लख चौरासी भरम कर पग पर अटके आय। अबकी पासा न पड़ा तो फिर लख चौरासी जाय। बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है। भटके हुए मानव जाति को सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा देने के लिए कोटि कोटि नमन करते हैं।
सुन बे सुन से अगम है पिंड ब्रह्माण्ड से न्यार शब्द समान शब्द में अवगत वार न पार गरीब सतगुरु हम ऐसा मिलया अलग पंख की जात काया माया वहां नहीं नहीं पंच तत्व की गात गरीब सतगुरु हम ऐसा मिलिया सूरत सिंधु के माही शब्द समरूपी अंग है पिंडप्राण बिन छाई
🙏🙏🌹🥀🙏🏼🙏🏼 aderyan parhladji bahut sunder prasuti ye manav janam me hi lakh chorasi chotne ko Mila hei lekin ye kaljug me jishke pash purva Janam punay hoga vohi permatma ki bhakti ker sakega aap bahut sunder samjate hei lekin aaj jinke bhagaye nahi hei vo kush samaj payega baut sunder saheb bandgi mohanbhai g.payel na Jai permatma dhanyvad 👈👋👋🌹🌺🌼🥀🌻🙏🙏💘👈👋👋
well mixed_ a realism founded in the here and now, complemented perhaps with the idea of actions being social and consequential. it follows that we build the satlok in ideal terms, a heaven on earth
क्षर पार अक्षर अक्षर पार वतन है जागिए इन घर वो नाशवान शरीर में नहीं हो सकता अगर शरीर में होता तो शरीर भी परमात्मा की तरह कभी नाश नहीं होता वो आत्म में प्रात्म में रमन करने वाला है ओर सुरता इसी नाशवान शरीर के जरिए याँही पर अमरपुर का दर्शन कर लेती है धनी सतगुरू की मेहर से ओर तन के पूरे होने पर अमरपुर जाति भी है तो अखंड में तो अमर धाम है ही
नाशवान शरीर हे परमात्मा नही परमात्मा तो अजर अमर हे हर शरीर मे कण कण मे हे बस अपने आप मे देखना पडंता हे शब्द को सेन मे समजना पडेगा एक दुसरे के अन्दर अपना स्वरुप देखना हे सुरता ही परमात्मा ऐसे कहते सन्त आगे आप जो समजो
लख चौरासी भरम कर पग पर अटके आय।
अबकी पासा न पड़ा तो फिर लख चौरासी जाय।
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है। भटके हुए मानव जाति को सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा देने के लिए कोटि कोटि नमन करते हैं।
Thanks!
🙏🙏 गुरु जी को कोटि कोटि प्रणाम जी 🙏🙏 सतनाम साहेब बन्दगी जी 🙏🙏 गुरु जी बहुत ही सहजता और सरलता से समझाते हैं 🙏 👍👍 बहुत ही शानदार 👍👍
जातिवाद और पाखंडवाद को मिटाने के लिए कबीर यात्रा को मेरा प्रणाम
मैं रजिंद्र चंदेल साहेब बंदगी, आप हमारे शहर चंडीगढ़ में टैगोर थियेटर में आपने प्रोग्राम दिया था,आपने मुझे अपना कार्ड भी दिया था,महान हो आप ❤
चरण
स्पर्श गुरूजी चरणों मै नमन वंदन साहिब बंदगी साहिब। लाजवाब प्रस्तुति हिर्दय से नमन गुरूजी
अतिसुन्दर भजन....हैं... क्या ज्ञान दिया.....बहुत ख़ूब...
बहुत सुन्दर प्रस्तुति गुरूजी सबसे पहले मां और पानी हवा अग्नि ये सब ही भगवान हे बाकी सब काल्पनिक कहानी है
Qqqqqqqqqqq😊😊
सुन बे सुन से अगम है पिंड ब्रह्माण्ड से न्यार शब्द समान शब्द में अवगत वार न पार गरीब सतगुरु हम ऐसा मिलया अलग पंख की जात काया माया वहां नहीं नहीं पंच तत्व की गात गरीब सतगुरु हम ऐसा मिलिया सूरत सिंधु के माही शब्द समरूपी अंग है पिंडप्राण बिन छाई
Jai shree shyam 🙏। साहेब बंदगी 🙏😍
जय हो मेरे रंग रेज़.....
बहुत ही शानदार भजन 🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏कोई शब्द नही आप प्रस्तुति के लिय
There can be nothing so honest & melodious!
Thank you for this Beautiful Bhajan with immense deep meaning, which very few may understand 🙏✨
Saheb bandgi saheb 🙏
साहेब बंदगी।बहुत ही combination के साथ भजन की प्रस्तुति। अभिनंदन
🙏saheb bandagi bahot sundar prastuti aapke sare bhajan aur dokyumentari bahot bar dekhta hu bhajan sunta hu 👌👌👌👌
बहुत सुंदर प्रणाम करू
बहुत ही अच्छा भजन 🙏🙏🙏
जय गुरुदेव जी के चरणों में सादर प्रणाम
🙏🙏🌹🥀🙏🏼🙏🏼 aderyan parhladji bahut sunder prasuti ye manav janam me hi lakh chorasi chotne ko Mila hei lekin ye kaljug me jishke pash purva Janam punay hoga vohi permatma ki bhakti ker sakega aap bahut sunder samjate hei lekin aaj jinke bhagaye nahi hei vo kush samaj payega baut sunder saheb bandgi mohanbhai g.payel na Jai permatma dhanyvad 👈👋👋🌹🌺🌼🥀🌻🙏🙏💘👈👋👋
अगर आपको याद हो सर देवास जिले के एक गांव में आपने कार्यक्रम किया था गांव का नाम है कांटाफोड उस कार्यक्रम में मैंने आपको 10 फीट दूरी से सुना है
अब क्या गोदी मे बैठेगा
Ek numbar
@@kr7520😊⁰⁰⁰⁰0⁰😊😊😊😊😊
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Saheb bandgi
प्रणाम🙏🏼बहुत सुंदर प्रस्तुति😇😊🌸
well mixed_ a realism founded in the here and now, complemented perhaps with the idea of actions being social and consequential. it follows that we build the satlok in ideal terms, a heaven on earth
Sat saheb 🙏
आपका विचार बहुत अच्छे हैं मनुष्य इस विचार पर चले तो समय बदल जाए जय सीताराम जय सीताराम जय श्री सीताराम
क्षर पार अक्षर अक्षर पार वतन है जागिए इन घर वो नाशवान शरीर में नहीं हो सकता अगर शरीर में होता तो शरीर भी परमात्मा की तरह कभी नाश नहीं होता वो आत्म में प्रात्म में रमन करने वाला है ओर सुरता इसी नाशवान शरीर के जरिए याँही पर अमरपुर का दर्शन कर लेती है धनी सतगुरू की मेहर से ओर तन के पूरे होने पर अमरपुर जाति भी है तो अखंड में तो अमर धाम है ही
शरीर नाशवान है भाई पर परमात्मा नाशवान नहीं है
... परमात्मा इस शरीर में और हर कण में ही बसते हैं ! हर सांस (अजापा जाप)में ही उनका याद किया जाय, जो बहुत ही कठिन है, तो जरूर ही पाएगा!
नाशवान शरीर हे परमात्मा नही परमात्मा तो अजर अमर हे हर शरीर मे कण कण मे हे बस अपने आप मे देखना पडंता हे शब्द को सेन मे समजना पडेगा एक दुसरे के अन्दर अपना स्वरुप देखना हे सुरता ही परमात्मा ऐसे कहते सन्त आगे आप जो समजो
कोई है परले पार का,जो भेद कहे झनकार का।। गरीब दास जी महाराज ने कहा है कि इस शरीर में जो रचना है इस काल ने बना रखी है अन्ड पिण्ड के पार सो देश हमारा है
🙏🙏sahab bandagi sat nam ji dhanya kabir sahab tipaaniyaa ji aap kabir sahab he meri dhanya me
बहुत सुंदर भजन 👌👌👍👍
વાહ વાહ
🙏 Saheb Bandagi 💐💐
Wah ji... This made my day
Saheb bandagi satnam
Bhut sundar
Super❤
साहेब बंदगी गुरुजी
Jay Ho
कबीर को प्रणाम कोटि कोटि नमन
जय श्री कृष्ण
Saheb bandgi satnam 🌹🌹🙏🙏
आपकी टीम का भी कभी परिचय कराइए 🙏🙏
🙏🙏🙏🌹🌹🌹साहेब बंदगी साहेब जी
Jay Siyaram 🙏
Jai guru dev
JAI SHRI KRISHNA....
guru ji sahab ji sat sat 🙏par nam sahab bandagi sat nam bhurelal suryawanshi
अच्छा भजन
Jay ho Prabhu
कोउ ऐसा धर्म है कि,वो कहा वो?क्या रूप हैं? कैसे मिले वो साहिब?
सर डिस्क्रप्शन में संत लेखक का नाम भी लिखिए ताकि उनको भी श्रेय दिया जा सके
शरीर नश्वरहै शरीर में भी नहीं हैं
मगर मानव तन बिना मिलेगा भी नहीं
विज्ञान से समझना होगा रामजी
भेदी दैहधारी गुरू से समझना होगा रामजी
Parnam Satya vachan 😊
जय श्री राम
कौटी कोटी नमन
❤❤🎉🎉
Very nice 👍👍👍👍👍👍
जय श्रीराम 🚩🚩🚩🚩
Jai ho
baht sudar prastuti dihe, gùrujee
🙏🙏🙏
Nice 👍👍 voice....
Jai Guru Dev Bhagwan ki
Sir aage badhate raho Kabir sahib ki bani. Log jagruk awashya hi honge.
😌😌😌
Guru ji ko sadar pranam
🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
रामरामसा
कबीर पूर्ण परमात्मा है
SAHEB BANDAGI ❤️ 😘🙏🏻🙏🏻🌹🌹💫
नमस्कार गुरु जी सत सत नमन
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
💞🙏💞
Aotm aisrm jodpor. ramperkas . sere achl ram g aiotram g Bejna jodpor me he anke pas jawo
Jay yho
💐💐💐💐💐💐🙏🙏🙏🙏🙏
Rajaram🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🌹🌹👌🌹🌹🙏🙏
🌹🌹🌹🙏🙏🙏
Kya, jami, kya, asma, her, or, unki, uplubdhata, hay, fir, kya, to, sun,.।।।
Kabir ji the great saint
पिंडी पिंडी
ब्रह्मांडअंतरीं
सहज सुलभ शब्दोमे प्रगट
Par, bram, ki, upasthithi, to, akho, mey, peroya, hua, hay, jis, or, deykhu, us, or, unki, dedar, ho,.।।।
Pls add subtitle 🙏🙏🙏🙏
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Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram Ram sa
🙏🙏🙏💕💕💕❤
🙏🙏🌹🪔🪔🌹🙏🙏
पारब्रह्म की आवाज को पहचानो!
Good,Bool
Thanks!
🙏🙏
🙏🙏