Inn logo ko aisi sikh ramayan se mila hai isiliye ye faltu k dharm granth hai jo nari smj ko nich smjhte hai manusmriti jaise ghatiya dharm ne aurton ko shudra bna diya
प्रेमचंद जी की समाज की पुरूष वर्चस्व वादी मानसिकता वाली ये रचना मुझे पहले से ही पसंद थी। अब इसे लघुफिल्म में रूपांतरित देखकर बहुत अच्छा लगा। धन्यवाद के पात्र हैं इसके निर्माता, निर्देशक ,कलाकार व पूरा निर्माण दल, आपका प्रयास हृदयस्पर्शी रहा ।
Kya khoob. Showing self respect and boldness of a woman. When this male psychi will change.Short stories by Munshi Premchand are really a masterpiece.What a great writer. His stories touch your soul.
मुंशी प्रेमचंद daura रचित " निर्वासन " जो भारतीय पुरुष-प्रधान समाज के कुरीतियों को उजागर करती है..! ऐसे महान लेखक को कोटी -कोटी नमन,जो अपने लेखनी के माध्यम से समाज के कुरीतियों को ज़र से उखाड़ फेकने का काम करती है।रामायण हो या महाभारत या हमारे समाज ,देश,राज्य की स्त्रियों को हि पवित्रता कि अग्नि परीक्षा देनी परती है..! क्यूंकि उन्हे ईश्वर ने स्त्री जो बनाया है; हद है हमारे समाज की प्रधानता जो पवित्र होने पर भी अपनी,बहन,बीबी,का अग्नि परीक्षा लेते..! जब तक नकरात्मक भावना हमारे समाज के पुरुश वर्ग के दिमाग़ से नहीं जायेगा तब तक ना जाने कितनी मासूम बहन,बीबी की घर जलकर रख हो जाएगी। धन्य है! भारतीय पुरुष-प्रधान समाज......😡😡
I was totally engrossed in this short film.....We have seen this type of dramas many time but the parts played by this actors were captivating... I salute all who made this possible for us to learn....Do Not Ruin Your Present For The Sake of Your Doubts and Ego...... End result will be Suffering.
घोर अन्याय है किसी स्त्री के साथ, यह तो दुर्घटना हुआ है, उस स्त्री ने अपनी मर्जी से नहीं बल्कि उसके साथ दुर्घटना हुआ है, इसमें इस स्त्री का दोष नहीं बल्कि दोष उस पुरुष का था और दंड तो उसे देना चाहिए था, अगर मर्दानगी हीं दिखाना था तो अपनी पत्नी को दंड ना देकर उस लफंगे व्यक्ति को दंड देना चाहिए था.
बिल्कुल सही कहा ,आपके विचारों से मैं सहमत हूं , कितना सुन्दर ढंग से , दोनों ने अपना रोल किया है ,सटिक ढंग से दोषी को दंड मिलना ही चाहिए न कि किसी हालात की मारी इंसान को ।🙏🙏
अगर बच्चो कि देखभाल और भेडिये रूपी मनुष्यो का डर ना हो तो हर वह स्त्री जिस पर एसा आरोप लगाया जाए तो वह भी यही निर्णय लेगी जो इस कथा कि पात्र ने लिया परित्याग कोई क या दे उसे वह स्वयं उसका परित्यागी करेगी जो उसपर आरोप लगाए शःषा अरे
कहानी के पटाक्षेप पर स्त्री के पिता को उसे लेकर जाते दिखाया जाता तो, स्त्री की जो गरिमा कम करके दिखाई गयी वह संतुलित हो रहती, कथा और भी प्रभावी हो सकती थी।
Bhut dukh hota h Munshi premchandra ji ki ye krati hamara ganda atit dikhata h Pta nhi kitni mahilaye in samajik kuritiyon ki bali chadh gyi Lajja ka bhav aata h is purush pradhan samaj me
Aadmi apni galti manne ko taiyaar nhi hota kudh se to kuch bahaduri hoti nhi bus aurat ko Neecha or sarminda krke apne Papon ko chupane m or ahm ki santusti krne m lga rehta h .dhikaar h aiese aadmiyon pr
मुंशी जी आप लेखक से बढ़कर दार्शनिक और समाज सुधारक थे।
एक स्त्री का रक्षक भी पुरूष और भक्षक भी पुरूष , और फैसले भी पुरूष के ही माने जाते है। धन्य है, भारतीय समाज🤔🤔
Inn logo ko aisi sikh ramayan se mila hai isiliye ye faltu k dharm granth hai jo nari smj ko nich smjhte hai manusmriti jaise ghatiya dharm ne aurton ko shudra bna diya
Wow neha... 😢
धन्य हैं आप मुंशी जी, आपने तो सारे साम्राज्य की मानसिकता को ही उधेड़ के रख दिया। आप महान हैं 👌👌👏👏👏
bahut sundar story n abhinay,dannyabad
आप महान है मुंशी प्रेमचन्द जी आप ने समाज को जगाने का काम किया ही
मुंशी जी को कोटि कोटि नमन राम ने भी सीता के साथ कुछ ऐसा ही किया था।
प्रेमचंद जी की समाज की पुरूष वर्चस्व वादी मानसिकता वाली ये रचना मुझे पहले से ही पसंद थी। अब इसे लघुफिल्म में रूपांतरित देखकर बहुत अच्छा लगा। धन्यवाद के पात्र हैं इसके निर्माता, निर्देशक ,कलाकार व पूरा निर्माण दल, आपका प्रयास हृदयस्पर्शी रहा ।
Kya khoob. Showing self respect and boldness of a woman. When this male psychi will change.Short stories by Munshi Premchand are really a masterpiece.What a great writer. His stories touch your soul.
धन्य हैं आप मुंशी जी, आपने तो समाज की बखियां उधेड़ के रख दी। रोना आ रहा है महिलाओं की ऐसी दशा देख कर 🙏🏼
ल्ल्प
ल्ल्प
I always like to reading the story's of shree Munshi ji.
Jago अब तक अंधेरा दूर हो गया होगाप्रेम जी को शत शत नमन
निकम्मा पति खुद देखने भी जा सकता था। प्रेमचंद की कहानियों में सच्चाई दिखती है।
मुंशी जी आप महान हैं 🙏🙏🙏🙏👍👍👌👌👌
मुंशी प्रेमचंद daura रचित " निर्वासन " जो भारतीय पुरुष-प्रधान समाज के कुरीतियों को उजागर करती है..! ऐसे महान लेखक को कोटी -कोटी नमन,जो अपने लेखनी के माध्यम से समाज के कुरीतियों को ज़र से उखाड़ फेकने का काम करती है।रामायण हो या महाभारत या हमारे समाज ,देश,राज्य की स्त्रियों को हि पवित्रता कि अग्नि परीक्षा देनी परती है..! क्यूंकि उन्हे ईश्वर ने स्त्री जो बनाया है; हद है हमारे समाज की प्रधानता जो पवित्र होने पर भी अपनी,बहन,बीबी,का अग्नि परीक्षा लेते..! जब तक नकरात्मक भावना हमारे समाज के पुरुश वर्ग के दिमाग़ से नहीं जायेगा तब तक ना जाने कितनी मासूम बहन,बीबी की घर जलकर रख हो जाएगी। धन्य है! भारतीय पुरुष-प्रधान समाज......😡😡
कितना शक्की आदमी है भाई, इसकी रग रग में शक भरा है, सच्चाई इसे स्वीकार नहीं थी, पुरुषों को आइना दिखाने वाली शानदार कहानी है 37 22:37
मुन्शी जी का कोई तोड़ नहीं ..... salute h ❤
मुंशी प्रेम चन्द जी को शत् शत् नमन
नि:संदेह निर्वासन नारी शक्ति का वैचारिक, मानसिक व सामाजिक जागरण है।
I was totally engrossed in this short film.....We have seen this type of dramas many time but the parts played by this actors were captivating... I salute all who made this possible for us to learn....Do Not Ruin Your Present For The Sake of Your Doubts and Ego...... End result will be Suffering.
Munshi premchand was a great writer....🙏🙏
एक स्त्री क्या स्त्री नहीं होती अगर उसकी योनी ना होती। क्या हर वक्त भगवान खुदको कोसता होगा योनी से क्यु जन्मे आंसु ही काफी है कोख तक जाने को 😔😔
Heartouching amazing 👏 superb story 👏 munshi g greatest ❤ writer samaj ki realty samne lane wale poverty b
पुरूष की सामन्ती रूप असली चेहरा है और आधुनिक नारी का पदार्पण का शुभारंभ ......
Mahila ki jindgi hamesha se hi kastmay rahata hai. Isliye mahila ko hamesa acche se rakhna chahiye❤
Great writer is munshi premchand, मुंशी प्रेमचंद शीशे की तरह है जो समाज में फैली हुई रूढ़िवादी परंपरा नीचता और महिलाओं की स्थिति को साफ-साफ दिखाता है
कोटि कोटि नमन है मुंशी जी 🙏🙏🙏
आज भी कुछ पुरुष इसी नीच सोच के है ,आज भी कुछ लोग ऐसी घटिया सोच रखते हे
कुछ नहीं 90%
@@md.mustafa5265 nisandeh
maximum log ...samaj andar se nahi badla ....bas bahar se log dikhawa jyada karte hai aaj kal ...
Waaw dhany hai Munsi Premchand ji aap ... Aapki kahani me jo yatharthwadi hai wo koi babawti nhi aaj ke samaj me bhi aisa hota hai ...
बेस्ट विडियो💪 लेखक और बिडियो बनाने वाले को💜❤ से बहुत बहुत🙏💕
Sat sat naman munsi premchandra
रोचक सामाजिक कहानी
Ye to chamatkar ho gya, bravo
Bohut aacha laga ,aesa our vi chahatahu, thank you premchand ji ko
अपने युग की हर सीता को अंगारौं पर चलाया जाता है।
Wonderfully depicted. Imagine the period that Munshi Premchand dared to write this! Ananta koti namaskara to him.
Excellent, Both Writer and Artist, Thanks
Bahut sahi
Woow kya bat hai.aap dhany hai premchandra jee
Great story full of moral values and sense of womanhood
घोर अन्याय है किसी स्त्री के साथ, यह तो दुर्घटना हुआ है, उस स्त्री ने अपनी मर्जी से नहीं बल्कि उसके साथ दुर्घटना हुआ है, इसमें इस स्त्री का दोष नहीं बल्कि दोष उस पुरुष का था और दंड तो उसे देना चाहिए था, अगर मर्दानगी हीं दिखाना था तो अपनी पत्नी को दंड ना देकर उस लफंगे व्यक्ति को दंड देना चाहिए था.
इसी तरह के सोच वाले लोगों के बारे में कहा गया है। कमजोर और गरीब को लाल आंखें दिखाना ओर ताकतवर के आगे दांत दिखाना ।
बिल्कुल सही कहा ,आपके विचारों से मैं सहमत हूं , कितना सुन्दर ढंग से , दोनों ने अपना रोल किया है ,सटिक ढंग से दोषी को दंड मिलना ही चाहिए न कि किसी हालात की मारी इंसान को ।🙏🙏
Bahut badhiya laga ji kahani
You are great Munshi ji
जोरदार
Sab Pariksha aurat ke liye hi hoti hai. Purush ke liye koi nahin.wha re purush Pradhan Desh 😥😥
Aurat ek Devi hai jitna aapka adhikaar aurat par hai aurat ka utna adhikaar adami par hai bahut khub munsi ji
Wonderfully depicted.
A very good story. The condition of women is no better even today. Women should be bold like the character in the story
Exactly
Very nice story by Munshi Prem chandra thanks
सारे मर्द एक समान होते हैं
wow sach much Premchand ji mahan hain unki lekhni ka koi sani nhi
पुरुष की मान सिकता है
तभी तो आज परेशान है।
कहानी अच्छी है किंतु अभिनय और भी अच्छा हो सकता था
बहुत सुंदर
पुराने जमाने में बैकग्राउंड म्यूजिक से ही पता चल जाता था कौन अच्छा है और कौन बुरा
Bohot acchi baat kahe mai tumhara prityaag krti hu
❤❤
Excellent Climax.
NIRVASAN STORY OF. NOVEL I. INTERSTIN VERY_VERY
मुंशी जी
आपको शत शत प्रणाम
प्रेमचन्द आप महान थे 🙏
सही निर्णय
Kitni achhi kahani hai! Aise patiyon ka parityaag karti huyi patniyon ki kahaniyaan pehle hi hamare itihaas mein maujood hotin, toh aaj ki auratein itna kasht nahin utthateen
वाह
Munsipren. Chand. Ki. Kahani. Hamemarg. Darshan deti. Hai. Zindagi mejine. Ki. Rahdikhati. Hai
❤ very very like me your lovely posts ❤️
❤❤😢😢
Xllent ❤❤
Bahadur stree
Very nice
बहुत सुंदर कहानी
अगर बच्चो कि देखभाल और भेडिये रूपी मनुष्यो का डर ना हो तो हर वह स्त्री जिस पर एसा आरोप लगाया जाए तो वह भी यही निर्णय लेगी जो इस कथा कि पात्र ने लिया परित्याग कोई क या दे उसे वह स्वयं उसका परित्यागी करेगी जो उसपर आरोप लगाए शःषा अरे
Wah bhai wah
great story .
Great role of ledy she is not wait to talk truth of society
Munshi prem chaand is great human .He isn't man,human is.
Keeping, killing and judging of woman ,is man.What a amazing world?
Jahan aansoo hein
Wahan pyaar hai
Jahan aansoo Nahin
Wahan pyaar Nahin
Aansoo aur prem dono ek hi vrakchh ki shakhayen hein
Good role of this lady
Nice one
कहानी के पटाक्षेप पर स्त्री के पिता को उसे लेकर जाते दिखाया जाता तो, स्त्री की जो गरिमा कम करके दिखाई गयी वह संतुलित हो रहती, कथा और भी प्रभावी हो सकती थी।
Waah
Nari sashaktikaran ka adbhut namuna hai ye Katha.
Nice story
Very nice Very nice
Good luck
Sbhiman se badh kar koi chij nahi hai l sbhiman sabaki liye anmol hai l😢
Mere sashural ke bhi issi soch ke h.gandi soch ke sarm aati h ki aaj bhi duniya m aise log h.
नाइस वीडियो इससे स्त्री का आंख भी खुलेगी
We should take a lesson from this episode.... Pranam.
आओ चले उपनिषद कि ओर
Mard ko sunhara kavach hai Jo hamesha chupata rahata hai . Magar use pahan kar hi samaj rupee yuddh mein utarti hai
Ek Mitra rupi vrakchh Jo Satya ki hawa kaa jhoka naa Seh Saka
Yakinan baalu ki Jameen par khada tha
सेवाभाव वाली स्त्री पर पुरुष को संदेह नही करना चाहिए
Premchand 👃👃👃
😊
Jab raam ne sita mata ko nhi awikara to ye to sadharan aadmi hai!
मेरी शादी तो नहीं हुई पर इतना पता है किसी इस्त्री के चरित्र पर शक करना भगवान पर शक करने के बराबर है।
क्या कहा जाए जब भगवान स्वयं ही इसके शिकार हो गए हों?जरा पात्रों को भगवान के रूप मे देखिए संभवतः मैं गलत होऊँ?
👍 👌 👍 👌 👍
Nice
Ji,,👌🙏🌷
Bhut dukh hota h
Munshi premchandra ji ki ye krati hamara ganda atit dikhata h
Pta nhi kitni mahilaye in samajik kuritiyon ki bali chadh gyi
Lajja ka bhav aata h is purush pradhan samaj me
A good lash on social duality
,🙏🙏🙏🙏🙏🙏
औरत को हर कदम पे सफाई देनी पड़ती है बिचारा, 🙏🙏
वाह री पुरुष प्रधान समाज थू है तुझ पर थू 😡😡
इतना गुस्सा 🙏😊 हर आदमी इतना कठोर नही होता,,, अब मुझे ही देख लो
@@Ravi_yadavsaab hmm 🤔🤔
@@kaminiyadav1270 आपकी शादी हो गई या unmarried हो मेरी तरह
@@Ravi_yadavsaab apki shadi nii hui to kya main krwa doo kya 😏
I'm married mere husband bhot axhe h 🥰🥰
Aadmi apni galti manne ko taiyaar nhi hota kudh se to kuch bahaduri hoti nhi bus aurat ko Neecha or sarminda krke apne Papon ko chupane m or ahm ki santusti krne m lga rehta h .dhikaar h aiese aadmiyon pr
right bat khi apne.
sach
Koi v yug ho striyon ko hamesha saq ki drishti se hi dekha jata hai 😢..hamari zindagi esi q bnai hai bhagwan ne
Purush vadi samaj ka nash hona Chahiye