युगन युगन हम योगी - संत कबीर वाणी (शून्यता ही शांति है !) | Yugan yugan hum yogi (Soundless Sound)

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  • Опубликовано: 12 янв 2025

Комментарии • 83

  • @rajeevrajput287
    @rajeevrajput287 6 месяцев назад +7

    प्रणाम !
    बहुत ही सुंदर अति सुंदर कबीर साहब का भजन बहुत खूब हे और जो अपने व्याख्या की वो और अति सुंदर है
    मोक्ष किसी व्यक्ति को नहीं मिलता
    अनाहत शब्द
    ब्रह्म ब्रह्म को जान रहा है आदि
    को अपने बहुत ही सुंदर व्याख्या की।
    धन्यवाद

  • @rathodvirbhadrasinh8381
    @rathodvirbhadrasinh8381 Месяц назад

    आपके इस निःस्वार्थ प्रेम के लिए आप को कोटी कोटी नमन 🙏🪔 आपका बहुत बहुत धन्यवाद प्रभु 🙏🪔💐

  • @AmarsinghTanwar
    @AmarsinghTanwar 6 месяцев назад +1

    सार आज मिला 👍

  • @rameshbelge8731
    @rameshbelge8731 6 месяцев назад

    अप्रतीम हृदयस्पर्शी,💐💐💐💐💐👌🙏🙏🙏🙏🙏

  • @ramankumarkapila3911
    @ramankumarkapila3911 6 месяцев назад

    Hariom.guruji❤❤

  • @chanchalsharma4063
    @chanchalsharma4063 4 месяца назад

    Pranaam Prabhu

  • @alllndianlover2069
    @alllndianlover2069 6 месяцев назад +5

    🙏महाराजी प्रणाम 🙏
    आपका सत्संग बहुत प्यारा है।
    अपने बहुत अच्छा दोहा बताया ओर
    टोयो एक बच्चा था पर उसने भी पीर्यश किया ओर उस ने एक हाथ की ताली देख ली बेस ही हम सब भी बो ताली को
    खोज सकते है बस हमे भी टोयो की तरह मेहनत करनी होगी तथा जिज्ञाशु बनना पढ़ेगा । शुनियता ही संती है।
    आपके चरणों मैं कोटि कोटि नमन 🌹

  • @gangapaikra3559
    @gangapaikra3559 6 месяцев назад +1

    साहेब बंदगी साहेब

  • @SoniSingh-mn4pi
    @SoniSingh-mn4pi 6 месяцев назад +1

    स्वामीजी के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन 🙏🏻

  • @VijayRajput.1999
    @VijayRajput.1999 6 месяцев назад +1

    🙏🙏दंडवत प्रणाम महाराज जी 🙏🙏

  • @gagarmesagar2296
    @gagarmesagar2296 6 месяцев назад

    क्या गाया है वाह🙏🙏🙏

  • @RoopkishorBaghel-th6yc
    @RoopkishorBaghel-th6yc 6 месяцев назад +1

    It is a beyond to beyond explanation of Saint kabir's nirgun poem. Extremely thankful 🙏🙏

  • @rohitrajput-jv8ly
    @rohitrajput-jv8ly 6 месяцев назад +5

    🙏प्रणाम महाराज जी🙏
    युगन युगन हम योगी संत कबीर दास" यह एक प्रसिद्ध भजन है जिसमें संत कबीर दास ने अपने अनुभवों के माध्यम से योगी के मार्ग को बताया है। उन्होंने इस भजन में योगी का अर्थ व्यक्त किया है जो आत्मा को दिव्यता की दिशा में ले जाता है। इसे गाते हुए वे यह सिद्ध करते हैं कि सत्य और प्रेम के माध्यम से व्यक्ति भगवान से मिलता है महाराज जी आपने और अच्छी तरीके से समझा दिया।

  • @Ramakrishnan-R-Iyer
    @Ramakrishnan-R-Iyer 6 месяцев назад +1

    आज फिर से आपने अपने सत्संग में मारवाड़ की संत माता माता भूरी बाई 'अलख' को याद किया। आपका यह प्रयास भविष्य में आने वाली पीढ़ियों को याद कराता रहेगा कि कोई ऐसी भी महिला ज्ञानी संत हुई थी अपनी इस भारत की मरूभूमि में। सत्संग का प्रस्तुतीकरण अद्भुत लगा। आपकी वाणी संतों की वाणी के वास्तविक अभिप्राय को उद्घाटित कर देती है।
    सादर नमस्कार 🌹🌹🌹🌹

  • @gagarmesagar2296
    @gagarmesagar2296 6 месяцев назад

    प्रणाम भगवान 🙏

  • @rajeshkondal2378
    @rajeshkondal2378 6 месяцев назад +1

    Narayan Hari 🙏Jai ho Prabhu

  • @purimohit8644
    @purimohit8644 6 месяцев назад +2

    🙏दंडवत प्रणाम महाराज जी आपने बहुत ही सुंदर भजन गया है🙏

  • @madhukhare8906
    @madhukhare8906 6 месяцев назад

    महाराज आपको प्रणाम ।
    कबीर जी का भजन और झेन कहानी बहुत ही ज्ञानवर्धक है।

  • @brajeshpatel5674
    @brajeshpatel5674 6 месяцев назад +1

    संत कबीर की जयंती पर एक रोचक झंन कथा के माध्यम से जो आज सत्संग दिया है महाराज जी वह अद्भुत है आपको कोटि कोटि प्रणाम

  • @__Maheshsingh__
    @__Maheshsingh__ 6 месяцев назад +3

    कबीर एक ऐसे अद्भुत संत हुए है इतिहास में कि निर्गुण के भी गुण गा दिए है जिसने।
    #कबीरजयंती पर उनके एक रहस्यमयी पद की सटीक व्याख्या पर कृतार्थ हुआ ये दास
    साहिब को प्रणाम

  • @rsanjiwanverma2021
    @rsanjiwanverma2021 6 месяцев назад

    प्रणाम महाराज जी🙏 | आपने बोहोत ही सुंदर भजन गाया है लगता है स्वयं कबीर साहब सामने आकर खड़े हो गए हैं जितनी बार भी सुनो मन नहीं भरता है लगता है सुनते ही रहो।
    मैं इस भजन और इस अनुभव को कभी नहीं भूलूंगा।
    जब मैं आपके द्वारा गाये हुवे यह भजन सुनता हूं तो मैं तुरंत अपने भीतर से जुड़ जाता हूं। यह मेरे लिए केवल आँसू लाता है...बोलना बंद हो जाता है... आपका हार्दिक धन्यवाद महाराज जी
    युगन युगन हम योगी
    अवधूता, युगन युगन हम योगी
    आवे ना जाये मिटे ना कबहुं
    शब्द अनाहत भोगी
    अवधूता, युगन युगन हम योगी
    सब ठौर जमात हमारी
    सब ठौर पर मेला
    हम सब मांय, सब हैं हम मांय
    हम है बहूरी अकेला
    अवधूता, युगन युगन हम योगी
    हम ही सिद्धि समाधी हम ही
    हम मौनी हम बोले
    रूप सरूप अरूप दिखा के
    हम ही हम में हम तो खेले
    अवधूता, युगन युगन हम योगी
    कहें कबीरा सुनो भाई साधो
    नाहीं न कोई इच्छा
    अपनी मढ़ी में आप मैं डोलूँ
    खेलूँ सहज स्वइच्छा
    अवधूता, युगन युगन हम योगीयुगों-युगों से मैं योगी रहा हूँ ओ पथिक, युगों-युगों से मैं योगी रहा हूँ मैं न आता हूँ, न जाता हूँ, मैं कभी लुप्त नहीं होता मैं अंतहीन ध्वनि का आनंद लेता हूँ ओ पथिक, युगों-युगों से मैं योगी रहा हूँ हर जगह मैं अपना समुदाय देखता हूँ हर जगह मैं उनसे मिलता हूँ मैं सब में हूँ, सब मेरे हैं मैं अकेला और साथ हूँ ओ पथिक, युगों-युगों से मैं योगी रहा हूँ मैं साक्षात्कारी हूँ, मैं स्वयं साक्षात्कार हूँ मैं मौन हूँ, मैं बोलता हूँ मैं बाह्य रूप, आंतरिक रूप, कोई रूप नहीं दिखाता हूँ मैं अपने भीतर खेलता हूँ ओ पथिक, युगों-युगों से मैं योगी रहा हूँ मेरी कोई इच्छा नहीं मैं अपनी कुटिया में ही झूमता हूँ मैं केवल अपने आप को प्रसन्न करने के लिए खेलता हूँ ओ पथिक, युगों-युगों से मैं योगी रहा हूँ - कबीर

  • @Ramesh-vz2hi
    @Ramesh-vz2hi 6 месяцев назад +1

    प्रणाम महाराज जी,
    "मुक्ति का यह दृष्टिकोण कि यह 'व्यक्ति' के लिए नहीं है, अहंकार के विघटन और इस बोध पर प्रकाश डालता है कि सच्ची स्वतंत्रता व्यक्तिगत पहचान की अनुपस्थिति में ही है।" #अहंकारविघटन #सच्चीस्वतंत्रता

  • @RajaYadav-wo2ed
    @RajaYadav-wo2ed 6 месяцев назад +1

    🙏🙏महाराज जी प्रणाम आपने कबीर साहब के भजन के माध्यम से सत्संग बहुत अच्छा बताया है 🙏🙏

  • @MishraChavvi
    @MishraChavvi 6 месяцев назад +3

    व्याख्या में एक तरफ ज्ञान की ऊंचाइयां है तो आपके स्वर में आपकी गायकी में हृदय के भावों की गहराइयां है ! दोनों से ही प्रेरणा मिलती है कि हम भीतर चले...भीतर चले और भीतर चले।
    उसकी तरफ जो कि निर्वैयक्तिक सत्ता है...निर्गुण और निराकार है जो कि हम सबका एक शुद्ध 'मैं'है...ओम है...शांति है...🙏🙏🙏🙏

  • @MohitSardana-kn8vp
    @MohitSardana-kn8vp 6 месяцев назад +2

    प्रणाम महाराज जी,
    "आत्मा का न कहीं से आना और न कहीं को जाना, यह अद्वैत वेदांत के उस सत्य को दर्शाता है जहां सब भेद समाप्त हो जाते हैं।" #अद्वैतवेदांत #आत्मा

  • @sumitrajput8867
    @sumitrajput8867 6 месяцев назад +3

    प्रणाम महाराज जी संत कबीर जो भजन बहुत सुंदर है की आकर्षित कर सकता है बहुत बहुत सुंदर

  • @iamSantoshipandey
    @iamSantoshipandey 6 месяцев назад +4

    आपके द्वारा संत कबीर के इस लोकप्रिय पद की व्याख्या सुन इस अहसास से भर गया हूँ कि संत कबीर ने वेदांत को किस प्रकार से अपनी सधुक्खड़ी भाषा में स्पष्ट गाया है। ऐसी अनमोल कृति यू ट्यूब पर पहुंचाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद एवं स्वामी जी आपको प्रणाम! 👌👍🌸🌸

  • @Maheshkumar-te2rl
    @Maheshkumar-te2rl 6 месяцев назад +1

    प्रणाम महाराज जी,
    "कबीर के 'युगन युगन हम योगी' का वर्णन आत्मबोध की उस कालातीत प्रकृति को प्रकट करता है, जहां आत्मा की यात्रा समय और व्यक्तिगत पहचान की सीमाओं से परे होती है।" #आत्मबोध #कालातीत

  • @bhausahebbhuse978
    @bhausahebbhuse978 6 месяцев назад

    मैं तो कभी था नहीं ना ही होगा ना रहेंगा l ईश्वर ही था ईश्वर ही होगा और ईश्वर ही रहेंगा l ईश्वर ही है तुम हो की नहीं पता करो पक्का करो l

  • @heenaverma6474
    @heenaverma6474 6 месяцев назад +2

    Pranaam maharaj jj 🙏 bhot sukoon hai aapki vaani me....aapko sunte sunte shunyata apne aap hi viksit hone lagti hai...adbhut satsang dhanyawaad🙏🙏🙏

  • @bjchauhanchauhan6417
    @bjchauhanchauhan6417 6 месяцев назад

    ATYANT MARMIK -- ACHNTYA CHEEJH KO BHEE NITAANT SAHAJ -- SARAL ABHIVYAKT -- PRAKAT DEKH MUDHTA SE BHER GAYE , SHREE YUT !

  • @bhausahebbhuse978
    @bhausahebbhuse978 6 месяцев назад

    जब खोज होती है तो मैं विलीन हो जाता है बचता है केवल ईश्वर जो कुछ नहीं नहीं है l

  • @vishnusachdeva-dz5ys
    @vishnusachdeva-dz5ys 6 месяцев назад +3

    भाषा द्वारा उसकी और इशारा करना जो कि सदैव से अपरिभाषित है एवं भाषा से परे है आज जैसे संतों का काम है!
    प्रणाम! प्यारे महाराज जी

  • @shyamaverma6288
    @shyamaverma6288 6 месяцев назад +1

    Kabir saheb ji ka ye bhajan aapki karunamai awaz me orbhi sundar banpada h or Samast Bahari jhuthe aavarno se mon ho jana hi yogi h iss satya ki or le jaane ke liye apka hirdye se aabhar 🙏🙏

  • @bhausahebbhuse978
    @bhausahebbhuse978 6 месяцев назад

    मैं कुछ नहीं हूं और मैं ही सबकुछ हूं ll ये कुछ नहीं कुछ नहीं नहीं है ये कुछ नहीं तो सबकुछ है l

  • @sangeeta4430
    @sangeeta4430 6 месяцев назад

    Jis prakar murtikaar apni murti ko dheere dheere aakaar deta hai, usi prakaar aapke har satsung se hamare vichaar ek akaar le rahe hai. Aapka bahut dhanyawaad. 🙏🙏

  • @harshajoshi4255
    @harshajoshi4255 6 месяцев назад +1

    You experienced wonderful
    Thanks
    I hear Soundless sound twenty four hrs In my room an my house it constantly Run
    Where I'm silence and Alone I enjoyed Naad
    🙏🌹🙏

  • @aneeshrajput8128
    @aneeshrajput8128 6 месяцев назад +2

    🙏प्रणव महाराज जी🙏
    महाराज जी आपने जो भजन गया वह बहुत ही सुंदर गया और उसका जो आपने अर्थ बहुत अच्छी तरीके से समझाया धन्यवाद महाराज जी

  • @Iamrishabhshankar
    @Iamrishabhshankar 6 месяцев назад +2

    बहुत ही मधुर एवं गंभीर स्वर में आपने गाया। सुन कर तरंगित हो गया मन। पद की व्याख्या सोच से परे सोचने को प्रेरित करती है। हंसानंद महाराज जी को सादर नमन! 🙏🙏👌

  • @sagarrajput3732
    @sagarrajput3732 6 месяцев назад +3

    प्रणाम महाराज जी 🙏
    आपने जो संत कबीर जी का भजन आपकी अति सुंदर वाणी से सुनाया वह हमको बहुत प्यारा लगा है और जो आपने बताया कि मोक्ष किसी को नहीं , मोक्ष (मुक्ति) एक ऐसा अवस्था है जिसे हर व्यक्ति अपने आंतरिक ज्ञान और सत्य की खोज के माध्यम से पा सकता है। उनका मानना था कि बाहरी आडंबर और औपचारिकताएँ इस मार्ग में अवरोध पैदा करती हैं। कबीर का संदेश था कि सच्ची मुक्ति का अनुभव केवल आत्मा के शुद्धिकरण और ईश्वर के प्रति सच्चे प्रेम के माध्यम से ही संभव है। वे जोर देते थे कि सच्चा मोक्ष व्यक्ति के भीतर ही स्थित है, जिसे बाहरी दिखावे और धार्मिक आडंबर से नहीं पाया जा सकता। उनके अनुसार, मोक्ष के लिए आंतरिक साधना, सत्संग, और सच्चे गुरु का मार्गदर्शन आवश्यक है!
    प्रणाम 🙇‍♂️

  • @sachdevafootwear7747
    @sachdevafootwear7747 6 месяцев назад +1

    💯 sure

  • @Satyabhan_singh_rajavat
    @Satyabhan_singh_rajavat 6 месяцев назад +5

    प्रणाम! महाराज जी...बहुत ही सुंदर तरीके से भजन गाया आपने। आप द्वारा मधुर एवं लयबद्ध भजन और फिर उसका अर्थ...दोनों ही बड़े अच्छे लगे। 👌🙏

  • @VijaySavrekar
    @VijaySavrekar 6 месяцев назад +2

    प्रणाम महाराज जी,
    "ओशो और पापा जी की शिक्षाएं कबीर की विचारधारा के साथ सामंजस्य बिठाते हुए मौन की महत्वपूर्ण भूमिका को स्पष्ट करती हैं।" #ओशो #पापाजी

  • @Sudhir-288
    @Sudhir-288 6 месяцев назад +1

    Kabir's concept of the 'Pure I' resonates with Buddha's impersonal essence, highlighting a state of consciousness that transcends individual personality and embodies universal truth.#UniversalTruth #ImpersonalEssence

  • @ravindrasingh8831
    @ravindrasingh8831 5 месяцев назад

    Thanks

  • @AlokDediha
    @AlokDediha 6 месяцев назад +1

    "संत कबीर का यह पद हमें सिखाता है कि वास्तविकता का अनुभव समष्टिगत दृष्टिकोण से ही संभव है, जो सभी भेदभावों से परे है।" #समष्टिगतदृष्टिकोण #वास्तविकता

  • @SaurabhGupta-yb2dx
    @SaurabhGupta-yb2dx 6 месяцев назад +2

    प्रणाम महाराज जी,
    "कबीर का 'शुद्ध मैं' भगवान बुद्ध की निर्वैयक्तिकता की ओर संकेत करता है, जो शुद्ध चेतना की अभिव्यक्ति है।" #शुद्धमैं #निर्वैयक्तिकता

  • @RajbirPandey-x6c
    @RajbirPandey-x6c 6 месяцев назад +1

    'ब्रह्म ही ब्रह्म को जान रहा है' यह विचार अद्वैत वेदांत की मूल धारणा को स्पष्ट करता है, जिसमें सभी भेद मिट जाते हैं। #अद्वैतवेदांत #ब्रह्मज्ञान

  • @vasirawat2222
    @vasirawat2222 6 месяцев назад +1

    🙏🙏

  • @AnuragKindo-qh2hp
    @AnuragKindo-qh2hp 6 месяцев назад +2

    प्रणाम महाराज जी,
    'ब्रह्म ही ब्रह्म को जान रहा है' यह विचार अद्वैत वेदांत की मूल धारणा को स्पष्ट करता है, जिसमें सभी भेद मिट जाते हैं। #अद्वैतवेदांत #ब्रह्मज्ञान

  • @kailashofficial4741
    @kailashofficial4741 6 месяцев назад +3

    Namskar ji

  • @PrafulVerma-j6j
    @PrafulVerma-j6j 6 месяцев назад +2

    कबीर के 'अनाहत शब्द' का वर्णन हमें यह संकेत देता है कि यह अनहद नाद किसी भी भौतिक ध्वनि से परे है और सच्ची जागरूकता केवल गहन मौन में प्रकट होती है।" #अनहदनाद #सच्चीजागरूकता

  • @VivekkiDrishti
    @VivekkiDrishti 6 месяцев назад +2

    🙏🌼🌼🌼🌼😍😍❤

  • @Namangoyalspeaks
    @Namangoyalspeaks 6 месяцев назад +2

    प्रणाम महाराज जी,
    "कबीर का 'निर्वैयक्तिक मैं' अद्वैत के सिद्धांत का सार प्रस्तुत करता है, जहां आत्मज्ञान के मार्ग पर कोई व्यक्ति नहीं होता, केवल शुद्ध चेतना होती है।" #निर्वैयक्तिक #अद्वैत

  • @CarlsRogersPeterson
    @CarlsRogersPeterson 6 месяцев назад +1

    Pranam Maharaj Ji,
    Kabir’s 'Anahat Shabd' signifies a soundless sound, taking us into the depths of silence. #AnahatShabd #SoundlessSound

  • @sukhramsingh.6370
    @sukhramsingh.6370 6 месяцев назад

    ❤❤

  • @Sydney_Morelli
    @Sydney_Morelli 6 месяцев назад +1

    The universal view in Kabir’s 'Yugan-Yugan Hum Yogi' illustrates that self-realization is eternal and omnipresent. #UniversalView #SelfRealization

  • @NinadsinghRajput
    @NinadsinghRajput 6 месяцев назад +2

    प्रणाम महाराज जी,
    "संत कबीर के 'अनाहत शब्द' की व्याख्या यह सिद्ध करती है कि वास्तविकता की गहराई में प्रवेश मौन के माध्यम से होता है, जहां शब्द विफल हो जाते हैं।" #अनाहतशब्द #मौन

  • @Ramankumar-dm8ch
    @Ramankumar-dm8ch 6 месяцев назад +1

    Pranam Maharaj Ji,
    "The concept of 'Anahat Shabd' as discussed in this discourse transcends the physical realm, symbolizing the eternal unstruck sound that resonates in the silence of the soul." #AnahatShabd #UnstruckSound

  • @Rishabh-Malav
    @Rishabh-Malav 6 месяцев назад +2

    एक हाथ की ताली एक जापानी झेन फकीरों द्वारा अनेक बार प्रयोग में लाई गई कुआन है...तैत्तिरीय उपनिषद से उसे जोड़ #संतकबीर की निर्गुण वाणी की व्याख्या करना एक अतुलनीय प्रयास है! 🥰🌹🌻✨

  • @RohitSharma-xv1ti
    @RohitSharma-xv1ti 6 месяцев назад +1

    Maharaj Ji...feeling grateful to you once again for such a nice video u provided.
    Mokurai was really a true master as he returned Toyo again and again unless he cracked the Koan.
    I had such thoughts that Koan is a practice followed only in Zen traditions but today this video open my eyes as you gave the facts relating pursuing of this practice in Vaidik Era which is long long before Buddhism reached into Japan.
    Many many thanks 😊 🙏

  • @SinghHarpreet417
    @SinghHarpreet417 6 месяцев назад +2

    The Zen story of the 'One Hand Clap' elucidates the profound meaning of 'Anahat Shabd', revealing the truth of silence. #OneHandClap #Silence #Soundlesssound

  • @ratneshgupta-pc7yo
    @ratneshgupta-pc7yo 6 месяцев назад +1

    सत्य की ओर
    जैसा चैनल का नाम उसी के अनुरूप एक से बढ़कर एक सत्संग !
    हर वीडियो थोड़ा चौंकाने वाला जरूर होता है क्यूंकि हमारी पूर्व की अर्जित धारणाओं पर चोट करता है...पर आपके सत्संग ने नई राहें भी खोल दी हैं चलने के लिए !
    प्रणाम!

  • @virendrakumarverma4135
    @virendrakumarverma4135 6 месяцев назад

    पूरा वीडियो दीजिए। धन्यवाद.

  • @bhausahebbhuse978
    @bhausahebbhuse978 6 месяцев назад

    स्पेस कही से आता नहीं है और कही जाता नहीं है l जो सबके भीतर है l और सब ऊस स्पेस के अंदर है l हर सेल्स मे भी स्पेस है और हर सेल्स स्पेस मे है l यु कहे सारा ब्रम्हांड स्पेस मे ही घुम रहा है l सब स्पेस ही है l

  • @madhukhare8906
    @madhukhare8906 6 месяцев назад

    प्रणाम महाराज
    देह युक्त इस जीवन जीने की कला पर भी ‌प्रकाश डालिए गा।

  • @Rupindersinghbedi
    @Rupindersinghbedi 6 месяцев назад +1

    💖🧡💖💛💖💚💖💙💖💜💖🤍♥

  • @gagarmesagar2296
    @gagarmesagar2296 6 месяцев назад

    Aapse baat ho sakti h kya

    • @satya_ki_aur
      @satya_ki_aur  6 месяцев назад

      प्रणाम!
      वीडियो देखने के लिए धन्यवाद। कृपया अपने प्रश्न और सुझाव हमें नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें ताकि हम महाराज जी द्वारा आपको विस्तृत समुचित उत्तर उपलब्ध करवा सके:
      ईमेल आईडी: satya_ki_aur@yahoo.com
      टीम - सत्य की ओर

  • @Meditationmusic-np9ci
    @Meditationmusic-np9ci 6 месяцев назад

    प्रणाम महाराज जी जब हम दूसरे महात्मा या गुरुओं के किसी बात पर हम विश्वास कर लेते है तो वो काम कैसे सिद्ध हो जाते ही

    • @satya_ki_aur
      @satya_ki_aur  6 месяцев назад

      प्रणाम!
      वीडियो देखने के लिए धन्यवाद। कृपया अपने प्रश्न और सुझाव हमें नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें ताकि हम महाराज जी द्वारा आपको विस्तृत समुचित उत्तर उपलब्ध करवा सके:
      ईमेल आईडी: satya_ki_aur@yahoo.com
      टीम - सत्य की ओर

  • @gagarmesagar2296
    @gagarmesagar2296 6 месяцев назад

    आपका no. Mil sakta kta

    • @satya_ki_aur
      @satya_ki_aur  6 месяцев назад

      प्रणाम!
      वीडियो देखने के लिए धन्यवाद। कृपया अपने प्रश्न और सुझाव हमें नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें ताकि हम महाराज जी द्वारा आपको विस्तृत समुचित उत्तर उपलब्ध करवा सके:
      ईमेल आईडी: satya_ki_aur@yahoo.com
      टीम - सत्य की ओर

  • @chanchalsharma4063
    @chanchalsharma4063 3 месяца назад

    Pranaam Prabhu

  • @AgusIndra-zz1by
    @AgusIndra-zz1by 6 месяцев назад +2

    व्याख्या में एक तरफ ज्ञान की ऊंचाइयां है तो आपके स्वर में आपकी गायकी में हृदय के भावों की गहराइयां है ! दोनों से ही प्रेरणा मिलती है कि हम भीतर चले...भीतर चले और भीतर चले।
    उसकी तरफ जो कि निर्वैयक्तिक सत्ता है...निर्गुण और निराकार है जो कि हम सबका एक शुद्ध 'मैं'है...ओम है...शांति है...🙏🙏🙏🙏

  • @Rahulkumarsingh24131
    @Rahulkumarsingh24131 6 месяцев назад +2

    प्रणाम महाराज जी,
    "आत्मा का न कहीं से आना और न कहीं को जाना, यह अद्वैत वेदांत के उस सत्य को दर्शाता है जहां सब भेद समाप्त हो जाते हैं।" #अद्वैतवेदांत #आत्मा