ऐसे प्रतिभावान युवकों को आगे लाने की आवश्यकता है। संगठनों में वरिष्ठ लोग हठधर्मी बन जाते हैं। इस कारण स्वतंत्र वातावरण का लाभ युवाओं को मिल नहीं पाता। Interviewer और interviewee दोनों ने बहुत मधुर रीति से चर्चा की। साधुवाद।❤
वास्तविक इस संस्थान जो ऋषियों के मार्ग पर चल कर आपने जीवन के अन्तिम लक्ष्य को प्राप्त करने का माध्यम है। धर्म वर्ग जाति से उपर उठकर संस्थान है।। सभी गुरुजनों को सत् सत् नमन वंदन। और इस महानुभाव को अभिनन्दन, शुभेच्छा
वैदिक आर्ष ग्रंथ का स्वाध्याय हर किसी को करना चाहिए और अपने को ईश्वर के समीप ले जाना चाहिए , अंततः हमारा अंतिम लक्ष्य ईश्वर प्राप्ति होना चाहिए, और गुरुकुलों को अवश्य सहयोग करें जिससे वैदिक ज्यां जन जन तक पहुंचे।
ॐ पूज्य मुनिजिकाे नमन प्रणाम । मेने भि youtube के जरिए पूज्य आचार्य जि कि सूक्ष्म सानिध्यताका अनुभव करते हुए आचार्य श्री कि वाणी से हि सम्पूर्ण याेग दर्शन व्यास भाष्य सहित अध्ययन करनेका सौभाग्य प्राप्त किया । परमात्माका विशेष अनुग्रह हुवा मुझपे जाे श्रद्धेय मुनिजि जैसे विद्वान महापुरुषाेँके युगमे मेरा जन्महुवा और मुनिजिका दिव्यज्ञान तथा दिव्यवाणी मुझेभि प्राप्त हुवा । बहुत बहुत आभार और नमन प्रणाम मुनिजिकाे ।ॐ
मित्रों ! जब अपने ही शुभ कर्मों के सुसंस्कारों का उदय होता है, तभी हमे अपनी संस्कृत संस्कृति वैदिक साहित्य को जानने समझने की तीव्र इच्छा होती है, वही जिज्ञासा परमात्मा की कृपा और जिज्ञासु के सद्प्रयास से योग्य मार्ग और मार्गदर्शक गुरु मिल जाते है। फिर उस जिज्ञासु की जितनी श्रद्धा और पुरुषार्थ होता है, उतना उसे प्राप्ति भी होती है। जिज्ञासु सरदारजी को साधुवाद! पूज्य आचार्य जी को नमन! जिज्ञासु योग वेद साधक! दिलीप वेलाणी मुंबई।
Acharya satjit arya ko world level ka waqta avam Gyani hai meine bahut kuchh sikha hai aur sudh gyan sikhate hai guru pranam.ek q.hai kya aap sbhi varg ko sashtra padhta hai ek video banaye video ke madhyam se bataye.
Sanskrit ka prachar ke liye schoolon Mein Sanskrit anivarya honi chahie Bhagwat Geeta to avashya hi hone chahie Har manushya ko Tan Man Dhan se Gurukul ki taraf Dhyan Rakhna chahie
ओम स्वामी विष्वडं जी परिव्राजक सादर प्रणाम आप सभी आश्रमवासियो को सादर प्रणाम
सनातन धर्म का दूसरा रूप ही सिख पंथ है❤❤❤
मुनि सत्यजीत जी एक ऐसी दिव्य आत्मा हैं जिनकी प्रसंसा में कुछ भी कहना सूर्य को दीपक दिखाने जैसा है।
ऐसे प्रतिभावान युवकों को आगे लाने की आवश्यकता है। संगठनों में वरिष्ठ लोग हठधर्मी बन जाते हैं। इस कारण स्वतंत्र वातावरण का लाभ युवाओं को मिल नहीं पाता।
Interviewer और interviewee दोनों ने बहुत मधुर रीति से चर्चा की।
साधुवाद।❤
🙏🙏आश्रम में सभी सन्तजन बहुत अच्छे है उत्तम व्यवहार है सभी को कोटि कोटि नमन🎉🚩🎉
अमर हुतात्मा भगतसिंह का परिवार भी महान् ऋषि भक्त एवं आर्य समाज के लिए अनुयायी थे
Namaste Acharya ji 🙏🏽 🕉
वास्तविक इस संस्थान जो ऋषियों के मार्ग पर चल कर आपने जीवन के अन्तिम लक्ष्य को प्राप्त करने का माध्यम है। धर्म वर्ग जाति से उपर उठकर संस्थान है।।
सभी गुरुजनों को सत् सत् नमन वंदन।
और इस महानुभाव को अभिनन्दन, शुभेच्छा
वैदिक आर्ष ग्रंथ का स्वाध्याय हर किसी को करना चाहिए और अपने को ईश्वर के समीप ले जाना चाहिए , अंततः हमारा अंतिम लक्ष्य ईश्वर प्राप्ति होना चाहिए, और गुरुकुलों को अवश्य सहयोग करें जिससे वैदिक ज्यां जन जन तक पहुंचे।
ऐसे ही वैदीक धर्म का प्रचार हो। पूज्य आचार्य मुनि जी को शत् शत् नमन।
बहुत ही प्रेरणा दायक जान कारी ⛳🧘♂️🙏💯🧘♂️🙏
ॐ पूज्य मुनिजिकाे नमन प्रणाम । मेने भि youtube के जरिए पूज्य आचार्य जि कि सूक्ष्म सानिध्यताका अनुभव करते हुए आचार्य श्री कि वाणी से हि सम्पूर्ण याेग दर्शन व्यास भाष्य सहित अध्ययन करनेका सौभाग्य प्राप्त किया । परमात्माका विशेष अनुग्रह हुवा मुझपे जाे श्रद्धेय मुनिजि जैसे विद्वान महापुरुषाेँके युगमे मेरा जन्महुवा और मुनिजिका दिव्यज्ञान तथा दिव्यवाणी मुझेभि प्राप्त हुवा । बहुत बहुत आभार और नमन प्रणाम मुनिजिकाे ।ॐ
मित्रों ! जब अपने ही शुभ कर्मों के सुसंस्कारों का उदय होता है, तभी हमे अपनी संस्कृत संस्कृति वैदिक साहित्य को जानने समझने की तीव्र इच्छा होती है, वही जिज्ञासा परमात्मा की कृपा और जिज्ञासु के सद्प्रयास से योग्य मार्ग और मार्गदर्शक गुरु मिल जाते है। फिर उस जिज्ञासु की जितनी श्रद्धा और पुरुषार्थ होता है, उतना उसे प्राप्ति भी होती है।
जिज्ञासु सरदारजी को साधुवाद! पूज्य आचार्य जी को नमन!
जिज्ञासु योग वेद साधक!
दिलीप वेलाणी मुंबई।
Nmeste aray ji
VERY VERY NICE BOSS SACHI TUSHI GREAT HO PAJE
इस विद्या के बाद ही गुरू गोविंद सिहं जी ने अपने पूरे परिवार को धर्म के लिए आहुत कर दिया
Jai arya ❤
Om sabhi Arya Mahanubhavo ka koti koti naman 🙏
जी प्रणाम आपको व सभी को ❤ से ।
अच्छि प्रेरणा आप योगदर्शन व वेंदात पर अध्यन कर कर रहे ।
प्रकृति हमें सद्बुद्धि दे ।
मुनि सत्यजीत जी को प्रणाम 🙏
Very much impressed after listening interview.🙏
सफलता की प्रथम सीढ़ी उस विषय में रुचि होना है। शिष्य (सिख) का अभिनन्दन, अभिवादन।
ज्ञान सीमा से परे होता है जिज्ञासाएं पथ निर्धारित करती हैं मुनि सत्यजित जी को कोटि कोटि नमन🎉
Amazing ! quite inspiring, this video is sure to inspire a lot of people.
अति उत्तम । सर्वोत्तम 😊
सादर नमन करते हैं
🎉🎉🎉🎉🎉🎉
I want to learn Sanskrit as well. My father was a Sanskrit scholar, while I moved to Engineering.
Bahut badia, Adhyatma marg me age baden
Acharya satjit arya ko world level ka waqta avam Gyani hai meine bahut kuchh sikha hai aur sudh gyan sikhate hai guru pranam.ek q.hai kya aap sbhi varg ko sashtra padhta hai ek video banaye video ke madhyam se bataye.
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🕉🕉🕉🙏🙏🙏 Bahut hi sunder vartalaap .🙏🙏🙏
Sadar naman 🙏
ॐ सादर प्रणाम आदरणीय मुनि जी
Jai arya
नमस्ते जी 🙏
🙏🕉🙏🚩
Sunder
🙏🙏
❤❤
Ye ashram kaha hai ?
Rojad,
Ahmedabad
Rojad
Ahmdabad se about 70 km duur hai. Rojad.
Sanskrit ka prachar ke liye schoolon Mein Sanskrit anivarya honi chahie Bhagwat Geeta to avashya hi hone chahie Har manushya ko Tan Man Dhan se Gurukul ki taraf Dhyan Rakhna chahie
Sikhs aren't different, but the things started changing in 1970s after Congress brought up Bhindrawala to kill Akali politics
interviewer भाई बातों को repeat न करें। डिस्टर्बेंस हो कर समय खराब होता है।
वेदों की ओर लोटो।
वानप्रस्थ साधक आश्रम में वेदों का अध्ययन करना हो तो एक वर्ष का खर्चा कितना आएगा मैं भी दर्शन शास्त्र अध्धयन करना चाहता हूं ।कृपा फोन नंबर आश्रम का।
नमस्ते जी, गुरुकुल में व्यवस्था नि:शुल्क है।
🎉🎉🎉🎉🎉