नमस्ते श्रद्धेय ऋषिवर महर्षि अग्निव्रत नेस्थिक जी। आपका आत्मबल इस पृथ्वी पर सूर्य के समान है। परमेश्वर आपके आत्मबल को द्योलोक का सूर्य बनाए। आपका सौभाग्य अखंड बना रहे।आपकी वाणी औजस्वी सदा बने रहे।आपका चिंतन में द्योलोक का अमृत सदा बना रहे।
sir please Bhagvat Gita continue kijiye.aur regular base par aadhe ghante ki class rakhiye. aapka explanation kaafi badiya hota hai.aur jo Gita ji me jo controversial cheeje hai Avtar, bhagwan Krishn ji ko Brahm ke roop me maan kar poojna etc. me hame aapka mat jaan na hai.
वेदाः अवश्यमेव स्थापिताः भविष्यन्ति। यतः त्वं वस्तुतः वेदान् अस्माकं पुरतः आनयसि । आप श्री की जय जय जय जय हे मैं पदम सिंह पुत्र नरपत सिंह लोल, आप श्री से आनंदित स्वरांगण में मिलूंगा
अथर्ववेद में तो बहुत सारे जीव विज्ञान की बातें हैं आयुर्वेद की बातें हैं यह हम सुनते हैं क्यों की आयुर्वेद को अथर्ववेद का उपवेद है को माना जाता है किंतु आपके पृष्ठभूमि तो केवल भौतिकी की है तो क्या आप वह सब निकाल पाएंगे।
आदरणीय आचार्य जी!आप वैदिक फिजिक्स पर ही कार्य करने की कृपा करें क्योंकि यह कार्य महर्षि दयानंद जी द्वारा भी नहीं किया गया है। आप लगातार इस विषय पर अनुसंधान कर ही रहे हैं।आप जिन विद्वानों से विवादित मन्त्रों की व्याख्या हेतु मांग कर रहे हैं वे इसे आपके सामने लाने का प्रयास इस लिए नही करेंगे इससे उनकी नाक नीची हो जायेगी। आने वाले समय में निश्चित रूप से अपने स्वार्थ,आलस्य और पाखंड के कारण यह विराट धर्म पुनः पतन को प्राप्त होगा परंतु आप जैसे योगी द्वारा रचित एवम् अनुसंधानित ज्ञान नष्ट नहीं होगा।
भाई समर्थ है जी किन्तु आचार्य जी का समय अत्यंत मूल्यवान है जी इसलिए (1) ब्राह्मण ग्रन्थ (2) उपनिषदों (3) उपवेद 🎉 (4) आरण्यक (5) महाभारत (6) रामायण आदि क्रम में होना आवश्यक है जी ❤️❤️🙏🙏🙏🌺🌹💐🌷🌷💪💪💪🤔🤔🤔 जय श्री कृष्ण
अपने निरुक्त का भाष्य तो किया किंतु निघंटु को क्यों छोड़ दिया। मैंने बहुत सारे आर्य विद्वानों से सुना है कि दर्शन को क्रम से पढ़ना चाहिए क्योंकि एक दर्शन दूसरे दर्शन से जुड़ी हुई होती है तो आप दर्शन का क्या भाष्य क्रम से क्यों नहीं कर रहे हैं । कुछ बातें एक दर्शन में जो संक्षिप्त रूप से आती है वह पिछले वाले दर्शन में विस्तृत रूप से समझा दी जाती है। इसीलिए आप अगर आप सभी दर्शनों का क्रम से करते हैं तो अच्छा होता।
किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है धरती का कुछ भी नहीं होने वाला किसी माई के लाल में इतनी ताकत नहीं है जो धरती को खत्म कर सके। Google मैं सर्च करके देखिए सन 1800 ईस्वी में संसार आबादी 1अरब थी। 1800 से 2024 तक लाखों युद्ध लड़े गए दो विश्व युद्ध लड़े गए और तमाम महामारिया दुष्ट वैज्ञानिकों के द्वारा फैलाईगई उसके बावजूद संसार की आबादी 225 साल में 8 गुना हो गई है यानी आज दुनिया की आबादी 8 अरब है इससे इससे ज्यादा और क्या सबूत दे दूं?
KISI BHI ARYA SAMAJI SE PUCHH, TO KAHTA HAI , MURTI MANDIR SAB KO TOD DO, UDHAR GURUKUL BANA DO, PHIR mULLE AUR ARYASAMAJI ME KYA ANTAR HAI? EK UTUBER TO RAMMANDIR KA KHOKHA BECH KAR KAMAYI KAR RAHA HAI, JI
बहुत ही सुन्दर और बिल्कुल सत्य कहा आपने गुरु जी को सादर प्रणाम बहुत बहुत साधुवाद
नमस्ते श्रद्धेय ऋषिवर महर्षि अग्निव्रत नेस्थिक जी। आपका आत्मबल इस पृथ्वी पर सूर्य के समान है।
परमेश्वर आपके आत्मबल को द्योलोक का सूर्य बनाए। आपका सौभाग्य अखंड बना रहे।आपकी वाणी औजस्वी सदा बने रहे।आपका चिंतन में द्योलोक का अमृत सदा बना रहे।
आचार्य जी, वैशेषिक दर्शन आपके भाष्य की जरूरत है, अतः आपका आभार इस अतुलनीय कार्य के लिए।
नमस्ते गुरुजी।
वीडियो का प्रचार लगातार हो रहा है गुरुजी, पिछले 5 वर्षों से आपके वीडियो को युटुब पर अपने मित्रों को हर जगह प्रचारित कर रहा हूं मैं।
बहुत बढ़िया भाई 👍
आर्ष परंपरा को पुनर्जीवित करने में आपका योगदान सदैव ही अविस्मरणीय रहेगा🙏🙏🙏🙏
आचार्य श्री अग्निव्रत जी को प्रणाम 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Acharya ji aap Manvta aur Sanatan Dharm k liye Vardaan hain..Naman
पूज्य आचार्य जी आप बहुत बड़ा कार्य कर रहे हैं इस उम्र में आपका योगदान समस्त मानवता के हित के लिए है इसलिए आप उच्च कोटि ऋषि है
वैशेषिक दर्शन और गोपथ पर सप्ताह में एक विडियो चाहिए!
आपका योगदान सदैव अमर रहेगा आचार्य जी।
जय हो .. बहुत बहुत बहुत ही बढीया! आदरणीय आचार्य जी...सादर नमस्ते जी।
प्रणाम गुरुजी आपकी पुरुषार्थ के मेरा नमन
आचार्य जी के चरणों में मेरा कोटि कोटि प्रणाम।
ईश्वर आपको नित्य सामर्थ्य प्रदान करे,ऐसी प्रार्थना करता हूँ..
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🕉️
जय हो आचार्यवर आपकी
Apki video sukar ek alag hi Anubhuti hoti hai lgta hai sunta hi rahu
Dhanyawad swamiji
Vaisesik darsan ka intezar tha
प्रणाम
गुरुदेव चरण स्पर्श , बहुत अति उत्तम कार्य प्रारंभ हुआ है , मेरी मनोकामना यही थी कि जिसमें सृष्टि का क्रमबद्ध विज्ञान प्रस्तुत हो। ।
जय हो गुरुदेव की ।
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं महर्षि जी। ईश्वर आप को लंबी आयु प्रदान करे।।
Acharya jee sadar naman 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
❤❤❤धन्यवाद जी, ईश्वर आपको दीर्घायु और स्वास्थ्य प्रदान करें
आचार्य जी को प्रणाम ,🙏 कार्य शीघ्र एवं निर्विघ्नता से पूर्ण हो ।
ओ३म् ।।
सादर नमस्ते आचार्य जी 🙏
ॐ
🙏🙏🙏
परमात्मा आपको दीर्घायु बनाए।
🙏🙏🙏🙏
नमस्ते गुरुजी
नमस्ते आचार्य जी।
Guruji aapk charno me koti koti pranam
नमस्ते आचार्य जी। मानवता को सही राह दिखाने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद।❤
sir please Bhagvat Gita continue kijiye.aur regular base par aadhe ghante ki class rakhiye.
aapka explanation kaafi badiya hota hai.aur jo Gita ji me jo controversial cheeje hai Avtar, bhagwan Krishn ji ko Brahm ke roop me maan kar poojna etc. me hame aapka mat jaan na hai.
कृपया वीडियो देखे जी भागवत गीता पर
आचार्य जी का समय अमूल्य है जी
इसलिए सर्वप्रथम भाष्य आवश्यक है ❤️❤️🙏🙏💪💪🌹🌹💐💐🌷🌺 जय श्री कृष्ण
वेदाः अवश्यमेव स्थापिताः भविष्यन्ति। यतः त्वं वस्तुतः वेदान् अस्माकं पुरतः आनयसि । आप श्री की जय जय जय जय हे
मैं पदम सिंह पुत्र नरपत सिंह लोल, आप श्री से आनंदित स्वरांगण में मिलूंगा
कोटि कोटि प्रणाम महर्षि जी । ❤❤❤❤
आचार्य जी सादर प्रणाम
Om koti koti naman hai aapko or aapke ke kam ko.
Aum ji🙏
Aum Acharya ji
🙏श्रद्धेय आचार्य श्री सादर नमस्ते जी l
परमपिता परमेश्वर समस्त साधुजनों की रक्षा करें|
साष्टांग दंडवत
❤❤❤
Namaste acharya ji aap grantho ka bhashya kriye hum grantho ko padhkr unka prachar prasar krenge
🕉️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🕉️
🎉🎉👍👍
आचार्य जी नमस्ते
🎧🎉
नमस्कार आचार्य जी🙏
बहुत बढ़िया जी
First comment and view
👏👏👏👏
यमयमी सूक्त
Acharya ji mai apko kai sare mantra bhej sakta hun
Acharya ji kya koi water ka bhi book hai.
प्रणाम आचार्य जी, यजुर्वेद 3.6 पर आपका भाष्य देखना चाहता हूं
किसका भाष्य है जी महर्षि दयानन्द जी का या अन्य का?? 🤔🤔🤔
रुपेस ठाकुर का तो महाघटिया है जी
आचार्य जी आप योग दर्शन का भाष्य भी किजिए। 🙏
अथर्ववेद में तो बहुत सारे जीव विज्ञान की बातें हैं आयुर्वेद की बातें हैं यह हम सुनते हैं क्यों की आयुर्वेद को अथर्ववेद का उपवेद है को माना जाता है किंतु आपके पृष्ठभूमि तो केवल भौतिकी की है तो क्या आप वह सब निकाल पाएंगे।
आदरणीय आचार्य जी!आप वैदिक फिजिक्स पर ही कार्य करने की कृपा करें क्योंकि यह कार्य महर्षि दयानंद जी द्वारा भी नहीं किया गया है।
आप लगातार इस विषय पर अनुसंधान कर ही रहे हैं।आप जिन विद्वानों से विवादित मन्त्रों की व्याख्या हेतु मांग कर रहे हैं वे इसे आपके सामने लाने का प्रयास इस लिए नही करेंगे इससे उनकी नाक नीची हो जायेगी।
आने वाले समय में निश्चित रूप से अपने स्वार्थ,आलस्य और पाखंड के कारण यह विराट धर्म पुनः पतन को प्राप्त होगा परंतु आप जैसे योगी द्वारा रचित एवम् अनुसंधानित ज्ञान नष्ट नहीं होगा।
सत्व रज तम शब्द का वर्णन वेदों में है?
अगर है तो किस रूप में
क्या आप सांख्य दर्शन और योगसूत्र का भाष्य कर पाएंगे क्या! आपसे विनती है!
भाई समर्थ है जी किन्तु आचार्य जी का समय अत्यंत मूल्यवान है जी
इसलिए
(1) ब्राह्मण ग्रन्थ
(2) उपनिषदों
(3) उपवेद 🎉
(4) आरण्यक
(5) महाभारत
(6) रामायण आदि क्रम में होना आवश्यक है जी
❤️❤️🙏🙏🙏🌺🌹💐🌷🌷💪💪💪🤔🤔🤔
जय श्री कृष्ण
❤❤❤ कुछ मार्गदर्शन चाहिए हो आपका तो कैसे सम्पर्क करे..?
अपने निरुक्त का भाष्य तो किया किंतु निघंटु को क्यों छोड़ दिया।
मैंने बहुत सारे आर्य विद्वानों से सुना है कि दर्शन को क्रम से पढ़ना चाहिए क्योंकि एक दर्शन दूसरे दर्शन से जुड़ी हुई होती है तो आप दर्शन का क्या भाष्य क्रम से क्यों नहीं कर रहे हैं । कुछ बातें एक दर्शन में जो संक्षिप्त रूप से आती है वह पिछले वाले दर्शन में विस्तृत रूप से समझा दी जाती है। इसीलिए आप अगर आप सभी दर्शनों का क्रम से करते हैं तो अच्छा होता।
13:33 सचमुच नकली साधु लोग ऐसा ही करते हैं 😐
वेद उपनिषद दर्शन बहुत जरुरी. आध्यात्मिक और व्यवहारिक 😅
धरती बचने वाली नही है।
किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है धरती का कुछ भी नहीं होने वाला किसी माई के लाल में इतनी ताकत नहीं है जो धरती को खत्म कर सके।
Google मैं सर्च करके देखिए सन 1800 ईस्वी में संसार आबादी 1अरब थी। 1800 से 2024 तक लाखों युद्ध लड़े गए दो विश्व युद्ध लड़े गए और तमाम महामारिया दुष्ट वैज्ञानिकों के द्वारा फैलाईगई उसके बावजूद संसार की आबादी 225 साल में 8 गुना हो गई है यानी आज दुनिया की आबादी 8 अरब है इससे
इससे ज्यादा और क्या सबूत दे दूं?
Aapko kuch bhi likhna hamari samarthya ki bus ki baat nahi...
Video ko prachar swatha hi ho raha he
Aachara ji ke Shri. Charno me pranama
KISI BHI ARYA SAMAJI SE PUCHH, TO KAHTA HAI , MURTI MANDIR SAB KO TOD DO, UDHAR GURUKUL BANA DO, PHIR mULLE AUR ARYASAMAJI ME KYA ANTAR HAI? EK UTUBER TO RAMMANDIR KA KHOKHA BECH KAR KAMAYI KAR RAHA HAI, JI
आपस में मत लड़ो...समन्वय रखो...
❤🎉
नमस्ते आचार्य जि।
🙏🙏🙏🙏🙏
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