KK Pathak के नए आदेश पर बवाल... कई MLC ने खोला मोर्चा | Bihar School New Timming
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- Опубликовано: 15 май 2024
- Bihar School New Timming: बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक अपने (KK Pathak ) सख्त नियमों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. उन्होंने हाल ही में एक ऐसा आदेश दिया है, जिस पर बवाल मच गया है. दरअसल, केके पाठक ने प्रचंड गर्मी को देखते हुए बिहार के सरकारी विद्यालयों की टाइमिंग में बदलाव कर दिया है 16 मई से स्कूलों के खुलने का समय प्रातः 6 बजे किए जाने से शिक्षकों की नाराजगी और ज्यादा बढ़ गई है.
#kkpathak #biharschooltiming h
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शिक्षा मंत्री जीवित है या नहीं इसकी भी खबर साझा की जाए शिक्षा मंत्री का पद बिहार से हटा दिया जाए बड़ी बेहतर होगा बेकार का फेशियल खर्ची किया जा रहा है
Right
बिल्कुल 200 परसेंट
Shiksha mantri ka antim sanskar v ho gya hai,unka asthi kaise bolega
Right
😂😂😂😂😂😂
इनके मोर्चा सिर्फ खोखली है। एक UP का अधिकारी पुरे बिहार के नेताओं को पानी पिला दिया है धितकार है बिहार के नेताओं पर।
बौराया हुआ सांढ़ की तरह बेकाबू!
पाठक को अविलम्ब हटाया जाना चाहिए
नहीं तो भाजपा और जदयू को स्वाहा करके ही छोड़ेगा।
स्वाहा वैसे भी समय पर होना है और वह समय आ गया है ,2025 तक परिणाम आना चाहिए।
NDA haar chuki hai.teacher jinda nahi hai
पाठक और नीतीश दोनों मिला हुआ है l नीतीश को हर हाल में हराना है l
RJD लाओ भाई
सभी शिक्षको को चाहिए,कि एक जुट होकर सरकार के खिलाफ मतदान करना चाहिए, ताकि इस पागलपन के शिकार मुख्यमंत्री को हटाया जा सके।
Okat hai kuch
Kurmi should always vote for Nitish Kumar.
Election khatam hone do abhi😂😂
Tandav hoga teacher ko
@@johnypa1820mm m
Sarkari teacher sirf kaam chor hote hai
मुख्यमंत्री जिंदा नहीं हैं। चलता फिरता लाश है।
महामूर्ख है बिहार का मुख्यमंत्री पूरे बिहार को बदनाम करके रख दिया है विधानसभा में sex की चर्चा करके
शिक्षकों के वोट से सीधे तौर पर चुने जाने वाले बारह के बारह एमएलसी कान खोल कर सुन ले आप लोगों की चुप्पी आप सभी बारहों एमएलसी को चुनाव में भारी पड़ेगा। कहीं ऐसा न हो कि आप दुबारा जीत भी पाये।
पांच हजार पर शिक्षक नंगे पांव वोट देंगे।
शिक्षक MLC आप लोग आमरण अनशन कीजिए। बयानबाजी से हमलोग तंग आ चुके हैं।
@@user-pt1ht1tz8z tab to agla mlc aap hi honge.
@@SanjayKumar-mt1oeagla mlc tumhare baap ko banaya jaiga
E log ko jitana ke liye abhi bhi soch hi rahe hai
शिक्षा मंत्री मर गया है क्या
भगवान उसकी आत्मा को शांति दे
किसी भी mlc को कुछ नहीं चलने वाला है kk pathak के आगे
Cm sahab se miliy
शिक्षामंत्री में थोड़ा भी लोक लाज बचा हुआ है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। क्योंकि ऐसा मंत्री बनने से क्या फायदा जब नौकर मालिक का बात न माने ।
Sab neta laj Sharm bechkar kha gaya vote for nota
सभी शिक्षक MLC एक साथ इस्तीफा दें ।
अन्यथा इस तरह के बयानबाजी से कोई फायदा नहीं, बहुत दिनो से देख रहे हैं
Bilkul sahi kaha
सब कमीशन नेता सब के पास ठेकेदार के माध्यम से पहुंच रहा है इसलिए सब नेता नाटक कर रहा है।
Yes Boos 😀😀 Abki baar Congress sarkar 🖐️🖐️🖐️🖐️💐🖐️💐🖐️🖐️💐🖐️💐🖐️🖐️💐
सभी एमएलसी इस्तीफा दे दीजिए और आमरण अनशन कीजिए ताकि सरकार को पता चले।
बिहार सरकार में नेताओं की कोई वैल्यू नहीं। ।।।
पाठक जी ने सभी नेताओं को औक़ात बता दिया। ।।
पहले सब MLC एक साथ धरने पर बैठे तब समझा जय के ये लोग शिक्षकों के साथ है
100%
मुझे लगता बिहार से झारखण्ड का शिक्षा निति ठीक है वहां 7 बजे से 11,30 तक चल रहा विद्धालय। जहा तक निरिक्षण की बात है मानदेय पाने वाला लड़का विद्यालय निरिक्षण करता है जरुरत से ज्यादा पावर दिखाता है शिक्षक के उपर।ये दु:खद निर्णय है सरकार की ।
अंग्रेज लोग अच्छे थे जो तीस अप्रेल से एक जुलाई को स्कूल खोलते मई, जून ग्रीष्मकालीन अवकाश पूरे भारत मे रहता था
माननीय पार्षद महोदयों से विशेष रूप से आग्रह है , कि आप लोग खासकर शिक्षक प्रतिनिधि और स्नातक प्रतिनिधि गण झूठे प्रलाप न करके सदन में अपनी त्याग और जुझारूपन का परिचय दें।
हम शिक्षकों, अभिभावकों और शिक्षार्थियों की आवाज और रहनुमाई का अधिकार देकर ही आपलोगों को चुना गया है।
सरकार कौन है,,, सरकार तो पाठक जी ही हैं।पूरे विधानमंडल पर भारी।
पत्र निकलते ही ग्रामीणों को पता चल जाता है लेकिन शिक्षा मंत्री महोदय को पत्र लिखकर बताना पड़ता है। अत्यंत दुखदाई है।
बिलकुल सही सर, बच्चे समय से नहीं पहुंच पाते हैं, बच्चे भूखे ही आते हैं 👌🙏🙏
एक पाठक सब पे भरी ऐसी सरकार से उम्मीद करना बंद करो जो मुख्यमंत्री का नहीं सुनता वो नेता लोगो का क्या सुनेगा
ए माननीय लोग किसे बेवकूफ समझते हैं। मिडिया में लम्बी लम्बी डिग हांकते है।और पीठ पीछे उस साहेबान का पीठ थपथपाते है। शिक्षक की नासमझी है जो ऐसे माननीय को वोट करते हैं। इसी का परिणाम है पाठक सर।
विधाइका पर कार्यपालिका भारी सब के सब सिर्फ भाषण देंगे ये सब लोकतन्त्र में पहली बार ऐसा हो रहा है।और मंत्री सिर्फ मीडिया में बोल के अपना काम पूरा कर रहे हे दम है तो कारवाही करके दिखाए।
हमारे सभी शिक्षक प्रतिनिधि को के के पाठक के विरुद्ध सामुहिक अनशन पर बैठ जाना चाहिए ताकि सरकार इस बेलगाम पदाधिकारी को शिक्षा विभाग से बाहर निकालें।इस बेलगाम पदाधिकारी द्वारा विधालय में जो उपस्कर दिया गया है वह गुणवत्ता पूर्ण नहीं हैं। लगता है कि इसमें घोटाला ही घोटाला है।
पाठक को तुरन्त हटाओ
सही कर रहे है पाठक
आप लोग शिक्षकों को सुना रहे हैं,कि शिक्षा मंत्री या मुख्य सचिव को ।अगर आपको शिक्षक हितों को ध्यान में रखते तो आमरण अनशन पर बैठते।😢
सारे नेता झूठ बोल रहा, इनको कोई चिंता नहीं है। अगर चिंता है तो सारे भूख अनशन शुरू करे नहीं तो इस्तीफा दे।
पत्रकार बंधु! आप नीतीश कुमार से क्यों नहीं पूछते?
शिक्षा विभाग में लूट मचा हैं
अधिकारी माला मल हों रहें है
बेंच डेस्क, थाली, स्कूल में कार्य जो हो रहे हैं सभी जगह कमीशन चल रहा है
सारे MLC को एकजुट हो कर अपना इस्तीफा सौंप देना चाहिए अभी तक इनकी एक भी बात नही सुनी गई है
Vote for niyaay vot for India
आप सभी लोग त्याग क्यों नहीं देते। तब समझा जायेगा की आपलोग शिक्षकों के साथ हैं।
Sikchha मंत्री कहां है उसका क्या विचार है उससे पूछिए फालतू बक्तब्य से क्या फायदा किसको बेहूदा बना रहे हो या आप लोग बेहूदा है एक साथ सभी त्याग पत्र दे दीजिए तब न जनता सही समझेगा
आप सभी महानुभाव की दशा तो शिक्षक से भी बदतर हो गई है। क्योंकी आपलौगौ का तो कोई सुनता हीं नहीं है।
जब कोई सुनता ही नहीं है तो फिर आप मंत्री किस बात के बने हैं या फिर मीडिया के सामने सिर्फ ढोंग कर रहे हैं ।
विद्यालय और शिक्षकों को केवल एक ही अपर मुख्य सचिव चला सकते हैं तो इसके लिए शिक्षा विभाग और शिक्षा मंत्री के ऊपर फिजुल खर्ची क्यों।
Bilkul sahi
प्रातः कालीन नाम का और दिवा कालीन कार्य!
क्या नेता जी और मीडिया दोनों को संवेदना मर गई है?
सरकार और पाठक जी दोनो को कौन बीमारी हो गई है? क्या इलाज है? चुनाव की अवधि में यह निर्णय से लाभ कितना होगा?
6 वर्षों से कार्यरत +2 अतिथि शिक्षक और 4257 परिवारों को नीतीश सरकार द्वारा बेघर कर दिया गया, ये बिहार में कैसा न्याय हैं,4257 परिवारों को रोड पर ला कर खड़ा कर दिया गया, उनको भूखे मरने के लिए छोड़ दिया गया, बिहार में बहार हैं, नीतीश कुमार हैं, बेरोजगार मतलब नीतीश कुमार
M L C महोदय जन हर चीज में घोटाला हो रहा हैं। एजेंसी से बहाल कंप्यूटर शिक्षक से 1,50000 लाख और हाल फिलहाल मे एजेंसी से बहाल बीआरपी को दो से ढाई लाख लेकर बहाल किया गया है।ये सब जांच होनी चाहिए।
ऐसे सभी निर्जीव नेताओं से शिक्षक क्या उम्मीद कर रहे हैं? इनसे कहिए कि आपकी बात जब नहीं मानी जाती है, तो आप नेता कैसा, त्याग पत्र दें।
बिहार में अफसरों कि समानान्तर सरकार चल रहा है और ये अफसर लोग संसदीय सरकार (यानि) जनतंत्र पर भारी है।
नितिश कुमार ACS. K.K.Pathak का सहारा लेकर B.J.P का Vote Bank कम करा रहे हैं। जिससे बिहार के नियोजित शिक्षक, अतिथि शिक्षक, छात्रों और छात्राओं के माता-पिता भाजपा से परे वोट करने का मन बनाया है ।
जीतने mlc हैं आपसे विनम्र निवेदन है कि शिक्षको के वोट का सम्मान करें और कुछ करें
नामांकन में छात्र को अपनी मर्जी होनी चाहिए।
झांट के mlc हैं, सब मिला हुए हैं
ज़बर्दस्त 👌
ये MLC नहीं घोटालों का दलाल है
मीडिया से अनुरोध है कॉमेंट से माननीय महोदयों को अवगत कराया जाय।
बिना खाना खाए बचे स्कूल जा रहे है, उल्टी और पेट दर्द हो रहा स्कूल में,
Humlog 1 bje tak bacho ko jabardasti rok rhe hai sir bache dopahar me pdhna nhi chahte, bhukh, or garmi se paresan hai
नेता हो या संघ किसी की नहीं सुनते पाठक जी सब मजाक बनकर रह गये है।कल ही एक शिक्षक विधालय जाने के क्रम में दुघर्टना में गंभीर रूप से घायल हो गए इसका जिम्मेदार कौन?
पाठक ने बिहार के शिक्षा विभाग को फैक्ट्री बना दिया है पाठक ओर इनके निचे जितने अधिकारीयों ने बहुत घोटाले किए हैं जितने अधिकारी इनके उपर प्रोपर्टी की जांच कराए जा
के के पाठक के खिलाफ जाने पर नीतीश के द्वारा की गयी घोटालो का पोल खुल जायेगा, यही डर नीतीश को सता रही है।
देखते हैं ये सभी दल के एमएलसी मिलकर पाठक जी के क्या उखाड़ पाएंगे?
😂
KK Pathak ko India ka prime minister banaa Diya jaaye
जब जनता अंधभक्ति में विलिन हो जाती तो राजा ऐसे ही निरंकुश हो जाता है। इंतेज़ार कीजिये आज शिक्षक पीड़ित हैं कल और भी होंगे। नेता का क्या है आज इस पार्टी में कल किसी और में
स्कूल में अगर शिक्षा व्यवस्था सुधारना है तो पहले खिचड़ी बंद कराया जाए एमएलसी साहब
सभी पार्टियों के एमएलसी को अब हार का मुंह देखना पड़ेगा अब वोट नही मिलने वाला
यही न्यूज प्राइवेट स्कूलों के बच्चों एवम टीचर का भी देखना चाहिए ।
सुबह कितना बजे उठता है बच्चे बच्चे के माँ बाप
जो प्राइवेट स्कूलों में पढाने बाले टीचर का हाल कैसा है
क्या सरकारी स्कूलों में पाठक जिमेबार
तो प्राइवेट स्कूलों के लिए काम जिमेबार
जिनका बेटा सरकारी स्कूलों में नहीं पढ़ता
उनको सरकारी स्कूलों के टेंशन ले रहे
टेंशन लेने से पहले अपने अपने घरों के बेटे को सरकारी स्कूलों में नाम लिखा कर देखना चाहिए
किराना दुकान की तरह
आटा दाल की भाव नजर आने लगेगा
या दिन में तारे नजर आ जायेंगे
मास्टर साहब लोग जब मन आता है उसे समय चल देते हैं केके पाठक जी द्वारा जो निर्णय लिया गया है वह अच्छा है मास्टर लोगों का तनख्वाह हाई स्कूल में बच्चों को पढ़ाई नहीं होना चाहिए मास्टर साहब लोग आते हैं हाजिरी बनाते हैं और घर चल जाते हैं मास्टर साहब लोगों के खाने के लिए स्कूल में रसोईया है यह है फिर दिक्कत किस बात की है 40 50 हजार का महीना उठाएंगे बच्चों को पढ़ाएंगे नहीं जब मजा आता हाजिरी बनाते हो चल जाते हैं घोड़े दूसरे धंधा में लग जाते हैं बचाओ कौन पड़ेगा बहुत बहुत मास्टर को पढ़ना भी नहीं आता है बहुत मास्टर के स्कूल का नाम भी लिखने नहीं आता है शुद्ध से इसको जांच होना चाहिए हाई स्कूल का सभी स्कूल में मास्टर योग्य नहीं है जय हिंद जय क पाठक
शिक्षा विभाग को दम मिलता है जी मास्टर को दम मिलता है तनक मिलता है
Nitish Kumar ji aour pathak dono ko aaram ki zaroorat hai
वाह बहुत बहुत धन्यवाद,जय समाजवाद,जय मानवतावाद।
जिस प्रदेश का मुखिया पागल हो गया है वहाँ का अधिकारी ऐसा ही होगा न।
इन नेताओ के बस का नही कुछ ।निक्कमे
शिक्षक की गलती पत्रकार महोदय को मालूम होता है लेकिन सरकार की गलती दिखाई नहीं देती हैं। अगर ऐसी बात नहीं है तो सरकार को इसकी जानकारी देनी चाहिए।
Pahle bhi 6.30 se school start hota tha 11.30 Tak chalta tha, lekin ab 1 hour jyada hai wo bhi madhyantar ke sath
इन लोगों को मीडिया से भिन्न कोई अस्तित्व नहीं है
ये लोग नाटक कर रहे है। सबको बहला रहे है इनको इतनी ही हमदर्दी है तो सभी MLC शिक्षक हित मे धरना-प्रदर्शन करें।
MLC mahoday se request hai ki Monday Tak timing change hona chahiye
Jago media Jago shikshak ka Jaan bachao
Ek hi vyakti hai jo bihar ke education system ko sudhar sakte hai k.k.pathak
इन सब को प्राइवेट स्कूल में ट्रांसफर कर दीजिए फिर पता चलेगा
Bilkul sahi bat hai Teachers ko pareshan kiya ja rha hai.Subah 6 bje KK pathak ka ye faisla pagalpan hi hai
K.k.pathak ne sahi kiya hai problem students ko honi chahiye na ki teacher aur netao ko
K k Pathak ko Bihar ka cm banao he is a very honest officer according to the CM nitish kumar
ये लोग जितना भी पहल कर ले, लेकिन पाठक के कान पे जूं नहीं रेंगने वाला है। जब मुख्य मंत्री की बात नहीं माना जा रहा है तो इनकी क्या चलेगी।
इकठ्ठा होने से कोई फायदा नहीं है, यदि सच में शिक्षकों शुभचिंतक हैं तो धरने पर बैठिये, ताकि छात्रों /शिक्षकों का भला हो सके और भ्रष्टाचार का जाँच हो l
अराजक स्थिति मे बिहार. विधायिका मुक दर्शक बनी, मिडिया तमाशेबीन
बच्चों का मानसिक सन्तुलन बिगड़ा जा रहा है
Acha private school kb khulta h
बिहार में मुख्यमंत्री और शिझा मंत्री जीवित है या नही । संविधान से भी बड़ा पाठक हो गया है , ।
सिर्फ बयानबाजी होगा, पाठक का कोई कुछ नहीं कर सकता है।
आप लोग अब बौद्धिक जुगाली छोड़ें , एक साथ MLC के पद छोड़ें ! जब शिक्षकों का प्रतिनिधित्व मजबूती और विश्वास के साथ नहीं कर सकते हैं तो फिर MLC बने रहना बेमानी है ! अब तो रहम करो ,!
ओम शांति
विशेष कक्षा चलाते हैं।तो उसको नियमानुसार अर्जित अवकाश 10/6 नियम से दीजिए।
बिहार की धरती वीर विहीन हो गई है। एक पागल का इलाज नही कर पा रही है।
350 रू किस बात को लिया,जब उसी स्कूल में नाम लिखना है,ये कैसा कानून है
ई सब एम एल सी से ज़रा पूछिए ई साब का बेटा बेटी कहा पढ़ता है सरकारी स्कूलों में की प्राइवेट स्कूलों में आज k k पाठक टाईट किया है ई सब को मिर्च लागा है किया बोलेंगे मै नितीश कुमार जी को हार्दिक बधाई देते हैं कि अच्छा पधाधिकारी को भाप लिए है अभी स्कूल में अच्छा पढ़ाई हो रही हैं सारा घूसखोर करने वाले दूसरे को घोटाला कहते है धन्यवाद
ऐसा ही नेता सब बिहार का शिक्षा को चौपट कर रखा है एक भी सरकारी स्कूल में जाकर देखिए
तुम्हारा बच्चा तो प्राइवेट में पड़ता है सरकारी कोई रहा लाने दीजिए नेताजी तभी तो आप नेता हो जाएगा नहीं तो गरीब का बच्चा पढ़ लेगा
पूरा राज्य में शिक्षा को अधिकारी संभाल रहे हैं तो मुख्यमंत्री और शिक्ष मंत्री कहा मर गए
पहले भी वे लोग गर्मी के छुट्टी का विरोध कर चुके हैं ये लोग से कुछ होने बाला नहीं है
, जब यह कामचोर शिक्षक ड्यूटी नहीं दे रहे थे शिवा साइन करके चले आते थे तभी एमएलसी कहां थे
सभी शिक्षकएमएलसी शिक्षकों को बेवकूफ समझ रहे हैं या तो इन्हें सामूहिक रूप से इस्तीफा देना चाहिए यह यह हरताल पर शिक्षक समाज को साथ लेकर आगे बढ़ना चाहिए यह लोग भी चुनाव के समय अन्य शिक्षकों के बीच जब आएंगे तब इन्हें पता लगेगा
चलती चक्की देखकर दीया कबीरा रोए, दो पागल के बीच में, साबुत बचा न कोय।
सुबह 4 बजे से शाम 4 बजे तक 12 घंटे की duty
Tum sabhi logo ko istifa De Dena chahiye.
केके पाठक के नीति के कारण jdu को काफी नुकसान होने जा रहा है,,अगर जल्द केके पाठक पर कारवाई नहीं हुआ तो,,लोक सभा में नुकसान होगा
बच्चो के दुश्मन हैं
सभी माननीय k k pathakकेविरोध में धरना में बेठे तब समझा जाएगा कि आप शिक्षक हितैषी हैं।गप देने से काम नहीं चलेगा।