@@tulsiramajmer646 vah bhopa ji Jay Jay Shri Ram Jay Jay Shri Mahakal ka Aashirwad aapke upar banaa rahe bahut Sundar gate Ho bhaiya bahut Sundar vishleshan Kiya hai aapane
सर आपकी गायकी बहुत ही सुंदर है यदि आप इसका विश्लेष्ण भी कर दो तो मुझे समझ में आ जायेगा रेल व पांच पच्चीस पुरे भजन मे जो भी शब्द आया ह वो किसके लिए बताया गया ह जैसे रेल किसे बताया गया ह
इसमें पूरे शरीर का वर्णन किया गया है शरीर के अंदर जो भी पार्ट्स लगे हुए हैं वह रेल के इंजन की तरह काम करते हैं गाड़ी चलती है इंजन से पवन पानी केबल से इसमें गाड़ी बताया गया है शरीर को इंजन आत्मा है और हवा पानी के बगैर यह शरीर नहीं चलेगा दुआ निकले हैं बेशुमार अग्नि आठों पहर जले शरीर के अंदर जठराग्नि हमेशा जलती रहती है आयुर्वेद के अनुसार पांच टिकट काट लिया 25 टिकट बनिया 5 टिकट काटने का मतलब पांच ज्ञानेंद्रियां पांचो की 5-5 उप इंद्रियां इसमें बैठे हैं बाबू 3 तीनों गुण
सुमधुर, सरस, चित्ताकर्षक गायकी। साधुवाद रामस्वरुप जी।
वाह गुलाम हुसेन उस्ताद आज तो माँगीलाल जी की याद दिला दी आपने
धन्यवाद
Ram Swaroop ji ko Saadhuwaad.what a marvelous sound and artistic singing.
Dhanyawad
आप राजस्थान की शान है ॒ आपकी गायकी की जितनी प्रशंसा कि जाये उतनी ही कम होगी
आभार
वाह रामस्वरूप जी अमर हो जावो
Dhanyawad
❤😂@@jbnnapasar
thankyou bhagavan ji ❤😂😅
तबला वादक को बार बार सैल्यूट
आभार
Jordar jai ho
श्री मां सरस्वती ऐसी ही आप पर कृपा बनाए रखें जय हो🌷🌹💐💐🌷🌹👏👏👏👏👏👏👏
जय हो
@@jbnnapasar mmmp
samagha nahi aaya
sorry
तबला मास्टर लाजवाब है
Ustad Gulam Husain bikaner
Jbn
Jbn
क्या ये चैनल आदरणीय रामस्वरूप जी का है ?
Bahut hi Sundar
आभार बंधुवर
अति सुन्दर 👌
आभार
आपसे निवेदन है इस भजन की जो छाप है वो बताये 🙏🙏🙏🙏🙏
कृपया सही से बताए आपको क्या जानना है
@@jbnnapasar भैया इस भजन के लेखक कोन है मतलब भजन की लास्ट वाली कड़ी क्या है 🙏🙏🙏🙏🙏
शिवलाल गा दिया ताजा
@@tulsiramajmer646 vah bhopa ji Jay Jay Shri Ram Jay Jay Shri Mahakal ka Aashirwad aapke upar banaa rahe bahut Sundar gate Ho bhaiya bahut Sundar vishleshan Kiya hai aapane
@@muskansharma3641 कौन हो जी नही पहचाना
सर आपकी गायकी बहुत ही सुंदर है यदि आप इसका विश्लेष्ण भी कर दो तो मुझे समझ में आ जायेगा रेल व पांच पच्चीस पुरे भजन मे जो भी शब्द आया ह वो किसके लिए बताया गया ह जैसे रेल किसे बताया गया ह
इसमें पूरे शरीर का वर्णन किया गया है शरीर के अंदर जो भी पार्ट्स लगे हुए हैं वह रेल के इंजन की तरह काम करते हैं गाड़ी चलती है इंजन से पवन पानी केबल से इसमें गाड़ी बताया गया है शरीर को इंजन आत्मा है और हवा पानी के बगैर यह शरीर नहीं चलेगा दुआ निकले हैं बेशुमार अग्नि आठों पहर जले शरीर के अंदर जठराग्नि हमेशा जलती रहती है आयुर्वेद के अनुसार पांच टिकट काट लिया 25 टिकट बनिया 5 टिकट काटने का मतलब पांच ज्ञानेंद्रियां पांचो की 5-5 उप इंद्रियां इसमें बैठे हैं बाबू 3 तीनों गुण
बडे गुरु ज्ञानी ने लिखा गाया महानतम ने आभार अत्यधिक
बाबा बिहारी जी गाते थे लेकिन वह बात नहीं है।
Dhanyawad
Raag pahadi?
Ha
Es dohe ka arth bataye bhopaji
Kaya manusy ka sarir h jisko rail k saman bataya h
बहुत अच्छा गाते हैं आप को बार-बार प्रणाम
Abhar
Jai shri😮 ram Sia ram
जय सियाराम
Awesome!
Thankyou
Verygood
Thanks
जय हो
जय जयकार आभार
राम
जय हो
You are handsome sir. I love you
Dhanywaad
grandmaster
Waw
Jay jay
,🎤👍🎥🎧⚖️
,🎤👍📞👔