समाधि : यशोमय जीवन की साधना

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  • Опубликовано: 15 дек 2024

Комментарии • 17

  • @sanatani49
    @sanatani49 12 часов назад +1

    🙏🙏

  • @satyaprakashjaiswal2253
    @satyaprakashjaiswal2253 12 часов назад

    आप ने समाधि कि के बारे मे सुंदर व्याख्या की है.l 👌🙏

  • @abhimanyutiwari8884
    @abhimanyutiwari8884 2 дня назад +1

    *द्विवेदी जी,समाधि:यशोमय जीवन की साधना*
    को सुनकर बहुत अच्छा लगा *बस इतना ही लिखा जा सकता है कि* इसपर किसी प्रकार की टिप्पणी करना मेरे बस की बात नहीं💐🙏🏽

    • @amoksha26
      @amoksha26  2 дня назад

      धन्यवाद सर!यह आपका मेरे प्रति सम्मान है।

  • @AkankshaDwivedi-ov1or
    @AkankshaDwivedi-ov1or День назад +2

    अति सुंदर प्रस्तुति आदरणीय

    • @amoksha26
      @amoksha26  23 часа назад

      शुभकामनाएं।

  • @raghunandanjha619
    @raghunandanjha619 2 дня назад +1

    आपने गीता के व्यवहारिक पक्ष को सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया है.

    • @amoksha26
      @amoksha26  2 дня назад

      धन्यवाद बन्धु!

  • @paritiwari3892
    @paritiwari3892 День назад +1

    Jai ho

    • @amoksha26
      @amoksha26  23 часа назад

      धन्यवाद,

  • @MamtaChaubey-i3m
    @MamtaChaubey-i3m 20 часов назад +1

    Sunder

    • @amoksha26
      @amoksha26  17 часов назад

      @@MamtaChaubey-i3m धन्यवाद।

  • @amoksha26
    @amoksha26  2 дня назад

    आदरणीय कठेरिया जी ने बहुत ही सुन्दर ढंग से जिज्ञासा की है कि यदि यह समझा जाए कि धारित शरीर के पतन के पूर्व यदि शरीर तैयार हो जाती है तो विश्व भर मानवों की संख्या वर्षानुवर्ष बढ़ रही है ,इसे कैसे समझा जाए?
    सनातन चिन्तन में समझा जाता है कि जीव अपने कर्मों के परिणाम भुगतने हेतु शरीर प्राप्त करता है ऐसी स्थिति में यह संभव है कि कीड़े-मकोड़े का शरीर धारी भी मानव शरीर धारी हो सकता है और मानव शरीर धारी भी कीड़े मकोड़े का शरीर धारी हो सकता है।
    ऐसी स्थिति में जब मानव संख्या बढ़ रही है तो जंगल कम हो रहे हैं ढेर सारे अन्य शरीरधारी मानव शरीर धारी हो रहे हैं तो अन्य शरीरधारियों की संख्या घट रही है।
    मेरी व्याख्या तो देही शब्द की व्याख्या पर आधारित है।

  • @Vaf23230
    @Vaf23230 20 часов назад +1

    व्यक्ति अनुभवों से सीखता है और जब वह पुरानी गलतियों से सीख नहीं लेगा तब वह सही निर्णय नहीं ले सकेगा।

    • @amoksha26
      @amoksha26  17 часов назад

      @@Vaf23230 धन्यवाद, बहुत ही सारगर्भित टिप्पणी।

  • @kusumdwivedi531
    @kusumdwivedi531 13 часов назад

    जब कोई आत्महत्या करता है तो वह भी तो उस समय बिना किसी विकल्प के रह जाता है। क्या ऐसा आदमी समाधिस्थ होता है?