सच में गांव वालों को हमेशा अनपढ़ कहा है। लेकिन गांव में रहनेवाले लोगो ने उनके बच्चों को सही संस्कार दिए हैं की आज गांव में एक भी वृद्धाश्रम नही है। और अच्छा जीवन जी रहे हैं
आप सभी एक महान कार्य कर रहें है । वृद्ध महिलाओं जो वास्तविक माता की प्रतिक हैं जिन्होंने हमारे संसार को अनमोल पुत्र पुत्रियां दिया है इन्हे जब मूर्ति पूजा/लाभ प्राप्त करने के बाद नाले में या सुनसान जगहों पर परित्याग किया जाता है तो भारी कष्ट का अनुभव को कुछ कम करने के लिए आपके माध्यम से इस नवरात्रि के अवसर पर किसी ऐसी परित्यक्जत मां को दुर्गा मां की तरह श्रृंगार कराके सम्मान पूर्वक दुर्गा मां की प्रतिक यात्रा निकाली जाय और उनको अच्छे घर में पुनः स्थापित किया जाय! आपको बहुत बहुत धन्यवाद एवम आभार!
Bhaia mai seba karna chahati hu .....eha pe koi aise seba k lia kisiko chahia ....mai paise se nhi physically seba karni chahati hu....kiu k mai v bht akeli hu ....mai samajhti hu inki halat
यहाँ हर कोई बुजुर्ग weel एजुकेटेड है बहुत अच्छे से बात कर रहे है..इन्हें देखकर लगता है इनके बच्चे काफी पड़े लिखे है यहाँ कोई भी ऐसे नही लग रहे जो किसी गरीब के माता पिता हो..😭भगवान हर इंसान को सदबुद्धि दे..
Ab ke Bachhe Maa Baap ko Bojh Samajhte hai. Unke liye Paisa Hee sab Kuch hai. Main Apne Maa Ko Bahot pyar karta hu aur Unki old age me bhi Dekh bhal kar raha hu. I Love My Mom
मनीष भाई आपकी यह वर्तमान पीढ़ी को आईना दिखाने वाली प्रस्तुति समाज की एक विकृत सच्चाई को उजागर करती है और इसे केवल और केवल आने वाली पीढ़ी और वर्तमान युवा पीढ़ी ही सही दिशा प्रदान कर वापस हमारी भारतीय संस्कृति की ओर ले जा सकती है।🙏🙏🙏🙏
यह बीमारी उन घरों में ज्यादा है जहां हिंदू अपने बच्चों को सिर्फ कैरियर कैरियर कैरियर के अलावा कुछ बात ही नहीं सिखाते ना पड़ोस के अंतिम संस्कार में जाना या गरीब रिश्तेदारों से संबंध रखना बस कोई मतलब ही नहीं बाद में यह बार उनके ऊपर खुद ही पड़ता है तभी रोते-रोते घूमते हैं कि हाय हमारी औलाद होने हमें लात मार दी
शुक्र है भगवान का मेंरी एक बेटी है अभी पड़ रही है कल को भगवान की कृपा से अपने घर बार की हो जाएगी और अकेले रह कर जो सुकून है वो कहीं भी नहीं अपना भगवान का नाम लेंगे और जो अकेले होते हैं उन पर भगवान की विशेष कृपा होती है इन्सान अकेला आता है और अकेला ही जाता है 😌
यह बीमारी उन घरों में ज्यादा है जहां हिंदू अपने बच्चों को सिर्फ कैरियर कैरियर कैरियर के अलावा कुछ बात ही नहीं सिखाते ना पड़ोस के अंतिम संस्कार में जाना या गरीब रिश्तेदारों से संबंध रखना बस कोई मतलब ही नहीं बाद में यह बार उनके ऊपर खुद ही पड़ता है तभी रोते-रोते घूमते हैं कि हाय हमारी औलाद होने हमें लात मार दी
आप ने बहुत अच्छा आने वाली पीढ़ी के लिए संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं बच्चों को कुछ इस तरह माहौल मिलता है कि वै उसी आधुनिकता में ढलते चले जाते हैं और माता पिता के पास उनके लिए समय नहीं रहता
अच्छा इंटरव्यू लिया गया है. कृपया इन से यह भी पूछें कि इन्होंने अपने माता-पिता, पति, सास ससुर की कितनी देख भाल की है और उन्हें कितना सुख सुविधाओं से रखा जाता था. ❤ कहीं यह भी कर्मो का फल तो नहीं है.
@@anjubhagat1971 naretive मत बनाइये. कर्मों के फल की बात कही है. सभी को भोगने पड़ता. हम ने अपने माता पिता के साथ जैसा व्यवहार किया है वही हमारे बच्चे हमारे साथ करने वाले है.
कानून मां बाप को घर में केवल अधिकार ही दिला सकता है वह प्रेम , श्रद्धा, आस्था का भाव और संस्कार अध्यात्म ही दिला सकता है ....इसलिए इस देश के पाठ्यक्रम में अध्यात्म और धर्म के विषयों को शामिल करना होगा और सत्संग से बच्चों को जोड़ना होगा ।
@@AjaySharma-hm5zp कारण बिना कोई कार्य नही ,बिन बादल बरसात नही ।कर्म इनके ये खुद जानते है किसी को दुःख दिया जब ये पॉवर में थे ,अब बेबस है ।दुसरो को सबक लेना चाहिए नेकी करो हर पल इंसानियत मत भूलो जब तुम ias, ips, ras और अन्य जजो और शक्तिशाली पदों पे होते हो भला करो सब का ये दिन नही देखना पड़ेगा किसी को भी
यह बीमारी उन घरों में ज्यादा है जहां हिंदू अपने बच्चों को सिर्फ कैरियर कैरियर कैरियर के अलावा कुछ बात ही नहीं सिखाते ना पड़ोस के अंतिम संस्कार में जाना या गरीब रिश्तेदारों से संबंध रखना बस कोई मतलब ही नहीं बाद में यह बार उनके ऊपर खुद ही पड़ता है तभी रोते-रोते घूमते हैं कि हाय हमारी औलाद होने हमें लात मार दी
@@sribhawansingh4460 inhone hi unke bachpan mein unhe success achha career paisa..ye path padhaya hoga..ab jab wo isse amal mein laa rahe hain tou ye ro rahe hain..tab inhone nahi socha ki achha insaan banana sabse pahle sabse zaruri hai. Maa baap bachon ko sikha dete hain ki achha career aur success matlab videsh mein padhai aur dher sara paisa aur jab bachey actually aisa kar lete hain tou inhe dikkat ho jati hai ki hame dekhne wala koi nahi..
सही कहा आपने शहर के लोगों ने अपने जीवन से आध्यात्मिक ताको एकदम हटा दिया है और वह जापमाल छोड़कर टीवी देखने में लग गए हैं। इसलिए वह इस तरीके की परिस्थितियों से गुजर रहे हैं और उन्हें हैंडल नहीं करपा रहे
ऐसी स्टोरीज हमे सिर्फ पढ़ाई जाती थी, मुनीश सर ने ये स्टोरी कर दी, मैंने पढ़ा था की आप ऐसी स्टोरीज भी कर सकते हैं लेकिन आजकल की न्यूज में लोग कहा ये सब करने को जहमत उठाते हैं। लेकिन आपने जो किया है वो बेहतरीन है शायद आज की पीढ़ी के बच्चो को भी सबक मिलेगा ऐसी स्टोरीज से, AMAZING JOB SIR
यह बीमारी उन घरों में ज्यादा है जहां हिंदू अपने बच्चों को सिर्फ कैरियर कैरियर कैरियर के अलावा कुछ बात ही नहीं सिखाते ना पड़ोस के अंतिम संस्कार में जाना या गरीब रिश्तेदारों से संबंध रखना बस कोई मतलब ही नहीं बाद में यह बार उनके ऊपर खुद ही पड़ता है तभी रोते-रोते घूमते हैं कि हाय हमारी औलाद होने हमें लात मार दी
Ek hum hai jo ma bap ke jane se lagata hai ke sab kuchh khatm ho gaya koi nahi hai hamara is duniya me he bhagwan kese log hai jo apane ma bap ko aise chhod diya
Vichalit hone ki jarurat nahi hai, ye vo log hai jinhone apni jawani ke dino me kisi ko kuchh samjhate nahi the, ab inke bachche inko nahi samajh rahe hai.
AAP BHI FOOL BANAANE WALI BAAT KAR RAHE HO..... OULAAD KO M CHOD HARAAMI BOLNE MAI DARR LAGTA HAI... YEH JO OLD AGE HOME MAI STAY KAR RAHE HAIN...UNKO KUM NAHI SAMJHNA ...YEH BHI KUM NAHI HAIN... INKO POOCHO PROPERTY HOUSE SALE KAR OLD AGE HOME KO DIYA...HARAAMI OULAAD KO CHODH DIYA PROPERTY.. QUN NAHI GOVT KO RAGISTERED KI PROPERTY...HOUSE PROPERTY NA DOH OULAADO KO....NAHI KAR SAKTE TOH RAHO OLD AGE HOME MAI...
बड़ा मुश्किल समय आ चुका है, लोगों में सहनशक्ति नहीं है, कुछ ना कुछ कमी तो सब में होती है, लेकिन मातापिता को ऐसे नहीं छोड़ना चहिए,पेड़ अगर बूढ़ा होगा तो छाया जरूर देगा।🙏🙏
Har maa baap hamesha SAHI NAHI hotey. Par har maa baap hamesha GALAT bhi nahi hotey. 😕😕It depends from person to person. Kayi aise maa baap bhi hai jo apne baccho ki barbaadi ka kaaran hai but bohot se innocent maa baap bhi hai. Andar ki baat koi nahi jaanta. My own father has always been mean, very irresponsible and not at all bothered about the family yet I don’t have a heart to leave him on the streets or any ashram. But itna emotional hona kuch cases mai galat hai. Jaise tab jab aisey koi maa baap ho ki unhoney apne baccho ke saath bohot he bura kiya ho aur unke saath ab REHNA impossible ho. BUT aisi situation mai bhi chahey aap alag ghar lekar dey do apne maa baap ko, aur ek care taker zaroor appoint karkey do kyuki ek age ke baad woh kaam nahi kar saktey but aise unko feko mat. But har koi itna giving nahi hota. Par ek baat bohot acchi hai chahey yeh maa baap sahi they yaa galat but zindagi ney inko yeh toh dikhaa aur samjhaa diya ki koi kisi ka nahi hai aur apne liye ghar aur paisey hamesha rakhney chaiye. Har maa baap ko apni old age ke liye paise aur Makhan jodkar rakhna chaiye. Emotions mai sab lutaana nahi chaiye. Please learn to be balanced in life and save for your old age. There’s no guarantee your kids or parents or siblings will always be with you or not. Aur EK BAAT PLEASE ZAROOR STAMP KARKE MAAN LEY.. agar aap apne baccho ke saath sahi they aur caring and loving they toh SWARG NARK upar kahi nahi YAHA HI HAI. Agar aap sahi they toh history dubaara aapke baccho ke saath DOHORAI ZAROOR JAIGI. Unke bacchey unki karni ka unko jawaab zaroor denge ya aur kisi tarha unhai khaameaaza zaroor bhugatna padega. Insaan bhool jaata hai usne kya kiya hai but parmeshwar kabhi nahi bhoolta. God shall give you the strength to rise above this heartbreak! 💕💕
Mata pita se badhkar koi ni hota bhagwan ki pooja mat karo lekin ma baap ko khush rakho mata pita khush to bhagwan bhi khush jinke mata pita ni hote wo unhe lagta hai hamare sir par badon ka saya nahi hain jinke hain wo itra rahe
नमस्ते चाचा जी!🙏 बड़ों-बुजुर्गों की सेवा एक परम सौभाग्य है। स्वयं ईश्वर भी इस कर्तव्य-पालन का एक दृष्टांत हैं। आप बड़ों की अनुग्रह से जीवन सुदृढ़ और सफल होता है। आपकी सेवा मेरा मनोरथ है। मैं आपकी सेवा में अपने आप को समर्पित करना चाहता हूं। आप मेरे अपने माता-पिता जैसे ही हैं। ( न जाने ये प्रकृति का कैसा नियम है कि कहीं कोई बच्चा अपने मां-बाप के लिए तरसता है तो कहीं बड़ों-बुजुर्ग बच्चों के लिए तरसते हैं।) 🙏🙏 ( मां-बाप की कठोर तपस्या और बच्चों के प्रति कठोर अनुशासन से स्वस्थ जीवन और सच्चे मार्गदर्शन में सहयोग मिलता है।)
शानदार सरजी। युवा पीढ़ी को समझना होगा कि मां बाप से बढ़कर शिक्षा नहीं। तुम्हारे कर्म एक दिन तुम्हारे ही पांव में आएंगे। सादर प्रणाम सभी माता पिताओं को।🙏🙏🙏🙏
Beti ko to sikhna hi chahiye,bt beta kaise bahu ki baato me aa jata hai....wo agr strict ho to bahu kya kr legi. Hr beti ko sochna chahiye unke bhi ma baap hai.maine to yehi sikhya hai.
Har maa baap hamesha SAHI NAHI hotey. Par har maa baap hamesha GALAT bhi nahi hotey. 😕😕It depends from person to person. Kayi aise maa baap bhi hai jo apne baccho ki barbaadi ka kaaran hai but bohot se innocent maa baap bhi hai. Andar ki baat koi nahi jaanta. My own father has always been mean, very irresponsible and not at all bothered about the family yet I don’t have a heart to leave him on the streets or any ashram. But itna emotional hona kuch cases mai galat hai. Jaise tab jab aisey koi maa baap ho ki unhoney apne baccho ke saath bohot he bura kiya ho aur unke saath ab REHNA impossible ho. BUT aisi situation mai bhi chahey aap alag ghar lekar dey do apne maa baap ko, aur ek care taker zaroor appoint karkey do kyuki ek age ke baad woh kaam nahi kar saktey but aise unko feko mat. But har koi itna giving nahi hota. Par ek baat bohot acchi hai chahey yeh maa baap sahi they yaa galat but zindagi ney inko yeh toh dikhaa aur samjhaa diya ki koi kisi ka nahi hai aur apne liye ghar aur paisey hamesha rakhney chaiye. Har maa baap ko apni old age ke liye paise aur Makhan jodkar rakhna chaiye. Emotions mai sab lutaana nahi chaiye. Please learn to be balanced in life and save for your old age. There’s no guarantee your kids or parents or siblings will always be with you or not. Aur EK BAAT PLEASE ZAROOR STAMP KARKE MAAN LEY.. agar aap apne baccho ke saath sahi they aur caring and loving they toh SWARG NARK upar kahi nahi YAHA HI HAI. Agar aap sahi they toh history dubaara aapke baccho ke saath DOHORAI ZAROOR JAIGI. Unke bacchey unki karni ka unko jawaab zaroor denge ya aur kisi tarha unhai khaameaaza zaroor bhugatna padega. Insaan bhool jaata hai usne kya kiya hai but parmeshwar kabhi nahi bhoolta. God shall give you the strength to rise above this heartbreak! 💕💕
सर आपने बहुत अच्छी जानकारी दिखाई बताई बुजुर्गों की कहानी सुनकर कई बार आंखें भी छल छला आई वास्तविकता से सामना कराने के लिए सर आपको बहुत-बहुत धन्यवाद लेकिन सर परमपिता परमात्मा की कृपा से आज के माहौल के हिसाब से मेरा पुत्र पुत्र वधू दोनों बहुत अच्छे हैं ईश्वर से प्रार्थना है कि वे हमेशा खुश एवं सुखी रहे
एक मजदूर या गांव में काम करने वाला अपने माता पिता को कभी नहीं छोड़ता और ये लोग जिनके पास सब कुछ होके भी अपने भगवान को छोड़ रहे है बहुत ही निंदनीय कार्य कर रहे है ऊपर वाला सब देखता है सबका नंबर आएगा
मै युपी बोर्ड से पढ़ा हूँ और मुझे अच्छी तरह से याद है जब हम छोटे थे तब बचपन से हीं नैतिक शिक्षा नाम से किताब लगाई जाती थी । लेकिन आज इंग्लिश मीडियम का ऐसा नशा छाया हुआ है कि इसके परिणाम भी आपके सामने है।
I would only like to say to our new generation, care love and respect your parents, because what you do now will definitely return to you worst with interest in your old age
मीडिया वाले भैया का बहुत-बहुत धन्यवाद है आपने इन बुजुर्गों के दर्द को सारी दुनिया को सुनाया सामने दिखाया इन बुजुर्ग माता-पिता के दुख दर्द को देखा अंतरात्मा रो रही है काश भगवान औलाद ही ना देखता इन सभी बुजुर्गों की ओलाद को इनकी आत्मा की बद्दुआ लगेगी कभी सुखी नहीं रहेंगे भोले बाबा इन सभी बुजुर्गों को जीने की हिम्मत शक्ति दे
मैं एक बात और कहना चाहूंगा कि अपने जीते जी अपने हाथ में पैसा प्रॉपर्टी रखें बच्चों के नाम सारा पैसा ना करें क्योंकि आजकल संस्कार से ज्यादा पैसा भी सेवा करवाता है। यह एक आज के समाज का कटु सत्य है।
नही मत खोलिए , खोलना अच्छा है पर जितना खुलेगा लोग अपने मां बाप को छोड़ कर आ जायेंगे उनको और आसान हो जायेगा की है तो वृद्धा आश्रम छोड़ दो बुजुर्गों को , बाकी आपकी नियत अच्छी है सफलता मिले और लोगों को सतबुधि दें ईश्वर ताकि मां बाप को लोग आश्रम नही घर में रखे 🙏
Taking care of my parents is my responsibility. ... I never leave them alone. ... Whatever we are here due to them only. .... I can't imagine my life without them.... Please do care of your parents. ...
जिन मॉं-बाप का दिल दुखा हैं,ऊनकी आत्मा से जो भी बददुआ निकलेगी वह बच्चे कभी भी सुखी नहीं रहेंगे.और ईतनी बडी सजा.ऐसे बच्चों को तो देश से बाहर निकाल देना चाहिए.आप लोग पुलीस में कंप्लेंट क्यों नहीं करते.अरे ऊनको शरम नहीं हैं तो आप क्यों प्रेम रखते हो ऊनके प्रती ?और भाई साहब आप रूलानेवाले सवाल मत किया करो.ऊनका हौसला बढाओ.छोटे बच्चों जैसे होते हैं मा बाप.ऊनकी सेवा करो बहुत आशीर्वाद मिलेंगे.
बहुत ही अच्छा वीडियो।। हम सबको बुढ़ापे में बच्चों की तरह अपने बच्चों के साथ रहने की आदत डालकर उनका कहना मानकर रहना चाहिए । समय की तुलना कर अपनी बात मनवाने में भलाई नहीं। देश काल और परिस्थिति में अपने को ढालना होगा। शिकायत करने से कुछ नहीं होगा।
कलियुग कर्म का युग है। जैसा कर्म करोगे वैसा फल मिलता है। मनुष्य के दिखाई देने वाले कर्म थोड़े होते हैं और ना दिखाई देने वाले कर्म बहुत ज्यादा होते हैं। समझदार व्यक्तियों के लिए इतना संदेश काफी है। मैंने जब भी ऐसे लोगों की past history पर नजर डाली तो वो भी बहुत सही नही थी।
दोष किसी का नहीं है शायद हमारे पालन पोषण में कहीं कोई कमी जरूर रह गई होगी 😔 इन आश्रमों की भी व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि किसी को भी अपने घर की याद ना आए 🙏🙏
@@neelamsharma4496 koi logic hain comments ka . Parents ne hi kuch galat kiya hoga Jo Hume nhi pata kyuki kids kabhi bhi parents ko aise nhi chodsakte
सर्वप्रथम सभी बुजुर्ग माता पिता को सादर प्रणाम🙏🙏🙏🙏🙏 इस बृद्धाश्रम मे आये समस्त बुजुर्ग लोगों की बातों को सुना एवं भावनाओं को समझा .......सभी ने अपने बच्चों की उच्चतम स्तर की पढ़ाई कराने में ध्यान दिया लेकिन संयुक्त परिवार मे रहने का संस्कार नहीं दिया। डॉक्टर और इन्जीनियर एवं अधिकारी बनाने में सभी बुजुर्गों ने ध्यान दिया। उच्च शिक्षा एवं मार्डन बहुओं का चयन किया उस कारण भी आपके बच्चे आपके हाथों से फिसल गये।आपने बच्चों को मानवता का संस्कार ही नहीं दिया। बुजुर्गों ने अपने बच्चों के लिए विलासिता पूर्ण जीवन के सपने देखे थे। इसीलिए इन सब बुजुर्गों के बच्चे मुख्य संस्कारी धारा से कट गये। वर्तमान मे मै अपनी 92 वर्षीय माँ के साथ रह रहा हूँ। उनके साथ रहने के कारण हमारी संतान भी यह सब देख रही है। जो मै कर्तव्य पालन के साथ बो रहा हूँ शायद यही हमारी संतान से हमें भी प्राप्त होगा। हमारी सभी बुजुर्गों से पूरी हमदर्दी है। सभी के चरणों मे प्रणाम करता हूँ 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
मैं पिछलें २० सालो से बैंगलौर रहता हूँ और अपने बच्चों को कभीं भी शहर को हवा लगने से बचाना चाहता हूँ क्योंकि मेरा गाँव सबसे अच्छा !!!!! संस्कार गावों में ही बचे है !!!
सर जी बहुत अच्छा लगा आप ने इन लोगो से बात करी इनका दर्द समझा दुनिया में मां बाप से बड़ा कोई नही है बस इनकी इज्जत करो और इन्हे कभी तकलीफ मत दो और कभी अकेला मत छोड़ो
Jo maa bap bachcho ko ghr se bhaga deta h apna luxurious life jata wo bachcha v kahi bhag k v survive kr leta h without maa baap ab aap batao yaha maa baap ka astitw kaise h only jnm dene se hi duniya m sabkuchh maa baap se hi nhi sikh leta h bachcho ko kitna bhatkna Pata h kuchh sikhane k liye like guru friends society family etc and wo bachch v kisi n kisi ko jan dekr jnm dene wala Karam equal kr deta h fir wo bachcho k kaise astitw nhi h .....
Sabka Palan bhagwan krte h bhagwan sabke upr h isiliye kvi kisi ko bhagwan nhi samjhe tumhare khud k prarabadh m jo likha h usi se tumhara palan krta h so bhagwan ko only yaad kijiye aur kisi ko nhi .....yaha maa bap bhagwan ki upadhi le k atyachar bachcho pe mentality krte h jo kisi ko dikhta hi nhi h
A really heart touching video....the new generation should learn the value of parents and family. Nowadays we are losing every relationship !! Really wanna thank the founder, all seniors can atleast share their time and feeling with each other .
वृद्ध आश्रम में बुजुर्गों को उनके मन पसंद गाने बजाने से वृद्धों को बहुत सुकून मिलेगा उनको अपने युवा दिन याद आ जायेंगे जब मन प्रसन्न होगा तो शारीर भी स्वस्थ रहेगा 😊
बहुत ही ग़लत हो रहा है मां बाप को छोड़ने वाले बच्चे कहलाने योग्य ही नहीं है उनके साथ भी यही होगा उनके भी बच्चे उनके साथ ऐसा ही व्यवहार करेंगे जैसा घर में देखेंगे वैसा ही करेंगे यह बहुत ग़लत हो हर परिवार में बुजुर्गों के प्रति सहानुभूति दया भावना होनी चाहिए इस पर विचार करना चाहिए आज के युवा पीढ़ी को घर से बेघर कर देना चाहिए ताकि कोई भी मां पिता वृद्धाश्रम न जाए जो ऐसा करें उसे कुछ नियम बनाना चाहिए सजा हो कोई बुजुर्गों के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करें 😡😭😭
यह बीमारी उन घरों में ज्यादा है जहां हिंदू अपने बच्चों को सिर्फ कैरियर कैरियर कैरियर के अलावा कुछ बात ही नहीं सिखाते ना पड़ोस के अंतिम संस्कार में जाना या गरीब रिश्तेदारों से संबंध रखना बस कोई मतलब ही नहीं बाद में यह बार उनके ऊपर खुद ही पड़ता है तभी रोते-रोते घूमते हैं कि हाय हमारी औलाद होने हमें लात मार दी
Bhae guru dev 🙏 ram ram ji 🙏 aañkhe trs jati dada dadi phle ke jamane me3...4 pidi tk aasis miltakm pdase bhi ache 2 kam karte h abhi log log jayda lad piyar ka ntija bhu betiko chut dete kyu hoa
Culture सिखाने से ज्यादा दिखाने से समझ आता है। हम बच्चों के सामने जो करते हैं बच्चे वही आसानी से समझ पाते हैं। न जाने इन लोगों ने भी अपने बुजुर्गों के साथ कैसा व्यवहार किया हो।
बहुत ही दुखमयी बात है, कैसे बच्चे बेदर्द हो गए, इतने smart educated parents है, घर की रौनक होती है, बुजुर्ग.....very painful to see.....n hear their stories........next generation....must be good संस्कारी.....parents are the proud of OUR family....Govt Must make some rules laws.... Society ka samaj ka साथ मार्गदर्शन जरूरी है
धन्य हो,हमारे भारत देश के वह नौजवान को जो जीते-जीव आपने माता जी व पिताजी को वृद्ध आश्रम मे खेद देते है बाद मे मरने के बाद गया मे जाकर पिण्ड दान व तर्पण करने की ढोंग करते है!!
शिक्षित होना और साक्षर होना दोनों में अंतर है।साक्षर होने के साथ साथ संस्कार भी होने चाहिए।साक्षरता का मतलब अपने संस्कारो को भूलना बिल्कुल नहीं है। हा एंकर साहब सही कह रहे है।स्कूल में पहले नैतिक शिक्षा की एक किताब होती थी जिसको अब बिल्कुल हटा दिया गया है।
यह बीमारी उन घरों में ज्यादा है जहां हिंदू अपने बच्चों को सिर्फ कैरियर कैरियर कैरियर के अलावा कुछ बात ही नहीं सिखाते ना पड़ोस के अंतिम संस्कार में जाना या गरीब रिश्तेदारों से संबंध रखना बस कोई मतलब ही नहीं बाद में यह बार उनके ऊपर खुद ही पड़ता है तभी रोते-रोते घूमते हैं कि हाय हमारी औलाद होने हमें लात मार दी
Har maa baap hamesha SAHI NAHI hotey. Par har maa baap hamesha GALAT bhi nahi hotey. 😕😕It depends from person to person. Kayi aise maa baap bhi hai jo apne baccho ki barbaadi ka kaaran hai but bohot se innocent maa baap bhi hai. Andar ki baat koi nahi jaanta. My own father has always been mean, very irresponsible and not at all bothered about the family yet I don’t have a heart to leave him on the streets or any ashram. But itna emotional hona kuch cases mai galat hai. Jaise tab jab aisey koi maa baap ho ki unhoney apne baccho ke saath bohot he bura kiya ho aur unke saath ab REHNA impossible ho. BUT aisi situation mai bhi chahey aap alag ghar lekar dey do apne maa baap ko, aur ek care taker zaroor appoint karkey do kyuki ek age ke baad woh kaam nahi kar saktey but aise unko feko mat. But har koi itna giving nahi hota. Par ek baat bohot acchi hai chahey yeh maa baap sahi they yaa galat but zindagi ney inko yeh toh dikhaa aur samjhaa diya ki koi kisi ka nahi hai aur apne liye ghar aur paisey hamesha rakhney chaiye. Har maa baap ko apni old age ke liye paise aur Makhan jodkar rakhna chaiye. Emotions mai sab lutaana nahi chaiye. Please learn to be balanced in life and save for your old age. There’s no guarantee your kids or parents or siblings will always be with you or not. Aur EK BAAT PLEASE ZAROOR STAMP KARKE MAAN LEY.. agar aap apne baccho ke saath sahi they aur caring and loving they toh SWARG NARK upar kahi nahi YAHA HI HAI. Agar aap sahi they toh history dubaara aapke baccho ke saath DOHORAI ZAROOR JAIGI. Unke bacchey unki karni ka unko jawaab zaroor denge ya aur kisi tarha unhai khaameaaza zaroor bhugatna padega. Insaan bhool jaata hai usne kya kiya hai but parmeshwar kabhi nahi bhoolta. God shall give you the strength to rise above this heartbreak! 💕💕
सर, हम इस दुनिया को बहुत अच्छा समझते थे लेकिन आपने हमारे समाज की खास तौर पर बुजुर्गो को दिखाया वह अत्यन्त हृदय बिदारक है । लेकिन समाज मे वे लोग भी है जो इनका अपनो से ज्यादा ध्यान रखते है । सरकार को इन संस्थाओ की मदद करनी चाहिए ।
Rather, Mai to yahi kahunga ki ye old age concept bahut badhiya hai. Isse same age ke group me rahkar accha jivan beet jaata hai. Lekin apne bachho ko mahine me ek do baar aana chahiye Milne, celebration karna chahiye
क्युँ नही जरा तो शरम आनी चाहिए ऐसे बच्चोंको कोर्ट ने इसका जरुर न्याय करना चाहिए! Property कभी भी बच्चोंके नाम मत करो वसीयत बनाके रखो लेकिन बहु ओर लडके के को मत दो
Manisha Singh ji is doing a great job...she is getting the blessings of every one..I hope the children of these unfortunate parents realise their mistake and take them back home 🏠🙏
ये सब लोग जमीन से कट चुके हैं बच्चों को अच्छा संस्कार नहीं दिये पैसे के पीछे ये समाज पागल हो चुका है और बनाओ बच्चों को विदेशी और पढ़ाओ सबको प्रणाम 🙏🙏🙏🙏
Listening uncle words " Kam padhao " Really means a lot, we pay hefty amount on our kids education without thinking but when we need them they kick out. And it's a bitter fact. I am feeling very bad.
Parents always wish we'll for their children. If children turn ungrateful, they will surely pay for their sins. Reap as you sow. I'm obliged atleast good Samaritan God's chosen souls have established "Home for Aged". Due to these good souls these forsaken old aged people are living dignified life. Glory to God for blessing this world with souls with humility. Who are sacrificing and contributing their lives to serve others. Amen.
Har maa baap hamesha SAHI NAHI hotey. Par har maa baap hamesha GALAT bhi nahi hotey. 😕😕It depends from person to person. Kayi aise maa baap bhi hai jo apne baccho ki barbaadi ka kaaran hai but bohot se innocent maa baap bhi hai. Andar ki baat koi nahi jaanta. My own father has always been mean, very irresponsible and not at all bothered about the family yet I don’t have a heart to leave him on the streets or any ashram. But itna emotional hona kuch cases mai galat hai. Jaise tab jab aisey koi maa baap ho ki unhoney apne baccho ke saath bohot he bura kiya ho aur unke saath ab REHNA impossible ho. BUT aisi situation mai bhi chahey aap alag ghar lekar dey do apne maa baap ko, aur ek care taker zaroor appoint karkey do kyuki ek age ke baad woh kaam nahi kar saktey but aise unko feko mat. But har koi itna giving nahi hota. Par ek baat bohot acchi hai chahey yeh maa baap sahi they yaa galat but zindagi ney inko yeh toh dikhaa aur samjhaa diya ki koi kisi ka nahi hai aur apne liye ghar aur paisey hamesha rakhney chaiye. Har maa baap ko apni old age ke liye paise aur Makhan jodkar rakhna chaiye. Emotions mai sab lutaana nahi chaiye. Please learn to be balanced in life and save for your old age. There’s no guarantee your kids or parents or siblings will always be with you or not. Aur EK BAAT PLEASE ZAROOR STAMP KARKE MAAN LEY.. agar aap apne baccho ke saath sahi they aur caring and loving they toh SWARG NARK upar kahi nahi YAHA HI HAI. Agar aap sahi they toh history dubaara aapke baccho ke saath DOHORAI ZAROOR JAIGI. Unke bacchey unki karni ka unko jawaab zaroor denge ya aur kisi tarha unhai khaameaaza zaroor bhugatna padega. Insaan bhool jaata hai usne kya kiya hai but parmeshwar kabhi nahi bhoolta. God shall give you the strength to rise above this heartbreak! 💕💕
@@sabasn1611 I totally agree with u because one of relatives father was mean even one of my friend's father was mean and a alcoholic and never cared about her and her brother. And many stories near me but my sister and I am the luckiest girl that my father loves us lot. He passed away in 2005 but still he is alive in me, watching him I melted.
Pakka yeh uncle Bahut strict honge kabhi bhi apne baccho ko emotional support nhi diya hoga or apne baccho se emotional connection nhi baithya hoga isliye inke sath hua Aisa toxic parents hain yeh batt jan lo or inko inki saja mili hain
M 20 age ka hu but ese videos dekh k really esa lgta h ki bacho ko sikha s jyada sanskar ki need h in sbhi maa baba ki aankhe hi bta rhi hi h kuch puchne ki jrurat nhi h or rhi bat bhuo ko wo to dusre ghr s aayi h uske khne pr jisne hme Pala jis ma n apni sundarta kho kr Hamara poshan kiya use hi bhul jaye agr 2024 m hi yhi dekhne ko mil rha h to jb hum old honge tb to jane kya hi hoga I am from village or hmare yha agr vese to kisi vrdh ko koi ese problm nhi aati h pr agr kisi ko aati bhi h to vo gaon wale ki sharam or lihaj s hi unko problm nhi de skte h yha sb log bde ghr k dikh rhe h kya bache h inke realyy kese pde likhe anpad h 😢😢😢😢
बड़ा आश्चर्य हैं कि ज्यादातर बुद्ध अमीर घर से हैं हमे केवल बच्चों को ही दोष नहीं देना चाहिए शायद मां बाप का भी बहुत बड़ा योगदान हैं क्योंकि हम देख रहे हैं आज के मां बाप बच्चो को ग्रेड्स पर फोकस करने को कहते हैं इसके लिए वो बच्चे को कमरे में बंद तक कर देते हैं
Wo amir ghar se hein isliye yahan hein kyunki bridh aashram mein bhi bina paison k nhi rakhte...chahe paise unke bache de ya rehne wale khud de...garib bechare tou sadme se hi mar jate hein...ya phir unki bahuye hi unko chod k chali jati hein...phir mayake se divorce case karengi...aur court mein khud bechari ban jayengi...jaise unke jaisa Sharif koi ho hi na...paise chahiye sabko...sorry sabko nhi lakin 90% aisi hi hein
मीडिया भाई साहेब आप को सादर नमन अभिवादन करता हूं आपने बुजुर्गो के दर्द भरी दास्तां बयां किया उससे मैं स्वत बुजुर्ग आदमी हूं मेरी बहुरानी मेरे पैसे को लेकर मेरे स्वाभिमान को चोट पहुंचाने की कोसिस करतीं हैं मैं सतर्क हो गया धन्यवाद
Are majduro sir gareebo k ma baap to raste pe chor diye jate h yaar... Isliye nai dikhre... Aise homes me paise lagte h rehne k... Koi bhi ake nai reh sakta..
आप के चैनल पर दिखाए गए दर्द भरी दास्तान जो हर बुजुर्ग माता-पिता के साथ होना नहीं चाहिए इस देश के लिए बहुत ही शर्मनाक है आजकल के युवा पीढ़ी को संस्कारी होना चाहिए क्योंकि उन्हें भी कभी बुजुर्ग होना है
The uncle in red t shirt said the right thing...Indian parents should always make sure to make there own future secure along with thier children's, if possible 👆
आज नैतिक शिक्षा पर विद्यालयो मे जोर देना चाहिये केवल maths science ही पढो इसी पर जोर दिया जा रहा है अतः आप जैसे channel से आग्रह है कि संस्कृत की पढाई प्राथमिक कक्षा से अनिवार्य कर देना चाहिये जिसमे पूरी नैतिकता के विचार कदम कदम पर बताये गये है l संस्कारो की पूरी शिक्षा का समावेश है इस विषय पर है
माता पिता अपने बच्चों के बारे में खुल कर नही बात कर रहे पर अपना घर छोड़ने का किस का दिल करता है । हालात ही मजबूर कर देते है। बहुत दुख हुआ समाज की इस सच्चाई के बारे में जान कर ।
हिंदू धर्म को सभ्यता और संस्कृति के लिए जाना जाता है जिस धर्म में मर्यादा राम और कृष्ण को आदर्श माना जाता हो उस धर्म के लोग अपने माता पिता के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं यह मैं क्या देख रहा हूं किंतु सब ऐसे नहीं होते
इन सभी समस्याओं के लिए कहीं ना कहीं हम मां बाप भी जिम्मेदार रहे हैं, क्योंकि विद्यालय में पढ़ाई हो या ना हो कमसे कम हमें उन बच्चों को संस्कार और अपने धर्म के प्रति जागरूक करना बहुत आवश्यक है तभी इस समस्या का हल होगा 🙏🚩
Good Navbharat 👍 for showing the ground reality and exposing selfish young generation and the government's attitude of neglect towards the senior citizens....
Don't just bring the government in between, most of these senior citizens made mistake to handover their house property, saving to children and not keep practical approach while dealing in financial matters.
@@kavishwarmokal124 Government judiciary and law enforcement agencies can help them get back to their homes if they have any intent to do it... abroad they have social security health insurance provided by government and its time government can provide similar benefits to senior citizens of 🇮🇳
Teaching moral science is of no use Instead Indian parents should accept this reality And securetheir future 1st then making everything in name of kids even when they are alive
जैसी करनी वैसी भरनी। ऐसे आश्रम सब हिन्दूओ से भरे पडे है। वहाँ कोई ना मुसलमान दिखता ना ईसाई। अधर्म की राह पर चलनेवाले हिन्दूओ की यह दशा होना यही सत्य की अनुभुती है।
Bhai insan galat hota hai maina kafi muslim or sikh logo k bhi old age home dekhe hai hr jagah dharm lana jaruri hai or m hindu hote hue bhi yeh karne wale log kabhi khush nhi ho sakte or yeh old age organisation bhi jyadatar hindu hi chalte hai pta nhi ap ko yeh baat kon samjhaye
Jinki sirf ladkiya hoti hain vo kaha jate honge socho... vo inse kafi achi zindgi jike jate quki vo mentally strong hote hain.unhe pta hota hai jo krna h bs unhone khud hi krna h.
गुलजार साहब की एक शायरी याद आ गई कि धूप में बाप और चूल्हे में मां जलती है तब जाकर कहीं औलाद पलती है।लेकिन जब वही औलाद बोझ समझ कर घर से बाहर कर देते हैं तो वह दर्द धूप की तपन और चूल्हे के ताप से ज्यादा असहनीय होती है।
ज्यादा गलती मां बाप का होता हैजो अपने आमदनी और पद के चक्कर में किसी का इज्जत नहीं करते बच्चे भी ऐसा सीखते हैंऔर बाद में पछताते हैंअच्छा संस्कार शुरू से दीजिए
सच में गांव वालों को हमेशा अनपढ़ कहा है। लेकिन गांव में रहनेवाले लोगो ने उनके बच्चों को सही संस्कार दिए हैं की आज गांव में एक भी वृद्धाश्रम नही है। और अच्छा जीवन जी रहे हैं
Right 👍
sir telivision aur mobile ab ganv walon ko bhi anaitik bna rha hai
आप सभी एक महान कार्य कर रहें है । वृद्ध महिलाओं जो वास्तविक माता की प्रतिक हैं जिन्होंने हमारे संसार को अनमोल पुत्र पुत्रियां दिया है इन्हे जब मूर्ति पूजा/लाभ प्राप्त करने के बाद नाले में या सुनसान जगहों पर परित्याग किया जाता है तो भारी कष्ट का अनुभव को कुछ कम करने के लिए आपके माध्यम से इस नवरात्रि के अवसर पर किसी ऐसी परित्यक्जत मां को दुर्गा मां की तरह श्रृंगार कराके सम्मान पूर्वक दुर्गा मां की प्रतिक यात्रा निकाली जाय और उनको अच्छे घर में पुनः स्थापित किया जाय!
आपको बहुत बहुत धन्यवाद एवम आभार!
Bhaia mai seba karna chahati hu .....eha pe koi aise seba k lia kisiko chahia ....mai paise se nhi physically seba karni chahati hu....kiu k mai v bht akeli hu ....mai samajhti hu inki halat
मज़बूरी है भाई गांव मे ओल्ड ऐज होम नहीं है ना
आदमी तो सब जगह वही मानसिकता वाले है
बहुत दुःखद । ईश्वर सबको सद्बुद्धि से जिससे ये दिन किसी को नही देखना पड़े। नमस्ते
abi tumhe ishwar yaad aa reha hai sach mein 😢😢😢
यहाँ हर कोई बुजुर्ग weel एजुकेटेड है बहुत अच्छे से बात कर रहे है..इन्हें देखकर लगता है इनके बच्चे काफी पड़े लिखे है यहाँ कोई भी ऐसे नही लग रहे जो किसी गरीब के माता पिता हो..😭भगवान हर इंसान को सदबुद्धि दे..
Ankita ji sahi bola apnai ❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Ab ke Bachhe Maa Baap ko Bojh Samajhte hai.
Unke liye Paisa Hee sab Kuch hai.
Main Apne Maa Ko Bahot pyar karta hu aur Unki old age me bhi Dekh bhal kar raha hu.
I Love My Mom
संस्कृति को भूलेंगे तो ऐसा ही देखना है
Apka observations cen percent correct hai
Ek bhi garib ka ma bap nahi honge100%
शिक्षा पद्धती के भरोसे मत बैठो ,घर में संस्कार दो ,❤❤❤❤
💯✅
Is duniya me Mata pita se bada koi bhi nahi h🙏♥️🙏
मनीष भाई आपकी यह वर्तमान पीढ़ी को आईना दिखाने वाली प्रस्तुति समाज की एक विकृत सच्चाई को उजागर करती है और इसे केवल और केवल आने वाली पीढ़ी और वर्तमान युवा पीढ़ी ही सही दिशा प्रदान कर वापस हमारी भारतीय संस्कृति की ओर ले जा सकती है।🙏🙏🙏🙏
यह बीमारी उन घरों में ज्यादा है जहां हिंदू अपने बच्चों को सिर्फ कैरियर कैरियर कैरियर के अलावा कुछ बात ही नहीं सिखाते ना पड़ोस के अंतिम संस्कार में जाना या गरीब रिश्तेदारों से संबंध रखना बस कोई मतलब ही नहीं बाद में यह बार उनके ऊपर खुद ही पड़ता है तभी रोते-रोते घूमते हैं कि हाय हमारी औलाद होने हमें लात मार दी
😟😟😄😄
जो अपने माँ बाप कोई छोड़ देते है, उसके भी समय ख़राब होने में देर नहीं.
@@nageshwarkumar9346 सही है🙏 jindgi kaise gujregi koi nahi janta bhagwaan malik 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Karma sabka wapas aata hai 🙏🙏
शुक्र है भगवान का मेंरी एक बेटी है अभी पड़ रही है कल को भगवान की कृपा से अपने घर बार की हो जाएगी और अकेले रह कर जो सुकून है वो कहीं भी नहीं अपना भगवान का नाम लेंगे और जो अकेले होते हैं उन पर भगवान की विशेष कृपा होती है इन्सान अकेला आता है और अकेला ही जाता है 😌
🙏
Ajkal.betiya bhi bete se jada mar rhai h parents ko ek hai pdos mai mere
Jiske ghar bhejna beti ko usko bhi sukun mile meri thi shubhkamna ha beta beti dono hi jaruri h pariwar aur smaj ke liye
आपका काम बहुत सराहनीय है।आपने जो आज की पीढ़ी की दुर्दशा बताई है, बहुत शोचनीय है।
यह बीमारी उन घरों में ज्यादा है जहां हिंदू अपने बच्चों को सिर्फ कैरियर कैरियर कैरियर के अलावा कुछ बात ही नहीं सिखाते ना पड़ोस के अंतिम संस्कार में जाना या गरीब रिश्तेदारों से संबंध रखना बस कोई मतलब ही नहीं बाद में यह बार उनके ऊपर खुद ही पड़ता है तभी रोते-रोते घूमते हैं कि हाय हमारी औलाद होने हमें लात मार दी
ई बुढ़ई अपने लोडों को पढाये कहाँ व का पढाये
धन ही दुख का कारण है
चाहे धन की अधिकता हो ।
अथवा
धन की कमी हो ।
✒पं श्री राम शर्मा आचार्य जी
आप ने बहुत अच्छा आने वाली पीढ़ी के लिए संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं बच्चों को कुछ इस तरह माहौल मिलता है कि वै उसी आधुनिकता में ढलते चले जाते हैं और माता पिता के पास उनके लिए समय नहीं रहता
Kal unka din bhi ayega isi old age home me
अच्छा इंटरव्यू लिया गया है.
कृपया इन से यह भी पूछें कि इन्होंने अपने माता-पिता, पति, सास ससुर की कितनी देख भाल की है और उन्हें कितना सुख सुविधाओं से रखा जाता था. ❤
कहीं यह भी कर्मो का फल तो नहीं है.
Akdam right
Aap bhagwan nhi hain kisi ke कर्मों का लेखा जोखा करने वाले
हमारा कर्तव्य h sabka bhala ho sab sukhi hon ye dua mangna
@@anjubhagat1971 naretive मत बनाइये. कर्मों के फल की बात कही है. सभी को भोगने पड़ता. हम ने अपने माता पिता के साथ जैसा व्यवहार किया है वही हमारे बच्चे हमारे साथ करने वाले है.
@@anjubhagat1971 इससे बड़ी और सफल होने वाली कोई प्रार्थना नहीं है .
मैं सभी वृद्धों को यही कहना चाहूंगी कि सबसे पहले वे अपना स्वास्थ अच्छा रखे 😊
Don't give property to such type of children give it to old age home only.
ऐसे बेटो को शक्त सजा का प्राव धान होना चाहिए
दूसरों के मां बाप के ऊपर सभी कमेंट करते हैं लेकिन पहले अपने मां-बाप का ख्याल रखना सीखना चाहिए सबको मां-बाप दोबारा नहीं मिलते सब कुछ मिल जाता है
कानून मां बाप को घर में केवल अधिकार ही दिला सकता है वह प्रेम , श्रद्धा, आस्था का भाव और संस्कार अध्यात्म ही दिला सकता है ....इसलिए इस देश के पाठ्यक्रम में अध्यात्म और धर्म के विषयों को शामिल करना होगा और सत्संग से बच्चों को जोड़ना होगा ।
Sahi baat hai jo man baap ke sath Aisa vyavhar Karen unhen fansi De Deni chahie
Dar se to bhoot bhi naachte hain bacche to dance Karenge मां-बाप Ki Seva bhi karna Shuru kar denge
@@AjaySharma-hm5zp कारण बिना कोई कार्य नही ,बिन बादल बरसात नही ।कर्म इनके ये खुद जानते है किसी को दुःख दिया जब ये पॉवर में थे ,अब बेबस है ।दुसरो को सबक लेना चाहिए नेकी करो हर पल इंसानियत मत भूलो जब तुम ias, ips, ras और अन्य जजो और शक्तिशाली पदों पे होते हो भला करो सब का ये दिन नही देखना पड़ेगा किसी को भी
धन की ओर आकर्षित होने वाले स्वार्थी समाज की देन यह मार्मिक घटना
यह बीमारी उन घरों में ज्यादा है जहां हिंदू अपने बच्चों को सिर्फ कैरियर कैरियर कैरियर के अलावा कुछ बात ही नहीं सिखाते ना पड़ोस के अंतिम संस्कार में जाना या गरीब रिश्तेदारों से संबंध रखना बस कोई मतलब ही नहीं बाद में यह बार उनके ऊपर खुद ही पड़ता है तभी रोते-रोते घूमते हैं कि हाय हमारी औलाद होने हमें लात मार दी
सभी बुजुर्ग अच्छे पढ़ें लिखें एवं सुसभ्य हैं ।समझ नहीं आता इनके औलाद इतने असभ्य कैसे हो गये।
यह दिल्ली में सबसे ज्यादा होता है वहां के बच्चे मां बाप को तुरंत अलग रख देते हैं अपने इंजॉय करते हैं वहां का यह रूल है इसीलिए ऐसा हो रहा है
@@sribhawansingh4460 inhone hi unke bachpan mein unhe success achha career paisa..ye path padhaya hoga..ab jab wo isse amal mein laa rahe hain tou ye ro rahe hain..tab inhone nahi socha ki achha insaan banana sabse pahle sabse zaruri hai. Maa baap bachon ko sikha dete hain ki achha career aur success matlab videsh mein padhai aur dher sara paisa aur jab bachey actually aisa kar lete hain tou inhe dikkat ho jati hai ki hame dekhne wala koi nahi..
@@sribhawansingh4460 right
नैतिकता का एक विषय जरूर होना चाहिए पाठ्यक्रम में☝🧐 वरना सारा विज्ञान और गणित का ज्ञान व्यर्थ है 🕵🚩🔱🇮🇳
nice
Yep
🙏🙏
Bilkul sahi kaha apne
Lekin ye sab private dukano me milega jahan hm competition me apne bachho ko padhane ke liye bhejte hain
Sahi kaha
सतयुग आ गया यह सन्यास है कृपया खुशी से रहे भगवान् का भजन करे मोह का परित्याग करे मोक्षकी कामना करे आपके बच्चे भी जायेगे इसी पथ पर
सही कहा आपने शहर के लोगों ने अपने जीवन से आध्यात्मिक ताको एकदम हटा दिया है और वह जापमाल छोड़कर टीवी देखने में लग गए हैं। इसलिए वह इस तरीके की परिस्थितियों से गुजर रहे हैं और उन्हें हैंडल नहीं करपा रहे
ऐसी स्टोरीज हमे सिर्फ पढ़ाई जाती थी, मुनीश सर ने ये स्टोरी कर दी, मैंने पढ़ा था की आप ऐसी स्टोरीज भी कर सकते हैं लेकिन आजकल की न्यूज में लोग कहा ये सब करने को जहमत उठाते हैं। लेकिन आपने जो किया है वो बेहतरीन है शायद आज की पीढ़ी के बच्चो को भी सबक मिलेगा ऐसी स्टोरीज से, AMAZING JOB SIR
Good job &; lucrative Business by anchors
Video company
Nothing comes free !!!
Good timepass !!!
आपके द्वारा उठाया गया ये कदम बहुत ही सराहनीय है तथा यह देखकर दिल को बहुत ही ठेस पहुंची ,मां -बाप तो भगवान स्वरूप होते हैं ।
यह बीमारी उन घरों में ज्यादा है जहां हिंदू अपने बच्चों को सिर्फ कैरियर कैरियर कैरियर के अलावा कुछ बात ही नहीं सिखाते ना पड़ोस के अंतिम संस्कार में जाना या गरीब रिश्तेदारों से संबंध रखना बस कोई मतलब ही नहीं बाद में यह बार उनके ऊपर खुद ही पड़ता है तभी रोते-रोते घूमते हैं कि हाय हमारी औलाद होने हमें लात मार दी
खुद गर्जी तेरा आसरा
🙏🙏
Only mistake by parents , giving property and business to their children.
Ek hum hai jo ma bap ke jane se lagata hai ke sab kuchh khatm ho gaya koi nahi hai hamara is duniya me he bhagwan kese log hai jo apane ma bap ko aise chhod diya
इन सबको देखकर मन बड़ा विचलित हो रहा है।
Vichalit hone ki jarurat nahi hai, ye vo log hai jinhone apni jawani ke dino me kisi ko kuchh samjhate nahi the, ab inke bachche inko nahi samajh rahe hai.
जो माँ बाप को छोड़ दे दुनिया में उससे बड़ा स्वार्थी कोई हो ही नही सकता जिसने मां बाप की सेवा कर ली वो तो भगवान के सामने भी सिर उठा कर बात करेगा
AAP BHI FOOL BANAANE WALI BAAT KAR RAHE HO.....
OULAAD KO M CHOD HARAAMI BOLNE MAI DARR LAGTA HAI...
YEH JO OLD AGE HOME MAI STAY KAR RAHE HAIN...UNKO KUM NAHI SAMJHNA ...YEH BHI KUM NAHI HAIN...
INKO POOCHO PROPERTY HOUSE SALE KAR OLD AGE HOME KO DIYA...HARAAMI OULAAD KO CHODH DIYA PROPERTY..
QUN NAHI GOVT KO RAGISTERED KI PROPERTY...HOUSE PROPERTY NA DOH OULAADO KO....NAHI KAR SAKTE TOH RAHO OLD AGE HOME MAI...
जो अपने माँ बाप को छोड़ दे समाज को एसे लोगों को बहिष्कृत करे कोई सम्बंध एसे लोगों से रखना ही नहीं चाहिए
U ar right 100%
🙏🙏🙏
Right 👍🏼
बड़ा मुश्किल समय आ चुका है, लोगों में सहनशक्ति नहीं है, कुछ ना कुछ कमी तो सब में होती है, लेकिन मातापिता को ऐसे नहीं छोड़ना चहिए,पेड़ अगर बूढ़ा होगा तो छाया जरूर देगा।🙏🙏
Bilkul sahi baat boli Apne
Har maa baap hamesha SAHI NAHI hotey. Par har maa baap hamesha GALAT bhi nahi hotey. 😕😕It depends from person to person. Kayi aise maa baap bhi hai jo apne baccho ki barbaadi ka kaaran hai but bohot se innocent maa baap bhi hai. Andar ki baat koi nahi jaanta. My own father has always been mean, very irresponsible and not at all bothered about the family yet I don’t have a heart to leave him on the streets or any ashram. But itna emotional hona kuch cases mai galat hai. Jaise tab jab aisey koi maa baap ho ki unhoney apne baccho ke saath bohot he bura kiya ho aur unke saath ab REHNA impossible ho. BUT aisi situation mai bhi chahey aap alag ghar lekar dey do apne maa baap ko, aur ek care taker zaroor appoint karkey do kyuki ek age ke baad woh kaam nahi kar saktey but aise unko feko mat. But har koi itna giving nahi hota. Par ek baat bohot acchi hai chahey yeh maa baap sahi they yaa galat but zindagi ney inko yeh toh dikhaa aur samjhaa diya ki koi kisi ka nahi hai aur apne liye ghar aur paisey hamesha rakhney chaiye. Har maa baap ko apni old age ke liye paise aur Makhan jodkar rakhna chaiye. Emotions mai sab lutaana nahi chaiye. Please learn to be balanced in life and save for your old age. There’s no guarantee your kids or parents or siblings will always be with you or not. Aur EK BAAT PLEASE ZAROOR STAMP KARKE MAAN LEY.. agar aap apne baccho ke saath sahi they aur caring and loving they toh SWARG NARK upar kahi nahi YAHA HI HAI. Agar aap sahi they toh history dubaara aapke baccho ke saath DOHORAI ZAROOR JAIGI. Unke bacchey unki karni ka unko jawaab zaroor denge ya aur kisi tarha unhai khaameaaza zaroor bhugatna padega. Insaan bhool jaata hai usne kya kiya hai but parmeshwar kabhi nahi bhoolta. God shall give you the strength to rise above this heartbreak! 💕💕
Duniya badi harami h. Koi kisi k nhi h
मतभेद तो हर घर में होते है इसका मतलब ये तो नही की घर के बुर्जोगो को वृध्दाश्राम भेज दे उन्हे ।
Mata pita se badhkar koi ni hota bhagwan ki pooja mat karo lekin ma baap ko khush rakho mata pita khush to bhagwan bhi khush jinke mata pita ni hote wo unhe lagta hai hamare sir par badon ka saya nahi hain jinke hain wo itra rahe
नमस्ते चाचा जी!🙏
बड़ों-बुजुर्गों की सेवा एक परम सौभाग्य है।
स्वयं ईश्वर भी इस कर्तव्य-पालन का एक दृष्टांत हैं।
आप बड़ों की अनुग्रह से जीवन सुदृढ़ और सफल होता है।
आपकी सेवा मेरा मनोरथ है।
मैं आपकी सेवा में अपने आप को समर्पित करना चाहता हूं।
आप मेरे अपने माता-पिता जैसे ही हैं।
( न जाने ये प्रकृति का कैसा नियम है कि कहीं कोई बच्चा अपने मां-बाप के लिए तरसता है तो कहीं बड़ों-बुजुर्ग बच्चों के लिए तरसते हैं।)
🙏🙏
( मां-बाप की कठोर तपस्या और बच्चों के प्रति कठोर अनुशासन से स्वस्थ जीवन और सच्चे मार्गदर्शन में सहयोग मिलता है।)
इन जैसे मां-बाप के बच्चों को ऐसी सजा मिले जिसे मरते दम तक वह ना भूल पाए और इन जैसे बुजुर्गों का जो भी भाई बहन इनकी मदद कर सकते हैं जरूर करें
Sab bacchon ko permatma sudbudhi de, sab ka shub ho
Inke children bhi isse bhi bura karenge kyuki apne children ko sanskar de rahe hain
Yeh to sacrifice karne wale parents hain galat hua.agar kisi bacche ke sath galat ho to wo kaha jayega?
शानदार सरजी। युवा पीढ़ी को समझना होगा कि मां बाप से बढ़कर शिक्षा नहीं। तुम्हारे कर्म एक दिन तुम्हारे ही पांव में आएंगे। सादर प्रणाम सभी माता पिताओं को।🙏🙏🙏🙏
मां बाप के साथ ऐसा करने वाले बच्चों को रोटी भी नसीब नहीं हो सकती हैं
Beti ko to sikhna hi chahiye,bt beta kaise bahu ki baato me aa jata hai....wo agr strict ho to bahu kya kr legi. Hr beti ko sochna chahiye unke bhi ma baap hai.maine to yehi sikhya hai.
Kahan h ye ashram hme un buzurgo se milna chahiye take unka dukh halka ho sake 😌
Har maa baap hamesha SAHI NAHI hotey. Par har maa baap hamesha GALAT bhi nahi hotey. 😕😕It depends from person to person. Kayi aise maa baap bhi hai jo apne baccho ki barbaadi ka kaaran hai but bohot se innocent maa baap bhi hai. Andar ki baat koi nahi jaanta. My own father has always been mean, very irresponsible and not at all bothered about the family yet I don’t have a heart to leave him on the streets or any ashram. But itna emotional hona kuch cases mai galat hai. Jaise tab jab aisey koi maa baap ho ki unhoney apne baccho ke saath bohot he bura kiya ho aur unke saath ab REHNA impossible ho. BUT aisi situation mai bhi chahey aap alag ghar lekar dey do apne maa baap ko, aur ek care taker zaroor appoint karkey do kyuki ek age ke baad woh kaam nahi kar saktey but aise unko feko mat. But har koi itna giving nahi hota. Par ek baat bohot acchi hai chahey yeh maa baap sahi they yaa galat but zindagi ney inko yeh toh dikhaa aur samjhaa diya ki koi kisi ka nahi hai aur apne liye ghar aur paisey hamesha rakhney chaiye. Har maa baap ko apni old age ke liye paise aur Makhan jodkar rakhna chaiye. Emotions mai sab lutaana nahi chaiye. Please learn to be balanced in life and save for your old age. There’s no guarantee your kids or parents or siblings will always be with you or not. Aur EK BAAT PLEASE ZAROOR STAMP KARKE MAAN LEY.. agar aap apne baccho ke saath sahi they aur caring and loving they toh SWARG NARK upar kahi nahi YAHA HI HAI. Agar aap sahi they toh history dubaara aapke baccho ke saath DOHORAI ZAROOR JAIGI. Unke bacchey unki karni ka unko jawaab zaroor denge ya aur kisi tarha unhai khaameaaza zaroor bhugatna padega. Insaan bhool jaata hai usne kya kiya hai but parmeshwar kabhi nahi bhoolta. God shall give you the strength to rise above this heartbreak! 💕💕
Yee to sach Mai bahat hi dukh ki baat hai per kya kare
सर आपने बहुत अच्छी जानकारी दिखाई बताई बुजुर्गों की कहानी सुनकर कई बार आंखें भी छल छला आई वास्तविकता से सामना कराने के लिए सर आपको बहुत-बहुत धन्यवाद लेकिन सर परमपिता परमात्मा की कृपा से आज के माहौल के हिसाब से मेरा पुत्र पुत्र वधू दोनों बहुत अच्छे हैं ईश्वर से प्रार्थना है कि वे हमेशा खुश एवं सुखी रहे
एक मजदूर या गांव में काम करने वाला अपने माता पिता को कभी नहीं छोड़ता और ये लोग जिनके पास सब कुछ होके भी अपने भगवान को छोड़ रहे है
बहुत ही निंदनीय कार्य कर रहे है ऊपर वाला सब देखता है सबका नंबर आएगा
अपने देश में बुजुर्ग आदमी का सभी देशवासियों धयान दे किसी को दुख दर्द सुने सहयोग करे जय श्री राम
मै युपी बोर्ड से पढ़ा हूँ और मुझे अच्छी तरह से याद है जब हम छोटे थे तब बचपन से हीं नैतिक शिक्षा नाम से किताब लगाई जाती थी । लेकिन आज इंग्लिश मीडियम का ऐसा नशा छाया हुआ है कि इसके परिणाम भी आपके सामने है।
Right 👍
Sahi Kaha appne
Main MP board se hu humare yaha bhi naitik shiksha ki book padhai jaati thi Hindi medium m
Yes Hum ne bhi school mai Naiteek shikha ki book pade h
Right
एजुकेशन में पढ़ाई के साथ साथ नैतिकता की भी पढ़ाई होना चाहिए 🙏
नैतिकता घर परिवार समाज से मिलती है
@@KanhaiyaLal-wr1sc
Samaj me purane logo ke pass aaj bhi naitikta hai but koi mane tab na unki bat
I would only like to say to our new generation, care love and respect your parents, because what you do now will definitely return to you worst with interest in your old age
Very horrible...I became crying..
I say here proudly that myself and
My wife were given good service
My father and mother...
Very heart touching....
You're great!
मीडिया वाले भैया का बहुत-बहुत धन्यवाद है आपने इन बुजुर्गों के दर्द को सारी दुनिया को सुनाया सामने दिखाया इन बुजुर्ग माता-पिता के दुख दर्द को देखा अंतरात्मा रो रही है काश भगवान औलाद ही ना देखता इन सभी बुजुर्गों की ओलाद को इनकी आत्मा की बद्दुआ लगेगी कभी सुखी नहीं रहेंगे भोले बाबा इन सभी बुजुर्गों को जीने की हिम्मत शक्ति दे
बहुत भयानक लगा।दिल हिल गया अंदर से।पूरा भविष्य अंधकार में दिख रहा है
मैं एक बात और कहना चाहूंगा कि अपने जीते जी अपने हाथ में पैसा प्रॉपर्टी रखें बच्चों के नाम सारा पैसा ना करें क्योंकि आजकल संस्कार से ज्यादा पैसा भी सेवा करवाता है। यह एक आज के समाज का कटु सत्य है।
Ji Vivek ji, Bagban
मेरा सपना है वृद्ध आश्रम खोलने का आप सभी दुवा करे में जल्दी ही इसके काबिल बन सकू ❤
Ishwar apko kaamyab kare🙏🙏
भगवान आपका सपना जल्दी ही पुरा करें बेटा
Kabhi kisi ko vridhaashram m aane ki jarurat hi na pade
नही मत खोलिए , खोलना अच्छा है पर जितना खुलेगा लोग अपने मां बाप को छोड़ कर आ जायेंगे उनको और आसान हो जायेगा की है तो वृद्धा आश्रम छोड़ दो बुजुर्गों को , बाकी आपकी नियत अच्छी है सफलता मिले और लोगों को सतबुधि दें ईश्वर ताकि मां बाप को लोग आश्रम नही घर में रखे 🙏
Koliaey pr age ki seama na rakhy jaruri nhi 50 k uapr walY hi dukhi ho
Taking care of my parents is my responsibility. ... I never leave them alone. ... Whatever we are here due to them only. .... I can't imagine my life without them.... Please do care of your parents. ...
इतना याद रख लेना माँ बाप को दुख देने वालो यही आप के साथ होगा।
Sahi kaha
Sahi kaha maa baap ka ashirwad nhi mila to zindagi me kabui khush nhi hoga
@Siddhartha Porwal maa baap jaise bhi ho humare khud ki smjhdari honi chahiye...ki hum aise time me unko smjhe dekh bhal kre
@Siddhartha Porwal ji bilkul
sahi
हमारा ऐसा मानना है कि जब तक जिंदा है जबतक संपत्ति को बच्चों के नाम नहीं करना चाहिए। मृत्यु पत्र बनाओ लेकिन हक्क अपना ही रखो ।
Dilip Bhai apka decision se achcha koi decision ho hi nhi Sakta...mera bhi yehi soch hai....
Right
Bilkul sahi taki lalch se hi sahi bete sewa to karege
Sampatti se jyada pyar chahiye is age m
bilkul sahi
जिन मॉं-बाप का दिल दुखा हैं,ऊनकी आत्मा से जो भी बददुआ निकलेगी वह बच्चे कभी भी सुखी नहीं रहेंगे.और ईतनी बडी सजा.ऐसे बच्चों को तो देश से बाहर निकाल देना चाहिए.आप लोग पुलीस में कंप्लेंट क्यों नहीं करते.अरे ऊनको शरम नहीं हैं तो आप क्यों प्रेम रखते हो ऊनके प्रती ?और भाई साहब आप रूलानेवाले सवाल मत किया करो.ऊनका हौसला बढाओ.छोटे बच्चों जैसे होते हैं मा बाप.ऊनकी सेवा करो बहुत आशीर्वाद मिलेंगे.
बहुत ही अच्छा वीडियो।।
हम सबको बुढ़ापे में बच्चों की तरह अपने बच्चों के साथ रहने की आदत डालकर उनका कहना मानकर रहना चाहिए । समय की तुलना कर अपनी बात मनवाने में भलाई नहीं। देश काल और परिस्थिति में अपने को ढालना होगा। शिकायत करने से कुछ नहीं होगा।
मनीष भाई इसको देखने के बाद बहुत बहुत रोना आ रहा है 😭😭😭😭
कलियुग कर्म का युग है। जैसा कर्म करोगे वैसा फल मिलता है।
मनुष्य के दिखाई देने वाले कर्म थोड़े होते हैं और ना दिखाई देने वाले कर्म बहुत ज्यादा होते हैं।
समझदार व्यक्तियों के लिए इतना संदेश काफी है।
मैंने जब भी ऐसे लोगों की past history पर नजर डाली तो वो भी बहुत सही नही थी।
दोष किसी का नहीं है शायद हमारे पालन पोषण में कहीं कोई कमी जरूर रह गई होगी 😔 इन आश्रमों की भी व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि किसी को भी अपने घर की याद ना आए 🙏🙏
Anath bachho aur vridho ko mila diya jaye bachho ko bade mil jayenge aur badi ko bachhe
भगवान सब को सद बुद्धि दे जैसी करनी वेसी भरनी
Hmari kami yeh rahi hai ki hamney inko jada education dilva di, aur voh pagal ho gaye. Bhagwan aise bahu beton ko utha le.
@@Eazyhackwithsuman pagal ho kya jo khud ko sambhalne ka takat nhi rakhte woh dusro baccho ka kya care karnege
@@neelamsharma4496 koi logic hain comments ka . Parents ne hi kuch galat kiya hoga Jo Hume nhi pata kyuki kids kabhi bhi parents ko aise nhi chodsakte
बिल्कुल सही कह रहे हो भैया ! ये शिक्षा भी मिलनी चाहिए बच्चों को स्कूलों में 👍👍
सर्वप्रथम सभी बुजुर्ग माता पिता को सादर प्रणाम🙏🙏🙏🙏🙏
इस बृद्धाश्रम मे आये समस्त बुजुर्ग लोगों की बातों को सुना एवं भावनाओं को समझा .......सभी ने अपने बच्चों की उच्चतम स्तर की पढ़ाई कराने में ध्यान दिया लेकिन संयुक्त परिवार मे रहने का संस्कार नहीं दिया।
डॉक्टर और इन्जीनियर एवं अधिकारी बनाने में सभी बुजुर्गों ने ध्यान दिया।
उच्च शिक्षा एवं मार्डन बहुओं का चयन किया उस कारण भी आपके बच्चे आपके हाथों से फिसल गये।आपने बच्चों को मानवता का संस्कार ही नहीं दिया।
बुजुर्गों ने अपने बच्चों के लिए विलासिता पूर्ण जीवन के सपने देखे थे। इसीलिए इन सब बुजुर्गों के बच्चे मुख्य संस्कारी धारा से कट गये। वर्तमान मे मै अपनी 92 वर्षीय माँ के साथ रह रहा हूँ। उनके साथ रहने के कारण हमारी संतान भी यह सब देख रही है। जो मै कर्तव्य पालन के साथ बो रहा हूँ शायद यही हमारी संतान से हमें भी प्राप्त होगा।
हमारी सभी बुजुर्गों से पूरी हमदर्दी है।
सभी के चरणों मे प्रणाम करता हूँ
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
हे आदरणीय बुजुर्गों.........
आप सबों को कोटि कोटि प्रणाम
💐💐💐😅😅💐💐💐
उन महानुभावों को भी शत् शत् नमन जो आप सबों की सेवा में शामिल हैं।
मैं पिछलें २० सालो से बैंगलौर रहता हूँ और अपने बच्चों को कभीं भी शहर को हवा लगने से बचाना चाहता हूँ क्योंकि मेरा गाँव सबसे अच्छा !!!!! संस्कार गावों में ही बचे है !!!
This type of journalism I was missing.....
🙏TimesNow
सर जी बहुत अच्छा लगा आप ने इन लोगो से बात करी इनका दर्द समझा दुनिया में मां बाप से बड़ा कोई नही है बस इनकी इज्जत करो और इन्हे कभी तकलीफ मत दो और कभी अकेला मत छोड़ो
हमारा अस्तित्व ही हमारे मां-बाप की वजह से है।
जी नहीं , बच्चे समझते हैं कि हम अपना आनंद ले रहे थे औरवे पैदा हो गए ।
Glat
Jo maa bap bachcho ko ghr se bhaga deta h apna luxurious life jata wo bachcha v kahi bhag k v survive kr leta h without maa baap ab aap batao yaha maa baap ka astitw kaise h only jnm dene se hi duniya m sabkuchh maa baap se hi nhi sikh leta h bachcho ko kitna bhatkna Pata h kuchh sikhane k liye like guru friends society family etc and wo bachch v kisi n kisi ko jan dekr jnm dene wala Karam equal kr deta h fir wo bachcho k kaise astitw nhi h .....
Sabka Palan bhagwan krte h bhagwan sabke upr h isiliye kvi kisi ko bhagwan nhi samjhe tumhare khud k prarabadh m jo likha h usi se tumhara palan krta h so bhagwan ko only yaad kijiye aur kisi ko nhi .....yaha maa bap bhagwan ki upadhi le k atyachar bachcho pe mentality krte h jo kisi ko dikhta hi nhi h
Yaha sabje life m kast aur khusi milta h jo bhagwan time change krte rahte h
A really heart touching video....the new generation should learn the value of parents and family. Nowadays we are losing every relationship !! Really wanna thank the founder, all seniors can atleast share their time and feeling with each other .
सभी बुजुर्ग सदस्यों को नमस्कार दिपावली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
भगवान इनके बच्चो को सद्बुधि दे ।ताकि बड़े बुजुर्ग अपने घर में सम्मान के साथ जीने की तमन्ना पूरी कर
वृद्ध आश्रम में बुजुर्गों को उनके मन पसंद गाने बजाने से वृद्धों को बहुत सुकून मिलेगा उनको अपने युवा दिन याद आ जायेंगे जब मन प्रसन्न होगा तो शारीर भी स्वस्थ रहेगा 😊
बिल्कुल सही कहा है जी, आपने.❤❤🎉
Mere liye meri Beti bhagwan hai God bless her ❤️❤️
घर घर की कहानी है , बस किसी की छुपी रहती है , किसी की उजागर हो जाती है ,
घर से निकालनेवाला ये भूल जाता है की एक दिन वो भी बुढ़ापे की चपेट में आएंगे, और उसके बच्चे भी उसको इसी तरह बाहर कर देंगे।
झ
Sawarthhi insan marne or budhe hone ke bare me kabhi nahi sochte bhi yehi sachhai he
Bahut glt h but ho skta h inhone bhi kch esa he kiya ho ...sikhaya he yahi hoga
बन्धुवर! ऐसे अति संवेदनशील विषय और समस्या को चुनना और उस पर वीडियो बनाकर यूट्यूब पर अपलोड करना बहुत ही सराहनीय कदम। बहुत-बहुत धन्यवाद।
बहुत ही ग़लत हो रहा है मां बाप को छोड़ने वाले बच्चे कहलाने योग्य ही नहीं है उनके साथ भी यही होगा उनके भी बच्चे उनके साथ ऐसा ही व्यवहार करेंगे जैसा घर में देखेंगे वैसा ही करेंगे यह बहुत ग़लत हो हर परिवार में बुजुर्गों के प्रति सहानुभूति दया भावना होनी चाहिए इस पर विचार करना चाहिए आज के युवा पीढ़ी को घर से बेघर कर देना चाहिए ताकि कोई भी मां पिता वृद्धाश्रम न जाए जो ऐसा करें उसे कुछ नियम बनाना चाहिए सजा हो कोई बुजुर्गों के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करें 😡😭😭
Umeed karta hu ki koi ek bhi beta es video ko dekh k apne maa baap Ko wapas apne ghar le jaye .🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Maa baap bahut paisewale hain, mein sadharan aadmi hun, saath hi nahin rahna chahte
Hamm lekin biwi nahi laane degi uski haan bhale hi apne maa baap ko le aayegi 🤯🤧😂🥵😀😇🤓🐻🐻😁😄😖🤣😅
Pahle aur aaj ke ma baap bs yhi sikhate hai pado job Karo aur bahar raho......aisa kyo hota h ki sirf well educated log hi aisa karte hai
यह बीमारी उन घरों में ज्यादा है जहां हिंदू अपने बच्चों को सिर्फ कैरियर कैरियर कैरियर के अलावा कुछ बात ही नहीं सिखाते ना पड़ोस के अंतिम संस्कार में जाना या गरीब रिश्तेदारों से संबंध रखना बस कोई मतलब ही नहीं बाद में यह बार उनके ऊपर खुद ही पड़ता है तभी रोते-रोते घूमते हैं कि हाय हमारी औलाद होने हमें लात मार दी
Bhae guru dev 🙏 ram ram ji 🙏 aañkhe trs jati dada dadi phle ke jamane me3...4 pidi tk aasis miltakm pdase bhi ache 2 kam karte h abhi log log jayda lad piyar ka ntija bhu betiko chut dete kyu hoa
जिसकी औलाद नही होती वो औलाद के लिए रोते है ये देखकर तो कभी औलाद के लिए नहीं रोना चाहिए
तभी तो धर्म का आदेश होता है कि अपने बच्चों के लिए गलत तरीके से धन अर्जित नहीं करना चाहिए। और कुछ पिछले जन्मों के कर्म और कुकर्म का हिसाब होते हैं।
Parents ko property jinda rehte kisi ko transfer nahi karna chahiye
Culture सिखाने से ज्यादा दिखाने से समझ आता है। हम बच्चों के सामने जो करते हैं बच्चे वही आसानी से समझ पाते हैं। न जाने इन लोगों ने भी अपने बुजुर्गों के साथ कैसा व्यवहार किया हो।
बहुत ही दुखमयी बात है, कैसे बच्चे बेदर्द हो गए, इतने smart educated parents है, घर की रौनक होती है, बुजुर्ग.....very painful to see.....n hear their stories........next generation....must be good संस्कारी.....parents are the proud of OUR family....Govt Must make some rules laws....
Society ka samaj ka साथ मार्गदर्शन जरूरी है
धन्य हो,हमारे भारत देश के वह नौजवान को जो जीते-जीव आपने माता जी व पिताजी को वृद्ध आश्रम मे खेद देते है बाद मे मरने के बाद गया मे जाकर पिण्ड दान व तर्पण करने की ढोंग करते है!!
Bhut shi tha
Kuch nhi ho sakta nhi pidhi hai
शिक्षित होना और साक्षर होना दोनों में अंतर है।साक्षर होने के साथ साथ संस्कार भी होने चाहिए।साक्षरता का मतलब अपने संस्कारो को भूलना बिल्कुल नहीं है। हा एंकर साहब सही कह रहे है।स्कूल में पहले नैतिक शिक्षा की एक किताब होती थी जिसको अब बिल्कुल हटा दिया गया है।
Dil hi gaya,, aaso nahi rokte
I salute the team of navbharat.well done sharing the emotions of elders with your viewers.Great message to our society,where we are now.
स्कुल मे नहीं घर से हि ऐसी शिक्षा मिलनी चाहिए बच्चे जैसा देखते हैं वैसा करते है इसलिए छोटे बड़ो का अनुषरन् करते हैं
यह बीमारी उन घरों में ज्यादा है जहां हिंदू अपने बच्चों को सिर्फ कैरियर कैरियर कैरियर के अलावा कुछ बात ही नहीं सिखाते ना पड़ोस के अंतिम संस्कार में जाना या गरीब रिश्तेदारों से संबंध रखना बस कोई मतलब ही नहीं बाद में यह बार उनके ऊपर खुद ही पड़ता है तभी रोते-रोते घूमते हैं कि हाय हमारी औलाद होने हमें लात मार दी
Log kutte paal lete hai,lekin apne parents ko nahi paal sakate.
👌👌👌👌👌👌🙏
Har maa baap hamesha SAHI NAHI hotey. Par har maa baap hamesha GALAT bhi nahi hotey. 😕😕It depends from person to person. Kayi aise maa baap bhi hai jo apne baccho ki barbaadi ka kaaran hai but bohot se innocent maa baap bhi hai. Andar ki baat koi nahi jaanta. My own father has always been mean, very irresponsible and not at all bothered about the family yet I don’t have a heart to leave him on the streets or any ashram. But itna emotional hona kuch cases mai galat hai. Jaise tab jab aisey koi maa baap ho ki unhoney apne baccho ke saath bohot he bura kiya ho aur unke saath ab REHNA impossible ho. BUT aisi situation mai bhi chahey aap alag ghar lekar dey do apne maa baap ko, aur ek care taker zaroor appoint karkey do kyuki ek age ke baad woh kaam nahi kar saktey but aise unko feko mat. But har koi itna giving nahi hota. Par ek baat bohot acchi hai chahey yeh maa baap sahi they yaa galat but zindagi ney inko yeh toh dikhaa aur samjhaa diya ki koi kisi ka nahi hai aur apne liye ghar aur paisey hamesha rakhney chaiye. Har maa baap ko apni old age ke liye paise aur Makhan jodkar rakhna chaiye. Emotions mai sab lutaana nahi chaiye. Please learn to be balanced in life and save for your old age. There’s no guarantee your kids or parents or siblings will always be with you or not. Aur EK BAAT PLEASE ZAROOR STAMP KARKE MAAN LEY.. agar aap apne baccho ke saath sahi they aur caring and loving they toh SWARG NARK upar kahi nahi YAHA HI HAI. Agar aap sahi they toh history dubaara aapke baccho ke saath DOHORAI ZAROOR JAIGI. Unke bacchey unki karni ka unko jawaab zaroor denge ya aur kisi tarha unhai khaameaaza zaroor bhugatna padega. Insaan bhool jaata hai usne kya kiya hai but parmeshwar kabhi nahi bhoolta. God shall give you the strength to rise above this heartbreak! 💕💕
बहुत बहुत आभार आपका आप जैसे पत्रकारों की जरूरत है देश को
Very heart touching video of Oldage Home... God will help the old parents
सर, हम इस दुनिया को बहुत अच्छा समझते थे लेकिन आपने हमारे समाज की खास तौर पर बुजुर्गो को दिखाया वह अत्यन्त हृदय बिदारक है । लेकिन समाज मे वे लोग भी है जो इनका अपनो से ज्यादा ध्यान रखते है । सरकार को इन संस्थाओ की मदद करनी चाहिए ।
माता पिता की हाय और बददुआ कभी खाली नहीं जाती सहाब, मत लो इनकी हाय, बददुआ।
कोर्ट ने कुछ इसके बारे मे जल्द ही जल्द सोचना चाहिए!
ऐसे बच्चोंको अपनी property से बेदेखल करना चाहिए! बुढे तो सब होनेवाले है!
Jab maa baap khud beto ko property dedeta jitaji to kaun kya karlega
एक दिन सबको बुजुर्ग होना है, यह जरुर याद रखें।
सम्मस्या का व्यवहारिक पक्ष चिंतन वा मनन का विषय है। इन बुर्जुगों में से कितनो के बच्चों ने मां बाप को सही सेवा करते देखा होगा, सोचने का विषय है।
कोर्ट और सरकार सिर्फ कलयुगी औरतो के लिए कानून बनाने मे लगा है ताकि पूरे परिवार को दहेज केस मे फाँस सके
please sarkar s vinti h vradho k liye kuch kiya jaye
Rather, Mai to yahi kahunga ki ye old age concept bahut badhiya hai. Isse same age ke group me rahkar accha jivan beet jaata hai. Lekin apne bachho ko mahine me ek do baar aana chahiye Milne, celebration karna chahiye
Then the child should buy their home and material goods, elderly should never give away their hard earned money
Thanks for showing truth
भारत् सरकार् को मेरा निवेदन है कि शिक्षा मे नैतिक् शिक्षा को अति आवश्यक लागु करें
पत्रकार जी दीवाली के अवसर पर उनके दर्द को ना कुरेदे,हो सके तो दीवाली पर उनके जीवन संध्या पर उनके साथ दीप जलाए और खुशियां बांटे।
क्युँ नही जरा तो शरम आनी चाहिए ऐसे बच्चोंको
कोर्ट ने इसका जरुर न्याय करना चाहिए!
Property कभी भी बच्चोंके नाम मत करो वसीयत बनाके रखो लेकिन बहु ओर लडके के को मत दो
Aap. Ne bilkul Shi kha ESI bate. KR. Ke inke zakhmo KO nhi kuredna chahie, Kuchh. Achhi bate, Activity bhi KR skte he. Aap
सबसे बड़ी बात है मां बाप की सेवा करनी चाहिए मां बाप की सेवा करो🎉🎉🎉🎉
Manisha Singh ji is doing a great job...she is getting the blessings of every one..I hope the children of these unfortunate parents realise their mistake and take them back home 🏠🙏
ये सब लोग जमीन से कट चुके हैं बच्चों को अच्छा संस्कार नहीं दिये पैसे के पीछे ये समाज पागल हो चुका है और बनाओ बच्चों को विदेशी और पढ़ाओ
सबको प्रणाम 🙏🙏🙏🙏
Kafir saab aisa nahi bahut sanskaar waley ghar ke bachchey bhi badal jaatey hain unke karm aur sanskaar bhi hotey hain na
भाई आपकी बात बहुत कुछ ठीक है ।यदि अपने बच्चों को सनातनी संस्कार दिए होते तो आज ये दिन नहीं देखने पड़ते ।
Senior citizens ne financial matters mein practical approach nahi rakha, bilkul bewkoofi ki hai, iss liye pachhata rahe hai.
You are right
Right
Listening uncle words " Kam padhao " Really means a lot, we pay hefty amount on our kids education without thinking but when we need them they kick out. And it's a bitter fact. I am feeling very bad.
Parents always wish we'll for their children. If children turn ungrateful, they will surely pay for their sins. Reap as you sow.
I'm obliged atleast good Samaritan God's chosen souls have established "Home for Aged". Due to these good souls these forsaken old aged people are living dignified life.
Glory to God for blessing this world with souls with humility. Who are sacrificing and contributing their lives to serve others. Amen.
Har maa baap hamesha SAHI NAHI hotey. Par har maa baap hamesha GALAT bhi nahi hotey. 😕😕It depends from person to person. Kayi aise maa baap bhi hai jo apne baccho ki barbaadi ka kaaran hai but bohot se innocent maa baap bhi hai. Andar ki baat koi nahi jaanta. My own father has always been mean, very irresponsible and not at all bothered about the family yet I don’t have a heart to leave him on the streets or any ashram. But itna emotional hona kuch cases mai galat hai. Jaise tab jab aisey koi maa baap ho ki unhoney apne baccho ke saath bohot he bura kiya ho aur unke saath ab REHNA impossible ho. BUT aisi situation mai bhi chahey aap alag ghar lekar dey do apne maa baap ko, aur ek care taker zaroor appoint karkey do kyuki ek age ke baad woh kaam nahi kar saktey but aise unko feko mat. But har koi itna giving nahi hota. Par ek baat bohot acchi hai chahey yeh maa baap sahi they yaa galat but zindagi ney inko yeh toh dikhaa aur samjhaa diya ki koi kisi ka nahi hai aur apne liye ghar aur paisey hamesha rakhney chaiye. Har maa baap ko apni old age ke liye paise aur Makhan jodkar rakhna chaiye. Emotions mai sab lutaana nahi chaiye. Please learn to be balanced in life and save for your old age. There’s no guarantee your kids or parents or siblings will always be with you or not. Aur EK BAAT PLEASE ZAROOR STAMP KARKE MAAN LEY.. agar aap apne baccho ke saath sahi they aur caring and loving they toh SWARG NARK upar kahi nahi YAHA HI HAI. Agar aap sahi they toh history dubaara aapke baccho ke saath DOHORAI ZAROOR JAIGI. Unke bacchey unki karni ka unko jawaab zaroor denge ya aur kisi tarha unhai khaameaaza zaroor bhugatna padega. Insaan bhool jaata hai usne kya kiya hai but parmeshwar kabhi nahi bhoolta. God shall give you the strength to rise above this heartbreak! 💕💕
@@sabasn1611 I totally agree with u because one of relatives father was mean even one of my friend's father was mean and a alcoholic and never cared about her and her brother. And many stories near me but my sister and I am the luckiest girl that my father loves us lot. He passed away in 2005 but still he is alive in me, watching him I melted.
@@bridgetlornasouza7444 p
Pakka yeh uncle Bahut strict honge kabhi bhi apne baccho ko emotional support nhi diya hoga or apne baccho se emotional connection nhi baithya hoga isliye inke sath hua Aisa toxic parents hain yeh batt jan lo or inko inki saja mili hain
M 20 age ka hu but ese videos dekh k really esa lgta h ki bacho ko sikha s jyada sanskar ki need h in sbhi maa baba ki aankhe hi bta rhi hi h kuch puchne ki jrurat nhi h or rhi bat bhuo ko wo to dusre ghr s aayi h uske khne pr jisne hme Pala jis ma n apni sundarta kho kr Hamara poshan kiya use hi bhul jaye agr 2024 m hi yhi dekhne ko mil rha h to jb hum old honge tb to jane kya hi hoga I am from village or hmare yha agr vese to kisi vrdh ko koi ese problm nhi aati h pr agr kisi ko aati bhi h to vo gaon wale ki sharam or lihaj s hi unko problm nhi de skte h yha sb log bde ghr k dikh rhe h kya bache h inke realyy kese pde likhe anpad h 😢😢😢😢
बड़ा आश्चर्य हैं कि ज्यादातर बुद्ध अमीर घर से हैं
हमे केवल बच्चों को ही दोष नहीं देना चाहिए शायद मां बाप का भी बहुत बड़ा योगदान हैं क्योंकि हम देख रहे हैं आज के मां बाप बच्चो को ग्रेड्स पर फोकस करने को कहते हैं इसके लिए वो बच्चे को कमरे में बंद तक कर देते हैं
Sahi baat hai...
Wo amir ghar se hein isliye yahan hein kyunki bridh aashram mein bhi bina paison k nhi rakhte...chahe paise unke bache de ya rehne wale khud de...garib bechare tou sadme se hi mar jate hein...ya phir unki bahuye hi unko chod k chali jati hein...phir mayake se divorce case karengi...aur court mein khud bechari ban jayengi...jaise unke jaisa Sharif koi ho hi na...paise chahiye sabko...sorry sabko nhi lakin 90% aisi hi hein
इसमें एक विशेष बात दिखी कि इनमें अधिकतर पढ़े-लिखे और अमीर लोगों के मां-बाप हैं न कि मजदूर, गरीब और किसानों के।
Agree 👍
Very right
मीडिया भाई साहेब आप को सादर नमन अभिवादन करता हूं आपने बुजुर्गो के दर्द भरी दास्तां बयां किया उससे मैं स्वत बुजुर्ग आदमी हूं मेरी बहुरानी मेरे पैसे को लेकर मेरे स्वाभिमान को चोट पहुंचाने की कोसिस करतीं हैं मैं सतर्क हो गया धन्यवाद
Are majduro sir gareebo k ma baap to raste pe chor diye jate h yaar... Isliye nai dikhre... Aise homes me paise lagte h rehne k... Koi bhi ake nai reh sakta..
Bilkul sahi maine abhi tak na dekha na suna ki poor people kabhi apne mata pita ko bradhashram mai rakhe hon
This is the result of western education. India needs own culture.
इसीलिए गरीब परिवार अच्छा होता है जिसमें ज्यादातर एक दूसरे के प्रति मोह माया और ममता होती है!
जिन बच्चों ने उनके माँ पिता को इस प्रकार से छोड़ दिया, एक दिन उनके बच्चे भी उन्हे इसी प्रकार से छोड़ कर जायेंगे😢
Why to even wish so!? Send referendum to all in power and make it an universal law!
Right
Vo bad ki bat hai at present what
Bahat dukh ka bat
Right
आप के चैनल पर दिखाए गए दर्द भरी दास्तान जो हर बुजुर्ग माता-पिता के साथ होना नहीं चाहिए इस देश के लिए बहुत ही शर्मनाक है आजकल के युवा पीढ़ी को संस्कारी होना चाहिए क्योंकि उन्हें भी कभी बुजुर्ग होना है
The uncle in red t shirt said the right thing...Indian parents should always make sure to make there own future secure along with thier children's, if possible 👆
TRUE
True
❤❤❤bhul bhul bhul bhultf
G_book bbye
Parents ke help kro.
,,
इस परिणाम के लिए कहीं न कहीं हम ही जिम्मेदार हैं
आज नैतिक शिक्षा पर विद्यालयो मे जोर देना चाहिये केवल maths science ही पढो इसी पर जोर दिया जा रहा है अतः आप जैसे channel से आग्रह है कि संस्कृत की पढाई प्राथमिक कक्षा से अनिवार्य कर देना चाहिये जिसमे पूरी नैतिकता के विचार कदम कदम पर बताये गये है l संस्कारो की पूरी शिक्षा का समावेश है इस विषय पर है
माता पिता अपने बच्चों के बारे में खुल कर नही बात कर रहे पर अपना घर छोड़ने का किस का दिल करता है । हालात ही मजबूर कर देते है। बहुत दुख हुआ समाज की इस सच्चाई के बारे में जान कर ।
हिंदू धर्म को सभ्यता और संस्कृति के लिए जाना जाता है जिस धर्म में मर्यादा राम और कृष्ण को आदर्श माना जाता हो उस धर्म के लोग अपने माता पिता के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं यह मैं क्या देख रहा हूं किंतु सब ऐसे नहीं होते
इन सभी समस्याओं के लिए कहीं ना कहीं हम मां बाप भी जिम्मेदार रहे हैं, क्योंकि विद्यालय में पढ़ाई हो या ना हो कमसे कम हमें उन बच्चों को संस्कार और अपने धर्म के प्रति जागरूक करना बहुत आवश्यक है तभी इस समस्या का हल होगा 🙏🚩
Bhai easa nahi h vo to khoon se patta chal jata h
Serkar ko koi kanun benana chahiye
कृपया गलत संदेश न दें.बुज़ुर्गों को बेटे नहीं,बल्कि बेटियाँ घर को बर्बाद करती हैं.चाहे मायके हो या ससुराल.बेटा तो एक निमित्त मात्र है
Good Navbharat 👍 for showing the ground reality and exposing selfish young generation and the government's attitude of neglect towards the senior citizens....
Don't just bring the government in between, most of these senior citizens made mistake to handover their house property, saving to children and not keep practical approach while dealing in financial matters.
@@kavishwarmokal124 Government judiciary and law enforcement agencies can help them get back to their homes if they have any intent to do it... abroad they have social security health insurance provided by government and its time government can provide similar benefits to senior citizens of 🇮🇳
It's heart breaking!!!
Children must remember:
As you sow,so shall you reap!
Moral Education must be taught in schools and at home.....
Moral science already included and they are not primary kids. Life is brutal
STRONGLY Agree.
@@motivationstash963 strongly agree.
Teaching moral science is of no use
Instead Indian parents should accept this reality
And securetheir future 1st then making everything in name of kids even when they are alive
😊
जैसी करनी वैसी भरनी। ऐसे आश्रम सब हिन्दूओ से भरे पडे है। वहाँ कोई ना मुसलमान दिखता ना ईसाई। अधर्म की राह पर चलनेवाले हिन्दूओ की यह दशा होना यही सत्य की अनुभुती है।
AISA nhi kahte bhai bachhe Muslim ke BHI AISA Kar sakte h
क्या कोई गांव का बुजुर्ग है यहां
Bhai insan galat hota hai maina kafi muslim or sikh logo k bhi old age home dekhe hai hr jagah dharm lana jaruri hai or m hindu hote hue bhi yeh karne wale log kabhi khush nhi ho sakte or yeh old age organisation bhi jyadatar hindu hi chalte hai pta nhi ap ko yeh baat kon samjhaye
Jinki sirf ladkiya hoti hain vo kaha jate honge socho... vo inse kafi achi zindgi jike jate quki vo mentally strong hote hain.unhe pta hota hai jo krna h bs unhone khud hi krna h.
आपको कोई ज़रूरत नहीं है किसी पूजा पाठ की
अगर आपने सेवा की होगी माँ बाप की! ❤🙌
गुलजार साहब की एक शायरी याद आ
गई कि धूप में बाप और चूल्हे में मां जलती है तब जाकर कहीं औलाद पलती है।लेकिन जब वही औलाद बोझ समझ कर घर से बाहर कर देते हैं तो वह दर्द धूप की तपन और चूल्हे के ताप से ज्यादा असहनीय होती है।
आपका यह एपिसोड देख कर आंखों से आंसू निकल गए औलाद है कितनी कठोर हो सकती है l मुझे तो यह लगता है मेरा फैसला सही है जो मैंने पहले से ही किनारा कर लिया l
जो जितना पड़ा लिखा और अमीर होता है उसी के मां बाप वर्धाश्रम में है
After education they are becoming mahachutiye, manavata ke dushman. Meri ye nazar me saalay kutto gadhaon se bhi badtar hai.
Jyadatar usy ke he
@@kuresinghchouhan6673 amir log hi vridhaaashram me daan karte hai bhai ,
ज्यादा गलती मां बाप का होता हैजो अपने आमदनी और पद के चक्कर में किसी का इज्जत नहीं करते बच्चे भी ऐसा सीखते हैंऔर बाद में पछताते हैंअच्छा संस्कार शुरू से दीजिए
Then you should not earn money and get knowledge. Be a dumb poor.