jal jhulni ekadhshi 2022/Ram rewadi 2022/dewar wadi banswara 2022/dev jhulni gyaras banswara 2022

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  • Опубликовано: 11 окт 2024
  • jal jhulni ekadhshi 2022/Ram rewadi 2022/dewar wadi banswara 2022/dev jhulni gyaras banswara 2022
    हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशियाँ होती हैं। जब अधिकमास या मलमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर २६ हो जाती है। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को ही देवशयनी एकादशी कहा जाता है। कहीं-कहीं इस तिथि को 'पद्मनाभा' भी कहते हैं। सूर्य के मिथुन राशि में आने पर ये एकादशी आती है। इसी दिन से चातुर्मास का आरंभ माना जाता है। इस दिन से भगवान श्री हरि विष्णु क्षीरसागर में शयन करते हैं और फिर लगभग चार माह बाद तुला राशि में सूर्य के जाने पर उन्हें उठाया जाता है। उस दिन को देवोत्थानी एकादशी कहा जाता है। इस बीच के अंतराल को ही चातुर्मास कहा गया है
    बांसवाड़ा. देवझूलनी एकादशी का पर्व मंगलवार को श्रद्धा व भक्तिभाव से मनाया जाएगा। इस अवसर पर शहर के विभिन्न मंदिरों से रामरेवाडिय़ों की शोभायात्रा निकलेगी। वहीं विभिन्न अखाड़ों के पहलवान शोभायात्रा में हैरतअंगेज करतब प्रस्तुत करेंगे। देर शाम राजतालाब पर मेला भरेगा। देवझूलनी एकादशी पर श्रद्धालु व्रत रखेंगे। भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके बाद शहर के विभिन्न देवालयों से ठाकुरजी नगर भ्रमण को निकलेंगे
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    दोस्तो यह था हमारा आज का विङियो,,कैसा लगा कमेन्ट मे जरूर बताना, अगर आप मेरे चेनेलस पर नए हो तो मेरे चेनल्स को सब्सक्राइब कर देना धन्यवाद 😊🙏

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