गाँव चले जाएँगे - ये नज़्म सुनकर आपको अपनी कहानी याद आ जाएगी (Gaon Chale Jayenge)। डॉ. सुनील जोगी

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 20 ноя 2024

Комментарии • 1,8 тыс.

  • @divyamohan7864
    @divyamohan7864 5 лет назад +66

    बहुत सुन्दर सर हम लोग गांव में ही रहते है कितनी बार शहर जाते है घूमने के लिए पर कुछ दिन बिताने के बाद मन ऊबने सा लगता है और अपना गाव याद आने लगता है। अपना गाव जिंदाबाद🙏🙏🙏🙏

  • @dktiwari1674
    @dktiwari1674 3 года назад +13

    लेखक महोदय हृदह की गहराइयों से आप को बहुत बहुत धन्यवाद आप ने इतना मार्मिक लिखा की सुन के आत्मा तृप्त हो गई । आप की सोच का लाख लाख सलाम । आप आने वाली भाबी पीढ़ी का ऐसे ही मार्ग दर्शन करतें रहे ।

  • @अपनी_पाठशाला5
    @अपनी_पाठशाला5 5 лет назад +16

    गजब सर् माजा आ गया सुन कर काश भारत में कवि को भी उतना ही पहचान और सुविधा दिया जाता जितना किसी राजनेता को

  • @vishalroutel1187
    @vishalroutel1187 4 года назад +10

    वाह सर जी आपकी कविता ने तो दिल छू लिया काश इंसान समय रहते यह बात समझ पाता की जिंदगी शहर में नहीं गांव में बस्ती है शहर में तो सिर्फ मुर्दा लाश रहा करती है असल जिंदगी तो गांव में जिया करती

  • @anandkumar4824
    @anandkumar4824 5 лет назад +114

    मैने बहुत बार डा. कुमार विश्वास को सुना।
    आज आपको पहली बार सुना।
    बहुत अच्छा लगा।

    • @SankalpHindiStory
      @SankalpHindiStory 4 года назад +2

      फिर तो हमेशा सुनें ऐसा कवि कुमार विश्वास भी नहीं है 🙏

  • @virendrarai6971
    @virendrarai6971 4 года назад +1

    आदरणीय जोगी जी, बहुत सुंदर बहुत बढ़िया बहुत बहुत धन्यवाद। सादर नमस्कार।

  • @Deepak94-S
    @Deepak94-S 6 лет назад +12

    बहुत खूब सर जी बिल्कुल सही कहा आपने गाँव से बेहतर कोई जन्नत नही..
    मुझे भी अपने गाँव से बहुत प्यार हैं

  • @jacktomsschool4804
    @jacktomsschool4804 5 лет назад +21

    सुनील जी सर जब से आपके द्वारा सुनाई गई माँ की कविता सुनी है आपकी आवाज मुझे हर गाने में आने लगी है।।
    भगवन करे आपकी आवाज आजीवन ऐसी ही मधुर बनी रहे और हमे ऐसी प्रेरणास्त्रोत कविताए रोज सुनने की मिले।।
    जय श्री राम।।।।जय श्री कृष्णा

  • @kanhaiyakumar9239
    @kanhaiyakumar9239 6 лет назад +52

    Sir
    दिल को झंकझोर देने वाली कविता
    जो सिर्फ कविता नही
    अनछुआ सच जो आपने दिलो को फिर नई आस घर लौटने की।
    धन्यवाद

  • @nayasafhar2007
    @nayasafhar2007 3 года назад +1

    क्या गांव का सुंदर चित्रण किया है मन को हिलाने वाला जिक्र किया है

  • @NITISHKUMAR-ru3op
    @NITISHKUMAR-ru3op 5 лет назад +4

    बहुत अच्छा।दिल को छू गया जो कुछ भी संस्कार बचा है वह गांव में ही है।👌👍

  • @pk-wu8yx
    @pk-wu8yx 5 лет назад +42

    इस आसमा से बड़ी माँ हमारी गाँव में है!
    वाह सर क्या बात है 👌👌

  • @gyaankibaateinwithekansh9709
    @gyaankibaateinwithekansh9709 6 лет назад +171

    सुनील जी आप को शत् शत् नमन,ऐसी कविता कहने के लिए।

    • @JogiJiWaah
      @JogiJiWaah  6 лет назад +5

      धन्यवाद, और भी मित्रों को शेयर करें।

    • @anilkumarraj4405
      @anilkumarraj4405 6 лет назад

      Jogi Ji Waah bahut achha

    • @suneelkumarpatel256
      @suneelkumarpatel256 5 лет назад

      Thanks

    • @MithileshKumar-bt3zy
      @MithileshKumar-bt3zy 3 года назад

      Kavita ka bhav bahut sundar hai.

    • @kumar1980arun
      @kumar1980arun Год назад

      @@JogiJiWaah Thank you so much 🇮🇳👌👌🌹🌹🙏🙏🌷🌷🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳

  • @smartency3581
    @smartency3581 3 года назад +8

    अति सुन्दर। दिल कविताओं में खो गया। दिल कर रहा था बस सुनता ही जाऊं।

  • @BhanuPratap-bm5fl
    @BhanuPratap-bm5fl 5 лет назад +19

    वर्तमान परिस्थितियों को दिल में महसूस करके आपनें जो कलम में उतारा है।
    बहुत सुंदर सर
    कम से कम लोग महसूस तो करेंगे

  • @subhashhsingh947
    @subhashhsingh947 3 года назад +6

    इस कविता में भरपूर सच्चाई है। सुनील सर आपकी कविता के शब्द बड़े सटीक हैं। आपको कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏

  • @anilkumar7781
    @anilkumar7781 6 лет назад +69

    "जो सबको अच्छा लगे वो झूठ बोला जाता है," ऐसी तमाम बेहतरीन बातें जो दिल को झकझोरने और प्रफुल्लित करने वाली कविता हम सब तक पहुंचाने के लिए डॉ सुनील जोगी जी का ह्रदय से आभार प्रकट करता हूँ धन्यवाद। अनिल गौतम"नायाब"

  • @phoolchandyadav1792
    @phoolchandyadav1792 3 года назад +20

    गाव- गाव ही हैं गाव के जैसे दुनिया का कोई शहर नहीं। धन्यवाद माननीय डॉक्टर सुनील जोगी जी ।

  • @nonstopmastiwithp.k.indraj7372
    @nonstopmastiwithp.k.indraj7372 5 лет назад +77

    आज पहली बार आपकी कविता सुना मन भाव विभोर हो गया धन्यवाद सुनील सर....! Jogi ji Waah

  • @manmohan8508
    @manmohan8508 3 года назад +1

    एक कविता में आपने पूरे जीवन को उतार दिया है
    आपको बहुत बहुत धन्यबाद सुनील जी
    बहुत सुंदर

  • @kuldeepjoshi3359
    @kuldeepjoshi3359 3 года назад +4

    गांव का जो आप ने कविता के रूप में चित्रण किया है मन मस्तष्क में एक अलग ही ऊर्जा का संचार उत्पन के दिया। और गांव से फिर जोड़ दिया 🤗🤗🤗

  • @NerajMeena-ni9wy
    @NerajMeena-ni9wy Год назад +1

    सर आपने सही कहा है मैं भी कहीं घूमने गया था लेकिन वापस मन नहीं लगा तो वापस आ गया सर शहर की दवा गांव की हवा के बराबर भी नहीं गांव के सामने तो शहर कुछ भी नहीं यह बात 50% सत्य❤❤❤❤❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💖💖💖💖💖💖💖💖💖😍😍😍😍💞💞💞💞💞💞💞

  • @arpitvishwakarmajansuraj
    @arpitvishwakarmajansuraj 4 года назад +26

    इस लॉकडॉउन में बस एक ही मन है सभी का कि.....
    गांव चले जाएंगे

    • @yoyohs6069
      @yoyohs6069 4 года назад +1

      AAb gav kyo ja rahe ho , , saher me hi maro salo

    • @yoyohs6069
      @yoyohs6069 4 года назад +2

      Gav se kyo aaye the ,

    • @arpitvishwakarmajansuraj
      @arpitvishwakarmajansuraj 4 года назад +2

      साले मै तो अपने गांव में ही रहता हूं

    • @vijaysinghvijaysingh6672
      @vijaysinghvijaysingh6672 3 года назад

      @@yoyohs6069 अबे साले मुझे तो पिछले साल गांव जाकर के प्रायश्चित हुआ यहां तो सब सीमित था और गांव जाकर मेरा 👉 फालतू टहलना, सभी लोगों से मिलना, घूमना , नशे बाजी, फालतू में पेट्रोल फूकना, कुछ लोग गाड़ी मांगने भी आ जाते थे, कुछ लोग सिर्फ हमको देख कर जलते यह कहां से आ रहे हैं कहां को जा रहे हैं और लॉकडाउन में फालतू बहुत बवाल हुए, इसीलिए मैंने अब की बार गांव जाने का प्लान कैंसिल कर दिया है क्योंकि गांव के लोग पड़ोसी एक दूसरे से बहुत जलते हैं

    • @arpitvishwakarmajansuraj
      @arpitvishwakarmajansuraj 2 года назад

      ​@@vijaysinghvijaysingh6672 बोसडी के बिलकुल सही कहा

  • @ourcountry7494
    @ourcountry7494 3 года назад

    Sir ji मैंने डॉ कुमार विश्वास को बहुत बार सुना आपको पहली बार सुन रहा हूँ आपने जो लिखा वह ह्रदय को स्पर्श कर गया
    गांव में जो आनंद आता है वह शहरों में कहा, प्रकृति को करीब से गाँव में ही देखा जा सकता है सुबह को चिड़ियों की की आवाज..... आदि।

  • @praveenkumar-br6mv
    @praveenkumar-br6mv 6 лет назад +18

    शहर की चकाचौंध मे लोग ऐसे गायब हुए ,
    गाँव के नीम की छाँव को शहर ढुढ रहे।

  • @DevendraKumar-sq2nd
    @DevendraKumar-sq2nd 4 года назад +2

    जोगी सर बहुत खूब.........
    ह्रदयस्पर्शी पंक्तियां सुनकर सच्चे ग्रामीण हिंदुस्तान की तस्वीर आंखों उतर आई
    नम आंखों से अपने गांव के साथ एक बार फिर से बचपन में पहुंच गया,

  • @maheshpanchal3552
    @maheshpanchal3552 4 года назад +47

    सभी का मन बस्ता है गावो में ,
    चलो सभी शहर छोड़ चले।

  • @navinkumar164
    @navinkumar164 5 лет назад +2

    Mujhe apne gaon se bhot pyar h

  • @AmitKumar-si3of
    @AmitKumar-si3of 5 лет назад +3

    सुनील जी एसी कविता कहने के लिए बहोत बहोत सत सत नमन 🙏🙏🇮🇳🇮🇳❤️👌❤️❤️❤️❤️

  • @stetus1945
    @stetus1945 3 года назад +1

    मेरे बड़े भाई सुनील जोगी जी आप को तहे ❤️ से सलाम है

  • @yagyaprakashbajpai
    @yagyaprakashbajpai 5 лет назад +14

    आप जैसे कवि की समाज को आवश्यकता है

    • @yakshprashn6692
      @yakshprashn6692 3 года назад

      जबरदस्त भ्राताश्री।

    • @indrapalgupta257
      @indrapalgupta257 3 года назад +1

      @@yakshprashn6692 y yr Rd ee to us e you r try YYZ yet z tu Dy yr tu Dy tyy

    • @indrapalgupta257
      @indrapalgupta257 3 года назад

      @@yakshprashn6692 yyzzzz yyzzzz yytdzzzzzyzyzz YYZ zy yzty

  • @PanditkaviRavendraTiwari
    @PanditkaviRavendraTiwari Год назад

    बहुत खूब आदरणीय जी क्या लिखा और क्या बोल दिया हर सक्स को अंनदर से झिकजोर दिया।
    बातो में एकदम जान भर दी आप ने गरीबों की पहचान लिख दी।।
    सदर नमन आदरणीय कवि सुनील जोगी जी।❤❤🤞🤞🤟🤟👌👌🙏💥💥🔥

  • @SKCHANDELEPUR
    @SKCHANDELEPUR 4 года назад +4

    अनन्त सुन्दर विचार है आपका सत्य को दर्शाता है
    पुरानी यादें ताज़ा कर जाता है मौसम बाहार का गाँव में आता है .......

  • @ytknowledgehindi8317
    @ytknowledgehindi8317 3 года назад +1

    किया खूब कहा आपने
    दिल को छू गई आपकी हर एक लाइन और शब्द
    Heart ❤️ touching video

  • @takeswarnath7912
    @takeswarnath7912 5 лет назад +11

    सुनील जोसी जी आप को बहुत बहुत प्रणाम
    मै धन्यवाद देता हूँ आप की सोच को
    मै धन्य हुआ आप को सुन कर

    • @birjeeshkumar5436
      @birjeeshkumar5436 4 года назад

      मैं बृजेश कुमार आपके विडियो देखकर मां बाप के बारे में आप से बहुत खुश हूं साम सुबह सुनते हैं

  • @mrv00118
    @mrv00118 4 года назад +1

    वा वाह ! बहुत सुंदर मर्मस्पर्शी कविता ।दिल को छू गयी ।जो अपनापन ,प्यार मिठास गांवो में है ,वो शहरों में नसीब कहाँ ?
    कहाँ गांव के नीम ,पीपल की ठंडी छांव और हरे भरे खेत और कंहाँ शहरों की नकली और गुमनाम जिंदगी ।आपने कड़वी सच्चाई खूबसूरत तरीके से बयां कर दी ।

  • @jugnulight11
    @jugnulight11 6 лет назад +82

    मेरा बचपन याद आ गया काश पैसे के पीछे ये दुनिया न भागती तो आज मै भी अपने गाँव होता.........

    • @asifsargam7480
      @asifsargam7480 4 года назад

      gaav jaisa sukh nhi

    • @rameshjatoliya
      @rameshjatoliya 4 года назад +2

      नमस्ते भाई साहब जी बहुत ही सुंदर प्रस्तुति दी आपने बिल्कुल सही कहा आपने

    • @vijaymishra1008
      @vijaymishra1008 4 года назад

      Ye shahar bhi kisi ke gaanw hi to Hain..jeena aana chahiye bas.

  • @rajkumarryadav171
    @rajkumarryadav171 3 года назад +1

    Bahut sundar

  • @creativepankaj786
    @creativepankaj786 6 лет назад +146

    दिल को छू गया
    थक गये है पाँव अब आ लौट चले,
    प्यार के गाँव अब आ लौट चले।
    👌👌👌

    • @rudra4566
      @rudra4566 5 лет назад +2

      अपने गाँव से बिछड़ने की सजा पाता हूँ
      अब में राशन की लाइन में खुद कोखड़ा पता हूँ

    • @ArifRaza
      @ArifRaza 5 лет назад

      Thak gya hun shahar ki zindagi se. Na koi sukoon, na koi apna, na festival ka maza. Ab wapas gaon Jane ko mann karta hai

  • @PAWANSHARMA-dc2ri
    @PAWANSHARMA-dc2ri 2 года назад +1

    जोगी जी आपको ह्दय से बहुत बहुत धन्यवाद| इन पक्तियो को सुनकर मन भाव विभोर हो गया

  • @trijendramishra3306
    @trijendramishra3306 5 лет назад +3

    दिल को छू गई सर आपकी कविता दिल से शत-शत नमन

  • @vipultiwari7860
    @vipultiwari7860 5 месяцев назад +1

    सर आपकी कविता का जीता जागता है उदाहरण भगवान राम की नगरी अयोध्या है

  • @mahendrasharma6817
    @mahendrasharma6817 4 года назад +3

    वृक्ष कितना ही बड़ा क्यों न हो जाए उसका अस्तित्व तब ही है,जब उसकी जड़ें ज़मीन में है। धन्यवाद डॉ साहब बहुत खूब।

  • @abhilashkumarsrivastav2273
    @abhilashkumarsrivastav2273 5 лет назад

    अति सुन्दर रचना...वाह जोगी जी

  • @satyarthbharat9815
    @satyarthbharat9815 6 лет назад +33

    वाह , हृदयस्पर्शी कविता , शुभकामनाएं

    • @JogiJiWaah
      @JogiJiWaah  6 лет назад

      धन्यवाद, और भी मित्रों को शेयर करें।

  • @manojgodara343
    @manojgodara343 5 лет назад

    बहुत अच्छा लगा और गांव की तस्वीर सामने आ गई शानदार

  • @StorieswithAnurag
    @StorieswithAnurag 6 лет назад +12

    प्रणाम 🙏💕 सर जी
    याद आ गई गांव की सर जी ❤️😢

  • @depressedboy143
    @depressedboy143 4 года назад +1

    क्या खुब लिखे हैं सुनिल जी मन-मोहक कविता ,शरीर के अंदरात्मा को स्पर्श कर मन झकझोर दिया और नयन को पूर नम कर दिया ...

  • @ganeshdhakad7078
    @ganeshdhakad7078 5 лет назад +19

    मन ,दिल को प्रसन्न हो गया आपको सुनकर सर ।जय हो आपकी गुरु।जय हिंद जय हिंद जय भारत माँ। मेरा गांव मेरा गांव है।

  • @nationalnewsindialive8646
    @nationalnewsindialive8646 2 года назад

    सर आपकी जितनी तारीफ करे काम है वास्ताम में जो गांव में है वो कही नही है आपकी अद्भुत कविता है

  • @sanjaypathak8644
    @sanjaypathak8644 6 лет назад +23

    Nice sir
    Kas sab log easa hi sochte
    To aaj koi bhi ma , papa apne bacho ke liy rote nahi

  • @ravikant7619
    @ravikant7619 3 года назад

    वाह क्या गांव की गीत है सुनील जोगी जी थैंक्स

  • @jitendrasaxena9189
    @jitendrasaxena9189 4 года назад +7

    मैं आपकी कविता नही सुन पाता
    क्योंकि सारा ध्यान तो आपके शब्दो पर चला जाता है सर
    आप निबन्ध भी कहो तो वो भी कविता बन जाता है
    आपकी लेखनी बहुत उच्च और अलग है।।।
    जय हिंद सर

  • @raghukuldarshan2030
    @raghukuldarshan2030 10 месяцев назад

    क्या खूब जोगीजी धन्य हुआ आपको सुनकर

  • @SauravKumar-vv7bz
    @SauravKumar-vv7bz 5 лет назад +4

    जीतना कहो कम है आपकी कविता ❤️,, को छु गया ।पर मजुबुरी आदमी को शहर ले जाता है सर।,,🇨🇮

  • @omprakashverma4632
    @omprakashverma4632 3 года назад

    अत्यंत मार्मिक व भावप्रवण रचना।

  • @ryhdtaskola7474
    @ryhdtaskola7474 5 лет назад +16

    Sunil ji was absolutely right, through this verse all the words are true.

  • @vipultiwari7860
    @vipultiwari7860 5 месяцев назад +2

    यदि किसी मित्र को मेरी बात बुरी लगी हो तो मैं उसके लिए क्षमा मांगता हूं पर यह सत्य है

  • @RajeshShripal109
    @RajeshShripal109 6 лет назад +5

    हृदय को स्पर्श करती अदभुत कविता ।

  • @chandanlackey8880
    @chandanlackey8880 4 года назад

    डॉक्टर साहब आप की कविता मेरे को बहुत अच्छी लगी यह कविता सुन के मेरे आंख में आंसू आ गए मुझे मेरा गांव याद आ गया मेरे मम्मी पापा याद आ गए,

  • @forensicstalkwithom2353
    @forensicstalkwithom2353 6 лет назад +5

    Heart touching Poem Sir...Gaav wala jivan yaad dila diya aapne

  • @anshikayaduvanshi6572
    @anshikayaduvanshi6572 3 года назад +1

    मेरे प्रिय भाई सुनील जोसी जी आप धन्य हैं आपने दिल से गांव को कलम से कागज पर उतार दिया ❤️🙏

  • @pulkitbansal3577
    @pulkitbansal3577 5 лет назад +17

    Sir you are great poet

  • @shivanisingh-ib1qm
    @shivanisingh-ib1qm 5 лет назад +1

    Bahut acchha sir

  • @maheshjat890
    @maheshjat890 6 лет назад +160

    गांवो मे इंसान बसते है
    शहरो मे जानवर
    गांव वाले गाय पालते है
    शहर वाले कुत्ते
    गांव वाले माता की सेवा करते हे
    और शहर वाले आश्रम मे
    हमारे गाव हमारे जिंदगी है

  • @omveeryadav8200
    @omveeryadav8200 4 года назад

    बहुत बहुत सुन्दर स्वच्छ और अच्छा जीवन गांव है गीत और आनन्द का रुप गांव जो गायो के समूह से गांव सब्द प्रचलन मे आया और मानव के प्रेम तथा समस्त पर्यावरण का सामजस्य का रुप है गांव

  • @deepanshinigamofficial.1326
    @deepanshinigamofficial.1326 6 лет назад +32

    Sir...!!
    Bahut he behtareen 👏...

  • @Khansir-ig8jt
    @Khansir-ig8jt 4 года назад

    वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह जोगी जी आपने तो जान ही निकाल दी🇮🇳🇮🇳🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼

  • @rohitsaxena3980
    @rohitsaxena3980 6 лет назад +6

    वाह दिल को छू गाया

  • @SandeepSharma-cq3ii
    @SandeepSharma-cq3ii 3 года назад

    डॉ साहब आपका बहुत बड़ा प्रशंसक हूं।अच्छा लिखते है आप । जहा दूसरे कवि सोचना बंद कर देते है।आप वाह से कविता। शुरू करते हो।
    शत शत प्रणाम आपको।

  • @rohit_bhu_wala
    @rohit_bhu_wala 6 лет назад +5

    Wow maja aa gaya dr.sahab...
    Salute to you....

  • @bhabutramgwala47
    @bhabutramgwala47 4 года назад

    वाह वाह वाह क्या बात है ....बहुत खूब

  • @bhanukumarjha8401
    @bhanukumarjha8401 5 лет назад +5

    Waaah sir waaah , 👏👏💪✌😇

  • @jagdishmauryamaurya6783
    @jagdishmauryamaurya6783 3 года назад

    बहुत बहुत धन्यवाद ऐसे भाई को जिन्होंने ऐसी कविता बनाई धन्यवाद

  • @hatubeless
    @hatubeless 6 лет назад +8

    Amazing mindblowing outstanding fabulous sunilG

    • @JogiJiWaah
      @JogiJiWaah  6 лет назад +1

      धन्यवाद, और भी मित्रों को शेयर करें।

  • @SureshKumar-qi6ho
    @SureshKumar-qi6ho 3 года назад

    अति सुन्दर आपकी रचना ने बचपन की याद ताजा कर दी

  • @ravindratiwari5636
    @ravindratiwari5636 5 лет назад +3

    True poem sir. You are so graet i salute u for this poem . Heart touching lines. I love my village.

  • @stetus1945
    @stetus1945 3 года назад

    वाह जोगी क्या खूब बोला है आप ने🙏🙏

  • @Gaonkisanskriti
    @Gaonkisanskriti 6 лет назад +31

    वाह दिल छू गया

  • @manojkumaryadav6034
    @manojkumaryadav6034 5 лет назад +1

    यह कहानी सुन कर मेरे आँख से आँसू आ गया दिल से आभार🙏🙏🙏

  • @rajendraprasaddhakar1296
    @rajendraprasaddhakar1296 6 лет назад +4

    I haven't words to express my feelings superrr excellent.......
    Thank you sir

  • @johnpatidar5852
    @johnpatidar5852 4 года назад

    बहुत शानदार जितनी तारीफ करें उतना कम है

  • @roopnarayanmishra4055
    @roopnarayanmishra4055 4 года назад +41

    ये साला शहर से मुझे ईष्या होता है
    मगर अफसोस
    क्या करें
    I hate city

  • @bajrangilalofficial.3304
    @bajrangilalofficial.3304 5 лет назад

    सच है बहुत याद आता है गाँव पर अपनों की जरूरतों ने हमें शहर में ढकेल दिया ना जाने हमें पैसों की इतनी क्या पड़ गयी कि हम अपनों से दूर हो गये

  • @Manishraaj913
    @Manishraaj913 3 года назад +1

    तुम्हारे शहर से तो मेरा गांव अच्छा है तुम्हारे सहर में चिता उठाने के लिए चार आदमी नहीं मिलते हैं हमारे गांव में छप्पर उठाने के लिए दस आदमी आ जाते हैं
    मेरा गांव मेरा देश

  • @maujhimauj2
    @maujhimauj2 2 года назад

    सर जी दिल छू लिया आपके इस गाने ने सलाम है आप जैसे लोगों को।
    दिल से सलाम।❤️❤️

  • @vampire_-rp1si
    @vampire_-rp1si 6 лет назад +8

    Yaha Subh sayani hoti hai
    I am happy because I have live in village
    Mera khub surt gav

  • @vijaysinghkushwah4330
    @vijaysinghkushwah4330 4 года назад

    बहुत ही दर्द भरी और पुरानी यादें ताजा करने वाली नज़्म लिखी है डाक साहब

  • @vikashvijaysinghtyagi9228
    @vikashvijaysinghtyagi9228 6 лет назад +6

    Sir G apne kmmal kar diya apke nzm to heart touchline ha sir. G
    Aap jaise kavi ke jarrut ha is desh ko.
    Love you sir g

    • @JogiJiWaah
      @JogiJiWaah  6 лет назад

      धन्यवाद, और भी मित्रों को शेयर करें।

    • @JogiJiWaah
      @JogiJiWaah  6 лет назад

      धन्यवाद, और भी मित्रों को शेयर करें।

  • @RahulYadav-tk7pn
    @RahulYadav-tk7pn 4 года назад +1

    Kya baat hai yogi ji . Jai ho apki

  • @dhirendrapandey6394
    @dhirendrapandey6394 5 лет назад +7

    वास्तविकता आपने प्रगट की आज होड़ मची हुई है शहर भागने की

  • @ajaykumar2448
    @ajaykumar2448 4 года назад

    बहुत ही शानदर कवि जी
    जारी रखिये

  • @anujSharma-we1ox
    @anujSharma-we1ox 6 лет назад +5

    Sir heart touching 🙏

  • @omkaryadav6789
    @omkaryadav6789 4 года назад +1

    Vah sir poora bachpan yad aa gya thank u sir

  • @nathulalchoudhary4492
    @nathulalchoudhary4492 5 лет назад +5

    Wa sir I impressed from you

  • @shekharmuthe1958
    @shekharmuthe1958 2 года назад

    भारत की उर्वरा मिट्टी के रत्न हो आप
    हम सबके लाडले मां सरस्वती के प्रियपुत्र हो आप ।
    अद्भुत प्रस्तुति को हृदय से नमन 🙏🕉️👏

  • @kuldipsingh9977
    @kuldipsingh9977 6 лет назад +4

    Wah sir wah , mza aagya :)
    Sacchai se ruburu kraya aapne

  • @trijendramishra3306
    @trijendramishra3306 5 лет назад

    सुनील जोगी सर को दिल से नमस्कार पहली बार कविता सुनी और दिल को छू गई

  • @maheshlovewanshi4840
    @maheshlovewanshi4840 6 лет назад +6

    Very nice .keep it up

  • @buddhavv3855
    @buddhavv3855 5 лет назад

    सचमे आप एक गाँव के दिल दरिया इंसान है,,