मेरे गांव में विद्यालय को उत्क्रमित कर +2 तक कर दिया गया है, जबकि खेल का मैदान तो दूर की बात है बच्चों को प्रार्थना में खड़ा होने का जगह भी भवन के बाद नहीं बचता है।कुल दो कट्ठा ही भूमि है।इसका जवाबदेह कौन होगा?
शिक्षकों को मोबाइल चलाने के लिए विभाग तो फ्री कर दिया है क्योंकि अब विद्यालय का जितना भी कार्य है सब ऑनलाइन ही होता है तो मोबाइल नहीं चलावे तो क्या कागज पर लिखें। अब विद्यालय का जितना भी वर्क होता है वह ऑनलाइन होता है तो इसमें खराबी क्या है! यह विभाग सबको बेवकूफ बना रहा है अपनी कमी को छिपाने के लिए ही यह लोग ऐसा काम कर रहे हैं।
95परसेंट को छोड़कर 5परसेंट पर इतना फोकस करना। यहीं सब सिक्षा व्यवस्था को बदनाम कर रहे है। स्कूल मे दो कमरा है उसी में खाना बनाना खिलाना भी है उधर फोकस नहीं है वाह पदाधिकारी गण।
अभी धान की कटनी चल रही है। बच्चे नहीं आ रहें हैं। अभिभावक ध्यान नहीं देते तो शिक्षक क्या करें। जरा यह भी पता कीजिए जो बच्चे सिद्धार्थ जी से बात कर रहे थे वो कौन थे।आप सभी एसी में बैठ कर केवल शिक्षकों को बदनाम कर रहे हैं।
Urban Area me kon dhan ka katni ho raha hai ....koi padhai nahi hota isi ke karan bache nahi jate hai...NCERT ke question ko bhi 95% teacher nahi hal kar pate hai...yahi sachai hai...
6 शिक्षक गायब थे तो बोल दिया, लेकिन ये नहीं बताया की 4 शिक्षक thumb impression मे, 1 शिक्षक मातृत्व अवकाश, 1 शिक्षक मैनेजमेंट मे. कमरा 2 एक रूम मे 5 क्लास, एक रूम मे भोजन, ऑफिस सब. लेकिन बदनाम शिक्षक को करोगे. हद है.
3-5% सभी विभागों में लोग खराब होते हैं, क्या इससे सब लोग खराब समझे जा सकते हैं? पुरे भारत में बिहार इकलौता राज्य है जहां दो बार दिन में उपस्थिति दर्ज हो रही है फोटो के साथ उस पर भी शिक्षक हीं खराब है। वाह रे विभाग, जो लोग खराब है उस पर कार्रवाई करें और जो विभाग की ग़लती है उसका क्या करना?
संतोष जी क्या हम सामान्य शिक्षकों की बात भी सुनते पढ़ते है कि नही । एक बात बताये कि कितने पदाधिकारियों के बच्चे सरकारी स्कूल मे पढ़ते है अगर पढ़ते तो ऐसा नही होता उन्हे सरकारी स्कूल के बच्चे किसी मानव के नही बल्कि कुत्ते जे बच्चे लगते है तभी तो जाँच करने वाला पदाधिकारी चुप चाप हेडमास्टर से बात करके चला जाता है ना उसको बच्चों कि समस्या से मतलब है ना शिक्षकों की समस्या से । शिक्षक को सुझाव कम डांट फटकार् ज्यादा होता है वो भी सौतेला जैसा । जो पढ़ता है जी जान से उसको कुत्ता भी नही जानता उसको किसी भी समस्या के लिए पदाधिकारियों के चक्कर लगाना पड़ता जब कि आप जिसे मास्टरवा कहते है वो नही पढ़ाने के बाद भी अधिकरियों के चहते होते है यहा तक कि कोई पुरस्कारित करने के लिए शिक्षकों का नाम देना होता है तो उन्हीं शिक्षक के नाम दिये जाते है । सारा ड्रामा सरकार और विभाग का है दोष शिक्षक ओर दिया जाता है ।
8 रूप अंडा 35 आलोकित हरा सब्जी 403o रूप सेकम नही प्याज 60 रूप रघुनाथ 400 रुप तेल मसाला सब का दर बहुत-बहुत ज्यादा है एमडीयू में खर्च होता है शिक्षक क्या करे पहले क्या इतना खर्च कब से कर रहा सिर्फ टर्निग मे सवाल भर से रुपया पुरा खर्च कर रहा है शिक्षक जिम्मेवार है डायड के क्या बतायेंगे बच्चो को शिक्षक से ज्यादा आकलन पढाई कौन कर सकता दोषी सरकार है
संतोष जी जब शिक्षक अपनी मांग रखते हैं तो सरकार इंस्पेक्शन शुरू करती है।। अगर शिक्षक अपनी मांग नहीं रखते है तो सरकार इंस्पेक्शन क्यों नहीं करती है?? सरकार इंस्पेक्शन के बहाने शिक्षक को दबाना चाहती है, ड्यूटी से बाहर रहने वाले को सजा मिलनी चाहिए, लेकिन इनकी सारी मांग पूरी भी होनी चाहिए।।।
संतोष जी हम शिक्षक तो जिम्मेदारी से काम करते हैं पर सरकार और शिक्षा विभाग काम जिम्मेदारी से काम करती तो अभी तक विशिष्ट शिक्षक को प्रोविजनल ज्वाइनिंग लेटर देकर बो अलग से तिथि जारी तक नहीं कर पा रहे हैं। ये बात आम जनता की नहीं है ये acs की है
बाजार में अंडा का दाम 6 रूपए से कम नहीं होता है और ठंड में 8 रुपए हो जाता है। तो बताइए प्रधानाध्यापक बच्चों को अंडे कैसेप्रदान करेंगे। अपना पॉकेट से तीन रुपया देना होगा इस पर भी वीडियो बनाईऐ और बातको उठाइए।
अब तक का सबसे #महत्वपूर्ण #समाचार बनाया आपने। बिहार को बचाइये ना कि दुनिया में हंसी के पात्र बनाइये... प्रिय शैक्षिक प्रशासक महोदय, कृपया। बिहार का आंतरिक अपमान प्रकाशित करना बंद करें।
Bhai jitne bhi teachers ko S. Shhidharth nath ka tarika achha nhi lg rha h vh sabhi kaam chor sikshak h Inko kuchh aata jata nhi baith kr kevl sailari Lena chahte h. Good job Dhidharth sir from UP
बिहार सरकार और शिक्षा विभाग दोनों shikshakon ke prati jahil ho chuka hai. बहुत सारे शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा को पास किए हुए तकरीबन 1 साल हो चुके हैं और अभी आज तक सरकार राज्य कर्मी का दर्जा देने में असमर्थ है। राज्य सरकार और शिक्षा विभाग सबसे पहले अपने को खुद सुधार कर ले। क्योंकि सरकार और शिक्षा विभाग पर से शिक्षकों का भरोसा टूट चुका है। शिक्षक असंतोष में जी रहे हैं।
प्रतिदिन विद्यालय में 300 से 400 बच्चों को भोजन खिलाना और उसके लिए समान जुटाना कितना कठिन है ये वही लोग समझ सकते हैं जो कभी भोज किए हो। स्कूल को भोजनालय बना दिया है। विद्यालय में सिर्फ पढ़ाई होनी चाहिए। तभी स्थिति में सुधार होगा।
विज्ञान शिक्षक तो ऐसा आप लोगों ने बहाल किया है कि वह खुद अपने पढ़ाई के काल में कभी लैब में प्रयोग ही नहीं किया है और ना उसको कुछ पता है कि क्या क्या चीज है लेबोरेटरी में
आनंद पुष्कर जी. जानकारी के लिए बता दूँ कि उच्च माध्यमिक/ माध्यमिक शिक्षक नियोजन नियमावली 2006 समय समय पर संशोधित नियमावली-2020 में पदोन्नती का प्रावधान है. आप उक्त नियमावली का अध्ययन कर सकते है.
जो बच्चे वहां मौजूद थे। अगर रियल बच्चे हैं, तो हमारी शिक्षा व्यवस्था बहुत ही बेहतर है। बच्चे बहुत अच्छे तरीके से सवाल पूछ रहे थे। और बहुत ही शालीनता से सुन रहे थे। इससे अच्छा व्यवस्था और क्या हो सकता है, यह ACS साहब से पूछना चाहिए। मेरा मानना है, वह वीडियो भी फर्जी हैं। जैसे शिक्षा विभाग की और चीज फर्जी है वैसे ही।
एक ,दो फिसदी फरारी और उपस्थिति बनाकर यदि चले जाते हैं तो उस पर कार्रवाई विभाग क्यों नहीं करती,या उसके लिए कोई शिक्षक या संघ थोड़े बचाव में आता है, पदाधिकारी ही सांठगांठ करता होगा। शिक्षक तो निरीह प्राणी है जो भी जवाबदेही हो उस पर लाद दो।
Yaha ACS RK Mahajan chahiye. Niyojit ka increment kaise kata jay .esi per keval dhyan rahta h. Ek the Arshad Firoj jinka letter nikalta tha to masterba ka kahi na kahi increment katne ka nikalta tha
When the teachers will teach? Apaar, eshikshakosh,m.d.m. paath teeka, students attendance report without having computer teachers, clerks, how can we compell students to come to school daily in dress with all necessary things for study,no increment,no promotion no encouragement, always demoralising the genuine teachers by showing some mastarba by not showing good teachers by making public against the teachers.Jahan guru ka apman hoga wahan sarvnaash, pralay nischit hai.Legislative only sign but all rules are made by I.A.S. against the teachers.
@@deepeshkumar5442शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा इसमें जुड़ने के लिए सेवा भाव चाहिए। ट्रेनिंग और डंडे के भीतर किसी में जागृत नहीं किया जा सकता। जांचकर्ता और शिक्षक दोनों को इसकी समझ होनी चाहिए।
BPSC teacher exam me negative marking nhi hai isliye quality teacher Bihar ko nhi mil raha hai isliye quality education children ko nhi mil pa Raha hai negative marking hatane ka kam ayog hi kiye hai isliye dosi vi ayog hi hai
Niyam rahte hue bhi promotion nahin karna vetan visangati dur nahin karna saman pranali mein jo vyavastha hai saman kam saman vetan Dene ka vah nahin Dena Keval mobile se hajiri banana uske bad kahana ki shikshak beiman hai to kahan se Safal hoga
तीन time thame लगाते है. Baiki time खेत,dukan ,और netagri कर रहा lTeacher ने तो कमाल कर रहा है l देखिए shidarth sir school में शिक्षक और shikshika padha ने के jagah धान कटाई कर वा रहे है I ACS shidarth सर Master सब thak रहा हैं l
Teachar bechara ko bhojnalaya ka malik bana diya gya he to bacha ko kese padhayega Anda pata karte rahte he ki kaha 05 Rs me milega ,aalu 10 Rs kilo kaha milega 😅
Sabhi teachers present the 4 teacher thumbs verification me gaya tha ek market gaya tha letter aa gaya hai ab to sahi boliye phaltu ka teacher badnam hai
Santosh Sir aap bahut experience hai bahut teacher ko nokri chali jayegi. Santosh sir app Teacher ko samjhaiye we log discipline bane. Santosh sir aapse request hai
Sarso ka tel bajar me 170 milta hai bil 140 ka milta hai to acha khana kaha na se khilayaga sir anda ka ret 5 milta hai kharid na parta hai 8 ru pe me to kaise chlega sir
Santosh ji or puskar ji siksha vibhag koy aisa din nahi jo sikshak ko mobile work na deti ho,jaise.. attendance banana,udise plus kholna,appar card ka suchna ektra kar k entry karna,cL chadhana,mdm report karna,brc ke suchna ko padhna,75% attendance ki entry karna,posak k liye,na jane kitne suchna se teacher ka aamna samna roj hota rahta hai,subah me kuchh or sam ko kuchh,ka kare teacher, student ko lagta hai teacher mobile hi chalate rahte hai,vo abodh hai,or aage ......malik
Santosh ji tin class room me one se eight tak class chalta h agar sare bache school aa Jay to niche baithne ke liye bhi bachcho ko jagah nhi milega bataiye kaise teacher padhayenge ispar bhi charcha kigiy
मेरे गांव में विद्यालय को उत्क्रमित कर +2 तक कर दिया गया है, जबकि खेल का मैदान तो दूर की बात है बच्चों को प्रार्थना में खड़ा होने का जगह भी भवन के बाद नहीं बचता है।कुल दो कट्ठा ही भूमि है।इसका जवाबदेह कौन होगा?
शिक्षकों को मोबाइल चलाने के लिए विभाग तो फ्री कर दिया है क्योंकि अब विद्यालय का जितना भी कार्य है सब ऑनलाइन ही होता है तो मोबाइल नहीं चलावे तो क्या कागज पर लिखें। अब विद्यालय का जितना भी वर्क होता है वह ऑनलाइन होता है तो इसमें खराबी क्या है! यह विभाग सबको बेवकूफ बना रहा है अपनी कमी को छिपाने के लिए ही यह लोग ऐसा काम कर रहे हैं।
वर्गानुसार कमरे की व्यवस्था अभी भी नहीं हुई है। कमरे की व्यवस्था कौन करेगा । इसके लिए शिक्षक दोषी क्या ?
95परसेंट को छोड़कर 5परसेंट पर इतना फोकस करना। यहीं सब सिक्षा व्यवस्था को बदनाम कर रहे है। स्कूल मे दो कमरा है उसी में खाना बनाना खिलाना भी है उधर फोकस नहीं है वाह पदाधिकारी गण।
बिल्कुल सही बात बोल रहे हैं पुष्कर जी
5 रूपये अंडा बिहार के किस कोने में मिल रहा है?10 रू.आलू और 12रू.प्याज?
अभी धान की कटनी चल रही है। बच्चे नहीं आ रहें हैं। अभिभावक ध्यान नहीं देते तो शिक्षक क्या करें। जरा यह भी पता कीजिए जो बच्चे सिद्धार्थ जी से बात कर रहे थे वो कौन थे।आप सभी एसी में बैठ कर केवल शिक्षकों को बदनाम कर रहे हैं।
उसके बाद गेहूं का कटनी होगा आप लोग का मजा है न😂😂😂😂
True
आपही कुछ कोसिस किजीए न मैडम जी।कोई भी विधालय ।
Urban Area me kon dhan ka katni ho raha hai ....koi padhai nahi hota isi ke karan bache nahi jate hai...NCERT ke question ko bhi 95% teacher nahi hal kar pate hai...yahi sachai hai...
आप फिर ये किसको पकड़ के ले आये??? ये फिर अपने पिताजी की चर्चा करेगा और फिर पदाधिकारियों के आगे पीछे घुमता नजर आयेगा!! यहां उन्हें गालियां देगा!!
6 शिक्षक गायब थे तो बोल दिया, लेकिन ये नहीं बताया की 4 शिक्षक thumb impression मे, 1 शिक्षक मातृत्व अवकाश, 1 शिक्षक मैनेजमेंट मे.
कमरा 2
एक रूम मे 5 क्लास, एक रूम मे भोजन, ऑफिस सब.
लेकिन बदनाम शिक्षक को करोगे. हद है.
आनंद पुष्कर जी का वक्तव्य सुनकर सुकून मिला।❤❤
शिक्षा विभाग ने शिक्षक पर कर रही है उसी तरह स्वास्थ्य विभाग में क्यों नहीं
3-5% सभी विभागों में लोग खराब होते हैं, क्या इससे सब लोग खराब समझे जा सकते हैं? पुरे भारत में बिहार इकलौता राज्य है जहां दो बार दिन में उपस्थिति दर्ज हो रही है फोटो के साथ उस पर भी शिक्षक हीं खराब है। वाह रे विभाग, जो लोग खराब है उस पर कार्रवाई करें और जो विभाग की ग़लती है उसका क्या करना?
संतोष जी क्या हम सामान्य शिक्षकों की बात भी सुनते पढ़ते है कि नही । एक बात बताये कि कितने पदाधिकारियों के बच्चे सरकारी स्कूल मे पढ़ते है अगर पढ़ते तो ऐसा नही होता उन्हे सरकारी स्कूल के बच्चे किसी मानव के नही बल्कि कुत्ते जे बच्चे लगते है तभी तो जाँच करने वाला पदाधिकारी चुप चाप हेडमास्टर से बात करके चला जाता है ना उसको बच्चों कि समस्या से मतलब है ना शिक्षकों की समस्या से । शिक्षक को सुझाव कम डांट फटकार् ज्यादा होता है वो भी सौतेला जैसा । जो पढ़ता है जी जान से उसको कुत्ता भी नही जानता उसको किसी भी समस्या के लिए पदाधिकारियों के चक्कर लगाना पड़ता जब कि आप जिसे मास्टरवा कहते है वो नही पढ़ाने के बाद भी अधिकरियों के चहते होते है यहा तक कि कोई पुरस्कारित करने के लिए शिक्षकों का नाम देना होता है तो उन्हीं शिक्षक के नाम दिये जाते है । सारा ड्रामा सरकार और विभाग का है दोष शिक्षक ओर दिया जाता है ।
शिक्षा विभाग का एक एक पदाधिकारी घूसखोर हैं
घुश देने वाले खुद शिक्षक ही तो है😂
जब शिक्षक दोनों टाईम आन लाइन हाजिरी बना रहे हैं तो आप कैसे कह सकते हैं कि शिक्षक स्कूल नहीं जाते।
Bana kr chle jate h fir Sam ko bnane ate h. Chutiya master
अपार आईडी शिक्षक बनाते है मोबाइल से ,मोबाइल तो चलाना ही पड़ेगा ।
सब्जी लाने गए शिक्षक पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए, एम डी एम हटाते क्यो नहीं है जो सब्जी लाना पडता है
Saturday ko kon sa sabji lane gye the
@@amreshkumar75-am6 शिक्षक तो सब्जी नहीं लाने गए होंगे ।
sabzi wali khichdi banti hai@@amreshkumar75-am
आलू प्याज आपके घर से आएगा?
@@jitendrajamana2954 6 आदमी?
शिक्षक विद्यालय मोबाइल चलातें है।नही चलाजगे फिर ACS साहब शिक्षक के मोबाइल पर फ़ोन क्यों करते हैं।
Ab sabhi teacher chunaw me 2025 me batayenge
Aaj bhi Jahan jameen hai vahan per vidyalay nahin ban Paya hai
नियोजित शिक्षक जिसने परीक्षा नहीं दिया है,उनकी संख्या लगभग 2लाख है।उसको प्रोन्नति तो होनी है ।
बिहार में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का मतलब सरकार के अनुसार हस्ताक्षर कर मुफ्त की गेहूं और चावल उठाए।
इनको राजनीति करनी है, इनका शिक्षक निकम्मा और कामचोर है।
कोई vision नहीं है विभाग का शिक्षा के विकास का
शिक्षकों की कमी देखने से पहले विभाग को अपनी कमी देखना चाहिए।
एस सिद्धार्थ को हिम्मत कहा है भारष्ट पदाधिकारी पर कारवाही करने का कोई शिकायत भी करते है तो कुछ भी नहीं होता है
संतोष जी .
शिक्षा क्षेत्र में होने वाले व्ययों का मदवार विवरण भी उपलब्ध कराना चाहिए.
Ab 2025 me pata chalega
8 रूप अंडा 35 आलोकित हरा सब्जी 403o रूप सेकम नही प्याज 60 रूप रघुनाथ 400 रुप तेल मसाला सब का दर बहुत-बहुत ज्यादा है एमडीयू में खर्च होता है शिक्षक क्या करे पहले क्या इतना खर्च कब से कर रहा सिर्फ टर्निग मे सवाल भर से रुपया पुरा खर्च कर रहा है शिक्षक जिम्मेवार है डायड के क्या बतायेंगे बच्चो को शिक्षक से ज्यादा आकलन पढाई कौन कर सकता दोषी सरकार है
काश गहराई से सोचे सरकार!शिक्षक को इतना बदनाम करो की फिर सुधार की गुंजाइश नहीं रहे
संतोष जी जब शिक्षक अपनी मांग रखते हैं तो सरकार इंस्पेक्शन शुरू करती है।। अगर शिक्षक अपनी मांग नहीं रखते है तो सरकार इंस्पेक्शन क्यों नहीं करती है?? सरकार इंस्पेक्शन के बहाने शिक्षक को दबाना चाहती है, ड्यूटी से बाहर रहने वाले को सजा मिलनी चाहिए, लेकिन इनकी सारी मांग पूरी भी होनी चाहिए।।।
संतोष जी हम शिक्षक तो जिम्मेदारी से काम करते हैं पर सरकार और शिक्षा विभाग काम जिम्मेदारी से काम करती तो अभी तक विशिष्ट शिक्षक को प्रोविजनल ज्वाइनिंग लेटर देकर बो अलग से तिथि जारी तक नहीं कर पा रहे हैं। ये बात आम जनता की नहीं है ये acs की है
बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग एसीएस को विकलांगता और अनुभव प्रमाणपत्र के जांच के लिए लिखा है। इसमें बहुत फर्जीबाड़ा है। इसपर भी एक वीडियो बनाइये सर!🙏🙏
संतोष जी आप भी चाटुकारिता ही करते है न कि पत्रकारिता 😢
Bilkul sahi kha Santosh ji
Training me bhi ghotala huwa hai
Ekdam sahi kar rahai hi siddarth ji
बाजार में अंडा का दाम 6 रूपए से कम नहीं होता है और ठंड में 8 रुपए हो जाता है। तो बताइए प्रधानाध्यापक बच्चों को अंडे कैसेप्रदान करेंगे। अपना पॉकेट से तीन रुपया देना होगा इस पर भी वीडियो बनाईऐ और बातको उठाइए।
शिक्षक को बदनाम करो वोट प्राप्त करो, यही सब चल रहा है.
अब तक का सबसे #महत्वपूर्ण #समाचार बनाया आपने। बिहार को बचाइये ना कि दुनिया में हंसी के पात्र बनाइये...
प्रिय शैक्षिक प्रशासक महोदय, कृपया। बिहार का आंतरिक अपमान प्रकाशित करना बंद करें।
Ab sabhi vibhag ke adhikari gan school me jakar padane jayenge
जिला अभिलेखागार मधेपुरा में खतियान लेने में , अनाप सनाप रिश्वत ले रहा है,,इस की जांच होना चाहिए , पालटुराम कहा लापता है
Gair shakshanik karya adhik hota padhai karne me bhadha hai
एक बार प्राइवेट स्कूल में पढ़ा कर देख लीजिए
Bhai jitne bhi teachers ko S. Shhidharth nath ka tarika achha nhi lg rha h vh sabhi kaam chor sikshak h Inko kuchh aata jata nhi baith kr kevl sailari Lena chahte h.
Good job Dhidharth sir from UP
बिहार सरकार और शिक्षा विभाग दोनों shikshakon ke prati jahil ho chuka hai. बहुत सारे शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा को पास किए हुए तकरीबन 1 साल हो चुके हैं और अभी आज तक सरकार राज्य कर्मी का दर्जा देने में असमर्थ है। राज्य सरकार और शिक्षा विभाग सबसे पहले अपने को खुद सुधार कर ले। क्योंकि सरकार और शिक्षा विभाग पर से शिक्षकों का भरोसा टूट चुका है। शिक्षक असंतोष में जी रहे हैं।
नीतीश सरकार शिक्षा को बेकार किया है।
सारा खेल नियत का है।नियत मे तो केवल दिखावा है तो परिणाम क्या होगा?
कोई तो जनता जनार्दन को जाग्रित करे ।
ईमानदारी पूर्वक कहना चाहूंगा कि 5 प्रतिशत शिक्षक ही नहीं पढ़ाने वाले होते हैं जिसके चलते बाकी को बदनाम कर रहे हैं।
सभी लोग का ध्यान एक तरफ वीडियो कॉलिंग के तरफ करके की महोदय ट्रांसफर पोस्टिंग में घपलाकर पोस्टिंग करना चाहते हैं
प्रतिदिन विद्यालय में 300 से 400 बच्चों को भोजन खिलाना और उसके लिए समान जुटाना कितना कठिन है ये वही लोग समझ सकते हैं जो कभी भोज किए हो। स्कूल को भोजनालय बना दिया है। विद्यालय में सिर्फ पढ़ाई होनी चाहिए। तभी स्थिति में सुधार होगा।
रोना मत रोइए हम भी स्कूल में ही रहते है
विज्ञान शिक्षक तो ऐसा आप लोगों ने बहाल किया है कि वह खुद अपने पढ़ाई के काल में कभी लैब में प्रयोग ही नहीं किया है और ना उसको कुछ पता है कि क्या क्या चीज है लेबोरेटरी में
Bpscहेड टीचर के वेतन से अधिक नियोजित शिक्षकों का वेतन होगा यह एक अच्छी नीति का उदाहरण है
school me bench desk nahi pahucha iske liye ACS par bhi karyawai honi chahiye
इसमें सारा दोष ए सी एस एवं नीतीश सरकार की है। वीडियो कालिंग के माध्यम स्कूलों की जांच कर रहे हैं शिक्षकों को सरकारी मोबाइल दिया गया है क्या?
बहुत अच्छा है आपके हर बिंदु
आनंद पुष्कर जी.
जानकारी के लिए बता दूँ कि उच्च माध्यमिक/ माध्यमिक शिक्षक नियोजन नियमावली 2006 समय समय पर संशोधित नियमावली-2020 में पदोन्नती का प्रावधान है. आप उक्त नियमावली का अध्ययन कर सकते है.
जो बच्चे वहां मौजूद थे। अगर रियल बच्चे हैं, तो हमारी शिक्षा व्यवस्था बहुत ही बेहतर है। बच्चे बहुत अच्छे तरीके से सवाल पूछ रहे थे। और बहुत ही शालीनता से सुन रहे थे। इससे अच्छा व्यवस्था और क्या हो सकता है, यह ACS साहब से पूछना चाहिए। मेरा मानना है, वह वीडियो भी फर्जी हैं। जैसे शिक्षा विभाग की और चीज फर्जी है वैसे ही।
एक ,दो फिसदी फरारी और उपस्थिति बनाकर यदि चले जाते हैं तो उस पर कार्रवाई विभाग क्यों नहीं करती,या उसके लिए कोई शिक्षक या संघ थोड़े बचाव में आता है, पदाधिकारी ही सांठगांठ करता होगा। शिक्षक तो निरीह प्राणी है जो भी जवाबदेही हो उस पर लाद दो।
Yaha ACS RK Mahajan chahiye. Niyojit ka increment kaise kata jay .esi per keval dhyan rahta h. Ek the Arshad Firoj jinka letter nikalta tha to masterba ka kahi na kahi increment katne ka nikalta tha
When the teachers will teach? Apaar, eshikshakosh,m.d.m. paath teeka, students attendance report without having computer teachers, clerks, how can we compell students to come to school daily in dress with all necessary things for study,no increment,no promotion no encouragement, always demoralising the genuine teachers by showing some mastarba by not showing good teachers by making public against the teachers.Jahan guru ka apman hoga wahan sarvnaash, pralay nischit hai.Legislative only sign but all rules are made by I.A.S. against the teachers.
एस सिद्धार्थ का प्रयास सराहनीय है। शिक्षक कम से इतना तो सुनिश्चित करें ही कि वे विद्यालय में पढ़ाने का काम करें।
ई सब मास्टरवा पढ़ाएगा कम बात करेगा ज्यादा
@@deepeshkumar5442शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा इसमें जुड़ने के लिए सेवा भाव चाहिए। ट्रेनिंग और डंडे के भीतर किसी में जागृत नहीं किया जा सकता। जांचकर्ता और शिक्षक दोनों को इसकी समझ होनी चाहिए।
शिक्षक को बदनाम कर वोट की राजनीती के अलावा कुछ नहीं.
पढ़ाई नहीं होगा तो गरीब बच्चे खेत में ही जायेगा
Ek baar sabhi ACS bhi ek baar exam de de .. sabhi adhikari log bhi ek ek baar exam de log, ye log ko toh din me hi chand dikh jayega,
स्कूल को अब लगभग सही चीज मौजूद है।छात्र के नहीं आने का कारण ढूंढना होगा। S siddarth sir ठीक ही तो मूल्यांकन कर रहे हैं।
आप अपनी जिम्मेवारी निभाए अपने बच्चो को बगला के सरकारी स्कूल में भेजे क्या दिक्कत है आपको
20 साल से स्कूलों में शिक्षक की बहाली नहीं हुई। क्यो नहीं हुई
कप्तान अकेले नहीं जीत,सकता, जीत तभी मिलती है जब टीम भावना से काम हो
BPSC teacher exam me negative marking nhi hai isliye quality teacher Bihar ko nhi mil raha hai isliye quality education children ko nhi mil pa Raha hai negative marking hatane ka kam ayog hi kiye hai isliye dosi vi ayog hi hai
Jab se bade bade logo ka bacha sarakari school me bhi padhega tab se sarkari school me kuchh nhi ho sakta hai
5 लाख बाला टीना का बिल्डिंग का क्या हुआ l
Toilet ka Etna kharab halat hai Ki sirf paise ki lut huwa hai sir
Sab saman ka dam asman par hai aj bhi sarkari ret kam milta hai gunwata kaise milega sir
Primary school me dari par baitha kar padhana thik rahta hai kyuki jagah kam lagta hi aur ek ek students ke pass jane me suvidha hoti hai
Rs 1500 mein shikshak bahali karta hai aur khojta hai collector ban jaaye sab
शिक्षा विभाग क्या कुछ नियम समझ मे नही आता
Lekin ITC ki traning nahi diya jata aur ITC ka kam liya jata hai
यह कार्य gamehriya ब्लैक मधेपुरा distric की है l
Niyam rahte hue bhi promotion nahin karna vetan visangati dur nahin karna saman pranali mein jo vyavastha hai saman kam saman vetan Dene ka vah nahin Dena Keval mobile se hajiri banana uske bad kahana ki shikshak beiman hai to kahan se Safal hoga
तीन time thame लगाते है. Baiki time खेत,dukan ,और netagri कर रहा lTeacher ने तो कमाल कर रहा है l देखिए shidarth sir school में शिक्षक और shikshika padha ने के jagah धान कटाई कर वा रहे है I ACS shidarth सर Master सब thak रहा हैं l
9 ka 90 attendance ban raha h iske liye ACS jimedar h? Har baar ACS ko galat bolna sahi nhi h
Mahila sasktikaran h.50per 35per reservation dijiyega to teacher kaisa hoga. Sab vote h. Nitish ka period shiksha vinash.
shiksha ki durdsha ka doshi shikshak samaj aour sarkar tino hain
Mere school me sabhi log rahte hai galat dikhya ja rahe hai
Teachar bechara ko bhojnalaya ka malik bana diya gya he to bacha ko kese padhayega Anda pata karte rahte he ki kaha 05 Rs me milega ,aalu 10 Rs kilo kaha milega 😅
Sabhi teachers present the 4 teacher thumbs verification me gaya tha ek market gaya tha letter aa gaya hai ab to sahi boliye phaltu ka teacher badnam hai
गरीब बच्चा खेत मे जाता है ,विद्यालय आना नही जाता है😢 शिक्षक लाचार है
Bina teacher diye school nahin chal sakta hai kya? Bihar men TRE 2 ke bad bhi aisa chamatkar no raha hai.
Santosh Sir aap bahut experience hai bahut teacher ko nokri chali jayegi. Santosh sir app Teacher ko samjhaiye we log discipline bane. Santosh sir aapse request hai
objective se I I T padhane wala teacher nahi milega ,school 30 sal piche चला गया
1km per Bihar me school h. Student hai hi nahi kewal vote ka time aaya master vahali. Master ke baithne ka jagah nahi h.
Sarso ka tel bajar me 170 milta hai bil 140 ka milta hai to acha khana kaha na se khilayaga sir anda ka ret 5 milta hai kharid na parta hai 8 ru pe me to kaise chlega sir
Sirf vote chahiye sarkar ko . Abhi kishanpur Supaul bihar me ek bhi NPS school ko Jamin nhi hai sir.😂
H M se dinbhar mobile chalbate hain
Santosh ji or puskar ji siksha vibhag koy aisa din nahi jo sikshak ko mobile work na deti ho,jaise.. attendance banana,udise plus kholna,appar card ka suchna ektra kar k entry karna,cL chadhana,mdm report karna,brc ke suchna ko padhna,75% attendance ki entry karna,posak k liye,na jane kitne suchna se teacher ka aamna samna roj hota rahta hai,subah me kuchh or sam ko kuchh,ka kare teacher, student ko lagta hai teacher mobile hi chalate rahte hai,vo abodh hai,or aage ......malik
किसी पर एक ऊंगली उठाने पर तीन उंगलियां अपनी तरफ घुमी होती हैं
Teacher ko mobile se attendance banana band karbayen, tabhi behtar sambhav hai.
Bpsc walo ko achi vehtan nahi mil raha hai..up mp ur other state mein 60k + milraha h
Sarkar ka niti hi kharab hamare ganw me kisan Kam karne khoj kiyakaisa Kam sarakar hamare pas tin tarah ka kam pahala 100₹ tusara 2000 tisara4000₹
H.m babrchi hai to Shiksha kahan se aaega
Santosh ji tin class room me one se eight tak class chalta h agar sare bache school aa Jay to niche baithne ke liye bhi bachcho ko jagah nhi milega bataiye kaise teacher padhayenge ispar bhi charcha kigiy
Sahi analysis kiya aap logo ne. Sarkar bus drama karti h
Headmaster nahi head tea bolie
T r p bator na hai