देश में जब सुरक्षा नियमों की बात आती है तो सरकार ढीली क्यों पड़ जाती है? #babakikharikhoti बाबा रामदास बाबा की खरी खोटी Baba Ramdass Baba ki khari khoti
Bihar me itne pull gir rhe h .vo kiski galti h..?? Abe chaman ye bta prashasan phle to sota h.phle in babao ko vote bank smjhati h tumhari BJP ..jb babao ke karname khulte h tb dhoti kholkr kahte ho ye akhilesh ne kia h ye Rahul ne kia h .ye Mamta ne kia h Kbhi ye nhi kahte ki ha isme Yogi aur modi ki galti h 😂😂😂 andhbhakto ki yhi khoobi hoti h chatte khoob h
यह बाबा का पर्सनल काम है, बाबा ही मुआवजा भरेगा। सब कुछ सरकार नहीं भरेगी या सरकार का काम नहीं है या दरबार लगाना बाबा का काम है जो भी मुआवज़ा बाबा भरेगा।
अभी त्योहारों और महीनें आनेवाले है। सरकार लोगोंको आयोजनों, मंदीरों में भीडभाड दिखे तो वापस घर जानें की सुचना दे। भगवान की आराधना घर पर भी की जा सकती है।
@@bindu.pandyab3071 nhi Bhai band nhi krni h but kuch time to rukna padega.. kyunki cycle wale jite hain Ye kuch b krwa sakte h.. lunch me b aisa hadsa hua tha inke Raj me..
साजिद हो सकतिहै।ऐसा हि हादसा कुंभ मेले में आजम खान के अधिकार में हुईथि।समाजवादि मानसिकता उसमें अगर अखिलेश।का गुर्दा है।तो दुश्टचक्रकि संभावना इनकार नहि करसकते।
Janta ki bhi Kami h etni bheed kyo ekthata hoti etni garmi kya en babayo ke pas achha sahitya gher per. Pdhe. Netni samti kyo rakhte h .baba ke nam.per
बाबा जी के बात में दम है । ऐसे -ऐसे बाबा कम से कम लोगों को हिंदू बना के तो रखते हैं। ताहि बहुत बड़ी बात है वरना ईसाई और मुसलमान तो धर्म परिवर्तन के लिये तैयार बैठे हैं। टी बात भी है कि आशा राम जैसा ख़तरनाक बाबा भी इसी समाज में रहते हैं।
साजिश की पूरी संभावना है। इस तरस की घटनाएं हिन्दू मंदिरों और कार्यक्रम आयोजित स्थलों में और भी हो सकती है। शासन-प्रशासन को बहुत ही सतर्क रहने की जरूरत है। देश में अंदर दुश्मनों की संख्या बढ़ी है। ये दुश्मन सभी जगह भरे पड़े हैं सक्रिय है और स्लीपर सेल भी काम कर रहा है ।
बाबा ने भी देना चाहिए मुआवजा हर एक आदमी को 10 लख रुपए, क्योंकि यह सरकार का काम नहीं था। दरबार लगाना यह बाबा का पर्सनल काम था, इसलिए बाबा भी मुआवजा भरना चाहिए।
ये बाबा या कथावाचक हैं तो पता होना चाहिए कि भारतीय जलवायु अनुसार ये पारम्परिक विधान है कि बरसात के तीन-चार महीना बहुत वर्षा होती है तो इसलिए इसमें लम्बी यात्रा वाले और खुले में कोई धार्मिक सभा आदि नहीं होती। नहीं तो ऐसे ही हादसे और परेशानी होती हैं। लेकिन इस मौसम का सदुपयोग ऐसे होता था-- वर्षा ऋतु के चार महीने में सभी सम्प्रदाय का आध्यात्मिक शिविर का आयोजन ऐसी जगह होता है जो पक्का बना सभागार या कार्यक्रम स्थल हो। या फिर शिविर के लिए उपयुक्त मैदान या उद्यान में अस्थायी निर्माण से शिविर अवधि के लिए पहले से तैयार किया जाता है। ऐसे शिविर को चातुर्मास या वर्षावास कहते हैं। इसमें प्रतिदिन का आना-जाना नहीं होता था, बल्कि श्रद्धालु जन और साधुजन के रहने का इन्तजाम होता है। पहले बहुत बारिस होती थी और सड़के पुल आदि नहीं होते थे तो इसलिए इस तरह स्थायी या अर्ध-स्थायी कार्यक्रम स्थल में पुरे एडवांस तैयारी के साथ ध्यान/प्रवचन भजन/विचार विमर्श होता था। इसमें स्थानीय निवासी ही आना-जाना करते थे बाकी वही रहते थे। ऐसा शिविर होता तो अब भी है सभी प्राचीन हिन्दू बौद्ध जैन सम्प्रदायों में लेकिन कम मात्रा में, और उनका प्रसारण होता है तो लोग घर से भी जुड़ कर लाभ लेते हैं। क्योंकि ये साल में एक बार होने वाला लम्बा आयोजन होता है तो अधिक गंभीर साधकों के लिए इसमें किसी प्रसिद्ध महत्वपूर्ण ग्रन्थ का पूरा अध्ययन कराया जाता है।
बाबा जी जय श्री राम बाबा जी सुना है कि वहां पर किचड़ होने के वज़ह से लोग दीवार पर बैठे हुए थे जो कि दीवार ढहने से अफरातफरी मच गई थी जिसके कारण घटना घंटी है
बाबा जी अगर सरकार कोई कानून सख्त भी करना चाहती है तो लोग नाराज हो जाते है जैसे सरकार ने कानून सख्त किया की कोई ड्राइवर एक्सीडेंट कर के भागता है तो उमर कैद होगी क्या हुआ प्रदर्शन चालू सरकार क्या करे
समाज दुखी हताश निराश है वह समस्याओ का हल खोजने जाता है चरण रज से किसी का कल्याण नही होता है भूत प्रेत मजबूत मनोबल से भागते है मनोबल मजबूत बाबा कर पाने मे असमर्थ है बाबा के सेवादार भी अनुशासित है यहा तो साजिश है दिखती है।
अपनी अपनी मनोकामनाएं लेकर ऐसे किसी बाबा के पास कामना पूर्ति के लिए नहीं जानी चाहिए । किसी बाबा में इस प्रकार की कोई शक्ति नहीं होती कि किसी की मनोकामना पूरी कर सके । बाकी इसके बाद कोई जाता है तो जय और इस तरह के हादसे झेलने को तैयार रहे ।
Apne sahi kaha logon ko sixit.karne ki bahut jaroorat hai taki anewale samay mein aisi ghatnawan ko roka jasake logon ko bhi nium ka palan karna chahiye
Jagrit shrotao ko is kand ke har shadyantra kar ko expose karne ek strong abhiyan chalana chahiye 🙏 aur har shadyantra ke prati jaagrit rehna chahiye 🙏
बस मुआवजा! आप का मतलब पैसा ! वो क्षतिपूर्ति परिवार से सदा के जुदा होने वाले, भरण-पोषण करने वाले, एक ही परिवार से कई-कई मैंबर इस भगदड़ मे जान गवाने वाले परिवारों का मुआवजा ही इलाज है नहीं, हां एैसी दुर्घटना द्वारा न घटे ये जरूरी है ।
ये बाबा या कथावाचक हैं तो पता होना चाहिए कि भारतीय जलवायु अनुसार ये पारम्परिक विधान है कि बरसात के तीन-चार महीना बहुत वर्षा होती है तो इसलिए इसमें लम्बी यात्रा वाले और खुले में कोई धार्मिक सभा आदि नहीं होती। नहीं तो ऐसे ही हादसे और परेशानी होती हैं। लेकिन इस मौसम का सदुपयोग ऐसे होता था-- वर्षा ऋतु के चार महीने में सभी सम्प्रदाय का आध्यात्मिक शिविर का आयोजन ऐसी जगह होता है जो पक्का बना सभागार या कार्यक्रम स्थल हो। या फिर शिविर के लिए उपयुक्त मैदान या उद्यान में अस्थायी निर्माण से शिविर अवधि के लिए पहले से तैयार किया जाता है। ऐसे शिविर को चातुर्मास या वर्षावास कहते हैं। इसमें प्रतिदिन का आना-जाना नहीं होता था, बल्कि श्रद्धालु जन और साधुजन के रहने का इन्तजाम होता है। पहले बहुत बारिस होती थी और सड़के पुल आदि नहीं होते थे तो इसलिए इस तरह स्थायी या अर्ध-स्थायी कार्यक्रम स्थल में पुरे एडवांस तैयारी के साथ ध्यान/प्रवचन भजन/विचार विमर्श होता था। इसमें स्थानीय निवासी ही आना-जाना करते थे बाकी वही रहते थे। ऐसा शिविर होता तो अब भी है सभी प्राचीन हिन्दू बौद्ध जैन सम्प्रदायों में लेकिन कम मात्रा में, और उनका प्रसारण होता है तो लोग घर से भी जुड़ कर लाभ लेते हैं। क्योंकि ये साल में एक बार होने वाला लम्बा आयोजन होता है तो अधिक गंभीर साधकों के लिए इसमें किसी प्रसिद्ध महत्वपूर्ण ग्रन्थ का पूरा अध्ययन कराया जाता है।
किसानों ने धरना प्रदर्शन किया पब्लिक ने नहीं सोचा था कि हम लोग अपने आप पांव पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं फिर महंगाई बढ़ेगी फिर वो अपनी कटी टांग लेकर धरना प्रदर्शन करने वाले हैं कानून अगर अच्छी तो धरना प्रदर्शन पब्लिक ने
In Maharashtra pandharichi vari was oldest gathering of devotees .they walk ,sing,eat, sleep , worship together but never ever vitness such incidences till today.
शंकराचार्यों को सुनने को तयार नही बाबाओं के पीछे भाग रहे हैं। सिर्फ चार मठों के सन्यासी ही धर्म के प्रचार के अधिकारी होने चाहिए जो वेदों काज्ञान दें और अंधविश्वास मिटाएं।
Ek taraf pradhan mantri ka bhashan ho rha tha dusri trafa ye hatya, ye sab sajish h itne coincidence nhi ho sakte Pradhan mantri ka shapat samaroh dusri taraf jammu me attack Itne coincidence nhi ho sakte
इस हाथरस के हादसे में योगी जी को दोष देना बिल्कुल सही नहीं है। कुछ लोगों का मानना है कि राजनीतिक दल खास करके समाज वादी पार्टी बिना मतलब के अनाज संनाब बयान दे रही है।इन सब बातों से पार्टी की छवि और ज्यादा खराब हो रही है भारत की जनता इसका बहुत ही करारा जवाब अगले चुनाव में देगी।
साजिश तो।इसलिए दिख।रही।है।कि।बाबा के ।कर्मचारियों ने।पुलिस-प्रशासन को।बिलकुल भी नहीं आने।दिया है ।और दूसरी बात यह।है।कि।इतनी।बडी।संख्या में ।लोग आये ।उनका।कोई भी।इन्तजाम नहीं किया है ।तीसरी बात।बाबा खुद ही।कहता है कि।मेरे जाने के बाद ।पैरों की।मिट्टी जरूर लेना।और।भी।इस।प्रकार के ।कयी।बाते है।
आदरणीय बाबा जी इतने बड़े जमावड़े में यदि कोई व्यक्ति शरारतन कोई पटाखा फोड़ दे,या कोई सांप लाकर छोड़ दें,तो भगदड़ तो मंच ही जायेगी।
🤣🤣🤣andbhakt
हलाला product @@knowledge-ie7rz
@तुझे दिख रहा है चमचे knowledge-ie7rz
जो खरीदे हुए लोग केमरे के आगे प्रशासन की गलती प्रशासन की गलती है कह रहे हैं वही लाल टोपी, टौटी चोर भी कह रहा है । साजिश का पर्दाफाश जल्दी ही होगा ।
Bihar me itne pull gir rhe h .vo kiski galti h..??
Abe chaman ye bta prashasan phle to sota h.phle in babao ko vote bank smjhati h tumhari BJP ..jb babao ke karname khulte h tb dhoti kholkr kahte ho ye akhilesh ne kia h ye Rahul ne kia h
.ye Mamta ne kia h
Kbhi ye nhi kahte ki ha isme Yogi aur modi ki galti h 😂😂😂 andhbhakto ki yhi khoobi hoti h chatte khoob h
यह बाबा का पर्सनल काम है, बाबा ही मुआवजा भरेगा। सब कुछ सरकार नहीं भरेगी या सरकार का काम नहीं है या दरबार लगाना बाबा का काम है जो भी मुआवज़ा बाबा भरेगा।
अभी त्योहारों और महीनें आनेवाले है। सरकार लोगोंको आयोजनों, मंदीरों में भीडभाड दिखे तो वापस घर जानें की सुचना दे। भगवान की आराधना घर पर भी की जा सकती है।
Katha datasangh hi bang karavado
@@bindu.pandyab3071 nhi Bhai band nhi krni h but kuch time to rukna padega.. kyunki cycle wale jite hain Ye kuch b krwa sakte h.. lunch me b aisa hadsa hua tha inke Raj me..
इसके जिम्मेदार लोगो चाहे बाबा हो या कोई भी उनपे कड़ी कार्यवाही जरूरी है।
जनता किसी के पास भी दौड़े चले जाते हैं, किसी को भी भगवान बना देते हैं, सनात्तन पर विश्वास करें,एक आदमी कभी भगवान नहीं हो सकता,,
सत्य कहा आपने।
Last 10 saal se yhi ho rha hai gujrat me toh Modi ka bi mandir bana diya hai ab modi kudh apne aap ko bhagwan banne par Tula hai 🤣🤣🤣🤣🤣
Piease bkvas@@knowledge-ie7rz
Piease bkvas n kre modi ji ne apna mandir nhi bnvaya unhone khoodise galat or aisa nhi krne ko kha tha ap ya goomraah kr rhe h ya goomrah ho rhe h
साजिद हो सकतिहै।ऐसा हि हादसा कुंभ मेले में आजम खान के अधिकार में हुईथि।समाजवादि मानसिकता उसमें अगर अखिलेश।का गुर्दा है।तो दुश्टचक्रकि संभावना इनकार नहि करसकते।
आशाराम का चेला कौन था🤣🤣
bikul
1st of responsibility goes to the organisation.
Janta ki bhi Kami h etni bheed kyo ekthata hoti etni garmi kya en babayo ke pas achha sahitya gher per. Pdhe. Netni samti kyo rakhte h .baba ke nam.per
@@shantikanwer5785 janta ki hi kami hai puri jo apni jindagi jokhim me dalte hein
Bageshwar dham sarkaar ke yaha lakho log aate hai....sab thik hota h....Jay siyaram ❤
बाबा जी के बात में दम है । ऐसे -ऐसे बाबा कम से कम लोगों को हिंदू बना के तो रखते हैं। ताहि बहुत बड़ी बात है वरना ईसाई और मुसलमान तो धर्म परिवर्तन के लिये तैयार बैठे हैं।
टी बात भी है कि आशा राम जैसा ख़तरनाक बाबा भी इसी समाज में रहते हैं।
माँ बाप की जिम्मेदारी होती है अपने बच्चों को सिखाने की
सत्य देश की जनता के सामने अवश्य लाना चाहिए। सत्यमेव जयते।हर हर महादेव 🙏🙏🙏जय जय श्रीराम 🙏🙏🙏जय श्रीकृष्ण 🙏🙏🙏
साजिश की पूरी संभावना है।
इस तरस की घटनाएं हिन्दू मंदिरों और कार्यक्रम आयोजित स्थलों में और भी हो सकती है।
शासन-प्रशासन को बहुत ही सतर्क रहने की जरूरत है।
देश में अंदर दुश्मनों की संख्या बढ़ी है।
ये दुश्मन सभी जगह भरे पड़े हैं
सक्रिय है और स्लीपर सेल भी काम कर रहा है ।
right Raga iski bhavishya vani Pahle hi kr chuka h.. ajit bharti ne isi pr video bnai thi to us pr FIR krwa di thi..
भगदड की साजिश की जाच होगी
हाथरस भगदड़ की जांच सीबीआई से करना चाहिए
यदि सडक मे वारदात होती तो पुलिस प्रशासन सीधा दोषी होता
योगी जी से निवेदन है की हाथरस में जो दुर्घटना हुआ है उसको सीबीआई से जांच करना चाहिए ताकि दोषी को सजा मिल सके
अति प्रशंसनीय रिपोर्टिंग।
इंडिया कि जनता हे भाई साहब कोई समझा नहीं सकता हे और योगी आदित्यनाथ ने जो भी कहा हे वो बिलकुल सही हो सकता हे यह साजिश भी हो सकती हे
Murkh bahut hai hamari janta mein
तू तो बहुत होशियार हे ये साजिश भी हो सकती हे
मानव धर्म कोनसा आ गया सनातन से अलग कोई सनातन तो नही तोड़ रहे बाबा जी
बाबा जी , सिंग साहब जय जय श्री राम
राम वृक्ष की धटना सही है जयगुरुदेव का मामला भी लागू है
देश में जनसंख्या की स्थिति इतनी विस्फोटक है की सामान्य लोगों के जीवन की कीमत कीड़ा मकोड़े से ज्यादा नहीं है
Har Har Mahadev
बाबाजी द्वारा सिविक सेंस पर बात करना बहुत महत्वपूर्ण है.
Har Har mahadev
बाबा रामदास जी आप का कहना बिल्कुल सही है कि सभी सनातनी धर्मावलंबी ऐसा ही व्यवहार कर रहे होते हैं।
Jai shree Ram
बाबा ने भी देना चाहिए मुआवजा हर एक आदमी को 10 लख रुपए, क्योंकि यह सरकार का काम नहीं था। दरबार लगाना यह बाबा का पर्सनल काम था, इसलिए बाबा भी मुआवजा भरना चाहिए।
ये बाबा या कथावाचक हैं तो पता होना चाहिए कि भारतीय जलवायु अनुसार ये पारम्परिक विधान है कि बरसात के तीन-चार महीना बहुत वर्षा होती है तो इसलिए इसमें लम्बी यात्रा वाले और खुले में कोई धार्मिक सभा आदि नहीं होती। नहीं तो ऐसे ही हादसे और परेशानी होती हैं। लेकिन इस मौसम का सदुपयोग ऐसे होता था-- वर्षा ऋतु के चार महीने में सभी सम्प्रदाय का आध्यात्मिक शिविर का आयोजन ऐसी जगह होता है जो पक्का बना सभागार या कार्यक्रम स्थल हो। या फिर शिविर के लिए उपयुक्त मैदान या उद्यान में अस्थायी निर्माण से शिविर अवधि के लिए पहले से तैयार किया जाता है। ऐसे शिविर को चातुर्मास या वर्षावास कहते हैं। इसमें प्रतिदिन का आना-जाना नहीं होता था, बल्कि श्रद्धालु जन और साधुजन के रहने का इन्तजाम होता है। पहले बहुत बारिस होती थी और सड़के पुल आदि नहीं होते थे तो इसलिए इस तरह स्थायी या अर्ध-स्थायी कार्यक्रम स्थल में पुरे एडवांस तैयारी के साथ ध्यान/प्रवचन भजन/विचार विमर्श होता था। इसमें स्थानीय निवासी ही आना-जाना करते थे बाकी वही रहते थे। ऐसा शिविर होता तो अब भी है सभी प्राचीन हिन्दू बौद्ध जैन सम्प्रदायों में लेकिन कम मात्रा में, और उनका प्रसारण होता है तो लोग घर से भी जुड़ कर लाभ लेते हैं। क्योंकि ये साल में एक बार होने वाला लम्बा आयोजन होता है तो अधिक गंभीर साधकों के लिए इसमें किसी प्रसिद्ध महत्वपूर्ण ग्रन्थ का पूरा अध्ययन कराया जाता है।
Baba ji ki bat se sahmat Jay Shri Ram
जय श्री राम
Ram ram babaji, charan sparsh
बाबा जी जय श्री राम बाबा जी सुना है कि वहां पर किचड़ होने के वज़ह से लोग दीवार पर बैठे हुए थे जो कि दीवार ढहने से अफरातफरी मच गई थी जिसके कारण घटना घंटी है
जय श्री राम बाबा जी
Jai shree Ram Guruji.
JAI JAI SHRI RAM
योगी जी के अधिकारी मलाई त सरकार की खा रहे. पर काम दूसरी पार्टी के लिए कर रहे.. योगी जी आपने अधिकारी लाये जैसे हर पार्टी करती है
जय सियाराम बाबा जी
Jai Hind Jai Bharat 🇮🇳🇮🇳🇮🇳❤️❤️❤️
इसी मे साजिश की गयी और आयोजक और बाबा दोषी निकले
बाबाजी sdm ने तो बता दिया कि उस बाबा के चेले धक्का मुक्की किये ।
बाबा जी अगर सरकार कोई कानून सख्त भी करना चाहती है तो लोग नाराज हो जाते है जैसे सरकार ने कानून सख्त किया की कोई ड्राइवर एक्सीडेंट कर के भागता है तो उमर कैद होगी क्या हुआ प्रदर्शन चालू सरकार क्या करे
Bahut Sundar Baba ji dmsp shasan prashasan jimmedaar Hai Hathras Kand ka❤
हाथरस में घटना हुई है सजिस है केजरीवाल अखलेश की सजिस इन दोनों ने वेरूपिय को भिड में भेजे
समाज दुखी हताश निराश है वह समस्याओ का हल खोजने जाता है चरण रज से किसी का कल्याण नही होता है भूत प्रेत मजबूत मनोबल से भागते है मनोबल मजबूत बाबा कर पाने मे असमर्थ है बाबा के सेवादार भी अनुशासित है यहा तो साजिश है दिखती है।
Baba ji ki Jai ho
Pranaam Baba Ji,
Apke desh prem, Hindu ekta adharit vishleshan hetu mera abhar.
अशिक्षित जनता बाबा से कल्याण हेतु चरण रज लेने हेतु आस्थावान थी बाबा गलत दोहन कर रहे भूत नही भागे लेकिन जीवन चला गया
Ram Ram baba je 🙏
Very good. Excellent to way to divert
साजिश ही बात समझ आती
Ye sari galti andh bhakto ki hai jo kisi ko bhi bhagwan bana dete hai😢😢😢😢😢😢
टोंटी चोर का भगवान है,इस बाबा 3rd डिग्री उपचार मिलना चाहिए
बहुत ही दुःखद हुआ।
पुलिस वाले अगर बल प्रयोग करें तो यही मीडिया पुलिस को दोषी बताती
यह कोई बड़ी साज़िश है कमेटी बनाई जाय जांच कडी निगरानी में होगा साजिश निकलेगा
🙏🙏🙏 बाबा जी सही में खरी खरी कहते हैं।
सब बाते छोड़ो जंहा पर कानून बनाये जाते है संसद में व्यवहार देखिये विपक्षी सांसदों का बात खतम हो जाती है
Organizers and volunteers are responsible for the mismanagement in the event. They should be punished.
मुआवजा देने से घटना रुक जाएगा
SP ne inke aayojan m jakr prachar bhi kiya h inke prachar se hi sp jeeti h
Omg 😮
Great
अपनी अपनी मनोकामनाएं लेकर ऐसे किसी बाबा के पास कामना पूर्ति के लिए नहीं जानी चाहिए । किसी बाबा में इस प्रकार की कोई शक्ति नहीं होती कि
किसी की मनोकामना पूरी कर सके । बाकी इसके बाद कोई जाता है तो जय और इस तरह के हादसे झेलने को तैयार रहे ।
your take is so correct baba ji
Apne sahi kaha logon ko sixit.karne ki bahut jaroorat hai taki anewale samay mein aisi ghatnawan ko roka jasake logon ko bhi nium ka palan karna chahiye
Isme ho skta h sajish ho janch kadi honi chahiye
शत प्रतिशत साजिश है बाबा जी
बाबा जी आपके चरणों में प्रणाम यहां की आम पब्लिक तो बाबा जी अपनी दिशा और साइड चलना नहीं जानती है तो दूसरा चीज तो क्या करेगी सही तरीकेसे
Village ki bholi janata ko yeh baba log apni baaton mei ulajha deta hain ,karyawahi honi chahiye
सूरजपाल बाबा पूरे आरोप से मुक्त नही बाबा जाच है बाबा जी निरपेक्ष चिन्तन से न्याय की बात बोले
असल में तमाम जिम्मेदारी हिन्दू समाज के मठाधीशों की है जिनको यही नहीं पता कि कौन किस भेष में क्या कर रहा है?
Jagrit shrotao ko is kand ke har shadyantra kar ko expose karne ek strong abhiyan chalana chahiye 🙏 aur har shadyantra ke prati jaagrit rehna chahiye 🙏
Saajish kartaa Beshak Sapa ka Lal Topi hai🩸🩸🩸🩸🩸
बस मुआवजा!
आप का मतलब पैसा !
वो क्षतिपूर्ति परिवार से सदा के जुदा होने वाले, भरण-पोषण करने वाले, एक ही परिवार से कई-कई मैंबर इस भगदड़ मे जान गवाने वाले परिवारों का मुआवजा ही इलाज है नहीं, हां एैसी दुर्घटना द्वारा न घटे ये जरूरी है ।
Media ki funding ki jaamch kyun ni karti sarkaar
Akhilesh ki saajsh hai. Samajwadi ka chela hai. Hindu janta jago.
Very Good Baba ji . BJP Govt ki failure ko aap Akhlesh ko jimmedar bata rahe hain
लडकी हूं लड सकती हूं प्रियंका गाँधी के रैली में भी ऐसा ही हुआ था
sarkar ko bahut sambhal kar chalna padega dusman desh me jyada hai
bidesh me kam
दुखद है
Omg
Babaji aap ki awaz fàs Rahi hai
बाबाओ की क्षमता नही कि वे किसी का प्रारब्ध बदल सके
ये बाबा या कथावाचक हैं तो पता होना चाहिए कि भारतीय जलवायु अनुसार ये पारम्परिक विधान है कि बरसात के तीन-चार महीना बहुत वर्षा होती है तो इसलिए इसमें लम्बी यात्रा वाले और खुले में कोई धार्मिक सभा आदि नहीं होती। नहीं तो ऐसे ही हादसे और परेशानी होती हैं। लेकिन इस मौसम का सदुपयोग ऐसे होता था-- वर्षा ऋतु के चार महीने में सभी सम्प्रदाय का आध्यात्मिक शिविर का आयोजन ऐसी जगह होता है जो पक्का बना सभागार या कार्यक्रम स्थल हो। या फिर शिविर के लिए उपयुक्त मैदान या उद्यान में अस्थायी निर्माण से शिविर अवधि के लिए पहले से तैयार किया जाता है। ऐसे शिविर को चातुर्मास या वर्षावास कहते हैं। इसमें प्रतिदिन का आना-जाना नहीं होता था, बल्कि श्रद्धालु जन और साधुजन के रहने का इन्तजाम होता है। पहले बहुत बारिस होती थी और सड़के पुल आदि नहीं होते थे तो इसलिए इस तरह स्थायी या अर्ध-स्थायी कार्यक्रम स्थल में पुरे एडवांस तैयारी के साथ ध्यान/प्रवचन भजन/विचार विमर्श होता था। इसमें स्थानीय निवासी ही आना-जाना करते थे बाकी वही रहते थे। ऐसा शिविर होता तो अब भी है सभी प्राचीन हिन्दू बौद्ध जैन सम्प्रदायों में लेकिन कम मात्रा में, और उनका प्रसारण होता है तो लोग घर से भी जुड़ कर लाभ लेते हैं। क्योंकि ये साल में एक बार होने वाला लम्बा आयोजन होता है तो अधिक गंभीर साधकों के लिए इसमें किसी प्रसिद्ध महत्वपूर्ण ग्रन्थ का पूरा अध्ययन कराया जाता है।
किसानों ने धरना प्रदर्शन किया पब्लिक ने नहीं सोचा था कि हम लोग अपने आप पांव पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं फिर महंगाई बढ़ेगी फिर वो अपनी कटी टांग लेकर धरना प्रदर्शन करने वाले हैं कानून अगर अच्छी तो धरना प्रदर्शन पब्लिक ने
Dhul lene ke liye Bheed Bhed ban gai Dhul loot Nahin Paye Jivan Luta Diye
इस पर कानूनी करवाई करनी चाहिए समाजवादी पार्टी को बेबुनियाद आरोप लगा रहा है
Shameless peoples of UP voted such mafia parties. These people of UP want jaatiwad Pariwar wad
In Maharashtra pandharichi vari was oldest gathering of devotees .they walk ,sing,eat, sleep , worship together but never ever vitness such incidences till today.
Puri sajish hea
It appears to be conspiracy.
बाबा जी जेम्स बॉन्ड
साजिश तो हैं ही, 9:30 लेकिन बाबाओं को भी स्वार्थ के बजाय भक्तों की सुरक्षा के लिए सावधान रहना चाहिए था?
वह बाबा जी अच्छा पक्ष लेने बाबा जी
Shrarti tatvon ki sajish
जय श्री राम संदीप आर के सिंह
Aajkal sansad mei kya ho rha hai ?opposition kaise behave kr rhi hai ?
डी एम एस पी की जिम्मेदारी फिक्स कर पहले दोनों को निलंबित किया जाना चाहिए।
शंकराचार्यों को सुनने को तयार नही बाबाओं के पीछे भाग रहे हैं। सिर्फ चार मठों के सन्यासी ही धर्म के प्रचार के अधिकारी होने चाहिए जो वेदों काज्ञान दें और अंधविश्वास मिटाएं।
Ek taraf pradhan mantri ka bhashan ho rha tha dusri trafa ye hatya, ye sab sajish h itne coincidence nhi ho sakte
Pradhan mantri ka shapat samaroh dusri taraf jammu me attack
Itne coincidence nhi ho sakte
इस हाथरस के हादसे में योगी जी को दोष देना बिल्कुल सही नहीं है। कुछ लोगों का मानना है कि राजनीतिक दल खास करके समाज वादी पार्टी बिना मतलब के अनाज संनाब बयान दे रही है।इन सब बातों से पार्टी की छवि और ज्यादा खराब हो रही है भारत की जनता इसका बहुत ही करारा जवाब अगले चुनाव में देगी।
सूरज पाल स्वय पुलिस हस्तक्षेप स्वीकार नही करते व्यवस्था मे
साजिश तो।इसलिए दिख।रही।है।कि।बाबा के ।कर्मचारियों ने।पुलिस-प्रशासन को।बिलकुल भी नहीं आने।दिया है ।और दूसरी बात यह।है।कि।इतनी।बडी।संख्या में ।लोग आये ।उनका।कोई भी।इन्तजाम नहीं किया है ।तीसरी बात।बाबा खुद ही।कहता है कि।मेरे जाने के बाद ।पैरों की।मिट्टी जरूर लेना।और।भी।इस।प्रकार के ।कयी।बाते है।
Ye sajish ho sakti hai