Manohar thana setra me Chakrasen Bhil ka raj tha. Mandor setra me raja parthvi Bhil ka raj tha.onka Kila aaj b Waha hhh...oske pass mahadevji ka sota sa mandir b hhh.... Jalawad hadoti.. hadoti bhilrajao ka thikana tha.. history me NAHI likha hai.but purani kitabo me aaj b likha huya hhh
में भील समाज से हू और बिना लड़े की कोई वीर नही होता बिना त्याग के कोई पीर नही होता ये तो सदियो की तपस्या है वरना ऐसे कोई ,,, आदिवासी_भील_""नही होता.......
वंदे मातरम- जय भारत जय भील आदिवासी- जय मेवाड़- आप की जय - ||जय जय राजस्थान|| जो राजपूत भीलुराणा वीर योद्धा महापुरुष मेवाड़ के अर्धशासक पूंजा भील को राजपूत बता रहे हैं हमारे गौरवशाली इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं उन्हें हम और वीर शिरोमणि प्रातः स्मरणीय महाराणा प्रताप कभी माफ नहीं करेंगे उनसे मेरा सवाल - राजपूत समाज में अभी तक कोई पूंजा सिंह नाम का कोई व्यक्ति हो तो बताएं जबकि भील आदिवासी समाज मे आज भी कई व्यक्तियों के नाम पूंजा है हमेशा से ही भील आदिवासी आपका और सबका सम्मान करते हैं हमारे पूर्वजों ने हमेशा ही देश और दुनिया के लिए कुर्बानी दी है हमारा इतिहास गौरवशाली रहा है हम संपूर्ण विश्व को अपना परिवार मानते हैं जो सब जानते हैं और आज भी हमारी रगों में वही खून दौड़ रहा है अगर जरूरत पड़ी तो हम अपना खून बहा भी सकते हैं जब तक हम शांत बैठे हैं तब तक ठीक है हमने आज तक कभी किसी के इतिहास के साथ छल कपट नहीं किया है वैसे तो संपूर्ण प्रकृति का धरती पर ऐसे लोगों की वजह से विनाश तो हो ही रहा है इस बात को वैज्ञानिकों ने भी स्वीकार किया है आदिवासी कौम से ही इस धरती का आज भी अस्तित्व कायम है अन्नदाता भूमिपुत्र भील आदिवासी हमेशा से ही प्रकृति को पूजक रहा है ~~ राम राम ||आप सब की जय हो प्रकृति की जय हो||
माफ़ करना में भील जाती से नहीं हूं पर भील जाती के बारे में कुछ व्यक्त करना चाहूँगा कुछ ग़लत लगे तो माफ़ करना- भीलो का इतिहास बहुत प्राचीन है, में भील जाती को क्षत्रिय से भी अधिक बलशाली समझता हूं जब श्रीराम लंका की ओर जाते हैं तब एक भील आकर उन्हें कहता है कि है राम में आपका साथ देना चाहता हूँ, जब महाभारत का समय था तब एकलव्य अपना अँगूठा काटकर द्रोण को दे देता क्यूँकी द्रोण जानता थे की एकलव्य एक महान धनुर्धर है। भील कन्नप्पा शिव के कट्टर भक्त थे और श्रीकालहस्तीश्वर मंदिर में शिवलिंग से निकलते आंसू को देख अपने नेत्र अर्पित कर देते हैं ब्राह्मण वहां खड़ा देखता रह जाता है। भील जाती में जो बलिदान की भावना है वह ईश्वरीय वरदान है जो क्षत्रियों में भी कम देखने को मिलती हैं क्यूँकी जहा एक तरफ महाराणा प्रताप का साथ सभी राजपूत राजा त्याग देते हैं वहीं राणा पूंजा आगे आकर महाराणा का साथ देते हैं। भील जाती आर्थिक रूप से पिछड़ी है प्रकृति को अपना घर समझते भौतिक जीवन या विलासिता वाला जीवन नहीं जीते इसीलिए अपना इतिहास का संरक्षण नहीं कर पाई और वहीं क्षत्रियों के पास धन दौलत है तो इन्होंने अपना इतिहास संजो के रखा शायद इसीलिए आज के राजपूत राणा पूंजा को भील बताने पर तुले है पर इतिहास को मिटाया नहीं जा सकता राणा पूंजा भील थे और रहेंगे और भील जाती में जन्म लेना सौभाग्य की बात है क्षत्रिय युद्ध के भय के शत्रु का साथ दे सकता है जेसा मान सिंह ने अकबर का दिया पर भील तो युद्ध का आह्वान स्वयं करता उसे मृत्यु का भय नहीं है वह निडर है। आज राणा पूंजा है तो महाराणा का नाम है वेसे ही जेसे कृष्ण और अर्जुन। में भील जाती को नमन करता हूं। जय हिंद
Aap ki soch mahan h ,aap vastv me bhism jese shtriy h , aap sache or emandar h , bahut bahut dhanyvad, aan bhi rajput maveer h jo mahabali karn ki tarah apne vachno ke pakke h 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सभी भाइयों को मेरा नमस्कार, ये बात सभी को पता ही की आदिवासी समाज (भील) ने महाराणा प्रताप का बहुत साथ दिया, इसके लिए हम उनके आभारी हैं और सदैव रहेंगे, और रही बात महाराणा प्रताप की तो जहा तक मेने पढ़ा है वहां तक महाराणा प्रताप सिसोदिया वंश के राजपूत थे, जय मेवाड़, जय जोहर 🙏✍️
राणी जाया,, भीली जाया, भाई भाई,,🦁♥️ भील भाईयो ने,, तो इतिहास के पन्ने बदल दिए,, थे, केसे भूल सकते हे,,भील भाईयो के बलिदान को,,, जैसे स्वयं महाराणा प्रताप सिंह के लिए दिल में स्थान है,, वेसे हि,,, भील भाईयो का भी हमारे,, दिलो में स्थान रखते है,,♥️🦁 जय महाराणा प्रताप सिंह,,जय मेवाड़,,, हर हर महादेव 🚩🙏
जय भीलू राणा पूंजा 🚩🚩जय महाराणा प्रताप मूर्ख जैसी बातें मत करो आपस मे इतिहास के साथ छेड़छाड़ मत करो राणा पूंजा भील थे रहेंगे एक छोटे से राजपूत की ओर से फुल सपोर्ट सभी आदिवासी भाइयों को जय जोहार जय राजपूताना हर महादेव
बिल्कुल सर आप जैसे लोग मान सम्मान एक दूसरे का रखे तो बढ़िया हे नही तो आने वाला समय हमारे लिए कितना घातक होगा जिसकी कल्पना नहीं कर सकते ये कुछ लोग सिर्फ राजनेतिक रोटियां सेकने के लिए ऐसा करते है आप जैसे लोग अगर जागरूक रहे तो बढ़िया हे आपको खूब खूब जोहार धन्यवाद सामाजिक सौहार्द को बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है
आज हम हर जगह भील जाति का अपमान कर रहे हैं भील वो जाति है जो हमें सुनहरे अक्षरों में लिखना चाहिए क्योंकि भील जाति का योगदान हमेशा मात्रभुमि की रक्षा के लिए हमेशा से तत्पर रही है में पटेल जाति का हूं लेकिन आज भी भील जाति का सम्मान करता हूं
जय जोहार जय राणा पूंजा,जय राणा प्रताप। ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर लगता है राजपूताना और भील आदिवासी, गोंडवाना राजाओं में आपस में मधुर व्यवहार रहा होगा एक दूसरे के लिए सदा तत्पर रहते रहे होंगे सब एक दूसरे के पूरक रहे होंगे । लगभग वहीं समय रहा होगा 1500 के आसपास राणा पूंजा, राणा प्रताप और गोंडवाना गढ़ मंडला की महान रानी दुर्गावती चंदेल राजपूतों की बेटी गोंडवाना में ब्याही गई थी, जो मुगलों से युद्ध करते हुए 24जून 1564 को वीर गति को प्राप्त हुई। हमें अपने ऐसे ऐतिहासिक धरोहरों को आपस मे एकता बनाएं रखें हमें नाज है हमारे दोनों वंशजों के पराक्रमी पूर्वजों पर मिलकर इनके शोर्य दिवस मनाएं जय जोहार जोहार।
तभी महाराणा प्रताप महासंग्राम हुआ था तभी सभी राजपूत कहां पर मर गए केवल आदिवासी भील समाज ने हमारे पूर्वज राणा पूंजा भील ने साथ दिया जय आदिवासी जय भील प्रदेश जय राणा पूजा भील❤❤
1535 में बहादुर शाह प्रथम ने मेवाड़ पर अक्रमण कर दिया रानी कर्णावती जान बचा कर अपनी विशेष सैनिकों के साथ किल्ले से निकल गई वो अपने मायके बूंदी के लिए निकली पर रास्ते में उन्हें शत्रु सैनिकों ने घेर लिया । तभी भील सरदार ने उनकी रक्षा की उन्होंने शत्रु सैनिकों को मार गिराया और रानी कर्णावती को अपने साथ जंगल में ले गए और उन्हें अपने साथ रखा रानी कर्णवती भील सरदार की वीरता से बहुत प्रभावित हुई भील सरदार रानी कर्णावती से प्रेम करने लगे कर्णवती बहुत सुन्दर थी । भील सरदार ने उन्हें अपनी पत्नी का दर्जा दिया और प्रेम किया दोनो के बीच किय बार संबंध बने (मतलब सेक्स हुआ) रानी ने उनके साथ काफी समय बिताया और रानी भील सरदार से गर्भवती भी हुई रानी कर्णावती और भील सरदार खुश थे रानी अपने पति को मानो भूल ही गई हो । कुछ दिन बाद रानी के भाई हाड़ा राजा निर्बुद्ध वह आए उन्हें जब पता चला की रानी कर्णावती भीलो के सरदार के साथ सो चुकी है उन्होंने भीलों पर हमला कर दिया और अपनी बहन रानी कर्णवती को अपने साथ ले गए उनके भाई को जब पता लगा की महारानी कर्णवती भील सरदार के बच्चे कि मां बनने वाली है उन्हों यह बात सबसे छुपी रखी और रानी कर्णवती से उदय सिंह को जन्म दिया । सभी को लगा यह राणा सांगा का बेटा है पर वह कर्णावती और भील सरदार का बच्चा था ।ये है पूरा इतिहास उदय सिंह के पुत्र राणा प्रताप हुए
आप दोनों महापुरुषों की बातें सुनकर मुझे बहुत ठेस पहुंची कि राजपूत और पैर दोनों लड़ाई चल रही है लेकिन सच यह है कि राणा पूंजा भील है उन्होंने महाराणा प्रताप का मरते दम तक साथ जब तक राणा पूजा जीवित रहे बल्कि वंशज उनकी मेवाड़ का पूरे देश भारत का साथ देती रही और आज भी हम सब साथ में है और साथ में खड़े हैं हम सब हिंदू समाज है आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है लेकिन आप लड़ना बंद करो मेरी आपसे इतनी ही विनती है अगर आपने लड़ाई बंद नहीं कहीं और हल्दी घाटी वाली युद्ध और शुरू हो जाएगा लेकिन हम नहीं चाहते आप से लड़ाई हो सब सब की मैं आपसे हाथ जोड़कर विनती करता हूं आज के बाद कोई बहस नहीं करेगा जो भी करना है आपको जो महाराणा प्रताप का इतिहास है बस वही देख कर निर्णय लेने लेकिन राणा पूजा तो भील है बस 🙏 जय भारत जय मेवाड़ जय जोहार
Dono ki bate galat kese lg sakti h aapko, hmne shuruaat nhi ki hamare etihas se chedkani kyu karni chahi, rana punja, veer aklavy, pritha bhil, bhagvan birsa munda, bansiya bhil, kotiya bhil ,hamara bhi gorav purv etihas h bhi, aap hme ese kese mita sakte ho ,mene ak din news dekha muje bahut dukh pahucha ki rajput jinhe hm aaj bhi mante vo milkr hamare gorav ko apna bata kr unka etihas hi badlna chahte h sb milkr tehsildar ko patr likhte h ki rana punja bhil nhi rajput the , bhai jisne galti ki h use rok ,aaj hindu dharm pr thodi si aach aane se kitna dhukh hota h usi prkar hamare etihas se kholvad hoga to fir hm bhi ,arajum se mahan veer aklavy ki santan h sahan kese kr sakte h , sb milkr rahenge ,sb sbke etihas ka sammn karo. Or sb logo ka bhi.
Bhai bilkul sahi hai Jay Rana punja bhil Holanki he nhi Solanki or bhai hamare aadiwasi me bhi Solanki chuandari parmar Meena Rathod Chauhan Rawat or Kai bhi atak aati hai
जो राजपूत पूजा भील को राजपूत बता रहे वो सही साक्ष्य को प्रस्तुत नहीं कर पाये तो कोर्ट में लेने के देने पड़ जायेंगे भाई । नहीं पता हो इतिहास का तो हवा में ऐसे ही फायर महंगा पड़ जायेगा । जय मुलनीवासी जय भीम जय जोहार
साक्ष्य तो पूर्व महाराणा खुद कहा था कि वो भील नही सोलंकी कूल के क्षत्रिय थे और यहीं बात महाराणा प्रताप को टैक्स देते समय दर्ज की गई है कभी उदयपुर जाया करों भाई........ उन्हे भील जाति का नही भीलो का राणा कहा जाता है जैसे मारवाड़ियो के लिए मारवाड़ नरेश आता है।
राणा पूंजा वाक्य में एक वीर योद्धा थे जोकि भील समाज के राजा थे मैं एक राजपूत समाज से है नाम है मान सिंह राठौड़ राणा पूंजा भील ठाकुर जय मां भवानी वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जय वीर शिरोमणि राणा पूंजा भील समाज जय हो
राणा पुजा साहे भील हो या राजपूत हो ऊसे कोइ फरक नहीं पडता है वो ऊस गधार राजपूतों से तो कहीं गुणा माहान योध्दा था राणा पुजा वो गधार राजपूत माहानसिह भगवानदास ओर टोडर ओर भी बहुत ही राजपूत गधार थे
मेरे भाई साफ साफ है भीलो का इतिहास कम कर रही ये सरकार और युनो मे बात करती है की भारत देश में आदिवासी नही है जय आदिवासी जय राणा पुंजा भिल आदिवासी क्रातिकारी विरो को नमन
Aap ne sahi kaha bhai adiwasi ko bahut dino se janganna me v chhupaya Gaya hai. ye sab ham adiwasi yon ko dabaya ja raha hai jago adiwasi jay Jharkhand jay bharat Jay adiwasi samaj
@@bheruahariofficial5236 महाराणा प्रतासिंह गुहील राजवंश के थे जो बाद में सिसोदिया वंश कहलाया वास्तव में पुरुष आदिवासी भील राजा हि थे लेकीन इनकी ओरते रशियन थी अर्थात ब्राम्हण थी ! यह एक शडयंत्र था आदिवासी राजा को काबू में कर उनपर विजयपाने के लिए ! जैसे भगवान शंकर भील राजा थे ओर पार्वती रशियन अर्थात ऋषी (रशीयन/रशी अपभ्रंश होकर ऋषी हुआ है ) पुत्री ब्राह्मण थी !🙏
एकलव्य निषात् राज भील का पुत्र था। मैंने एक सीरियल में देखा एकलव्य को एक शोर्य पुत्र बताया गया है जो एक राजपूत है सर यह बिल्कुल गलत हैं सर कुछ लोग हैं जो हमारे इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं ऐसे लोगों पर थोड़ा ध्यान देना चाहिए हमारे समाज के लोगों को 🙏🙏🙏 जय आदिवासी जय जोहार
राणा पुंजा भील जी को शत शत नमन 🌳🇮🇳🙏 हमारे आदर्श हमारे वीर योद्धा जिनको किसी परिचय की जरूरत नहीं । सूरज , धरती , नदी ,आकाश ओर मूलनिवासी योद्धाओं का इतिहास खुद धरती बया करती हे ओर कर रही हे । बड़ी बड़ी बाते ओर बढ़ा चढ़ा कर खुद का प्रचार करना ये खुद को अपने राजाओं से जोड़ना ये कामचोरों का काम हे । भील , आदिवासी , ओर मूलनिवासी इनका इतिहास कुदरत कि तरह । 🌳🇮🇳🙏
Bhai Pushpendra aapki bat shi he par recording me kha vo bhi glt nhi he puri tarh se khuc jo jyda pde likhe hote he vo meena hi lgate he baki to bhil lagate hi he
@@hiteshdendor2334 हा भाई सही पर डूंगरपुर और खैरवाड़ा यूं तो ना बोलना चाहिए इसमें फिर कुछ नहीं सब आ जाते हैं और ऐसी बातें समाज को आबाद नहीं डूबा देती है इससे संगठन बनता नहीं गिरता है शब्दों का थोड़ा ध्यान से रखें कुछ भी बोले तो अगर नहीं रख सकते तो चूप रहे।
जो बोले सो निर्भय भगवान वाल्मीकि महाराज कि जय । जय वाल्मीकि जय भील जिन्दाबाद , वाल्मीकि ओर भील जाति एक ही है हरियाणा पंजाब मे वाल्मीकि व मजबी सिख कहते हैं । राजस्थान मे भील कहते है । वाल्मीकि समाज मे 76 जाति है । भील भी हमारे भाई है । जय राणा पूंजा भील की जय हो । वाल्मीकि भील समाज जिन्दाबाद । जो बोले सो निर्भय भगवान वाल्मीकि महाराज कि जय , जय वाल्मीकि , जय राणा पूंजा , जय भीम , प्रदीप वाल्मीकि हरियाणा
आप लोगों को आपस में इस प्रकार बहस करना शोभा नहीं देता ,, प्रातः स्मरणीय वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप एक सिसोदिया राजपूत थे जो मेवाड़ के राजा थे उनके साथ कई राजपूत एवं भील सैनिक थे भीलु राणा पुंजा भील थे और वह भीलों के मुखिया थे महाराणा प्रताप के साथ युद्ध में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कहीं अनेक जातियां ने दिया था राजपूत गड़िया लोहार भील पठान मुस्लिम हकीम खां सूरी था वह मेवाड़ की सेना का सेनापति था उन सभी वीर योद्धाओं ने अपने देश की रक्षा में अमूल्य योगदान एवं बलिदान दिया ,, मेवाड़ के प्रत्येक बच्चे बच्चे की भावनाएं महाराणा प्रताप के साथ में जुड़ी हुई है किसी को अधूरी जानकारी है तो वह कुछ भी बोलता है इस प्रकार की आपस में बहस करने से हमारा गौरवशाली इतिहास कलंकित होता है देश हित में अपने प्राण त्याग करने वाली उन आत्माओं को भी दुख होता है
प्रातः स्मरणीय महाराणा प्रताप एवं राणा पूंजा भील एवं उनके साथ अन्य जातियों ने अपने देश की रक्षा के लिए आन बान और शान के लिए अपना अमूल्य जीवन देश के लिए बलिदान दिया उनके बलिदान को हम कदापि नहीं भूल सकते जय महाराणा प्रताप एवं जय पूंजा राणा भील
राणा पूंजा भील थे और उनका इतिहास सवर्णिम इतिहास है वो हिन्दू योद्धा थे हल्दीघाटी युद्ध में उनका विशेष योगदान था भील जाति युगो से ही शस्त्र विद्या में निपुण राणा पूंजा उदयपुर रियासत का उगता हुआ हिन्दुआ सूरज था उनका बलिदान उदयपुर रियासत का उन पर उधार था l jay shree ram
गुर्जर समाज आप के साथ है भील समाज आप संग्रस करो हम तुम्हारे साथ हैं गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज जी को भी राजपूत बता रहे हैं ये राजपूत सभी को राजपूत थे
भील को भील ही रहने दो इतिहास के पन्ने सही तरीके से जो खुल गऐ तो आदी से ज्यादा आबादी शर्मिंदा होगी अपने खुद के तथागतिथ इतिहास से। जोहार साथियो अपना इतिहास पडो ,लिखो और समाज के सामने लाओ।
जय राणा पूंजा भूल जय आदिसवी समाज हम भील है और भील ही रहेंगे जय जोहार जय आदिवासी समाज में जालोर जिला का हू तहसील आहोर गांव थांवला के निवासी हु चंदन राणा हु जय जोहार जय आदिवासी समाज🙏🙏🙏🙏
भारत में हालात ऐसे हैं कि पाकिस्तान मैच जीतने पर हिन्दुस्तान में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे । पश्चिम बंगाल, असम ,जम्मु कश्मीर दक्षिण भारत में हिन्दूओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं। और आप लोग इस बात को लेकर बहस कर रहे हैं। हम सब हिन्दू बनकर रहें उसी में फायदा है। जय हिन्द जय भारत 🇮🇳🇮🇳🙏🙏
भाई जिहादी लोगो को जब बाटना होता है तो जति पुछते है। जब काटना होता है तो धर्म पूछते है।। इसीलिए अब भी भारत में पाकिस्तान जिन्दावाद के नारे लगते है। वंदे मातरम
मेवाड़ राजवंश कि,ससे है राणा सांगा, कुंभा फिर उदया से थोड़ा टर्न सिंह महाराण प्रताप न कि सिंह भील बहादुर कौम है पर भावना में जल्दी बह जाती है आज 21वी सदी में भी भील राजपुतों के भावनाओं में आ जाती है । यदि यह जाती उठ खड़ा हुयी तो एक जाति का अस्तित्व----*****---**----
Bhai bheel bheel hai, sudra jaati ke shhatriya, pahle wale Krishna paksh ke varan system me dusre number pe aane wale sachche shhatriya the, agar Brahmin wale rajputo me shaamil karoge go reservation khatam karwa doge apna
राणा पूजा भील है भिल ही रहेगा ही रहेगा महाराणा प्रताप जी हल्दीघाटी युद्ध में तो हारने के लायक है लेकिन आदिवासी ही ज्यादा शहीद हुए आदिवासियों का गुरु राणा पूंजा भील जोहार
हर हर महादेव ... हरावल के सेनापति श्री कृष्णदास चुंडावत और चंदावल के सेनापति श्री पूंजा भील थे जिन्होंने हिंदुआ सूरज महाराणा प्रताप की सेना का नेतृत्व किया। मेवाड़ के झंडे पर हमैशा भील योध्या का प्रतीक होता था।जिन्होंने मेवाड़ को इस्लामिक आकमणकरियो से बचाया। हर हर महादेवः🕉
मुझे गर्व है कि में भारत के उस #भील_समुदाय से आता हूँ जिसने मेवाड़ ही नही भारत देश के लिए कही बलिदान दिए बस अफसोस इस बात का होता है कि #भील_महापुरुषों को इतिहास में वो स्थान नही मिला जिनके वे हक़दार थे ।। वर्तमान में कुछ नालायक लोग जो #राणा_पुंजा_भील के इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर रहे में उनको सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि अगर मरे मुर्दों को उखाड़ोगे तो तुम्हारे बाप दादा भी #भील ही निकलेंगे ।। इसलिए अपने ओरिजनल बाप से मत उलझो वरना कही शक्ल दिखाने लायक नही बचोगे ।।
मेरे बड़े भाई दादा प्रकाश जी जय जोहार जय आदिवासी मैं आपका बहुत बड़ा आभारी बड़े भाई आप के नंबर मेरे को चाहिए मैं राजस्थान से जोधपुर जहां तक मेरा विवाद हो जाता है इसी बात राणा पूंजा भील थे। आप उनको बहुत ही अच्छी तरह से जवाब देने के लिए मेरी सहायता जरूर। धन्यवाद दादा जय जोहर
जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश सभी आदिवासी भारत देश के सभी खूंखार शेर आदिवासी भील भाइयों को आज एकता की कमी के कारण हल्दीघाटी का मान होता राणा पूंजा भील जिसे आज सोलंकी राजपूत बताया जा रहा है आज उनके वंशज अपने आप को सोलंकी राजपूत बताते हैं इन सब के पीछे मुख्य भूमिका राजपूत करणी सेना मैंने पढ़ा हुआ इतिहास और राजपूत करणी सेना द्वारा निर्मित इतिहास राणा पूंजा भील के पूर्वज रावत हरपाल सोलंकी,, जिनको महाराणा उदय सिंह जी ने राणा की उपाधि दी गई रावत हरपाल सोलंकी राणा उपाधि के बाद उनकी पीढ़ी राणा लगाने लगे जो राणा पूंजा तक कायम थी जितने सबूत पेश किए गए ,, पनारवा की मोहर उसमें सिर्फ अनरवा का जिक्र है राणा पूंजा राजपूत होने का नहीं उनकी पीढ़ी की शुरुआत रावत हरपाल सोलंकी,, पुराने इतिहास के अनुसार रावत भोमिया जागीरदार यह सारी उपाध्याय राजपूत राजाओं ने भील सरदारों से मुक्ति पाने के लिए दी गई। ताकि बिल सरदार उनसे युद्ध ना करें और उनके नेतृत्व में गांव की रक्षा करें,, , राणा पूंजा सोलंकी जी की कुलदेवी खीमज माता है , जा का भोपा आज भी सोलंकी गोत्र भील है भील का सरदार खुद एक भील होता है कोई गैर नहीं,, और यह परंपरा आज भी हमारे आदिवासी भील समाज में कायम है चाहे 12 गांव हो या 30 गांव मुखिया भील होता है और पहाड़ी क्षेत्रों में भील इतने खूंखार ते की राजपूतों की इतनी ताकत नहीं कि भील पर हुकूमत कर सकें तो फिर राणा पूंजा राजपूत कैसे,,, और रावत सोलंकी भील की पैदाइश है तो राजपूत कैसे जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश RDS bhil udaipur 🌾
1535 में बहादुर शाह प्रथम ने मेवाड़ पर अक्रमण कर दिया रानी कर्णावती जान बचा कर अपनी विशेष सैनिकों के साथ किल्ले से निकल गई वो अपने मायके बूंदी के लिए निकली पर रास्ते में उन्हें शत्रु सैनिकों ने घेर लिया । तभी भील सरदार ने उनकी रक्षा की उन्होंने शत्रु सैनिकों को मार गिराया और रानी कर्णावती को अपने साथ जंगल में ले गए और उन्हें अपने साथ रखा रानी कर्णवती भील सरदार की वीरता से बहुत प्रभावित हुई भील सरदार रानी कर्णावती से प्रेम करने लगे कर्णवती बहुत सुन्दर थी । भील सरदार ने उन्हें अपनी पत्नी का दर्जा दिया और प्रेम किया दोनो के बीच किय बार संबंध बने (मतलब सेक्स हुआ) रानी ने उनके साथ काफी समय बिताया और रानी भील सरदार से गर्भवती भी हुई रानी कर्णावती और भील सरदार खुश थे रानी अपने पति को मानो भूल ही गई हो । कुछ दिन बाद रानी के भाई हाड़ा राजा निर्बुद्ध वह आए उन्हें जब पता चला की रानी कर्णावती भीलो के सरदार के साथ सो चुकी है उन्होंने भीलों पर हमला कर दिया और अपनी बहन रानी कर्णवती को अपने साथ ले गए उनके भाई को जब पता लगा की महारानी कर्णवती भील सरदार के बच्चे कि मां बनने वाली है उन्हों यह बात सबसे छुपी रखी और रानी कर्णवती से उदय सिंह को जन्म दिया । सभी को लगा यह राणा सांगा का बेटा है पर वह कर्णावती और भील सरदार का बच्चा था ।ये है पूरा इतिहास उदय सिंह के पुत्र राणा प्रताप हुए
बहुत अच्छा धन्यवाद अच्छा भटका राज ठाकुर को और मैं बताता हूं मेरे भाई रांझा पुराना पूजा दिल के पिताजी का नाम था राणा खेता यह भाई उनको ठाकुर क्यों बता रहा है रा महाराणा प्रताप ने राणा पूजा से बात गले लग कर यह कहा था रानी जाई भी ली जाए दोनों भाई भाई लेकिन राणा खेता के मृत्यु उपरांत राजा पूजा भी हुए थे आदिवासियों के उन्होंने भी हल्दीघाटी युद्ध में महाराणा प्रताप का और कई युद्ध में बहुत साथ दिया था पूजा भील के लड़के ने अमर सिंह राणा का साथ दिया था आदिवासी भील जो है ना इनके अलावा पूर्व राणा प्रताप सिंह की लेब्रा राणा अमर सिंह की राणा उदय सिंह की कुछ चलती नहीं अभी पूजा भील उनके वंशज ना होता तो कैराना इनका बंसराज राजस्थान में पूरा वंशज बराबर आया पड़ा यार मीणा जाति जो है आदिवासी वह पूरी पूरा पूजा भील के वंशज है मध्यप्रदेश में भी मिलेंगे पूरे भारत में आदिवासी भील के वंशज हर जगह मिलेंगे आपको वीर मिलेंगे योद्धा मिलेंगे
Bhai ye koe khilona nahi he jo chopa liya kisine .rana puja ek yes mahanyodha the jisne maharanapratap ke sath milkar mugalo ko lohe ke chene chebadiye the.kya apko apki dada dadi nana nani ye sab bachpan ke kahani ke tor pe nahi batate the
@@prabhusingh995 जी विडियो में बताया जा रहा है कोई राणा पुँजा को राजपूत बता रहा है कोई कभी किसी और विडियो में महाराणा प्रताप को भील बता देते है, क्या है यह सब कुछ और आपके द्वारा मुझे सुजाव दिया है दादा दादी नानी नाना द्वारा कहानी सुनने का इसके लिए आपको धन्यवाद, मेरे पिता दादा परदादा रावत रह चुके हैं, मुझे कहानियाँ सुनने की आवश्यकता नही है, आप इस विडियो में जो बहस हो रही है उसे ध्यान से सुने क्योकि इसी बहस के कारण मेने टिप्पणी की है अगर आपको बुरा लग रहा है तो माफी चाहता हूँ 🙏🏼🙏🏼
मेवाड़ के ने भीलो सदैव मेवाड़ के लिए त्याग किया राजपूतों ओर भीलो आपस में भाई चारा नहीं बिगाडाना चाहिए | ( दोनो कोमो ने धर्म के लिए त्याग बलिदान कियें है हिंदुओं की आपसी फुट के दुसरे धर्म के लोग आज हावी हो रहें हैं
राजस्थान के झालावाड़ जिला मंडोर थाना में आज भी भील का किला है
Manohar thana setra me Chakrasen Bhil ka raj tha.
Mandor setra me raja parthvi Bhil ka raj tha.onka Kila aaj b Waha hhh...oske pass mahadevji ka sota sa mandir b hhh.... Jalawad hadoti.. hadoti bhilrajao ka thikana tha.. history me NAHI likha hai.but purani kitabo me aaj b likha huya hhh
Bhil Raj Kumar eklavya nisadraj ka putra that, ramayan rachita guru valmiki koi brahman tha aaj bhil Rana punja rajput tha to kya es dharti K mulnivasi kya ganta bajate the? dekho Delhi amara bap nu,udaypur,banswara,amdabad aur lots of hamare bapkahai samjana shan se👈
जोहार
Bhai hamare itihas hai par padya nhi jata he
में भील समाज से हू और बिना लड़े की कोई वीर नही होता बिना त्याग के कोई पीर नही होता ये तो सदियो की तपस्या है वरना ऐसे कोई ,,, आदिवासी_भील_""नही होता.......
वंदे मातरम- जय भारत
जय भील आदिवासी-
जय मेवाड़- आप की जय -
||जय जय राजस्थान||
जो राजपूत भीलुराणा वीर योद्धा महापुरुष मेवाड़ के अर्धशासक पूंजा भील को राजपूत बता रहे हैं हमारे गौरवशाली इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं उन्हें हम और वीर शिरोमणि प्रातः स्मरणीय महाराणा प्रताप कभी माफ नहीं करेंगे उनसे मेरा सवाल - राजपूत समाज में अभी तक कोई पूंजा सिंह नाम का कोई व्यक्ति हो तो बताएं जबकि भील आदिवासी समाज मे आज भी कई व्यक्तियों के नाम पूंजा है हमेशा से ही भील आदिवासी आपका और सबका सम्मान करते हैं हमारे पूर्वजों ने हमेशा ही देश और दुनिया के लिए कुर्बानी दी है हमारा इतिहास गौरवशाली रहा है हम संपूर्ण विश्व को अपना परिवार मानते हैं जो सब जानते हैं और आज भी हमारी रगों में वही खून दौड़ रहा है अगर जरूरत पड़ी तो हम अपना खून बहा भी सकते हैं जब तक हम शांत बैठे हैं तब तक ठीक है हमने आज तक कभी किसी के इतिहास के साथ छल कपट नहीं किया है वैसे तो संपूर्ण प्रकृति का धरती पर ऐसे लोगों की वजह से विनाश तो हो ही रहा है इस बात को वैज्ञानिकों ने भी स्वीकार किया है आदिवासी कौम से ही इस धरती का आज भी अस्तित्व कायम है अन्नदाता भूमिपुत्र भील आदिवासी हमेशा से ही प्रकृति को पूजक रहा है ~~ राम राम
||आप सब की जय हो प्रकृति की जय हो||
जय आदिवासी जय राणा पूंजा भील आदिवासी भील हे जय जोहार 🇮🇳🇮🇳🇮🇳 जय महाराणा प्रताप
माफ़ करना में भील जाती से नहीं हूं पर भील जाती के बारे में कुछ व्यक्त करना चाहूँगा कुछ ग़लत लगे तो माफ़ करना- भीलो का इतिहास बहुत प्राचीन है, में भील जाती को क्षत्रिय से भी अधिक बलशाली समझता हूं जब श्रीराम लंका की ओर जाते हैं तब एक भील आकर उन्हें कहता है कि है राम में आपका साथ देना चाहता हूँ, जब महाभारत का समय था तब एकलव्य अपना अँगूठा काटकर द्रोण को दे देता क्यूँकी द्रोण जानता थे की एकलव्य एक महान धनुर्धर है।
भील कन्नप्पा शिव के कट्टर भक्त थे और श्रीकालहस्तीश्वर मंदिर में शिवलिंग से निकलते आंसू को देख अपने नेत्र अर्पित कर देते हैं ब्राह्मण वहां खड़ा देखता रह जाता है। भील जाती में जो बलिदान की भावना है वह ईश्वरीय वरदान है जो क्षत्रियों में भी कम देखने को मिलती हैं क्यूँकी जहा एक तरफ महाराणा प्रताप का साथ सभी राजपूत राजा त्याग देते हैं वहीं राणा पूंजा आगे आकर महाराणा का साथ देते हैं। भील जाती आर्थिक रूप से पिछड़ी है प्रकृति को अपना घर समझते भौतिक जीवन या विलासिता वाला जीवन नहीं जीते इसीलिए अपना इतिहास का संरक्षण नहीं कर पाई और वहीं क्षत्रियों के पास धन दौलत है तो इन्होंने अपना इतिहास संजो के रखा शायद इसीलिए आज के राजपूत राणा पूंजा को भील बताने पर तुले है पर इतिहास को मिटाया नहीं जा सकता राणा पूंजा भील थे और रहेंगे और भील जाती में जन्म लेना सौभाग्य की बात है क्षत्रिय युद्ध के भय के शत्रु का साथ दे सकता है जेसा मान सिंह ने अकबर का दिया पर भील तो युद्ध का आह्वान स्वयं करता उसे मृत्यु का भय नहीं है वह निडर है। आज राणा पूंजा है तो महाराणा का नाम है वेसे ही जेसे कृष्ण और अर्जुन। में भील जाती को नमन करता हूं। जय हिंद
jai ñiShad bhil Raj
Aap ki soch mahan h ,aap vastv me bhism jese shtriy h , aap sache or emandar h , bahut bahut dhanyvad, aan bhi rajput maveer h jo mahabali karn ki tarah apne vachno ke pakke h 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Bhai Eklavya magadh Naresh ke senapati ka ladka tha Jo kuch samay ke liye jangal me aaya tha .
@@jayrajputanajayrajsthan9384 मतलब नायक का बेटा था।
जय हो
जय जोहार जय आदिवासी राणा पूंजा जी भील थे और मैंने कभी मीणा नहीं लगाया है मैं भी भील हूं और में डूंगरपुर में रहने वाला हूं
राणा पुंजा जो भी हो हमारे लिए तो एक ही बात महत्वपूर्ण है कि राणा पुंजा एक महान योद्धा थे।
जय भीलू राणा पुंजा
जय महाराणा प्रताप
जय मेवाड़
Pp
जय राना पुन्जा भील
jay rana punja bhil
Aap bhil ho to rana punja ji ki murti lagao panrawa me
@@vijaysinghranawat4213 कहा से हैं भाई तू
सभी भाइयों को मेरा नमस्कार, ये बात सभी को पता ही की आदिवासी समाज (भील) ने महाराणा प्रताप का बहुत साथ दिया, इसके लिए हम उनके आभारी हैं और सदैव रहेंगे, और रही बात महाराणा प्रताप की तो जहा तक मेने पढ़ा है वहां तक महाराणा प्रताप सिसोदिया वंश के राजपूत थे,
जय मेवाड़, जय जोहर 🙏✍️
राणा पुंजा भील थे और रहेगे❤ में अपने भील भाईयो के साथ हु हमेशा रहूँगा ।
जंगली शेर में और चिड़ियाघर के शेर में बहुत फर्क और हम जंगली शेर है
शाबास ।
राणी जाया,, भीली जाया, भाई भाई,,🦁♥️
भील भाईयो ने,, तो इतिहास के पन्ने बदल दिए,, थे, केसे भूल सकते हे,,भील भाईयो के बलिदान को,,, जैसे स्वयं महाराणा प्रताप सिंह के लिए दिल में स्थान है,, वेसे हि,,, भील भाईयो का भी हमारे,, दिलो में स्थान रखते है,,♥️🦁 जय महाराणा प्रताप सिंह,,जय मेवाड़,,, हर हर महादेव 🚩🙏
मेवाड़ की जय जय
वाह बना रिकॉर्ड जय मां भटियाणी
इतने दिन सो रहे थेक्या इतने दिन तो कोई नहीं बोला था ना अब क्या हुआ है
जय भीलू राणा पूंजा 🚩🚩जय महाराणा प्रताप मूर्ख जैसी बातें मत करो आपस मे इतिहास के साथ छेड़छाड़ मत करो राणा पूंजा भील थे रहेंगे एक छोटे से राजपूत की ओर से फुल सपोर्ट सभी आदिवासी भाइयों को जय जोहार जय राजपूताना हर महादेव
U r ryt आप जैसे नही ह सब
बिल्कुल सर आप जैसे लोग मान सम्मान एक दूसरे का रखे तो बढ़िया हे नही तो आने वाला समय हमारे लिए कितना घातक होगा जिसकी कल्पना नहीं कर सकते ये कुछ लोग सिर्फ राजनेतिक रोटियां सेकने के लिए ऐसा करते है आप जैसे लोग अगर जागरूक रहे तो बढ़िया हे आपको खूब खूब जोहार धन्यवाद सामाजिक सौहार्द को बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है
वाह बना वाह रिकॉर्ड तोड़ा
🙏🙏🙏
जय जोहार
आज हम हर जगह भील जाति का अपमान कर रहे हैं भील वो जाति है जो हमें सुनहरे अक्षरों में लिखना चाहिए क्योंकि भील जाति का योगदान हमेशा मात्रभुमि की रक्षा के लिए हमेशा से तत्पर रही है में पटेल जाति का हूं लेकिन आज भी भील जाति का सम्मान करता हूं
Sahi hai bhai
इन बंमणो ने झूठा मनगंणत बाते लीखीहै
जय जोहार
जय राणा पूंजा,जय राणा प्रताप। ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर लगता है
राजपूताना और भील आदिवासी, गोंडवाना राजाओं में आपस में मधुर व्यवहार रहा होगा एक दूसरे के लिए सदा तत्पर रहते रहे होंगे सब एक दूसरे के पूरक रहे होंगे । लगभग वहीं समय रहा होगा 1500 के आसपास राणा पूंजा, राणा प्रताप और गोंडवाना गढ़ मंडला की महान रानी दुर्गावती चंदेल राजपूतों की बेटी गोंडवाना में ब्याही गई थी, जो मुगलों से युद्ध करते हुए 24जून 1564 को वीर गति को प्राप्त हुई। हमें अपने ऐसे ऐतिहासिक धरोहरों को आपस मे एकता बनाएं रखें हमें नाज है हमारे दोनों वंशजों के पराक्रमी पूर्वजों पर मिलकर इनके शोर्य दिवस मनाएं
जय जोहार जोहार।
Jinse rani durgavati ji ki shadi hui thi bo rajput raja se gaud liya hua beta tha gond raja ka, unki koi santan nhi thi kyuki ap check krle
तभी महाराणा प्रताप महासंग्राम हुआ था तभी सभी राजपूत कहां पर मर गए केवल आदिवासी भील समाज ने हमारे पूर्वज राणा पूंजा भील ने साथ दिया जय आदिवासी जय भील प्रदेश जय राणा पूजा भील❤❤
राणा पुंजा भील थे भील है और भील रहेंगे इतिहास को बदल नहीं सकते जय राणा पूंजा भील
जी हां भाई 💖🚩🙏
Choorr rana kahe lagaye hh chorr tuu
Ye to uper jake unhi Ko puch lo yar vese Me bi chitod Ka HI hu rana puja bhil HI he
1535 में बहादुर शाह प्रथम ने मेवाड़ पर अक्रमण कर दिया रानी कर्णावती जान बचा कर अपनी विशेष सैनिकों के साथ किल्ले से निकल गई वो अपने मायके बूंदी के लिए निकली पर रास्ते में उन्हें शत्रु सैनिकों ने घेर लिया । तभी भील सरदार ने उनकी रक्षा की उन्होंने शत्रु सैनिकों को मार गिराया और रानी कर्णावती को अपने साथ जंगल में ले गए और उन्हें अपने साथ रखा रानी कर्णवती भील सरदार की वीरता से बहुत प्रभावित हुई भील सरदार रानी कर्णावती से प्रेम करने लगे कर्णवती बहुत सुन्दर थी । भील सरदार ने उन्हें अपनी पत्नी का दर्जा दिया और प्रेम किया दोनो के बीच किय बार संबंध बने (मतलब सेक्स हुआ) रानी ने उनके साथ काफी समय बिताया और रानी भील सरदार से गर्भवती भी हुई रानी कर्णावती और भील सरदार खुश थे रानी अपने पति को मानो भूल ही गई हो । कुछ दिन बाद रानी के भाई हाड़ा राजा निर्बुद्ध वह आए उन्हें जब पता चला की रानी कर्णावती भीलो के सरदार के साथ सो चुकी है उन्होंने भीलों पर हमला कर दिया और अपनी बहन रानी कर्णवती को अपने साथ ले गए उनके भाई को जब पता लगा की महारानी कर्णवती भील सरदार के बच्चे कि मां बनने वाली है उन्हों यह बात सबसे छुपी रखी और रानी कर्णवती से उदय सिंह को जन्म दिया । सभी को लगा यह राणा सांगा का बेटा है पर वह कर्णावती और भील सरदार का बच्चा था ।ये है पूरा इतिहास उदय सिंह के पुत्र राणा प्रताप हुए
आप दोनों महापुरुषों की बातें सुनकर मुझे बहुत ठेस पहुंची कि राजपूत और पैर दोनों लड़ाई चल रही है लेकिन सच यह है कि राणा पूंजा भील है उन्होंने महाराणा प्रताप का मरते दम तक साथ जब तक राणा पूजा जीवित रहे बल्कि वंशज उनकी मेवाड़ का पूरे देश भारत का साथ देती रही और आज भी हम सब साथ में है और साथ में खड़े हैं हम सब हिंदू समाज है आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है लेकिन आप लड़ना बंद करो मेरी आपसे इतनी ही विनती है अगर आपने लड़ाई बंद नहीं कहीं और हल्दी घाटी वाली युद्ध और शुरू हो जाएगा लेकिन हम नहीं चाहते आप से लड़ाई हो सब सब की मैं आपसे हाथ जोड़कर विनती करता हूं आज के बाद कोई बहस नहीं करेगा जो भी करना है आपको जो महाराणा प्रताप का इतिहास है बस वही देख कर निर्णय लेने लेकिन राणा पूजा तो भील है बस 🙏 जय भारत जय मेवाड़ जय जोहार
Right
झाड़ोल तहसील में आदिवासी दिवस पर हमारे पुजनीय श्री महाराणा प्रताप के बारे में भील होने के बारे में भाषण देते हुए
Sahi bhai
Dono ki bate galat kese lg sakti h aapko, hmne shuruaat nhi ki hamare etihas se chedkani kyu karni chahi, rana punja, veer aklavy, pritha bhil, bhagvan birsa munda, bansiya bhil, kotiya bhil ,hamara bhi gorav purv etihas h bhi, aap hme ese kese mita sakte ho ,mene ak din news dekha muje bahut dukh pahucha ki rajput jinhe hm aaj bhi mante vo milkr hamare gorav ko apna bata kr unka etihas hi badlna chahte h sb milkr tehsildar ko patr likhte h ki rana punja bhil nhi rajput the , bhai jisne galti ki h use rok ,aaj hindu dharm pr thodi si aach aane se kitna dhukh hota h usi prkar hamare etihas se kholvad hoga to fir hm bhi ,arajum se mahan veer aklavy ki santan h sahan kese kr sakte h , sb milkr rahenge ,sb sbke etihas ka sammn karo. Or sb logo ka bhi.
Bhai bilkul sahi hai Jay Rana punja bhil Holanki he nhi Solanki or bhai hamare aadiwasi me bhi Solanki chuandari parmar Meena Rathod Chauhan Rawat or Kai bhi atak aati hai
भिलो के इतिहास की बात मत किया करो ,भील जहा खडे होते है ,वहा इतिहास अपने आप बन जाते है । 🏹🏹
Prakashji ko Dil se salute hai kya gajb ka pela hai 😂😂😂😂 ky javb dia h Dil Khush Kr dia❤️
Thanks नमस्ते sir
राणा पूंजा भील थे और महाराणा प्रताप का हमेशा साथ देते रहे जय एकलिंग जी
जो राजपूत पूजा भील को राजपूत बता रहे वो सही साक्ष्य को प्रस्तुत नहीं कर पाये तो कोर्ट में लेने के देने पड़ जायेंगे भाई । नहीं पता हो इतिहास का तो हवा में ऐसे ही फायर महंगा पड़ जायेगा । जय मुलनीवासी जय भीम जय जोहार
साक्ष्य तो पूर्व महाराणा खुद कहा था कि वो भील नही सोलंकी कूल के क्षत्रिय थे और यहीं बात महाराणा प्रताप को टैक्स देते समय दर्ज की गई है कभी उदयपुर जाया करों भाई........ उन्हे भील जाति का नही भीलो का राणा कहा जाता है जैसे मारवाड़ियो के लिए मारवाड़ नरेश आता है।
मैं राजपूत हु और राणा पूंजा भील थे
👍👍🙏🙏 right
Jay Rajputana jay aadivashi
Right bhai
Sahi baat boli bhai ne
Bahut bahut dhnyvad sir ji.
राणा पूंजा वाक्य में एक वीर योद्धा थे जोकि भील समाज के राजा थे मैं एक राजपूत समाज से है नाम है मान सिंह राठौड़ राणा पूंजा भील ठाकुर जय मां भवानी
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जय
वीर शिरोमणि राणा पूंजा भील समाज जय हो
Aap ki jay
Thanks
महाराणा प्रताप के सहयोगी राणा पूंजा भील थे, रामाशाह तंवर गुर्जर थे।
Jay maharana pratap ki jay Rana punja bhil ki 🙏🙏
राणा पुजा भील थे
राणा पुजा साहे भील हो या राजपूत हो ऊसे कोइ फरक नहीं पडता है वो ऊस गधार राजपूतों से तो कहीं गुणा माहान योध्दा था राणा पुजा
वो गधार राजपूत माहानसिह भगवानदास ओर टोडर ओर भी बहुत ही राजपूत गधार थे
Majboor the warna, katle aam hota logon ko becha jata etc
@@shubhverma219bhag bhdve kuchh bhi are yaar bhai mrjate aesa hotato
मेरे भाई साफ साफ है भीलो का इतिहास कम कर रही ये सरकार और युनो मे बात करती है की भारत देश में आदिवासी नही है
जय आदिवासी जय राणा पुंजा भिल
आदिवासी क्रातिकारी विरो को नमन
Aap ne sahi kaha bhai adiwasi ko bahut dino se janganna me v chhupaya Gaya hai. ye sab ham adiwasi yon ko dabaya ja raha hai jago adiwasi jay Jharkhand jay bharat Jay adiwasi samaj
उदयपुर मे चेतक स्मारक पर राणा पुंजा की मूर्ति भील रूप मे दरसाया है।भील भाई सही तर्क दे रहा है।
भील भाई सदा एकता बनाए रखें 🙏🙏
Pranam bhai Jay Rajputana Jay Rana punja bhil Holanki he nhi Solanki bhai in logu ko pata nhi he
भील समाज आदि काल से रह रहा हैं l और राजपूत समाज के लोग गुजरात के आए और बप्पफा रावल मेवाड़ तब भीलों ने चरण दिया ।
Bapa Rawal bhi bhil he Jai bhilvansh
@@bheruahariofficial5236 महाराणा प्रतासिंह गुहील राजवंश के थे जो बाद में सिसोदिया वंश कहलाया वास्तव में पुरुष आदिवासी भील राजा हि थे लेकीन इनकी ओरते रशियन थी अर्थात ब्राम्हण थी ! यह एक शडयंत्र था आदिवासी राजा को काबू में कर उनपर विजयपाने के लिए ! जैसे भगवान शंकर भील राजा थे ओर पार्वती रशियन अर्थात ऋषी (रशीयन/रशी अपभ्रंश होकर ऋषी हुआ है ) पुत्री ब्राह्मण थी !🙏
🙏🚩🏹🏹💪
आधुनिक भारत के महापुरुषों कम से कम महापुरुषों को जैसे है वैसे ही रहने दो , महापुरुष हमारे आदर्श है रहेंगे ।
एकलव्य निषात् राज भील का पुत्र था।
मैंने एक सीरियल में देखा एकलव्य को एक शोर्य पुत्र बताया गया है जो एक राजपूत है सर यह बिल्कुल गलत हैं सर कुछ लोग हैं जो हमारे इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं ऐसे लोगों पर थोड़ा ध्यान देना चाहिए हमारे समाज के लोगों को 🙏🙏🙏 जय आदिवासी जय जोहार
जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश
राजा उदा खराड़ी भील की धरती भीलों की नगरी उदयपुर,,
Lohar the, pahle johar,ab lohar ho gaya hai
China chutuy kharadi vasavutu😁😁😁😁😁
Carect bro
Good Bhai
JOHAR जिंदाबाद जय भीम, जय राणा पूंजा भील मेवाड़,, उदयपूर
राणा पूंजा आदिवासी समाज के महान योद्धा थे महाराणा प्रताप का उसने सहयोग किया राणा पूंजा भील
Jay bhil Jay johar 🌾🌿 me adivasi hu prakash ji me apke contect me ana chahta hu 😀😀
Right
मेवाड़ के राज्य चिन्ह पर महाराणा प्रताप भी है और राणा पूंजा हम दोनों का सम्मान करते हैं जय हिंद
rana puja bhil hai
@@jitendraahari5234 bilkul bhai. Rana Punja Bhil.
राणा पुंजा भील ही है जय आदिवासी ही है⚔️⚔️⚔️⚔️⚔️
राणा पुंजा भील आदीवासी समाज के माहन योद्धा थे
Va DaDa Johar sahi ja rahe ho supr
जय। आदीवासी,जय, जोहार,राणा, पुंजा,भील,था,ओरभील,रहेगा
Good friends
जय भीलों का इतिहास जिंदाबाद जय राणा पूंजा की
भाई एसा नहीं है और एसा है कि हमारे बहुत से लोग भील के बजे मीणा लगा ते है
ભીલ. ઓર. રાજપૂત ને. સાથમીલકર. યુધ કિયા. મૂંગોલ કેખીલાપ. આપસમે વીવાદમતકરો. ભાઈ. ધર્મ યોધાહેએકમીલજૂલકર. રહો
🙏🙏सर पूरी भील समाज आपके साथ खड़ी है डरने की कोई बात नहीं 👎इन राजपूतों को इनकी औकात मालूम पड़ जाएगी 💪💪🌹🌹जय राणा पूंजा भील जय जोहार,🌹🌹🙏🙏🌹🌹🌹
बिल्कुल दादा
Jay adivashi
क्या भाई कहा बात को लेकर जा रहें हो
Ladane wali bat mat karo.rajput bhil dono deshbhakt surveer hai
@@ranashah788 right bhai
राणा पुंजा भील जी को शत शत नमन 🌳🇮🇳🙏 हमारे आदर्श हमारे वीर योद्धा जिनको किसी परिचय की जरूरत नहीं । सूरज , धरती , नदी ,आकाश ओर मूलनिवासी योद्धाओं का इतिहास खुद धरती बया करती हे ओर कर रही हे । बड़ी बड़ी बाते ओर बढ़ा चढ़ा कर खुद का प्रचार करना ये खुद को अपने राजाओं से जोड़ना ये कामचोरों का काम हे ।
भील , आदिवासी , ओर मूलनिवासी इनका इतिहास कुदरत कि तरह । 🌳🇮🇳🙏
वा भाई किया जबाप दिया है जय भील समाज🙏🙏🙏🙏🙏
जंगल में सिर्फ आदिवासी समाज ही रहता था
भाई अब किससे लड़े । राजपूतों से या खुद से....
मुझे राजपूत समाज से ये आशा नहीं थी 😥
हम डूॣँगरपुर वालो ने कभी भील हटाकर मीणा नहीं लगाया हैं
😢😢🙏🙏🙏🙏🙏
Right bro
सही भाई
हम भील हे , जय जोहार 🙏🙏
Bhai Pushpendra aapki bat shi he par recording me kha vo bhi glt nhi he puri tarh se khuc jo jyda pde likhe hote he vo meena hi lgate he baki to bhil lagate hi he
@@hiteshdendor2334 हा भाई सही पर डूंगरपुर और खैरवाड़ा यूं तो ना बोलना चाहिए इसमें फिर कुछ नहीं सब आ जाते हैं और ऐसी बातें समाज को आबाद नहीं डूबा देती है इससे संगठन बनता नहीं गिरता है शब्दों का थोड़ा ध्यान से रखें कुछ भी बोले तो अगर नहीं रख सकते तो चूप रहे।
उदयपुर भीलो के नाम से जाना जाता है
और उदा खराड़ी उदयपुर का राजा था वह इतिहास गवाह है कहीं ना कहीं इतिहास छुपा हुआ है
Right
हर हर महादेव
Vikas
Sahi hai 100%
Right baat hai
जो बोले सो निर्भय भगवान वाल्मीकि महाराज कि जय । जय वाल्मीकि जय भील जिन्दाबाद ,
वाल्मीकि ओर भील जाति एक ही है हरियाणा पंजाब मे वाल्मीकि व मजबी सिख कहते हैं । राजस्थान मे भील कहते है । वाल्मीकि समाज मे 76 जाति है । भील भी हमारे भाई है । जय राणा पूंजा भील की जय हो । वाल्मीकि भील समाज जिन्दाबाद ।
जो बोले सो निर्भय भगवान वाल्मीकि महाराज कि जय , जय वाल्मीकि , जय राणा पूंजा , जय भीम , प्रदीप वाल्मीकि हरियाणा
आप लोगों को आपस में इस प्रकार बहस करना शोभा नहीं देता ,, प्रातः स्मरणीय वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप एक सिसोदिया राजपूत थे जो मेवाड़ के राजा थे उनके साथ कई राजपूत एवं भील सैनिक थे भीलु राणा पुंजा भील थे और वह भीलों के मुखिया थे महाराणा प्रताप के साथ युद्ध में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कहीं अनेक जातियां ने दिया था राजपूत गड़िया लोहार भील पठान मुस्लिम हकीम खां सूरी था वह मेवाड़ की सेना का सेनापति था उन सभी वीर योद्धाओं ने अपने देश की रक्षा में अमूल्य योगदान एवं बलिदान दिया ,, मेवाड़ के प्रत्येक बच्चे बच्चे की भावनाएं महाराणा प्रताप के साथ में जुड़ी हुई है किसी को अधूरी जानकारी है तो वह कुछ भी बोलता है इस प्रकार की आपस में बहस करने से हमारा गौरवशाली इतिहास कलंकित होता है देश हित में अपने प्राण त्याग करने वाली उन आत्माओं को भी दुख होता है
प्रातः स्मरणीय महाराणा प्रताप एवं राणा पूंजा भील एवं उनके साथ अन्य जातियों ने अपने देश की रक्षा के लिए आन बान और शान के लिए अपना अमूल्य जीवन देश के लिए बलिदान दिया उनके बलिदान को हम कदापि नहीं भूल सकते जय महाराणा प्रताप एवं जय पूंजा राणा भील
@@narayansingh-ql6mp thanks
पागलों जैसी बातें मत करो याद रखो हकीम खां सूरी मुसलमान था फिर भी मेवाड की सेना का मुख्य सेनापति था फिर भी राणा पुंजा तो हिन्दुत्व वादी वीर थे 🙏🙏
गर्व है राणा पूंजा भील पर सोलंकी वंशज के महान योद्धा 🚩🚩🔥
राणा पूंजा भील थे और उनका इतिहास सवर्णिम इतिहास है वो हिन्दू योद्धा थे हल्दीघाटी युद्ध में उनका विशेष योगदान था भील जाति युगो से ही शस्त्र विद्या में निपुण राणा पूंजा उदयपुर रियासत का उगता हुआ हिन्दुआ सूरज था उनका बलिदान उदयपुर रियासत का उन पर उधार था l jay shree ram
राणा पूंजा की एक सेना की टुकड़ी का कामन राजपुरोहित जगनाथ जी ने संभाला था और राणा पूंजा ने भील जाति को उनका हक़दार बनाया और सहिदी का दर्जा पाया
Ra
गुर्जर समाज आप के साथ है
भील समाज आप संग्रस करो हम तुम्हारे साथ हैं
गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज जी को भी राजपूत बता रहे हैं ये राजपूत सभी को राजपूत थे
To kya.. mihir bhoj to rajput hi thei... Isme naye kya baat
@@hemendrasinghchampawat8104 no,,
Bhai aap sb Gurjar or Rajput or bhil ese hi AAP's me mat ladu bhai ekta banaye ✊✊✊💪💪💪🏹🏹🙏🙏🙏
@@hemendrasinghchampawat8104 अच्छा एक प्रमाण देना की मिहिरभोज राजपुत होने का
@@Sanatani_kattar kya parman hai
तुम लाख कोशिश कर लो जो bhil था वह bhil ही रहेगा जय राणा पूंजा भील जय आदिवासी जय जोहार
भील को भील ही रहने दो इतिहास के पन्ने सही तरीके से जो खुल गऐ तो आदी से ज्यादा आबादी शर्मिंदा होगी अपने खुद के तथागतिथ इतिहास से।
जोहार साथियो
अपना इतिहास पडो ,लिखो और समाज के सामने लाओ।
राणा पूंजा भील थे भील है और हमेशा रहेंगे जय आदिवासी जय जोहार
Rajput the
@@jittusinghsingh6903 bhil te
@@jittusinghsingh6903 itihas chor chup chap soja muti karn
@@jittusinghsingh6903 randput
Bhil the⚔️
रणा पुजा भिल है जय आदिवासी जय भिल सम्माज जिदाबाद
आप दोनो ने हमे भुला दिया है तभी आज ये दिन देखने पड़ रहा है इतिहास कारो को मत भूलना चाहिए 🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩🚩🚩
राणा पूंजा भील थे और भील रहेंगे और भील है जय जोहार जय किसान
जय राणा पूंजा भूल जय आदिसवी समाज हम भील है और भील ही रहेंगे जय जोहार जय आदिवासी समाज में जालोर जिला का हू तहसील आहोर गांव थांवला के निवासी हु चंदन राणा हु जय जोहार जय आदिवासी समाज🙏🙏🙏🙏
जय जोहार जय आदिवासी भील सेना जिंदाबाद
भारत में हालात ऐसे हैं कि पाकिस्तान मैच जीतने पर हिन्दुस्तान में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे । पश्चिम बंगाल, असम ,जम्मु कश्मीर दक्षिण भारत में हिन्दूओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं। और आप लोग इस बात को लेकर बहस कर रहे हैं।
हम सब हिन्दू बनकर रहें उसी में फायदा है।
जय हिन्द जय भारत 🇮🇳🇮🇳🙏🙏
भाई जिहादी लोगो को
जब बाटना होता है तो जति पुछते है।
जब काटना होता है तो धर्म पूछते है।।
इसीलिए अब भी भारत में पाकिस्तान जिन्दावाद के नारे लगते है।
वंदे मातरम
भाई मैं आपकी बात को सपोर्ट करता हूं
कहेके हिंदू हमारे भीलो की के इतिहास की ऐसी की तैसी कर दी
ये सब आदिवासी भीलो का कई वर्स से इतिहास छुपाते आए हैं आधभक्त
राणा पूंजा भील आदिवासी है और आदिवासी रहेंगे
Jay Ranapunja ji Bheel 🙏🏻❣️
Jay johar 💚
Jay aadiwasi 🏹
Prakriti ki jay 🌳🍁
बिना लड़े कोई विर नहीं होता बिना त्याग के कोई पिर नहीं होता यह तो सदियों कि तपस्या हे वरना ऐसे कोई "आदिवासी भिल" नहीं होता ...
जय राणा पूंजा भील कोटि-कोटि नमन 🙏🏻
जय राणा पुंजा भील जय आदिवासी जय भीम जय मूलनिवासी
मेवाड़ राजवंश कि,ससे है
राणा सांगा, कुंभा फिर उदया से थोड़ा टर्न सिंह महाराण प्रताप न कि सिंह
भील बहादुर कौम है पर भावना में जल्दी बह जाती है आज 21वी सदी में भी भील राजपुतों के भावनाओं में आ जाती है ।
यदि यह जाती उठ खड़ा हुयी तो एक जाति का अस्तित्व----*****---**----
Point 💫💫
बिल्कुल सर सही कहा आपने
शंअकट के समई जो साथ दे वो भाई जैसे होते है उनमें जाति नहीं देकते है
Thanks
Sankt ke samay jo madad karta H wo bhaghwan se badkar hota h
प्रकाशदादा आपने मिलना पडेगा । ऐतिहासिक लडाई लडेंगे किसी भी मोढ पे हम।
Jai bhil samaj jindabad 🔥💪
राणा पुंजा जी भील थे भील है ओर भील रहेंगे 💗💗🙏🙏जय मां भवानी जय जोहार जय आदिवासी💗💗💗🙏🙏🙏
जय जोहार
भील सेना जिंदाबाद
Bhai bheel bheel hai, sudra jaati ke shhatriya, pahle wale Krishna paksh ke varan system me dusre number pe aane wale sachche shhatriya the, agar Brahmin wale rajputo me shaamil karoge go reservation khatam karwa doge apna
Jay adivasi
एक तीर एक कमान आदिवासी एक समान___जय🏹 जोहार जय 🏹आदिवासी
जय जोहार जय आदिवासी जय भूल प्रदेश
🙏👍बिल्कुल राइट राणा पूंजा भील समाज के थे ❤️🙏👍
राणा पूजा भील है भिल ही रहेगा ही रहेगा महाराणा प्रताप जी हल्दीघाटी युद्ध में तो हारने के लायक है लेकिन आदिवासी ही ज्यादा शहीद हुए आदिवासियों का गुरु राणा पूंजा भील जोहार
हर हर महादेव ...
हरावल के सेनापति श्री कृष्णदास चुंडावत और चंदावल के सेनापति श्री पूंजा भील थे जिन्होंने हिंदुआ सूरज महाराणा प्रताप की सेना का नेतृत्व किया।
मेवाड़ के झंडे पर हमैशा भील योध्या का प्रतीक होता था।जिन्होंने मेवाड़ को इस्लामिक आकमणकरियो से बचाया।
हर हर महादेवः🕉
बहुत-बहुत आभार धन्यवाद आपका
@@prakashadivasinewsfilms हर हर महादेवः
मुझे गर्व है कि में भारत के उस #भील_समुदाय से आता हूँ जिसने मेवाड़ ही नही भारत देश के लिए कही बलिदान दिए बस अफसोस इस बात का होता है कि #भील_महापुरुषों को इतिहास में वो स्थान नही मिला जिनके वे हक़दार थे ।।
वर्तमान में कुछ नालायक लोग जो #राणा_पुंजा_भील के इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर रहे में उनको सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि अगर मरे मुर्दों को उखाड़ोगे तो तुम्हारे बाप दादा भी #भील ही निकलेंगे ।।
इसलिए अपने ओरिजनल बाप से मत उलझो वरना कही शक्ल दिखाने लायक नही बचोगे ।।
राणा पूंजा भील आदिवासी समाज के महान योद्धा थे जिन्होंने महाराणा प्रताप के साथ मेल कर अकबर को धूल चटा दी थी जय पूंजा भील जय महाराणा प्रताप की 👍
यादव समाज के तरफ से आदिवासी भाईयो को पूर्ण समर्थन 🙏
Thanks
🏹जय राणा पुंजा भील 🏹🙏🙏🙏
Wa ser wa kya utar diya jay aadivasi
Rani Jaya bhili Jaya Bhai Bhai dono samajo k beech bhai chara kharab n kare 🙏🙏 Rajput samaj bhil samaj ka hamesha rine rahega
जय राणा पूजा भील जय आदिवासी
मेरे बड़े भाई दादा प्रकाश जी जय जोहार जय आदिवासी मैं आपका बहुत बड़ा आभारी बड़े भाई आप के नंबर मेरे को चाहिए मैं राजस्थान से जोधपुर जहां तक मेरा विवाद हो जाता है इसी बात राणा पूंजा भील थे। आप उनको बहुत ही अच्छी तरह से जवाब देने के लिए मेरी सहायता जरूर। धन्यवाद दादा जय जोहर
7568541730
जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश सभी आदिवासी भारत देश के सभी खूंखार शेर आदिवासी भील भाइयों को
आज एकता की कमी के कारण हल्दीघाटी का मान होता राणा पूंजा भील जिसे आज सोलंकी राजपूत बताया जा रहा है
आज उनके वंशज अपने आप को सोलंकी राजपूत बताते हैं
इन सब के पीछे मुख्य भूमिका राजपूत करणी सेना
मैंने पढ़ा हुआ इतिहास और राजपूत करणी सेना द्वारा निर्मित इतिहास राणा पूंजा भील के पूर्वज
रावत हरपाल सोलंकी,, जिनको महाराणा उदय सिंह जी ने राणा की उपाधि दी गई
रावत हरपाल सोलंकी राणा उपाधि के बाद उनकी पीढ़ी राणा लगाने लगे जो राणा पूंजा तक कायम थी
जितने सबूत पेश किए गए ,, पनारवा की मोहर उसमें सिर्फ अनरवा का जिक्र है
राणा पूंजा राजपूत होने का नहीं
उनकी पीढ़ी की शुरुआत
रावत हरपाल सोलंकी,, पुराने इतिहास के अनुसार रावत भोमिया जागीरदार यह सारी उपाध्याय राजपूत राजाओं ने भील सरदारों से मुक्ति पाने के लिए दी गई। ताकि बिल सरदार उनसे युद्ध ना करें और उनके नेतृत्व में गांव की रक्षा करें,,
, राणा पूंजा सोलंकी जी की कुलदेवी खीमज माता है , जा का भोपा आज भी सोलंकी गोत्र भील है
भील का सरदार खुद एक भील होता है कोई गैर नहीं,, और यह परंपरा आज भी हमारे आदिवासी भील समाज में कायम है चाहे 12 गांव हो या 30 गांव मुखिया भील होता है
और पहाड़ी क्षेत्रों में भील इतने खूंखार ते की राजपूतों की इतनी ताकत नहीं कि भील पर हुकूमत कर सकें तो फिर राणा पूंजा राजपूत कैसे,,,
और रावत सोलंकी भील की पैदाइश है तो राजपूत कैसे
जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश
RDS bhil udaipur 🌾
Jai johar
Jay johar Jay adiwasi
Bhil batane me Saram aarahi hh esliye rajput bane hui hai.
प्रकाश जी में जीतू भील आप ईसको यू बताओ कि ये राणा पूंजा राजपूत सोंलकी थे तो उन्हें राणा नही माहाराणा लगाना चाहिए था ना फिर राणा क्यों लगाया रीजन
जय भील आदिवासी जय हो
1535 में बहादुर शाह प्रथम ने मेवाड़ पर अक्रमण कर दिया रानी कर्णावती जान बचा कर अपनी विशेष सैनिकों के साथ किल्ले से निकल गई वो अपने मायके बूंदी के लिए निकली पर रास्ते में उन्हें शत्रु सैनिकों ने घेर लिया । तभी भील सरदार ने उनकी रक्षा की उन्होंने शत्रु सैनिकों को मार गिराया और रानी कर्णावती को अपने साथ जंगल में ले गए और उन्हें अपने साथ रखा रानी कर्णवती भील सरदार की वीरता से बहुत प्रभावित हुई भील सरदार रानी कर्णावती से प्रेम करने लगे कर्णवती बहुत सुन्दर थी । भील सरदार ने उन्हें अपनी पत्नी का दर्जा दिया और प्रेम किया दोनो के बीच किय बार संबंध बने (मतलब सेक्स हुआ) रानी ने उनके साथ काफी समय बिताया और रानी भील सरदार से गर्भवती भी हुई रानी कर्णावती और भील सरदार खुश थे रानी अपने पति को मानो भूल ही गई हो । कुछ दिन बाद रानी के भाई हाड़ा राजा निर्बुद्ध वह आए उन्हें जब पता चला की रानी कर्णावती भीलो के सरदार के साथ सो चुकी है उन्होंने भीलों पर हमला कर दिया और अपनी बहन रानी कर्णवती को अपने साथ ले गए उनके भाई को जब पता लगा की महारानी कर्णवती भील सरदार के बच्चे कि मां बनने वाली है उन्हों यह बात सबसे छुपी रखी और रानी कर्णवती से उदय सिंह को जन्म दिया । सभी को लगा यह राणा सांगा का बेटा है पर वह कर्णावती और भील सरदार का बच्चा था ।ये है पूरा इतिहास उदय सिंह के पुत्र राणा प्रताप हुए
बहुत अच्छा धन्यवाद अच्छा भटका राज ठाकुर को और मैं बताता हूं मेरे भाई रांझा पुराना पूजा दिल के पिताजी का नाम था राणा खेता यह भाई उनको ठाकुर क्यों बता रहा है रा महाराणा प्रताप ने राणा पूजा से बात गले लग कर यह कहा था रानी जाई भी ली जाए दोनों भाई भाई लेकिन राणा खेता के मृत्यु उपरांत राजा पूजा भी हुए थे आदिवासियों के उन्होंने भी हल्दीघाटी युद्ध में महाराणा प्रताप का और कई युद्ध में बहुत साथ दिया था पूजा भील के लड़के ने अमर सिंह राणा का साथ दिया था आदिवासी भील जो है ना इनके अलावा पूर्व राणा प्रताप सिंह की लेब्रा राणा अमर सिंह की राणा उदय सिंह की कुछ चलती नहीं अभी पूजा भील उनके वंशज ना होता तो कैराना इनका बंसराज राजस्थान में पूरा वंशज बराबर आया पड़ा यार मीणा जाति जो है आदिवासी वह पूरी पूरा पूजा भील के वंशज है मध्यप्रदेश में भी मिलेंगे पूरे भारत में आदिवासी भील के वंशज हर जगह मिलेंगे आपको वीर मिलेंगे योद्धा मिलेंगे
Ha punaji rana ke father rana khetaji ,,jab Maharana Partap chhote the rana khetaji ne bhut help ki thi maharana udaysingh ji ki ,,,jay bheel raaj
राणा पुँजा भील थे हमेशा सत्य को छुपाया गया भीलो के साथ बहुत अत्याचार किया गया है सिर्फ महाराणा प्रताप को छोड़ के 🙏🙏
Good
Ye koi Chipi bat nahi hai wo Vill hi the
Bhai ye koe khilona nahi he jo chopa liya kisine .rana puja ek yes mahanyodha the jisne maharanapratap ke sath milkar mugalo ko lohe ke chene chebadiye the.kya apko apki dada dadi nana nani ye sab bachpan ke kahani ke tor pe nahi batate the
@@prabhusingh995 जी विडियो में बताया जा रहा है कोई राणा पुँजा को राजपूत बता रहा है कोई कभी किसी और विडियो में महाराणा प्रताप को भील बता देते है, क्या है यह सब कुछ और आपके द्वारा मुझे सुजाव दिया है दादा दादी नानी नाना द्वारा कहानी सुनने का इसके लिए आपको धन्यवाद, मेरे पिता दादा परदादा रावत रह चुके हैं, मुझे कहानियाँ सुनने की आवश्यकता नही है, आप इस विडियो में जो बहस हो रही है उसे ध्यान से सुने क्योकि इसी बहस के कारण मेने टिप्पणी की है अगर आपको बुरा लग रहा है तो माफी चाहता हूँ 🙏🏼🙏🏼
@@prabhusingh995 मान्यवर जी प्रजातंत्र का राज नही हुआ होता तो आज तक इन आदिवासी भीलो के बच्चो को स्कुल में भर्ती तो क्या पर दर्शन भी नही होते 🙏🏼🙏🏼
Bhil samaj ne hamesa rajpoot samaj ka sath diya he o hamare bhai he or ek veer jaati he
जय राणा पुंजा भील,(महाराष्ट्र)⚘⚘
भाईसाहब राणा पूजा भील थे ओर वो हमारे लिए बोहत आदणीय है
भाई यह ऑडियो आ चुका है व्हाट्सएप पर इसमें माफी मांगने वाली बात तो हुई नहीं है
प्लीज भाई वो ऑडियो या वीडियो डालें जिसमें माफी मांगी गई है
वहा भाई☺️👌👌👌👌 जय जोहार 🏹🏹🏹
जय भील राणा पुंजा आदिवासी भील थे
प्रकाश भैया आपकी बातें हमने सुनी आपकी बातों में दम है
महाराणा प्रताप भील थे, और भील समुदाय से निवास करते थे, जब तक आग नहीं लगाएंगे तब तक बैठेंगे नहीं #जय_जोहार
आपसमे मत लो भाई जय राणा प्रताप जय राणा पूंजा हर हर महादेव
भील हमेशा से आदिवासी थे और रहेंगे
मेवाड़ के ने भीलो सदैव मेवाड़ के लिए त्याग किया राजपूतों ओर भीलो आपस में भाई चारा नहीं बिगाडाना चाहिए | ( दोनो कोमो ने धर्म के लिए त्याग बलिदान कियें है हिंदुओं की आपसी फुट के दुसरे धर्म के लोग आज हावी हो रहें हैं