( सोहाग ) सोने के सुपलइया बनबाबा मोरी माया | बघेली लोकगीत । Bagheli Lokgeet | Folksong
HTML-код
- Опубликовано: 3 окт 2024
- बघेली लोकगीत में बहुत ही लोकप्रिय सुहाग संस्कार गीत है जब लड़की का विवाह होता है उस समय इसे गाया जाता है इस गीत में लड़की के भावों को व्यक्त किया गया है। लड़की मां से क्या कहती है जब छोटी उम्र में लड़की का विवाह होता था उस समय उसके भाव क्या होते हैं इस गीत में व्यक्त किया गया है।
हारमोनियम :-श्री गणेश प्रसाद मिश्रा ।
ढोलक :- श्री हरिशरण श्रीवास्तव ।
गायिका :- श्रीमती सुषमा शुक्ला।
गाने के बोल:
सोने के सुपलइया बनबाबा मोरी माया ,
अरे धुधुरी खेलन हम जब रानी के सोहगवा
अरे धुधुरी खेलन गईं ढेरिया सीतलदेई ,
आप सब इस गीत के पूरे lyrics हमरे इस ब्लॉग पर पा सकते है sushmashuklamu...
#सोहाग #बघेलीलोकगीत #SushmaShukla
Also don't forget to check :-
Blog(For extra knowledge and lyrics) :- sushmashuklamu...
Facebook Page :- / knowyourbagheliculture
------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
अगर आपको हमारा यह वीडियो पसंद आया हो तो कृपया वीडियो को लाइक करें शेयर करें जिससे यह जन जन तक पहुंच सके अपने माटी के गीतों को संरक्षित करने का यह अनूठा प्रयास है जो आप सब के सहयोग के बिना पूरा नहीं हो सकता आप सब अपना स्नेह प्रदान करें बहुत-बहुत धन्यवाद |