बहुत ही परिश्रम के साथ तैयार की गई विडियो । नई जानकारियों को प्राप् तकर बहुत खुशी हुई। वहाँ सब्जी को " टपकी " कहते हैं और धारचूला में शौका जन " टिपक्या " कहते हैं। बोलियों का खेल बहुत अजब - गजब है। बच्चें श्रीमद भागवत कथा और आपसी मेल जोल को अच्छी तरह से समझ रहे हैं , यही चैनल की बहुत बड़ी उपलब्धि है। जोली - भात बहुत सहज , सुन्दर और अपनों को एक करने वाला कार्यक्रम । सभी को बहुत-बहुत बधाई । 😊😊
Very happy to see that still those old traditional life styles are valued and practiced. Even though not being from that state I have thoroughly enjoyed this, and hope that people maintain such practices and connections to thousands of years cultural richness. I would like, if we can maintain eating in leaf plates during such ceremonies, for the reasons of many associated merits. Thanks
पांडे जी भागवत महापुराण की सभी विडियो देखीं बहुत अच्छा लगा लेकिन ऐक सिकायत है आप से आप की इतनी बड़ी गरामसभा है तो आाप का प्रधान भी नहीं दीखाई दिया विडियो में और अगल बगल से भी नहीं है ईतना बड़ा कार्य संमपन हुआ नाकोट आागर से भी नहीं कोई
प्रधान जी पूर्व प्रमुख जी आये bjp जिला उपाध्यक्ष आए थे, आगर नाकोट में भी हमारे कार्यक्रम के भूलगांव खर्कवालगांव में भी पोस्टर (निमंत्रण सूचना,) चिपकाए गए थे लेकिन शायद वहां के लोग फुरसत में अन्य कारणो से नही आ पाए होंगे।❤
आमंत्रण सूचना आगर मंदिर गेट,भुवन खाती जी के दुकान में ,खर्कवाल गांव में जहा पर बंगाली डॉक्टर रहते है वहां पर जो चाय की दुकान है ,और नाकोट में पुल पार जो परचून की दुकान है। उसमें चिपका रखा था।
पटवाल जी यह आयोजन हमारे पांडेय परिवार का ही था प्रधान जी अपनी उपस्थिति दे गये थे,आपको बताते चलूं कि मात्र 09 लोग गांव में थे,उसमें भी दौड़ भाग करने की स्थिति में 02 लोग,03लोग बागेश्वर थे जो कि हर वक्त सांथ थे सो पंच पांडेय बंधुओं की टीम ने माँ भगवती पर आस्था व अपने प्रवासी वंधुओं पर भरोसा करके बीड़ा उठा लिया बस पुरखों का आशीर्वाद व माँ की अनुकंपा से आयोजन बेहतरीन रूप से सफल हुवा, हमारे नौनिहालों को परंपरा सिखा गया। गांव की इतर विरादरी का भी अपेशित सहयोग मिला।
साथ ही utuber fellow traveler (Mr चंद्र शेखर पांडे) अपने व्यक्तिगत कारणों से कार्यक्रम के छ्टे दिन से उपस्थित हो पाए। पूर्व में जो ग्राम सभा के लोग उपस्थित हो गए थे उन्हें अपने u tube videos में cover नहीं कर पाए।
बहुत ही परिश्रम के साथ तैयार की गई विडियो । नई जानकारियों को प्राप् तकर बहुत खुशी हुई। वहाँ सब्जी को " टपकी " कहते हैं और धारचूला में शौका जन " टिपक्या " कहते हैं। बोलियों का खेल बहुत अजब - गजब है। बच्चें श्रीमद भागवत कथा और आपसी मेल जोल को अच्छी तरह से समझ रहे हैं , यही चैनल की बहुत बड़ी उपलब्धि है। जोली - भात बहुत सहज , सुन्दर और अपनों को एक करने वाला कार्यक्रम । सभी को बहुत-बहुत बधाई । 😊😊
❤❤❤❤❤🎉🎉
अलौकिक। बहुत सुन्दर परम्परा । सामूहिक टपकिया झोली बात भोज।
Very happy to see that still those old traditional life styles are valued and practiced. Even though not being from that state I have thoroughly enjoyed this, and hope that people maintain such practices and connections to thousands of years cultural richness. I would like, if we can maintain eating in leaf plates during such ceremonies, for the reasons of many associated merits. Thanks
Nice Video
आपने बहुत ही दिल से इस विषय पर काम किया है। आप बहुत मेहनत करते हो। जय उत्तराखंड हर हर महादेव शिव शम्भू
जय श्री कृष्ण
बहुत सुन्दर लगा देखकर हम न होते हुए भी वहीं पर है ऐसा आभास हो रहा है
Yukti❤
आप बैकग्राउंड म्यूजिक कैसे लेते हो। हमें भी इस का लिंक भेजो।
बहुत सुन्दर परम्परा 👌
बहुत सुंदर लगा देखकर ❤
पांडे जी
भागवत महापुराण की सभी विडियो देखीं
बहुत अच्छा लगा
लेकिन ऐक सिकायत है आप से
आप की इतनी बड़ी गरामसभा है
तो आाप का प्रधान भी नहीं दीखाई दिया
विडियो में और अगल बगल से भी नहीं है
ईतना बड़ा कार्य संमपन हुआ
नाकोट आागर से भी नहीं कोई
प्रधान जी पूर्व प्रमुख जी आये bjp जिला उपाध्यक्ष आए थे, आगर नाकोट में भी हमारे कार्यक्रम के भूलगांव खर्कवालगांव में भी पोस्टर (निमंत्रण सूचना,) चिपकाए गए थे लेकिन शायद वहां के लोग फुरसत में अन्य कारणो से नही आ पाए होंगे।❤
नाकोट से बीना लोहुमी आई थी
आमंत्रण सूचना आगर मंदिर गेट,भुवन खाती जी के दुकान में ,खर्कवाल गांव में जहा पर बंगाली डॉक्टर रहते है वहां पर जो चाय की दुकान है ,और नाकोट में पुल पार जो परचून की दुकान है। उसमें चिपका रखा था।
पटवाल जी यह आयोजन हमारे पांडेय परिवार का ही था प्रधान जी अपनी उपस्थिति दे गये थे,आपको बताते चलूं कि मात्र 09 लोग गांव में थे,उसमें भी दौड़ भाग करने की स्थिति में 02 लोग,03लोग बागेश्वर थे जो कि हर वक्त सांथ थे सो पंच पांडेय बंधुओं की टीम ने माँ भगवती पर आस्था व अपने प्रवासी वंधुओं पर भरोसा करके बीड़ा उठा लिया बस पुरखों का आशीर्वाद व माँ की अनुकंपा से आयोजन बेहतरीन रूप से सफल हुवा, हमारे नौनिहालों को परंपरा सिखा गया।
गांव की इतर विरादरी का भी अपेशित सहयोग मिला।
साथ ही utuber fellow traveler (Mr चंद्र शेखर पांडे) अपने व्यक्तिगत कारणों से कार्यक्रम के छ्टे दिन से उपस्थित हो पाए। पूर्व में जो ग्राम सभा के लोग उपस्थित हो गए थे उन्हें अपने u tube videos में cover नहीं कर पाए।
Very nice
Jai U. K❤❤
नमस्कार जी
बहुत सुन्दर साहेब
Pandey ji Hamare Gaon(kon se Gaon hai) Nam Bataega🙏🙏
Ye hamare yha bhi hota h
Virasti mela very nice video
गुरूजी फलदार पेङ लगाओ
रोजगार बताओ
पब्लिक को जागरूक करो।
पांडे जी आप अपनी विडीयो या फोटो दिखाते हैं नही