Sahaj yoga realisation programme se kundalini asani se jagruti Hoti hai atmasakshtkar hota hai dono hathon se thandi hava nikalti hai hum nirvichar ho jate hai shiv tatw ki prapti hoti hai 🎉
Ashtavakra teaches King Janaka about his true nature as a conscious soul, distinct from the physical body made of five elements. He explains that self-realization requires recognizing oneself as the witness of the material world. Detachment from the body and resting in pure consciousness leads to immediate peace and liberation. Ashtavakra emphasizes that self-knowledge alone is insufficient without complete detachment from the body. He contrasts his teachings with traditional yoga practices, advocating for direct realization of the self. The soul, inherently free from societal constructs and actions, achieves liberation through self-knowledge, transcending desires and the illusions of the mind.
नमस्ते महात्मा जी आपने जो कुछ भी अच्छा वक्र के गीत के बारे में बताया वह 100%सही है उसमें की हर एक बात सही है लेकिन आपने क्या परमात्मा को देखा है इस वीडियो में अपने निरंकार परमात्मा के बारे में बताया तो क्या आपने निरंकार परमात्मा को देखा है आपका जवाब होगा नहीं नहीं देखा है लेकिन मैंने देखा है निरंकार परमात्मा को जो हर जगह हर किसी में मौजूद है इन्हें देखकर हम कह सकते हैं कि हम सब की आत्मा एक है परमात्मा को देखकर भक्ति करिए फिर भक्ति करने में आनंद आएगा क्या आपकी इच्छा नहीं है निरंकार परमात्मा का दर्शन करने की अगर आप निरंकार परमात्मा को देखना चाहते हैं तो निरंकारी मिशन में जाइए धन्यवाद जी
आपका कहना है निराकार परमात्मा को आपने देखा है। लेकिन उस निराकार परमात्मा का कहना है कि आप इन आंखों के द्वारा मुझे नहीं देख सकते। उस निराकार को देखने के लिए हमें निराकार आंख चाहिए। और वह आंख में जीवंत गुरु के द्वारा मिलती है। क्योंकि जिसके पास वह निराकार आंख है वहीं दूसरे को आंख दे सकता है। जिस प्रकार से श्री कृष्ण ने अर्जुन को दी थी जिसे दिव्य दृष्टि कहा गया है। जिसे आज्ञा चक्र का खुलना भी कहा गया है। और मैं यह कह सकता हूं कि मेरे गुरुदेव ने मुझे वह दिव्य दृष्टि प्रदान की है। और मैंने उस निराकार को साकारमें देखा है।
Kabir bhagat ne bhi yehi bataya tha lekin brahman ne us ko sudra bol ke kahi dia ke. Sudhar kisi ko gyaan nhi kar sakta. Lekin guru nanak dev ji us ki baani ko bhagwaan ke bol maan kar Guru granth saahab me darj kar dia isee lya Kabir srashth ho giya.
Mr. WHO? Mr. GYAAN? I don't know what's your ID? Have you realised that you are the GOD? ASHTAWAQRA SAYS, SO AND SO, BUT WHAT YOU SAY, by your own experience. OR YOU ARE ALSO A YOU TUBER, TO EARN THE MONEY, BY SOCIAL MEDIA. AS FAR, ABOUT ME, I AM NOTHING. I DON'T INDENTIFY, WHO AM I? in my practical life.
बहुत बहुत सुंदर विचार साहेब बंदगी सतगुरु देव जी कि जय हो इन्दौर
Mai he hu
Koi anya h he nhi
Islie sb mere h
Sb mujme h
Sb m hu
Islie ahankar nhi
Sirf Prem kruna
Yhi atma me sthit hone ki or h
बहुत ही सुंदर विवेचनअवनी है इतना सुंदर विवेचन ना तो सुना है आत्मा का विवेचन पहली बारसुन रहा हूं धन्यवाद
अष्टावक्र महात्मा जी को प्रणाम 🙏
अति श्रेष्ठ सारगर्भित तथ्य अतुलनीय जय सदगुरुदेव कोटी कोटी प्रणाम जय राधेश्याम
Radhe radhe guruji, ❤to kya sabhi parmatma hai
परमात्मा बीज रूप में हर इंसान के भीतर हैं और उस बीज को अंकुरित करना ही इंसान का अस्ल लक्ष 🎯 है 🙏✍️
Dhanyawad 🙏 Guru ji aapki saachi satik vishalation aur ghyan 🙌
बेहद की महा परम शांति ❤😂❤🙏🌹🙏
सद्गुरु अष्टावक्र की जय हो। उनको त्रय बार साहेब बंदगी 🙏🏿❤️❤️👍
सुन्दर प्रस्तुति ❤
जय श्रीराम
नमःशिवाय गुरूदेवाय चरणस्पर्श धन्यवाद
Sadguru sarnam
आत्मा, ब्रह्म और परमात्मा अलग अलग है गीता पुराणों में यही लिखा है 😊😊
@@Suryasbrother फिर तो गीता पढ़ी ही नहीं मित्र 🙏🏿
Pujyaniya Shri gurudev ji ke Charno Me Koti-Koti Pranam 🙏🌹
अक्रम विज्ञानी पूज्य दादा भगवान परिवार की ओर से सभी सत्संगी भाई बहनों को जय सचिदानंद 🙏🙏🙏
Paramshanti 🙏❤️
Namaste Mahatma ji
🙏🙏જય સતગુરુ મહારાજ 🙏🙏🙏
Aapka bahut bahut aabhr ji anant bar ji bahut bahut dhanywad ji
चिदानंद रुपम शिवो हम शिवो हम
Shree ram jay shree ram
WHAT A WONDERFUL REALIZATION !
16:02 ❤
Om Shivoham Om Shanti Shanti Shanti Om 🙏🕉️🙏
Thanks for uploading these timeless gems !
Jai Gurudev Pranam.
Om 🙏 🕉 🙏 namah shivay ❤
જય ગુરૂદેવ પ્રભુ
By the way, video, NO WORDS.
THANKS, BHAAYEE❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Thank you for the point to point discussion as per the Ashtavakra Gita.
अति उत्तम।
डाॅ.बाल गोविन्द हरजेनदर कानपुर
Shree ram jay ram
मुझे लगता है कि मैं तो पायातमा हूं परमात्मा तो कोई और ही है
श्री गुरुम श्री हरि
Sahaj yoga realisation programme se kundalini asani se jagruti Hoti hai atmasakshtkar hota hai dono hathon se thandi hava nikalti hai hum nirvichar ho jate hai shiv tatw ki prapti hoti hai 🎉
Satya Satya Satya Jai ho sa
ओम नमो नमः 🕉️🕉️🙏🙏
🙏🕉️👁️😍
Osho naman 🎉❤🎉
Thanks for sharing 🙏
Sukhi hone ka best upaay
❤ sundar suchh bujh🙌
Ram ram Guruji🙏🙏🙏
Jai sita ram ji jai ho
Om gurudev
जय गुरुदेव
Vaah
Satyam shivam sundram
Baba ati sundar
Satya
Om namah Narayan
Ashtavakra teaches King Janaka about his true nature as a conscious soul, distinct from the physical body made of five elements. He explains that self-realization requires recognizing oneself as the witness of the material world. Detachment from the body and resting in pure consciousness leads to immediate peace and liberation. Ashtavakra emphasizes that self-knowledge alone is insufficient without complete detachment from the body. He contrasts his teachings with traditional yoga practices, advocating for direct realization of the self. The soul, inherently free from societal constructs and actions, achieves liberation through self-knowledge, transcending desires and the illusions of the mind.
सुंदर ❤❤
Jay sanatan
Excellent ji
Om Namah shivay 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
Om namo. Bhagvate. Vasu devay
Very good.
बहुत अच्छा ❤❤
❤
Buhut sunder ❤❤❤❤❤❤❤
नमस्ते महात्मा जी आपने जो कुछ भी अच्छा वक्र के गीत के बारे में बताया वह 100%सही है उसमें की हर एक बात सही है लेकिन आपने क्या परमात्मा को देखा है इस वीडियो में अपने निरंकार परमात्मा के बारे में बताया तो क्या आपने निरंकार परमात्मा को देखा है आपका जवाब होगा नहीं नहीं देखा है लेकिन मैंने देखा है निरंकार परमात्मा को जो हर जगह हर किसी में मौजूद है इन्हें देखकर हम कह सकते हैं कि हम सब की आत्मा एक है परमात्मा को देखकर भक्ति करिए फिर भक्ति करने में आनंद आएगा क्या आपकी इच्छा नहीं है निरंकार परमात्मा का दर्शन करने की अगर आप निरंकार परमात्मा को देखना चाहते हैं तो निरंकारी मिशन में जाइए धन्यवाद जी
निरंकारी मिशन मतलब
आपका कहना है निराकार परमात्मा को आपने देखा है। लेकिन उस निराकार परमात्मा का कहना है कि आप इन आंखों के द्वारा मुझे नहीं देख सकते। उस निराकार को देखने के लिए हमें निराकार आंख चाहिए। और वह आंख में जीवंत गुरु के द्वारा मिलती है। क्योंकि जिसके पास वह निराकार आंख है वहीं दूसरे को आंख दे सकता है। जिस प्रकार से श्री कृष्ण ने अर्जुन को दी थी जिसे दिव्य दृष्टि कहा गया है। जिसे आज्ञा चक्र का खुलना भी कहा गया है। और मैं यह कह सकता हूं कि मेरे गुरुदेव ने मुझे वह दिव्य दृष्टि प्रदान की है।
और मैंने उस निराकार को साकारमें देखा है।
@@AadhyatmikGyanThirdEye-i3 क्या आप अपने सुक्ष्म शरीर को देख सकते हो ।। ? सुक्ष्म शरीर में बाहर निकल कर शरीर को देख सकते हो ?
सूक्ष्म शरीर को देखा नहीं जा सकता उसे महसूस किया जा सकता है।
सूक्ष्म शरीर को देखा नहीं जा सकता उसे महसूस किया जा सकता है।
❣🙏
Aisa laga osho bol rahe bus awaj alag hai thanks sir
धन्यवाद
🙏🙏🙏
🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
मैं मुक्त हूं मगर क्रम करने का अधिकार मिला है इसीलिए कम आदेश मान के कर रहा हूं
Om namo vagabate basudebaya ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😂
Parmatma bahar vithar bara barha rupme dekhinge esme domat nahihe ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🌹🙏🙏
एक म्यान में 2 तलवार संभव नहीं जब तक अहम है तब तक ब्रह्मास्मी नही संभव
❤❤❤❤
आपका बात में पूरा दम है मैं मान रहा हूं मगर प्रकृति का प्रभाव एक धारा से बहता है अपने आप को उसे धारा में मिलने में थोड़ा 1920 हो जाता है 😒
Jodi thake kindly share with us
Kabir panthiyon ko jarur sunaye
Thanks
Par waha kriya to hogi jo is marg me age badhaye
आप कोन है भाई आप सभी की सुनो
🕉️🎴🛐❣️
Krishna chhara r kono paramattma ei dunita te ki achhe naki
Atma karata nahi hai to karata kaun hai?
प्रकृति के द्वारा भगवान सब कराते है! आत्मा साक्षी है 🙏
कर्ता अहं है l 😊😊 अहं मतलब मैं, आपको कोई गाली दे देता है, to बुरा मान जाते है, यानी जिसे बुरा, अच्छा, गुस्सा, लगता है, nhi समझ आया तो मुझे बोलयेगा
Ji bahut su dr samjhaya pr mujhe nhi samajh aya thoda aur samjhao pleass😊@@anni4023
मन करवाता करता है शरीर से .....आत्मा तो दृष्टा है वो सर्फ देखता रहता है और कई जन्म से देख ही रह है।
आपने अज्ञानता में अपने आप को कर्ता मान लिया कर्ता परमात्मा है।
Kabir bhagat ne bhi yehi bataya tha lekin brahman ne us ko sudra bol ke kahi dia ke. Sudhar kisi ko gyaan nhi kar sakta. Lekin guru nanak dev ji us ki baani ko bhagwaan ke bol maan kar Guru granth saahab me darj kar dia isee lya Kabir srashth ho giya.
Aap ko koti koti sadhuvad 👃
સાહૅબ,બદઞી
Mr. WHO? Mr. GYAAN?
I don't know what's your ID?
Have you realised that you are the GOD?
ASHTAWAQRA SAYS, SO AND SO, BUT WHAT YOU SAY, by your own experience.
OR YOU ARE ALSO A YOU TUBER, TO EARN THE MONEY, BY SOCIAL MEDIA.
AS FAR, ABOUT ME, I AM NOTHING. I DON'T INDENTIFY, WHO AM I? in my practical life.