Meenakshi man ko shat shat Naman 🙏🏻✍🏻 apka Gyan ham sabko hamare hindu bhartiya puravajo pe garv karvata hain. Kitna sangharsh purn lade hain astha se jude rahe hain hamare purvaj. Sirf Hindu (including Jain, Sikh, Buddhist) shaktishali raja rajwade hi nahi lekin am janta - murtikar, purohit, vyapari vagare sabka contribution hain.
आदरणीय डॉ मीनाक्षी जैन मेम जी हिंदू इतिहासिक सामाजिक संस्कृतिक धार्मिक सभ्यता का वार्तालाप के अनुसार बहुत सुन्दर लेख कृति का वर्णन इतिहासिक प्रमाण के आधार पर किया है! आप ने प्रारम्भिक नेपाल के सनातनी हिंदू शिलालेख का वर्णन करते हुऐ ! बड़े प्रतापी राजजा दिवोदास की काशी नगरी का उल्लेख करते हुऐ भगवान शिव का काशी में प्रवेश का उल्लेख शिव के महात्मा को स्कन्द पुराण के अनुसार बताया है! यज्ञ के महात्मा को संक्षिप्त में समझाया और राजा दिवोदास का काशी से भगवान शिव के स्थान हिमालय पर जाना और पुनः शिव जी की आज्ञा के अनुसार तीन वर्ष के बाद परिवार के साथ काशी में पुनः स्थापित आना अति सुन्दर विवरण है! काशी के राजा दिवोदास का विश्व नाथ मंदिर में श्लोक चित्रण का जानकारी देना अति महत्वपूर्ण है! मैने भी बाबा विश्व नाथ के दर्शन करते समय राजादिवो दास से सन्दर्भित श्लोक चित्रण देखा पढ़ा है! राजा दिवोदास के पुत्र ऋग्वेद के सातवें मण्डल दशाराज्ञ युद्ध के महान विजयता चक्रवर्ती सम्राट राजा सुदास का वर्णन उल्लेख है! काशी के विद्वान् ठाकुर प्रसाद जी एवं अन्य विद्वानो ने यह सिद्ध किया है की काशी के राजा दिवोदास के पुत्र राजा सुदास भरवंश के महान भरक्षत्रिय राजा थे! काशी में भारशिव भरक्षत्रिय राजभर राजवंश के महान प्रतापी चक्रवर्ती साम्राट वीरसेन महराज जी के सानिध्य में गंगा जी का पवित्र स्नान कर स्कन्द पर शिवलिंग को धारण कर किया था और राजतिलक से काशी में विभूषित हो कर दशाश्वमेध यज्ञ किया था!जो "भारशिव भरशिव शिवभर " भारशिव कहलाये! आप की इतिहासिक पुस्तक में यज्ञ विधान के महात्म के अनुसार वर्णन है या नहीं मै इस बात को नहीं जानता! अगर वर्णन नहीं है तो कृपया " भारशिव " का प्रमाणित इतिहास लिखने की कृप्या करे! जिसका प्रमाण ताम्रलेख शिलालेख है कुषाणों को पराजित कर शिव के महात्मा को स्थापित किया था!और भारशिव लिंग की अनेक लिंगों के रूप में भारत में स्थापित किया हैइसके अवशेष प्रमाण इतिहास है! महान विद्वान् काशी प्रसाद जायसवाल जी, डॉ हजारी प्रसाद द्विवेदी अमृतलाल नागर जी इत्यादि विद्वानो ने भारशिव का प्रमाणित विस्तृत उल्लेख किया है! आदरणीया आप ने वार्तालाप में काशी के प्रतापी भरक्षत्रिय राजा बनार का संकेत दिया है! 1033 में महमूद के भांजे सैयद सालार मसौद गाज़ी से बनारस में भयानक विशेषर गंज बड़ी अदरक बाजार के मध्य हुआ था! राजा बानर ( बंदारस ) युद्ध में बड़ी वीरता के साथ लड़े और गाज़ी के हाथो मारे गये थे!गाजी ने अपनी तलवार वरुणा नदी में धोया था! वरुणा का जल खून से लाल हो गया था!बनारस के राजा बनार के राजपुरोहित काशी के विद्वान भुहार ब्राह्मण कत्थूमिश्र थे!!इनका भी राजा बनार से सम्बंधित इतिहास पुरोहिती का है!! गाज़ी बनारस को लूट कर अयोध्या फिर बहराइच की ओर बढ़ा था!बहराइच के भारशिव भरवंश भरक्षत्रिय महाराजा सुहेलदेव जी के हाथों मारा गया था! आदरणीय आप ने बहुत ही रोचक अतुलनीत हिंदू सभ्यता संस्कृति धर्म इतिहास का वर्णन किया! काशी भारशिव भरक्षत्रिय एवं गहड़वाला ( गहरवार ) क्षत्रिय राजाओं से भी सम्बन्ध इतिहासिक है! कुमौली ( वाराणसी ) के इतिहासिक अवशेष कनौज के गहडवाला वंश अवध के अवशेषों से पता जौनपुर के अवशेष से पता चलता है गहड़वाल वंश राजपूत क्षत्रिय भरवंश क्षत्रिय राजभर राजवंश से सम्बंधित थे! गोविन्दचंद ने अवध में सुहेलदेव जी के बाद उनके पुत्र अल्हड़देव के पुत्र नयेचंद आयुषचंद कृष्णचंद ( सुहेलदेव जी के पौत्र ) थे ! गोविन्द चंद ने नयेचंद्र को अवध का सामंत राजा बनाया था! आयुषचंद के शिलालेख अयोध्या राम मंदिर बाबरी मस्जिद की खुदाई में प्राप्त हुआ इतिहासिक एविडेन्स राममंदिर के सुप्रीम कोर्ट के फैसले में प्रमाण बना! भरवंश भरक्षत्रिय( आदिम क्षत्रिय ) का उल्लेख राम मंदिर के 1245 पन्ने के फैसले में उल्लिखित किया है!! शर्की और भरवंश भरक्षत्रियों का भयानक युद्ध रायबरेली में हुआ था! अटाला देवी शीतला माता का इतिहासिक सम्बन्ध भरक्षत्रियों से है!! भरक्षत्रिय राजवंश की कुलदेवी मानी जाति है!! आपके जीवन दीर्घायु की हार्दिक शुभ कामना आपका आभार धन्यवाद हिंदू संस्कृति इतिहास लिखने के लिए!! आप और अत्यधिक इतिहास लिखें!यही ईश्वर शिव से कामना है!! ॐ नमः शिवाय!! ॐ भारशिवाय नमः!! भारशिव राजभर क्षत्रिय उदयभान सिंह!! प्रणाम 🙏!!
Thanks to DR.Minakshi Jain for sharing such a comprehensive thoughtful talk with full of historical facts on ancient Kashi Vishvanath temple.We are really indebted towards our ancestors,kings,Peshvas and historian like Dr.Menakshi Jain who have rediscovered our lost ancient historical sights temples and awakened us properly.
Behtareen....ma'am apne kitni baar rulaya hume ye shayad aapko kabhi pata nahi chale....dhikkar hai humpar jo aaj bhi hum apni dharohar ko prapt karne ke liye संघर्ष kar rahe hain 😭
इतनी ज्ञानवान इतिहासकार आदरणीया डॉ मीनाक्षी जैन जी के द्वारा दी गई जानकारी अदभुत है भारत के हर युवाओं को अपने राष्ट्र के इतिहास से लेकर वर्तमान तक की जानकारी होना ही चाहिए वह दौर अलग था जब लोग अशिक्षित थे अब सब पढ़ लिख गए हैं हर घर में कोई ना कोई बच्चा इतना पढ़ा जरूर हो गया है कि वह सोशल मीडिया सहित समाचार पत्रों सहित स्कूल कॉलेज से जानकारी ले कर सभी को यह बाते जानकारियां बताए।।मै आदरणीया मीनाक्षी मैडम को प्रणाम करता हूं ऐसे ज्ञानवान लोग रहेंगे तो निसंदेह बहुत कुछ नए पीढ़ी को मिलेगा 🙏🏻हम लोग त्रिपुरी से आए छत्तीसगढ़ के मूल कल्चुरी राजवंश के रायपुर शाखा से हैं रायपुर - महासमुंद रहते हैं मैने पढ़ा है कि त्रिपुरी शाखा के महान राजा श्री कर्ण देव जिन्हें श्री लक्ष्मी कर्ण भी कहते हैं वे भी बनारस में कुछ दिन शासन किए थे कर्ण मेरु मंदिर उन्होंने ही बनवाया है उनका काशी में क्या योगदान रहा है पूरा इनका यह वीडियो देख मै यह कह सकता हूं बिना भेद भाव के इन्होंने बहुत ही अच्छे तथ्य इन्होंने रखे हैं। मैं इनके हर वीडियो देखना चाहूंगा इनके सभी पुस्तक पढ़ना चाहूंगा.. ऐसे ज्ञानवर्धक वीडियो बनाने आपकी पूरी टीम को धन्यवाद ..प्रतीक्षा में 🙏🏻
All destruction happened in the medeival times due to lack of Unity of the Sons of this Soil...the story of change from the Ancient times too is a different story altogether...!!!
Dr Meenakshi Jain ji KO Shat Shat Naman 🙏🙏🙏 for her Masterpiece Presentation of Kashi . What a Herculean effort to Collect & Analyse the data ! What a Glorious History of Kashi !
Minakshi Jain jee you are a unique historian who presented us with the true well researched Indian history, countering the leftist narrative that deliberately practically destroyed our culture and history! India owes you a lot madam. Heartfelt thanks.😊
बहुत सुन्दर आप कि कृति लेखनी हिंदू समाज के सभ्यता संस्कृति के इतिहासिक लेखनी है! जो आप को स्मारणीय याद रखेगा! सत्य को प्रकाश पुंज के रूप में हिंदू स्थापित करेगा! आरणीय मीनाक्षी मेम आप को दीर्घायु की हार्दिक शुभ कामना प्रणाम!!🙏!! भारशिव राजभर क्षत्रिय उदयभान सिंह!!
Great debate and the history and the mythology of Kashi. The role of the Delhi sultanate and the mughals in the multiple destructions. The role of he gurjara pratiharas in moving the capital from Kanauj to Kashi. The role of the Rajputs and marathas as well as the peshwars. Importantly the role ofthe Indian women. My namaskarams.
watched this conversation . .. it's very very very knowledgeable and informative . .. 👍 but I am searching prof. altekar write up on benaras, but couldn't find the file . .. can you pls share the pdf . .. 🙏 and suggest more reads . .. pls . ..
A history of pain, resistance, resilience, astha, bravery, loss , human genocide, and much more ... Just imagine , Tons of pain we feel while listening, how much barbarism , cruelty and astrocities people faced for 500 years .....😢
Manikarnika ghat ki story kuch different lagi....I am also from Varanasi ...Manikarna ghat is one of Shaktipith among 51 and It is believed that Sati Devi's Ear Rings has fallen here. Mam is telling a new story of Manikarnika Ghat
Kashi main omksreshwar mandir abhi hum log ja sakte hain...uttarpradesh govt kafi haad tak usko renovate karwaye hai...main last February ko gayi thi...koi problem nahi hua...us mandir k 100 mtr k andar aur do mandir hain...omkareshwar hai Aakar linga ..Waise hi hai Makar linga aur Ukar linga ...local bhi Kah rahe the aur inscription main bhi mention hai bindu linga lost with times..aur main sabhi ko bolna chahungi locals bhi koi pareshan nahi karte hai ..upar se kafi haad tak mujhe sahyeta ki omkar linga k sath sath Aakar aur Makar linga darshan karwane main...mujhe rasta bhi bataye hai..
This should be medieval history of Kashi, because anything beyond that is mythology, not history. At least I could not get a bit of history ( related to Hinduism) in this interview beyond the medieval era.
Lord Shiva was the Dhanurvidya Guru since Vedic period. The science of Saivisim and Vedic culture must be revived, only temple making has no sense.and we must grow stronger in our consciousness and practice of Yoga.
देखिए शिव शरीर नहीं हैं जहां यह वास्तविकता में हैं वहां ज्योतिर्लिंग हैं और वहां जीव,या जीवन नहीं है। प्रकृति ही पार्वती है। लेकिन जो यहां शिवलिंग हैं उनकी पूजा में बड़ी सावधानी बरतनी है यह पाखंड झूठ नहीं होना चाहिए । पूजा जब की जाती पूर्ण समर्पित होना पड़ेगा।
I want to know that Manu Ji founded Ayodhya nearly 12000 years ago,so it seems to be the most ancient city of the country,there should have been a lot of signs of the contemporary civilization as human skeletonds burried in the earth.Please answer it.
Maharaja Ranjit singh trained and commanded ist modern army of asia consisting of Sikhs , Punjabi Hindus , Punjabi Mussalmans, Dogras , Gurkhas , pushtoon. pathans , he was the ist ruler in 1000 yrs who was able to push back Afghans MUSLIM INVADERS fm punjab and even took many areas belonging to Afghan rulers,
कुछ लोग इतिहास बनाते है , कुछ बन जाते है लेकिन मीनाक्षी जी इतिहास को उजागर कर रहे हैं। आपको भगवान विश्वनाथ स्वस्थ दीघ्रआयु प्रदान करें ।🙏🙏🙏
मीनाक्षी जैन जी का आभार कि वे भारतीय संस्कृति का ध्वज उठाए हुए हैं ।
❤jayshivshakti,bande,matram
🙏🙏🏼
मीनाक्षी मैडम को साधुवाद 🙏काशी विश्वनाथ पर उनका विश्लेषण बहुत सारगर्भित और प्रेरणादायक है।
आदरणीय विष्णु शंकर सर जी और उनकी लीगल टीम को शत शत नमन .....🙏🙏🙏🙏
ऋषि माँ को साधुवाद
प्रेरणादायक अनुसंधान
Respected Meenaksi Jain Madam Thanks for logical arguments from history
She z amazing 👏 😍 Even she stands 2 facts👏 🙌 True Sanatani cz of people like mam ( we guys take pride )❤Jay Bharat 🇮🇳
Just now finished Vikram Sampath book waiting For Shiva.
Now eagerly waiting for the Minakshi Jain book.
Its a fantastic book… must read
And if you like the video please share it with your friends and subscribe uncut
ये इसे ही पॉडकास्ट यूथ को देखने चाइए 🎉 जय श्री राम 🎉
Meenakshi man ko shat shat Naman 🙏🏻✍🏻 apka Gyan ham sabko hamare hindu bhartiya puravajo pe garv karvata hain. Kitna sangharsh purn lade hain astha se jude rahe hain hamare purvaj. Sirf Hindu (including Jain, Sikh, Buddhist) shaktishali raja rajwade hi nahi lekin am janta - murtikar, purohit, vyapari vagare sabka contribution hain.
If you like the video please share it with your friends and subscribe uncut
आदरणीय डॉ मीनाक्षी जैन मेम जी हिंदू इतिहासिक सामाजिक संस्कृतिक धार्मिक सभ्यता का वार्तालाप के अनुसार बहुत सुन्दर लेख कृति का वर्णन इतिहासिक प्रमाण के आधार पर किया है! आप ने प्रारम्भिक नेपाल के सनातनी हिंदू शिलालेख का वर्णन करते हुऐ ! बड़े प्रतापी राजजा दिवोदास की काशी नगरी का उल्लेख करते हुऐ भगवान शिव का काशी में प्रवेश का उल्लेख शिव के महात्मा को स्कन्द पुराण के अनुसार बताया है! यज्ञ के महात्मा को संक्षिप्त में समझाया और राजा दिवोदास का काशी से भगवान शिव के स्थान हिमालय पर जाना और पुनः शिव जी की आज्ञा के अनुसार तीन वर्ष के बाद परिवार के साथ काशी में पुनः स्थापित आना अति सुन्दर विवरण है! काशी के राजा दिवोदास का विश्व नाथ मंदिर में श्लोक चित्रण का जानकारी देना अति महत्वपूर्ण है! मैने भी बाबा विश्व नाथ के दर्शन करते समय राजादिवो दास से सन्दर्भित श्लोक चित्रण देखा पढ़ा है! राजा दिवोदास के पुत्र ऋग्वेद के सातवें मण्डल दशाराज्ञ युद्ध के महान विजयता चक्रवर्ती सम्राट राजा सुदास का वर्णन उल्लेख है! काशी के विद्वान् ठाकुर प्रसाद जी एवं अन्य विद्वानो ने यह सिद्ध किया है की काशी के राजा दिवोदास के पुत्र राजा सुदास भरवंश के महान भरक्षत्रिय राजा थे! काशी में भारशिव भरक्षत्रिय राजभर राजवंश के महान प्रतापी चक्रवर्ती साम्राट वीरसेन महराज जी के सानिध्य में गंगा जी का पवित्र स्नान कर स्कन्द पर शिवलिंग को धारण कर किया था और राजतिलक से काशी में विभूषित हो कर दशाश्वमेध यज्ञ किया था!जो "भारशिव भरशिव शिवभर " भारशिव कहलाये! आप की इतिहासिक पुस्तक में यज्ञ विधान के महात्म के अनुसार वर्णन है या नहीं मै इस बात को नहीं जानता! अगर वर्णन नहीं है तो कृपया " भारशिव " का प्रमाणित इतिहास लिखने की कृप्या करे! जिसका प्रमाण ताम्रलेख शिलालेख है कुषाणों को पराजित कर शिव के महात्मा को स्थापित किया था!और भारशिव लिंग की अनेक लिंगों के रूप में भारत में स्थापित किया हैइसके अवशेष प्रमाण इतिहास है! महान विद्वान् काशी प्रसाद जायसवाल जी, डॉ हजारी प्रसाद द्विवेदी अमृतलाल नागर जी इत्यादि विद्वानो ने भारशिव का प्रमाणित विस्तृत उल्लेख किया है! आदरणीया आप ने वार्तालाप में काशी के प्रतापी भरक्षत्रिय राजा बनार का संकेत दिया है! 1033 में महमूद के भांजे सैयद सालार मसौद गाज़ी से बनारस में भयानक विशेषर गंज बड़ी अदरक बाजार के मध्य हुआ था! राजा बानर ( बंदारस ) युद्ध में बड़ी वीरता के साथ लड़े और गाज़ी के हाथो मारे गये थे!गाजी ने अपनी तलवार वरुणा नदी में धोया था! वरुणा का जल खून से लाल हो गया था!बनारस के राजा बनार के राजपुरोहित काशी के विद्वान भुहार ब्राह्मण कत्थूमिश्र थे!!इनका भी राजा बनार से सम्बंधित इतिहास पुरोहिती का है!! गाज़ी बनारस को लूट कर अयोध्या फिर बहराइच की ओर बढ़ा था!बहराइच के भारशिव भरवंश भरक्षत्रिय महाराजा सुहेलदेव जी के हाथों मारा गया था! आदरणीय आप ने बहुत ही रोचक अतुलनीत हिंदू सभ्यता संस्कृति धर्म इतिहास का वर्णन किया! काशी भारशिव भरक्षत्रिय एवं गहड़वाला ( गहरवार ) क्षत्रिय राजाओं से भी सम्बन्ध इतिहासिक है! कुमौली ( वाराणसी ) के इतिहासिक अवशेष कनौज के गहडवाला वंश अवध के अवशेषों से पता जौनपुर के अवशेष से पता चलता है गहड़वाल वंश राजपूत क्षत्रिय भरवंश क्षत्रिय राजभर राजवंश से सम्बंधित थे! गोविन्दचंद ने अवध में सुहेलदेव जी के बाद उनके पुत्र अल्हड़देव के पुत्र नयेचंद आयुषचंद कृष्णचंद ( सुहेलदेव जी के पौत्र ) थे ! गोविन्द चंद ने नयेचंद्र को अवध का सामंत राजा बनाया था! आयुषचंद के शिलालेख अयोध्या राम मंदिर बाबरी मस्जिद की खुदाई में प्राप्त हुआ इतिहासिक एविडेन्स राममंदिर के सुप्रीम कोर्ट के फैसले में प्रमाण बना! भरवंश भरक्षत्रिय( आदिम क्षत्रिय ) का उल्लेख राम मंदिर के 1245 पन्ने के फैसले में उल्लिखित किया है!! शर्की और भरवंश भरक्षत्रियों का भयानक युद्ध रायबरेली में हुआ था! अटाला देवी शीतला माता का इतिहासिक सम्बन्ध भरक्षत्रियों से है!! भरक्षत्रिय राजवंश की कुलदेवी मानी जाति है!! आपके जीवन दीर्घायु की हार्दिक शुभ कामना आपका आभार धन्यवाद हिंदू संस्कृति इतिहास लिखने के लिए!! आप और अत्यधिक इतिहास लिखें!यही ईश्वर शिव से कामना है!! ॐ नमः शिवाय!! ॐ भारशिवाय नमः!! भारशिव राजभर क्षत्रिय उदयभान सिंह!! प्रणाम 🙏!!
Great proud n respect for Jain madam..
If you like the video please share it with your friends and subscribe uncut
Thanks to DR.Minakshi Jain for sharing such a comprehensive thoughtful talk with full of historical facts on ancient Kashi Vishvanath temple.We are really indebted towards our ancestors,kings,Peshvas and historian like Dr.Menakshi Jain who have rediscovered our lost ancient historical sights temples and awakened us properly.
She is a living legend.
If you like the video please share it with your friends and subscribe uncut
Behtareen....ma'am apne kitni baar rulaya hume ye shayad aapko kabhi pata nahi chale....dhikkar hai humpar jo aaj bhi hum apni dharohar ko prapt karne ke liye संघर्ष kar rahe hain 😭
बहुमुल्य ज्ञान देने के लिए आप दोनों को शत शत नमन 🙏
Kashi ke bare me hame bahut kuch jankari mili.Minakshi madam ko dil de sadhubad.
Wonderful narration about the real history. It made us understand more and gave better insight in the issue. Thanks a lot @Meenakshi Jain ji.
If you like the video please share it with your friends and subscribe uncut
I can listen to her time and again.... We are grateful to her.
बहुत ज्ञानवर्धक
Bolo kashi vishvnath baba ki.... Jayyy 🙏🙏
Thank you Meenakshi Jain Ji
धन्यवाद
This conversation is very important…. Specially for all history lovers ….
इतनी ज्ञानवान इतिहासकार आदरणीया डॉ मीनाक्षी जैन जी के द्वारा दी गई जानकारी अदभुत है भारत के हर युवाओं को अपने राष्ट्र के इतिहास से लेकर वर्तमान तक की जानकारी होना ही चाहिए वह दौर अलग था जब लोग अशिक्षित थे अब सब पढ़ लिख गए हैं हर घर में कोई ना कोई बच्चा इतना पढ़ा जरूर हो गया है कि वह सोशल मीडिया सहित समाचार पत्रों सहित स्कूल कॉलेज से जानकारी ले कर सभी को यह बाते जानकारियां बताए।।मै आदरणीया मीनाक्षी मैडम को प्रणाम करता हूं ऐसे ज्ञानवान लोग रहेंगे तो निसंदेह बहुत कुछ नए पीढ़ी को मिलेगा 🙏🏻हम लोग त्रिपुरी से आए छत्तीसगढ़ के मूल कल्चुरी राजवंश के रायपुर शाखा से हैं रायपुर - महासमुंद रहते हैं मैने पढ़ा है कि त्रिपुरी शाखा के महान राजा श्री कर्ण देव जिन्हें श्री लक्ष्मी कर्ण भी कहते हैं वे भी बनारस में कुछ दिन शासन किए थे कर्ण मेरु मंदिर उन्होंने ही बनवाया है उनका काशी में क्या योगदान रहा है पूरा इनका यह वीडियो देख मै यह कह सकता हूं बिना भेद भाव के इन्होंने बहुत ही अच्छे तथ्य इन्होंने रखे हैं। मैं इनके हर वीडियो देखना चाहूंगा इनके सभी पुस्तक पढ़ना चाहूंगा.. ऐसे ज्ञानवर्धक वीडियो बनाने आपकी पूरी टीम को धन्यवाद ..प्रतीक्षा में 🙏🏻
Minakshi jee ko dhnywad apke Hindu dharm ka warnan bada marmik dhang se Kiya hai.
All destruction happened in the medeival times due to lack of Unity of the Sons of this Soil...the story of change from the Ancient times too is a different story altogether...!!!
Best podcast till date. A real eye opener for us ❤
Dr Meenakshi Jain ji KO Shat Shat Naman 🙏🙏🙏 for her Masterpiece Presentation of Kashi . What a Herculean effort to Collect & Analyse the data ! What a Glorious History of Kashi !
Please all share this video as much you can and like also
Thank you so much 🙏
भारत के इतिहास का बोझ ढोने के लिए धन्यवाद ❤
নমস্কার
খুব গুরুত্বপূর্ণ ঐতিহাসিক প্রেক্ষাপট এ বিশ্লেষণ, ------------
অনেক অনেক ধন্যবাদ
आपके द्वारा दी गई ऐतिहासिक जानकारी के लिए आपको बहुत बहुत बधाई और धन्यवाद
Her research into history is incredible.🙏
Minakshi Jain jee you are a unique historian who presented us with the true well researched Indian history, countering the leftist narrative that deliberately practically destroyed our culture and history! India owes you a lot madam. Heartfelt thanks.😊
an unique
हर हर महादेव 🙏🏻🙏🏻🚩🚩🌺🌺🌺
बहुत सुन्दर आप कि कृति लेखनी हिंदू समाज के सभ्यता संस्कृति के इतिहासिक लेखनी है! जो आप को स्मारणीय याद रखेगा! सत्य को प्रकाश पुंज के रूप में हिंदू स्थापित करेगा! आरणीय मीनाक्षी मेम आप को दीर्घायु की हार्दिक शुभ कामना प्रणाम!!🙏!! भारशिव राजभर क्षत्रिय उदयभान सिंह!!
Great debate and the history and the mythology of Kashi. The role of the Delhi sultanate and the mughals in the multiple destructions. The role of he gurjara pratiharas in moving the capital from Kanauj to Kashi. The role of the Rajputs and marathas as well as the peshwars. Importantly the role ofthe Indian women. My namaskarams.
Thank you so much Madam, really eye opening insights.
यू आर सो ग्रेट मैम... हर हर महादेव....🙏🙏🙏🙏
Love from varanasi ❤
Namaskar, madam. Apko bahut bahut dhanywad
Hats off to her knowledge ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Madam is great historian
सुन्दर प्रस्तुति l❤❤❤❤❤
watched this conversation . .. it's very very very knowledgeable and informative . .. 👍 but I am searching prof. altekar write up on benaras, but couldn't find the file . .. can you pls share the pdf . .. 🙏 and suggest more reads . .. pls . ..
Meenakshi ji. We Hindus owe you a great debt of gratitude 🙏 for all that you did and still doing. 🙏🙏🙏🙏🙏
Har har Mahadev ❤
A history of pain, resistance, resilience, astha, bravery, loss , human genocide, and much more ...
Just imagine , Tons of pain we feel while listening, how much barbarism , cruelty and astrocities people faced for 500 years .....😢
Hey man Don't call our History as Mythology...
Even the stones tells our great History❤
Har Har Mahadev🙏🚩
Thanks for your comment… if you like the video please share it with your friends and subscribe uncut
Thank you very much for such a deep knowledge sharing with all
Bahot sunder🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌸👏🏻👏🏻👏🏻
Jay mata parvati har har Mahadev.jay maa aadhi shakti Om namah shivay.
Very good information
Adbhut ❤
We seeing you mam 🙏 thanku for giving us knowledge of our history
Very knowledgeable about the varanasi history
Aap sahi hai
Great full to you mam❤
Sri mati Dr Meenshi jain ,you are a true human being, a great historian,apki Jay ho,
Great😊
Very grateful to you ma'am
Thank you mam for such blessed information ...
🙏🙏🙏
😊😊😊
👔👔👔
video dekhne me maza aayega.....dekhne ke pahle hi comment kar rha hu
Great bk,Great discussion!
Very nice program ❤❤❤❤❤
वेरी गुड कन्वर्सेशन थैंक यू मैंम...
😮 very very thanks I salute you
Manikarnika ghat ki story kuch different lagi....I am also from Varanasi ...Manikarna ghat is one of Shaktipith among 51 and It is believed that Sati Devi's Ear Rings has fallen here. Mam is telling a new story of Manikarnika Ghat
महादेव
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धन्यवाद
Knowledge is the best thing ❤❤❤❤kasi ❤❤❤
Very nice talk.
Shree shree shree chatrapati shivaji maharaj bolo madam respect pl.
Even today they break durga idols and we are keeping quiet and peaceful
very good. highly interested, inteligent and authenticated
Adarnia mohtrama madam jee ap ko koti koti naman hain jee
Minaxi ji sadar pranam. Or dhanyavad....thanks to pocast team.....this book in hindi going to publish?
Minakshi ji ko naman
Kashi main omksreshwar mandir abhi hum log ja sakte hain...uttarpradesh govt kafi haad tak usko renovate karwaye hai...main last February ko gayi thi...koi problem nahi hua...us mandir k 100 mtr k andar aur do mandir hain...omkareshwar hai Aakar linga ..Waise hi hai Makar linga aur Ukar linga ...local bhi Kah rahe the aur inscription main bhi mention hai bindu linga lost with times..aur main sabhi ko bolna chahungi locals bhi koi pareshan nahi karte hai ..upar se kafi haad tak mujhe sahyeta ki omkar linga k sath sath Aakar aur Makar linga darshan karwane main...mujhe rasta bhi bataye hai..
This should be medieval history of Kashi, because anything beyond that is mythology, not history. At least I could not get a bit of history ( related to Hinduism) in this interview beyond the medieval era.
This podcast is on which channel?
Great personality
❤Maa apko sat sat naman❤❤❤❤
Lord Shiva was the Dhanurvidya Guru since Vedic period. The science of Saivisim and Vedic culture must be revived, only temple making has no sense.and we must grow stronger in our consciousness and practice of Yoga.
Good
The content is eye opening & mind blogging but...
It felt odd to see the host scrolling through pages when Meenakshi ma'am is explaining
Thanks it very nice information
देखिए शिव शरीर नहीं हैं जहां यह वास्तविकता में हैं वहां ज्योतिर्लिंग हैं और वहां जीव,या जीवन नहीं है।
प्रकृति ही पार्वती है।
लेकिन जो यहां शिवलिंग हैं उनकी पूजा में बड़ी सावधानी बरतनी है यह पाखंड झूठ नहीं होना चाहिए ।
पूजा जब की जाती पूर्ण समर्पित होना पड़ेगा।
Very nice ❤❤
I want to know that Manu Ji founded Ayodhya nearly 12000 years ago,so it seems to be the most ancient city of the country,there should have been a lot of signs of the contemporary civilization as human skeletonds burried in the earth.Please answer it.
Wonderful job madam
Gud job
can i get her book link. so i can buy. thank you
Jiyho
Maharaja Ranjit singh trained and commanded ist modern army of asia
consisting of Sikhs , Punjabi Hindus , Punjabi Mussalmans, Dogras ,
Gurkhas , pushtoon. pathans , he was the ist ruler in 1000 yrs who was
able to push back Afghans MUSLIM INVADERS fm punjab and even took many areas belonging
to Afghan rulers,
If you like the video please share it with your friends and subscribe uncut
👏
सर बानर (वानर) राजा के बारे में भी बताये ।
Satya Sanatan Sanatan Dharm ki Jay Ho
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Minakshi ji shravan culture kya hai bataye
Minakshi ji ❤