ek ek lafz bahut qeemati aur la jawab...... kamaal se shayar hain janab madan mohan danish sahab aap....... zindabad.... bahut hi behtreen .... mashallah.....
जब अपनी बेकली से बेखुदी से कुछ नहीं होता पुकारें क्यों किसी को हम किसी से कुछ नहीं होता कोई जब शहर से जाए तो रौनक रूठ जाती है किसी की शहर में मौजूदगी से कुछ नहीं होता चमक यूं ही नहीं पैदा हुई है मेरी जां तुझ में न कहना फिर कभी तू बेरुखी से कुछ नहीं होता जो बात ख़ास है वो खुद को भी बताऊं नहीं मैं लुत्फ लेता रहूं और मुस्कराऊं नहीं उसे सताने का बस यही एक तरीका है कि उसके दिल में रहूं और समझ में आऊं नही अगर क़रीने से रख दूं कभी कोई सामान तो मुद्दतों मैं उसे हाथ भी लगाऊं नहीं बता बता के अजीब ओ गरीब काम अपने ख़ुदा की और परेशानियां बढाऊं नहीं और क्या आखिर तुझे ए जिन्दगानी चाहिए आरज़ू कल आग की थी आज पानी चाहिए ये कहां की रीत है जागे कोई सोये कोई रात सबकी है तो सबको नींद आनी चाहिए
उधर है शाम ज़मीं आसमां मिलाए हुए इधर मैं याद को तेरी गले लगाए हुए हुई जो रात तो कपड़े बदल के आ बैठे तमाम दिन के उजाले थके थकाए हुए इल्म जब होगा किधर जाना है हाय तब तक तो गुज़र जाना है इश्क कहता है भटकते रहिए और तुम कहते हो घर जाना है इश्क एक लम्हे में सदियां जीना इश्क एक लम्हे में मर जाना है दर्द सीने में छिपाए रखा हमने माहौल बनाए रखा मौत आयी थी कई दिन पहले उसको बातों में लगाए रखा थे भटकने के बहुत अंदेशे इश्क ने हमको बचाए रखा मसला तो इश्क का है, जिंदगानी का नहीं यूं समझिए प्यास का शिकवा है, पानी का नहीं क्या सितम है वक्त का, इस दौर का हर आदमी है तो एक क़िरदार, पर अपनी कहानी का नहीं अनसुना करने से पहले सोच लो तुम एक बार खामोशी का शोर है ये बेजुबानी का नहीं
उधर है शाम, जमीं आसमान को मिलाए हुए इधर मैं तेरी यादों को गले लगाए हुए हुई जब रात, तो कपड़े बदल के आ बैठे तमाम दिन के उजाले, थके थकाए हुए इल्म जब होगा, किधर जा ना है हाय तब तक तो गुजर जाना है इश्क कहता है, भटकते रहिए और तुम कहते हो, घर जाना है
He has explained the importance of solitary in such precise manner.. And thanks to the side man for ruining moat part of it by his arrogant interruptions..
मदन मोहन दानिश जी आप ग्वालियर से हो। हमें इस बात पर गर्व है।
ये होती है एक उम्दा शायर की पहचान
आसान भाषा की मदद से इतनी गहराई में उतरते हैं की अच्छे अच्छे गोताखोर भी सोचने पे मजबूर हो जाएँ !
Ye khuda ki rahmat hai ...ki aise behtareen shayron ko yahan badhawa mil raha hai....bhagwat kripa hi hai.
Itne nazuk aur pyaare shbdo mein yeh meetha sa dard bayan kiya hai ki har wyakti mehroom ho sake.. Wah wah..
Esi Audience sirf or sirf rekhta ke he ho sakte hai ,Kya sohra hai, Hat's off😍😍❤️
Ab Hindustan mein Itna achcha majma kam hu milta hai.
Rekhta ko bohot mubarkbad.
मुस्कराता मैं नहीं, दिल फैंक मैं नहीं,
तेरी गली का ख्याल नहीं, बस यूहीं मैं रोज आता नहीं...
Itne shandar shayar ko jyada log jante nahi ....meri najar main rahat indori se 1000 times better hai danish ji !
Or madan mohan sahab ki sabse achi baat ye ki... Bdi shaaleenta se shayri padhte hain... ❤
कोई जब शहर से जाए तो रौनक़ रूठ जाती है,
किसी के शहर मे मौजूदगी से कुछ नही होता।
ek ek lafz bahut qeemati aur la jawab...... kamaal se shayar hain janab madan mohan danish sahab aap....... zindabad.... bahut hi behtreen .... mashallah.....
जब अपनी बेकली से बेखुदी से कुछ नहीं होता
पुकारें क्यों किसी को हम किसी से कुछ नहीं होता
कोई जब शहर से जाए तो रौनक रूठ जाती है
किसी की शहर में मौजूदगी से कुछ नहीं होता
चमक यूं ही नहीं पैदा हुई है मेरी जां तुझ में
न कहना फिर कभी तू बेरुखी से कुछ नहीं होता
जो बात ख़ास है वो खुद को भी बताऊं नहीं
मैं लुत्फ लेता रहूं और मुस्कराऊं नहीं
उसे सताने का बस यही एक तरीका है
कि उसके दिल में रहूं और समझ में आऊं नही
अगर क़रीने से रख दूं कभी कोई सामान
तो मुद्दतों मैं उसे हाथ भी लगाऊं नहीं
बता बता के अजीब ओ गरीब काम अपने
ख़ुदा की और परेशानियां बढाऊं नहीं
और क्या आखिर तुझे ए जिन्दगानी चाहिए
आरज़ू कल आग की थी आज पानी चाहिए
ये कहां की रीत है जागे कोई सोये कोई
रात सबकी है तो सबको नींद आनी चाहिए
Wonderful
mashallah bahut khoob 👌
What is mean by इल्म in this phrase??
@@shindeatharva2237 ilm ka matlab hai knowledge
@@2642262339 tnxx
Whenever wants to feel relax , i listen this shyari without any counting
Ishq ek lamhe me sadiya jeena, ishq ek lamhe mar jaana hai😍😍😍... Sir u are genius
Wah bahut khubsurat musayera, JASHN-E-Rekhta ko bahut bahut sukriya Kay is purfatan dor main bhi hamey is adabi majmey say munfarid kr rahey hai.
Dard sine me chhupaaye rakkha
Humne maahol banaye rakkha
#Rekhta
दर्द को शब्दों में कैसे बयां करते हैं, ये दानिश साहब से पूछिए, कमाल है साहब
Bhai wah wah wah. Danish janab apne toh kamal kar diya. Mashallah
उधर हैं शाम जमीं आसमाँ मिलाए हुए
इधर मैं याद को तेरी गले लगाए हुए
हुई जो रात तो कपड़े बदल के आ बैठे
तमाम दिन के उजाले थके थकाए हुए 💕
Jiske naam me Mohan ho uski shayari se Mohabbat ho hi jaati hai ❤️❤️😍
What a lines!!!! Seen it for second time now
Wah wah kamal hogia, itna azeem shaer , gra8 salute from pakistan
Zindabaaddd Madan Mohan Sir
Kamaaaaal kamaaallllll kamaaaalllll
maot aayi thi kai din pehle
usko baato me lagaye rakha😭😭😭😭😭😭😭😭😭 bht hi aaala
Zindabad zindabad zindabad.....Lajawab .......Har ek sher lajawab
This is 7th time i am watching this, i cant stop myself.
Counting or feeling ?
@@manpreetsekhon9806 0696🙄🙄🙏
Dayum broo.. 😂😂
Same here
Same here ... ❤️❤️
ruclips.net/video/jYMCLSyuEAE/видео.html
Ek se ek umda sher...mohabbat apko aur rekhta ki team ko....
छोड़ दो ये प्यार मोहब्बत
ये तो सभी फ़साने है
कोण ज़ालिम हुआ है अपना
इस ज़ालिम ज़माने में
What is mean by इल्म in this phrase??
Kin kin ko apne ishq k zamana yaad aa gaya....waah waaah mahol banaye rakha..
Wah wah kya bat hai.. Love from Pakistan
मौत आई थी कई दिन पहले...
उसको बातों में लगाए रखा 💕
Such a brilliant poetry ❤️🔥.
I loved it ,watched it many a time
ruclips.net/video/jYMCLSyuEAE/видео.html
मौत आयी थी कई दिन पहले।।। उसको बातों में लगाये रखा🤗🤗🤗☹️☹️☹️☹️✌️✌️✌️🙏🏻🙏🏻🙏🏻👍👍👍👍
कमाल कमाल कमाल ....❤
The maut one sher...👍
उधर है शाम ज़मीं आसमां मिलाए हुए
इधर मैं याद को तेरी गले लगाए हुए
हुई जो रात तो कपड़े बदल के आ बैठे
तमाम दिन के उजाले थके थकाए हुए
इल्म जब होगा किधर जाना है
हाय तब तक तो गुज़र जाना है
इश्क कहता है भटकते रहिए
और तुम कहते हो घर जाना है
इश्क एक लम्हे में सदियां जीना
इश्क एक लम्हे में मर जाना है
दर्द सीने में छिपाए रखा
हमने माहौल बनाए रखा
मौत आयी थी कई दिन पहले
उसको बातों में लगाए रखा
थे भटकने के बहुत अंदेशे
इश्क ने हमको बचाए रखा
मसला तो इश्क का है, जिंदगानी का नहीं
यूं समझिए प्यास का शिकवा है, पानी का नहीं
क्या सितम है वक्त का, इस दौर का हर आदमी
है तो एक क़िरदार, पर अपनी कहानी का नहीं
अनसुना करने से पहले सोच लो तुम एक बार
खामोशी का शोर है ये बेजुबानी का नहीं
What is mean by इल्म in this phrase??
Achi aur sachi sayri.... Dil ki gehrayi se sun raha hoon...
I'm your Big Fan Sir 💓😍
Love from India 💓💓
जो बात खास वो बताऊँ भी नहीं।
बहुत ही खूबसूरत असार है आपके।
जिनकी आंखे इतनी सुंदर और कमसिन होगी तो वो इंसान, आखिर कितना सुंदर होगा
Love from india?? He is indian.😆
ये कहा कि रित है,जागे काई सोए कोई।
रात सबकी है सबको निंन्द आनी चाहिए।❤
Itni umda likhawat ...bohot khoob saab
Ishq kahta hai bhatakte rhiye..
Or tum kahte ho ghar jaana hai
Eagerly waiting for the videos
Kyaa baat hai.....waah
We are waiting for the other videos also.
Please share
ruclips.net/video/PmWLt2JHLTA/видео.html
Inequality wali line ne to seena chhallai kar diya raat sab ki hai to sab ko nind aani chaiye wahhh waaahhhh wahhh
Bohot khoob sunaaya Danish sahab!
thay bhatakne ke bahot andeshe..
ishq ne ham ko bachaye rakha..!!
maut ayi thi kayi din pehle ,usko baaton mein lagaye rakha, dard seene mein shupaye rakha..........WAH
Waah waah
........ bahot khoob.......kya kehne.....🌹🎉
urdu is rocking..😍😍
Hindustan is rocking 😍🔺
The bhatakney k bahot andeshe
Ishq ne humko bachaaye rakkhaa
इल्म जब होगा किधर जाना है
हाय जब तक तो गुजर जाना है
मसला तो इश्क का हे जिंदगानी का नहीं
यूँ समझिये प्यास का शिकवा हे पानी का नही
What is mean by इल्म in this phrase??
@@shindeatharva2237 jankari and vidya
@@Sevak323 tnxx
@@shindeatharva2237 ilm matlb knowledge
Best lyrics.... thanks to rekhta
उधर है शाम, जमीं आसमान को मिलाए हुए
इधर मैं तेरी यादों को गले लगाए हुए
हुई जब रात, तो कपड़े बदल के आ बैठे
तमाम दिन के उजाले, थके थकाए हुए
इल्म जब होगा, किधर जा ना है
हाय तब तक तो गुजर जाना है
इश्क कहता है, भटकते रहिए
और तुम कहते हो, घर जाना है
1:32 pe mai bhi hoon baitha hua Rekhta Nawaaz mein
I listened it live
Bhai dikhe ni tum yaar
@@wanderingmonkk Haan hai bhai white dress.
Bhai dikhe ni.. screenshot leke send krdo email
Aisa sunane wala ... Aise sunne wale shrota ... Mahol isse behtar kya hi ho ga
Wahh wahh wahhh👏👏👏jitna bhii tareef kru kamm haii!!..fabulous well said💗dil chu liya😃😃
पागल कर देंगे ये शेर!👌👌
Dard siney me chhipaye rakkha
Hamne mahol banaye rakkha
Maut aai thi kai din pahle
Hamne baton me lagaye rakkha🙏
He has explained the importance of solitary in such precise manner.. And thanks to the side man for ruining moat part of it by his arrogant interruptions..
Kamal ki shayari tajjub hai mujhe ke pahli baar suna aapko
Bahot shukria Rekhta
Mot ayi thi kai din pahle
Usko bato me lagae rakha
Plz upload complete mushaira
Ilm jub tuk thoga kidhar jana hai
Hai tub tuk to gujar jana hai
Waah Sir... Respect 🙏🙏🙏
another one on Mic. His voice is so young 😎
Kya baat hai.... khubsurat
Please upload complete Mushaira
جشن ریختہ میں ، میں بیت بازی کے مقابلے کو بہت زیادہ مس کرتا ہوں ۔
Lajawab Bhai lajawab.
Rekhta kuchh logo ki jaan he.....
Awesome !!
lajawab bahot khub bahot umda👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
Poora mushaira daal do plz
Ishk kahta hai bhatakte rahiye
Or tum kahte ho ghar jana hai
Jindabaad Jindabaad 🙌🙌🙌
bahut khub....... Love from bhind mp
Memorable event ♥️
Top class!
Madan mohan Danish ❤️❤️❤️
Main anchor ko dekh raha hu bas... Wah wah wah!😂😂😂
Kya baat kya baat 👏👏
रात सभ की है तो सब को नींद आनि चाहिए
Superb. Wah... Wah...... Wah...।
Bahut khub wah maza aa Gaya
thankyou rekhta
NYC. Kya baat aa
Ilm jub hoga kidhar jana hai
Hai tub tak gujar jana hai
बेहतरीन ❤️❤️
Dard sine me chipae rakha
Hamne mahol banaye rakha
Pasandeeda Shayar :) . Fan of you....
Mine also
Ab bhi kya aisay Shayar mojood hein
शकील आज़मी की वीडियो डालिए जल्द से जल्द
इंतज़ार रहेगा
Ahhhhhhhhhh
Kya baat h sir
Baut khubsurat sunaya hai💙💙
The bhatakne k bahut andeshe.....
LOVE is Gr8er
Awesome ❤️
Bahut behtarin
Bhut khobsurat h .wah wah
Wonderful !