रांची का प्रसिद्ध श्री दक्षिणा काली मन्दिर || Shri Kali Mandir Ranchi
HTML-код
- Опубликовано: 7 фев 2025
- रांची का प्रसिद्ध दक्षिणा काली मंदिर झारखण्ड ही नहीं बल्कि विदेशों से आते हैं श्रद्धालु ||Kali Mandir Ranchi
झारखण्ड की राजधानी रांची के हृदयस्थली मेनरोड डेली मार्केट हनुमान मंदिर के सामने गली में स्थित प्रसिद्ध दक्षिणा काली मंदिर का निर्माण करीब दो सौ साल पूर्व हुआ था। मां काली का यहां दक्षिणमुखी रूप है। तंत्र साधना के लिए मंदिर विख्यात है। झारखंड के हरेक जिले ही नहीं बल्कि विदेशों से श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर माता का आशीर्वाद लेते हैं। मान्यता है कि सच्चे मन से जो भी माता की आराधना करता है माता उसकी मनोकामना जरूर पूरा करती है। यहां के वर्तमान पुजारी बताते हैं की वे छठी पीढ़ी हैं जो मंदिर में पूजा अर्चना कर रहे हैं, उनके अनुसार 1850 के आसपास उनके पूर्वज रांची आये थे। उन्हीं ने मां काली की पत्थर की प्रतिमा स्थापित की। शुरुआत में खपैरल के मंदिर में माता की पूजा अर्चना होती थी। 1919 में पक्का का मंदिर बना। मंदिर के पुजारी के अनुसार यहां सौ सालों से अखंड दीया जलता है। शुरूआत में करंज तेल का दीया जलता था अब शुद्ध घी का दीया जलता है। प्रत्येक माह दीये जलाने में 15 किलोग्राम घी खर्च होता है जो कि श्रद्धालुओं के दान से प्राप्त होता है। कृष्ण पक्ष अमावस्या की मध्य रात पूरे विधि-विधान से पूजा आरंभ होती है जो देर रात तक चलती है। मंदिर में जगह कम है इस कारण श्रद्धालुओं के लिए सड़क पर ही दरी बिछायी जाती है। इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि इस मंदिर के एक ओर हनुमान मंदिर स्थित है और दूसरी और मां बगलामुखी का मंदिर स्थित है। इसकी यह खासियत इस मंदिर को बेहद महत्वपूर्ण बनाती है। मां काली के दर्शन के साथ मां बगलामुखी एवं बजरंग बलि के दर्शन हों जाते हैं।