Alexander | Chandragupta Maurya। Mauryan Empire News - In News I Drishti Ias

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 15 янв 2025

Комментарии • 1,6 тыс.

  • @anoopmaurya113
    @anoopmaurya113 2 года назад +218

    महान चक्रवर्ती क्षत्रिय सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की हमेशा जय हो🙏🙏

    • @ramnewajverma3685
      @ramnewajverma3685 2 года назад +1

      बौद्ध सम्राटों को क्षत्रिय नाम देकर ब्राह्मणों का मानसिक गुलाम बनाने की साज़िश है

    • @jayeshthakur1166
      @jayeshthakur1166 2 года назад +2

      Boudh

    • @aishwaryamauryatechnical8496
      @aishwaryamauryatechnical8496 2 года назад

      @@jayeshthakur1166 kshatriya and accepted jainism
      And ashoka became Buddhist

    • @pratyushambastha4819
      @pratyushambastha4819 2 года назад +1

      @@jayeshthakur1166 Kshatriya not baudha.

    • @themysteryofgod1070
      @themysteryofgod1070 2 года назад +1

      Unke saath sath Un mahan guru jisne chandragupta ko asli yoddha aur sabhi Kala o me nipurna kiya Un guru aacharya chanakya ko asesa aur ananta naman 😊😊🤗

  • @ThewarmWar
    @ThewarmWar 2 года назад +50

    जिसने दुनिया को जीता वह सिकंदर ,जिसने सिकंदर को भी जीता वह सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य👑🔥

  • @samratdastak24
    @samratdastak24 3 года назад +347

    ⚔️जय चन्द्रगुप्त⚔️
    ⚔️जय अशोक⚔️
    ⚔️जय मौर्य वंश⚔️

  • @ravimaurya4112
    @ravimaurya4112 2 года назад +164

    अखंड भारत के निर्माता सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य महान थे और महान रहेंगे।
    पूरे भारत को सोने की चिड़िया मौर्य साम्राज्य में ही कहा जाता था।

    • @aniketdwivedi8162
      @aniketdwivedi8162 2 года назад +9

      अखंड भारत के निर्माता सही हैं
      परंतु भारत को सोने की चिड़िया बनाने वाले राजा विक्रमादित्य थे

    • @mantuverma__1
      @mantuverma__1 2 года назад +1

      Bhai bharat ko sbs phle trade krna samrat ne suru krwaya

    • @aishwaryamauryatechnical8496
      @aishwaryamauryatechnical8496 Год назад

      Myth vikrama

  • @sudhanshusingh27
    @sudhanshusingh27 3 года назад +94

    अखण्ड भारत के पहले महान पराक्रमी योद्धा चंद्रगुप्त मौर्य
    जिन्होंने अरायबरत में भारत की पहचान दी

    • @asheeshmishra5392
      @asheeshmishra5392 2 года назад +4

      इस तरह क्या किस कोचिंग आजकल विदेशों को महान बताने में लगी हुई हैशिक्षकाचे गुप्त मौर्य लेकिन ज्यादातर महिमामंडनसिकंदर के बारे में कर रही है यह कैसे के टीचर है इन दोनों सावधानहिंदुओं

  • @dikshantsaini777
    @dikshantsaini777 3 года назад +899

    जो जीता वही चंद्रगुप्त मौर्य। ,,

    • @HimanshuKumar-th7ji
      @HimanshuKumar-th7ji 3 года назад +13

      Saini kon sa cast ka title hai

    • @sudhanshusingh27
      @sudhanshusingh27 3 года назад +80

      अखंड भारत के पहले महान पराक्रमी योद्धा चंद्रगुप्त मौर्य
      जी का नमन

    • @hanshsingh.bangel.2610
      @hanshsingh.bangel.2610 3 года назад +12

      @@HimanshuKumar-th7ji maurya ka. Hissa he

    • @tarakmehtameme1492
      @tarakmehtameme1492 3 года назад +5

      😂😂

    • @dharmendra629
      @dharmendra629 2 года назад +8

      @@Tube-zr4ij Manuvadi log Jativadi hota hai.

  • @adityapandey3123
    @adityapandey3123 3 года назад +372

    Jai ho Chandragupta greatest empire of history ❤️🙏

    • @samratmunnasingh6212
      @samratmunnasingh6212 2 года назад +4

      Thank you bro

    • @hariprasad6239
      @hariprasad6239 2 года назад

      rajkumari ki gandh wali baat niradhar aur arthheen hai.

    • @ujputtarakhandjantaparty
      @ujputtarakhandjantaparty 2 года назад +3

      Jai🙏🙏🙏

    • @deepakkushvanshi945
      @deepakkushvanshi945 2 года назад +3

      🙏🏻🙏🏻🙏🏻

    • @nileshkumarsingh3849
      @nileshkumarsingh3849 2 года назад

      @@samratmunnasingh6212 ffffffffff__ffffgfffffffffffgffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffff_fffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffffff

  • @abhishekshrivastava8802
    @abhishekshrivastava8802 2 года назад +28

    शिष्य वो कितना कर्मठ था, आँखे रातों तक सोई नही
    इतिहास मे अब भी अंकित है, सम्राट चंद्र सा कोई नही
    ~Abhishek Shrivastava

    • @asheeshmishra5392
      @asheeshmishra5392 2 года назад

      इस तरह क्या किस कोचिंग आजकल विदेशों को महान बताने में लगी हुई हैशिक्षकाचे गुप्त मौर्य लेकिन ज्यादातर महिमामंडनसिकंदर के बारे में कर रही है यह कैसे के टीचर है इन दोनों सावधानहिंदुओं

  • @कोइरीराममिलनमौर्यवंशी

    विश्व विजेता अखंड भारत निर्माता जय मौर्य वंश जय सम्राट अशोक मौर्य महान जय चन्द्रगुप्त मौर्य

  • @bjk9453
    @bjk9453 3 года назад +199

    चंद्रगुप्त महान 🙏🏻

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Год назад

      आदरणीय @bjk9453🙏!
      भारत में इतिहास एक बहुत ही चिंताजनक विषय है। जब भी कोई इतिहास पर भाषण देगा तो कई लोग उसे झूठा कहेंगे। स्थिति ऐसी क्यों है?
      स्वतंत्रता संग्राम काल में भारतीय हिन्दू धर्म को लेकर विभाजित थे। परम्परागत हिन्दू, हिन्दू धर्म के पक्षधर थे। महात्मा फुलेजी, डॉ. अम्बेडकरजी और पेरियारजी जैसे समाज सुधारक हिन्दू धर्म के विरोधी थे। वे हिन्दू धर्म को निम्न धर्म समझते थे। इसलिए उस काल की सत्तारूढ़ हिंदू पार्टी, कांग्रेस पार्टी ने नेहरूजी के नेतृत्व में हिंदू धर्म की स्थिति पर एक पवित्र समझौता अपनाया।
      और इसलिए उनकी सरकार में हिंदू धर्म के दो चरमपंथ शामिल थे.... वह हैं माननीय डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकरजी और माननीय शमाप्रसाद मुखर्जी (सावरकरजी के शिष्य और वर्तमान भाजपा के पिता) जबकि दोनों कांग्रेस पार्टी के सदस्य नहीं थे। उनकी अपनी राजनीतिक पार्टी थी. यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के सम्मान के तौर पर किया गया था.
      समय के साथ, चीजें गलत हो गई हैं।जिस व्यक्ति ने देश को एकता के सूत्र में पिरोया, वह अब गद्दार है।सावरकर को पाठ्यपुस्तक में शामिल करने और नेहरू को हटाने की हालिया घटना भी इसी हास्यास्पद प्रवृत्ति का हिस्सा है।
      मैं बुनियादी मुद्दे पर इस विरोधाभास को दूर करने के लिए एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए सबसे सही तरीका बता रहा हूं। इस विरोधाभास ने जाति या धर्म या राजनीतिक झुकाव के आधार पर इतिहास के विभिन्न संस्करणों को जन्म दिया है। ऐसा इतिहास बहुत गंभीर धार्मिक और जातिगत विवादों का कारण बन रहा है। इसने हमारे देश को मूर्ख राष्ट्र में बदल दिया है। हमें इतिहास पर एकमत होने की जरूरत है. इतनी बुनियादी बात हम सुलझा नहीं पाते और दावा करते हैं विश्वगुरु होने का. हकीकत तो यह है कि मूर्खता में हम विश्वगुरु हैं।
      मूलतः इतिहास एक शैक्षणिक विषय है। लेकिन भारत में यह एक राजनीतिक उपकरण बन गया है।इसे अकादमिक विषय बनाने के लिए हमें संघर्षों, विरोधाभासों का समाधान करना होगा।
      मैं इतिहास, जाति और धर्म से संबंधित विवादों को सुलझाने के लिए देशव्यापी चर्चा करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन करना शुरू कर दिया और अब सरकार के आशीर्वाद से मैं देशव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं।सरकारी सहयोग जरूरी है.
      मैं देश के हर नागरिक को इसमें शामिल करना चाहता हूं. मैंने आवश्यकताओं के अनुरूप चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल आबादी जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @SUNNYKUMAR-fr4nc
    @SUNNYKUMAR-fr4nc 2 года назад +27

    जय हों चंद्रगुप्त मौर्या

  • @IASaspirant374
    @IASaspirant374 3 года назад +89

    Am Maurya
    Am proud of you Aacharya chanakya and chandragupta maurya 🙏🙏🙏🙏🙏🙏

    • @IASaspirant374
      @IASaspirant374 2 года назад +5

      @Bikash Jha mujhe sbse jyada garv es bat ka h ki mai hindu hone se phle Hindustani hu🇮🇳

    • @redmiredmi5137
      @redmiredmi5137 2 года назад +2

      Bo chamara nahi the vah ek kshatriya the

    • @ss-nf4yk
      @ss-nf4yk 2 года назад

      @@redmiredmi5137 चमार बोल कौन रहा है बे तू हर जगह भौंक रहा है

  • @deepakkushvanshi945
    @deepakkushvanshi945 2 года назад +23

    जय हो क्षत्रिय सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य 🙏🏻

    • @bababanarasi1171
      @bababanarasi1171 2 года назад

      छत्रिय लगाना,,,,चन्द्रगुप्त महान के लिए छोटा शब्द है,,,,,छत्रिय हिन्दू लोगो का छोटा शब्द है

    • @lorentzknowledgepoints7190
      @lorentzknowledgepoints7190 2 года назад +1

      Beta wo shudra the

    • @Exploretheworld691
      @Exploretheworld691 Год назад +1

      Kisi ko bhi apna bap bana lete ho o mahapadmnand ka beta tha jiske maa ka name mura tha aur apne maa ke name par apna vans ko badhaya

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Год назад

      आदरणीय @deepakkushvanshi945🙏!
      भारत में इतिहास एक बहुत ही चिंताजनक विषय है। जब भी कोई इतिहास पर भाषण देगा तो कई लोग उसे झूठा कहेंगे। स्थिति ऐसी क्यों है?
      स्वतंत्रता संग्राम काल में भारतीय हिन्दू धर्म को लेकर विभाजित थे। परम्परागत हिन्दू, हिन्दू धर्म के पक्षधर थे। महात्मा फुलेजी, डॉ. अम्बेडकरजी और पेरियारजी जैसे समाज सुधारक हिन्दू धर्म के विरोधी थे। वे हिन्दू धर्म को निम्न धर्म समझते थे। इसलिए उस काल की सत्तारूढ़ हिंदू पार्टी, कांग्रेस पार्टी ने नेहरूजी के नेतृत्व में हिंदू धर्म की स्थिति पर एक पवित्र समझौता अपनाया।
      और इसलिए उनकी सरकार में हिंदू धर्म के दो चरमपंथ शामिल थे.... वह हैं माननीय डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकरजी और माननीय शमाप्रसाद मुखर्जी (सावरकरजी के शिष्य और वर्तमान भाजपा के पिता) जबकि दोनों कांग्रेस पार्टी के सदस्य नहीं थे। उनकी अपनी राजनीतिक पार्टी थी. यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के सम्मान के तौर पर किया गया था.
      समय के साथ, चीजें गलत हो गई हैं।जिस व्यक्ति ने देश को एकता के सूत्र में पिरोया, वह अब गद्दार है।सावरकर को पाठ्यपुस्तक में शामिल करने और नेहरू को हटाने की हालिया घटना भी इसी हास्यास्पद प्रवृत्ति का हिस्सा है।
      मैं बुनियादी मुद्दे पर इस विरोधाभास को दूर करने के लिए एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए सबसे सही तरीका बता रहा हूं। इस विरोधाभास ने जाति या धर्म या राजनीतिक झुकाव के आधार पर इतिहास के विभिन्न संस्करणों को जन्म दिया है। ऐसा इतिहास बहुत गंभीर धार्मिक और जातिगत विवादों का कारण बन रहा है। इसने हमारे देश को मूर्ख राष्ट्र में बदल दिया है। हमें इतिहास पर एकमत होने की जरूरत है. इतनी बुनियादी बात हम सुलझा नहीं पाते और दावा करते हैं विश्वगुरु होने का. हकीकत तो यह है कि मूर्खता में हम विश्वगुरु हैं।
      मूलतः इतिहास एक शैक्षणिक विषय है। लेकिन भारत में यह एक राजनीतिक उपकरण बन गया है।इसे अकादमिक विषय बनाने के लिए हमें संघर्षों, विरोधाभासों का समाधान करना होगा।
      मैं इतिहास, जाति और धर्म से संबंधित विवादों को सुलझाने के लिए देशव्यापी चर्चा करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन करना शुरू कर दिया और अब सरकार के आशीर्वाद से मैं देशव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं।सरकारी सहयोग जरूरी है.
      मैं देश के हर नागरिक को इसमें शामिल करना चाहता हूं. मैंने आवश्यकताओं के अनुरूप चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल आबादी जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @chandanjii3705
    @chandanjii3705 3 года назад +155

    Chandragupta Maurya the greatest emperor of the world

  • @knowledgeadda6392
    @knowledgeadda6392 3 года назад +10

    मौर्यवंशी सम्राट चंद्रगुप्त की जय हो

    • @redmiredmi5137
      @redmiredmi5137 2 года назад

      Tum to chamara baali baat karate ho bo ek kshatriya the

  • @samratashokmaurya2101
    @samratashokmaurya2101 3 года назад +65

    महान चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की जय हो 🙏🙏

    • @ujputtarakhandjantaparty
      @ujputtarakhandjantaparty 2 года назад

      Jai🙏🙏🙏

    • @mr.sunnyshorts
      @mr.sunnyshorts 2 года назад +1

      @@leftwingnetwork No
      Mahapdmanand Is First Chakraborty Samrat

    • @redmiredmi5137
      @redmiredmi5137 2 года назад

      Are chamara tu kshatriya ke land se peda he

    • @Exploretheworld691
      @Exploretheworld691 Год назад

      महपद्म्नन्द् के पुत्र चन्द्रगुप्त कि जय

  • @priyakunjsharanam
    @priyakunjsharanam 2 года назад +192

    क्षत्रिय समाज शिरोमणि....परम विजेता महान चन्द्रगुप्त मौर्य...अमर रहें🌅🇮🇳

    • @SunilKumar-gm6qf
      @SunilKumar-gm6qf 2 года назад +15

      क्या तुम्हारे घरोपे अशोक चक्र हैं.
      नही होगा.लेकीन हमारे घरो ओर गडियो पे.ओर हमारे गले मे भी अशोक चक्र पहणते हैं.जो शूद्र समाज हैं

    • @UtopianNerd
      @UtopianNerd 2 года назад +10

      @@SunilKumar-gm6qf shudr hone ka aur ashok chakra ka aapas me koi sambandh nhi 🙄🙄❗

    • @FITNES6269
      @FITNES6269 2 года назад +8

      जय राजपुताना 🙏🙏⚔️⚔️⚔️🚩🚩

    • @superindia4818
      @superindia4818 2 года назад

      चंद्रगुप्त मौर्य क्षत्रिय नही थे बे जातिवादी टट्टू

    • @superindia4818
      @superindia4818 2 года назад

      @@FITNES6269 चंद्रगुप्त मौर्य राजपूत नही थे बे जातिवादी टट्टू

  • @kuldeepranawat50
    @kuldeepranawat50 3 года назад +23

    बहरहाल 😁😁❤️❤️🙏वीडियो काफ़ी सूचना देने वाला था । Team drishti aise hi video bnate रहिएगा 🙏🙏❤️❤️

    • @ashishranjan5247
      @ashishranjan5247 3 года назад +2

      बहरहाल बहरहाल 😅😁😁

  • @satendrasen8696
    @satendrasen8696 2 года назад +31

    सिकंदर को धूल चटाने वाले महान शासक महान शूरवीर महाराज पोरस और महाराज चन्द्रगुप्त मौर्य को कोटि-कोटि नमन

    • @razaclasses3424
      @razaclasses3424 2 года назад

      Poras ne dhool chatayi ya chaati

    • @Lucifer_Morningstar144
      @Lucifer_Morningstar144 2 года назад

      @@razaclasses3424 isko pta nhi h bro 😂

    • @sbr5331
      @sbr5331 Год назад +1

      ​@@Lucifer_Morningstar144 तुमको ज्यादा पता है क्या। पोरस जीता था ।इतिहास विदेशियों ने लिखा और विदेशियों की ही जीत बताई और तुम लोग उसको सच मान लेते हो

    • @NikkiTumram
      @NikkiTumram Год назад

      Sikandar kabhi hara hi nhi hai bhai to usne jise bhi haraya h usi ko usne dhul chataya usne nhi ........ samjhe 😊😊

    • @akshugaming6971
      @akshugaming6971 9 месяцев назад +1

      ​@@razaclasses3424बस तेरे जैसे छपरी विदवानो की जरूरत है 😂😂😂😂

  • @gauravverma9442
    @gauravverma9442 2 года назад +80

    Chandra Gupta Maurya is the greatest emperor of Indian history 🙏

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Год назад

      आदरणीय Gaurav Vermaji🙏!
      भारत में इतिहास एक बहुत ही चिंताजनक विषय है। जब भी कोई इतिहास पर भाषण देगा तो कई लोग उसे झूठा कहेंगे। स्थिति ऐसी क्यों है?
      स्वतंत्रता संग्राम काल में भारतीय हिन्दू धर्म को लेकर विभाजित थे। परम्परागत हिन्दू, हिन्दू धर्म के पक्षधर थे। महात्मा फुलेजी, डॉ. अम्बेडकरजी और पेरियारजी जैसे समाज सुधारक हिन्दू धर्म के विरोधी थे। वे हिन्दू धर्म को निम्न धर्म समझते थे। इसलिए उस काल की सत्तारूढ़ हिंदू पार्टी, कांग्रेस पार्टी ने नेहरूजी के नेतृत्व में हिंदू धर्म की स्थिति पर एक पवित्र समझौता अपनाया।
      और इसलिए उनकी सरकार में हिंदू धर्म के दो चरमपंथ शामिल थे.... वह हैं माननीय डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकरजी और माननीय शमाप्रसाद मुखर्जी (सावरकरजी के शिष्य और वर्तमान भाजपा के पिता)
      समय के साथ, चीजें गलत हो गई हैं।जिस व्यक्ति ने देश को एकता के सूत्र में पिरोया, वह अब गद्दार है।सावरकर को पाठ्यपुस्तक में शामिल करने और नेहरू को हटाने की हालिया घटना भी इसी हास्यास्पद प्रवृत्ति का हिस्सा है।
      मैं बुनियादी मुद्दे पर इस विरोधाभास को दूर करने के लिए एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए सबसे सही तरीका बता रहा हूं। इस विरोधाभास ने जाति या धर्म या राजनीतिक झुकाव के आधार पर इतिहास के विभिन्न संस्करणों को जन्म दिया है। ऐसा इतिहास बहुत गंभीर धार्मिक और जातिगत विवादों का कारण बन रहा है। इसने हमारे देश को मूर्ख राष्ट्र में बदल दिया है। हमें इतिहास पर एकमत होने की जरूरत है. इतनी बुनियादी बात हम सुलझा नहीं पाते और दावा करते हैं विश्वगुरु होने का. हकीकत तो यह है कि मूर्खता में हम विश्वगुरु हैं।
      मूलतः इतिहास एक शैक्षणिक विषय है। लेकिन भारत में यह एक राजनीतिक उपकरण बन गया है।इसे अकादमिक विषय बनाने के लिए हमें संघर्षों, विरोधाभासों का समाधान करना होगा।
      मैं इतिहास, जाति और धर्म से संबंधित विवादों को सुलझाने के लिए देशव्यापी चर्चा करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन करना शुरू कर दिया और अब सरकार के आशीर्वाद से मैं देशव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं।सरकारी सहयोग जरूरी है.
      मैं देश के हर नागरिक को इसमें शामिल करना चाहता हूं. मैंने आवश्यकताओं के अनुरूप चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल आबादी जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @anoopmaurya7954
    @anoopmaurya7954 2 года назад +31

    जो जीता वह सिकन्दर और जिसने सिकन्दर को जीता वह थे " चंद्रगुप्त मौर्य"🌹🇮🇳🇮🇳

    • @kartikey018
      @kartikey018 2 года назад +2

      Chandragupta ne sikandar ko kab haraya bhai 😂

    • @vikasKumar-nf9ps
      @vikasKumar-nf9ps 2 года назад +3

      Sikandar ke time chandragupta paida v n huaa tha

    • @kartikey018
      @kartikey018 2 года назад

      @@vikasKumar-nf9ps tha bhai 15 20 ka tha yaar 😂😂

    • @redmiredmi5137
      @redmiredmi5137 2 года назад +1

      Bo chamara nahi the vah ek kshatriya the

    • @brijkant7928
      @brijkant7928 2 года назад +1

      Mor vansh ki laaj rakhne wale chandragupt Maurya

  • @aryanmaurya902
    @aryanmaurya902 3 года назад +223

    Ashoka Maurya was the Great Warrior 🙏

  • @randhirkushwaha1160
    @randhirkushwaha1160 3 года назад +12

    जय हो चंद्रगुप्त मौर्य

  • @Abinash.shakya563
    @Abinash.shakya563 3 года назад +162

    जिसने सिकंदर को जीता उसे चंद्रगुप्त मौर्य कहते है 😎😎😎😎

    • @kuruluskosim
      @kuruluskosim 3 года назад +2

      Jise chutiya kahte hai vo tu hai

    • @Mrinal-.
      @Mrinal-. 3 года назад +4

      @@kuruluskosim aur tujh jaiso ko namak haram

    • @krishanrathi9119
      @krishanrathi9119 2 года назад +12

      Sikander ke time per chandergupt maurya was a kid, kuch bhi maat fhenka karo.

    • @SudhirYadav-dp3og
      @SudhirYadav-dp3og 2 года назад +6

      Gajab ho isliye hi bolta hu ki history pdh liya kro

    • @CutItOut52
      @CutItOut52 2 года назад +4

      chandrgupt ke tym pe selucus tha greeks ka senapati

  • @sudhanshusingh27
    @sudhanshusingh27 3 года назад +43

    Upsc topper 2021
    Subham kushwaha
    अखण्ड भारत के पहले महान पराक्रमी योद्धा चंद्रगुप्त मौर्य साम्राज्य
    का नमन
    जय हिन्द
    जय जवान जाय किशन

  • @Target_police3116
    @Target_police3116 3 года назад +27

    चन्द्रगुप्त मौर्य की जय

  • @Haripriyapanigarhi
    @Haripriyapanigarhi 2 года назад +61

    Education is the best friend. An educated person is respected everywhere. Education beats the beauty and the youth...... Thanks dristi IAS...... 🥰🥰🥰🥰

    • @mayankmitwaytgamers5772
      @mayankmitwaytgamers5772 2 года назад +3

      Jai ashoka sambhrart

    • @MBAinagriculturestudentUPboy63
      @MBAinagriculturestudentUPboy63 2 года назад

      Right

    • @asheeshmishra5392
      @asheeshmishra5392 2 года назад

      इस तरह क्या किस कोचिंग आजकल विदेशों को महान बताने में लगी हुई हैशिक्षकाचे गुप्त मौर्य लेकिन ज्यादातर महिमामंडनसिकंदर के बारे में कर रही है यह कैसे के टीचर है इन दोनों सावधानहिंदुओं

    • @lifejourney1080
      @lifejourney1080 2 года назад

      Apna number dena chaga kiy

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Год назад

      आदरणीय Haripriyapanigrahiji🙏!
      भारत में इतिहास एक बहुत ही चिंताजनक विषय है। जब भी कोई इतिहास पर भाषण देगा तो कई लोग उसे झूठा कहेंगे। स्थिति ऐसी क्यों है?
      स्वतंत्रता संग्राम काल में भारतीय हिन्दू धर्म को लेकर विभाजित थे। परम्परागत हिन्दू, हिन्दू धर्म के पक्षधर थे। महात्मा फुलेजी, डॉ. अम्बेडकरजी और पेरियारजी जैसे समाज सुधारक हिन्दू धर्म के विरोधी थे। वे हिन्दू धर्म को निम्न धर्म समझते थे। इसलिए उस काल की सत्तारूढ़ हिंदू पार्टी, कांग्रेस पार्टी ने नेहरूजी के नेतृत्व में हिंदू धर्म की स्थिति पर एक पवित्र समझौता अपनाया।
      और इसलिए उनकी सरकार में हिंदू धर्म के दो चरमपंथ शामिल थे.... वह हैं माननीय डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकरजी और माननीय शमाप्रसाद मुखर्जी (सावरकरजी के शिष्य और वर्तमान भाजपा के पिता)
      समय के साथ, चीजें गलत हो गई हैं।जिस व्यक्ति ने देश को एकता के सूत्र में पिरोया, वह अब गद्दार है।सावरकर को पाठ्यपुस्तक में शामिल करने और नेहरू को हटाने की हालिया घटना भी इसी हास्यास्पद प्रवृत्ति का हिस्सा है।
      मैं बुनियादी मुद्दे पर इस विरोधाभास को दूर करने के लिए एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए सबसे सही तरीका बता रहा हूं। इस विरोधाभास ने जाति या धर्म या राजनीतिक झुकाव के आधार पर इतिहास के विभिन्न संस्करणों को जन्म दिया है। ऐसा इतिहास बहुत गंभीर धार्मिक और जातिगत विवादों का कारण बन रहा है। इसने हमारे देश को मूर्ख राष्ट्र में बदल दिया है। हमें इतिहास पर एकमत होने की जरूरत है. इतनी बुनियादी बात हम सुलझा नहीं पाते और दावा करते हैं विश्वगुरु होने का. हकीकत तो यह है कि मूर्खता में हम विश्वगुरु हैं।
      मूलतः इतिहास एक शैक्षणिक विषय है। लेकिन भारत में यह एक राजनीतिक उपकरण बन गया है।इसे अकादमिक विषय बनाने के लिए हमें संघर्षों, विरोधाभासों का समाधान करना होगा।
      मैं इतिहास, जाति और धर्म से संबंधित विवादों को सुलझाने के लिए देशव्यापी चर्चा करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन करना शुरू कर दिया और अब सरकार के आशीर्वाद से मैं देशव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं।सरकारी सहयोग जरूरी है.
      मैं देश के हर नागरिक को इसमें शामिल करना चाहता हूं. मैंने आवश्यकताओं के अनुरूप चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल आबादी जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @darkhorse0501
    @darkhorse0501 3 года назад +5

    मेरे हिसाब से दृष्टि टीम का आज तक का सबसे अच्छा प्रेजेंटटेंशन
    बेहतरीन

  • @anandmaurya7448
    @anandmaurya7448 3 года назад +16

    Jai Chandragupta Maurya ❤️

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Год назад

      आदरणीय @anandmaurya7448🙏!
      भारत में इतिहास एक बहुत ही चिंताजनक विषय है। जब भी कोई इतिहास पर भाषण देगा तो कई लोग उसे झूठा कहेंगे। स्थिति ऐसी क्यों है?
      स्वतंत्रता संग्राम काल में भारतीय हिन्दू धर्म को लेकर विभाजित थे। परम्परागत हिन्दू, हिन्दू धर्म के पक्षधर थे। महात्मा फुलेजी, डॉ. अम्बेडकरजी और पेरियारजी जैसे समाज सुधारक हिन्दू धर्म के विरोधी थे। वे हिन्दू धर्म को निम्न धर्म समझते थे। इसलिए उस काल की सत्तारूढ़ हिंदू पार्टी, कांग्रेस पार्टी ने नेहरूजी के नेतृत्व में हिंदू धर्म की स्थिति पर एक पवित्र समझौता अपनाया।
      और इसलिए उनकी सरकार में हिंदू धर्म के दो चरमपंथ शामिल थे.... वह हैं माननीय डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकरजी और माननीय शमाप्रसाद मुखर्जी (सावरकरजी के शिष्य और वर्तमान भाजपा के पिता) जबकि दोनों कांग्रेस पार्टी के सदस्य नहीं थे। उनकी अपनी राजनीतिक पार्टी थी. यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के सम्मान के तौर पर किया गया था.
      समय के साथ, चीजें गलत हो गई हैं।जिस व्यक्ति ने देश को एकता के सूत्र में पिरोया, वह अब गद्दार है।सावरकर को पाठ्यपुस्तक में शामिल करने और नेहरू को हटाने की हालिया घटना भी इसी हास्यास्पद प्रवृत्ति का हिस्सा है।
      मैं बुनियादी मुद्दे पर इस विरोधाभास को दूर करने के लिए एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए सबसे सही तरीका बता रहा हूं। इस विरोधाभास ने जाति या धर्म या राजनीतिक झुकाव के आधार पर इतिहास के विभिन्न संस्करणों को जन्म दिया है। ऐसा इतिहास बहुत गंभीर धार्मिक और जातिगत विवादों का कारण बन रहा है। इसने हमारे देश को मूर्ख राष्ट्र में बदल दिया है। हमें इतिहास पर एकमत होने की जरूरत है. इतनी बुनियादी बात हम सुलझा नहीं पाते और दावा करते हैं विश्वगुरु होने का. हकीकत तो यह है कि मूर्खता में हम विश्वगुरु हैं।
      मूलतः इतिहास एक शैक्षणिक विषय है। लेकिन भारत में यह एक राजनीतिक उपकरण बन गया है।इसे अकादमिक विषय बनाने के लिए हमें संघर्षों, विरोधाभासों का समाधान करना होगा।
      मैं इतिहास, जाति और धर्म से संबंधित विवादों को सुलझाने के लिए देशव्यापी चर्चा करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन करना शुरू कर दिया और अब सरकार के आशीर्वाद से मैं देशव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं।सरकारी सहयोग जरूरी है.
      मैं देश के हर नागरिक को इसमें शामिल करना चाहता हूं. मैंने आवश्यकताओं के अनुरूप चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल आबादी जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @pradyumnamaurya6221
    @pradyumnamaurya6221 3 года назад +247

    जय हो चंद्रगुप्त मौर्य।

  • @bharat7917
    @bharat7917 2 года назад +94

    The battle between Alexander & Porus was at best a stalemate considering that:
    1. Porus came out of it with more territory than before the war. Alexander's ally in the war, Ambhi (King of Taskhashila) ended up losing territory to Porus.
    2. Alexander himself barely came out alive out of the battle (was wounded), his horse was killed.
    3. Alexander's army got so traumatized that they refused to fight any further and he had to beat a retreat back to Babylon. After all, this was just a petty border chieftain who gave them the horrors at Hydaspes (Jhelum river). The real deal (Kingdom of Magadh) lay further ahead.

    • @DoNowOrNever2025
      @DoNowOrNever2025 2 года назад +3

      Bhai book bata do aisi detailed history ke liye ✌️

    • @futureborak
      @futureborak 2 года назад +4

      Puru decisively defeated Alexander

    • @AmanSingh-rt3pu
      @AmanSingh-rt3pu 2 года назад +2

      True

    • @Melodicwave0811
      @Melodicwave0811 2 года назад

      Apne se itihas na btao... Kitab me jo likha h wo btao aur kaunsi kitab me h ye bhi...

    • @AmanSingh-rt3pu
      @AmanSingh-rt3pu 2 года назад +5

      @@Melodicwave0811 wo to duniya jeetne nikla tha na to achnk hirdya Parivartan kaise ho gya!!!!

  • @dinanathsahani2563
    @dinanathsahani2563 3 года назад +33

    काफी अच्छा लगा आज कहानी सुन करके । इसके बिना लगता था कहानी सुनाने वाला कोई मशीन है। 🙏🙏

  • @guruSharma-qu4zj
    @guruSharma-qu4zj 2 года назад +6

    सिकंदर को धो दिया 💥
    🙏🙏🙏 जय चंद्रगुप्त मौर्य

  • @ManojMaurya-zh4ci
    @ManojMaurya-zh4ci 3 года назад +39

    Samrat chandragupt always mahan

  • @KoiranMusic-1m
    @KoiranMusic-1m 2 года назад +1

    ⚔⚔⚔⚔⚔⚔विश्वगुरु गोतम बुद्ध🚩🚩🚩🚩
    ⚔विश्वविजेता-चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान🚩
    ⚔अखंड भारत निर्माता-सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य🚩
    ⚔⚔⚔⚔⚔जय कुशवाहा समाज🚩🚩🚩🚩

  • @अजयकुमारकुशवाहा-ट4श

    महान व्याक्तित्व
    महान मौर्यन साम्राज्य।

  • @shashikantshakya2702
    @shashikantshakya2702 2 года назад +48

    हमें पढ़ाया कि जो जीता वहीं सिकंदर,,
    लेकिन हमें ये क्यों नहीं पढ़ाया कि जिसने सिकंदर को भी जीता वह चंद्रगुप्त मौर्य,, ⚔️⚔️
    ⚔️⚔️जय सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य ⚔️⚔️

    • @superstumble2052
      @superstumble2052 2 года назад +3

      Abey dhakkaan Kitab khol history ki usme likha hai tumne pada hi ni

    • @shashikantshakya2702
      @shashikantshakya2702 2 года назад +1

      @@superstumble2052 अबे चिरकुट तु हमें हमारा इतिहास मत बता,, तु अपनी देख,,,

    • @brijkant7928
      @brijkant7928 2 года назад +3

      Jo jeeta wo chandragupt Maurya tha

    • @kushwahaRahul8115
      @kushwahaRahul8115 2 года назад

      @@shashikantshakya2702 Jai ho

    • @Exploretheworld691
      @Exploretheworld691 Год назад +1

      महपद्म्नन्द् का पुत्र चन्द्रगुप्त था किसी को भी अपना बाप बना लेतो हो

  • @PrakashShrivastav41
    @PrakashShrivastav41 3 года назад +20

    भारत के महान योद्धा🙏🖤🇮🇳

  • @kushwahaRahul8115
    @kushwahaRahul8115 2 года назад +1

    महान सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की जय 🙏🙏

  • @ramvishalmaurya1414
    @ramvishalmaurya1414 3 года назад +51

    मौर्य काल स्वणिंमकाल था नमो बुद्धाय

    • @redmiredmi5137
      @redmiredmi5137 2 года назад +6

      Bodhaya ji ek kshatriya the chamara nahi the

    • @Exploretheworld691
      @Exploretheworld691 Год назад +1

      महपद्म्नन्द् के पुत्र चन्द्रगुप्त था

  • @deveshgupta9006
    @deveshgupta9006 2 года назад +22

    इतनी देर कहानी सुनाने से बाद भी आप कोई स्पष्ट कारण अभी भी नही बता पाए कि सिकंदर को महान को कहा गया
    और चंद्रगुप्त को क्यों नहीं।🤔🤔

    • @arjunchaudhary5139
      @arjunchaudhary5139 2 года назад +2

      Sikandar Mahan bahut se country ko win kiya and Chandragupta india se bahar kbhi nhi gya and Sikandar India aaya us waqt Chandragupta child tha

    • @deveshgupta9006
      @deveshgupta9006 2 года назад +3

      @@arjunchaudhary5139 सिर्फ जमीन के टुकड़ों को जीत लेने से भला कोई महान कैसे हो सकता हैं
      महानता क्या इतनी छोटी चीज है जो किसी की हैसियत से निर्धरित हो

    • @128_vishalmaurya3
      @128_vishalmaurya3 2 года назад

      @@deveshgupta9006I agree with you...

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Год назад

      आदरणीय @deveshgupta9006🙏!
      भारत में इतिहास एक बहुत ही चिंताजनक विषय है। जब भी कोई इतिहास पर भाषण देगा तो कई लोग उसे झूठा कहेंगे। स्थिति ऐसी क्यों है?
      स्वतंत्रता संग्राम काल में भारतीय हिन्दू धर्म को लेकर विभाजित थे। परम्परागत हिन्दू, हिन्दू धर्म के पक्षधर थे। महात्मा फुलेजी, डॉ. अम्बेडकरजी और पेरियारजी जैसे समाज सुधारक हिन्दू धर्म के विरोधी थे। वे हिन्दू धर्म को निम्न धर्म समझते थे। इसलिए उस काल की सत्तारूढ़ हिंदू पार्टी, कांग्रेस पार्टी ने नेहरूजी के नेतृत्व में हिंदू धर्म की स्थिति पर एक पवित्र समझौता अपनाया।
      और इसलिए उनकी सरकार में हिंदू धर्म के दो चरमपंथ शामिल थे.... वह हैं माननीय डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकरजी और माननीय शमाप्रसाद मुखर्जी (सावरकरजी के शिष्य और वर्तमान भाजपा के पिता) जबकि दोनों कांग्रेस पार्टी के सदस्य नहीं थे। उनकी अपनी राजनीतिक पार्टी थी. यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के सम्मान के तौर पर किया गया था.
      समय के साथ, चीजें गलत हो गई हैं।जिस व्यक्ति ने देश को एकता के सूत्र में पिरोया, वह अब गद्दार है।सावरकर को पाठ्यपुस्तक में शामिल करने और नेहरू को हटाने की हालिया घटना भी इसी हास्यास्पद प्रवृत्ति का हिस्सा है।
      मैं बुनियादी मुद्दे पर इस विरोधाभास को दूर करने के लिए एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए सबसे सही तरीका बता रहा हूं। इस विरोधाभास ने जाति या धर्म या राजनीतिक झुकाव के आधार पर इतिहास के विभिन्न संस्करणों को जन्म दिया है। ऐसा इतिहास बहुत गंभीर धार्मिक और जातिगत विवादों का कारण बन रहा है। इसने हमारे देश को मूर्ख राष्ट्र में बदल दिया है। हमें इतिहास पर एकमत होने की जरूरत है. इतनी बुनियादी बात हम सुलझा नहीं पाते और दावा करते हैं विश्वगुरु होने का. हकीकत तो यह है कि मूर्खता में हम विश्वगुरु हैं।
      मूलतः इतिहास एक शैक्षणिक विषय है। लेकिन भारत में यह एक राजनीतिक उपकरण बन गया है।इसे अकादमिक विषय बनाने के लिए हमें संघर्षों, विरोधाभासों का समाधान करना होगा।
      मैं इतिहास, जाति और धर्म से संबंधित विवादों को सुलझाने के लिए देशव्यापी चर्चा करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन करना शुरू कर दिया और अब सरकार के आशीर्वाद से मैं देशव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं।सरकारी सहयोग जरूरी है.
      मैं देश के हर नागरिक को इसमें शामिल करना चाहता हूं. मैंने आवश्यकताओं के अनुरूप चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल आबादी जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @ranjeet5431-j4t
    @ranjeet5431-j4t 3 года назад +56

    Maurya mahan 🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩

  • @ravindranath386
    @ravindranath386 Год назад +1

    जय सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य जी

  • @Khushpriti
    @Khushpriti 3 года назад +22

    Thanks Drishti IAS team 🙏🇮🇳

  • @kalyanivrinda949
    @kalyanivrinda949 2 года назад +3

    जो जीता वही पुरुषोत्तम जय महाराज पुरु भारत जयतु।

  • @abhitherock1066
    @abhitherock1066 3 года назад +138

    Thanks to Aachary Chanakaya for making Chandargupta Maurya a great king.

    • @asheeshmishra5392
      @asheeshmishra5392 2 года назад

      इस तरह क्या किस कोचिंग आजकल विदेशों को महान बताने में लगी हुई हैशिक्षकाचे गुप्त मौर्य लेकिन ज्यादातर महिमामंडनसिकंदर के बारे में कर रही है यह कैसे के टीचर है इन दोनों सावधानहिंदुओं

    • @shreya20231
      @shreya20231 2 года назад +1

      Acharya ne chandragupt maurya ki pratibha aur sahas ko pehchana jo unko kisi aur balak menhi mila unki shikha na bandhne ki pratigya dhananand dwara kiya gya archarya ka apmaan ka badla lene ke liye unko Chandragupta maurya ki avashyakata thi aur akhand bharat ki pratigya jo acharya ne li thi wo bina chandragupt ke puri nhi ho sakti thi

  • @priyankachoudhary1352
    @priyankachoudhary1352 2 года назад +4

    poras 🔥 maharaja purshottam ki jai ❤️

  • @satish_J
    @satish_J 3 года назад +117

    Drishti के In news प्रोग्राम मे पहले भावनात्मक पहलू की कमी नजर आती थी पर नील सर ने आकर उसको भी पूरा कर दिया....

  • @nirbhaypartapmaurya5622
    @nirbhaypartapmaurya5622 2 года назад +5

    Chandrgupt Maurya power full King 👑 tha

  • @Anuyadav555
    @Anuyadav555 3 года назад +18

    Thanks to drishti ias team ❤️❣️🙏🙏

  • @samrat_law_official
    @samrat_law_official 2 года назад +2

    जय हो अखंड भारत निर्माता सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य 🙏🙏🔥🔥
    विश्व विजेता सम्राट अशोक की जय 🙏🙏🔥विश्व गुरु शाक्यमुनि तथागत बुद्ध की जय 🙏
    जय हो हिंदुत्व 🔥🔥🙏🙏🔥🔥⚔⚔🗡⚔🚩🚩🚩

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Год назад

      आदरणीय @samrat_law_official🙏!
      भारत में इतिहास एक बहुत ही चिंताजनक विषय है। जब भी कोई इतिहास पर भाषण देगा तो कई लोग उसे झूठा कहेंगे। स्थिति ऐसी क्यों है?
      स्वतंत्रता संग्राम काल में भारतीय हिन्दू धर्म को लेकर विभाजित थे। परम्परागत हिन्दू, हिन्दू धर्म के पक्षधर थे। महात्मा फुलेजी, डॉ. अम्बेडकरजी और पेरियारजी जैसे समाज सुधारक हिन्दू धर्म के विरोधी थे। वे हिन्दू धर्म को निम्न धर्म समझते थे। इसलिए उस काल की सत्तारूढ़ हिंदू पार्टी, कांग्रेस पार्टी ने नेहरूजी के नेतृत्व में हिंदू धर्म की स्थिति पर एक पवित्र समझौता अपनाया।
      और इसलिए उनकी सरकार में हिंदू धर्म के दो चरमपंथ शामिल थे.... वह हैं माननीय डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकरजी और माननीय शमाप्रसाद मुखर्जी (सावरकरजी के शिष्य और वर्तमान भाजपा के पिता) जबकि दोनों कांग्रेस पार्टी के सदस्य नहीं थे। उनकी अपनी राजनीतिक पार्टी थी. यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के सम्मान के तौर पर किया गया था.
      समय के साथ, चीजें गलत हो गई हैं।जिस व्यक्ति ने देश को एकता के सूत्र में पिरोया, वह अब गद्दार है।सावरकर को पाठ्यपुस्तक में शामिल करने और नेहरू को हटाने की हालिया घटना भी इसी हास्यास्पद प्रवृत्ति का हिस्सा है।
      मैं बुनियादी मुद्दे पर इस विरोधाभास को दूर करने के लिए एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए सबसे सही तरीका बता रहा हूं। इस विरोधाभास ने जाति या धर्म या राजनीतिक झुकाव के आधार पर इतिहास के विभिन्न संस्करणों को जन्म दिया है। ऐसा इतिहास बहुत गंभीर धार्मिक और जातिगत विवादों का कारण बन रहा है। इसने हमारे देश को मूर्ख राष्ट्र में बदल दिया है। हमें इतिहास पर एकमत होने की जरूरत है. इतनी बुनियादी बात हम सुलझा नहीं पाते और दावा करते हैं विश्वगुरु होने का. हकीकत तो यह है कि मूर्खता में हम विश्वगुरु हैं।
      मूलतः इतिहास एक शैक्षणिक विषय है। लेकिन भारत में यह एक राजनीतिक उपकरण बन गया है।इसे अकादमिक विषय बनाने के लिए हमें संघर्षों, विरोधाभासों का समाधान करना होगा।
      मैं इतिहास, जाति और धर्म से संबंधित विवादों को सुलझाने के लिए देशव्यापी चर्चा करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन करना शुरू कर दिया और अब सरकार के आशीर्वाद से मैं देशव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं।सरकारी सहयोग जरूरी है.
      मैं देश के हर नागरिक को इसमें शामिल करना चाहता हूं. मैंने आवश्यकताओं के अनुरूप चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल आबादी जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @ashishkumarmaurya2508
    @ashishkumarmaurya2508 3 года назад +9

    Jay ho Chandragupta Maurya 😍😍😍

  • @pheminismisshit4571
    @pheminismisshit4571 2 года назад +2

    वोः चन्द्रगुप्त ही थे जिसने सिकंदर को तीर मारे थे 🙏💐

    • @A4KSHAT
      @A4KSHAT 2 года назад

      BHK BAKLOL INSAAN PORUS SE LADAI HUI THI USKE BAAD CHANDRA GUPT MAURYA AAYA THA

    • @pheminismisshit4571
      @pheminismisshit4571 2 года назад +1

      @@A4KSHAT yes pehle purshottum se ladai hui or sikander jeet gaya par uske baadh chandragupta se hui jisme woh har gaya 😁

    • @A4KSHAT
      @A4KSHAT 2 года назад

      @@pheminismisshit4571 EK DUM BEWAKOOF HO KYA PORUS SE LADNE KE BAAD WOH WAPIS CHALA GAYA THA KYUNKI USKI ARMY KOI HII NHI LADNA THA AUR USKE BAAD BABYLON ME WOH MAR GAYA . PORUS KE SATH KYA HUA KOI NHI JANTA HA KICH KHATE HA ALEXANDER JITA KUCH KAHTE HA PORUS JITA

  • @mouryacreationcraft
    @mouryacreationcraft 3 года назад +17

    Very very instristing class thank you sir 👏👏👏👏👏

  • @abhishekjharwal6073
    @abhishekjharwal6073 2 года назад +1

    बहरहाल मज़ा आ गया सर ☺️

  • @ganesh.151
    @ganesh.151 3 года назад +15

    Jo jita wahi chandragupta Maurya 🥰

  • @saininternationalfilms8497
    @saininternationalfilms8497 2 года назад +2

    Jai ho Nand Rajvansh ki 🙏

  • @shashikantshakya2702
    @shashikantshakya2702 2 года назад +13

    हमें पढ़ाया कि जो जीता वहीं सिकंदर,,
    लेकिन हमें ये क्यों नहीं पढ़ाया कि जिसने सिकंदर को भी जीता वह चंद्रगुप्त मौर्य,, ⚔️⚔️
    जो जीता वही चंद्रगुप्त मौर्य ⚔️💪💪
    ⚔️⚔️जय सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य ⚔️⚔️

    • @tsrmyteriousworld
      @tsrmyteriousworld 2 года назад

      Chandragupt Maurya ne sikandar ko Nahi haraya poras ne wapas lautaya

    • @Exploretheworld691
      @Exploretheworld691 Год назад

      कहा से पढ़ के आते हो

  • @Jazsvir
    @Jazsvir 2 года назад

    बहरहाल, ज्ञान मे बड़ोतरि हुई। धन्यवाद।

  • @shandilya_vr
    @shandilya_vr 3 года назад +4

    बहरहाल हमने ये बहरहाल चंद्रगुप्त और बहरहाल सिकंदर के बारे में बहुत ही बहरहाल तरीके से बहरहाल जाना,आपको कोटी कोटी नमन इस बहरहाल ज्ञान देने के लिए।
    बहरहाल आप ऐसे ही हमारा बहरहाल तरीके से मार्गदशन करते रहें 🙏

  • @prashantbaghel4152
    @prashantbaghel4152 2 года назад +1

    जय हो अजा पाल चंद्रगुप्त मौर्य fist King of भारत जय हो गड़रिया समाज के वंशज ❣️

  • @AkhileshFoundation
    @AkhileshFoundation 3 года назад +21

    Bahut sundar presentation dristi 👌❤️🎉💕

  • @Sachin-singh..
    @Sachin-singh.. 2 года назад +1

    जय चंद्रगुप्त मौर्य
    ⚔️⚔️🚩🚩🚩⚔️⚔️⚔️

  • @pallavikumari2897
    @pallavikumari2897 3 года назад +9

    More power to you team Drishti..............✌🏻

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Год назад

      आदरणीय @pallavikumari2897🙏!
      भारत में इतिहास एक बहुत ही चिंताजनक विषय है। जब भी कोई इतिहास पर भाषण देगा तो कई लोग उसे झूठा कहेंगे। स्थिति ऐसी क्यों है?
      स्वतंत्रता संग्राम काल में भारतीय हिन्दू धर्म को लेकर विभाजित थे। परम्परागत हिन्दू, हिन्दू धर्म के पक्षधर थे। महात्मा फुलेजी, डॉ. अम्बेडकरजी और पेरियारजी जैसे समाज सुधारक हिन्दू धर्म के विरोधी थे। वे हिन्दू धर्म को निम्न धर्म समझते थे। इसलिए उस काल की सत्तारूढ़ हिंदू पार्टी, कांग्रेस पार्टी ने नेहरूजी के नेतृत्व में हिंदू धर्म की स्थिति पर एक पवित्र समझौता अपनाया।
      और इसलिए उनकी सरकार में हिंदू धर्म के दो चरमपंथ शामिल थे.... वह हैं माननीय डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकरजी और माननीय शमाप्रसाद मुखर्जी (सावरकरजी के शिष्य और वर्तमान भाजपा के पिता) जबकि दोनों कांग्रेस पार्टी के सदस्य नहीं थे। उनकी अपनी राजनीतिक पार्टी थी. यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के सम्मान के तौर पर किया गया था.
      समय के साथ, चीजें गलत हो गई हैं।जिस व्यक्ति ने देश को एकता के सूत्र में पिरोया, वह अब गद्दार है।सावरकर को पाठ्यपुस्तक में शामिल करने और नेहरू को हटाने की हालिया घटना भी इसी हास्यास्पद प्रवृत्ति का हिस्सा है।
      मैं बुनियादी मुद्दे पर इस विरोधाभास को दूर करने के लिए एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए सबसे सही तरीका बता रहा हूं। इस विरोधाभास ने जाति या धर्म या राजनीतिक झुकाव के आधार पर इतिहास के विभिन्न संस्करणों को जन्म दिया है। ऐसा इतिहास बहुत गंभीर धार्मिक और जातिगत विवादों का कारण बन रहा है। इसने हमारे देश को मूर्ख राष्ट्र में बदल दिया है। हमें इतिहास पर एकमत होने की जरूरत है. इतनी बुनियादी बात हम सुलझा नहीं पाते और दावा करते हैं विश्वगुरु होने का. हकीकत तो यह है कि मूर्खता में हम विश्वगुरु हैं।
      मूलतः इतिहास एक शैक्षणिक विषय है। लेकिन भारत में यह एक राजनीतिक उपकरण बन गया है।इसे अकादमिक विषय बनाने के लिए हमें संघर्षों, विरोधाभासों का समाधान करना होगा।
      मैं इतिहास, जाति और धर्म से संबंधित विवादों को सुलझाने के लिए देशव्यापी चर्चा करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन करना शुरू कर दिया और अब सरकार के आशीर्वाद से मैं देशव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं।सरकारी सहयोग जरूरी है.
      मैं देश के हर नागरिक को इसमें शामिल करना चाहता हूं. मैंने आवश्यकताओं के अनुरूप चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल आबादी जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @shubhamtripathi2103
    @shubhamtripathi2103 2 года назад +1

    जो जीता वही चंद्रगुप्त मौर्य

  • @anjukhindwal6100
    @anjukhindwal6100 3 года назад +38

    A very thanks sir for this amazing presentation with story...

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 Год назад

      आदरणीय @anujkhindwal6100🙏!
      भारत में इतिहास एक बहुत ही चिंताजनक विषय है। जब भी कोई इतिहास पर भाषण देगा तो कई लोग उसे झूठा कहेंगे। स्थिति ऐसी क्यों है?
      स्वतंत्रता संग्राम काल में भारतीय हिन्दू धर्म को लेकर विभाजित थे। परम्परागत हिन्दू, हिन्दू धर्म के पक्षधर थे। महात्मा फुलेजी, डॉ. अम्बेडकरजी और पेरियारजी जैसे समाज सुधारक हिन्दू धर्म के विरोधी थे। वे हिन्दू धर्म को निम्न धर्म समझते थे। इसलिए उस काल की सत्तारूढ़ हिंदू पार्टी, कांग्रेस पार्टी ने नेहरूजी के नेतृत्व में हिंदू धर्म की स्थिति पर एक पवित्र समझौता अपनाया।
      और इसलिए उनकी सरकार में हिंदू धर्म के दो चरमपंथ शामिल थे.... वह हैं माननीय डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकरजी और माननीय शमाप्रसाद मुखर्जी (सावरकरजी के शिष्य और वर्तमान भाजपा के पिता) जबकि दोनों कांग्रेस पार्टी के सदस्य नहीं थे। उनकी अपनी राजनीतिक पार्टी थी. यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के सम्मान के तौर पर किया गया था.
      समय के साथ, चीजें गलत हो गई हैं।जिस व्यक्ति ने देश को एकता के सूत्र में पिरोया, वह अब गद्दार है।सावरकर को पाठ्यपुस्तक में शामिल करने और नेहरू को हटाने की हालिया घटना भी इसी हास्यास्पद प्रवृत्ति का हिस्सा है।
      मैं बुनियादी मुद्दे पर इस विरोधाभास को दूर करने के लिए एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए सबसे सही तरीका बता रहा हूं। इस विरोधाभास ने जाति या धर्म या राजनीतिक झुकाव के आधार पर इतिहास के विभिन्न संस्करणों को जन्म दिया है। ऐसा इतिहास बहुत गंभीर धार्मिक और जातिगत विवादों का कारण बन रहा है। इसने हमारे देश को मूर्ख राष्ट्र में बदल दिया है। हमें इतिहास पर एकमत होने की जरूरत है. इतनी बुनियादी बात हम सुलझा नहीं पाते और दावा करते हैं विश्वगुरु होने का. हकीकत तो यह है कि मूर्खता में हम विश्वगुरु हैं।
      मूलतः इतिहास एक शैक्षणिक विषय है। लेकिन भारत में यह एक राजनीतिक उपकरण बन गया है।इसे अकादमिक विषय बनाने के लिए हमें संघर्षों, विरोधाभासों का समाधान करना होगा।
      मैं इतिहास, जाति और धर्म से संबंधित विवादों को सुलझाने के लिए देशव्यापी चर्चा करना चाहता हूं और मैंने मई 2022 तक सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। मैंने 2012 में अपनी नौकरी छोड़ दी और इन विषयों का अध्ययन करना शुरू कर दिया और अब सरकार के आशीर्वाद से मैं देशव्यापी चर्चा करने की स्थिति में हूं।सरकारी सहयोग जरूरी है.
      मैं देश के हर नागरिक को इसमें शामिल करना चाहता हूं. मैंने आवश्यकताओं के अनुरूप चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल आबादी जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @FACTYMAN
    @FACTYMAN 3 года назад +1

    Itihas me meri Ruchi kabhi bhi nahi rahi per is video k bad sunnna or samjhna accha lag raha he... Thanks a lot Drishti IAS🙏🙏🙏🙏🙏🙏😊💓

  • @samrat_law_official
    @samrat_law_official 3 года назад +4

    Jai Ho mauryavanshi samrat Ashok 🙏🙏🙏

  • @dharamekprerna219
    @dharamekprerna219 2 года назад +1

    चंद्रगुप्त मौर्य से पहले पोरस के बारे में बताना चाहिए,
    मेरी नजर में वो चंद्रगुप्त मौर्य से भी महान हैं🥰

  • @sidhsingh2895
    @sidhsingh2895 3 года назад +8

    Aapka padhane ka style or specially aapka awaz bahut hi saandar hai sir🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️❤️❤️

  • @jyotimishra5967
    @jyotimishra5967 2 года назад +1

    thank you for drishti IAS teem good morning sir 🙏🙏🙏🙏

  • @RahulMaurya-tj9cj
    @RahulMaurya-tj9cj 3 года назад +10

    Jai Chandra gupt mourya

  • @mylovenature
    @mylovenature 2 года назад

    *Thank Team Drishti*

  • @hunnyfunnymoney
    @hunnyfunnymoney 3 года назад +12

    A million thanks to you!

  • @khushboomalviya8792
    @khushboomalviya8792 2 года назад

    Ty drishti team 🙏🏻🙏🏻🙏🏻

  • @prasoonpandey1949
    @prasoonpandey1949 3 года назад +75

    सरलता और भाषा का अद्भुत संयोजन नील सर ✌🏻❤️😘

  • @neerajrana9165
    @neerajrana9165 3 года назад +11

    Chandragupt maurya best

  • @Alexanderdj90
    @Alexanderdj90 3 года назад +6

    Thanks drishti team ❣️❣️❣️

  • @anuragchoudhary5848
    @anuragchoudhary5848 Год назад

    तर्क संगत विश्लेषण के लिए धन्यवाद आपका।

  • @Alok_kumar_yadav
    @Alok_kumar_yadav 3 года назад +5

    Thanks 🙏 team drishti ...

  • @Jitendramauryashayri322
    @Jitendramauryashayri322 2 года назад +1

    ⚔️जय सम्राट अशोक महान मौर्य ⚔️🚩
    🚩⚔️जय सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य ⚔️🚩
    🚩 जय श्री राम 🚩⚔️जय श्री कुश🚩
    ⚔️🚩जय राजा शूरसेन सैनी⚔️🚩
    ⚔️🚩जय ज्योतिबा फुले ⚔️🚩
    ⚔️🚩जय सावित्रीबाई फुले ⚔️ए🚩
    ⚔️🚩जय भगवान गौतमबुद्ध ⚔️🚩
    मौर्य, कुशवाहा,शाक्य , सैनी,रेड्डी, महतो, गहलोत हम सब भाई भाई सपोर्ट करो

  • @ashi66932
    @ashi66932 3 года назад +6

    Thanks sir

  • @rahulkumarmaurya4488
    @rahulkumarmaurya4488 Год назад

    Thanks to dristi IAS
    Chandrgupt Maurya 🙏❣️

  • @ruchi...6200
    @ruchi...6200 3 года назад +5

    Thanks team dristi ☺️🙏💙

  • @tourismhumanity
    @tourismhumanity 3 года назад +1

    बहुत सुन्दर प्रस्तुति ।

  • @bhimmaurya1550
    @bhimmaurya1550 2 года назад +6

    Chandragupt Maurya 💪💪

  • @AmrendraKumar-ni7qr
    @AmrendraKumar-ni7qr 2 года назад +1

    Thank You
    Team Drishti
    &
    Vikash Sir
    🙏

  • @singhshivani4243
    @singhshivani4243 3 года назад +22

    Thank you so much sir and team drishti
    Nice session 🙏🙏

  • @amankumar0738
    @amankumar0738 2 года назад +1

    A heart from drishti IAS

  • @nandinimishra585
    @nandinimishra585 3 года назад +6

    Thanks to Drishti IAS team 👌👌

  • @ashokaeducatious8798
    @ashokaeducatious8798 2 года назад

    Team Dristi को बहुत बहुत धन्यवाद 🌹

  • @Nishaparkar9795
    @Nishaparkar9795 3 года назад +10

    I watched both in English and Hindi.this one is more understandable .

  • @vicky6178
    @vicky6178 2 года назад +1

    Apne to sab kuchh bata diya shandaar

  • @taruchhayaupadhyay5318
    @taruchhayaupadhyay5318 3 года назад +8

    Thankyou very much NÊÊL sir 🙏🏼🙏🏼

  • @priyanshutiwari1883
    @priyanshutiwari1883 2 года назад

    Bahut achchhe se samjhaya aapne🙏
    Baharhaal ye kafi interesting laga🙌

  • @supriyavyas6899
    @supriyavyas6899 3 года назад +4

    धन्यवाद सर 🙏

  • @shakyaji1493
    @shakyaji1493 2 года назад +2

    जय चंद्रगुप्त मौर्य
    जय अशोका

  • @sumanmaurya9538
    @sumanmaurya9538 3 года назад +5

    Thank you sir.

  • @meta-men
    @meta-men Год назад

    बहरहाल मुझे "बहरहाल" शब्द अच्छे से याद हो गया धन्यवाद

  • @ranisharma4049
    @ranisharma4049 3 года назад +7

    superb & amazing gain knowledge thankyou all dirshti teachers and sir