वल्लभ सम्प्रदाय | Vallabh Sampradaya

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  • Опубликовано: 6 фев 2025
  • वल्लभ सम्प्रदाय के संस्थापक वल्लभाचार्य हैं। वल्लभाचार्य जी का जन्म छत्तीसगढ़ के रामपुर जिले के चम्पारण्य में हुआ था। वल्लभाचार्य जी ने जगत् के मिथ्यात्व का खण्डन करके उपासना की प्रतिष्ठा की। उनके अनुसार श्री कृष्ण ही ब्रह्म हैं।
    वल्लभाचार्य शुद्ध-द्वैतवाद के संस्थापक माने जाते हैं। उनके अनुसार भक्ति मार्ग के द्वारा जीवात्मा, परमात्मा का सानिध्य प्राप्त करती है।
    The founder of the Vallabha sect is Vallabhacharya. Vallabhacharya was born in Champaranya in Rampur district of Chhattisgarh. Vallabhacharya established worship by refuting the falsehood of the world. According to him, Sri Krishna is Brahman.
    Vallabhacharya is considered the founder of pure dualism. According to him, through the path of devotion, the soul attains the presence of God.
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    शिवा मिशन न्यास वर्ष 2006 से आध्यात्मिक एवं सामाजिक समरसता की अभिवृद्धि के लिये निरन्तर कार्यरत है। देश, काल और परिस्थिति के अनुसार वर्तमान में अपने विचार दूसरे लोगों तक पहुँचाने का एक बहुत अच्छा माध्यम सोशल मीडिया बन चुका है, अतः शिवा मिशन न्यास द्वारा आम जन मानस के मध्य धार्मिक भ्रान्तियों को दूर करने एवं जन कल्याण के लिये व्यक्ति की सोच में परिवर्तन करने संबंधी व्हिडियो तैयार कर पोस्ट किये जाते हैं। शिवा मिशन न्यास के कुछ उद्देश्य निम्न प्रकार हैं।
    1. विश्व में धर्म के नाम पर फैली भ्रान्तियों का अन्वेषण एवं अनुसंधान कर उनका शास्त्रोक्त हल जन-मानस के समक्ष रखना।
    2. देश को मिलावटी वस्तुओं से मुक्त कराने के लिये जन चेतना जाग्रत करना।
    3. देश को भिक्षावृत्ति से मुक्त कराने के उपाय करना।
    4. धार्मिक स्थल केवल पूजा-पाठ के केन्द्र तक सीमित न रहें अपितु दुःखी एवं पीड़ित मानवता के भौतिक उत्कर्ष के केन्द्र के रूप में विकसित हों। ऐसी पहल करना।
    5. भारत में स्थित चार धाम की तरह विश्व के प्रत्येक देश में एक-एक धाम की स्थापना कर शिवत्व की पुर्नस्थापना करने का प्रयत्न करना।
    6. अन्तर्जातीय विवाह करने वाले स्त्री एवं पुरुषों एवं उनके पितरों की मुक्ति के लिये शिवा परिवार की स्थापना करना।
    7. आपस में सहयोग करने के लिये एक कम्प्यूटर/मोबाइल एप आधारित प्लेटफार्म तैयार करना जिसके माध्यम से पीड़ित एवं सहयोगकत्र्ता का मेल कराया जा सके।
    8. ऊँ नमः शिवाय मन्त्र के लिखित एवं वाचिक जप की महिमा का प्रचार करना।
    9. ‘‘शिव दीक्षा‘‘ कार्यक्रम के माध्यम से ‘‘कैवल्य मोक्ष‘‘ के आकाँक्षी स्त्री एवं पुरुषों को भगवान् शिव की शरण में ले जाकर शिव जी को गुरु बनाने के लिये प्रेरित करना।
    10. ‘‘इच्छा पूर्ती‘‘ कार्यक्रम के तहत बाबा कैलासी के आदेश से भगवान् शिव के समक्ष एक बुराई छोड़ने पर एक मनोकामना पूरी होने के संदेश को प्रसारित एवं प्रचारित करना।
    11. समग्र विश्व में शान्ति, मैत्री तथा दिव्य दर्शन के संचार दूत के रूप में शास्त्र मार्यादित सर्वकल्याणार्थ कार्य करना।

Комментарии • 5

  • @dharmendrasharma-gh2nr
    @dharmendrasharma-gh2nr Год назад +1

    🌾🌹!! ऊँ नमःशिवाय!!🌹🌾👏

  • @golu2298
    @golu2298 7 месяцев назад +1

    Visit shrinathji temple and shrinathji goushala nathdwara iam proud nathdwara wasi

  • @harshalsuchak9446
    @harshalsuchak9446 9 месяцев назад +2

    Shri Vallabhacharya ji k liye mrutyu shabd use karna ekdum galat hai. Mahaprabhuji ne Kashi me (Naki Ujjain me) hanuman ghat par gangaji me pravesh kiya aur sadeh Golok dham me pravesh kiya

    • @ShivaMissionNyasRegGwalior
      @ShivaMissionNyasRegGwalior  9 месяцев назад +3

      आपकी जय हो ।जैसा आपने कहा एक दम सही कहा ।हम अपनी त्रुटी मानते है ।🙏🙏🙏🙏