चारों वर्ण शरीर के अंदर ही है।गला से उपर ब्राह्मण,गला नीचे छाती स्कंध क्षत्रिय,छाती से नीचे पेट कमर तक वैश्य और कमर से नीचे पांव तक शुद्र। ये सभी अपने गुण और स्वभाव के कारण है।
Tumse pahle etne yug nikal gae kabir ka bhakt koe hua hi nhi jo ye sari jankari deta Tum kya akash se utre ho kya gyan ka bandar leke. Vo esa tha,vo esa tha pahle apne andar jhak kr dekho kitna Mel bhra pada hai use nikalne ka time nikalo dusre me kamiya kabhi dikhAe nhi degi. Ninda krne wala kabhi mahan nhi ho sakta
वाहित.ही.सुन्दर प्रकाशन.सुनाया.है.साहब
जे.ने.सत्यम.साहब.
आप भी बहुत अच्छे सत्संग करते हैं जय भीम नमो बुद्धाय
जय मूलनिवासी ब्राह्मण बिदेशी
पोथी पढ़ पढ़ जग मुआ पंडित हुआ ना कोई ढाई अक्षर प्रेम का पढ़े से पंडित हुए जय संविधान जय विज्ञान
साहेब बंदगी गुरु जी
साहब जी आपके कथा के अनुसार भगवान राम अयोध्या में पैदा हुए थे । एक तरफ आप कहते हैं कि कोई अवतार न ही है।किसको माना जाएगा
Kabir saheb prakot huye thee ek kamal me❤❤❤❤❤
Saheb bandgi
लक्षमन का गूरू था रावन ,रावन मरते समय राम कहता,है लक्षमन से रावन के पैर छुऔ गयान लो,तो लक्षमन का गूरू हूआ तो लक्षमन के गुरू को जलाते हो पापिलोगो
Satguru saheb ki bandgi
जय गुरु देव
आहार निद्रा भय मैथुनञ्च, समानमेतद पशुभिर्देवान्विधिनानेन,धर्मोहितेषामधिको विशेशो, धर्मेण हीना पशुभि समाना।।बालमुकुन्द प्यसी।।
Satya kaha saheb❤❤❤❤
Saheb bandagi guru Ji
चारों वर्ण शरीर के अंदर ही है।गला से उपर ब्राह्मण,गला नीचे छाती स्कंध क्षत्रिय,छाती से नीचे पेट कमर तक वैश्य और कमर से नीचे पांव तक शुद्र। ये सभी अपने गुण और स्वभाव के कारण है।
सत्य साहेब
सत्य है।
Achha karm karo Aur Aage badho
Sadhguruve namah
Kaber se bada mahaawtar baba divraha baba kaber sisya tha
Aap aisai dhongila snt jnha Sai aaya wnhan Sai shudr solhkan ka jnm hua
बेतुकी टिका टिप्पणी करने पर हम क्यों अपना ओछा पन दिखाए,तर्क करना है तो विषय वस्तु के अनुसार करना है। अपने ज्ञान का दिवालिया होना घोषित न करे।
Ap swayam bhramit hain.ved ko gallina deja apke raajnetik hito me hai.
Aapke batane se sab kuchh janenge unke purvaj nahin hai batane wale tumhen jyada maloom hai yah sab ke sab pagal hai
I'm both shabby ka
कुछ नया करके दिखावा,सुनी सुनाई बातें बता रहे हो कुछ नया खोजे हो तो बताओ तो आदमी विश्वास भी करे कुछ प्रैक्टिकल है आपके पास
Tumse pahle etne yug nikal gae kabir ka bhakt koe hua hi nhi jo ye sari jankari deta Tum kya akash se utre ho kya gyan ka bandar leke. Vo esa tha,vo esa tha pahle apne andar jhak kr dekho kitna Mel bhra pada hai use nikalne ka time nikalo dusre me kamiya kabhi dikhAe nhi degi. Ninda krne wala kabhi mahan nhi ho sakta
कबीर का बाप कोन था
कबीर जी के कोई बाप नही थे
कबीर भी मां बाप से पैदा हुए थे
Nima
Nima aur Niru Unke Maa bap hai
Ek bunker tha kbir
पैसा मांगने के लिए कुछ भी ?
चंदा मत दो, जरूर मांडो की सेवा करो!