Guruji aapke Charanon Mein Lakh Lakh Koti Koti Pranam Mera Main Piche Jalandhar se hun Punjab se aur Maine aapka jo hai ki Satsang sunkar Mujhko Bahut Achcha Laga bahut Sundar lagta hai man bahut Bhav ko hota hai aur Guruji main aapse Naam Diksha lene ke liye
धन्य हो धन्य हो धान्य कबीर धन्य कबीर वाणी धन्य उनके भक्त एको है भाई एको है यह समझ आ जाए तो सारा झगड़ा ही खत्म फिर तो यही कहता फिरे गा सभी घट राम बोले रामा बोले राम बिना कोऊ ना बोले सब गोबिंद है सब गोबिंद है गोविंद बिन ना ही कोए लगे रहो लगे रहो जागते रहो और जगाते रहो भगवान तुम्हारी आस्था कायम रखें सुनकर आनंद आ गया कोई तो हमारे भरम निकालने वाला इस दुनिया में है सतनाम साहिब बंदगी सतनाम साहिब बंदगी
पूर्ण सार शब्द भेदी गुरु की पहचान:- ** कृपया एक बार अवश्य पढिये ** जबसच्चे सद्गुरु किसी को दीक्षा देते हैं तो सारशब्द तो सद्गुरू के साथ पल भर में घटित होता है। किन्तु आज के युग में ऐसे सद्गुरू का मिलना बहुत ही दुर्लभ हैं। आजकल तो यू ट्यूब पर सारशब्द की दुकान खुली हुई है, जिसे देखो सारशब्द दे रहा है, क्योंकि ये सबसे अच्छा बिज़नेस है पैसा कमाने का। सारशब्द क्या है--?👇 उदाहरण 👉 बन्द कमरे की अंधेरा कई वर्षों का हो, महिनो का हो या एक दिन का हो सिर्फ एक दिया जला देने से ही दूर हो जाता है। अंधेरे को यह कहने का मौका ही नहीं मिलता कि मैं यहाँ वर्षों से हूँ धीरे धीरे जाऊँगा । पूर्ण सारशब्द भेदी जागृत सद्गुरू वो होते हैं जो वो पल भर में शिष्य को परख कर अपने जागृत दिया से उसके दीपक को जलाकर प्रकाश और आनंद से भर देते हैं, ओर सारशब्द को पल भर में लखा देते हैं। यही पूर्ण जागृत सद्गुरु की पहचान है। ये ठीक उसी तरह होता है जिस तरह मिलावटी सोने को अग्नि में तपाकर गलाने से सोनाशुद्ध हो जाता है, ऐसे ही पूर्ण सद्गुरू शिष्य को पल भर में सारशब्द लखा कर निर्मल कर देते हैं, न कि बिना अनुभूति करवाये वर्षों तक सेवा करवाते रहते हैं। केवल सत्संग सुनाने या सुनने से कुछ हासिल नही हो सकता। पहले अच्छी तरह से परख करो कि सत्संग सुनाने वाले जागृत गुरु है भी या नही। सारशब्द का अनुभव तो नाम दान लेते वक्त ही हो जाना चाहिए। अगर अनुभव नही हुआ तो सनाझ लेना नकली गुरु है। भावना में बह जाने वाले लोग हमेशा धोखा खाते हैं, (आपने भी बहुत बार धोखा खाया होगा) सोच के देखो--? आप हमको लाखों सत्संगियों में से कोई एक भी ऐसा दिखा दो जिसने दीक्षा लेते समय अपने आत्मदेव स्वरूप को देखा हो, या किसी सद्गुरु ने नाम देते समय शिष्य को सारशब्द का अनुभव करवाया हो। आजकल झूंठे गुरु (यू ट्यूब) पर झूंठे सत्संग करके भगतों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। जब चरण धोकर पीने से भी अनुभव नहीं हुआ तो कब होगा-? जो भी गुरु अपने चरणों को धुलवाकर भगतों को पिलाता है, तो साफ साफ पता चलता है कि ये झूंठा आडम्बर रच रहा है। परम सद्गुरु कबीर साहेब ने साफ साफ कहा है कि ,चरण धोकर पीने से कुछ भी हासिल नहीं होगा, अगर चरण धोकर पीने से मुक्ति हो जाती तो अब तक जितने भगतों ने पिये हैं सब के सब मुक्त हो गए होते। हर बार आप लोग हरबार एक नए गुरु को तलाशते हो, क्यों--? क्योंकि सब के सब झूंठे गुरु थे,इस बार तो आप जरूर बुद्धि विवेक से काम लेना। जब तक किसी का गुरु जिंदा हो, तो सोचो एक चेला कैसे दीक्षा दे सकता है-? हां चेला सिर्फ प्रचार कर सकता है, दीक्षा तो दे ही नही सकता, ओर ना ही अपने चरण धुलवाकर किसी को पिला सकता है, थोड़ा बुद्धि का सदुपयोग करके गहराई से सोचो । इस दास ने सिर्फ कटु सत्य बोलकर सच्चाई को उजागर किया है। हम क्षमाप्रार्थी हैं। आप लोग रोज़ सोने से पहले सिर्फ एक ये प्रार्थना करो कि हे कबीर साहेब आप ही हमको पूर्ण सद्गुरु की पहचान करने की बुद्धि दो ओर सार शब्द भेदी से मिलाप करवाओ। एक दिन पूर्ण खुद ब खुद आप पास चल कर आएगा। ये सच है (मोको कहाँ ढूंढे रे बंदे मैं तो तेरे पास में, खोजी होय तो तुरंत मिलूं सिर्फ इक पल की तलाश में ) Is Link ko khol kar Asliat dekho Jo kal tak Bairag Saheb ko Gaali deta tha Aaj uski Jai bolta hai-- ? ruclips.net/video/961TiU6BQ8o/видео.html
जय हो बंदीछोडजी वैरागजी साहीबजी को कोटी कोटी प्रणाम जी जय हो सतगुरु नितिनदासजी साहीबजी का जयजयकार हो सत कबीरजी साहीबजी बंदीछोडजी मालिकजी का सदा सदा जयजयकार हो साहीबजी बंदगी सतनाम
Aap ki jiwan sali suni bohut achha laga or apki jiwan jesi gati hamari ho Rahi hai .m rampal ji se updesh liya hai lekin wah mantr hamare andar nahee uttar rahe hai.partham updesh le rakha hai lekin wah sabad hamare marg m annad nahee de rahe hai.jab ki hare guru pehle ki Kabir saheb ke marg ka gayan Diya tha us se bohit annd Mila or anbhao se parkh huwa tha.ab m or marg apse lekar age badna hai.
कबीर को एक वर्ण के लोग ही क्यों मानते हैं। और शम्बुक बिना कबीर के कैसे परमात्मा के धाम गया,कैसे गया । आप सही हो या जो परमात्मा के धाम अपनी कौम को भी ले गया वह सही है। जय श्री राम
जिस ब्यक्ति के पास स्वविवेक नहीं होता है।बह ब्यक्ति किसी भी काल में नहीं भटकता है। स्वविवेक की कमी के कारण हर बर्गके लोग उन ब्यक्तियो का हर प्रकार से उपयोग करने में नहीं चूकते हैं।
He duniya walo Puran parmatma satguru Rampal Ji Maharaj ki sharan mein aa jao aur apna jivan Sarthak karlo ( agar main jhooth kahta hun to meri jheebh kut jaye )
आदरणीय गुरुदेव जी सादर प्रणाम है।सोहं का सही शब्द सओअहम होना चाहिए जिसका अर्थ यह है कि वो है वहीं मैं हूं । शुभ कामना। मैं भी कबीरदास जी का उपदेशक हूं जी मांगीलाल चारण गाडण नागौर राजस्थान
ये नितिन जी अपने ऑडियो वीडियो में कहते हैं कि मैं कोई गुरु बनने के लिए नहीं सत्संग कर रहा हूं। अब आप नितिन साहेब कहते हैं और हर क्लिप साहेब लिखते हो। ये साहेब किसने बनाया दिया किरप्य बतायें। ये अपने मुहं मियां मिठू बन रहे हो।
नितिन तुम जेहादियों की तरह भटक नहीं रहे हो? जेहादी कहते हैं कि जो अल्लाह और उसके रसूल की बेअदबी करते हैं हम उनका सिर धड से अलग कर देंगे! ये मुसलमान यह नहीं समझते कि अल्लाह या रसूल खुद ही यह कत्ल क्यों नहीं करते! आप उस कबीर के लिये लडने के लिये तैयार हो जाते हैं! जिसे आपने देखा ही नहीं? वह कबीर खुद ही उसको क्यों नहीं सुधारता? तुम कबीर के गुलाम क्यों बने फिर रहे हो? बहुत ज्यादा बोलना ठीक नहीं?
आज कल तो नकली संत की बाडसी आगई है जो अपने आप को पूर्ण संत बताने में लगी हुई है इसलिए सच्चे संतों की बुराई करते जा रहे हैं इसलिए कहावत बना होगा कुत्ता भूखे हजार हाथी चले बजार किसी को बुरा लगे तो माफी चाहुंगा
मैरी अधयातमिक यात्रा, अभी नितिन पति अधेडानंद जी आपने अभी तक अधयातमिक क्षेत्र मे कुछ भी नही पाया, ये जो लीला लीला करके हलला कर रहे हो सब मन के ही कहकावे मे हो,
ऐसा कोई नहीं है जो मन के बहकावे में नहीं है भैया साहेब भगत जी सब मन के बहकावे में ही होते हैं आप भी है मैं भी हूं और भी होंगे क्योंकि मन को जीतना इतना आसान नहीं आप जब मन को जीत लोगे तब कमेंट करना ही भूल जाओगे, मैं भी भूल जाऊंगा कमेंट करना, पतंग उड़ानी है तो धरती के ऊपर रहकर उडानी पड़ती है आकाश में जाकर पतंग नहीं उड़ाते, टीका लगाना है तो उंगली कुमकुम चंदन वाली होगी ही ऐसे ही टिका नहीं लगेगा , हमसे मन वचन कर्म से कोई गलती हुई हो तो हमको क्षमा करना संभलना आपको भी है और हमको भी धीरे-धीरे संभलना है सब ठीक हो जाएगा चिंता मत करिए, सत साहेब सतनाम साहिब बंदगी,
Saheb Ban dgi satnam
अति सुन्दर लगा है वीडियो जी। शुभ कामना आशीर्वाद। सत् साहिब अर्ज करता हूं जी ❤❤❤🎉🎉
Guruji aapke Charanon Mein Lakh Lakh Koti Koti Pranam Mera Main Piche Jalandhar se hun Punjab se aur Maine aapka jo hai ki Satsang sunkar Mujhko Bahut Achcha Laga bahut Sundar lagta hai man bahut Bhav ko hota hai aur Guruji main aapse Naam Diksha lene ke liye
साहिब बंदगी सतनाम जी गुरु जी को प्रणाम
भेदी सतगुरू नितिनदासजी साहीबजी का जयजयकारहो साहीबजी बंदगी सतनामजी आपला प्रेमी सेवादासजी
Saheb bandagi satnam Jai satguru nitan sahab ki
जय गुरुदेव, जय बंदीछोड़, जय साहेब, जय सतनाम, साहेब बंदगी।।
सतनाम साहिब बंदगी बंदी छोड़ सतगुरु नितिन साहिब जी के चरणों में अनंत कोटि कोटि नमस्कार साहिब कृपा बनाए रखें सतनाम साहिब बंदगी
Saheb bandagi ji
Sahib bandgi❤🎉🎉🎉😊❤
Saheb Bandagi Satnam Gurujiiii.....
🙇🙆🙏....
❣️❣️❣️❣️....
साहिब बंदगी सत नाम
🙏🌹🙇🤲👣
धन्य हो धन्य हो धान्य कबीर धन्य कबीर वाणी धन्य उनके भक्त एको है भाई एको है यह समझ आ जाए तो सारा झगड़ा ही खत्म फिर तो यही कहता फिरे गा सभी घट राम बोले रामा बोले राम बिना कोऊ ना बोले सब गोबिंद है सब गोबिंद है गोविंद बिन ना ही कोए लगे रहो लगे रहो जागते रहो और जगाते रहो भगवान तुम्हारी आस्था कायम रखें सुनकर आनंद आ गया कोई तो हमारे भरम निकालने वाला इस दुनिया में है सतनाम साहिब बंदगी सतनाम साहिब बंदगी
पूर्ण सार शब्द भेदी गुरु की पहचान:-
** कृपया एक बार अवश्य पढिये **
जबसच्चे सद्गुरु किसी को दीक्षा देते हैं तो सारशब्द तो सद्गुरू के साथ पल भर में घटित होता है। किन्तु आज के युग में ऐसे सद्गुरू का मिलना बहुत ही दुर्लभ हैं।
आजकल तो यू ट्यूब पर सारशब्द की दुकान खुली हुई है, जिसे देखो सारशब्द दे रहा है, क्योंकि ये सबसे अच्छा बिज़नेस है पैसा कमाने का।
सारशब्द क्या है--?👇
उदाहरण 👉 बन्द कमरे की अंधेरा कई वर्षों का हो, महिनो का हो या एक दिन का हो सिर्फ एक दिया जला देने से ही दूर हो जाता है।
अंधेरे को यह कहने का मौका ही नहीं मिलता कि मैं यहाँ वर्षों से हूँ धीरे धीरे जाऊँगा ।
पूर्ण सारशब्द भेदी जागृत सद्गुरू वो होते हैं जो वो पल भर में शिष्य को परख कर अपने जागृत दिया से उसके दीपक को जलाकर प्रकाश और आनंद से भर देते हैं, ओर सारशब्द को पल भर में लखा देते हैं। यही पूर्ण जागृत सद्गुरु की पहचान है।
ये ठीक उसी तरह होता है जिस तरह मिलावटी सोने को अग्नि में तपाकर गलाने से सोनाशुद्ध हो जाता है, ऐसे ही पूर्ण सद्गुरू शिष्य को पल भर में सारशब्द लखा कर निर्मल कर देते हैं, न कि बिना अनुभूति करवाये वर्षों तक सेवा करवाते रहते हैं।
केवल सत्संग सुनाने या सुनने से कुछ हासिल नही हो सकता। पहले अच्छी तरह से परख करो कि सत्संग सुनाने वाले जागृत गुरु है भी या नही।
सारशब्द का अनुभव तो नाम दान लेते वक्त ही हो जाना चाहिए। अगर अनुभव नही हुआ तो सनाझ लेना नकली गुरु है।
भावना में बह जाने वाले लोग हमेशा धोखा खाते हैं, (आपने भी बहुत बार धोखा खाया होगा) सोच के देखो--?
आप हमको लाखों सत्संगियों में से कोई एक भी ऐसा दिखा दो जिसने दीक्षा लेते समय अपने आत्मदेव स्वरूप को देखा हो, या किसी सद्गुरु ने नाम देते समय शिष्य को सारशब्द का अनुभव करवाया हो।
आजकल झूंठे गुरु (यू ट्यूब) पर झूंठे सत्संग करके भगतों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं।
जब चरण धोकर पीने से भी अनुभव नहीं हुआ तो कब होगा-?
जो भी गुरु अपने चरणों को धुलवाकर भगतों को पिलाता है, तो साफ साफ पता चलता है कि ये झूंठा आडम्बर रच रहा है।
परम सद्गुरु कबीर साहेब ने साफ साफ कहा है कि ,चरण धोकर पीने से कुछ भी हासिल नहीं होगा, अगर चरण धोकर पीने से मुक्ति हो जाती तो अब तक जितने भगतों ने पिये हैं सब के सब मुक्त हो गए होते। हर बार आप लोग हरबार एक नए गुरु को तलाशते हो, क्यों--?
क्योंकि सब के सब झूंठे गुरु थे,इस बार तो आप जरूर बुद्धि विवेक से काम लेना।
जब तक किसी का गुरु जिंदा हो, तो सोचो एक चेला कैसे दीक्षा दे सकता है-? हां चेला सिर्फ प्रचार कर सकता है, दीक्षा तो दे ही नही सकता, ओर ना ही अपने चरण धुलवाकर किसी को पिला सकता है, थोड़ा बुद्धि का सदुपयोग करके गहराई से सोचो ।
इस दास ने सिर्फ कटु सत्य बोलकर सच्चाई को उजागर किया है। हम क्षमाप्रार्थी हैं।
आप लोग रोज़ सोने से पहले सिर्फ एक ये प्रार्थना करो कि हे कबीर साहेब आप ही हमको पूर्ण सद्गुरु की पहचान करने की बुद्धि दो ओर सार शब्द भेदी से मिलाप करवाओ। एक दिन पूर्ण खुद ब खुद आप पास चल कर आएगा। ये सच है
(मोको कहाँ ढूंढे रे बंदे मैं तो तेरे पास में, खोजी होय तो तुरंत मिलूं सिर्फ इक पल की तलाश में )
Is Link ko khol kar Asliat dekho Jo kal tak Bairag Saheb ko Gaali deta tha Aaj uski Jai bolta hai-- ?
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@@shrihans8934 आपके मिला
. साहिब बंदगी सतनाम जी गुरु जी को प्रणाम
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Rampal ji mahraj very knowledge Mai name Daan nahi Liya hu Lekin Satsang sune matr se bahut fark hua Kyo ki gyan sastr ke anusar hai
कबीर धारा अगम की सतगुरु दई लखाय ।
उलटि ताहि सुमिरन करो, स्वामी संग मिलाय राधास्वामी
कहा वाणी का भेद भाव नाही समझ पाए आप
Saty Saheb saheb bandgi SATNAAM PRANAAM SATYAM-EVVV-VIJAYTE SATYAM SARVDA VIJAYTE Saty ki jayjaykar ho 👌☝️✌️🙏👍❤️👍🇮🇳😀🙏👌
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Sahib Bandagi Satnam 🌹 साहिब के चरणो में कोटि कोटि प्रणाम 🌹🌹 जय सतनाम🌹🌹
सतनाम
Sat sahib ji 😊
साहीबजी बंदगी सतनामजी आपला प्रेमी सेवादासजी
सत साहेब सतनाम साहिब बंदगी
🥳साहेब बंदगी सतनाम🥳
छँगूपटेल।भोपालसे।आपधन्य।करदी।जैहो।
साहिब बंदगी सतनाम गुरु जी
जय हो बंदीछोडजी वैरागजी साहीबजी को कोटी कोटी प्रणाम जी जय हो सतगुरु नितिनदासजी साहीबजी का जयजयकार हो सत कबीरजी साहीबजी बंदीछोडजी मालिकजी का सदा सदा जयजयकार हो साहीबजी बंदगी सतनाम
भेदी सतगुरू नितिनदासजी साहीबजी की कृपा सत कबीरजी साहीबजी बंदीछोडजी मालिकजी की कृपा आम्हा सर्वांना लाभो हीच परमपिता परमात्मा ईश्वरचरणी प्रार्थना करतो साहीबजी बंदगी सतनाम
जय हो बंदी छोड़ की
साहीबजी बंदगी सतनाम
कहत।कबीर।सुनत।भाई।साधू।ऋगुरू।नितिनदाश।हही।सब्द।लखाई।धन्यबाद।हो।
साहिब बंदगी गुरुचरण
🙏🙏🙏🙏🙏
Thanks. Very Inspiring.Truth,Sahib Bandgi ,Paramatma bliss.
Satsang sunte raho
@@ramkabirmuktiyogsatsang7730❤ yy
Pq😅
Sahib bandgi satnam
JAI SAT GURU NITIN DAS JI MAHARAJ JI KI SDHA HI JAI HO ❤️❤️🥰🥰
Sahib ji satshahib ji Shri guru nitin sahib ji satshahib ji satshahib ji satshahib ji 🙏🙏🙏🌷🌹🌷💕💕💕
Sahib bandgi sat nam🌹❤️🙏
Guru ji aap sab par kripa karen aur mujh par aur mere parivar par bhi kripa karen pls.
Sahib bandagi sat nam 🌹❤️🙏
Aap ki jiwan sali suni bohut achha laga or apki jiwan jesi gati hamari ho Rahi hai .m rampal ji se updesh liya hai lekin wah mantr hamare andar nahee uttar rahe hai.partham updesh le rakha hai lekin wah sabad hamare marg m annad nahee de rahe hai.jab ki hare guru pehle ki Kabir saheb ke marg ka gayan Diya tha us se bohit annd Mila or anbhao se parkh huwa tha.ab m or marg apse lekar age badna hai.
Satnaam satsahib ji jai ho
सतनाम साहिब बंदगी 🙏🏻
Sahib Bandagi Sahib🙏🙏🙏
साहीबजी बंदगी सतनामजी
साहेब बंदगी🌹 सतनाम🌹✋
Thsnks guru dev
Saheb. Bandgi .
Saheb Bandgi Satnam
Saheb bandagi satnam
🙏 Bandgi Saheb 💐
💐🌼सतनाम साहेब जा💐🌼😀
Satnam
रामकबीर
पानीसे पेदानही सासा नही शरीर
अन्नका आहार नकरे. ताका नाम कबीर
रामकबीर
कबीर को एक वर्ण के लोग ही क्यों मानते हैं।
और शम्बुक बिना कबीर के कैसे परमात्मा के धाम गया,कैसे गया ।
आप सही हो या जो परमात्मा के धाम अपनी कौम को भी ले गया वह सही है।
जय श्री राम
Sab saaf Satnam
Mujhe aapse nam dan Lena hai Jay Kabir suno bhai Sadhu
कहा से हो आप
SATNAAM❤️❤️🙏🏻🙏🏻
Jai satynaam ❤❤❤
Guru ji dhandvat parnaam sat sahib satnaam sahib bandgi guru ji sarnamm kya hye kripa kar ke btayne
ॐ सत्य ॐ सत्य ॐ सनातन
जिस ब्यक्ति के पास स्वविवेक नहीं होता है।बह ब्यक्ति किसी भी काल में नहीं भटकता है।
स्वविवेक की कमी के कारण हर बर्गके लोग उन ब्यक्तियो का हर प्रकार से उपयोग करने में नहीं चूकते हैं।
JAI SAT GURU BANDICHOOR KABIR SAHEB JI KI SDHA HI JAI HO MERE MALIK JI KI SDHA HI JAI HO ❤️❤️🥰🥰
साहेब बंदगी साहेब
He duniya walo Puran parmatma satguru Rampal Ji Maharaj ki sharan mein aa jao aur apna jivan Sarthak karlo ( agar main jhooth kahta hun to meri jheebh kut jaye )
Ha ye bat Thik कही आपने marne se पहिले उपाय कर् lena chahiye marne ka mere sath bhi aaisa kabhi kabhi hota hai
🙏🙏🌹🌹❤️🌹🌹🙏🙏
, गुरु जी नमस्कार
माया के लिए कनाडा जाना चाहता था भाई।... जिसके पास शब्द की कमाई होती है उसके तो माया आगे पीछे घूमती रहती है।
🙏🌹🙏🌹🙏🌹
मुझे नाम दान कैसे मिले, कृपया मार्गदर्शन करे !
Jab lag surati videh na pave,bar bar bhav bhatka khave.jab poora satguru lau lave tab yeh surati videh ko pave.
🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
आदरणीय गुरुदेव जी सादर प्रणाम है।सोहं का सही शब्द सओअहम होना चाहिए जिसका अर्थ यह है कि वो है वहीं मैं हूं । शुभ कामना। मैं भी कबीरदास जी का उपदेशक हूं जी
मांगीलाल चारण गाडण नागौर राजस्थान
🙏🙏🌷🌷🌷
Very nice
Nitin saheb se kese mile
ढाई अक्षर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय। ये ढाई अक्षर क्या है?आप दो अक्षर बता रहे हैं, ये दो अक्षर क्या है?
Kabir dRshn
Guruji grhsth insan shjta se kyse par ho skte h satnam ji
Aap ne apne guru ji ka naam nahi bataya
Jai..satanamji
काल का जाल,काल के दूत
Hi
ये नितिन जी अपने ऑडियो वीडियो में कहते हैं कि मैं कोई गुरु बनने के लिए नहीं सत्संग कर रहा हूं। अब आप नितिन साहेब कहते हैं और हर क्लिप साहेब लिखते हो। ये साहेब किसने बनाया दिया किरप्य बतायें। ये अपने मुहं मियां मिठू बन रहे हो।
Delhi main kha hota hai aap ka satsang
Ade Anade Mukte Panth ka bara ma bataia
Jah app he ha ham ha sabad surat ham nahe ham sa bain or kus nahe
Guru ji ka name to nhi bataya, dera ka name nhi bataya sahib ji
Aap ke Kabir sabeb , hindu guru Swami Ramanand se dikhya Lia he or mahaguru mahaavatar babaji se kriya yog dikhya Lia he
Hume bhi rah dikhayen
Nam upade kese dete he
नितिन तुम जेहादियों की तरह भटक नहीं रहे हो? जेहादी कहते हैं कि जो अल्लाह और उसके रसूल की बेअदबी करते हैं हम उनका सिर धड से अलग कर देंगे! ये मुसलमान यह नहीं समझते कि अल्लाह या रसूल खुद ही यह कत्ल क्यों नहीं करते! आप उस कबीर के लिये लडने के लिये तैयार हो जाते हैं! जिसे आपने देखा ही नहीं? वह कबीर खुद ही उसको क्यों नहीं सुधारता? तुम कबीर के गुलाम क्यों बने फिर रहे हो? बहुत ज्यादा बोलना ठीक नहीं?
नूर था तब बात और थी
अब थोथा मूलज्ञान है
Nitin sahab ka hi asali Gyan hai thota Gyan nahin hai
Hamare Sharir mein kitne Kamal hain aur kaun se Kamal mein kis Devta ka Vaas Hai Uska Mool Mantra kya hai Jara nikal Mein Bata dijiye
Anur kahan chhupa ke rakhe the
नाम दान काहीसे ओर कोणासें गद्द से लीये
Hame apse namdan lena se es marg m karib 35 sal se laga hun or fozi hun.
Aatm gyan mai aana aik bhana hai ye to aay hi hai jag tarn ko
Meri Nazar mein moti aya hai
Aur yeh...
आज कल तो नकली संत की बाडसी आगई है जो अपने आप को पूर्ण संत बताने में लगी हुई है इसलिए सच्चे संतों की बुराई करते जा रहे हैं इसलिए कहावत बना होगा कुत्ता भूखे हजार हाथी चले बजार किसी को बुरा लगे तो माफी चाहुंगा
Ghar me ghar dikhlaye de so satguru purkh Sujan
Panj shabad dhundkar dhun tah baje shabad nishan
Ye bani kon mahatma ji ki bani hai
आप भी wrong number हैं।
तुम भी तो सतलोक का खंडन कर दिया है रामपाल जी महाराज के पंथ के पीछे पड़े हो दूसरा के पन्थो में जाकर चर्चा करो
Yah primary Pathshala ki baat hai Nitin Ji barahvin kaksha Ki Nahin
Bakvas
मैरी अधयातमिक यात्रा, अभी नितिन पति अधेडानंद जी आपने अभी तक अधयातमिक क्षेत्र मे कुछ भी नही पाया, ये जो लीला लीला करके हलला कर रहे हो सब मन के ही कहकावे मे हो,
ऐसा कोई नहीं है जो मन के बहकावे में नहीं है भैया साहेब भगत जी सब मन के बहकावे में ही होते हैं आप भी है मैं भी हूं और भी होंगे क्योंकि मन को जीतना इतना आसान नहीं आप जब मन को जीत लोगे तब कमेंट करना ही भूल जाओगे, मैं भी भूल जाऊंगा कमेंट करना, पतंग उड़ानी है तो धरती के ऊपर रहकर उडानी पड़ती है आकाश में जाकर पतंग नहीं उड़ाते, टीका लगाना है तो उंगली कुमकुम चंदन वाली होगी ही ऐसे ही टिका नहीं लगेगा , हमसे मन वचन कर्म से कोई गलती हुई हो तो हमको क्षमा करना संभलना आपको भी है और हमको भी धीरे-धीरे संभलना है सब ठीक हो जाएगा चिंता मत करिए, सत साहेब सतनाम साहिब बंदगी,
अबे कयो हलला कर रहा है, अभी तुमहे कुछ भी नहीं पता,