आप द्वारा की गई समीक्षा और मेरी प्रशंसा सुनकर जो आत्मतोष मिलता है उसका वर्णन कम से कम मेरे द्वारा संभव नहीं है। हृदय की अतल गहराइयों से मौन अभिवादन।।🙏🙏
बीती ताहि बिसार दे आगे की सुधि लेहि। अपने से छोटे जो नई पीढ़ी के हैं उनके लिए फॉरवर्ड करें यह भी एक बहुत बड़ा परोपकार होगा।। प्रशंसा के लिए हृदय से धन्यवाद।।
गुरुजी आपने सुदामा चरित पढ़ाया था,उसकी व्याख्या कर मेरा साक्षात्कार सफल रहा ।आपका कोटि कोटि धन्यवाद 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
आपकी सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएं।
वाह!जितना जतिल पद है उतने ही अधिक प्रासंगिक उद्धरणों के साथ आपने भी बहुत गहन व्याख्या प्रस्तुत किया है!अच्छा लगा!धन्यवाद!
आप द्वारा की गई समीक्षा और मेरी प्रशंसा सुनकर जो आत्मतोष मिलता है उसका वर्णन कम से कम मेरे द्वारा संभव नहीं है।
हृदय की अतल गहराइयों से मौन अभिवादन।।🙏🙏
सर आप ज्ञान के भण्डार है
आपका हार्दिक धन्यवाद प्रियवर।
अति उत्तम❤❤ बहुत ही अच्छा पढ़ाते हैं सर 🙏🙏
सराहना के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद। ❤️🙏❤️
सादर नमन
प्रणाम🎉
नमस्कार जी
सर नमस्ते
❤️🙏❤️
🙏🙏🙏🙏🙏
🙏❤️🙏
प्रणाम गुरु जी 🙏🏻🙏🏻🙏🏻 अगर हम लोग आप से इंटरमीडिएट में पढ़े होते तो और भी ज्यादा number पाए होते।
बीती ताहि बिसार दे आगे की सुधि लेहि।
अपने से छोटे जो नई पीढ़ी के हैं उनके लिए फॉरवर्ड करें यह भी एक बहुत बड़ा परोपकार होगा।।
प्रशंसा के लिए हृदय से धन्यवाद।।
@@RiddhiSiddhiPravah मैं अवश्य करूंगी 🙏🏻🙏🏻
🙏 नमस्कार सर 🙏
कृपया बताइए ’चक्रपाणिदर्शनार्थ ’ में कौन सा समास है?
अव्ययीभाव और बहुव्रीहि समझ में आ रहा है।
🙏🙏🙏🙏🙏
वाच्य और वाक्य pe new videos please sir
ठीक है।🙏❤️🙏
Sir kavyshatr Or grammar kai vedio jayda banaya kare sir
व्याकरण की बहुत सी वीडियो है।