अलाईमल देव मंदिर जौरासी || पमतोडी, डीडीहाट || Kumaoni Village || Pithoragarh || Uttarakhand || Vlog
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- Опубликовано: 15 сен 2024
- Hello RUclips fam,
Today we are exploring another temple अलाईमल देव मंदिर and Pamtodi
I love making vlogs for you to watch so let me know if you want more :)
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This is my village's Temple जय अलाइमल देवता
Jai ho 🙏🙏
जय हो ❤️🙏🏻🙏🏻
👍👍
Jay alaymal devta
Nice videos Jai ho
Nice...
Thankyou 😊
😊
🙏 🙏 🙏 🙏
view videography
1 NO.
Thankyou 😊
🙏🙏
अपने गांव की यादें ताजा कर दिया
जय हो मनमोहक इस मंदिर की छवि सुना है नाम कभी मौका मिलेगा तो जरूर आया जाएगा यहां❤️❤️❤️❣️🙏🙏🙏🙏🌹
😊
Very nice video yaden taji ho gyi
बहुत बढ़िया
Thankyou 😊
Thankyou 😊
Jai isht dev
Nice
Thankyou 😊
जै अलाईमल देवता की जै हो 🌸🌺❤❤🙏🙏
Nicr
😊
बहुत खुब 👌👌
Mere ganv kai paas hi hai mandir lakhti ganv kai paas. Jay isht dev🙏🏿
Jai Hoo 🙏....
Ur voice is so cute and sweet
☺️
Nice video but puja khtam ho gai word use nai krty puja achi hui boltay hai khtam word acha nai puja k liye 🙏 sorry bura laga ho to
Jai ho maaLik
This place name is balet
You so cute
पमतोड़ी तो अपना पोस्ट ऑफिस हुआ
👍👍👍👍👍👍
कई सालों बाद लगभग 20 साल बाद आज अलाइमल देवता के दर्शन किये
धन्यवाद मेहता जी
😊
आप कुमाऊनी बोली मे समवाद करें बहुत भहलू लागयू छ
Jai isht devta👍 nice vlog 💐
Thankyou 😊
🤩❣️
😍😍😍🙏🙏
✌✌❤
Bhaaaiii ji hume bhi le chalo kabhi! 😄
Aajao
जनत दिखा दी।❤️
😊
Deepu mama kya bol raha hai
जब आपलोग किसी मंदिर का वीडियो दिखाते है तो साथ में उस मंदिर का इतिहास भी बताये साथ में मंदिर की स्थापना किसने की एवं मंदिर की स्थापत्य कला के विषय में भी बताये मंदिर की निर्माण शैली भी बताये आप कुमाऊ के लोग जब मंदिर के विषय में बताते है तो केवल मंदिर के जगह , रस्ते और आस पास के क्षेत्र के विषय में ही बताते है
कुमाऊ क्षेत्र के लोग प्राचीन मंदिरो का संरक्षण नहीं करते है ये लोग प्राचीन मंदिरो का महत्त्व नहीं समझते है कुमाऊ क्षेत्र में लोगो ने प्राचीन मंदिरो को तोड़कर नए मंदिर बना दिए जिनके कोई स्थापत्य शैली नहीं है कुमाऊ के लोगो पर शाक्त संप्रदाय का काफी अधिक प्रभाव है जिस कारन यह लोग वैष्णव संप्रदाय शैव संप्रदाय का महत्त्व नहीं जानते। शाक्त संप्रदाय का प्रभाव अधिक होने के कारन कुमाऊ क्षेत्र में वैष्णव संप्रदाय शैव संप्रदाय पर व्यापक असर पड़ा है जिस कारन यहाँ के लोग जिस तरह से वैष्णव और शैव संप्रदाय के लोग पूजा पाठ करते है वैसे यह कुमाऊ क्षेत्र के लोग नहीं करते है कुमाऊ क्षेत्र के लोगो ने धार्मिकता के साथ तंत्र मन्त्र अन्धविश्वाश को जोड़ दिया है यहाँ पर लोग सात्विक भाव से जप करना तप करना यह सब नहीं करते बल्कि हर एक मंदिर में जाकर जागर लगाना डंगरिये बुलाना आदि कामो में लगे रहते है लोग शाक्त संप्रदाय के मंदिरो में निर्दोष पशुओ की बलि चढ़ाने में विश्वाश करते है