मिलिए अपने मीठे दुश्मन से || आचार्य प्रशांत, वेदांत महोत्सव (2022)
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- Опубликовано: 12 сен 2022
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⚡ आचार्य प्रशांत कौन हैं?
अध्यात्म की दृष्टि कहेगी कि आचार्य प्रशांत वेदांत मर्मज्ञ हैं, जिन्होंने जनसामान्य में भगवद्गीता, उपनिषदों ऋषियों की बोधवाणी को पुनर्जीवित किया है। उनकी वाणी में आकाश मुखरित होता है।
और सर्वसामान्य की दृष्टि कहेगी कि आचार्य प्रशांत प्रकृति और पशुओं की रक्षा हेतु सक्रिय, युवाओं में प्रकाश तथा ऊर्जा के संचारक, तथा प्रत्येक जीव की भौतिक स्वतंत्रता व आत्यंतिक मुक्ति के लिए संघर्षरत एक ज़मीनी संघर्षकर्ता हैं।
संक्षेप में कहें तो,
आचार्य प्रशांत उस बिंदु का नाम हैं जहाँ धरती आकाश से मिलती है!
आइ.आइ.टी. दिल्ली एवं आइ.आइ.एम अहमदाबाद से शिक्षाप्राप्त आचार्य प्रशांत, एक पूर्व सिविल सेवा अधिकारी भी रह चुके हैं।
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वीडियो जानकारी: 31.07.2022, वेदांत महोत्सव, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
झूठे सुख को सुख कहे, मानत है मन मोद।
जगत चबैना काल का, कुछ मुख में कुछ गोद।।
~ संत कबीर
साईं मेरा बानिया, पल-पल करे व्यापार।
बिन डांडी बिन पालड़ा, तोले अखल संसार।।
~ अध्यात्म का सुख-दुःख से क्या संबंध है?
~ क्या अध्यात्म से सुख मिलता है?
~ हम सुख के पीछे क्यों भागते हैं?
~ सुख-दुःख के साक्षी कैसे बनें?
~ दुःख से कैसे बचें?
~ दुःख की स्थिति में क्या करें?
~ निराशा की मूल वज़ह क्या होती है?
~ जीवन में इतना दुःख क्यों है?
~ क्या सुख से शांति संभव है?
संगीत: मिलिंद दाते
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🙏🙏🙏🙏🙏
Vandan acharya ji 🙏🙏
Aap se baate ho sakti hai sir Ji
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
मैं भी किसी सुंदर लड़की को देखता हूं तो मन करता है की बात करूं.लेकिन जब उसके काम को ठीक से देखता हूं तो उसके बारे में ठीक से पता चलता है फिर भी मन कहता है की तुम्हे उसके काम से क्या मतलब तुम बस उससे बात करने का मजा लो.
CHILD LISTEN. : संदीप माहेश्वरी
YONG LISTEN. : डॉ. विवेक बिंद्रा
LEGEND LISTEN. : आचार्य प्रशांत.. ✍️
Exactly
Ryt
Wah🙃
Yes I have followed this path.
Absolutely right
कक्षा 8 में पढ़ाई गई कबीर दास जी के दोहे का आज सही अर्थ मालूम पड़ा; मुझे लगता है जितने भी हिंदी के हमारे शिक्षक है उन्हें आचार्य प्रशान्त गुरुजी से दोहे का सही अर्थ सीखना चाहिए!
Nice👍👍
❤❤❤❤
शादी विवाह में भले से भला आदमी भी एकदम लुच्चा हो जाता हैं
-सत्य वचन आचार्य प्रशांत
ऊपरवाला बड़ा व्यापारी हैं ,,,,, वो भी तरह तरह की ओफर चलाता है
- सत्य वचन आचार्य प्रशांत
आचार्य जी आप वास्तव में सत्य का स्वरूप हो ,आपको हर कोई ऐरा- गैरा सुन नहीं सकता और जो सुनेगा, उसका जीवन बदले बिना रह नहीं सकता। 🙏🙏
धीर गंभीर चैतन्य व्यक्ति को तो शादी विवाह में बुलाया भी नहीं जाता,,,,, क्यूंकि उनकी मोझ में वो विक्षेप बन जाता हैं
-सत्य वचन आचार्य प्रशांत
कभी वो din भी आए जब aapk सामने baithkr आपको sunne का mauka mile 🙏
Namn aachary ji
आज हिंदी दिवस के दिन सबसे पहले आपको बहुत बहुत धन्यवाद, आपने हिंदी भाषा को लेकर लोगों के मन से हीन भावना को दूर किया।
हिन्दी तन-मन, हिन्दी जीवन, रग-रग मेरा, हिन्दी परिचय..!
भारत के भूभाग पर सौ करोड़ से ज्यादा लोगों को स्पर्श करने वाली, सरलता, बोधगम्यता और शैली की दृष्टि से विश्व की भाषाओं में महानतम स्थान रखने वाली हृदय भाषा हिन्दी के उत्सव, हिन्दी दिवस की बहुत शुभकामनाएं।
Nice👍👍
ठीक से ठीक आदमी भी सुख के पलों में बेढंगा हों जाता हैं
- सत्य वचन आचार्य प्रशांत
आचार्य जी आज आपके जैसे कई आध्यात्मिक गुरु की आवश्यकता है
इस भारत देश को ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व को आपने जगाने का कार्य किया
दिल की गहराइयों से धन्यवाद
Thanks!
जब सुख आता है तो हम उसको भोगने के लिए चेतना को एकदम न्यून कर देते हैं ।❤🌿🍁
- आचार्य जी
सुख सतह पर है, आनंद गहराई में।
सतही जीवन जीना है तो सुख पिपासु बने रहो।
पहली बात तो सतही रहोगे, दूसरी बात सुख के साथ अनिवार्यतः दुःख चलता है, वो बस उस समय पता नहीं चलता है।
-आचार्य प्रशांत
जागृत चेतना ही सच्चे और झूठे सुख मे अंतर कर सकतीं है, ,, कोटि कोटि नमन गुरु जी🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जिनसे आप नफरत नहीं करना चाहते ,उन्हे सुख में मत देख लेना।बहुत सुंदर बात।🙏🙏🙏🙏
👏👏👏👏🙏🏻
अध्यात्म है ही इसीलिए कि आपको उच्चतम आनंद मिले लेकिन जिन्हे उच्चतम चाहिए होता है वो खवतदार रहते हैं कि नीचे वाली किसी चीज में कहीं फंस के न रहे जाए।
सुख के क्षण में हम कुरूप हो जाते हैं।एकदम सत्य वचन।👍🙏🙏🙏🙏
"शुभ-लाभ" शुभ में ही लाभ है, शुःख में लाभ प्रतीत मात्र होता है, वास्तविक लाभ शुभ ही देता है।
-आचार्य प्रशान्त 🙏
हिंदी भाषी प्रमीयों को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। धन्यवाद आचार्य श्री हिंदी भाषीयों को उनकी माता स्वरूप हिंदी का वास्तविक सौंदर्य एवं गौरव सामने रखने के लिए .......✨😊
Nice👍👍
साईं मेरा बानिया,पल -पल करे व्यापार ।
बिन डांडी बिन पालड़ा , तोले अखल संसार ।।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
शब्द ही नहीं हैं आभार व्यक्त करने के लिए
एक क्षण को तो आप मिला ही देते हो 🙏🙏🙏
झुठे सुख को सुख कह,मानते हैं मन मोद।
जगत चबैना काल का, कुछ मुख में कुछ गोद।।🙏
सुख अनिवार्यतः आपकी चेतना को गिरा देता है।
ठीक से ठीक आदमी भी सुख के क्षण में बेढंगा हो जाता है।
-आचार्य प्रशांत
ज्ञान झूठे सुख के विरुद्ध जाता हैं
-सत्य वचन आचार्य प्रशांत
सच्चाई को देखने के लिए ( निष्ठा ) कलेजा चाहिए
-सत्य वचन आचार्य प्रशांत
आदत सी हो गयी है आपको सुनने की।। प्रणाम आचार्य जी।। बहुत बदलाव आया है मेरे जीवन में ।। धन्यवाद्
आचार्य जी एक बार पुनः हिन्दी को हम तक जोड़ने एवं जन की भाषा को व्यापक तरीके से पहुँचाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार। हिन्दी दिवस पर आचार्य जी एवं सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
🙏🙏
कभी कर्म के फल को भविष्य में मत देखा करो ,,,, कर्म हीं फल हैं
- सत्य वचन आचार्य प्रशांत
राष्ट्रीय हिंदी की हार्दिक शुभकामनाएं। आप सबसे निवेदन है ज्यादा से ज्यादा हिंदी का प्रयोग करें।कमेंट भी देवनागरी में लिखें।🙏🙏🙏
सुख को अगर स्वीकार करना है तो ये जरूरी हो जाता है कि उसकी जांच पड़ताल न किया जाए।
जीवन के प्रति पल के तथ्यों की जाँच करना ही वेदांत है। 🙏🙏🌹🌹👍👍
हे आचार्य जी अपने शिष्य बसंत का 🙏🙏🙏प्रणाम स्वीकार करें
प्रणाम आचार्य जी, आप को सुनना बड़े सौभाग्य की बात है, आपके व्याख्यान सुन कर मन को बहुत शांति मिलती हैं l
सुख का विरोध नहीं , सुख की जांच पड़ताल करें💐
हमारी मन की क्रियाएं निर्भर होती है :
हमारे वातावरण में
हमारे संस्कार में
और हमारी आदतों में ।
मनुष्य को इन तीन चीजों का सुधार हमेशा करते रहना चाहिए। 🙏
सुबह सुबह आचार्य जी की वीडियो और क्या चाहिए जीवन में
अदभुत शिक्षा है आचार्य जी के शब्दों में कोटि कोटि प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏
😍🤣🚩🙏🏼
वंचन हैं अमृत, बोध और आह्लाद भी,
आचार्य देव 🙏🏼🙏🏼🙏🏼💐
अतुलनीय संबंध, देवता के समान दाता, पिता, माता, गुरु, शिक्षक या सुहृद मित्र 🙏🏼🚩
आचार्य श्री ! आपकी उपस्थिति ही बड़ी प्रिय है। बोलना तो, सुनते जाओ, सुनते जाओ मन नहीं भरता । नमामि गुरुदेव !
शत् शत् नमन आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏❤️
अति अद्भुत ज्ञान। सुख को जांचना ही सुख में सुमिरन है। जय गुरुदेव 🙏
18:28 ज्ञान सुख के विरुद्ध नहीं है ।झूठे सुख के विरुद्ध है ,भ्रम के विरुद्ध है । सच्चे सुख का तो अनुसंधान करता है।🙏🙏
Garv se kaho hum Sanatani hai 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
श्रेय को चुनो प्रेय की अपेक्षा - आचार्य प्रशांत 🙏🏻
शत शत नमन गुरूजी ❤️🙏
प्रणाम गुरुजी आप जैसा कोई नहीं🙏🏻🙏🏻🙏🏻😇😇😇🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
😭😭😭😭🙏🙏🙏🙏.. speechless 😶😶😶....... Acharya g..... Reality of our Life.....
Ocean......
शुभ में ही लाभ हैं। बहुत सुंदर बात।🙏🙏🙏🙏
आचार्य जी को सुनना बहुत हिम्मत चाहिए क्योंकि आचार्य जी सारी बातें sachhi aur kathbi hoti hai 🙏
बहुत ईमानदारी से अपने आप से पूछा करो- क्या आज मैं कल से बेहतर इंसान हुआ?
जीवन का उद्देश्य ही है- उत्तरोत्तर प्रगति।
हम सीखने के लिए पैदा होते हैं।
हम बेहतर होने के लिए पैदा होते हैं।
यही जीवन का उद्देश्य है- आप कल जैसे थे, आपको आज उससे बेहतर इंसान होना चाहिए
और बेहतरी के ही अंतिम सोपान को मुक्ति कहते हैं।
-आचार्य प्रशांत
गुरुदेव आपकी ये व्याख्यान बहुत ही खास थी इसको पूरा समझने के लिए पांच बार सुनना पड़ा है तब जाकर कुछ उतरा है , ऐसे गूढ़ रहस्य आपकी पुरानी विडियोज में बहुत ज्यादा हैं , जिनको मैं रात की गहराइयों में पीने की कोशिश करती हूं और दिन के उजाले में वो प्रकाश की तरह मुझे रास्ता दिखाते हैं, बीते सप्ताह Aiims दिल्ली में मेरी सर्जरी थी होश में आते ही सबसे पहले जो काम मैंने किया वो था आपकी पुरानी विडियोज को फिर से निकालकर सुनना , ऐसा लगा इतनी देर बेहोश होकर मैंने बहुत से पल गवाया 🙏🏻🙏🏻🙏🏻 आपको कोटि कोटि प्रणाम
गुरू जी आप की चरणो मे कोटी कोटी नमन 🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🕉️💖😭
जय श्री कृष्ण जय श्री आचार्य जी 🎯🙏
भगवान श्री के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम।
Guru ji mere man me udh rhi har savalo ke javab aap de dete hai jisase mere man ko shanti milati hai aap ki baate sunnaa bahut hi acha lagta hai
Pranam guru ji 🙏😌😊💞
34:00 जीवन का उद्देश्य है उत्तरोत्तर बेहतरी।learning का ही दूसरा नाम है मुक्ति 🙏🙏
सुख का विरोध न करें किंतु सुख की जाँच पड़ताल करना अवश्य सीख लें। यही अर्थ है सुख में सुमिरन करने का। 🙏🙏
बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी.. जीवन मे सही मार्ग दिखाने के लिए...
चरण स्पर्श आचार्य जी❤️❤️🙏🙏🙏
कोटि कोटि प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत बहुत धन्यवाद आपका आचार्य जी
शत शत नमन आचार्य जी को 🙏🙏
जहां सुख का मौका लग रहा हों तो वहां अपनी चेतना को और बंद कर दो ,,,,, क्यूंकि चेतना जगी रहेगी तों सुख का क्या होगा कुछ निश्चिंत नहीं ,,,,, क्यूंकि सुख और चहेरा पहेनकर आ रहा हैं तो सब गड़बड़ हैं ना !!!!!!!
- सत्य वचन आचार्य प्रशांत
सादर प्रणाम
গুরুজী আপনার চরণে কোটি কোটি প্রণাম 🙏❤️❤️❤️❤️🙏❤️❤️❤️❤️🙏❤️❤️❤️❤️🙏
वह! आचार्य जी आपने क्या उत्तर दिया आपने . सारे समाधान हो जाता है.
वृत्ति हीं विवेक कि भाषा बोलने लगे,,,,, तो चोंट हीं खाओगे
- सत्य वचन आचार्य प्रशांत
आचार्य जी आपको सुनकर बहुत शांति मिलती है हमारा भारत देश धन्य है जहां ऐसे आचार्य जी जैसे महापुरुष ने जन्म लिया🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🌹🌹🌹🌹❤❤❤❤
प्रणाम आचार्य जी सुख में हम मन के अधीन होते हैं और दुख में हम अपने सत्य स्वरूप को पहचान जाते हैं इसीलिए शुभ लाभ की कामना ही उचित है जिससे हम अपने सत्य स्वरूप में रहे और मन के अधीन होकर सुख में अपने स्वरूप को ना भूल जाए और परमात्मा को याद रखें धन्यवाद
शत् शत् नमन आचार्य श्री🙏🙏
आचार्य जी जैसे गुरु की प्राप्ति ईश्वर की प्राप्ति , कृष्ण की प्राप्ति के समान है ,कोटि कोटि नमन इस युगपुरुष को 🙏🙏🙏🙏🙏
Pranam acharya ji koti naman apko
Kal se behatar hote rahana hi adhyatma hai. Pranam guruji
आचार्य जी आपकी बातों से एकदम शांति आती है
Thanks
Mn lobhy mn lalchi ,
mn chnchl,mn chor
mn k mte na chaliye
Mn pl pl me aur......
agr mn ki riti janle to h ye rbb ki dor ❣️🙏🏻❣️
*देखिए* , *सुनिए* पूरी वीडियो और *समझीय* -
1. *क्या अध्यात्म* का यह *अर्थ* है कि हम *सुख* से दूर हो जाए?😅
2. *सुख में सुमिरन* का क्या *अर्थ* है?🔥
3. *कर्मफल* का *वास्तविक अर्थ* क्या है भला? 😱🤔
4. *उपनिषद्* कैसे *ग्रंथ है?❤
5. *शुभ-लाभ* का क्या *अर्थ है?😇
KABIR JI KE DOHE KA 110% SAHI BHAVARTH SAMJHANE KE LIYE AAPKA KOTI KOTI ABHAR
अचार्य श्री गुरुदेव के चरणों से कोटि कोटि प्रणाम है मेरा 🙏🙏🙏🙏🙏
शत शत नमन आचार्य जी ♥️🙏
जय श्री राम
प्रणाम आचार्य श्री
शुभ प्रभात
चरण स्पर्श आचार्य जी🙏🙏❤
Hindi divas ki bahut bahut shubhkamnaye, acharya ji
Happy hindi diwas guru ji good morning
अंग्रेजी में हिंदी दिवस की शुभकामनाएं वाह
@@Sanatani_kattar 🤣😂👍
प्रणाम आचार्य जी 🙏🏻🕉️
आपके जैसा मार्गदर्शक हर किसिके जीवन मे होना चाहिए त की बात के मूल मे जाकर उसका गहरा अध्ययन करादे | 🧡
प्रणाम गुरुजी 🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾
❤️❤️❤️❤️
आपके सत्संग में अगाध शांति जागरूकता है आचार्य जी, आप गुरुवर स्वरूप हो 🙏 प्रणाम 🙏
प्रणाम आचार्य जी
Eye opening video..pranaam acharya ji🙏🙏🙏🙏🙏
अपना अस्तित्व हमने शोयम खो दिया है इसका जिमेवार मैं खुद हु
jai ho Acharya ji 🙏 Satyam Sivam Sundram Bhut hi umda parsang h Bhagban Se ek yhi Praiar karta hu ki Aapko Bhut Lambi Aayu De Jis Se Lambe Samay Tak Sabhi ka kalyan Ho Sake
Pranam aacharya ji
Charan sparsh guru dev 🙏🙏🙏
प्रणाम आचार्य जी 🙏
आचार्य जी मुझे कही कुछ अच्छा नही लगता कही मन नही लगता हर वक्त आपको सुनती हूं ये मन की कोन सी दशा है
सच की चोट तुमको बदल देती है, निखार देती है। झूट की चोट तुमको वैसा ही बनाए रखती है जो चोट खाने को ततपर रहे और वो चोट भी ऐसी कि जिससे कोई सुधार नहीं होना है, विकार ही होना है।
-आचार्य प्रशांत
Thanks🙏🙏
Two of the greatest truths Buddha has told are that Life is Difficult and Painful. Real Happiness consists of surrendering to the lotus feet of the Lord! There is just no other way!
नमन आचार्य जी।🙏🙏
Aap sahi kah rahe hai aacharya ji