परम आदरणीय शंकराचार्य जी ने बहुत ही स्वतंत्र और निष्पक्ष बात की है आपका वक्तव्य पूर्णतया सच्चाई पर आधारित है हम आपके वक्तव्य की हार्दिक प्रशंसा करते हैं
@@krishnamohan2362 acharya ne panchpat wali bat karee hae bangladeshi ke fever kee bat karee hae jabki bangladesh ke log hindu nahi hae voh to snatani murti pujako hae bangladesh alang country hae hindustan to hae nahi
धर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
nahi beech me 1000 sal dar ke maare chuppi maar gaye the.. aaj BJP ke shashan me himmat aayi hai kyunki maloom hai ke jail nahi daale jayenge... congress ne to jail me dalva diye the.
@@radheraja4234धर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
आचार्य जी में एक हिंदू सनातनी हूं माली समाज से आता हूं जितने भी हम आपसे हाथ जोड़कर विनती करे जो भी हिंदू भाई है उसने भी आपको अपना समझा के आग्रह किया है भाइयों के विषय में सोच और भगवान को ध्यान में रखे कीजिएगा जय श्री राम जय श्री राम
@@shimlagal580धर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
सीताराम जय भारत जितने भी हिंदू हैं यह सब हमारे भाई बहन हैं हमें इनको इंसानियत के नाते साथ रखना चाहिए हम इंसान हैं तो इंसानों वाला काम करें हवनो वाला नहीं💖💖👸💖💛🙏🚩🇮🇳🙏💛🌝💛💯
हर हर महादेव काशी विश्वनाथ ज्ञान वापी और मथुरा में जय श्री राधे कृष्णा जी का जन्म हुआ था इस भूमि पर मंदिर जरूर बनेगा और इस बार संभल में हरि हर महादेव मंदिर जरूर बनेगा और हिंदू धर्म सनातन धर्म में भगवान विष्णु भगवान श्री कल्कि अवतार धारण करने वाले हैं
धर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
शंकराचार्य जी के द्वारा कही एक-एक सत्य है और मैं इसका समर्थन करता हूँ।
आज तो शंकराचार्य जी महाराज बिल्कुल बदल गए हमारी आशाओं के अनुकूल आज उनके वचन हैं
स्वामी जी आज आप के बातों से सहमत हूं 👏💐🍀🙏
गुरुजी के चरणों में कोटि कोटि नमन।🙏🙏
परम आदरणीय शंकराचार्य जी ने बहुत ही स्वतंत्र और निष्पक्ष बात की है आपका वक्तव्य पूर्णतया सच्चाई पर आधारित है हम आपके वक्तव्य की हार्दिक प्रशंसा करते हैं
@@krishnamohan2362 acharya ne panchpat wali bat karee hae bangladeshi ke fever kee bat karee hae jabki bangladesh ke log hindu nahi hae voh to snatani murti pujako hae bangladesh alang country hae hindustan to hae nahi
जय हो आपकी शंकराचार्य गुरुजी
• *जागृत तथा मुखर हो रहे शंकराचार्य। • प्राचीन काल से धर्म गुरु राज्य को धर्मोचित तथा न्याय की दिशा दिखाते आ रहे हैं।* ❤ 🚩 🕉 🌹 🇮🇳 🙏
धर्म का अर्थ
ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना
1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है।
भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं.
अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब.
जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
nahi beech me 1000 sal dar ke maare chuppi maar gaye the.. aaj BJP ke shashan me himmat aayi hai kyunki maloom hai ke jail nahi daale jayenge... congress ne to jail me dalva diye the.
गुरुदेव जी ने सही बात कही प्रणाम गुरु जी
एक दम सही कहा । शंकराचार्य जीने ! नमन् हमारा स्वीकार करें !
शंकराचार्य जी के विचारों को मै सहर्ष स्वीकार करता हूं, बहुत अच्छे विचार हैं।
Ham sab sanatani guru gurudev se nivedan hai ki sanatan ko bachane ke liye aap log ko bhi kattar sanatani bane❤❤😢😢😢
Hello he is fraud 😂
@@Fathers-worldतू कौन खामाह खा साला
@@Fathers-worldfraud toh jumlajeevi hai.
@@radheraja4234धर्म का अर्थ
ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना
1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है।
भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं.
अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब.
जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
शंकराचार्य जी को कोटि कोटि नमन
धन्यवाद आदरणीय शंकराचार्यजी कोटि कोटि नमन आपको आपने सहीकहा
आपके विचार बहुत ही सराहनीय है सादर प्रणाम गुरु जी
शंकराचार्य ने बहुत सही कहा है शंकराचार्य महाराज जी ने बहुत सही कहा है इनकी बात का समर्थन करते हैं मोहन भागवत का बयान से हमको बहुत दुख हुआ है
आचार्य जी में एक हिंदू सनातनी हूं माली समाज से आता हूं जितने भी हम आपसे हाथ जोड़कर विनती करे जो भी हिंदू भाई है उसने भी आपको अपना समझा के आग्रह किया है भाइयों के विषय में सोच और भगवान को ध्यान में रखे कीजिएगा जय श्री राम जय श्री राम
Jay ShriRam 🙏🙏🚩🚩
Jai Shri Ram🙏
@@shimlagal580धर्म का अर्थ
ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना
1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है।
भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं.
अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब.
जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
धन्यवाद शंकराचार्य जी आपको कोटि-कोटि नमन सत्य वचन🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️🌹🌹🌹🌹💐💐💐🎉🎉🎉🎉
शंकराचार्य जी बहुत सही वचन करते हैं ,
I fully agree with शंकराचार्य ji
आज के वचन शंकराचार्य जी महाराज के बड़े स्वागत योग्य हैं
बहुत सुंदर विचार महाराज जी शंकराचार्य भगवान के
शंकराचार्य जी के चरणों में बारंबार प्रणाम आपकी की जय हो,,, आप जैसे विद्वानो को खुलकर मैदान में आना चाहिए,,,, सनातनी आपके साथ है
हर हर महादेव जय भवानी जय शिवाजी जय रणचंडिके महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज की जय हो जय हिन्दू राष्ट्र 🙏🏻💪🕉️🚩
🙏🙏🚩🚩🌹🌹🍇🍇🕉🕉🔱🔱
Aap sahi kah rahe hai
मुझे तो शंकराचार्य जी महाराज के आज के वचन बड़े अच्छे लगे
Veri good ji Thanks Maharaj ji
Jai Shri Ram 🙏. 😍😍🚩🙏🙏
ATI Uttam vichar Maharaj ji ke
जय हो गुरु जी आपको बारंबार प्रणाम।
महराज जी को कोटि कोटि नमन ये हमारे देश धर्म के परम् पूज्य संत है शंकराचार्य जी को कोटि कोटि नमन🙏🙏🙏
मोदी जी को इनके लिए बांग्लादेश सरकार पर दृढ़ता पूर्वक दबाव बनाना होगा।
महाशय विश्व शांति पुरस्कार के चक्कर में हैं शायद। मुंह से दो शब्द नहीं निकलते दबाव क्या बनाएंगे 😂😂
आदरणीय आपको कोटिशः धन्यवाद
Guruji ne 💯 pratisat satya kahe hain
महाराज जी आपको बहुत बहुत धन्यवाद l आप भगवान् हैं l
Mai ek Swayamsevak hun. Aaj swami ji ke baat par purn sahamat hun. Hamare aastha, biswas, sahas aap jese santh Mahatmaon ke karan barkarar hai 🙏🏻🙏🏻
Shankracharya ji ne sahi vichar manviya aadhar btaya hai .
बहुत सही कहा जय श्री राम
शंकराचार्य ने सही बात कहीं हैं
याचना नहीं अब रण होगा
जीवन जय या मरण होगा 🌹🌹🌹
💖👸💖🙏🚩🙏🚩🙏🇮🇳🙏💛🌝💛💛💯💛1️⃣यह बात तो आपने सत्य कहि गुरुजी कानून वाले भी और नेता भी उनके कर्मचारी भी सब इनका साथ देते हैं बुरे लोगों का
इस कार्य के लिए महाराज जी को नमन और समर्थन
सीताराम जय भारत जितने भी हिंदू हैं यह सब हमारे भाई बहन हैं हमें इनको इंसानियत के नाते साथ रखना चाहिए हम इंसान हैं तो इंसानों वाला काम करें हवनो वाला नहीं💖💖👸💖💛🙏🚩🇮🇳🙏💛🌝💛💯
बहुत सुन्दर विचार।
शंकराचार्य जी एक बार पुनः हिंदुत्व की ओर लौट रहें है ।
🚩 जय श्री राम 🚩🙏🏻
Bilkul sahi baat Guruji na kaha
🙏🏻🙏🏻
🎉 सुन्दर 👏
Well done....pahli bar aap ne Garda udaya hai.... Apash me kuch bhi ho lekin wakt aane pe sare hindu ek sath rahe ❤
🙏🙏🚩ॐ नमः शिवाय 🚩🙏🙏
शंकराचार्य भगवान की जय 🙏🚩🚩🚩
आदि जगद्गुरुशंकराचार्य महाराज की सोच बिल्कुल सार्थक है।
हम आप की बात से बिल्कुल सहमत
सुन्दर विचार है
प.पु.शंकराचार्यजी का कहना सत्य है.उन्हे सा.दण्डवत.
धर्म सम्राट ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज की जय हो हर हर महादेव
हर हर महादेव काशी विश्वनाथ ज्ञान वापी और मथुरा में जय श्री राधे कृष्णा जी का जन्म हुआ था इस भूमि पर मंदिर जरूर बनेगा और इस बार संभल में हरि हर महादेव मंदिर जरूर बनेगा और हिंदू धर्म सनातन धर्म में भगवान विष्णु भगवान श्री कल्कि अवतार धारण करने वाले हैं
धर्म का अर्थ
ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना
1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है।
भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं.
अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब.
जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
Absolute Answers 🤝👏🏽
Declare India "Hindu Nation"🚩
Jay Ho Guru Maharaj Ji Satya Kaha aapane
जगद्गुरु शंकराचार्य की जय।
धर्मराज निग्रहाचार्य की जय।
धर्मसम्राट करयात्रीजी की जय।
धर्ममूल वैदिक गोवंश की जय।
आज श्री शंकराचार्य जी महाराज की बातों पर सहमत हूं
ATI sundar sat sat Naman pranaam guru Dev 🙏🙏🌹🌹🌹
अब बाबा के प्रति अच्छी सद्भावना होने लगा है, हर हर महादेव
जगतगुरु श्री शंकराचार्य महाराज के सभी विचारों से हम सहमत हैं
जय सनातन संस्कृति,जय हिंदू जय हिंदुस्तान
Shankaracharya Maharaj ki Jay Ho
सनातन धर्म की जय गौ माता की जय जय सनातन संस्कृति की जय सनातन संत समाज की जय हिन्दू राष्ट्र
जय श्री राम भद्राचार्य जी महाराज जी गुरुजी योगी आदित्यनाथ जी बीजेपी नेता को पीएम बनाना चाहते हैं
Yogiji,देश के लिए मोदी जी से अच्छा है
Agree 💯👍🏼
बिल्कुल सही कहा गुरु जी ने आरक्षण खत्म होना चाहिए
jo bhi hindu hit ki baat karega wo mera adarsh hai ......shankaracharya bhagwan ko bhut bhut pranaam aur dhanyawaad
Pranam Guruji ❤❤❤
Waah shankaracharya ji waah Garda kar diye... Dil gurda kidney sab jit liye aap to....
आपका कथन पूर्णतया सत्य है। यही हम सब हिन्दुओं की पीड़ा है
ଜୟ ହନୁମାନ୍ 🙏🌹🙏👍👍🚩🚩🕉️
भगवान आदि विश्वेश्वर महादेव आप सब सनातन धर्मी भक्तों की रक्षा करें..... हर हर महादेव......===🙏🙏🙏🙏
जय हो शंकराचार्य महाराज कीजय हो वाराणसी के पिता जी शंकराचार्य महाराज को कोटि कोटि नमन करते हैं आपने बिल्कुल सही कहा है हम आपकी बात का समर्थन करते हैं
શંકરાચાર્ય જી બાંગ્લાદેશ માં હિન્દુ ધર્મ ઉપર હત્યા સાર હો રહા હૈ શંકરાચાર્ય જી તાત્કાલિક ધોરણે નિર્ણય લેના સાહીએ ઓર હિન્દુ ધર્મ બસાઓ નહિંતર મહાકુંભમાં નાગા બાવા ને આદેશ આપો હિન્દુ ધર્મ ની સ્થાપના કરી શકે 🙏🙏🙏
हर हर महादेव जय सियाराम कोटि कोटि प्रणाम है महाराज श्री को सत्य वचन
शंकराचार्य जी ने खरी बातें कही हैं।
संतो की तपस्या स्थली की छंटाई नहीं की जा सकती। पूजा स्थली जन्मस्थान बदला जा नही सकता है। घर बदला जा सकता है। जय हिंद
माता, पिता, बच्चे अदला-बदली योग्य नहीं, बल्कि परिवर्तनीय घर आस्था है. जय हिंद
शंकराचार्य bhagwan की Jai हो 4:17 4:21
सत्य सनातन की सदा ही जय हो
Jay Siyaram Jay Jay Hanuman
जय हो गुरुदेव जी की......====🙏🙏🙏🙏
जयश्रीराम।
Jay sriram
Sankaracharya ji ke charan spers kertey huye unki bhawanon or deexa ko naman
स्वामी शंकराचार्य गुरु जी के चरणों में 🙏🏻🙏🏻
Jai jai siya Ram
Koti koti naman apka aise bevaak tarika se bolne ke liye
ଶଙ୍କରାଚାର୍ଯ୍ୟଙ୍କ ଅନେକ ଅନେକ ଧନ୍ୟବାଦ
सभी शंकराचार्य जी को बांग्लादेश जाना चाहिए, हिन्दुऔ को सशक्त व सशस्त्र करो
परम पूज्य जगत गुरुदेव महाराज के चरण कमल में सादर प्रणाम स्वीकार हो
जय श्री राम और सही बात है हम सब लोग आप से सहमत हैं गुरु जी
Maharaj ji ke charno me dandwat pranam.
We agree with Guru jee on all issues. He is always clear and spontaneous in expression.
शंकराचार्य जी को प्रणाम और नमन हिंदुओं की रक्षा आप लोग कर सकते हैं।
स्वामी जी आज तो आपने दिल ही जीत लिया
आपके चरणों मे कोटि-कोटि नमन
हर हर महादेव 🙏🙏🌹🌹💐💐🌿🌿🚩🚩🚩🚩
Ram bhadracharyag k byan k a sbse jyada yogdan h❤
भारत सरकार के अलावा कोई ऐसी व्यवस्था नहीं है कि जिससे किसी व्यक्ति की सहायता हो सके या मिल सकें
@@NaushaadAli-cw9nm Madiro par jo kabza hai wo chor do
Jay Siyaram Jay Jay Siyaram Koti Koti Pranam Pujya Gurudev Shri Shankaracharya Ji ko