भारतीय संस्कृति की गरिमा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी महात्माओं को शत शत नमन करता हूँ। भारतीय संस्कृति के रक्षक युगपुरुष श्री राजीव दीक्षित जी सदैव ही नवयुवकों को प्रेरित करते रहेंगें। उनके बलिदान व्यर्थ नही जाएंगे। जो हँसते हँसते फाँसी चढ़ गए। अब तो मेरे लिए देशहित ही सबसे बड़ा हर्ष , इच्छा, वस्तु है। इसकी रक्षा के लिए यदि मेरे प्राण काम आए तो मुझे लगेगा कि मैंने सबकुछ पा लिया।
भारतीय संस्कृति की गरिमा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी महात्माओं को शत शत नमन करता हूँ। भारतीय संस्कृति के रक्षक युगपुरुष श्री राजीव दीक्षित जी सदैव ही नवयुवकों को प्रेरित करते रहेंगें। उनके बलिदान व्यर्थ नही जाएंगे। जो हँसते हँसते फाँसी चढ़ गए। अब तो मेरे लिए देशहित ही सबसे बड़ा हर्ष , इच्छा, वस्तु है। इसकी रक्षा के लिए यदि मेरे प्राण काम आए तो मुझे लगेगा कि मैंने सबकुछ पा लिया।
awesome .
Thanks
Nice video
DHANYABAAD