भारतीय दर्शन को जानने की बहुत समय से अभिलाषा थी जो आपके विविध वीडियोज से पूर्ण हो रही है । आपका बहुत बहुत आभार । यह अन्य किसी प्रकार संभव नहीं हो पा रहा था । इतने ग्रंथों को जो संस्कृत में है पढ़ना कहाँ संभव हो पाता । एक ही व्यक्ति जिसको सभी दर्शनों का ज्ञान हो उसको पाना भी संभव न था । आपके माध्यम से यह जो ज्ञान मिल रहा है उसके लिए मैं व्यक्तिगत तौर पर ऋणी हूँ ।
गुरु जी के चरणो में शत शत नमन गुरु जी मुझे दो प्रश्नों का उत्तर कहीं से भी संतुष्टि नहीं मिल रही कृपया आप देने कृपा करें पहला प्रश्न भगवान ने यह दुनिया को क्यों बनाए क्योंकि यहां इस ब्रम्हांड में अनेक योनियों में जो जीव जंतु रहते हैं किसी को भी सुख नहीं है यहां वास्तव में दुख ही दुख हायअगर भगवा होते तो किसी को दुख नहीं क्योंकि भगवान अपने धाम में निज आनंद पूर्वक रहता है पर इस जगत में अन्य योनियों में उत्पन्न जीव जंतु को दुख ही दुख मिला है इससे अच्छा तो यही था कि भगवान यह सृष्टि को ही नहीं निर्माण करते ऐसा भेदभाव क्यों किया पूछने के लिए बहुत सारा प्रश्न है आप मेरी इन प्रश्न आत्मक भावना को समझते हुए उत्तर देने कृपा करें मेरा दूसरा प्रश्न है- वास्तव में इस सृष्टि का निर्माण करता कौन है मैंने कबीर भगवान का पुस्तक पढ़ा जो बाबा रामपाल के द्वारा लिखा गया है सृष्टि के निर्माण में बताते हैं शिव पुराण के अनुसार शिव भगवान ने यह सृष्टि रचा और विष्णु पुराण के अनुसार विष्णु भगवान ने यह सृष्टि रचे हैं और ब्रह्म पुराण के अनुसार यह सृष्टि निर्माण श्री ब्रह्मा जी ने किया हैऔर देवी पुराण के अनुसार इस सृष्टि का निर्माण करता श्री देवी यानी दुर्गा माता ने किया हैअब आप उत्तर देने की कृपा करें कि वास्तव में इस सृष्टि का निर्माण करता कौन है और कौन परब्रह्म है क्या कबीर भगवान वास्तव में असली परब्रह्म है
गुरुजी इहे हमरी मनवा में अंदेशा हो वे ला कहवा से आके जिव कहवा जावेला एकर लेखा जोखा हमरा नाही आवेला गुरुजी गावल गीतिया सुनिले इ सभे गावेला खुद हम के हयी ई नाही जानेला गुरुजी इहे हमरी मनवा में अंदेशा हो वे ला गुरुजी केहु जावे काशी केहु मथुरा जावे ला सार तत्व गुरु बिनु नाही पावे ला गुरुजी इहे हमरी मनवा में अंदेशा हो वेला मुवला के बाद केहु मोक्ष लावेला गुरुजी गावल गितिया सुनिले ईसभे गावेला खुद हम के हयी उ नाही जानेला प्रेमानंद मौन नेति नेति वेद गावेला
श्री राम! आत्म तत्व का विवेचन कोई महापुरुष ही समझ ओर कह सकता है। यह आत्मा शास्त्रों मे नाना प्रकार् के भेदो वाला कहा गया है, एक वह आत्मा जो परम आत्मा है, एक वह जो जीव आत्मा है, एक वह पतित आत्मा है। यहां आत्मा का सम्भोधन एक ऊर्जा के रूप मे हुआ है, जिसके भिन्न - भिन्न आयाम है।
Almighty has kindly given birth to my soul as human being.I have come to the conclusion from my own experience of my life that my soul has no alternative except to follow the doctrine of birth and death till the end of "SANCHIT KARAM FAL".I shall have then the only alternative to follow the path as directed by the holy lord Krishna in the great scripture Gita in chapter 2,6 ,9,12and last 18 wherein told "Sarva Dharman parityajya Mamekam Sharnam Braj".Here ,I will welcome the comments of Shri Guruji and others as well.
माया कौन है क्या आत्मा को जानने से पहले माया जानना जरूरी नहीं क्या किसी धर्म रूपी शास्त्र से माया को समझाना ही अध्यात्म है। ऐसे मे जानवरों का धर्म क्या होगा या जानवरों मे जीवआत्मा नहीं या माया नहीं
AAP BACHO KE TARAH BATE KARTE HE AAP KE PAS APNA GIYAN HE HI NAHI . MANUSAY JATI KE LIYE KARM HI UNKA DHARAM HE BAKI SAB BEKAR .OR JAN JAY RASTE TO HAZARO HE PAR SAB KA MALIK EK HE . DHANAYWAD
हम कही से आये नहीं है कही जाना नहीं है खाली है के भाव मे रहना है है है है सबकुछ भरपूर है है है स्वास्थ्य भरपूर है है मे रहना ही जीवन है फ्री फ्लो मे जो भी आ रहा है ग्रहनशील होकर ग्रहण करणा है धन्यवाद
नाम सभी बताते लिखी लिखाई सभी पढ़कर सुनाते हैं देते कुछ नहीं सिर्फ तडफाते है क्योंकि खा वह भी नहीं पाये उस फल को जिसकी बात वो रोज बताते हैं नाम के साथ कोई पता बताये मंजिल वही तय कर पाते हैं और पता जीसे पता है उसे सब पता है वह किसी को बताने नहीं जाते जिनको जरूरत होती है पहुंचने आते जो जानकर भी ना बताए वह गुरु द्रोही और जो सत बताये वहीं सतगुरु कहलाते हैं
भारतीय दर्शन को जानने की बहुत समय से अभिलाषा थी जो आपके विविध वीडियोज से पूर्ण हो रही है ।
आपका बहुत बहुत आभार । यह अन्य किसी प्रकार संभव नहीं हो पा रहा था । इतने ग्रंथों को जो संस्कृत में है पढ़ना कहाँ संभव हो पाता । एक ही व्यक्ति जिसको सभी दर्शनों का ज्ञान हो उसको पाना भी संभव न था । आपके माध्यम से यह जो ज्ञान मिल रहा है उसके लिए मैं व्यक्तिगत तौर पर ऋणी हूँ ।
Bahutbahutdhanyvadapko
00
Yeds
Thanks for your speech about what I am and about atma atma tatva atma ghan we are agree about your speech
❤❤❤❤❤❤❤
Dhan Dhan Satguru Tera Hi Aasra Dhan Dhan Satguru Tera Hi Aasra Dhan Dhan Satguru Tera Hi Aasra Dhan Dhan Satguru Tera Hi Aasra
koti koti bandan
Yahi gyan ki jarurat hai 🙏 🙏
Acharya ji bahut achha samjhate ho❤❤❤
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ❤
❤❤❤❤ good good 😮😮😊😊😊Satya hee iswar hai god hai😊😊😊😊
Jay. Shree. Ram. Je. ❤
Bahut sunder viyakhiyaan
गुरु जी के चरणो में शत शत नमन गुरु जी मुझे दो प्रश्नों का उत्तर कहीं से भी संतुष्टि नहीं मिल रही कृपया आप देने कृपा करें पहला प्रश्न भगवान ने यह दुनिया को क्यों बनाए क्योंकि यहां इस ब्रम्हांड में अनेक योनियों में जो जीव जंतु रहते हैं किसी को भी सुख नहीं है यहां वास्तव में दुख ही दुख हायअगर भगवा होते तो किसी को दुख नहीं क्योंकि भगवान अपने धाम में निज आनंद पूर्वक रहता है पर इस जगत में अन्य योनियों में उत्पन्न जीव जंतु को दुख ही दुख मिला है इससे अच्छा तो यही था कि भगवान यह सृष्टि को ही नहीं निर्माण करते ऐसा भेदभाव क्यों किया पूछने के लिए बहुत सारा प्रश्न है आप मेरी इन प्रश्न आत्मक भावना को समझते हुए उत्तर देने कृपा करें
मेरा दूसरा प्रश्न है- वास्तव में इस सृष्टि का निर्माण करता कौन है मैंने कबीर भगवान का पुस्तक पढ़ा जो बाबा रामपाल के द्वारा लिखा गया है सृष्टि के निर्माण में बताते हैं शिव पुराण के अनुसार शिव भगवान ने यह सृष्टि रचा और विष्णु पुराण के अनुसार विष्णु भगवान ने यह सृष्टि रचे हैं और ब्रह्म पुराण के अनुसार यह सृष्टि निर्माण श्री ब्रह्मा जी ने किया हैऔर देवी पुराण के अनुसार इस सृष्टि का निर्माण करता श्री देवी यानी दुर्गा माता ने किया हैअब आप उत्तर देने की कृपा करें कि वास्तव में इस सृष्टि का निर्माण करता कौन है और कौन परब्रह्म है क्या कबीर भगवान वास्तव में असली परब्रह्म है
Very nice and educetional program guruji
Great
हरे कृष्णा हरे कृष्णा बहुत अच्छा
Jagdish parghi
आचार्य श्री के चरण कमलों में कोटि कोटि नमन
Aatam darshan sei hi hum saare rahasya ko jaan paate hai om shanti
I love you guruji
True v v v nice bhut hi Sundar beautiful wahaaaaaa Like you vani good bhut Khun❤️❤️🤲🤲🤲🤲🌹🌹🌹🌹🌹🌹👌👌
Pronaam GURUJI
Aapni khub valo bojaan. 🙏🙏🙏🙏
प्रणाम आचार्यजी महाराज ❤
Om tatsat 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Oum
Acharya aap bahut achha kam kr rhe hain
Guruji jay shri krishna 🙏
बहुत अच्छा जान कारी देने के लिए धन्यवाद गुरु जी 👣🙏🙏
Rekha
OM BHOLE...DHANYAVAD
Jai sachidanand ji
Very very nice video swami ji
गुरु जि को प्रणम 🙏🙏🙏🙏
Yeh subjet secreted hai
Pranam Maharaj Ji. Jai Shree Krishna. Jai Shree Ram.
మాస్టర్. సి. వి. వి. నమస్కారం. 🌹🌹🌹🙏🙏🙏
Very good thoughts to satisfied.
Awesome video
Satlok से
धन्यवाद , गुरु जी
..હા..બોલો..સાહેબ..
તમારુ..ધર..કયા..સે..નિજ.નુ..ધર..કયા.સે..ઔર..આગે..કોનસા..ધર..હે
તો..આયા..કહા..જાયે.ગે..સબ.કહેતા.હૈ
હમ.અપના.ધરપે..જાયે
કીસીકો. ને..દેખા.નહીં..ઓ.ધર.
જબ.દેખા..હે..ઓ...બલો.નહી..સકતા
જો..બોલતે..હે..ઓ..ધર..કોન.જા.શકે
સચ્ચા..પરમાત્મા..કા.જ્ઞાન. નહીં. ઔર.
હોગા..ભી..નહી..
એ.કોઈ...મામુલી..ઈન્શાન..નહી..જા.
યેગા...વોતો...દેશ..હે..સત્ય. વિર.પુરષ.કા..
Sadaŕ pranam Guru jee
जय श्री गणेश ❤
Namaste sir
Pranam gurujì
गुरु जी आप को कोटि कोटि प्रणाम उदयपुर राजस्थान
🙏જય ગુરુમહારાજ઼
Jai guru Dev 🙏
Very very thanks Swami ji for nice vdo.
2w
@krishna Dev vishw k arma165 .umesh ponde ji aap ko koti koti pranam Guru hi ko gahan adhyan hayi dhanwad
Very good
Hare krishna
Amuly gyan sir
Jai sree Ram jai hanuman jai mhadev
Bahut bahut aabhar Guru ji pranam
गुरुजी इहे हमरी मनवा में अंदेशा हो वे ला कहवा से आके जिव कहवा जावेला एकर लेखा जोखा हमरा नाही आवेला गुरुजी गावल गीतिया सुनिले इ सभे गावेला खुद हम के हयी ई नाही जानेला गुरुजी इहे हमरी मनवा में अंदेशा हो वे ला गुरुजी केहु जावे काशी केहु मथुरा जावे ला सार तत्व गुरु बिनु नाही पावे ला गुरुजी इहे हमरी मनवा में अंदेशा हो वेला मुवला के बाद केहु मोक्ष लावेला गुरुजी गावल गितिया सुनिले ईसभे गावेला खुद हम के हयी उ नाही जानेला प्रेमानंद मौन नेति नेति वेद गावेला
Hi wn darfol
Thank you sir
P
Aapka ek ek kathan satya hai parantu iska anubhav kathin hai iski bhi log kalpna kar lete hain aur dharm se vanchit rah jate hain
Thanks
❤❤❤
Very very thanks guru Ji
Good
Good & great explanation this topic.
कोटि प्रणाम गुरुदेव।
केवल समझने से सब होगा या कुछ करना भी पड़ेगा?
Omnamosivai
🙏🙏हरी ओम जी 🙏🙏
jgd."मै" कौन हुॅं? इस मुलप्रश्नपर सविस्तारसे विवरण आपने किया। बहुत अच्छा! धन्यवाद!कृपा रहे।ॐ तत्सत।
ATMA N ATA HAI N JATA HAI
OR FIR HAM KHUD ATMA HI HAI.. TO HAM ATMA KAHAN SE AYE.
KRUPAYA SAMJAI E..
@@naranjigadhvi3143 your mobile number do
Very true
महाशय जी ॐ नमो:श्रीशिवाय नमः महाशय जी कृपया सुख और आंनद मे भेद बताने की कृपया कीजिये.....ॐ नमो:सर्व देविदेवताय: नमः
श्री राम! आत्म तत्व का विवेचन कोई महापुरुष ही समझ ओर कह सकता है। यह आत्मा शास्त्रों मे नाना प्रकार् के भेदो वाला कहा गया है, एक वह आत्मा जो परम आत्मा है, एक वह जो जीव आत्मा है, एक वह पतित आत्मा है। यहां आत्मा का सम्भोधन एक ऊर्जा के रूप मे हुआ है, जिसके भिन्न - भिन्न आयाम है।
વંદન કરતા આનંદ થાય છે
9🎉
सभी को नमन
Jay hind jay bharat
It is true 🌺🌺
Very nice 👍
हम पागल हैं पागल खाने से आये हैं और श्मशान घाट में जाना है
प्रणाम गुरुजी
Jay Dev very nice subject Thanks
🙏🙏💐💐From Kathmandu, Nepal
Almighty has kindly given birth to my soul as human being.I have come to the conclusion from my own experience of my life that my soul has no alternative except to follow the doctrine of birth and death till the end of "SANCHIT KARAM FAL".I shall have then the only alternative to follow the path as directed by the holy lord Krishna in the great scripture Gita in chapter 2,6 ,9,12and last 18 wherein told "Sarva Dharman parityajya Mamekam Sharnam Braj".Here ,I will welcome the comments of Shri Guruji and others as well.
Shree Radhe guru ji
माया कौन है क्या आत्मा को जानने से पहले माया जानना जरूरी नहीं क्या किसी धर्म रूपी शास्त्र से माया को समझाना ही अध्यात्म है। ऐसे मे जानवरों का धर्म क्या होगा या जानवरों मे जीवआत्मा नहीं या माया नहीं
Bhagavad gita ke trayodaswa adhya ko padh lijye.
🎅☻☻☻☻🐪🐐🐷🐂🐎🦁🐕🐒🦃🐦🐍🐿🐇🐀🐘🦂🕷🦀🐬
HAM SAB EK ATI AADHUNIC PRAKIRTIK YANTRA HAI JO APNA JIWAN ( FOOD ) KHUD TALASH KARTE HAI AUR CHALTE FIRTE HAI
Bhai aapan Pat's h aap kha seaaye ho
Jai gurudev corona bemary kai se asaha hoga
Namaskar
Video allow
❤🙏
Where is the factory of atma
Tumsivsunsaarkesvruphoyadeepurushototumkosivsunsaarnedilkerastesechlkaruseedilkeraastesetumkobhilaihai1deentumbhiuseedilkeraasteparchlnekelievibashojaogeisliehumjhaseaaihaivhihiumarhoneparjanahotahaiuskealvaaorkoidusrajeevankakoimaarghaihinhinaaridilkilbeelkisvruphotihaiaeanantsunsaarsivmayakabeedhnhaitumkosirfbhgwansivkerachehuvemarydadhrmmaargkapalankarnahaibhgwansivuseekoprapthotehaijomarydakasnpurdpalnakartehaijopurusmarydadhrmkapalnanhikarpateunhehibhgwansivnaarisvrupdilkilbeelmebadaldetehai1sivsatymsundrm
Jai Shree Sita ram Radhe Krishna aadhatam ke liye yoga kish vidh se kiya jaye
Na kahi se aaye and na hi kahi jayege
naman guru g.kayi bhrantiya during huyi.kya ham apne purwa janm or baad k janm ko jaan sakte hai.
🙏
What is Hiranayagarbha, please explain? It is Sushamater ghya. Thanks
AAP BACHO KE TARAH BATE KARTE HE AAP KE PAS APNA GIYAN HE HI NAHI . MANUSAY JATI KE LIYE KARM HI UNKA DHARAM HE BAKI SAB BEKAR .OR JAN JAY RASTE TO HAZARO HE PAR SAB KA MALIK EK HE . DHANAYWAD
गुरु जी प्रणाम जी कृपया आप जी जो शलोक बोलते है बह किस अध्यये से किस शास्त्र से है कृपया जरुर बताया करे जी धन्यवाद जी
ATMA N AATI HAI N JATI HAI OR FIR HAM KHUD AATMA HAI TO KAHAN SE AAYE.. KRUPYA SAMJAI E..
हम कही से आये नहीं है कही जाना नहीं है
खाली है के भाव मे रहना है है है है
सबकुछ भरपूर है है है
स्वास्थ्य भरपूर है
है मे रहना ही जीवन है फ्री फ्लो मे जो भी आ रहा है ग्रहनशील होकर ग्रहण करणा है
धन्यवाद
😂🎉❤❤
Sound is v slow
Guruji pranam kya puja path Jap karne se kundlini jagrut ho jati hai kya Jai maa aadi Shakti
नाम सभी बताते लिखी लिखाई सभी पढ़कर सुनाते हैं देते कुछ नहीं सिर्फ तडफाते है क्योंकि खा वह भी नहीं पाये उस फल को जिसकी बात वो रोज बताते हैं नाम के साथ कोई पता बताये मंजिल वही तय कर पाते हैं और पता जीसे पता है उसे सब पता है वह किसी को बताने नहीं जाते जिनको जरूरत होती है पहुंचने आते जो जानकर भी ना बताए वह गुरु द्रोही और जो सत बताये वहीं सतगुरु कहलाते हैं
बहुत ही सुन्दर ढंग से बताया गया है। आपको नमन।
इसके लिए आपको पात्र बनना पड़ता है और सच्चे सदगुरु ही बता सकते है
भारतीय दर्शन जीवन जीने का एक तरीका है।
आपके व्याख्यान प्रणम्य हैं।
अभ्यास करने के लिए ग्रंथ का नाम बताओ धन्यवाद
Granth ka nam to pahle hi likha gaya hai.
Sakshi bhav kya hai. Guru ji.
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
दिशा के बारे में हिंदी मैं बताएं
Param dham kya he, jara example de ke batao
नही कही आना ना कही जाना आआपे मे आप समाना है
यह मुसाफिर हूं कहा जाना है वो वक्त को भी न पता कौन सा ठिकाना है।