जहां पानी कमी है वह किसान एक काम करें अपनी 20 एकड़ जमीन का 2 एकड़ में पानी स्टोर करने की डिक्की बना लो और बारिश का जितना भी पानी 20 एकड़ में होता है वह 95% पानी स्टॉक कर लो और फिर उसे पानी से बागवानी की फैसले पैदा करो👉 अनार 👉अमरूद 👉संतरे 👉थार शोभा खेजड़ी यह पैदा करो
मैं आचार्य जी की कही बातों में से कही बातों से सहमत नहीं हूं। आचार्य जी पुराने समय की बातें कर रहे हैं कि उस समय हमारे खेतों में जैविक कार्बन की मात्रा बहुत बढ़िया थी लेकिन आचार्य जी इन बातों पर ध्यान दें कि प्रकृति का भी गिव एंड टेक वाला फार्मूला है उस समय हम जमीन से पैदा ही नहीं रहे थे यानी कि उसे समय बरसात पर आधारित खेती होने की वजह से 3/3,4/4 साल में एक ही बार फसल ले पाते थे और अब 1 साल में दो दो तीन तीन फैसले ले लेते हैं तो जमीन को उसी मात्रा में कार्बनिक मैटर की जरूरत पड़ेगी। ऐसे ही और भी बहुत सी बातें हैं जिन में समय के अनुसार बदलाव हुआ है। सारा देश यदि एक साथ प्राकृतिक खेती पर आ जाए तो दोबारा से भूखे मरने की नौबत आ सकती है।
प्राकृतिक खेती को धीरे-धीरे अपनाना चाहिए ताकि जमीन को ठीक से पुनर्जीवित किया जा सके। पारंपरिक और आधुनिक तकनीकों का संतुलित उपयोग करके स्थिरता बनाई जा सकती है।
सब कुछ संभव है बस दृढ इच्छा शक्ति जरूरी है 🙏 बातें जादा और काम कम हो रहा है। जब तक गौमाता का संरक्षण संवर्धन नहीं होगा और गौहत्या बंद नहीं होंगी तब तक कुछ भी नहीं हो सकेगा।
प्राकृतिक खेती के लिए अच्छे कदम: 1. जैविक खाद का उपयोग करें। 2. वर्षा जल संचयन करें। 3. फसल चक्र अपनाएं। 4. प्राकृतिक कीटनाशक का उपयोग करें। 5. जैव विविधता बढ़ाएं। इनसे लागत कम होगी और पर्यावरण को लाभ मिलेगा।
प्राकृतिक खेती में थ्रिप्स को नियंत्रित करने के लिए: 1. नीम का तेल - छिड़काव करें। 2. वर्मी कंपोस्ट - मिट्टी की सेहत सुधारें। 3. पौधों की सफाई - प्रभावित हिस्से हटाएं। 4. घनी रोपाई से बचें - हवा का संचार बेहतर करें। इन उपायों से थ्रिप्स की समस्या कम की जा सकती है।
घनश्याम जी मैं आपके शो की प्रशंसक हूँ...शो बहुत अच्छा है...डीडी किसान सराहनीय काम कर रहे हैं आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks DD kisan हमारे गांव पज्यानु की लीना शर्मा और ग्रुप की महिलाओ को टीवी स्क्रीन पर दिखाने के लिए
Kisanon ke liye Krishi Chaupal bahut badhiya program hai
Organic farming should be implemented throughout the country
जहां पानी कमी है वह किसान एक काम करें अपनी 20 एकड़ जमीन का 2 एकड़ में पानी स्टोर करने की डिक्की बना लो और बारिश का जितना भी पानी 20 एकड़ में होता है वह 95% पानी स्टॉक कर लो और फिर उसे पानी से बागवानी की फैसले पैदा करो👉 अनार 👉अमरूद 👉संतरे 👉थार शोभा खेजड़ी यह पैदा करो
मैं आचार्य जी की कही बातों में से कही बातों से सहमत नहीं हूं। आचार्य जी पुराने समय की बातें कर रहे हैं कि उस समय हमारे खेतों में जैविक कार्बन की मात्रा बहुत बढ़िया थी लेकिन आचार्य जी इन बातों पर ध्यान दें कि प्रकृति का भी गिव एंड टेक वाला फार्मूला है उस समय हम जमीन से पैदा ही नहीं रहे थे यानी कि उसे समय बरसात पर आधारित खेती होने की वजह से 3/3,4/4 साल में एक ही बार फसल ले पाते थे और अब 1 साल में दो दो तीन तीन फैसले ले लेते हैं तो जमीन को उसी मात्रा में कार्बनिक मैटर की जरूरत पड़ेगी।
ऐसे ही और भी बहुत सी बातें हैं जिन में समय के अनुसार बदलाव हुआ है। सारा देश यदि एक साथ प्राकृतिक खेती पर आ जाए तो दोबारा से भूखे मरने की नौबत आ सकती है।
प्राकृतिक खेती को धीरे-धीरे अपनाना चाहिए ताकि जमीन को ठीक से पुनर्जीवित किया जा सके। पारंपरिक और आधुनिक तकनीकों का संतुलित उपयोग करके स्थिरता बनाई जा सकती है।
Well done DD kisan team it's a good programme
Great show DD kisan
Great Program 👍😊
सब कुछ संभव है बस दृढ इच्छा शक्ति जरूरी है 🙏 बातें जादा और काम कम हो रहा है। जब तक गौमाता का संरक्षण संवर्धन नहीं होगा और गौहत्या बंद नहीं होंगी तब तक कुछ भी नहीं हो सकेगा।
🔥🔥🔥🔥
Very informative😊
Nice topic❤
Prakratik kheti ke liye achchha kadam uathhana chahiye
प्राकृतिक खेती के लिए अच्छे कदम:
1. जैविक खाद का उपयोग करें।
2. वर्षा जल संचयन करें।
3. फसल चक्र अपनाएं।
4. प्राकृतिक कीटनाशक का उपयोग करें।
5. जैव विविधता बढ़ाएं।
इनसे लागत कम होगी और पर्यावरण को लाभ मिलेगा।
Good program
❤🎉
Lahsun pyaj me thrips ek badi samasya he kripya prakash dale
प्राकृतिक खेती में थ्रिप्स को नियंत्रित करने के लिए:
1. नीम का तेल - छिड़काव करें।
2. वर्मी कंपोस्ट - मिट्टी की सेहत सुधारें।
3. पौधों की सफाई - प्रभावित हिस्से हटाएं।
4. घनी रोपाई से बचें - हवा का संचार बेहतर करें।
इन उपायों से थ्रिप्स की समस्या कम की जा सकती है।
प्राकृतिक खेती पर राजस्थान सरकार की क्या स्कीम है कृप्या च
करके बतायें
आप अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) या ब्लॉक कृषि अधिकारी से भी संपर्क कर सकते हैं।
क्या उत्तर प्रदेश में पृकृतिक खेती से संबंधित कोई योजना है मैं उत्तर प्रदेश के सीतपुर से हू किससे संपर्क करें कृपया समुचित जबाब दे
KVK सीतापुर में पता करें