और
      * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
      * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
      * झूठ मत बोलो,
      * शराब मत पियो,
      * चोरी मत करो.
      * अपना शरीर ढँक कर रखो
      * सांप
      * बिछु
      * बन्दर
      * गाय
      * ये सब जानवर हैं
      * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
      * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
      * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
      * किसी को परेशान मत करो...
      *** और भी लाखों बातें हैं ..
      ** अब आप खुद फैसला लो,
      ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
      * वो सही वक़्त पर
      * इस्लाम क्यों नहीं लाये...
      * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
      ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
      ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
      ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
      हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
      Mirza______✍️
      (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
      (क़ुरआन मजीद 46/4)
      और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
      (क़ुरआन मजीद 46/5)
      और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
      (क़ुरआन मजीद 46/6)

    • @mdtabrej7165
      @mdtabrej7165 3 года назад

      @@rizwanejannat7640 0

  • @puneetkumarsharma2518
    @puneetkumarsharma2518 6 лет назад +377

    Imran bhai jai hind
    Zindabad

  • @sarfuddeenansari5534
    @sarfuddeenansari5534 Год назад +16

    Masha allah I love my india❤️❤️ I proud to be indian muslim I love this Islam & love my quraan majid I love Indian people I love my Indian country❤️❤️🇮🇳🇮🇳🇮🇳 nice voice Jay hind jay bharat

  • @Dhruvrathifanclips
    @Dhruvrathifanclips 10 месяцев назад +3

    Pehli bar sun rha hu no words for you incredible

  • @Rjay21
    @Rjay21 5 лет назад +479

    मे एक गोर बंजारा हू
    मेरे बहुत मुस्लिम भाई दोस्त हे
    हम सब भाई भाई जैसे रहते हे
    लेकिन भारत मे कूच लोक सत्ता के लिय हिंदू मुस्लिम मे लढाई लगा रहे हे
    भाहीयो ये बात ध्यान मे रोको
    इन लोगो से दूर रहो

    • @khurshidkhan9567
      @khurshidkhan9567 5 лет назад +3

      Rss zahar hai desh ke liye bhai....Iske sajisjh ko khtam karna hoga.

    • @AshwiniKS70
      @AshwiniKS70 5 лет назад +4

      मुसलमान अपने को मुसलमान कहता है।
      आप हिन्दू कहलाने में गर्व महसूस कीजिए।
      बात बस इतनी है।
      इससे लड़ाई क्यों होगी?

    • @sandipmane7717
      @sandipmane7717 5 лет назад +1

      Masha allah

    • @khankhan-hh9ud
      @khankhan-hh9ud 5 лет назад

      Jaysingrao Ade

    • @abrarshaikh4413
      @abrarshaikh4413 5 лет назад

      Sahi kaha sir

  • @54akhilesh
    @54akhilesh 5 лет назад +43

    Mashallah Imran Bhai Allah bless you

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 года назад

      #इस्लाम_से_पहले_क्या_था
      प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
      अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
      होगी ?
      यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
      वैसे इसका एक मुख्य कारण है
      क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
      यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
      जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
      और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
      तो वह पहला कौन है ?
      कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
      वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
      जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
      और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
      वही उस वक़्त का इस्लाम था
      या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
      यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
      नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
      इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
      अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
      यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
      हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
      वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
      एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
      हाँ भाई ठीक कहा आपने...
      हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
      *पत्थरों,
      * पेड़ों ,
      * जानवरों,
      * सांप
      * बिच्छु
      * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
      * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
      * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
      * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
      * शराब पीते थे..
      * जुआ खेलते थे..
      * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
      * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
      ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
      और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
      * ईश्वर एक है
      * 3 या 300
      * या 33 करोड़ नहीं
      * सारे इन्सान बराबर है और
      * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
      * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
      * झूठ मत बोलो,
      * शराब मत पियो,
      * चोरी मत करो.
      * अपना शरीर ढँक कर रखो
      * सांप
      * बिछु
      * बन्दर
      * गाय
      * ये सब जानवर हैं
      * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
      * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
      * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
      * किसी को परेशान मत करो...
      *** और भी लाखों बातें हैं ..
      ** अब आप खुद फैसला लो,
      ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
      * वो सही वक़्त पर
      * इस्लाम क्यों नहीं लाये...
      * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
      ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
      ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
      ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
      हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
      Mirza______✍️
      (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
      (क़ुरआन मजीद 46/4)
      और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
      (क़ुरआन मजीद 46/5)
      और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
      (क़ुरआन मजीद 46/6)

  • @noumankhan4231
    @noumankhan4231 2 года назад +21

    Stay safe and blessed always dear brother
    Love and respect for you and your fellow people

  • @qudsiyakashfi5288
    @qudsiyakashfi5288 3 года назад +9

    I'm an INDIAN ana as well as MUSLIM and I proud to be both.. ❤❤❤🇮🇳❤❤❤

  • @rjtyagig1505
    @rjtyagig1505 5 лет назад +419

    इमरान भाई बहुत अछे अललाह आपको सलामत रखें

  • @Riteshkumar-sb4lp
    @Riteshkumar-sb4lp 6 лет назад +472

    जय हिन्द
    जरूरत है आप जैसे लोग की

  • @surajbhansingh6565
    @surajbhansingh6565 2 года назад +3

    मुजे बहुत अच्छा लगता है इमरान प्रतापगढ़ी का मुशायरा मैं सारे देख चुका

  • @sumitmishra2935
    @sumitmishra2935 3 года назад +8

    Brahman +Muslim 🇮🇳♥️

  • @danusingh8828
    @danusingh8828 5 лет назад +154

    IMRAN sir salute apko grav h sir app par mujhe sache mahan purus h app

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 года назад

      #इस्लाम_से_पहले_क्या_था
      प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
      अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
      होगी ?
      यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
      वैसे इसका एक मुख्य कारण है
      क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
      यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
      जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
      और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
      तो वह पहला कौन है ?
      कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
      वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
      जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
      और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
      वही उस वक़्त का इस्लाम था
      या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
      यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
      नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
      इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
      अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
      यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
      हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
      वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
      एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
      हाँ भाई ठीक कहा आपने...
      हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
      *पत्थरों,
      * पेड़ों ,
      * जानवरों,
      * सांप
      * बिच्छु
      * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
      * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
      * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
      * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
      * शराब पीते थे..
      * जुआ खेलते थे..
      * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
      * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
      ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
      और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
      * ईश्वर एक है
      * 3 या 300
      * या 33 करोड़ नहीं
      * सारे इन्सान बराबर है और
      * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
      * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
      * झूठ मत बोलो,
      * शराब मत पियो,
      * चोरी मत करो.
      * अपना शरीर ढँक कर रखो
      * सांप
      * बिछु
      * बन्दर
      * गाय
      * ये सब जानवर हैं
      * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
      * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
      * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
      * किसी को परेशान मत करो...
      *** और भी लाखों बातें हैं ..
      ** अब आप खुद फैसला लो,
      ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
      * वो सही वक़्त पर
      * इस्लाम क्यों नहीं लाये...
      * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
      ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
      ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
      ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
      हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
      Mirza______✍️
      (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
      (क़ुरआन मजीद 46/4)
      और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
      (क़ुरआन मजीद 46/5)
      और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
      (क़ुरआन मजीद 46/6)

  • @user-bk7uh4zk5w
    @user-bk7uh4zk5w 5 лет назад +150

    इंसांनीयत की बहुत बडी मिसाल है सर आपकी बहुत बड़ी फैन हु

  • @sakiraqureshi7871
    @sakiraqureshi7871 2 года назад +5

    Masha Allah imran bhai Allah tala aapko lambi Umar de aur Sab musalmano ki hifazat farmay aamin summma aamin

  • @MdAzhar-cn9eu
    @MdAzhar-cn9eu 3 года назад +9

    मैं इमरान भाई को सलाम है आप पर और आप का पुरे परिवार पर

  • @mukulkumar3436
    @mukulkumar3436 5 лет назад +1788

    Mai hindu brahaman hu lekin musalma. Aur kuran sai bhut pyaar karta hu

  • @MrKinggemarz
    @MrKinggemarz 5 лет назад +98

    बहुत खूब भाई जान अल्लाह आपको स ला म त रखाए

  • @shaidblog2372
    @shaidblog2372 3 года назад +10

    Hum Musalmaan hain....we proud to be a muslim

  • @MUA-1speaks
    @MUA-1speaks 2 месяца назад +1

    بے شک آپ مسلمان ہیں۔ عظیم مسلمان ہیں۔ آپ ٹیپو سلطان کے وارث ہیں۔

  • @abjaalmalik6385
    @abjaalmalik6385 5 лет назад +94

    हमारे भारत की सब से बड़ी मिसाल हैं भाई चारा हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई आपस मे सब भाई भाई

  • @m.saddikabbasi1843
    @m.saddikabbasi1843 5 лет назад +29

    अदाब अर्ज ईमरान प्रतापगढी साहब
    🇮🇳🌹जिन्दाबाद 🌹🇮🇳जिन्दाबाद🌹🇮🇳

  • @MohdArif-pl4zq
    @MohdArif-pl4zq 11 месяцев назад +3

    Mashaallah bahut achchha padte hain sir allah aapko.salamat rakhe or himmat de beshak Imran sir Zindabaad Zindabaad ❤❤❤❤❤

  • @Srk-cricket
    @Srk-cricket 10 месяцев назад +4

    hume Fakhar h musalman hone per❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤

  • @shubhamtripathi9538
    @shubhamtripathi9538 3 года назад +41

    Kya bat Hai bhaiya apki awaj bahut pyari hai.......Ek hi to Jan Hai imran Bhai kitti bar loge🙏🙏

  • @arshinrao7678
    @arshinrao7678 6 лет назад +29

    Ohoooooo amazing voice SALUTE Masha Allah.........

  • @user-cc1hg4kd8k
    @user-cc1hg4kd8k 10 месяцев назад +3

    Excellent Imran sahab ❤❤❤

  • @gulabjoy9727
    @gulabjoy9727 2 года назад +9

    I'm proud to be MUSLIM❤❤

  • @rizwanejannat7640
    @rizwanejannat7640 4 года назад +16

    ماشاء اللہ بہت ہی عمدہ اشعار عمران بھائی
    مجھے فخر ہے کہ عمران بھائی میرے علاقے کے شاعر ہیں 💪💪

  • @deenuverma7506
    @deenuverma7506 4 года назад +16

    Aap jaise sachhe log ki jarurat hai bhai Jaan bharat ko

  • @asruddinbadgujjar2802
    @asruddinbadgujjar2802 Год назад

    Hum muslman hai hum muslman hai Mujhe garv hai apne Islam par imraan bhai Maine ap ko pehle bar suna hai Jai hind jai bharat

  • @drmohammadateeqhussain5956
    @drmohammadateeqhussain5956 3 года назад +10

    Proud to be Muslim ❤️❤️❤️👍👍👍

  • @rashmichaudhary1462
    @rashmichaudhary1462 5 лет назад +56

    Superb bro God bless you and your family.

    • @Itzarif1729
      @Itzarif1729 3 года назад

      #इस्लाम_से_पहले_क्या_था
      प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ?
      अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं
      होगी ?
      यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं.
      वैसे इसका एक मुख्य कारण है
      क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है.
      यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं,
      जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है
      और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.!
      तो वह पहला कौन है ?
      कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है.
      वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे,
      जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी,
      और जो कुछ भी उन्होंने बताया,
      वही उस वक़्त का इस्लाम था
      या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ
      यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह
      नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ?
      इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है !
      अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था
      यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के,
      हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं
      वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था
      एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ ..
      हाँ भाई ठीक कहा आपने...
      हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो ,
      *पत्थरों,
      * पेड़ों ,
      * जानवरों,
      * सांप
      * बिच्छु
      * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे.
      * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे.
      * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे..
      * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे...
      * शराब पीते थे..
      * जुआ खेलते थे..
      * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे..
      * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था
      ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की...
      और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के..
      * ईश्वर एक है
      * 3 या 300
      * या 33 करोड़ नहीं
      * सारे इन्सान बराबर है और
      * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं.
      * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो.
      * झूठ मत बोलो,
      * शराब मत पियो,
      * चोरी मत करो.
      * अपना शरीर ढँक कर रखो
      * सांप
      * बिछु
      * बन्दर
      * गाय
      * ये सब जानवर हैं
      * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो..
      * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो..
      * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो..
      * किसी को परेशान मत करो...
      *** और भी लाखों बातें हैं ..
      ** अब आप खुद फैसला लो,
      ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के,
      * वो सही वक़्त पर
      * इस्लाम क्यों नहीं लाये...
      * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है.
      ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के...
      ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता,
      ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की
      हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली..
      Mirza______✍️
      (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...।
      (क़ुरआन मजीद 46/4)
      और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...?
      (क़ुरआन मजीद 46/5)
      और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...।
      (क़ुरआन मजीद 46/6).

    • @Deenehaq0786
      @Deenehaq0786 Год назад

      Bhaijaan aapse request hai, ek baar Quran kaa translation padhe, insallah Allah aapko raastaa dikhaaygaa ameen

  • @shoiabkhan8971
    @shoiabkhan8971 4 года назад +81

    Imran sir great , Allah aapki hifazat farmaye.

  • @ibrahimbagwan6848
    @ibrahimbagwan6848 2 года назад +6

    अल्लाह आपके इल्म में बरकत दे ओर नजरें बद से बचाये

  • @rajanshelke9497
    @rajanshelke9497 Год назад +2

    Even though I am an atheist I am a fan of imran Pratapgarhi and fully support him

  • @mdahmad_92
    @mdahmad_92 5 лет назад +91

    एक हि दिल.है साहब
    कितनी बार जीतोगे

  • @orangzebsiddiquigbhai2283
    @orangzebsiddiquigbhai2283 5 лет назад +19

    मेरे भी एक बड़े भाई बने हुए हैं हिंदू इतने आसान है उनके मैं सारी जिंदगी में ना उत्तर पाओ इमरान भाई आप का तोड़ नहीं है पूरी दुनिया में आप सच के ही रहो और इंशाल्लाह रहोगे

  • @SaifFitness-fj7jm
    @SaifFitness-fj7jm 9 месяцев назад +2

    Ya Allah pak lmran Bhai ko Hamesha Salamat Rakhna ❤❤❤❤❤❤❤❤

  • @UNIQUEMEDICINE
    @UNIQUEMEDICINE Год назад +5

    Masallah we proud
    We are Indian Muslim

  • @shahrojrajput5200
    @shahrojrajput5200 4 года назад +16

    Bhaijaan aap
    Es desh m alag hi ho love u broo

  • @aadam9965
    @aadam9965 5 лет назад +10

    Imran bhai superb

  • @RoyalAbulaish
    @RoyalAbulaish Год назад +2

    Imran Pratapgarhi jindabad 🥰

  • @khanshamimahmad2974
    @khanshamimahmad2974 3 года назад +17

    Shukriya to supporting all non- muslim those who supporting us

  • @reshmasingh6715
    @reshmasingh6715 5 лет назад +57

    Bilkul sahi hum school collage chahe madraso me pade hume yahi sikh di jati hai...ye chand neta apne politics ke liye humara use krte h

  • @m_shoaib927
    @m_shoaib927 4 года назад +86

    दी आजाने कभी यूरोप के गालिसाओ मे , कभी अफ्रीका के तपते हुए शह-राहो मे , दस तो दस दरिया भी ना छोड़े हमने , बेहरे जुलमात मे दौड़ा दिए घोड़े हमने !
    -Allama Iqbal

  • @dailykashmir4143
    @dailykashmir4143 2 года назад +5

    Proud to be muslim.

  • @merajm3974
    @merajm3974 3 года назад +6

    Proud to be an Indian Muslim.

  • @Pankajyadav-st6wt
    @Pankajyadav-st6wt 5 лет назад +130

    Bhai u R great mere bhai