@@sudhakargundla3157भाईसाहब, आप से सवाल हैँ कुछ, इसका ईमानदारी से उत्तर दीजिये ❗ 1) धर्म क़्या हैँ ❓ 2) यदि धर्म से मेरी बेचैनी दूर नहीं हो रही, तो क़्या यह साबित नहीं करता की कुछ तो गलत हैँ ❓❓ 3) हम कहते हैँ, धर्म सत्य तक लेके जाता हैँ, तो क़्या हमारा धर्म हमें सत्य तक लेके जा रहा हैँ या कहानियों में ही बाँध के रख रही हैँ ❓❓
@@nameless-x6j अरे भाई पहले अपने दिमाग में क्या चल रहा है ,उसे जाचो । मेरा सुझाव है की आप कृपया कर आचार्य प्रशांत जी की गीता शिक्षाओं से जुड़े, सही कै रही हू, दिमाग में जो फितूर है वो सब मस्त साफ हो जाएगा। और माफ कीजिएगा हिंदी में लिखे तो कुछ समझ आए मुझे।
Acharya Prashant sir ने कुम्भ के बारे में बहुत अच्छे से बताया है, जो पौराणिक कहानी है...कुछ भी अपने मन से या negative नहीं कहा है बल्कि इस बारे में सारे भ्रम, doubts दूर किए हैं AP zindabad !
Acharya Prashant is a leftist guy is faking as "Vedantic Guru". इसका एक ही पैटर्न है । पहले पूरा मार्क्सवादी जहर उगलो। हर तरफ संघर्ष, शोषण , सड़े गले समाज के विरुद्ध विद्रोह इत्यादि। और बाद में दो लाइन जोड़ दो। ज्ञान की प्राप्ति करो, तुम शरीर नहीं हो वगैरह वगैरह।
कौन सी किताबें जलाई जाती हैं? भगवद गीता भाष्य गीता सार शिवोहम हे राम राम निरंजन न्यारा रे आत्मा आत्मबोध आत्मज्ञान अहम ऐसे प्रकटते हैं कृष्ण अपरोक्षानुभूति अष्टावक्र गीता भागवत पुराण भक्ति सूत्र बोध सूत्र वैदिक बोध कथाएं छान्दोग्य उपनिषद दुर्गा सप्तशती घर घर उपनिषद गुरबाणी हनुमान चालीसा वेदान्तिक अर्थ कर्मयोग कठ उपनिषद मोक्ष महाभारत महामृत्युंजय मंत्र वेदान्तिक अर्थ माया मुण्डक उपनिषद निरालंब उपनिषद ॐ नमः शिवाय सनातन धर्म संत सरिता शून्यतासप्तति श्वेताश्वतर उपनिषद तत्वबोध
इन लोगों का एजेंडा सिर्फ यही है कि हम आचार्य प्रशांत से बहुत सारी ऑडियंस अपनी तरफ खींच सकते है उनके बारे में उल्टा सीधा बोलकर क्योंकि किसी के बारे में बोलना बहुत आसान होता है
Agr itne hi gyani hai wo to open debate me kyu nhi aate kuch logo ko baitha ke brainwash kr dena ar cross question pr bigd jana ....bs itna hi bhram mitate hai wo
आचार्य प्रशांत जैसे शिक्षक विश्व भर में वेदांत उपनिषद गीता, संत वाणी पर एक विस्तृत पाठ्यक्रम चला रहे हैं। ❤ जिससे लाखों लोग जुड़ रहे हैं वो एक ऐसे अकेले व्यक्ति हैं जो सनातन धर्म की मूल दर्शन, वेदांत, श्रुति परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।❤❤
आचार्य प्रशांत जैसे शिक्षक जिन्होंने कभी कुछ गलतसलत नही कहा। वेदांत,उपनिषद,गीता का पाठ्यक्रम चला रहे है। कुंभ का सही और पौराणिक अर्थ उन्होंने सही तरीके से समझाया है। कृपया उनके बारे मे अपप्रचार ना करे । सही अर्थ मे सनातन धर्म की परंपरा को वो बढा रहे है।
Acharya Prashant ek vaampanthi soch wala sanatan ka sabse bada shaatru hai . Wohi hindu usko follow karte hai jinko pehle se hi western civilisation ki chatne ki aadat hai . U hi hindis ko acharya Prashant ek sanatan ka baba dikhaai deta h jo ki hai asliyat me ek zehreela vaampanthi
@@fantom6218 अपनी जिंदगी में झांक के देखो कितने पिटे हुए हो तुम, रोज़ पिटते हो दिन में कई कई बार, कभी नेताओं से कभी समाज से कभी घरवालों से कभी दोस्तों से। कुलमिलाकर कहीं भी दो पैसे की इज़्ज़त नहीं है तुम्हारी। और बहुधा तो खुद से ही पिटते हो तुम लेकिन वो देख पाने की तुम्हारी दृष्टि नहीं है। राम नाम सत्य है
@@fantom6218 surely, when you will start attending funerals of your near ones as you want innocent people to die. Read his books and then speak. Chimte se tu darr... jo sach hai wo ho kar rahega. Waise bhi Acharya ji ne kabhi bhi kumbh ko lekar aise baatein kahi hi nahi. People like you wanted to create some ruckus and see it happened. But you won't succeed.
@@poonamkhera5753 हां, मेरे पास आचार्य प्रशांत की मनघड़ंत और ग़लत व्याख्या की भगवद्गीता है। अब आप हमें भगवद्गीता से पुनर्जन्म के खण्डन का एक श्लोक पेश करो। वरना उसे एक झूठा और पाखंडी व्यक्ति स्वीकार करो।
आचार्य प्रशांत इस सदी के सबसे महान व्यक्तित्व हैं जो धर्म का वास्तविक अर्थ जन जन तक पहुंचा रहे हैं ,उनकी वजह से कितने लोग कई तरह के दलदल से बाहर निकल कर अपना जीवन बेहतर तरह से जी पा रहे है वास्तिक धर्म के अनुसार।
@@akshajChaudhary1 वो धर्म नहीं इंसान देखते है। वो वेदांत कृष्ण की बात करते हैं गीता पढ़ाते है। और गीता में जाती धर्म नहीं है। अहंकार का पर्दा हटाकर कर देखो तब समझ में आएगा उनकी बातें।
आप लोग कैसे हिंदू हो भाई?😡 आप लोगों ने धर्म के नाम पर जो किताबें जलाई हैं, वह श्रीमद्भगवद्गीता है, वह शिवोहम पुस्तक शंकर जी पर है, और वह राम पर लिखी पुस्तक है। अब हम आचार्य प्रशांत को और अधिक सुनेंगे और उनके विचारों को बहुत सारे लोगों तक पहुंचाएंगे। आप बस देखते रहिए। आप लोग हिंदू नहीं हो सकते। आप लोग महिषासुर के मानने वाले लग रहे हैं और जातिवाद का समर्थन करने वाले लग रहे हैं। युद्ध्यस्व 💪🏻💪🏻
@@apc6539ऐसा कुछ नहीं था ये सब एक साजिश थी किसी ने आचार्य प्रशान्त के नाम से झूठा पम्फ्लेट बनाकर नागा साधू को भड़काने का कार्य किया.. वर्ना bookstall तो दो दिन से शांतिपूर्ण चल रही थी और साधू जन पुस्तके भी खरीद रहे थे
मुझे आचार्य प्रशांत के रूप में पहला गुरु मिला जो बाकियों की तरह ये नहीं कहते है कि मैं जो बोल रहा हूं वो मान लो आचार्य जी हमेशा कहते है तुम खुद से देखो इस संसार को और खुद को (self knowledge) उन्होंने कभी कुछ मानने को बोला ही नहीं।
In this violent act Gita,Upnishads, Shiva,Sant bani and other religious books are being burnt! People who are singing dohe of kabir sahib being attacked! On the other hand Acharya Prashant never said Kumbh Mela is superstition but he emphasized that we must look for the real meaning of Kumbh Mela, the truth. He says this festival is a great opportunity for self knowledge, to go beyond the Ego. You don't even know what Kumbh is and even unaware of facts in this violence. So don't just bark, first equip yourself with facts and know the real meaning of Kumbh Mela from Acharya Prashant.
इस घटना से समझ में आ गया कि आचार्य जी और कृष्ण का संघर्ष कितना बड़ा है और किस के विरोध युद्ध हुआ था और अब रहा है। महाभारत का युद्ध जमीन या द्रोपती का अपमान का बदला के लिए नहीं हुआ है उन सभी शक्तिशाली व्यक्ति के खिलाफ हुआ है जो अधर्मी का साथ दिया है। उन लोगों का खिलाफ जो धर्म का गलत मतलब निकालकर अधर्म होने दिया है। जैसे भीष्म पितामह इतनी शक्तिशाली थे लेकिन उनकी शक्तियां पिता के वासना को पूर्ति के लिए हुआ, वचन पालन का गलत मतलब निकालकर गलत शासन का साथ देते रहे। पति ही सब कुछ है। पति के सुख दुख में समान सहभागी होने का धर्म समझना गांधारी का पाप था। उन सभी गुरुओं का खिलाफ युद्ध है जो जाति धर्म के नाम पर शिक्षा देते हैं। सभी संबंधियों के खिलाफ युद्ध है जो संस्कृत और परंपरा के नाम पर अपनों का शोषण करते आए। बड़ों का आज्ञा का पालन करना चाहिए,जुआ खेलते वक्त बाकी भाइयों का गुलामी स्वीकार करना ही अधर्म था। द्रोपती के साथ जो गलत हुआ उसमें सभा के सभी सदस्यों की मान्यता थी कि औरत दासी होती है भोग की समान होती है। औरत की मर्जी नहीं पूछी गई। उन सभी के खिलाफ वह या यह युद्ध हैं जो अधर्म जान के भी उसे हो जाने देते हैं। महाभारत का युद्ध राष्ट्रीय युद्ध था और अब भी है।राष्ट्रीय प्रेम में उठा हुआ युद्ध
@@neerajpandit516अरे पंडित जी, थोड़ा तो अपनी बुद्धि का प्रयोग कीजिए, किसी की भी बातों में आ जाते हो 😂 5 वर्ष के बालक में भी आपसे ज्यादा समझदारी होगी। पहले AP का पूरा video तो देखो कुम्भ मेले के ऊपर और जो पुस्तकें जलाई गई उन पर श्री कृष्ण, श्री राम, हनुमान जी, शिव जी की तस्वीरें थी। जिन लोगों ने यह वीभत्स काम किया है, उनसे भी तो पूछो कि क्या तुम सच में हिंदू हो? कितने उपनिषद् पढ़ें तुमने, श्रीमद्भगवद्गीता के वास्तविक अर्थ से कितना परिचय है तुम्हारा? तुलसीदास जी के श्री राम को कबीर के राम को कितना जानते हो तुम?? जवाब दें
जिस व्यक्ति ने अकेले 2024 में ही 10 लाख जानवर की जान बचाई ।सभी धर्म , संप्रदाय के लोग सुनते हैं इन्हें सुनते है । हिंदू तो सुनते है ही साथ में मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन और बौद्ध धर्म लोग भी इन्हें सुनते है और इनके विचारों का सम्मान करते है ।
कौन सी किताबें जलाई गई हैं? भगवद गीता भाष्य गीता सार शिवोहम हे राम राम निरंजन न्यारा रे आत्मा आत्मबोध आत्मज्ञान अहम ऐसे प्रकटते हैं कृष्ण अपरोक्षानुभूति अष्टावक्र गीता भागवत पुराण भक्ति सूत्र बोध सूत्र वैदिक बोध कथाएं छान्दोग्य उपनिषद दुर्गा सप्तशती घर घर उपनिषद गुरबाणी हनुमान चालीसा वेदान्तिक अर्थ कर्मयोग कठ उपनिषद मोक्ष महाभारत महामृत्युंजय मंत्र वेदान्तिक अर्थ माया मुण्डक उपनिषद निरालंब उपनिषद ॐ नमः शिवाय सनातन धर्म संत सरिता शून्यतासप्तति श्वेताश्वतर उपनिषद तत्वबोध लगभग 500 किताबें जला दी जाती हैं। उपर्युक्त ग्रंथ किस धर्म के है?क्या वो सनातन का उपासक है जिसने किताबें जलाई? तनिक विचार कीजिए!
@@nameless-x6jजो व्यक्ति अपनी चेहरे छुपाकर नाम छुपाकर कम्युनिस्ट narrative शब्द का सहारा ले रहा है क्या वो communist वर्ड का अर्थ भी बता सकता नहीं क्योंकि ये वो लोग है जो सोशल मीडिया पर इसलिए आते है क्योंकि इन्होंने पढ़ाई छोड़ दी । और जब पढ़ाई की नहीं तो तथ्य विरोधी comment ये लिखते रहते है ।ये वो लोग है जो पैसे के लिए भाड़े के टट्टू बन गए है इनका bhondapan यह है कि कहीं भी ऊँचे दो चार शब्द चिपका दो जिसमें इनको समाज के थोड़े पढ़े लिखे प्रभावित हो जाए।
@@nishantsagar5392 bhaiya jra aap akl lga mere comment ko pdhiye maine bola jaise aap unko krishna bol rhe waise kejriwal ko ojha sir krishna bol rhe...aap hi btao krishna bnna mumkin hai..?
@immortalgaming7330 आचार्य जी आचार्य जी है, और कृष्ण कृष्ण है। दोनों की तुलना करना गलत है। लेकिन यहां लोगों की भावनाओं की बात है, तो भाई साहब बस ऐसे बोल दिया है, आप इसे ऐसे ही देखे बस की ये आचार्य जी से कितना प्रेम करते है।
जो काम किया लोकधर्मीयों ने कुंभ मे श्रीमद्भगवद्गीता को,उपनिषदों को जलाने का इस अपराध के लिए उन पर कडी से कडी कारवाई कि जानी चाहिए योगी सरकार द्वारा अगर ये सरकार सही मे हिंदू धर्म का सम्मान करता है। और इन मिस्सइनफोरमेशन फैलाने वाले युट्युबर्स को जेल होनी चाहिए
जो भी खुद को बोहोत बड़ा सनातनी बता रहा है, तो हमारे वेदिक परंपरा से आए आचार्य जी से शास्त्रार्थ करले। बदनाम करना धार्मिक पुस्तकों का दहन कोई असुर ही कर सकता है। जान न जाए निशाचर माया, कालनेमी केहि कारण आया।
देखो भाई वहाँ जो किताबे जलाई गयी वो हिंदु धर्म की थी, कृष्ण जी, राम जी, शिव जी की पिक्चर लगी थी, आप अंधे हो क्या उन्होंने हमारे अवतारों को जला दिया और आप जलाले वालो की तारीफ कर रहे हो, तुम 🕉️हिंदु हो नहीं, 😢
These people are crooks and dumbasses not hindus. These people poliferate in the name of Hinduism but their agenda is evil. Acharya Prashant is a real well wisher of this society, who cares for us.
पहले तो उस पोस्टर पर ग़लत संदेश लिखा गया। फिर अफवाह फैलाई गई कि स्टाल वाले उस संदेश को अनाउंस कर रहे थे और किताबों में भी उसी से संबंधित तर्क थे। ज़ाहिर है ये सब जानबूझकर रचा गया है। आचार्य प्रशांत का वास्तविक संदेश जानने के लिए India news वाले interview को सुनें🙏
@@fantom6218 मैं फौज में 30 वर्ष की अनुशासित और समर्पित सैनिक सेवा सहित सेना के कई गौरवशाली व साहसी मिशन का हिस्सा रहने के बाद रिटायर हुआ हूँ। देश के सामने बड़ी चुनौतियाँ हैं, और फौजी रिटायर होने के बाद भी राष्ट्रसेवा से पीछे नहीं हटता। सेवानिवृति के बाद मुझे लगातार ये महसूस होता रहा कि मैंने देश और धर्म की सेवा करने के उद्देश्य से कई तरीके खोजे, पर राष्ट्र की सेवा एवं रक्षा का सबसे गहरा व प्रभावी तरीका मुझे आचार्य प्रशांत की शिक्षाओं को घर-घर पहुँचाना ही लगा। प्रयागराज में आचार्य जी को सुनने व मानने वाले लाखों लोग हैं। ज़ाहिर सी बात है ये सब लोग आचार्य प्रशांत की संस्था (प्रशांतअद्वैत संस्था) के सदस्य नहीं है। पर ये लोग आचार्य जी की पुस्तकें पढ़ते हैं, धर्मग्रंथों - विशेषकर गीता व उपनिषद - का निष्ठा व गहराई के साथ पाठ करते हैं, व क्लाइमेट चेंज, आर्थिक असमानता व भोगवाद जैसे मुद्दों पर विचार विमर्श करते हैं। यही सब साधारण लोग - नौकरीपेशा, गृहणियां, छात्र -आपस में मिलजुल कर के अपने खाली समय में अक्सर शाम को अलग-अलग जगहों पर सार्वजनिक स्टॉल लगाते हैं। एक स्टॉल पर फुर्सत के हिसाब से 8-10 लोग खड़े हो जाते हैं, कभी दो घंटे को, कभी चार घंटे को। कौन खड़ा होता है ये भी निश्चित नहीं होता, बहुत लोग हैं, और नए लोग जुड़ते रहते हैं, कभी कोई आ गया, कभी कोई। बहुत बार तो नवागंतुक से परिचय भी तब होता है जब वो स्टॉल पर आकर अपने बारे में कुछ बताता है। स्टॉल पर गीता के श्लोक, संतों के भजन गाए जाते हैं, और आने-जाने वालों को धार्मिक, राष्ट्रीय व वैश्विक समस्याओं पर चिंतन के लिए आमंत्रित किया जाता है। कुछ लोग एक पैंफलेट लेकर चले जाते हैं, कुछ लोग सिर्फ भजन सुनने के लिए रुक जाते हैं, और कुछ आकर स्टॉल की किताबें भी खरीदते हैं। इन किताबों के वितरण या बिक्री से आया पैसा प्रशांतअद्वैत संस्था नहीं जाता है। स्टॉल पर खड़े होने वाले स्वयंसेवक सैकड़ों में हैं, कभी कोई आ जाता है कभी कोई। प्रयाग में हमारे काम को प्रेम और सम्मान मिलता है। तो महाकुंभ में भी स्टॉल लगाने की तैयारियां चल रही थीं। एक देवी जी आईं, जिन्हें कोई नहीं जानता था, बोलीं कि वे पोस्टर अच्छा बनाती हैं, और आचार्य जी को बहुत पढ़ती हैं। वहां मौजूद स्वयंसेवकों में कोई उन्हें जानता नहीं था। पर देवी जी ने पूरी निष्ठा प्रदर्शित करी, और आग्रह कर के एक पोस्टर बना दिया। उस पर उन्होंने कुछ लिखा जिसकी शुरुआत थी, "कुंभ मेला अंधविश्वास है", और नीचे आचार्य प्रशांत का नाम लिख दिया। ये पोस्टर देखकर स्वयंसेवकों ने कहा कि ऐसी तो कोई बात आचार्य जी ने आज तक कभी कही ही नहीं। कहीं कही तो, या लिखी हो, तो दिखा दीजिए। इतना ही नहीं, आचार्य जी ने तो इससे मिलती-जुलती भी कोई बात कभी कही ही नहीं। तो देवी जी वहां से चली गईं। उनका पोस्टर रिजेक्ट कर दिया गया। लगभग 20 अन्य पोस्टर थे सुंदर उक्तियों के, वे कुंभ में प्रदर्शित करने को चुने गए।
@@fantom6218 अगले दिन सुबह पोस्टरों का बंडल कुंभ में स्टॉल पर पहुंचता है। स्वयंसेवा हेतु अन्य दिनों की अपेक्षा आज बहुत भीड़ है। हमारी सैकड़ों पुस्तकें मात्र एक घंटे में वितरित हो चुकी हैं। और सबसे अधिक पुस्तकें लेने वाले कौन हैं? साधुजन। संत और साधु लोग प्रसन्नचित्त होकर हमारी पुस्तकें पढ़ भी रहे हैं, हमें आशीर्वाद दे रहे हैं, और पुस्तकें ले भी जा रहे हैं। स्वस्थ, सुंदर, धार्मिक माहौल है। इसके बाद जो होता है वो किसी सनसनीखेज जासूसी उपन्यास जैसा है। एक व्यक्ति अचानक आता है, पोस्टरों के बंडल में से सीधा एक पोस्टर निकालता है, और हम हैरान हो जाते हैं, कि ये वही पोस्टर है जो उन देवी जी ने बनाया था और हमने रिजेक्ट कर दिया था। वो व्यक्ति उस पोस्टर को उठाता है और उसे सर के ऊपर रखकर जाकर चिल्लाते हुए सीधे जनता और साधुओं को दिखाने लगता है। हम पीछे से उससे कहते हैं कि पोस्टर को वापस रख दे, और कोई दूसरा पोस्टर उठा ले। हम आपस में ताज्जुब करते हैं कि ये पोस्टर यहां आ कैसे गया, और इसे तो फाड़ देना चाहिए। ये सब एक- दो मिनट के अंदर हो जाता है। इतनी देर में वो व्यक्ति उस पोस्टर को सीधे एक साधु के मुंह के सामने दिखाने लगता है। इतना ही नहीं, दो लोग प्रकट हो जाते हैं जो इस पूरी चीज़ की वीडियो रिकॉर्डिंग शुरू कर देते हैं। ये सब दो मिनट के अंदर हो रहा है, और स्टॉल के ज़्यादातर लोग अभी जनता से बातें करने में व्यस्त हैं। इससे पहले कि हम कुछ समझ पाते, 8-10 लोग कहीं से एक जत्था बनाकर आते हैं, और पोस्टर वाले व्यक्ति से वो पोस्टर ले लेते हैं। वो व्यक्ति तेज़ी से चलकर आगे भीड़ में गायब हो जाता है। ये 8-10 लोग चिल्लाने लगते हैं, और धार्मिक नारे लगाने लगते हैं। और पास से गुज़र रहे नागा साधुओं को भी जाकर भड़काने लगते हैं। फिर बात बढ़ जाती है। पता नहीं भड़काने वालों ने नागा साधुओं से क्या कहा, कि वे आकर स्टॉल की किताबें फेंकना शुरू कर देते हैं। तभी उन्हीं 8-10 में से कोई आता है जो एक युवा नागा बाबा के हाथ में माचिस दे देता है। और फिर किताबों का दहन शुरू हो जाता है। साथ ही स्वयंसेवकों पर हमला और स्टॉल की टेबल कुर्सी की तोड़फोड़ भी।
@@fantom6218 कौन सी किताबें जलाई जाती हैं? भगवद गीता भाष्य गीता सार शिवोहम हे राम राम निरंजन न्यारा रे आत्मा आत्मबोध आत्मज्ञान अहम ऐसे प्रकटते हैं कृष्ण अपरोक्षानुभूति अष्टावक्र गीता भागवत पुराण भक्ति सूत्र बोध सूत्र वैदिक बोध कथाएं छान्दोग्य उपनिषद दुर्गा सप्तशती घर घर उपनिषद गुरबाणी हनुमान चालीसा वेदान्तिक अर्थ कर्मयोग कठ उपनिषद मोक्ष महाभारत महामृत्युंजय मंत्र वेदान्तिक अर्थ माया मुण्डक उपनिषद निरालंब उपनिषद ॐ नमः शिवाय सनातन धर्म संत सरिता शून्यतासप्तति श्वेताश्वतर उपनिषद तत्वबोध लगभग 500 किताबें जला दी जाती हैं। लोग धार्मिक किताबों की आग में हाथ सेकते हैं। इस पूरी घटना के केंद्र में जो पोस्टर था, उसको लेकर हमें आवाज़ें सुनाई पड़ती हैं, "हां हां साधु बाबा, इस एंगल से फोटो खिंचवाओ इस पोस्टर के साथ", "भाई, ये पोस्टर मत जलाना। इसको आचार्य प्रशांत की फोटो के सामने लाओ। वीडियो बनाओ" वीडियोबाजी पूरी करके ये लोग भी खट से गायब हो जाते हैं। 500 धार्मिक पुस्तकें धू धू करके जल रही हैं। 1. उन देवीजी की क्या मंशा थी जिन्होंने झूठा पोस्टर बनाया? 2. ये पोस्टर रिजेक्ट होने के बाद भी स्टॉल पर कैसे आया? 3. वो व्यक्ति कौन था जिसने पोस्टर लहराया? 4. वो व्यक्ति अपने साथ वीडियो बनाने वाले लोग क्यों लेकर आया था? 5. वो आठ दस लोग कौन थे जिन्होंने आग लगाई? हम नहीं जानते। स्टॉल पर स्वयंसेवकों में लड़कियां भी थी, महिलाएं भी थीं, दुर्व्यवहार हुआ, घूँसे और थप्पड़ तो क्या, ज़मीन पर गिरा कर लातें मारी गईं। आम जानता में से बहुत लोग थे जो जानते थे कि स्वयंसेवक अच्छा धार्मिक काम कर रहे हैं, तो आम जनता ने बीचबचाव की कोशिश की। तो आम जनता को भी पीट दिया गया। स्थति ये थी कि अगर हमारे पक्ष में साधु भी खड़े हो जाते तो ये लोग शायद साधुओं पर भी प्रहार कर देते। डंडों, टेबल की टाँगों का हथियारों की तरह इस्तेमाल हुआ। और वही 8-10 लोग और जनता को हमला करने के लिए और भड़का रहे थे। खूब चोटें खाने के बाद किसी तरह हम हटे। आज सुबह से हज़ारों लाखों फॉलोवर वाले बहुत सारे ट्विटर हैंडल एक साथ उन वीडियोस को ट्वीट कर रहे हैं, व हमारी श्रद्धा व श्रम को अपशब्द कह रहे हैं। ये सारे ट्विटर हैंडल एक ही तरह के हैं। ठीक वैसे जैसे स्टॉल पर सुनियोजित हमला हुआ, वैसे ही अब ट्विटर पर बढ़िया योजना के साथ हमला है। लगता है हमें हमारे पांचों सवालों का जवाब मिल गया। झूठा पोस्टर क्यों बनाया गया, स्टॉल पर कैसे आया, जनता को किसने भड़काया, वीडियो ट्विटर तक किसने पहुंचाया, और कौन लोग किसलिए फैला रहे हैं। हैं तो ये सब लोग एक ही, पर ये चाहते क्या हैं? ये सब उत्तर सामने आ रहे हैं। एक बात पक्की है, जिस सफाई के साथ इन्होंने अपने काम को अंजाम दिया, ये लोग ऐसी गतिविधियों में माहिर हैं। भारत में धार्मिक किताबों को बहुत बार जलाया गया है, पर पहले जलनेवाले विदेशी होते थे, मुसलमान होते थे। बख्तियार ख़िलजी ने नालंदा जलाई थी। पर आज जलाने वाले पूरी तैयारी के साथ सनातनी नारे लगाते हुए सनातन धर्म की पवित्र पुस्तकों को जला रहे थे। मेरे जैसे फौजी देश के बाहर के दुश्मनों से तो लड़ लें, पर देश के भीतर के खतरे से कैसे निपटा जाए, ये हमें सीखना बाकी है। Translate post
@@rajneshlodhirajput1025 jitna lamba chapne mein time waste Kiya ,itne der mein prayagraj pohoch sakte the farji fauji 🤣🤣 Pappu aur Khujliwal se bohot seekh chuke ho tum__but hum bhi pak chuke hein tumhare metthe lolipop se ,jitne chele chapate apne guru ko defend kar rahe ho ,woh kumbh join Karo,lagao dubara se stall waha baketi karo 🤣🤣
आचार्य जी ने जितनी सरल और गहराई से हमारे सभी त्योहारों का वेदान्तिक अर्थ और मर्म समझाया हैं शायद ही अभी तक भारत में किसी ने समझाया होगा उन्होंने हमारे वास्तविक धर्म जो की वेदान्त (भगवद गीता) हैं का बहुत ही सरल और गहराई से मर्म समझा रहे हैं!
@sudhakargundla3157 koi aapko apna ghar saaf aur majboot krne ko bole to kya aap ye bologe ki phle padosi ka saaf karao phir karunga? Khud hi soch lijiye
@@sudhakargundla3157आचार्य प्रशांत जी ने हिंदू धर्म के अलावा भी इस्लाम, ईसाई धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म, सिख धर्म पर और उनके ग्रंथों पर भी बहुत कुछ बोला है। बोलने से पहले थोड़ा रिसर्च कर लिया कीजिए।
रही बात कुंभ की, तो उन्होंने बड़े ही विस्तृत रूप से कुंभ के बारे में बताया है। कुंभ सिर्फ़ गंगा नदी में डुबकी मारने तक सीमित नहीं है। इसका अर्थ इतना सतही नहीं, बल्कि और भी गूढ़ है। समुद्र मंथन वाला समुद्र हमारे भीतर है, और मंथन से मतलब यहाँ आत्म-मंथन है। जब हम आत्मावलोकन या आत्म-मंथन करते हैं, उसमें सबसे पहले हमारा कचरा ही सामने आता है, जैसे समुद्र मंथन में सर्वप्रथम हलाहल निकला था। फिर तरह-तरह की अच्छी-बुरी चीज़ों के बाद अंततः कुंभ यानी अमृत पात्र निकलता है। अध्यात्म की भाषा में देखें तो ये अमृत हमारे भीतर ही प्रकट होता है, जब पूरी आध्यात्मिक यात्रा से गुज़रने के बाद अहम् आत्मस्थ हो जाता है। पूरी चर्चा बहुत विस्तृत है, जो कि यहाँ लिखना और समझाना संभव नहीं है। आप उनके चैनल पर जाएँ और उन्हें देखें व सुनें। आचार्य जी की आलोचना करने से पहले उन्हें आपको बहुत ही धैर्य से, बहुत तफ़सील से पढ़ना व सुनना पड़ेगा। ऐसे ही हवा में तीर न चलाएँ। ऐसा करना उनका नहीं, हमारे सनातन धर्म व वेद-उपनिषदों का अपमान होगा।
@@manish2g क़्या पता हैँ सनातन के बारे में ❓ रूढ़िया ❓मान्यताएं ❓कहानियां ❓सनातन इन सबसे आगे की बात हैँ, यूट्यूब पर वीडियो देखने से नहीं समझ आता सनातन, उसके लिए अध्ययन करना पड़ता हैँ.
Apne Acharya ji se dushre Dharam ke bare mai bhi bolne ko bolo... unke andhvishwas ko door karne ko bolo ..sanatan ki chinta mat kar...sahi kara ees ke saath...latto ke bhut bato se nahi milte....
आचार्य प्रशांत जी के बारे में बात करते हुए आपके चेहरे पर जो थोड़ी मुस्कुराहट है, वो एकदम बेहूदा और शर्मनाक है, अब ये ***यापे वाली बकलोली नहीं चलेगी, पहले पढ़ो तब तुम बोलना लायक हो
आचार्य जी नहीं पिटे है, राम और कृष्ण का अपने अपमान किया है आप लोगों ने ,चाहे आप जितना ही षडयंत्र कर लीजिए अब ये बोध की आग रुकने वाली नहीं है हम सभी के पास पहुंचेंगे ,सभी को कृष्ण के पास लाएंगे असली अर्थों में ,.....लोक धर्म वाले नहीं गीता वाले।
@@fantom6218@fantom6218 खाली मार पिटाई पर ध्यान रहता इतने हिंसक q हो? तुम जैसे लोगों के लिए ही किताबें लिखी जाती ताकि पढ़ो कुछ अक्ल आए। पर तुमसे वो भी नहीं होता और मार पीट की बात करते हो गजब😂😂 फोटो देख के क्या करोगे? किताबों की इज्जत नहीं, जो सच बोलते हैं और लोगों को तक पहुंचाते है उनकी पिटाई देखने में अलग ही मौज आती है आप जैसे पाखंडियों को? भाई सच तो बोलेंगे हम, लोगो तक सही अर्थ भी पहुंचाएंगे धर्म का अब इसके लिए मार खानी पड़े, पीटना पड़े या कुछ भी हो! सावित्रीबाई फुले तो महिलाओं को शिक्षा देनेवको कीचड़ तक बर्दाश्त करती थी हम जरा सी पिटाई से डर जाएंगे इतने हल्के नहीं है। तुम मुझे ताली दो या गाली मैं तुम्हे वो दूंगा जो सबसे ऊंचा हैं! - आचार्य प्रशांत ❤
अब समझ में आता है हम इतने साल गुलाम क्यों रहे, जब हम अपने धर्म का प्रचार करते हैं तो कुछ लोग धार्मिक किताबों को जलाते हैं और कुछ लोग उनका समर्थन करते हैं और फिर कहते हैं कि हिंदू बटा हुआ है क्या किसी एक ने भी किताब हो पढ़ी कौवा कान ले गया खोजो कान, बधाई हो
आचार्य प्रशांत भी एक महत्वपूर्ण विचारप्रवाह है हिंदू सभ्यता का । उनके साथ ऐसा बर्ताव नहीं होना चाहिए। पानीपत के युद्ध के पहले , साधुओं की फौजें नवाबों की तैनाती में थी और पेशवा के खिलाफ लड़ी थी । ये भी इतिहास है ।
प्रशांत कोई आचार्य नहीं है अपने को तो कोई कुत्ता भी इलाके का राजा घोषित कर लेता है लेकिन लाठी पड़ते ही भागता है। प्रशांत को न शास्त्रों का कोई ज्ञान है न उसे कोई अध्यात्म का पता है। केवल मूर्ख अनपढ़ ही उसके चेले बन के उसे बड़ा विचारक समझते है
Bhai tere Acharya pareshan islam ko bhi bada accha batata hai.. Tumna bhai exmuslim channel ko suno baad mein tumhe ye Acharya.. Halalcharya lagega.. Aur aisa hi hai dogla.. Vaampanthi
आचार्य प्रशांत पुनर्जन्म विषय में ऋषियों से विपरीत बोलते हैं, वेद में विज्ञान नहीं है बोलकर पाखंड चलाते हैं। इन विषयों पर डिबेट करो । कुंभ मेला स्नान बात छोड़ो ज्ञान रूपी मंथन और शास्त्रार्थ की चर्चा होती है।
आचार्य जी की पुस्तकों को जलाने वाली घटना पर ये वीडियो में महानुभाव कितना आनंद महसूस कर रहे है, इन्होंने एक भी पुस्तक पढ़ के देखी होती तो ये ऐसा नहीं करते। ये इनके अज्ञान का स्तर है। आचार्य प्रशांत आज के युग के महापुरुष है।
भाई राक्षस ऐसे ही होते हैं वह हमेशा से ऐसे ही करते आए हैं वही यह कर रहे हैं जरा भी शर्म नहीं आई कि यह धार्मिक पुस्तकों को जला रहे हैं और खुद को हिंदू बता रहे हैं पूजा पाठ तो असुर भी करते थे बस यह वही है जो कर्मकांड तो करते हैं लेकिन हिंदुत्व को समझते कुछ भी नहीं है इसीलिए इनको राक्षस के अलावा कुछ और कहना बिल्कुल भी उचित नहीं होगा और हमें ही भोली भाली जनता को लोगों को इनसे बचाना होगा
@@fantom6218 बेटा जिसने भी इतिहास में सच बोला है उसने गालियां ही मिली हैं तुम जैसे मूर्खों से और और तुम इन संतों को आतंकवादी कह रहे हो क्या क्योंकि ऐसी हरकतें तो आतंकवादी ही करते हैं जो बेकसूर लोगों को मारते हैं
आचार्य प्रशांत जितना प्रयास कर रहे है लोगो को वास्तविक धर्म से जोड़ने का उतना मैने किसी को नहीं करते देखा। आप अगर सच मुच हिन्दू होते तो आज तक आचार्य प्रशांत ने जितना वास्तविक धर्म का प्रचार किया है आप भी उन बातों का प्रचार करके लोगो को जागरूक करते। माना कि आपको धर्म के बारे में कुछ नहीं पता लेकिन जब आचार्य प्रशांत ने कुंभ पर लम्बी चर्चा की थी उस वीडियो को आपको अपने चैनल के माध्यम से लोगो तक पहुँचाना था। अब उनके बारे में भ्रामक प्रचार करके आप उनको नहीं धर्म को नीचा बता रहे है।
आचार्य प्रशांत सही अध्यात्म की शिक्षा दे रहे हैं जिसे हर मानव जाति के लिए आवश्यक है और गीता जो सबसे महान ग्रंथ है बहुत ही सरल व्याख्या के साथ समझाते हैं जो भीतर छुपे हुए अंधकार, अज्ञान, भ्रम, मान्यताओं को काटता है और तथ्य पर जीवन जीने के लिए सीखाता है। भोग से हटाकर योग की तरफ ले जाता है जीवन को, लेकिन वो जो भोगवादी हैं, अंधविश्वासी हैं उन्हें कृष्ण की गीता नहीं चाहिए उन्हें कहानियां चाहिए, भोग चाहिए। जो कृष्ण की गीता को जलाया है वो मूढ़ है , राक्षस है, चोर है, बेवकूफ है, जल्लाद है। आज वेदान्त की प्रचार जितना आचार्य जी कर रहे हैं उतना और कोई नहीं।
आचार्य जी के लिए कुछ पंक्तिया........ 🙏🙏 ना जाने कौन, मशिहा बनकर हमारे जीवन मे ज्ञान की ज्योत जलाएगा, आत्मज्ञान के अमृत से कौन हमे नाहलायेगा, इस नन्ही सी जान को न जाने कौन नया राह दिखलायेगा, क्या वो नन्हा भी एक दिन सच्चा जीवन जी पायेगा,....... आचार्य प्रशांत..... आचार्य प्रशांत🙏🙏🙏🙏🙏
@@nameless-x6j no criticism, no arguments, just calling people "brainwashed" and feeling a false sense of superiority over people because they seem to have a different (but might be better) opinion than yours...typical mindset of a person who is scared from the truth and is not open to new perspectives. Please call me "brainwashed" as well to prove me right😂
आचार्य प्रशांत पुनर्जन्म विषय में ऋषियों से विपरीत बोलते हैं, वेद में विज्ञान नहीं है बोलकर पाखंड चलाते हैं। इन विषयों पर डिबेट करो । कुंभ मेला स्नान बात छोड़ो ज्ञान रूपी मंथन और शास्त्रार्थ की चर्चा होती है।
@@ChhabiRandhari please go and watch some office videos. He talks about human problems.He talks about the centre of human which is full of impurities.which is need to be corrected
@@fantom6218 jab ahankar se vyakti pglaya hua ho or kuch bat nahi ho kehne ko fir yhi hota hai. Koi na bhai , ye apki vritti hi aise hai , ise smjho acharya ji se
आचार्य प्रशांत कुंभ का सही अर्थ बताते हैं कि व्यक्ति को भीतर की यात्रा करनी होगी। कुंभ का पात्र आत्मा का प्रतीक है, जिसमें सत्य, ज्ञान, और प्रेम का संग्रह होता है। इसे भरने का अर्थ है अपने भीतर अज्ञानता, अहंकार और भ्रम को खाली करना और सत्य को अपनाना।
@@smishra5283आपका विरोध कोई नया नहीं है ऐसे ही स्वामी विवेकानंद, कबीर साहब का विरोध भारत के ही लोगों ने किया था। इतिहास ही ऐसा रहा है जो भी समाज में ज्ञान, दर्शन, वेदांत को लेकर गए हैं उनके साथ आप जैसे ज़रूरत से ज्यादा होशियार लोग ऐसा ही करते हो।
@@smishra5283आपको कैसे पता की उन्होंने नहीं की है? और आपको ये भी कैसे पता की जिन लोगों को आप मानते हो कि उन्होंने अंदर की यात्रा करी है, उन्होंने भी सच में वो यात्रा करी भी है कि नहीं? बाहर बाहर से कर्म, आचरण और वेष भूषा बदल कर कोई भी लग सकता है कि उन्होंने गहरी यात्रा कर ली है। मानने से ज्यादा थोड़ा खुद जानने में विश्वास रखिए।
@@smishra5283पहले थोड़ा खुद से अन्वेषण करें, videos देखें, दूसरों की बातों को सुनकर अपने पूर्वाग्रह बनाना किसी मनुष्य को शोभा नहीं देता । कुम्भ पर उनका पूरा video देखें, ना समझ आये तो भीतर की यात्रा पर 10 video देखें। फिर यहाँ आकर बतायें ।
@@smishra5283Tumne dekha bhi hai yaa fir ese hi bol rhe ho , kyuki muh Mila hua hai tumhe . Kiska majaak udaya ? Balki Unke Sangarsh ki Sahi jaankari di , jinko log abhi poojte to hai par kabhi khud se janne ki koshish tak nhi ki
आचर्य प्रशांत के बुक स्टाल तो तहश तहश नही किया गया बल्कि उनकी बुक स्टाल आग लगाया गया और वहाँ पर पुस्तको के मुख्य पृष्ठ पर राम कृष्ण के तस्वीरें थी और राम और कृष्ण का नाम लेकर ही उनमें आग लगाई गई ।आप इस बात को कैसे न्यायसंगत मानते है ?
IIT, IIM, upsc qualified, mai janta hu unke baare me ....ar mai koi bhrm nhi faila rha ... mai aapke uss baat ka rply kiya jo aapne bola duniya ko jrurt hai ..kya aapne duniya ke hr ek aadmi se baat ki hai kya???jo aapko unki jrurt me baare me pta hai.....ar jra aap bhi unke back hidtory ke baare me pta krna sch aap bhi jaan jaoge...jruri nhi dimag bnd krke kisi ki baat ko sch maan le ...
@immortalgaming7330 भाई जी अपने ये गलत कहा है कि मैं दिमाग खोल कर बात नहीं कर रहा। आप आचार्य जी की किस बैक हिस्ट्री की बात कर रहे। कृपया कर के ऐसे भ्रमित करने वाले वक्तव्य न दे
Acharya Prashant Ji Very Good Advait Vedant Scholar and all that incident of burning 🔥 books of श्रीमद्भागवत गीता, उपनिषद, etc. by insane mob is very painful and heartbreaking 💔
@@sudhakargundla3157yes, converted into a real Hindu, the one who enquires about everything, not like you and your godfathers who blindly believe in whatever being said to them.
आचार्य प्रशांत को जाने बिगर आप लोग टिपण्णी कर रहे हो । बेहोशी से बाहर आओ और देखो वो बंदा सनातन को ही आगे ले जाने की बात कर रहा है , भाई hatts off है उस के काम को , और तुम यूंही व्यूवर्स के लिए कुछ भी बकेती करे जा रहे हो
आइए गा प्रयागराज में हमारा बुक स्टॉल फिर से लग चुका है । हम गीता पढ़े हुए अर्जुन है जनाब ,तुम जैसे टुच्चे दुर्योधनो से नहीं डरते, जो एक फेक अकाउंट से बात कर रहा है । 😂😂😂
हमने आचार्य प्रशांत जी से समझा है कुम्भ की कथा का सही अर्थ | समुद्र - मन समुद्र मंथन - मन का मंथन आचार्य जी ने India न्यूज पर बहुत अच्छे से कुम्भ का सही अर्थ बताया है | आपको जरुर देखना चाहिए |
आचार्य प्रशांत पुनर्जन्म विषय में ऋषियों से विपरीत बोलते हैं, वेद में विज्ञान नहीं है बोलकर पाखंड चलाते हैं। इन विषयों पर डिबेट करो । कुंभ मेला स्नान बात छोड़ो ज्ञान रूपी मंथन और शास्त्रार्थ की चर्चा होती है।
@@ChhabiRandhari आपने लगता है उन्हें सही से सुना नहीं, आपके और हमारे भीतर पल रहे अंध विश्वास के बारे में बोल रहे हैं वो, वेदांत का सही अर्थ बता रहे हैं वे, एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण जिससे अभाव में चलते हम अपना ही नुकसान करते हैं उससे हमें बचाते हैं वे| अपना चश्मा उतारें और आगे बढ़ें|
@@ChhabiRandhari और पुनर्जन्म के विषय में अपने शायद बुद्ध को नहीं पढ़ा, श्रुति शास्त्र का अध्ययन नहीं किया, आचार्य जी की बात श्रुति सम्मत हैं. पहले पढ़ें खुद और फिर लिखें, यह भ्रम फ़ैलाने से कुछ भी नहीं होगा
क्यों कि वेद में विज्ञान के आगे की चीज है जो विज्ञान को जानने वाला है उसको जानो....बाहर की दुनिया को जानने के लिए विज्ञान ,आंतरिक जगत को जानने के लिए अध्यात्म@@ChhabiRandhari
आचार्य प्रशांत के दो तीन विडियोज कुंभ मेले पर आ चुके हैं। और उन्होंने एक भी वीडियो में यह नही कहा की कुंभ अंधविश्वास हैं। कुंभ मेले को एक आत्मज्ञान एवं जागरूकता बड़ाने का स्रोत बताया हैं। पहले के जमाने में जब सोशल मीडिया नही था तब बहुत सारे लोग एक साथ इक्कठा होकर gathering करते थे ताकि चर्चा की जा सके। यह है एक logical बात।
जिन किताबों को ये जला रहे थे उनको पड़ लेते एक बार की क्या लिखा है इनमें फिर उनको जला देते और फिर तर्क युक्त उत्तर देते ये गलत लिखा है इसलिए जलाया लेकिन किताबों में तो वहीं लिखा था जो संतो ने श्री कृष्ण ने कहा गीता जी में फिर जला नहीं पाते
आचार्य जी ही आज की वैश्विक समस्याओं से विश्व को उबार सकते है वरना भ्रम में जीते जी कब मृत्यु का आगमन होगा पता भी नही चलेगा। पांव कब्र में है सबके, लेकिन आत्मावलोकन नही करना। खुद को देख अभी भी समय है। आचार्य जी से खुद को समझ, अभी भी समय है, वरना पतन तो दिख ही रहा है तुम्हारा।
आचार्य प्रशांत सर ने जितनी गहराई से भगवद्गीता,वेदांत,अष्टावक्र गीता आदि ग्रंथों को स्पष्टता से समझाया है ।जिन्हें वास्तविक धर्म से सरोकार है वो इस तरह बिना जाने समझे किसी की बातों में न आए ।किताबें जलाना किसी भी दृष्टि से सही नहीं है ।इतने खुश लग रहे है ये लोग मौका मिल गया है खुद को सही ठहराने का ,जो बात आचार्य प्रशांत सर ने कही ही नहीं उनके नाम पर consipricy कर के क्या साबित करना चाह रहे है जिसने भी किया है ,जिन्हें वास्तविक धर्म से प्यार है वो जाने समझे इस तरह मैनिपुलेट न हो। #आचार्य प्रशांत सर ❤❤
@amitjuglan5772 atleast हम समझने की कोशिश तो कर रहे है और भाई जब आपने सुना ही नहीं पढ़ा ही नहीं है तो सिर्फ एक जानबूझ के की गई कॉन्सपिरेसी को मान कर कोई भी राय बना लेना सही तो नहीं है उन्होंने ऐसा कुछ बोला ही नहीं है देख सकते हो कुंभ पे आधारित जो वीडियो है फिर decide कीजिए कुछ भी ।
@@amitjuglan5772atleast हम समझने की कोशिश तो कर रहे है और आप न इनको सुने हो न ही बुक्स पढ़े हो किसी की जानबूझ के की गई कॉन्सपिरेसी को सुन के कोई भी राय बना लेना कही से भी ठीक नहीं है जो उन्होंने बोला ही नहीं है कभी उस बात को लेके उनपर उंगली उठाई जा रही है किसी अनजान व्यक्ति का स्टॉल से जुड़ना पोस्टर बनाना आचार्य प्रशांत के नाम से और मना करने के बावजूद उस पोस्टर को स्टॉल तक पहुंचाना जानबूझकर की गई साजिश नही तो और क्या है और भाई आप जो इनके साइड से बोल रहे हो वो खुद view के लिए लिख दिए है कुछ भी "YOGI'S MASTERPLAN IS READY! KUMBH में पीटे ACHAYA PRASHANT ये सब क्या है नहीं दिख रहा है भाई आपको क्या?? कुंभ से related जो भी वीडियो है आचार्य प्रशांत सर का वो देख लो ऐसा कुछ भी नहीं बोले है उसमें फिर किसी को ब्लेम करना।।
ऋषभ भाई, अपनी बुद्धि का प्रयोग खुद करें नहीं तो उस पर कब्ज़ा करने को बहुत से राक्षस लालायित हैं। कोई पूर्वाग्रह ना बनाएँ, पहले आचार्य प्रशांत की 5-10 full videos देखें 'हिंदू कौन, सनातन धर्म को खतरा ' विषय पर, यहाँ आकर बतायें और खुद मंथन करें कि कौन सही और कौन गलत।
@@fantom6218खाली मार पिटाई पर ध्यान रहता इतने हिंसक q हो? तुम जैसे लोगों के लिए ही किताबें लिखी जाती ताकि पढ़ो कुछ अक्ल आए। पर तुमसे वो भी नहीं होता और मार पीट की बात करते हो गजब😂😂 फोटो देख के क्या करोगे? किताबों की इज्जत नहीं, जो सच बोलते हैं और लोगों को तक पहुंचाते है उनकी पिटाई देखने में अलग ही मौज आती है आप जैसे पाखंडियों को? भाई सच तो बोलेंगे हम, लोगो तक सही अर्थ भी पहुंचाएंगे धर्म का अब इसके लिए मार खानी पड़े, पीटना पड़े या कुछ भी हो! सावित्रीबाई फुले तो महिलाओं को शिक्षा देने को कीचड़ तक बर्दाश्त करती थी समाज से हम जरा सी पिटाई से डर जाएंगे इतने हल्के नहीं है। तुम मुझे ताली दो या गाली मैं तुम्हे वो दूंगा जो सबसे ऊंचा हैं! - आचार्य प्रशांत ❤
मैं आचार्य जी को 4 साल से सुन रहा हूँ। वे बहुत ही तार्किक तरीके से सनातन धर्म को अच्छे से समझाते हैं और समाज सुधार पर भी बहुत ही तर्कसंगत ढंग से बताते हैं। वे जलवायु परिवर्तन (क्लाइमेट चेंज) को लेकर लोगों को बार-बार सतर्क करते हैं। सच में, मुझे आचार्य प्रशांत के प्रति कोई नफरत नहीं है।
आचार्य प्रशांत से परिचय कराने के लिए धन्यवाद। अब मैं इनकी और वीडियोज देखूँगा। भगवद्गीता पर बहुत सुंदर समझाया है इन्होंने। ऐसा लगता है आप तीनों पागल हो और आचार्य प्रशांत की बातों को समझ नहीं पा रहे।
भाई यह लोग राक्षस हैं और कुछ नहीं इन्होंने उन धार्मिक किताबों को आग लगाई है जिन पर श्री कृष्ण श्री राम और शिव जी की फोटो थी और किताबें उस वजह से जलाई है जो कथन आचार्य प्रशांत जी का था भी नहीं आप ट्विटर पर जाकर मोहन जी का टीवीट पढ़े
हम लोग बड़े अभागे है क्योकि जो वास्तविक धर्म है उन्हें जानने,समजने बाजाय अपनेही धर्म के खिलाफ खड़े हो जाते हैं जबभि हमें गुरु, ज्ञानी या संतोने हमे अंधेरोसे बहार निकाल नेकी कोशिश की है हमने उनके साथ मोतसेभी बदतर सुलूक किया है गीता में श्री कृष्ण ने अर्जुन को बताया कि तेरे भीतर उठने वाले मोह, मान्यताये,परम्पराए सब अग्निमे होम कर यज्ञ कर और आज हमने क्या करा राम, और कृष्ण कोही अग्निमे होम दीया येहे आज हामारा सनातन धर्म .अब भी थोड़ा समय है आचार्यजी की संगति मे जुड़ जाइये तर जाएंगे वरना हमारा डूबना तय है.
@@seemanegi3483 सीमाजी हम अपनी मान्यताओ को साथ लेकर सत्यको कभी नहीं जान पाएंगे सत्यका काम हमे जो अच्छा लगे वो नहीं है हम जो बने बैठे हैं उनहे तोडना है सत्यको जाननेमे अहंकार को चोट तो लगेगी पर अहंकार को मिटानाहि पुरे मानव जातिका धर्म है तो मानकर मत बैठिए पुरी श्रद्धासे आचार्यजीको सुनते रहिए सही जीवन जीने में बड़ा आनंद रहेगा
जयपुर डायलॉग झूठ मत फैलाओ। खुद को जितनी झूठ की खुराक दोगे उतना दुख पाओगे। आचार्य जी इतिहास पुरुष हैं वे सत्य को संपूर्ण विश्व तक ले जाने का प्रयास कर रहे हैं।
Shri madbhagwad geeta ka aaj tak ka sabse satik aur sahi arth samjha rahe hain achary ji. Anya kisi vyakti ne aaj tak Geeta ji ka aur anya granthon ka marm samjha rahe hain. Badi badi baton karne wale logon ne in granthon ko padhna to door, inke naam bhi nahin pata honge. कृपा करके आचार्य जी जो धर्म का सही अर्थ समझा रहे हैं, युवाओं को अवसाद से बचा रहे हैं, जीने का ढंग सिखा रहे हैं, पर्यावरण को बचाने की दिशा में जागरुकता फैला रहे हैं, पशुओं को बचा रहे hain, उन्हें आप शान्ति से उनका काम करने दें.
आचार्य प्रशांत हमारे सामने सच्चा धर्म ला रहें हैं इसीलिए पाखण्डी लोग का दिल जल रहा हैं दिल हो हों तो न तिजोरी जो जल जला भोले भाले को लूट कर और आचार्य प्रशांत के खिलाफ़ भरका रहें हैं सबको। शर्म आनी चाहिए तुम जैसे को जो सच्चा धर्म फ़ैलाने वाले का गलत प्रचार किया जा रहा हैं ... book स्टॉल पर अनजानी महिला आकर गलत पोस्टर बनाईं जिसे books स्टाल पर के लोग उस पोस्टर को रिजेक्ट किया वही पोस्टर लेकर एक अनजान आदमी लेकर शोर मचाने लगा और साधुओं को भरकाने लगा फिर भीड़ में ग़ायब हो गया आचार्य प्रशांत ने कभी वो बात बोले ही नहीं जो उस अनजानी महिला ने पोस्टर बनाया सब साज़िश हैं आचार्य प्रशांत के खिलाफ़। अगर अभी आपलोग सच का साथी नहीं बनेंगे तो आचार्य प्रशांत हम तक सच्चा धर्म नहीं ला पाएंगें और तिजोरी भरने वाले भरते रहेंगे #Acharya prashant सच्चे धर्म प्रचारक हैं ❤
मुझे आचार्य प्रशांत जी ने नया जीवन दिया है । तरस आता तुम लोगों पर कि इतनी उम्र हो गई फिर भी वास्तविक धर्म से दूर हो। आपको बुद्धि मिले । मेरी सांत्वना आप लोगों के साथ है अज्ञान से भरे अंकल लोग।
बिना पूरा समझे आचार्य प्रशांत को
और उनकी किताबों की मर्म को
आज वही एक मात्र हैं हो सच्चाई लोगो तक ला रहे है धर्म का वास्तविक अर्थ बता रहे हैं
Converted लागता रु
@@sudhakargundla3157 to gyaani baba aap hi bataye kya sach hai 😂
@@sudhakargundla3157Bas , ese hi jinko bhi apni Manyatao ke khilaf bolta dekho , use Converted boldo 😂
@@omkarsalve2929सच यह है कि हिंदुओं ने अपने ही धार्मिक ग्रंथो को अहंकार वश होकर खोखले नारे लगाकर जला दिया
@@sudhakargundla3157भाईसाहब, आप से सवाल हैँ कुछ, इसका ईमानदारी से उत्तर दीजिये ❗
1) धर्म क़्या हैँ ❓
2) यदि धर्म से मेरी बेचैनी दूर नहीं हो रही, तो क़्या यह साबित नहीं करता की कुछ तो गलत हैँ ❓❓
3) हम कहते हैँ, धर्म सत्य तक लेके जाता हैँ, तो क़्या हमारा धर्म हमें सत्य तक लेके जा रहा हैँ या कहानियों में ही बाँध के रख रही हैँ ❓❓
कुंभ पर उन्होंने बहुत अच्छी व्याख्या करी है जाइए और देखिए ,।
इनको अपना नहीं पता वो आचार्य जी को क्या समझेंगे
Brainwashed prashant bhakt spotted 😂
@@nameless-x6j अरे भाई पहले अपने दिमाग में क्या चल रहा है ,उसे जाचो । मेरा सुझाव है की आप कृपया कर आचार्य प्रशांत जी की गीता शिक्षाओं से जुड़े, सही कै रही हू, दिमाग में जो फितूर है वो सब मस्त साफ हो जाएगा।
और माफ कीजिएगा हिंदी में लिखे तो कुछ समझ आए मुझे।
@AshutoshYadav-r9v मेरी छोड़िए आप अपनी बताइए अगर आप पढ़े लिखे है तो कुछ पढ़ लीजिए । सुनना आता है तो सुन लीजिए ।
@@nameless-x6j बेटा तुम वही हो ना जो आठवीं failed होने पर पढ़ाई छोड़ दी थी तबसे धंधे पर बैठ गया है 😂
Acharya Prashant sir ने कुम्भ के बारे में बहुत अच्छे से बताया है, जो पौराणिक कहानी है...कुछ भी अपने मन से या negative नहीं कहा है बल्कि इस बारे में सारे भ्रम, doubts दूर किए हैं
AP zindabad !
जी हमने भी देखा कुंभ वाला विडियो
बहुत ही गहन और स्पष्ट अर्थ बताते है(आचार्य जी)
Acharya Prashant is a leftist guy is faking as "Vedantic Guru". इसका एक ही पैटर्न है । पहले पूरा मार्क्सवादी जहर उगलो। हर तरफ संघर्ष, शोषण , सड़े गले समाज के विरुद्ध विद्रोह इत्यादि। और बाद में दो लाइन जोड़ दो। ज्ञान की प्राप्ति करो, तुम शरीर नहीं हो वगैरह वगैरह।
❤❤❤❤❤❤love you आचार्य ji jo mere lie कृष्ण तुल्य है
आचार्य जी ने कभी ऐसी बातें कहीं ही नही। किताबो के ऊपर भी हमारे आराध्य की तस्वीरें लगी थी।
शक्ति मिली है,
यौवन मिला है,
समय मिला है,
तो उसी के साथ
यह अभिशाप भी मिला है
कि अगर इनका
सही निवेश नहीं करोगे
तो बहुत दुख पाओगे।
आचार्य जी❤
Aap apne shakti ka nivesh kijiye
@@DEEPAKKUMAR-yi5rv ji aur aap apne sach ka sath dijiye
@@DEEPAKKUMAR-yi5rvwow tum kitna cool reply dete ho 🤡🤡
कौन सी किताबें जलाई जाती हैं?
भगवद गीता भाष्य
गीता सार
शिवोहम
हे राम
राम निरंजन न्यारा रे
आत्मा
आत्मबोध
आत्मज्ञान
अहम
ऐसे प्रकटते हैं कृष्ण
अपरोक्षानुभूति
अष्टावक्र गीता
भागवत पुराण
भक्ति सूत्र
बोध सूत्र
वैदिक बोध कथाएं
छान्दोग्य उपनिषद
दुर्गा सप्तशती
घर घर उपनिषद
गुरबाणी
हनुमान चालीसा वेदान्तिक अर्थ
कर्मयोग
कठ उपनिषद
मोक्ष
महाभारत
महामृत्युंजय मंत्र वेदान्तिक अर्थ
माया
मुण्डक उपनिषद
निरालंब उपनिषद
ॐ नमः शिवाय
सनातन धर्म
संत सरिता
शून्यतासप्तति
श्वेताश्वतर उपनिषद
तत्वबोध
@@moolchandpatidar4324 💔💔
इन लोगों का एजेंडा सिर्फ यही है कि हम आचार्य प्रशांत से बहुत सारी ऑडियंस अपनी तरफ खींच सकते है उनके बारे में उल्टा सीधा बोलकर
क्योंकि किसी के बारे में बोलना बहुत आसान होता है
Kab ja rahe ho Prayag chimte khane ??? Agrim badhayi ,pit'te hue video zarror bhejna apni
@fantom6218 सत्य का साथ देने के लिए मुझे क्या तुम जैसों को भी जाना चाहिये।
और आज तक जो भी सत्य के लिए खड़ा हुआ है वो पिटा है।
@@fantom6218 satya ke sath mil kar chal. Chimte tujhe bhi lagenge kyunki sach bardasht nahi hota logo ko
Inki apni audience jaayegi, jisme se ek main hoon, I love आचार्य प्रशांत ❤
आचार्य जी असली गुरु हैं, जिन्होंने मुझे धर्म और ज्ञान से अवगत कराया। उन्होंने मुझे श्री कृष्ण और श्री राम के मर्म से भी परिचित कराया।
अब तो बिल्कुल भी पीछे नहीं डरना और बिल्कुल भी पीछे नहीं हटना अगर हम हट गये तो डटेगा कौन? ~आचार्य प्रशान्त
आचार्य जी कि किताबें हमारे भ्रम मिटाता है 💪💪
Brainwashed karta hai 😂
@@mriduprrateek3579
एक बार पढ़ तो लो , बहुत clearity आती है लाइफ में ।
Kab ja rahe ho Prayag chimte khane ??? Agrim badhayi ,pit'te hue video zarror bhejna apni
Agr itne hi gyani hai wo to open debate me kyu nhi aate kuch logo ko baitha ke brainwash kr dena ar cross question pr bigd jana ....bs itna hi bhram mitate hai wo
क्या भ्रम मिटा ??
आचार्य प्रशांत जैसे शिक्षक विश्व भर में वेदांत उपनिषद गीता, संत वाणी पर एक विस्तृत पाठ्यक्रम चला रहे हैं।
❤ जिससे लाखों लोग जुड़ रहे हैं वो एक ऐसे अकेले व्यक्ति हैं जो सनातन धर्म की मूल दर्शन, वेदांत, श्रुति परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।❤❤
Kab ja rahe ho Prayag chimte khane ??? Agrim badhayi ,pit'te hue video zarror bhejna apni
आचार्य प्रशांत जैसे शिक्षक जिन्होंने कभी कुछ गलतसलत नही कहा। वेदांत,उपनिषद,गीता का पाठ्यक्रम चला रहे है। कुंभ का सही और पौराणिक अर्थ उन्होंने सही तरीके से समझाया है।
कृपया उनके बारे मे अपप्रचार ना करे । सही अर्थ मे सनातन धर्म की परंपरा को वो बढा रहे है।
Acharya Prashant ek vaampanthi soch wala sanatan ka sabse bada shaatru hai . Wohi hindu usko follow karte hai jinko pehle se hi western civilisation ki chatne ki aadat hai . U hi hindis ko acharya Prashant ek sanatan ka baba dikhaai deta h jo ki hai asliyat me ek zehreela vaampanthi
बिल्कुल सही 👍👍👍
धर्म का सही अर्थ आचार्य प्रशांत ही बताते है
आचार्य जी ने कुम्भ के वास्तविक अर्थ को समझाया है जिसे भारतीय जनमानस समझ भी रहा है और लाभ ले
रहा है
Kab ja rahe ho Prayag chimte khane ??? Agrim badhayi ,pit'te hue video zarror bhejna apni
@@fantom6218
अपनी जिंदगी में झांक के देखो कितने पिटे हुए हो तुम, रोज़ पिटते हो दिन में कई कई बार, कभी नेताओं से कभी समाज से कभी घरवालों से कभी दोस्तों से। कुलमिलाकर कहीं भी दो पैसे की इज़्ज़त नहीं है तुम्हारी। और बहुधा तो खुद से ही पिटते हो तुम लेकिन वो देख पाने की तुम्हारी दृष्टि नहीं है।
राम नाम सत्य है
@@fantom6218😂😂😂😂😂😂😂
@@fantom6218 surely, when you will start attending funerals of your near ones as you want innocent people to die. Read his books and then speak. Chimte se tu darr... jo sach hai wo ho kar rahega. Waise bhi Acharya ji ne kabhi bhi kumbh ko lekar aise baatein kahi hi nahi. People like you wanted to create some ruckus and see it happened. But you won't succeed.
जो भगवत गीता की पुस्तक को जलाए, वो किसी भी दृष्टि से साधु नहीं हो सकता।आचार्य प्रशांत जी धर्म का सही अर्थ समझा रहे है।
Acharya Prashant jaise dhongi Naga Sadhuon k chinte khaane layak bhi nhi
Dhongi aacharya
भगवद्गीता की किताबों को नहीं जलाया, बल्कि नकली आचार्य की नकली कमेंट्री की किताबों को जलाया है। 😂😂😂
@hariram1462 jao Jake pehle unke kuch books padhe ..Bina padhe ap kaise bol sakte hai
@@poonamkhera5753 हां, मेरे पास आचार्य प्रशांत की मनघड़ंत और ग़लत व्याख्या की भगवद्गीता है। अब आप हमें भगवद्गीता से पुनर्जन्म के खण्डन का एक श्लोक पेश करो। वरना उसे एक झूठा और पाखंडी व्यक्ति स्वीकार करो।
आचार्य प्रशांत इस सदी के सबसे महान व्यक्तित्व हैं जो धर्म का वास्तविक अर्थ जन जन तक पहुंचा रहे हैं ,उनकी वजह से कितने लोग कई तरह के दलदल से बाहर निकल कर अपना जीवन बेहतर तरह से जी पा रहे है वास्तिक धर्म के अनुसार।
❤
Par vo islam ko bhi achha batate hai.jabaki aisa kuch nahin hai.guda nahin hai sach bolane ka.
@@akshajChaudhary1यह प्रशांत बिल्कुल कालनेमि है । बातें बहुत लच्छेदार करता है किंतु पूरा मार्क्सवादी जहर उगलता है
@akshajChaudhary1 उनके जितना किसी में हिम्मत नहीं है इस लिए तो सब लगे हैं उनको बदनाम करने में ।
@@akshajChaudhary1 वो धर्म नहीं इंसान देखते है। वो वेदांत कृष्ण की बात करते हैं गीता पढ़ाते है। और गीता में जाती धर्म नहीं है। अहंकार का पर्दा हटाकर कर देखो तब समझ में आएगा उनकी बातें।
आप लोग कैसे हिंदू हो भाई?😡 आप लोगों ने धर्म के नाम पर जो किताबें जलाई हैं, वह श्रीमद्भगवद्गीता है, वह शिवोहम पुस्तक शंकर जी पर है, और वह राम पर लिखी पुस्तक है।
अब हम आचार्य प्रशांत को और अधिक सुनेंगे और उनके विचारों को बहुत सारे लोगों तक पहुंचाएंगे। आप बस देखते रहिए।
आप लोग हिंदू नहीं हो सकते। आप लोग महिषासुर के मानने वाले लग रहे हैं और जातिवाद का समर्थन करने वाले लग रहे हैं।
युद्ध्यस्व 💪🏻💪🏻
यह लोग हिंदू हैं ही नहीं, यह बस एक संकीर्ण विचारधारा के अनुयायी हैं जिन्हें बस शोर मचाने से और अपने पूर्वाग्रहों पर चलने का प्रशिक्षण दिया गया है।
जी अभिषेक जी. ये भगवा ओढ़े हुए बख्तियार खिलजी हैँ जिन्होंने बेशर्मी से नालंदा को भी जलाया था औऱ आज हमारे धार्मिक ग्रंथों को. अब बस युद्ध होगा 🔥✊🏽✊🏽
Ye वहीं राक्षस हैं जो राम का लेकर रावण का काम करते हैं
जो लोग भगवत गीता ओर उपनिषद् वेदान्त की किताबें जला रहे हैं। वो सिर्फ ओर सिर्फ सनातन के गौर विरोधी हैं।
Kab ja rahe ho Prayag chimte khane ??? Agrim badhayi ,pit'te hue video zarror bhejna apni
हमारा सनातन सहनशीलता का प्रतीक था और हम आक्रोश दिखा रहे आचार्य जी के ऊपर ही जो गीता के सबसे बड़े प्रेमी है और सही गीता सब तक पहुंचा रहे है
Prashant ji ke pracharak kumbh mele ko andhvishwas bol rahe hai, Naga Sadhus did right thing.
@@apc6539or comment pad le
@@apc6539ऐसा कुछ नहीं था ये सब एक साजिश थी किसी ने आचार्य प्रशान्त के नाम से झूठा पम्फ्लेट बनाकर नागा साधू को भड़काने का कार्य किया.. वर्ना bookstall तो दो दिन से शांतिपूर्ण चल रही थी और साधू जन पुस्तके भी खरीद रहे थे
@@apc6539
इसके पिछे सच्चाई कुछ अलग है।
@@apc6539 कुछ लोग ज्यादा आगे निकल गए होंगे, बात कहने का तरीका गलत हो सकता है, मतलब ये तो नहीं कि सब ही गलत है
आचार्य प्रशांत जी की बुक स्टॉल को जलाना और उसपर आपका आनंद लेना यह दर्शाता हैं की आप ज्ञान से कितने भयभीत हैं। शर्म आनी चाहिए।
मुझे आचार्य प्रशांत के रूप में पहला गुरु मिला जो बाकियों की तरह ये नहीं कहते है कि मैं जो बोल रहा हूं वो मान लो आचार्य जी हमेशा कहते है तुम खुद से देखो इस संसार को और खुद को (self knowledge) उन्होंने कभी कुछ मानने को बोला ही नहीं।
आचार्य प्रशांत जी ने मुझे नया जीवन दिया है जीवन जीना सिखाया है
Love you Acharya ji 🙏❤️
#AcharyaPrashant ❤
आचार्य प्रशांत जी ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Kab ja rahe ho Prayag chimte khane ??? Agrim badhayi ,pit'te hue video zarror bhejna apni
@fantom6218 acharya Prashant ji 💕 💕💕💕💕💕💕
आचार्य जी जैसे शिक्षक कि बहुत जरूरत है आज भारत को 💪💪
AP books have very well explained meaning of Vedanta
In this violent act Gita,Upnishads, Shiva,Sant bani and other religious books are being burnt! People who are singing dohe of kabir sahib being attacked! On the other hand Acharya Prashant never said Kumbh Mela is superstition but he emphasized that we must look for the real meaning of Kumbh Mela, the truth. He says this festival is a great opportunity for self knowledge, to go beyond the Ego.
You don't even know what Kumbh is and even unaware of facts in this violence. So don't just bark, first equip yourself with facts and know the real meaning of Kumbh Mela from Acharya Prashant.
😂😂😂
@@SCSH31 anti-sanatani stay away
Days are over for fake sanatanies. You get what you deserve no matter how sugar coated words you use.
इस घटना से समझ में आ गया कि आचार्य जी और कृष्ण का संघर्ष कितना बड़ा है और किस के विरोध युद्ध हुआ था और अब रहा है।
महाभारत का युद्ध जमीन या द्रोपती का अपमान का बदला के लिए नहीं हुआ है उन सभी शक्तिशाली व्यक्ति के खिलाफ हुआ है जो अधर्मी का साथ दिया है। उन लोगों का खिलाफ जो धर्म का गलत मतलब निकालकर अधर्म होने दिया है।
जैसे भीष्म पितामह इतनी शक्तिशाली थे लेकिन उनकी शक्तियां पिता के वासना को पूर्ति के लिए हुआ, वचन पालन का गलत मतलब निकालकर गलत शासन का साथ देते रहे।
पति ही सब कुछ है। पति के सुख दुख में समान सहभागी होने का धर्म समझना गांधारी का पाप था।
उन सभी गुरुओं का खिलाफ युद्ध है जो जाति धर्म के नाम पर शिक्षा देते हैं।
सभी संबंधियों के खिलाफ युद्ध है जो संस्कृत और परंपरा के नाम पर अपनों का शोषण करते आए।
बड़ों का आज्ञा का पालन करना चाहिए,जुआ खेलते वक्त
बाकी भाइयों का गुलामी स्वीकार करना ही अधर्म था।
द्रोपती के साथ जो गलत हुआ उसमें सभा के सभी सदस्यों की मान्यता थी कि औरत दासी होती है भोग की समान होती है। औरत की मर्जी नहीं पूछी गई।
उन सभी के खिलाफ वह या यह युद्ध हैं जो अधर्म जान के भी उसे हो जाने देते हैं।
महाभारत का युद्ध राष्ट्रीय युद्ध था और अब भी है।राष्ट्रीय प्रेम में उठा हुआ युद्ध
आचार्य प्रशान्त का को हुआ, वही होना चाहिए था, बिलकुल ठीक हुआ 🚩🚩🚩
GOOD SIR JI
@@neerajpandit516 ऐसे ही सनातनी नहीं बनते किताबें उठाओ ज्ञान बढ़ाओ अहंकार को मिटाओं समझो जानो देखो परखो एक जीवन है अज्ञान में मत मिटा देना। 🔥🔥🔥
@@neerajpandit516अरे पंडित जी, थोड़ा तो अपनी बुद्धि का प्रयोग कीजिए, किसी की भी बातों में आ जाते हो 😂 5 वर्ष के बालक में भी आपसे ज्यादा समझदारी होगी। पहले AP का पूरा video तो देखो कुम्भ मेले के ऊपर और जो पुस्तकें जलाई गई उन पर श्री कृष्ण, श्री राम, हनुमान जी, शिव जी की तस्वीरें थी। जिन लोगों ने यह वीभत्स काम किया है, उनसे भी तो पूछो कि क्या तुम सच में हिंदू हो? कितने उपनिषद् पढ़ें तुमने, श्रीमद्भगवद्गीता के वास्तविक अर्थ से कितना परिचय है तुम्हारा? तुलसीदास जी के श्री राम को कबीर के राम को कितना जानते हो तुम?? जवाब दें
@@SukhmanderSingh-bn9ouटोपा आदमी हो क्या बे😂
जिस व्यक्ति ने अकेले 2024 में ही 10 लाख जानवर की जान बचाई ।सभी धर्म , संप्रदाय के लोग सुनते हैं इन्हें सुनते है । हिंदू तो सुनते है ही साथ में मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन और बौद्ध धर्म लोग भी इन्हें सुनते है और इनके विचारों का सम्मान करते है ।
कौन सी किताबें जलाई गई हैं?
भगवद गीता भाष्य
गीता सार
शिवोहम
हे राम
राम निरंजन न्यारा रे
आत्मा
आत्मबोध
आत्मज्ञान
अहम
ऐसे प्रकटते हैं कृष्ण
अपरोक्षानुभूति
अष्टावक्र गीता
भागवत पुराण
भक्ति सूत्र
बोध सूत्र
वैदिक बोध कथाएं
छान्दोग्य उपनिषद
दुर्गा सप्तशती
घर घर उपनिषद
गुरबाणी
हनुमान चालीसा वेदान्तिक अर्थ
कर्मयोग
कठ उपनिषद
मोक्ष
महाभारत
महामृत्युंजय मंत्र वेदान्तिक अर्थ
माया
मुण्डक उपनिषद
निरालंब उपनिषद
ॐ नमः शिवाय
सनातन धर्म
संत सरिता
शून्यतासप्तति
श्वेताश्वतर उपनिषद
तत्वबोध
लगभग 500 किताबें जला दी जाती हैं।
उपर्युक्त ग्रंथ किस धर्म के है?क्या वो सनातन का उपासक है जिसने किताबें जलाई?
तनिक विचार कीजिए!
batao khud ko hindu kahte he!
आचार्य प्रशांत ❤❤❤❤
आचार्य prasant जी की शिक्षा बहुत जरूरी है आज के भारत के लिए । ❤❤❤
Alcoholic and communist narrative prashant hai, tum log brainwashed ho chuke ho 😂
@@nameless-x6j Jao jaake pehle 2,3 mahina achhe se suno tab jaake samajh me aaynge ki wo kon hai fir aakar comment karna faltu mat bolo yaha pe
@@nameless-x6j
Communism का क़्या मतलब हैँ बताइए जरा ❓आप ज्ञानी लगते हैँ, इतिहास के जानकर लगते हैँ ❓
@@nameless-x6jजो व्यक्ति अपनी चेहरे छुपाकर नाम छुपाकर कम्युनिस्ट narrative शब्द का सहारा ले रहा है क्या वो communist वर्ड का अर्थ भी बता सकता नहीं क्योंकि ये वो लोग है जो सोशल मीडिया पर इसलिए आते है क्योंकि इन्होंने पढ़ाई छोड़ दी । और जब पढ़ाई की नहीं तो तथ्य विरोधी comment ये लिखते रहते है ।ये वो लोग है जो पैसे के लिए भाड़े के टट्टू बन गए है इनका bhondapan यह है कि कहीं भी ऊँचे दो चार शब्द चिपका दो जिसमें इनको समाज के थोड़े पढ़े लिखे प्रभावित हो जाए।
@@nameless-x6j अरे बेनामी ! पहले अपने असली नाम से तो आ !
आचार्य प्रशांत आज के कृष्ण है 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Wo aapke according hai......aise to kejriwal bhi krishna hai ojha sir ka according...😂😂😂
आचार्य प्रशांत आध्यात्मिक है, केजरीवाल नहीं। आपने थोड़ी तो अकल लगाई होती।
@@nishantsagar5392 kya hr aadhyatmik person krishna hai???
@@nishantsagar5392 bhaiya jra aap akl lga mere comment ko pdhiye maine bola jaise aap unko krishna bol rhe waise kejriwal ko ojha sir krishna bol rhe...aap hi btao krishna bnna mumkin hai..?
@immortalgaming7330 आचार्य जी आचार्य जी है, और कृष्ण कृष्ण है। दोनों की तुलना करना गलत है। लेकिन यहां लोगों की भावनाओं की बात है, तो भाई साहब बस ऐसे बोल दिया है, आप इसे ऐसे ही देखे बस की ये आचार्य जी से कितना प्रेम करते है।
जो काम किया लोकधर्मीयों ने कुंभ मे श्रीमद्भगवद्गीता को,उपनिषदों को जलाने का इस अपराध के लिए उन पर कडी से कडी कारवाई कि जानी चाहिए योगी सरकार द्वारा अगर ये सरकार सही मे हिंदू धर्म का सम्मान करता है। और इन मिस्सइनफोरमेशन फैलाने वाले युट्युबर्स को जेल होनी चाहिए
ये सभी youtubers और किताबों को जलाकर destroy करने wale vidharmi mile हुए है 😢
सनातन धर्म का असली मतलब Acharya Prashant ही बतातें हैं. ❤
तथ्य से दूर अपनी काल्पनिक दुनिया है इन लोगों की .. आचार्य प्रशांत वास्तविक धर्म का मर्म समझाते हैं। उन्हें इस घटिया राजनैतिक खेल से सरोकार नहीं है।
जो भी खुद को बोहोत बड़ा सनातनी बता रहा है, तो हमारे वेदिक परंपरा से आए आचार्य जी से शास्त्रार्थ करले। बदनाम करना धार्मिक पुस्तकों का दहन कोई असुर ही कर सकता है। जान न जाए निशाचर माया, कालनेमी केहि कारण आया।
❤
❤
Apne guru ji ko ashram mai rakho na...kisne kaha kumbh aap....Gyan lo tumlog unse...sanatan jindabad
सनातन के बारे में जानते भी हो?
यूट्यूब पर सर्च करके सुन लो भाई अभी।
सनातन धर्म क्या हैं? आचार्य प्रशांत
@@kundankumarsingh6502 सनातन का नाम भर लेने से क़्या होगा ❓कभी जान भी लो सनातन क़्या हैँ, या बस नारे ही लगाओगे 🤦🏽♂️🤦🏽♂️
देखो भाई वहाँ जो किताबे जलाई गयी वो हिंदु धर्म की थी,
कृष्ण जी, राम जी, शिव जी की पिक्चर लगी थी, आप अंधे हो क्या उन्होंने हमारे अवतारों को जला दिया और आप जलाले वालो की तारीफ कर रहे हो,
तुम 🕉️हिंदु हो नहीं, 😢
These people are crooks and dumbasses not hindus. These people poliferate in the name of Hinduism but their agenda is evil. Acharya Prashant is a real well wisher of this society, who cares for us.
पहले तो उस पोस्टर पर ग़लत संदेश लिखा गया। फिर अफवाह फैलाई गई कि स्टाल वाले उस संदेश को अनाउंस कर रहे थे और किताबों में भी उसी से संबंधित तर्क थे। ज़ाहिर है ये सब जानबूझकर रचा गया है।
आचार्य प्रशांत का वास्तविक संदेश जानने के लिए India news वाले interview को सुनें🙏
Kab ja rahe ho Prayag chimte khane ??? Agrim badhayi ,pit'te hue video zarror bhejna apni
@@fantom6218 मैं फौज में 30 वर्ष की अनुशासित और समर्पित सैनिक सेवा सहित सेना के कई गौरवशाली व साहसी मिशन का हिस्सा रहने के बाद रिटायर हुआ हूँ। देश के सामने बड़ी चुनौतियाँ हैं, और फौजी रिटायर होने के बाद भी राष्ट्रसेवा से पीछे नहीं हटता। सेवानिवृति के बाद मुझे लगातार ये महसूस होता रहा कि मैंने देश और धर्म की सेवा करने के उद्देश्य से कई तरीके खोजे, पर राष्ट्र की सेवा एवं रक्षा का सबसे गहरा व प्रभावी तरीका मुझे आचार्य प्रशांत की शिक्षाओं को घर-घर पहुँचाना ही लगा।
प्रयागराज में आचार्य जी को सुनने व मानने वाले लाखों लोग हैं। ज़ाहिर सी बात है ये सब लोग आचार्य प्रशांत की संस्था (प्रशांतअद्वैत संस्था) के सदस्य नहीं है। पर ये लोग आचार्य जी की पुस्तकें पढ़ते हैं, धर्मग्रंथों - विशेषकर गीता व उपनिषद - का निष्ठा व गहराई के साथ पाठ करते हैं, व क्लाइमेट चेंज, आर्थिक असमानता व भोगवाद जैसे मुद्दों पर विचार विमर्श करते हैं।
यही सब साधारण लोग - नौकरीपेशा, गृहणियां, छात्र -आपस में मिलजुल कर के अपने खाली समय में अक्सर शाम को अलग-अलग जगहों पर सार्वजनिक स्टॉल लगाते हैं। एक स्टॉल पर फुर्सत के हिसाब से 8-10 लोग खड़े हो जाते हैं, कभी दो घंटे को, कभी चार घंटे को। कौन खड़ा होता है ये भी निश्चित नहीं होता, बहुत लोग हैं, और नए लोग जुड़ते रहते हैं, कभी कोई आ गया, कभी कोई। बहुत बार तो नवागंतुक से परिचय भी तब होता है जब वो स्टॉल पर आकर अपने बारे में कुछ बताता है।
स्टॉल पर गीता के श्लोक, संतों के भजन गाए जाते हैं, और आने-जाने वालों को धार्मिक, राष्ट्रीय व वैश्विक समस्याओं पर चिंतन के लिए आमंत्रित किया जाता है। कुछ लोग एक पैंफलेट लेकर चले जाते हैं, कुछ लोग सिर्फ भजन सुनने के लिए रुक जाते हैं, और कुछ आकर स्टॉल की किताबें भी खरीदते हैं। इन किताबों के वितरण या बिक्री से आया पैसा प्रशांतअद्वैत संस्था नहीं जाता है। स्टॉल पर खड़े होने वाले स्वयंसेवक सैकड़ों में हैं, कभी कोई आ जाता है कभी कोई। प्रयाग में हमारे काम को प्रेम और सम्मान मिलता है।
तो महाकुंभ में भी स्टॉल लगाने की तैयारियां चल रही थीं। एक देवी जी आईं, जिन्हें कोई नहीं जानता था, बोलीं कि वे पोस्टर अच्छा बनाती हैं, और आचार्य जी को बहुत पढ़ती हैं। वहां मौजूद स्वयंसेवकों में कोई उन्हें जानता नहीं था। पर देवी जी ने पूरी निष्ठा प्रदर्शित करी, और आग्रह कर के एक पोस्टर बना दिया। उस पर उन्होंने कुछ लिखा जिसकी शुरुआत थी, "कुंभ मेला अंधविश्वास है", और नीचे आचार्य प्रशांत का नाम लिख दिया। ये पोस्टर देखकर स्वयंसेवकों ने कहा कि ऐसी तो कोई बात आचार्य जी ने आज तक कभी कही ही नहीं। कहीं कही तो, या लिखी हो, तो दिखा दीजिए। इतना ही नहीं, आचार्य जी ने तो इससे मिलती-जुलती भी कोई बात कभी कही ही नहीं। तो देवी जी वहां से चली गईं। उनका पोस्टर रिजेक्ट कर दिया गया। लगभग 20 अन्य पोस्टर थे सुंदर उक्तियों के, वे कुंभ में प्रदर्शित करने को चुने गए।
@@fantom6218 अगले दिन सुबह पोस्टरों का बंडल कुंभ में स्टॉल पर पहुंचता है। स्वयंसेवा हेतु अन्य दिनों की अपेक्षा आज बहुत भीड़ है। हमारी सैकड़ों पुस्तकें मात्र एक घंटे में वितरित हो चुकी हैं। और सबसे अधिक पुस्तकें लेने वाले कौन हैं? साधुजन। संत और साधु लोग प्रसन्नचित्त होकर हमारी पुस्तकें पढ़ भी रहे हैं, हमें आशीर्वाद दे रहे हैं, और पुस्तकें ले भी जा रहे हैं। स्वस्थ, सुंदर, धार्मिक माहौल है।
इसके बाद जो होता है वो किसी सनसनीखेज जासूसी उपन्यास जैसा है। एक व्यक्ति अचानक आता है, पोस्टरों के बंडल में से सीधा एक पोस्टर निकालता है, और हम हैरान हो जाते हैं, कि ये वही पोस्टर है जो उन देवी जी ने बनाया था और हमने रिजेक्ट कर दिया था।
वो व्यक्ति उस पोस्टर को उठाता है और उसे सर के ऊपर रखकर जाकर चिल्लाते हुए सीधे जनता और साधुओं को दिखाने लगता है। हम पीछे से उससे कहते हैं कि पोस्टर को वापस रख दे, और कोई दूसरा पोस्टर उठा ले। हम आपस में ताज्जुब करते हैं कि ये पोस्टर यहां आ कैसे गया, और इसे तो फाड़ देना चाहिए। ये सब एक- दो मिनट के अंदर हो जाता है। इतनी देर में वो व्यक्ति उस पोस्टर को सीधे एक साधु के मुंह के सामने दिखाने लगता है। इतना ही नहीं, दो लोग प्रकट हो जाते हैं जो इस पूरी चीज़ की वीडियो रिकॉर्डिंग शुरू कर देते हैं। ये सब दो मिनट के अंदर हो रहा है, और स्टॉल के ज़्यादातर लोग अभी जनता से बातें करने में व्यस्त हैं।
इससे पहले कि हम कुछ समझ पाते, 8-10 लोग कहीं से एक जत्था बनाकर आते हैं, और पोस्टर वाले व्यक्ति से वो पोस्टर ले लेते हैं। वो व्यक्ति तेज़ी से चलकर आगे भीड़ में गायब हो जाता है। ये 8-10 लोग चिल्लाने लगते हैं, और धार्मिक नारे लगाने लगते हैं। और पास से गुज़र रहे नागा साधुओं को भी जाकर भड़काने लगते हैं। फिर बात बढ़ जाती है। पता नहीं भड़काने वालों ने नागा साधुओं से क्या कहा, कि वे आकर स्टॉल की किताबें फेंकना शुरू कर देते हैं।
तभी उन्हीं 8-10 में से कोई आता है जो एक युवा नागा बाबा के हाथ में माचिस दे देता है। और फिर किताबों का दहन शुरू हो जाता है। साथ ही स्वयंसेवकों पर हमला और स्टॉल की टेबल कुर्सी की तोड़फोड़ भी।
@@fantom6218 कौन सी किताबें जलाई जाती हैं?
भगवद गीता भाष्य
गीता सार
शिवोहम
हे राम
राम निरंजन न्यारा रे
आत्मा
आत्मबोध
आत्मज्ञान
अहम
ऐसे प्रकटते हैं कृष्ण
अपरोक्षानुभूति
अष्टावक्र गीता
भागवत पुराण
भक्ति सूत्र
बोध सूत्र
वैदिक बोध कथाएं
छान्दोग्य उपनिषद
दुर्गा सप्तशती
घर घर उपनिषद
गुरबाणी
हनुमान चालीसा वेदान्तिक अर्थ
कर्मयोग
कठ उपनिषद
मोक्ष
महाभारत
महामृत्युंजय मंत्र वेदान्तिक अर्थ
माया
मुण्डक उपनिषद
निरालंब उपनिषद
ॐ नमः शिवाय
सनातन धर्म
संत सरिता
शून्यतासप्तति
श्वेताश्वतर उपनिषद
तत्वबोध
लगभग 500 किताबें जला दी जाती हैं। लोग धार्मिक किताबों की आग में हाथ सेकते हैं।
इस पूरी घटना के केंद्र में जो पोस्टर था, उसको लेकर हमें आवाज़ें सुनाई पड़ती हैं, "हां हां साधु बाबा, इस एंगल से फोटो खिंचवाओ इस पोस्टर के साथ", "भाई, ये पोस्टर मत जलाना। इसको आचार्य प्रशांत की फोटो के सामने लाओ। वीडियो बनाओ"
वीडियोबाजी पूरी करके ये लोग भी खट से गायब हो जाते हैं। 500 धार्मिक पुस्तकें धू धू करके जल रही हैं।
1. उन देवीजी की क्या मंशा थी जिन्होंने झूठा पोस्टर बनाया?
2. ये पोस्टर रिजेक्ट होने के बाद भी स्टॉल पर कैसे आया?
3. वो व्यक्ति कौन था जिसने पोस्टर लहराया?
4. वो व्यक्ति अपने साथ वीडियो बनाने वाले लोग क्यों लेकर आया था?
5. वो आठ दस लोग कौन थे जिन्होंने आग लगाई?
हम नहीं जानते।
स्टॉल पर स्वयंसेवकों में लड़कियां भी थी, महिलाएं भी थीं, दुर्व्यवहार हुआ, घूँसे और थप्पड़ तो क्या, ज़मीन पर गिरा कर लातें मारी गईं। आम जानता में से बहुत लोग थे जो जानते थे कि स्वयंसेवक अच्छा धार्मिक काम कर रहे हैं, तो आम जनता ने बीचबचाव की कोशिश की। तो आम जनता को भी पीट दिया गया। स्थति ये थी कि अगर हमारे पक्ष में साधु भी खड़े हो जाते तो ये लोग शायद साधुओं पर भी प्रहार कर देते। डंडों, टेबल की टाँगों का हथियारों की तरह इस्तेमाल हुआ। और वही 8-10 लोग और जनता को हमला करने के लिए और भड़का रहे थे। खूब चोटें खाने के बाद किसी तरह हम हटे।
आज सुबह से हज़ारों लाखों फॉलोवर वाले बहुत सारे ट्विटर हैंडल एक साथ उन वीडियोस को ट्वीट कर रहे हैं, व हमारी श्रद्धा व श्रम को अपशब्द कह रहे हैं। ये सारे ट्विटर हैंडल एक ही तरह के हैं। ठीक वैसे जैसे स्टॉल पर सुनियोजित हमला हुआ, वैसे ही अब ट्विटर पर बढ़िया योजना के साथ हमला है।
लगता है हमें हमारे पांचों सवालों का जवाब मिल गया।
झूठा पोस्टर क्यों बनाया गया, स्टॉल पर कैसे आया, जनता को किसने भड़काया, वीडियो ट्विटर तक किसने पहुंचाया, और कौन लोग किसलिए फैला रहे हैं। हैं तो ये सब लोग एक ही, पर ये चाहते क्या हैं? ये सब उत्तर सामने आ रहे हैं। एक बात पक्की है, जिस सफाई के साथ इन्होंने अपने काम को अंजाम दिया, ये लोग ऐसी गतिविधियों में माहिर हैं।
भारत में धार्मिक किताबों को बहुत बार जलाया गया है, पर पहले जलनेवाले विदेशी होते थे, मुसलमान होते थे। बख्तियार ख़िलजी ने नालंदा जलाई थी। पर आज जलाने वाले पूरी तैयारी के साथ सनातनी नारे लगाते हुए सनातन धर्म की पवित्र पुस्तकों को जला रहे थे।
मेरे जैसे फौजी देश के बाहर के दुश्मनों से तो लड़ लें, पर देश के भीतर के खतरे से कैसे निपटा जाए, ये हमें सीखना बाकी है।
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@@rajneshlodhirajput1025 jitna lamba chapne mein time waste Kiya ,itne der mein prayagraj pohoch sakte the farji fauji 🤣🤣 Pappu aur Khujliwal se bohot seekh chuke ho tum__but hum bhi pak chuke hein tumhare metthe lolipop se ,jitne chele chapate apne guru ko defend kar rahe ho ,woh kumbh join Karo,lagao dubara se stall waha baketi karo 🤣🤣
Acharya Prashant is a very good true bearer of Hindu religion.
I support acharya Prashant ❤
आचार्य जी ने जितनी सरल और गहराई से हमारे सभी त्योहारों का वेदान्तिक अर्थ और मर्म समझाया हैं शायद ही अभी तक भारत में किसी ने समझाया होगा उन्होंने हमारे वास्तविक धर्म जो की वेदान्त (भगवद गीता) हैं का बहुत ही सरल और गहराई से मर्म समझा रहे हैं!
इस्लाम के बारमे बोलें पटाशांत
@@sudhakargundla3157खूब बोला है... आपको सुनने की फुर्सत है ? क्या आप अपने पूर्वाग्रहों पर ही ज़िंदगी जीते हो?
@sudhakargundla3157 koi aapko apna ghar saaf aur majboot krne ko bole to kya aap ye bologe ki phle padosi ka saaf karao phir karunga? Khud hi soch lijiye
He is a core leftist. Farji hindu
@@sudhakargundla3157आचार्य प्रशांत जी ने हिंदू धर्म के अलावा भी इस्लाम, ईसाई धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म, सिख धर्म पर और उनके ग्रंथों पर भी बहुत कुछ बोला है। बोलने से पहले थोड़ा रिसर्च कर लिया कीजिए।
रही बात कुंभ की, तो उन्होंने बड़े ही विस्तृत रूप से कुंभ के बारे में बताया है। कुंभ सिर्फ़ गंगा नदी में डुबकी मारने तक सीमित नहीं है। इसका अर्थ इतना सतही नहीं, बल्कि और भी गूढ़ है। समुद्र मंथन वाला समुद्र हमारे भीतर है, और मंथन से मतलब यहाँ आत्म-मंथन है। जब हम आत्मावलोकन या आत्म-मंथन करते हैं, उसमें सबसे पहले हमारा कचरा ही सामने आता है, जैसे समुद्र मंथन में सर्वप्रथम हलाहल निकला था। फिर तरह-तरह की अच्छी-बुरी चीज़ों के बाद अंततः कुंभ यानी अमृत पात्र निकलता है। अध्यात्म की भाषा में देखें तो ये अमृत हमारे भीतर ही प्रकट होता है, जब पूरी आध्यात्मिक यात्रा से गुज़रने के बाद अहम् आत्मस्थ हो जाता है। पूरी चर्चा बहुत विस्तृत है, जो कि यहाँ लिखना और समझाना संभव नहीं है। आप उनके चैनल पर जाएँ और उन्हें देखें व सुनें।
आचार्य जी की आलोचना करने से पहले उन्हें आपको बहुत ही धैर्य से, बहुत तफ़सील से पढ़ना व सुनना पड़ेगा। ऐसे ही हवा में तीर न चलाएँ। ऐसा करना उनका नहीं, हमारे सनातन धर्म व वेद-उपनिषदों का अपमान होगा।
Sanatan Sabko pata hai...
Kal se Aacharya ji dusare dharma ke bare me logo ko samjha ye....
@@manish2g क़्या पता हैँ सनातन के बारे में ❓ रूढ़िया ❓मान्यताएं ❓कहानियां ❓सनातन इन सबसे आगे की बात हैँ, यूट्यूब पर वीडियो देखने से नहीं समझ आता सनातन, उसके लिए अध्ययन करना पड़ता हैँ.
Apne Acharya ji se dushre Dharam ke bare mai bhi bolne ko bolo... unke andhvishwas ko door karne ko bolo ..sanatan ki chinta mat kar...sahi kara ees ke saath...latto ke bhut bato se nahi milte....
आचार्य प्रशांत जी के बारे में बात करते हुए आपके चेहरे पर जो थोड़ी मुस्कुराहट है, वो एकदम बेहूदा और शर्मनाक है, अब ये ***यापे वाली बकलोली नहीं चलेगी, पहले पढ़ो तब तुम बोलना लायक हो
बिल्कुल सही कहा आपने, मैं sanjay ji का बहुत fan था पर इस tucchi harkat ने सच सामने laya.
आचार्य जी नहीं पिटे है, राम और कृष्ण का अपने अपमान किया है आप लोगों ने ,चाहे आप जितना ही षडयंत्र कर लीजिए अब ये बोध की आग रुकने वाली नहीं है हम सभी के पास पहुंचेंगे ,सभी को कृष्ण के पास लाएंगे असली अर्थों में ,.....लोक धर्म वाले नहीं गीता वाले।
Kab ja rahe ho Prayag chimte khane ??? Agrim badhayi ,pit'te hue video zarror bhejna apni
@@fantom6218@fantom6218 खाली मार पिटाई पर ध्यान रहता इतने हिंसक q हो?
तुम जैसे लोगों के लिए ही किताबें लिखी जाती ताकि पढ़ो कुछ अक्ल आए।
पर तुमसे वो भी नहीं होता और मार पीट की बात करते हो
गजब😂😂
फोटो देख के क्या करोगे?
किताबों की इज्जत नहीं, जो सच बोलते हैं और लोगों को तक पहुंचाते है उनकी पिटाई देखने में अलग ही मौज आती है आप जैसे पाखंडियों को?
भाई सच तो बोलेंगे हम, लोगो तक सही अर्थ भी पहुंचाएंगे धर्म का अब इसके लिए मार खानी पड़े, पीटना पड़े या कुछ भी हो!
सावित्रीबाई फुले तो महिलाओं को शिक्षा देनेवको कीचड़ तक बर्दाश्त करती थी हम जरा सी पिटाई से डर जाएंगे इतने हल्के नहीं है।
तुम मुझे ताली दो या गाली मैं तुम्हे वो दूंगा जो सबसे ऊंचा हैं!
- आचार्य प्रशांत ❤
युद्धस्व 🔥🔥🔥
सही धर्म हमें हिम्मत देती है, सम्मान देती है,किताबे नहीं जलाती है 💪💪
Kab ja rahe ho Prayag chimte khane ??? Agrim badhayi ,pit'te hue video zarror bhejna apni
खुद को।हिन्दू कहते हो उन किताबों में कृष्ण की, शिव की, राम की तस्वीर लगी किताबों को जलाया गया है यही आपका सनातन धर्म है।
Prashant चमचा हैं इस्लाम और christians का
Kab ja rahe ho Prayag chimte khane ??? Agrim badhayi ,pit'te hue video zarror bhejna apni
@fantom6218 तुम तो इतने भी जिंदा नहीं हो कि सनातन का प्रहरी कहते और कृष्ण और शिव की तस्वीर वाली किताब जलने पर जश्न मनाते हो।
अब समझ में आता है हम इतने साल गुलाम क्यों रहे, जब हम अपने धर्म का प्रचार करते हैं तो कुछ लोग धार्मिक किताबों को जलाते हैं और कुछ लोग उनका समर्थन करते हैं और फिर कहते हैं कि हिंदू बटा हुआ है क्या किसी एक ने भी किताब हो पढ़ी कौवा कान ले गया खोजो कान, बधाई हो
थोड़ी प्रतीक्षा करो आपके घर तक भी आचार्य जी की पुस्तके पहुंचाएंगे@@fantom6218
आचार्य प्रशांत भी एक महत्वपूर्ण विचारप्रवाह है हिंदू सभ्यता का । उनके साथ ऐसा बर्ताव नहीं होना चाहिए। पानीपत के युद्ध के पहले , साधुओं की फौजें नवाबों की तैनाती में थी और पेशवा के खिलाफ लड़ी थी । ये भी इतिहास है ।
प्रशांत कोई आचार्य नहीं है अपने को तो कोई कुत्ता भी इलाके का राजा घोषित कर लेता है लेकिन लाठी पड़ते ही भागता है। प्रशांत को न शास्त्रों का कोई ज्ञान है न उसे कोई अध्यात्म का पता है। केवल मूर्ख अनपढ़ ही उसके चेले बन के उसे बड़ा विचारक समझते है
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Bhai tere Acharya pareshan islam ko bhi bada accha batata hai.. Tumna bhai exmuslim channel ko suno baad mein tumhe ye Acharya.. Halalcharya lagega.. Aur aisa hi hai dogla.. Vaampanthi
Why? Pl in detail for knowledge.
आचार्य प्रशांत पुनर्जन्म विषय में ऋषियों से विपरीत बोलते हैं, वेद में विज्ञान नहीं है बोलकर पाखंड चलाते हैं। इन विषयों पर डिबेट करो । कुंभ मेला स्नान बात छोड़ो ज्ञान रूपी मंथन और शास्त्रार्थ की चर्चा होती है।
Love to Acharya Prashant ❤❤
Acharya Prashant sir teachings are based on truth. Truth scares ego. ❤❤ इसलिए इतनी खलबली मच रही लोगो में।
मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानती हूँ कि आचार्य जी जैसे गुरु मुझे मिले l इनकी शिक्षाओं ने बहुतों को नया जीवन दिया हैं l
Love you acharya ji ❤❤🙏
आचार्य जी की पुस्तकों को जलाने वाली घटना पर ये वीडियो में महानुभाव कितना आनंद महसूस कर रहे है, इन्होंने एक भी पुस्तक पढ़ के देखी होती तो ये ऐसा नहीं करते। ये इनके अज्ञान का स्तर है। आचार्य प्रशांत आज के युग के महापुरुष है।
Jai.snatn
भाई राक्षस ऐसे ही होते हैं वह हमेशा से ऐसे ही करते आए हैं वही यह कर रहे हैं जरा भी शर्म नहीं आई कि यह धार्मिक पुस्तकों को जला रहे हैं और खुद को हिंदू बता रहे हैं पूजा पाठ तो असुर भी करते थे बस यह वही है जो कर्मकांड तो करते हैं लेकिन हिंदुत्व को समझते कुछ भी नहीं है इसीलिए इनको राक्षस के अलावा कुछ और कहना बिल्कुल भी उचित नहीं होगा और हमें ही भोली भाली जनता को लोगों को इनसे बचाना होगा
Acharya Prasanth is converted Christian ?????
@@fantom6218 बेटा जिसने भी इतिहास में सच बोला है उसने गालियां ही मिली हैं तुम जैसे मूर्खों से और और तुम इन संतों को आतंकवादी कह रहे हो क्या क्योंकि ऐसी हरकतें तो आतंकवादी ही करते हैं जो बेकसूर लोगों को मारते हैं
इए लोग पढ़ते नहीं, कुछ भी उल्टा-सीधा बात कर रहा है।
आचार्य प्रशांत जी 💪💪🙏❤️
Kab ja rahe ho Prayag chimte khane ??? Agrim badhayi ,pit'te hue video zarror bhejna apni
हम पहुंच चुके हैं, आइए आपका इंतजार है.... अपने अंधविश्वास की टोली लेकर आइएगा और अपनी चट्टू मीडिया भी लेकर आना, @@fantom6218
यदि आप भी भगवतगीता,उपनिषद और संतो की वाणी का मर्म समझते तो ऐसा नहीं कह पाते
We❤ love Acharya ji@@fantom6218
आज के कृष्ण हैं आचार्य प्रशांत 🔥🔥🔥
आचार्य प्रशांत जितना प्रयास कर रहे है लोगो को वास्तविक धर्म से जोड़ने का उतना मैने किसी को नहीं करते देखा। आप अगर सच मुच हिन्दू होते तो आज तक आचार्य प्रशांत ने जितना वास्तविक धर्म का प्रचार किया है आप भी उन बातों का प्रचार करके लोगो को जागरूक करते। माना कि आपको धर्म के बारे में कुछ नहीं पता लेकिन जब आचार्य प्रशांत ने कुंभ पर लम्बी चर्चा की थी उस वीडियो को आपको अपने चैनल के माध्यम से लोगो तक पहुँचाना था। अब उनके बारे में भ्रामक प्रचार करके आप उनको नहीं धर्म को नीचा बता रहे है।
आचार्य प्रशांत सही अध्यात्म की शिक्षा दे रहे हैं जिसे हर मानव जाति के लिए आवश्यक है और गीता जो सबसे महान ग्रंथ है बहुत ही सरल व्याख्या के साथ समझाते हैं जो भीतर छुपे हुए अंधकार, अज्ञान, भ्रम, मान्यताओं को काटता है और तथ्य पर जीवन जीने के लिए सीखाता है। भोग से हटाकर योग की तरफ ले जाता है जीवन को, लेकिन वो जो भोगवादी हैं, अंधविश्वासी हैं उन्हें कृष्ण की गीता नहीं चाहिए उन्हें कहानियां चाहिए, भोग चाहिए।
जो कृष्ण की गीता को जलाया है वो मूढ़ है , राक्षस है, चोर है, बेवकूफ है, जल्लाद है।
आज वेदान्त की प्रचार जितना आचार्य जी कर रहे हैं उतना और कोई नहीं।
Acharya Prashant is vivekanand of modern world ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
आचार्य जी के लिए कुछ पंक्तिया........ 🙏🙏
ना जाने कौन, मशिहा बनकर हमारे जीवन मे ज्ञान की ज्योत जलाएगा, आत्मज्ञान के अमृत से कौन हमे नाहलायेगा, इस नन्ही सी जान को न जाने कौन नया राह दिखलायेगा, क्या वो नन्हा भी एक दिन सच्चा जीवन जी पायेगा,....... आचार्य प्रशांत..... आचार्य प्रशांत🙏🙏🙏🙏🙏
AP books have very well explained meaning of Vedanta
Brainwashed prashant bhakt 😂
@@nameless-x6j no criticism, no arguments, just calling people "brainwashed" and feeling a false sense of superiority over people because they seem to have a different (but might be better) opinion than yours...typical mindset of a person who is scared from the truth and is not open to new perspectives.
Please call me "brainwashed" as well to prove me right😂
@@nameless-x6j क्यूँ बे अकेले थकेले अज्ञान से भरेले संसार मे फसले, तू किसका भक्त है 😂
@@nameless-x6j najayaj 😶
@nameless-x6j have you read Upanishads
आचार्य प्रशांत जी से शिक्षा प्राप्त करके मुझे हर खुशी मिल गई है 😍😍मेरे लाइफ में कोई दुख नहीं बची । बस सत्य के लिए लड़ना यही आचार्य जी से सिखा है ❤❤❤
ये कुछ लोगों की झूठी कोशिश है गलत प्रचार करने की इससे वे कुछ कर नहीं पाएंगे हम सभी जी जान से आचार्य जी के साथ है ❤️❤️❤️
आचार्य प्रशांत जी ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
आचार्य प्रशांत जी ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
आचार्य प्रशांत पुनर्जन्म विषय में ऋषियों से विपरीत बोलते हैं, वेद में विज्ञान नहीं है बोलकर पाखंड चलाते हैं। इन विषयों पर डिबेट करो । कुंभ मेला स्नान बात छोड़ो ज्ञान रूपी मंथन और शास्त्रार्थ की चर्चा होती है।
@@ChhabiRandhari please go and watch some office videos.
He talks about human problems.He talks about the centre of human which is full of impurities.which is need to be corrected
Kab ja rahe ho Prayag chimte khane ??? Agrim badhayi ,pit'te hue video zarror bhejna apni
@@fantom6218 jab ahankar se vyakti pglaya hua ho or kuch bat nahi ho kehne ko fir yhi hota hai. Koi na bhai , ye apki vritti hi aise hai , ise smjho acharya ji se
आचार्य जी सनातन की मिशाल है जो ऋषियों-मुनियों के ग्रंथ लोगों के बीच पहुंचा रहे हैं
बहुत ही सरल तरीका से जिस इंसान को उसकी वास्तविकता से मिलाने वाले को पहले जाने।
आचार्य प्रशांत जी 🙏
आचार्य प्रशांत कुंभ का सही अर्थ बताते हैं कि व्यक्ति को भीतर की यात्रा करनी होगी। कुंभ का पात्र आत्मा का प्रतीक है, जिसमें सत्य, ज्ञान, और प्रेम का संग्रह होता है। इसे भरने का अर्थ है अपने भीतर अज्ञानता, अहंकार और भ्रम को खाली करना और सत्य को अपनाना।
पहले वो खुद ही अंदर की यात्रा कर लें....जिन लोगों ने की है उनका तो वो मजाक उड़ाते हैं....आचार्य परेशान
@@smishra5283आपका विरोध कोई नया नहीं है ऐसे ही स्वामी विवेकानंद, कबीर साहब का विरोध भारत के ही लोगों ने किया था। इतिहास ही ऐसा रहा है जो भी समाज में ज्ञान, दर्शन, वेदांत को लेकर गए हैं उनके साथ आप जैसे ज़रूरत से ज्यादा होशियार लोग ऐसा ही करते हो।
@@smishra5283आपको कैसे पता की उन्होंने नहीं की है? और आपको ये भी कैसे पता की जिन लोगों को आप मानते हो कि उन्होंने अंदर की यात्रा करी है, उन्होंने भी सच में वो यात्रा करी भी है कि नहीं? बाहर बाहर से कर्म, आचरण और वेष भूषा बदल कर कोई भी लग सकता है कि उन्होंने गहरी यात्रा कर ली है। मानने से ज्यादा थोड़ा खुद जानने में विश्वास रखिए।
@@smishra5283पहले थोड़ा खुद से अन्वेषण करें, videos देखें, दूसरों की बातों को सुनकर अपने पूर्वाग्रह बनाना किसी मनुष्य को शोभा नहीं देता । कुम्भ पर उनका पूरा video देखें, ना समझ आये तो भीतर की यात्रा पर 10 video देखें। फिर यहाँ आकर बतायें ।
@@smishra5283Tumne dekha bhi hai yaa fir ese hi bol rhe ho , kyuki muh Mila hua hai tumhe . Kiska majaak udaya ? Balki Unke Sangarsh ki Sahi jaankari di , jinko log abhi poojte to hai par kabhi khud se janne ki koshish tak nhi ki
आचर्य प्रशांत के बुक स्टाल तो तहश तहश नही किया गया बल्कि उनकी बुक स्टाल आग लगाया गया और वहाँ पर पुस्तको के मुख्य पृष्ठ पर राम कृष्ण के तस्वीरें थी और राम और कृष्ण का नाम लेकर ही उनमें आग लगाई गई ।आप इस बात को कैसे न्यायसंगत मानते है ?
आचार्य जी जैसे शिक्षक की जरूरत है आज इस दुनिया को
Duniya ki chinta aap mt kro.....aapko jrurt hai aise sikshak ki wo baat smjh aati hai duniya ki duniya pr chhod do
आपको क्या पता उनके बारे में? ऐसे उनके बारे में दुष्प्रचार फैला कर आपलोग उनलोगों को भी भ्रमित कर रहे है जिन्हें उनकी सच में जरूरत है।
IIT, IIM, upsc qualified, mai janta hu unke baare me ....ar mai koi bhrm nhi faila rha ... mai aapke uss baat ka rply kiya jo aapne bola duniya ko jrurt hai ..kya aapne duniya ke hr ek aadmi se baat ki hai kya???jo aapko unki jrurt me baare me pta hai.....ar jra aap bhi unke back hidtory ke baare me pta krna sch aap bhi jaan jaoge...jruri nhi dimag bnd krke kisi ki baat ko sch maan le ...
@@nishantsagar5392ar jisko sch me jrurt hoti hai na bhaiya wo apne raste ar apne guru khud khoj lete hai...
@immortalgaming7330 भाई जी अपने ये गलत कहा है कि मैं दिमाग खोल कर बात नहीं कर रहा। आप आचार्य जी की किस बैक हिस्ट्री की बात कर रहे। कृपया कर के ऐसे भ्रमित करने वाले वक्तव्य न दे
आचार्य प्रशांत 🙏🙏🙏
Acharya Prashant Ji Very Good Advait Vedant Scholar and all that incident of burning 🔥 books of श्रीमद्भागवत गीता, उपनिषद, etc. by insane mob is very painful and heartbreaking 💔
भेड़ की शकल में भेड़िया है ये "आचार्य अशांत"
मास्क मेनिफेस्टो पढ़ो और जानो,
वामपंथी विचारधारा के कार्य करने के नियम पढ़ो, फिर इसकी असलियत समझ आएगी
Converted
@sudhakargundla3157 what do you mean by converted? Explain it.
@@sudhakargundla3157yes, converted into a real Hindu, the one who enquires about everything, not like you and your godfathers who blindly believe in whatever being said to them.
@@sudhakargundla3157bhai hr kisi ki comment me jakr ek hi bat likh rhe ho , aapke malikon se ek hi shabd sikhaya hai kya ?
ye Aachrya prasant ke खिलाफत सोची समझी साजिश है,पूरी बात को समझने का प्रयास करें।
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@fantom6218 आप कर भी क्या सकते है,इसके अलावा।
@fantom6218 आओ क्लाइमेट चेंज पर बात करते है क्या विचार है आपका??
@fantom6218 तथ्यगत बाते करना सीखो और अपने बच्चों को सिखाओ।कल्पनाओं में मत बह जाओ।
तुम पिटने की बात करते हो सत्य के लिए अगर प्राण भी चले जाए तो कोई परवाह नहीं ।
भाई साहब पहले पूरी सच्चाई जान लिया करो तब कुछ बोला करे 🙏🏻
आचार्य प्रशांत को जाने बिगर आप लोग टिपण्णी कर रहे हो ।
बेहोशी से बाहर आओ और देखो वो बंदा सनातन को ही आगे ले जाने की बात कर रहा है , भाई hatts off है उस के काम को , और तुम यूंही व्यूवर्स के लिए कुछ भी बकेती करे जा रहे हो
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आइए गा प्रयागराज में हमारा बुक स्टॉल फिर से लग चुका है । हम गीता पढ़े हुए अर्जुन है जनाब ,तुम जैसे टुच्चे दुर्योधनो से नहीं डरते, जो एक फेक अकाउंट से बात कर रहा है । 😂😂😂
आचार्य प्रशांत ही है जो धर्म का सही मतलब बता रहे हैं ।❤❤ आचार्य प्रशांत💪❤
हमने आचार्य प्रशांत जी से समझा है कुम्भ की कथा का सही अर्थ |
समुद्र - मन
समुद्र मंथन - मन का मंथन
आचार्य जी ने India न्यूज पर बहुत अच्छे से कुम्भ का सही अर्थ बताया है |
आपको जरुर देखना चाहिए |
आचार्य प्रशांत पुनर्जन्म विषय में ऋषियों से विपरीत बोलते हैं, वेद में विज्ञान नहीं है बोलकर पाखंड चलाते हैं। इन विषयों पर डिबेट करो । कुंभ मेला स्नान बात छोड़ो ज्ञान रूपी मंथन और शास्त्रार्थ की चर्चा होती है।
ये पढ़ा लिखा मूर्ख वामपंथी है। कोई आचार्य वाचार्य नहीं। जो कुंभ को अंधविश्वास कहे तो मूर्ख ही कहा जाएगा।
@@ChhabiRandhari
आपने लगता है उन्हें सही से सुना नहीं, आपके और हमारे भीतर पल रहे अंध विश्वास के बारे में बोल रहे हैं वो, वेदांत का सही अर्थ बता रहे हैं वे, एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण जिससे अभाव में चलते हम अपना ही नुकसान करते हैं उससे हमें बचाते हैं वे| अपना चश्मा उतारें और आगे बढ़ें|
@@ChhabiRandhari
और पुनर्जन्म के विषय में अपने शायद बुद्ध को नहीं पढ़ा, श्रुति शास्त्र का अध्ययन नहीं किया, आचार्य जी की बात श्रुति सम्मत हैं. पहले पढ़ें खुद और फिर लिखें, यह भ्रम फ़ैलाने से कुछ भी नहीं होगा
क्यों कि वेद में विज्ञान के आगे की चीज है जो विज्ञान को जानने वाला है उसको जानो....बाहर की दुनिया को जानने के लिए विज्ञान ,आंतरिक जगत को जानने के लिए अध्यात्म@@ChhabiRandhari
आचार्य प्रशांत के दो तीन विडियोज कुंभ मेले पर आ चुके हैं। और उन्होंने एक भी वीडियो में यह नही कहा की कुंभ अंधविश्वास हैं। कुंभ मेले को एक आत्मज्ञान एवं जागरूकता बड़ाने का स्रोत बताया हैं। पहले के जमाने में जब सोशल मीडिया नही था तब बहुत सारे लोग एक साथ इक्कठा होकर gathering करते थे ताकि चर्चा की जा सके। यह है एक logical बात।
आज भारत को आचार्य जी जैसे शिक्षकों की जरूरत है ।।
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Shi baat
आचार्य प्रशांत जैसे शिक्षक आज भारत को बहुत ज्यादा जरूरत है ।❤❤🙏🙏🙏👍
जिन किताबों को ये जला रहे थे उनको पड़ लेते एक बार की क्या लिखा है इनमें फिर उनको जला देते और फिर तर्क युक्त उत्तर देते ये गलत लिखा है इसलिए जलाया लेकिन किताबों में तो वहीं लिखा था जो संतो ने श्री कृष्ण ने कहा गीता जी में फिर जला नहीं पाते
आचार्य जी❤
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Tum tarkasur ho budhi hai nhi tum jaise k pass kya baat kru @@fantom6218
सत्य के लिए ❤ आचार्य प्रशांत💪❤
@@fantom6218apni Gali me to kutte bhi sher par bhauk lete hai. Aur jyada Sankhya meho to us par tut bhi padte hai
@@fantom6218 भाई क्या हुआ ? मेने तो सुना है महा नागा सहादु ओ ने गीता और उपनिषदो को जलाया है ।
अधर्म पर चोट पर रही तो वो बौखलाया हुआ है, शाजिश रच रहा है, पर हम सत्य के साथ खड़े रहेंगे।। आचार्य जी ❣️❣️
आचार्य जी ही आज की वैश्विक समस्याओं से विश्व को उबार सकते है वरना भ्रम में जीते जी कब मृत्यु का आगमन होगा पता भी नही चलेगा। पांव कब्र में है सबके, लेकिन आत्मावलोकन नही करना। खुद को देख अभी भी समय है। आचार्य जी से खुद को समझ, अभी भी समय है, वरना पतन तो दिख ही रहा है तुम्हारा।
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आचार्य प्रशांत सर ने जितनी गहराई से भगवद्गीता,वेदांत,अष्टावक्र गीता आदि ग्रंथों को स्पष्टता से समझाया है ।जिन्हें वास्तविक धर्म से सरोकार है वो इस तरह बिना जाने समझे किसी की बातों में न आए ।किताबें जलाना किसी भी दृष्टि से सही नहीं है ।इतने खुश लग रहे है ये लोग मौका मिल गया है खुद को सही ठहराने का ,जो बात आचार्य प्रशांत सर ने कही ही नहीं उनके नाम पर consipricy कर के क्या साबित करना चाह रहे है जिसने भी किया है ,जिन्हें वास्तविक धर्म से प्यार है वो जाने समझे इस तरह मैनिपुलेट न हो।
#आचार्य प्रशांत सर ❤❤
Haan bhai tujhe aa gya samajh me
@amitjuglan5772 atleast हम समझने की कोशिश तो कर रहे है और भाई जब आपने सुना ही नहीं पढ़ा ही नहीं है तो सिर्फ एक जानबूझ के की गई कॉन्सपिरेसी को मान कर कोई भी राय बना लेना सही तो नहीं है उन्होंने ऐसा कुछ बोला ही नहीं है देख सकते हो कुंभ पे आधारित जो वीडियो है फिर decide कीजिए कुछ भी ।
@@amitjuglan5772atleast हम समझने की कोशिश तो कर रहे है और आप न इनको सुने हो न ही बुक्स पढ़े हो किसी की जानबूझ के की गई कॉन्सपिरेसी को सुन के कोई भी राय बना लेना कही से भी ठीक नहीं है जो उन्होंने बोला ही नहीं है कभी उस बात को लेके उनपर उंगली उठाई जा रही है किसी अनजान व्यक्ति का स्टॉल से जुड़ना पोस्टर बनाना आचार्य प्रशांत के नाम से और मना करने के बावजूद उस पोस्टर को स्टॉल तक पहुंचाना जानबूझकर की गई साजिश नही तो और क्या है और भाई आप जो इनके साइड से बोल रहे हो वो खुद view के लिए लिख दिए है कुछ भी "YOGI'S MASTERPLAN IS READY!
KUMBH में पीटे ACHAYA PRASHANT
ये सब क्या है नहीं दिख रहा है भाई आपको क्या??
कुंभ से related जो भी वीडियो है आचार्य प्रशांत सर का वो देख लो ऐसा कुछ भी नहीं बोले है उसमें फिर किसी को ब्लेम करना।।
आचार्य प्रशांत के यहां जाएं और अपना दिमाग ठिकाने पर लगाएं.
जय आचार्य प्रशांत 🙏
Acharya prashant 🙏🙏🙏
चमचा हुले हावले हुले 😅
ऋषभ भाई, अपनी बुद्धि का प्रयोग खुद करें नहीं तो उस पर कब्ज़ा करने को बहुत से राक्षस लालायित हैं। कोई पूर्वाग्रह ना बनाएँ, पहले आचार्य प्रशांत की 5-10 full videos देखें 'हिंदू कौन, सनातन धर्म को खतरा ' विषय पर, यहाँ आकर बतायें और खुद मंथन करें कि कौन सही और कौन गलत।
आचार्य प्रशांत इस समय सबसे अच्छे शिक्षक है जो समाज को सही राह दिखा रहे है उनको सभी मित्रो को अवश्य सुनना चाहिए 😊
Kab ja rahe ho Prayag chimte khane ??? Agrim badhayi ,pit'te hue video zarror bhejna apni
@@fantom6218खाली मार पिटाई पर ध्यान रहता इतने हिंसक q हो?
तुम जैसे लोगों के लिए ही किताबें लिखी जाती ताकि पढ़ो कुछ अक्ल आए।
पर तुमसे वो भी नहीं होता और मार पीट की बात करते हो
गजब😂😂
फोटो देख के क्या करोगे?
किताबों की इज्जत नहीं, जो सच बोलते हैं और लोगों को तक पहुंचाते है उनकी पिटाई देखने में अलग ही मौज आती है आप जैसे पाखंडियों को?
भाई सच तो बोलेंगे हम, लोगो तक सही अर्थ भी पहुंचाएंगे धर्म का अब इसके लिए मार खानी पड़े, पीटना पड़े या कुछ भी हो!
सावित्रीबाई फुले तो महिलाओं को शिक्षा देने को कीचड़ तक बर्दाश्त करती थी समाज से हम जरा सी पिटाई से डर जाएंगे इतने हल्के नहीं है।
तुम मुझे ताली दो या गाली मैं तुम्हे वो दूंगा जो सबसे ऊंचा हैं!
- आचार्य प्रशांत ❤
आचार्य प्रशांत असली धर्म का दर्शन दिखाते है, पुस्तक झोंक देने se विचार नही मरते 😅
नागा साधु नहीं ❌ कलियुग का शकुनि
@@CatuShorts सच मे ये नागा साधु है ही नहीं
नहीं तो गीता को कभी नहीं जलाता।
मैं आचार्य जी को 4 साल से सुन रहा हूँ। वे बहुत ही तार्किक तरीके से सनातन धर्म को अच्छे से समझाते हैं और समाज सुधार पर भी बहुत ही तर्कसंगत ढंग से बताते हैं। वे जलवायु परिवर्तन (क्लाइमेट चेंज) को लेकर लोगों को बार-बार सतर्क करते हैं। सच में, मुझे आचार्य प्रशांत के प्रति कोई नफरत नहीं है।
आचार्य प्रशांत से परिचय कराने के लिए धन्यवाद। अब मैं इनकी और वीडियोज देखूँगा। भगवद्गीता पर बहुत सुंदर समझाया है इन्होंने। ऐसा लगता है आप तीनों पागल हो और आचार्य प्रशांत की बातों को समझ नहीं पा रहे।
Converted तू
@ तू भी होजा। या पाखंडी ही रहना है?
Well said👌🏻
@@sudhakargundla3157भाई, पहले हिंदी या अँग्रेजी तो ठीक से लिखना सीख 😂
भाई यह लोग राक्षस हैं और कुछ नहीं इन्होंने उन धार्मिक किताबों को आग लगाई है जिन पर श्री कृष्ण श्री राम और शिव जी की फोटो थी और किताबें उस वजह से जलाई है जो कथन आचार्य प्रशांत जी का था भी नहीं आप ट्विटर पर जाकर मोहन जी का टीवीट पढ़े
हम लोग बड़े अभागे है क्योकि जो वास्तविक धर्म है उन्हें जानने,समजने बाजाय अपनेही धर्म के खिलाफ खड़े हो जाते हैं जबभि हमें गुरु, ज्ञानी या संतोने हमे अंधेरोसे बहार निकाल नेकी कोशिश की है हमने उनके साथ मोतसेभी बदतर सुलूक किया है गीता में श्री कृष्ण ने अर्जुन को बताया कि तेरे भीतर उठने वाले मोह, मान्यताये,परम्पराए सब अग्निमे होम कर यज्ञ कर और आज हमने क्या करा राम, और कृष्ण कोही अग्निमे होम दीया येहे आज हामारा सनातन धर्म .अब भी थोड़ा समय है आचार्यजी की संगति मे जुड़ जाइये तर जाएंगे वरना हमारा डूबना तय है.
When I heard the definition of marriage then I felt he is promoting wokism I left following him
@@seemanegi3483 सीमाजी हम अपनी मान्यताओ को साथ लेकर सत्यको कभी नहीं जान पाएंगे सत्यका काम हमे जो अच्छा लगे वो नहीं है हम जो बने बैठे हैं उनहे तोडना है सत्यको जाननेमे अहंकार को चोट तो लगेगी पर अहंकार को मिटानाहि पुरे मानव जातिका धर्म है तो मानकर मत बैठिए पुरी श्रद्धासे आचार्यजीको सुनते रहिए सही जीवन जीने में बड़ा आनंद रहेगा
आचार्य प्रशांत धर्म का सही अर्थ बता रहे हैं।
Converted लागता तू
Kya btaya unhone dharam ka arth?
Love you acharya ji❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
आचार्य प्रशान्त जी ने कभी नही कहा कि कुम्भ अंधविश्वास है
बल्कि आचार्य प्रशांत जी ने तो कुम्भ के असली महत्व को हमतक पंहुचाया है!
जयपुर डायलॉग झूठ मत फैलाओ। खुद को जितनी झूठ की खुराक दोगे उतना दुख पाओगे। आचार्य जी इतिहास पुरुष हैं वे सत्य को संपूर्ण विश्व तक ले जाने का प्रयास कर रहे हैं।
Prashant sir ne to esa kuch nhi kha....balki aacha hi bolta h....Prashant to.....acharya ji jarurat h aaj bharat ko ...
Shri madbhagwad geeta ka aaj tak ka sabse satik aur sahi arth samjha rahe hain achary ji. Anya kisi vyakti ne aaj tak Geeta ji ka aur anya granthon ka marm samjha rahe hain. Badi badi baton karne wale logon ne in granthon ko padhna to door, inke naam bhi nahin pata honge.
कृपा करके आचार्य जी जो धर्म का सही अर्थ समझा रहे हैं, युवाओं को अवसाद से बचा रहे हैं, जीने का ढंग सिखा रहे हैं, पर्यावरण को बचाने की दिशा में जागरुकता फैला रहे हैं, पशुओं को बचा रहे hain, उन्हें आप शान्ति से उनका काम करने दें.
आचार्य प्रशांत ने कभी सनातन धर्म के विरोध में बात नहीं की
thanks you jaipur dialogue achrya ji ko aapki audience tak pahuchane ke liye
अरे भाइ, सारे comments हमारे है।
इसके पास कोइ नहीं है।😂😂😂
आचार्य प्रशांत जी ने कुंभ के बारे मैं सही अर्थ समझाया है और उन्होंने हम्हे सही धर्म के बारे मैं बताया है पहले उनको सुनो
#istandwithacharyaprashant
#isupportacharyaprashant
Jay jisus
Kab ja rahe ho Prayag chimte khane ??? Agrim badhayi ,pit'te hue video zarror bhejna apni
सनातन धर्म का सही अर्थ आचार्यजी के अलावा ओर कोई नहीं समझा सकता।आज के युग में हम सभी को आचार्यजी की बहुत जरूरत हैं।🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤❤❤❤❤
आचार्य जी ❤️❤️❤️❤️❤️🙏
आचार्य जी जैसे शिक्षक की बहुत जरूरत है इस दुनिया को।
तुम कितनी भी नालायकिया कर लो कितना भी झूठ बोल लो कुछ नहीं होने वाला।
आचार्य प्रशांत हमारे सामने सच्चा धर्म ला रहें हैं इसीलिए पाखण्डी लोग का दिल जल रहा हैं
दिल हो हों तो न तिजोरी जो जल जला भोले भाले को लूट कर और आचार्य प्रशांत के खिलाफ़ भरका रहें हैं सबको। शर्म आनी चाहिए तुम जैसे को जो सच्चा धर्म फ़ैलाने वाले का गलत प्रचार किया जा रहा हैं ... book स्टॉल पर अनजानी महिला आकर गलत पोस्टर बनाईं जिसे books स्टाल पर के लोग उस पोस्टर को रिजेक्ट किया वही पोस्टर लेकर एक अनजान आदमी लेकर शोर मचाने लगा और साधुओं को भरकाने लगा फिर भीड़ में ग़ायब हो गया
आचार्य प्रशांत ने कभी वो बात बोले ही नहीं जो उस अनजानी महिला ने पोस्टर बनाया
सब साज़िश हैं आचार्य प्रशांत के खिलाफ़। अगर अभी आपलोग सच का साथी नहीं बनेंगे तो आचार्य प्रशांत हम तक सच्चा धर्म नहीं ला पाएंगें और तिजोरी भरने वाले भरते रहेंगे
#Acharya prashant सच्चे धर्म प्रचारक हैं ❤
Jaipur Dialogues चूड़ियां भेजवा देता हूं। पहन कर तमाशा करो ये सास बहु वाले।😂
आचार्य जी love you. 🔥❤️
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सही काम करने के लिए भी जीवन बहुत छोटा है तो व्यर्थ काम करने के लिए तुमने समय कहां से निकाला।
~आचार्य प्रशांत।
@ShriPrashant
Acharya ji❤❤
मुझे आचार्य प्रशांत जी ने नया जीवन दिया है ।
तरस आता तुम लोगों पर कि इतनी उम्र हो गई फिर भी वास्तविक धर्म से दूर हो।
आपको बुद्धि मिले ।
मेरी सांत्वना आप लोगों के साथ है अज्ञान से भरे अंकल लोग।