Satya Mela Jhalda ! Panch Shaheed Mela महतो क्रांतिकारियों का इतिहास! West Bengal झारखंड कुड़मी समाज
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- Опубликовано: 5 фев 2025
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Satya Mela Jhalda Exclusive : सत्य मेला झालदा 15 जनवरी पर विशेष : पंच शहीद मेला के महतो क्रांतिकारियों को भूल गया झारखंड और यहां का कुड़मी समाज, सविनय अवज्ञा आंदोलन का था पुरुलिया में आह्वान, इस विशेष ऐतिहासिक मेले पर झारखंड के राजनीतिक-सामाजिक कार्यकर्ता दीपक रंजीत से जनज्वार संपादक अजय प्रकाश की खास बातचीत
पश्चिम बंगाल का पुरुलिया जिला जिसे पहले मानभूम जिला कहा जाता था, वहां के सत्यकिंकर दत्त एक समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता थे। वे पुरुलिया जिला के झालदा में रहते थे. झालदार ने राजा के विभिन्न अत्याचारों के विरुद्ध आन्दोलन खड़ा किया। वह दिन मंगलवार था; 10 दिसंबर 1928. उन पर सदर रास्ता, रांची रोड पर नगर पालिका कार्यालय के पास अचानक हमला हुआ. हरकु कांडू उसके साथ था. राजा के सेवक हरि ठाकुर उर्फ हरिपद बंद्योपाध्याय ने उन पर जहरीली गदा से प्रहार किया। दोपहर के साढ़े पांच बजे थे. तीन दिन बाद सत्यकिंकर की मृत्यु हो गई। परिवार में बूढ़े माता-पिता और युवा पत्नी थीं। सत्यकिंकर डे की 26 की उम्र में मृत्यु से झालदा और पुरुलिया को बहुत दुःख हुआ।
झालदा में सतकिंकर दत्त की नृशंस हत्या के मद्देनजर 1 माघ गुर्ज नदी के तट पर हर साल एक मेला आयोजित किया जाता था। नाम है सत्य मेला। 1930 में, पूरे जिले में बैठकों, संघों और सभाओं पर एक सौ चौवालीस धाराएँ प्रख्यापित की गईं। सत्याग्रहियों का एक समूह कानून तोड़कर मेले में एकत्र हुआ। नतीजा यह हुआ कि पुलिस ने फायरिंग कर दी. उसमें पांच लोगों की मौत हो गई. मरने वाले क्रांतिकारियों में सहदेव महतो, शीतल महतो, गणेश महतो, गोकुल महतो और मोहन महतो शामिल थे।
सरकार की दमनकारी नीतियों को नज़रअंदाज़ करते हुए मानभूम में सत्याग्रहियों का धरना और आंदोलन पूरे 'जोश' से किया गया। पठान घुड़सवार और सशस्त्र गोरखा सेना हर जगह गश्त कर रही थी और बड़ी संख्या में सत्याग्रहियों को गिरफ्तार कर रही थी। हालाँकि, आंदोलन नहीं रुका। यदि एक समूह को गिरफ्तार कर लिया जाता, तो एक नया समूह उसकी जगह ले लेता। सत्याग्रहियों में महिलाओं की संख्या भी कम नहीं थी। धरना मुख्यतः शराब की दुकानों के सामने हुआ। इस कार्य में उनकी सहायता करने वालों में महेंद्र चक्रवर्ती, सुराई माझी, गुमान माझी आदि प्रमुख थे। कहा जाता है कि लगभग पांच हजार संताल शामिल हुए थे।
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कुड़मियों ने कभी भी अंग्रेजो के अधिनत्व को स्वीकार नही किए यही वजह है की अंग्रेजी चाटुकार लेखकों ने इतिहास के पन्नों पर कुड़मियों को बहुत कम जगह दिया ,और आज भी कुड़मी इसी तरह से राजनीतिक शिकार हो रहे हैं----
दीपक जी कुड़मियों के इतिहास को उजागर करने के लिए लगे रहिए, हम हमेशा साथ हैं🙏
🙏
Super dada i love you❤
दिल छूने वाला बात कही आपने।salute
बहुत ही बढ़िया जानकारी दिया दीपक जी ने
Bahut sundar dada apne savi sahido k bare bta diye, hmlog ko pta nhi tha, iske liye aap dono ko bahut bahut dhanyabad
बहुत बहुत धन्यवाद।
Johar sir, from Jhalda, It is a political cause for local Mahato Leaders.
Jankari dene ke leye thanks, bro
बहुत-बहुत धन्यवाद।
Aap dono Dada ko bahut bahut dhanyabad
यही नेता और राजनीतिक पहचान या बदलाव की निशानी है. इन बातों को जानता नहीं था अब जयराम जी के आने के बाद सब सामने आ रहा है.
Andvakt h kya re
वीर शहीदो को हूल जोहार
Historical cell must be made by kudmi Samaj
Of course yes
झालदा गोली कांड" - भारत के पक्षपाती इतिहास लेखकों ने स्वतंत्रता सेनानियों को वह स्थान नहीं दिया जिसके वे हकदार थे। भारतीय इतिहास लेखकों को शर्म आनी चाहिए.
Aapane jankari theek Diya aapane jankari theek Diya
Veer saputo ko Hull Johar, Jago kudmiyo bakt aaplog ka eintijar kar rahe hai
झालदा गोलीकांड की जानकारी बहुत कम आदमी को पता है।इसकी इतिहास को जानने की जारुरत है।
Dipak Babu Dhaneyabad Satya Hat Oure Sahid Mela Jhalda Key Barey Mey Jankari Dekar.
शुक्रिया दादा
Kurmi ko apni shahidon ko yadgar karna chahie aur apne shahidon ko Amar Rahane Amar Shahid ko sambhali Dena chahie
Movie banna chahiye
Bilkul
बर्तमान मे भी यही दुर्दशा दोहराने का अनुकरण कर रहा है।दस्तावेजीकरण कहते थक गये।समसामयिक सभी का दस्तावेजीकरण जरूरी है।आन्दोलन के साथ साथ। सहमत है क्या ?धन्यवाद
एक संशोधन करना जरूरी है कि Satya kinkar De नहीं Satya kinkar Dutta थे ।
BaDada
ये सूर्य सिंह बेसरा सर हैं जिन्हें संविधान से लेकर तमाम घटनाओं की जानकारी रखते हैं झारखंड की।क्या इन्हें भी इस 15 जनवरी की घटनाओं का इतिहास नहीं मालूम होगा?क्या ये भी कोई इतिहास नहीं लिखे होंगे?
Unko shibu soren likhne nhi diya hoga
Satya kinkar day nahi , unka title Dutta hoga
Kudmi sena jago appna history bachoo no Johan and appna history ko read Karo.
Excellent