चर्चा कार्यक्रम 24-12-2024
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- Опубликовано: 3 янв 2025
- आज 24 दिसम्बर की शाम चर्चा कार्यक्रम में गुरु शिष्य परंपरा पर विचार मंथन होगा। चर्चा का विषय है :- पहला कि "मेरा एक सुझाव है कि वर्तमान सामाजिक वातावरण में गुरु और शिष्य परंपरा को पूरी तरह छोड़ दिया जाए। जब योग्य गुरु मिलते ही नहीं और धूर्त गुरुओं की संख्या बहुत अधिक है तो इस परंपरा को पूरी तरह छोड़ ही देना चाहिए। अब इस विचार को बढ़ाना चाहिए कि प्रत्येक व्यक्ति भी परिस्थिति के अनुसार गुरु भी हो सकता है और शिष्य भी। शराफत को समझदारी की दिशा देनी चाहिए।"
दूसरा कि "शिक्षक और गुरु में फर्क होता है। गुरु अपने अनुभव साझा करता है, उसमें नैतिकता होती है और कर्म से ब्राह्मण माना जाता है। शिक्षक दूसरों के अनुभव उसी रूप में दूसरों तक पहुंचा देता है।
1411-12.
मंथन क्रमांक 299: