जब परमात्मा एक है तो 5 नाम क्यों देते हैं? गुरु लोग || जानते हैं नितिन दास जी महाराज सत्संग

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  • Опубликовано: 14 окт 2024
  • जब परमात्मा एक है तो 5 नाम क्यों देते हैं? गुरु लोग || जानते हैं नितिन दास जी महाराज सत्संग#moolgyan#subscribe #kabirgyan#nitindassatsang #daskabir #santkabirdasvaani #kabirjayanti #tseriesbhaktisagar #debashishdasgupta #ramkahani #gurubanishabad #bandichod #parmatma #satnarayan #gitagyan #gitaupdesh#kabirjayanti #live

Комментарии • 47

  • @bhaveshkumarmarkande4422
    @bhaveshkumarmarkande4422 3 месяца назад +2

    वाह वाह सतगुरु सत्य कबीरा

  • @Sadow_vlogs
    @Sadow_vlogs 3 месяца назад +2

    Jai guru dev ji 🙏

  • @Ajjubhi0221
    @Ajjubhi0221 3 месяца назад +2

    Sahib bandgi satnam 🎉

  • @Love_Kumar1965
    @Love_Kumar1965 3 месяца назад +3

    🙏🙏🙏🙏

  • @Love_Kumar1965
    @Love_Kumar1965 3 месяца назад +3

    🙏🙏गजब है आपका सतसंग आज तक इतनी खुली वाणी भेद 🙏🧡

  • @AjaySingh-i7g
    @AjaySingh-i7g Месяц назад +1

    Satnam Sahib bandgi🎉🎉🎉🎉

  • @can8716
    @can8716 3 месяца назад +3

    Satnam saheb bandagi guru ji

  • @Moolgyansatsangkabirsahab
    @Moolgyansatsangkabirsahab 3 месяца назад +2

    Jai satnam

  • @vijay...23
    @vijay...23 3 месяца назад +4

    Sahib bandgi satnam ❤❤❤❤

  • @Ukc96
    @Ukc96 3 месяца назад +1

    🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹

  • @NEWMLMPLAN-j3q
    @NEWMLMPLAN-j3q 3 месяца назад +3

    Satnam ❤

  • @Ayushgaming-fi2ru
    @Ayushgaming-fi2ru 3 месяца назад +3

    Saheb bandagi saheb

  • @GangaRam-e8u1h
    @GangaRam-e8u1h 3 месяца назад +6

    Satsang vina vivak na hove Jai satguru Nitin Dass ji Maharaj

  • @ExcitedBlockGame-pp5ik
    @ExcitedBlockGame-pp5ik 2 месяца назад +1

    Aatam. Guru ki jay .

  • @NEWMLMPLAN-j3q
    @NEWMLMPLAN-j3q 3 месяца назад +4

    Satnam guru ji 🙏

  • @Vijay_pal_Singh734
    @Vijay_pal_Singh734 3 месяца назад

    यदि किसी ने अपने मां बाप से प्रेम किया हो तो पूछने की जरूरत नहीं। प्रभू भी तो हमारा मात पिता है।

  • @ramkeshmeenameena2552
    @ramkeshmeenameena2552 2 месяца назад

    गुरु जी कबीर साहेब जी का नाम भी तो 52 अक्षरों मे है

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  2 месяца назад

      Name to 52 me hi hoge to kya kabir kabir japne se parmatma mile ga

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  2 месяца назад

      Page 340
      रागु गउड़ी पूरबी बावन अखरी कबीर जीउ की
      ੴ सतिनामु करता पुरखु गुरप्रसादि ॥
      बावन अछर लोक त्रै सभु कछु इन ही माहि ॥ ए अखर खिरि जाहिगे ओइ अखर इन महि नाहि ॥१॥ kabir sahab hi bol rhe h ache se pdo or jano

  • @jodhaakbar926
    @jodhaakbar926 3 месяца назад +1

    Apki hogi hai baise mukhti 😂😂😂😂

  • @rameshdas1894
    @rameshdas1894 3 месяца назад

    जब कबीर सागर में लिखा है तो सत्य ही हे काल के लोक का लाभ लेने के लिए 5मंतर तो जरूरी है क्यो सत्य का विरोध कर रहे हो जब ज्ञान नही है तो चुप ही रहियो या फिर ज्ञान चर्चा karlo

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  3 месяца назад

      @@rameshdas1894 jo manter jaap kar rhe hai un mantro se gali ke ek kutte ko bga ke dekha kaal se kuch lena ya dena to dur ki baat hai, tum logo ko kabir sahab ki bani samj nhi aa rhi guru granth sahab ki bani smj aa rhi bas vo apradhi dekh rha hai

  • @tikuramram6036
    @tikuramram6036 3 месяца назад

    Sir doodh mein ghee hota hain to bina kisi parkriya ke nikal lo na. Ha himmat kya. Apni baat batao thik ha.kisi pe ungli kyon uthani kya isake bagair aapki garhi nahin chalti.

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  3 месяца назад

      Jo sach hai vhi bta rhe hai or ye logo se mang mang ke baba log khate hai samje hme youtube ki kami ki jarurt nhi ghr ke liye gyan ko samjo nhi samjna to pde rho agyan me

  • @jodhaakbar926
    @jodhaakbar926 3 месяца назад +1

    Apka guru apko guru drohi kyu bolta hai 😂😂😂😂😂

  • @satishgupta7238
    @satishgupta7238 3 месяца назад

    Kabir Sagar padh ke dekh lo Kyo 5 name dete h

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  3 месяца назад

      MAN MADE NAME HAI YE ,KABIR SHAB NE MANTER GYAN NHI, AATMGYAN DEA HAI VO, dekho jha se mile vo simran karna hai

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  3 месяца назад

      @@satishgupta7238 aap dekho bhai Parmatma ek hai or uska name bhi ek hi hai ,vo aadmi ke bnaye namo me nhi hai

    • @satishgupta7238
      @satishgupta7238 3 месяца назад

      @@Moolgyankabirsahab aatm gyan kab aur Kise diya kabir saheb ne

    • @satishgupta7238
      @satishgupta7238 3 месяца назад

      @@Moolgyankabirsahab kaha gye kuchh batao

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  3 месяца назад

      मैं तो तेरे पास में
      ना तीरथ में ना मूरत में
      ना एकान्त निवास में
      ना मंदिर में ना मस्जिद में
      ना काबे कैलास में
      मैं तो तेरे पास में बन्दे
      मैं तो तेरे पास में
      ना मैं जप में ना मैं तप में
      ना मैं बरत उपास में
      ना मैं किरिया करम में रहता
      नहीं जोग सन्यास में
      नहीं प्राण में नहीं पिंड में
      ना ब्रह्याण्ड आकाश में
      ना मैं प्रकृति प्रवार गुफा में
      नहीं स्वांसों की स्वांस में
      खोजि होए तुरत मिल जाऊं
      इक पल की तलाश में
      कहत कबीर सुनो भई साधो
      मैं तो हूं विश्वास में. Ye hi ped le bhai

  • @SurendraMayal
    @SurendraMayal 3 месяца назад

    मेरे से क्या चर्चाकर ले क्यों दुनिया को बेवकूफ बना रहे हो

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  3 месяца назад

      रागु गउड़ी पूरबी बावन अखरी कबीर जीउ की
      ੴ सतिनामु करता पुरखु गुरप्रसादि ॥
      बावन अछर लोक त्रै सभु कछु इन ही माहि ॥ ए अखर खिरि जाहिगे ओइ अखर इन महि नाहि ॥१॥
      पद्अर्थ: बावन = 52, बावन। अखरी = अक्षरों वाली। बावन अखरी = बावन अक्षरों वाली वाणी। अक्षर = अक्षर। लोक त्रै = तीन लोकों में, सारे जगत में (वरते जा रहे हैं)। सभु कछु = (जगत का) सारा वरतारा। इन ही माहि = इन (बावन अक्षरों) में ही। ए अखर = ये बावन अक्षर (जिस से जगत का वरतारा निभ रहा है)। खिरि जाहिगे = नाश हो जाएंगे। ओइ अखर = वह अक्षर (जो ‘अनुभव’ अवस्था बयान कर सकें, जो परमात्मा के मिलाप की अवस्था बता सकें)।1।
      अर्थ: बावन अक्षर (भाव, लिपियों के अक्षर) सारे जगत में (प्रयोग किए जा रहे हैं), जगत का सारा कामकाज इन (लिपियों के) अक्षरों से चल रहा है। पर ये अक्षर नाश हो जाएंगे (भाव, जैसे जगत नाशवान है, जगत में बरती जाने वाली हरेक चीज भी नाशवान है, और बोलियों, भाषाओं में बरते जाने वाले अक्षर भी नाशवान हैं)। अकाल-पुरख से मिलाप जिस शकल में अनुभव होता है, उसके बयान करने के लिए कोई अक्षर ऐसे नहीं हैं जो इन अक्षरों में आ सकें।1।
      भाव: जगत के मेल मिलाप के बरतारे को तो अक्षरों के माध्यम से बयान किया जा सकता है, पर अकाल पुरख का मिलाप वर्णन से परे है।
      जहा बोल तह अछर आवा ॥ जह अबोल तह मनु न रहावा ॥ बोल अबोल मधि है सोई ॥ जस ओहु है तस लखै न कोई ॥२॥
      पद्अर्थ: आवा = आते हैं, बरते जाते हैं। जहा बोल = जहाँ वचन हैं, जो अवस्था बयान की जा सकती है। तह = उस अवस्था में। अबोल = (अ+बोल) वह अवस्था जो बयान नहीं हो सकती। न रहावा = नहीं रहता, हस्ती मिट जाती है। मधि = में। सोई = वही अकाल पुरख। जस = जैसा। तस = तैसा। लखै = बयान करता है। ओहु = परमात्मा।2।
      अर्थ: जो वरतारा बयान किया जा सकता है, अक्षर (केवल) वहीं (ही) बरते जाते हैं; जो अवस्था बयान से परे है (भाव, जब अकाल-पुरख में लीनता होती है) वहाँ (बयान करने वाला) मन (खुद ही) नहीं रह जाता। जहाँ अक्षर प्रयोग किए जा सकते हैं (भाव, जो अवस्था बयान की जा सकती है) और जिस हालत का बयान नहीं हो सकता (भाव, परमात्मा में लीनता की अवस्था) - इन (दोनों) जगह परमात्मा खुद ही है और जैसा वह (परमात्मा) है वैसा (हू-ब-हू) कोई बयान नहीं कर सकता।2।

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  3 месяца назад

      Bta bani kya bol rhi hai

    • @Moolgyankabirsahab
      @Moolgyankabirsahab  3 месяца назад

      तंत्र मंत्र सब झूठ है, मत भरमो जग कोय । सार शब्द जाने बिना, कागा हँस ना होय । ye btao kon sa mantr bol rhe hai kabir sahab

  • @ParveenWellness
    @ParveenWellness 3 месяца назад +2

    Sahib bandgi satnam 🎉

  • @Bhaktimainshaktivjiay
    @Bhaktimainshaktivjiay 3 месяца назад +1

    Sahib bandgi satnam ❤

  • @pramodray6236
    @pramodray6236 3 месяца назад +5

    Saheb Bandagi satyam guru ji