@@RajPal-g3b यह है आप की सोच कम से कम जो हिन्दू कांग्रेस के प्रवक्ता है जो हिन्दू दिन रात कांग्रेस के गीत गाते हैं वोट देते हैं वह बिकाऊ है या डरपोक है
Sabse pehle to poshak divident ruling policyvaaj dogla dalla lambedkrite written constitutional govt system hi khatam karna chahiye jisne hindustan banne par bhi muslims law board bna ke hindustan mein hi hindusthan ke bhi 2 tukdhe kiye aur fir hinduo ke bhi tukdhe swarn/ dalit kiye ab ismein bhi kitne tukdhe karne yogya log bne isi kukram se koi bodhi bna firne lga koi narkari bna firne lga kisi ne arya smaajh bna daala koi balmiki banne chal nikla koi adivasi apne ko bta junglo se bahar aa sanrakshan aarakshan naagrikta maangne ko aa dubka koi kuchchh koi kuchchh isi tarah kitne tukdhe hindustan ke is dogle dalle dalitvadi lambedkrite written constitutional govt system ne kraye
कानून बदला जा सकता है किसी व्यक्ति के ऊपर किसी समाज के ऊपर जबरदस्ती कोई कानून डाल दे और कहे कि इसका बदलाव नहीं होगा ऐसी बात तो नहीं हो सकती है यह कांग्रेस की चाल है सोनिया परिवार की चाल है
पुण्डीर जी और नागवानी जी को बहुत -बहुत धन्यवाद जिन्होंने इन कानूनों की जानकारी दी। नेहरू ,गांधी , तथाकथित गांधी परिवार और नरसिंहराव ने तो हिन्दुओं के साथ अन्याय किया ही,यह आश्चर्यजनक है कि वर्तमान केन्द्र सरकार सरकार इन कानूनों को खत्म क्यों नहीं कर रही?
आपकी चैनल पर आदरणीय डॉक्टर सैयद Rizwan SIR JI (FACE TO FACE) वाले को भी एक्सपर्ट प्रवक्ता के रूपमे उनको भी लाइए। ताकि कानून के साथ साथ सच्चा नि:स्पक्ष विश्लेषण का हमें विश्वसनीय लाभ मिले। जय हिन्द।।
सबसे अहम सवाल है कि 1920 से पूरात्तव विभाग के अधीन यह तथाकथित मस्जिद है, तो फिर इसमें नमाज पढ़ने की इजाजत क्यों है। क्यों यहां मस्जिद कमेटी समय समय पर निर्माण कार्य करके इसके मूल स्वरूप को बिगाड़ा गया। यह तो सरासर सरकार की लापरवाही और मुस्लिम समाज की जबरिया कार्रवाई है।
कोई भी नया कानून अतीत के विवादित मामलों पर लागू और प्रभावी नहीं हो सकता...यह न्याय की प्रकृति का अंगूठा नियम है और अनुच्छेद 14 का उल्लंघन है। कानून के सामने अधिकार समान है.....पूजा स्थल कानून 1991 को वैध नहीं माना जा सकता.
एक तरफ तो जमा मस्जिद का सर्वे नहीं होने दे तब ये संविधान मानते हैं और दूसरी तरफ वक्त बोर्ड अपना दावा ठोक रहा है आए आए यह देश का संविधान और सेकुलर संविधान है देखों
१९९१के विधेयक में स्वरूप न बदलने केलिए कहा गया है। स्वरूप का अर्थ हुआ जो उसका यथार्थ स्वरूप है,रूप नहीं स्वरूप अर्थात् मूल रूप। देखना यह है कि उसका मूल स्वरूप मन्दिर था या जो आज उसका रूप मस्जिद है।आज का रूप कुछ और है तो उसका स्वरूप देखना है। स्वरूप यदि मन्दिर है तो उसपर यह कानून लागू नहीं होगा।
दुनिया के आरंभ से दुनिया के अंत तक। धर्म सिर्फ एक ही था।✅🚩 एक ही है।✅🚩 एक ही रहेगा।✅🚩 बाकी सब पंथ, मजहब, और संप्रदाय (Religion's) हैं।✅ जो कि समय-समय पर नए-नए पंथ, संप्रदाय और मजहब (Religion's) पैदा होते रहते हैं।✅ ⬇️ धर्म (Dharm). ⬇️ 🚩🕉️सत्य सनातन वैदिक धर्म।🕉️🚩 ⬇️पंथ और संप्रदाय (Religion).⬇️ 1. जैन। 👈 2. बौद्ध। 👈 3. सिक्ख। 👈 4. यहूदी। 👈 5. पारसी। 👈 6. ईसाई। 👈 ⬇️ मजहब (Religion).⬇️ इस्लाम। 👈 इस दुनिया मे ये एकलौता आतंकवादी, देश द्रोही, जिहादी, नमक हराम, कलयुग का राक्षसी मजहब है।✅
Brother do you know the history of religions you criticized ? Respect Every dharm (Religion) . Do not hate any religion. Gain some knowledge about Others dharms. Ok.
इसी तरह से वफ बोर्ड भी है अगर वफ बोर्ड किसी संपत्ति को अपनी प्रॉपर्टी घोषित करता है तो कांग्रेस सरकार ने उसे यह अथॉरिटी दिलवाई थी आप न्यायपालिका नहीं जा सकते हो वफ बिल के खिलाफ जब के आपको जाना पड़ेगा वक्त के ऑफिस यह बिल भी तो उल्लंघन कर रहा है आम लोगों को न्यायपालिका जाने के लिए
पूर्व सर्वोच्च न्यायालय के श्री चंद्रचूड़ जी ने कहा है कि कोई भी भारतीय किसी भी मस्जिद के मूल रूप का पता करने का हक़दार है और कितने भी दावे कर सकते हैं!
🙏🌹JAI HIND 🌹🙏🙏🌹 JAI SHREE RAM 🌹🙏 kangres ko keval satta se matlab hai usne 1991 act banaya hi esliye tha ki aage Chalke vivad bana rahe aam public jiye ya mare kangres ko koi farak nahi padta hai lekin unhe ye nahi pata ki Jhooth adhik samay tak nahi tikta hai jaldi ye Act 1991 ko nirast kar diya jayega 🙏🌹 JAI SHREE RAM 🌹🙏
Woreship act मैं AsI के अधीन वाले स्थलों में केस अदालतों में लड़ा या सुना जा सकता है। यद्यपि यह कानून समाप्त होना चाहिए। जेहादियों का तुष्टिकरण तो दूर की बात है बल्कि इनके सभी अधिकार, सुविधाएं, परियोजना अविलंब समाप्त होना चाहिए।
15 August 1947 को ही क्या भारत देश का जन्म हुआ था । उक्त तिथी के पहले क्या भारत की भूमी वर्तमान थी , भरत के 33 करोड नागरिक वर्तमान थे , उनके भीतर disputes वर्तमान थे , विभिन्न धार्मिक structure क्या वर्तमान थे उनके उपर वाद थे या सभी निर्विवाद रुप से सही थे । अगर उक्त तिथी के पहले कोइ disputes चला आ रहा हो तो उसका फैसला कहां होगा । उक्त तिथी को सारे भूभाग एवं structures का local survey करा लिए गए थे । या सभी को undisputed land और structure मान कर संसद से कानून पास करा लिए गए । ऐसे disputes solve कराने के लिए कानून मे कुछ Provision रखे गए है ?
वरशिप एक्ट 1991 कांग्रेस लाई थी तो कांग्रेस का पाप देश क्यों भुगते।
Bhai desh ka nas karne ke liye hi kangres ne ,1991 varship act aur waqf bord, secular shabd laya hai
Sare mandir vaapas liye jayenge bus baat khatam
Worship act is a big fraud.
Mera manna h modi ji ek darpok pm hai sayad vote k liye hindu muslim
@@RajPal-g3b यह है आप की सोच कम से कम जो हिन्दू कांग्रेस के प्रवक्ता है जो हिन्दू दिन रात कांग्रेस के गीत गाते हैं वोट देते हैं वह बिकाऊ है या डरपोक है
वर्शिप एक्ट 1991 खत्म करना चाहिए ।
Worship act is a big fraud.
वक्फ बोर्ड और शरिया कानून देश से खत्म करना चाहिए ।
Jis trah tumhara hiv aids khtm nhi kra ja sakta usi trah waqf bhi nhi khtm hoga
Sabse pehle to poshak divident ruling policyvaaj dogla dalla lambedkrite written constitutional govt system hi khatam karna chahiye jisne hindustan banne par bhi muslims law board bna ke hindustan mein hi hindusthan ke bhi 2 tukdhe kiye aur fir hinduo ke bhi tukdhe swarn/ dalit kiye ab ismein bhi kitne tukdhe karne yogya log bne isi kukram se koi bodhi bna firne lga koi narkari bna firne lga kisi ne arya smaajh bna daala koi balmiki banne chal nikla koi adivasi apne ko bta junglo se bahar aa sanrakshan aarakshan naagrikta maangne ko aa dubka koi kuchchh koi kuchchh isi tarah kitne tukdhe hindustan ke is dogle dalle dalitvadi lambedkrite written constitutional govt system ne kraye
किंऊ रे तेरी माँ क्या कर रही
Bahot kuchh karna chahiye
Bharat mei iski jarurat bhi nhi
उस कानून को बदल देना चाहिए जैसे उस समय किया गया था.
कानून बदला जा सकता है किसी व्यक्ति के ऊपर किसी समाज के ऊपर जबरदस्ती कोई कानून डाल दे और कहे कि इसका बदलाव नहीं होगा ऐसी बात तो नहीं हो सकती है यह कांग्रेस की चाल है सोनिया परिवार की चाल है
एक देश एक कानून । देश संविधान से चलेगा ।
जब सारे झगड़े की जड़ वर्शिप ऐक्ट ही है,तो इसे निरस्त ही कर देना चाहिए। धन्यवाद।
आपने 100% सत्य कहा
👍
Worship act is a big fraud.
देश और संविधान को बचाना है तो तुष्टिकरण मुक्त पार्टियों का भारत बनाना है 🇮🇳
वकील साहब विष्णु शंकर जैन बहुत बुद्धिमान हैं
सभी को जागरूक होना चाहिए और सभी मिल कर सरकार पर उचित कार्यवाही करने का आग्रह करना चाहिए।
वर्शिप एक्ट , वक्फ व वे सारे एक्ट समाप्त कर दिया जाना चाहिए जो हिन्दुओ के खिलाफ है
होना चाहिए
❤
Worship act is a big fraud.
पुण्डीर जी और नागवानी जी को बहुत -बहुत धन्यवाद जिन्होंने इन कानूनों की जानकारी दी। नेहरू ,गांधी , तथाकथित गांधी परिवार और नरसिंहराव ने तो हिन्दुओं के साथ अन्याय किया ही,यह आश्चर्यजनक है कि वर्तमान केन्द्र सरकार सरकार इन कानूनों को खत्म क्यों नहीं कर रही?
इसके लिए जनता ने 400 पर किया ही नहीं नहीं तो अभी तक यह सब कुछ हो चुके होते
सत्य सनातन धर्म बोर्ड ही भारत वर्ष में चाहिए ॐ
खूप चांगली माहिती दिल्याबद्दल धन्यवाद
मूलों की पार्टी कांग्रेस लाई थी वरशिप एक्ट, पता नहीं तब बिल्कुल भी हल्ला क्यों नहीं हुआ
Tab sabi hindu soye hue the
भगवान आदि विश्वेश्वर महादेव आप सब सनातन धर्मी भक्तों की रक्षा करें...===हर हर महादेव....===🙏🙏🙏🙏
आपकी चैनल पर आदरणीय डॉक्टर सैयद Rizwan SIR JI (FACE TO FACE) वाले को भी एक्सपर्ट प्रवक्ता के रूपमे उनको भी लाइए। ताकि कानून के साथ साथ सच्चा नि:स्पक्ष विश्लेषण का हमें विश्वसनीय लाभ मिले। जय हिन्द।।
Place of worship act 1991 में बदलाब होना चाहिए
देश की जनता का अब महत्वपूर्ण नारा
वरशिप एक्ट हो तत्काल l
सबसे अहम सवाल है कि 1920 से पूरात्तव विभाग के अधीन यह तथाकथित मस्जिद है, तो फिर इसमें नमाज पढ़ने की इजाजत क्यों है। क्यों यहां मस्जिद कमेटी समय समय पर निर्माण कार्य करके इसके मूल स्वरूप को बिगाड़ा गया। यह तो सरासर सरकार की लापरवाही और मुस्लिम समाज की जबरिया कार्रवाई है।
Ye congressi kuttagiri hai.
जब इस देश मे 1947 को आधार माना गया तो इस देश का बँटवारा ही क्यो किया गया था कौन थे वे देश के दुशमन, जानना देश की हर नागरिक का अधिकार है
कोई भी नया कानून अतीत के विवादित मामलों पर लागू और प्रभावी नहीं हो सकता...यह न्याय की प्रकृति का अंगूठा नियम है और अनुच्छेद 14 का उल्लंघन है। कानून के सामने अधिकार समान है.....पूजा स्थल कानून 1991 को वैध नहीं माना जा सकता.
वक्फ बोर्ड के लिये अलग और इसको अलग सभी कानून कैसे बनाये है.... सरकार ने एक बार सोचना चाहिये. हिंदू विरोधी कानून मे बदलावं करे
प्लेसेस ऑफ़ वरशिप एक्ट को समाप्त किया जाए
एक तरफ तो जमा मस्जिद का सर्वे नहीं होने दे तब ये संविधान मानते हैं और दूसरी तरफ वक्त बोर्ड अपना दावा ठोक रहा है आए आए यह देश का संविधान और सेकुलर संविधान है देखों
Tum savidhan ko mantay kahan apni marzi kartay ho
आपकी प्रसारण विधि अति सराहनीय और तीक्ष्ण भी है
विकास जी ने बहुत ही सुंदर जानकारी दी । धन्यवाद जी आपका
१९९१के विधेयक में स्वरूप न बदलने केलिए कहा गया है। स्वरूप का अर्थ हुआ जो उसका यथार्थ स्वरूप है,रूप नहीं स्वरूप अर्थात् मूल रूप। देखना यह है कि उसका मूल स्वरूप मन्दिर था या जो आज उसका रूप मस्जिद है।आज का रूप कुछ और है तो उसका स्वरूप देखना है। स्वरूप यदि मन्दिर है तो उसपर यह कानून लागू नहीं होगा।
भाई ये बात रिजवान सर ने बताई थी है न।
Very good discussion
Jai shree ram
विकास जी ने सही कही सरकार मेजोरिटी में है तो फिर किस चीज का इंतजार अब तक वरशिप एक्ट को समाप्त कर दिया जाना चाहिए था
एंकरजी आपने बहोत अच्छी न्युज दी आपका बहोत बहोत धन्यवाद ए कानून खतम करना चाहिए 💪👍
प्लेलेसेस् ऑफ वर्शिप ॲक्ट खत्म होना चाहिए और मुघलोनो जो मंदिर तोडकर मस्जिद बनाई गयी है ऐसे सभी दुर्घटनाग्रस्त मंदिर वापस हिंदूओ को मिलना चाहिए.
दुनिया के आरंभ से दुनिया के अंत तक।
धर्म सिर्फ एक ही था।✅🚩
एक ही है।✅🚩
एक ही रहेगा।✅🚩
बाकी सब पंथ, मजहब, और संप्रदाय (Religion's) हैं।✅
जो कि समय-समय पर नए-नए पंथ, संप्रदाय और मजहब (Religion's) पैदा होते रहते हैं।✅
⬇️ धर्म (Dharm). ⬇️
🚩🕉️सत्य सनातन वैदिक धर्म।🕉️🚩
⬇️पंथ और संप्रदाय (Religion).⬇️
1. जैन। 👈
2. बौद्ध। 👈
3. सिक्ख। 👈
4. यहूदी। 👈
5. पारसी। 👈
6. ईसाई। 👈
⬇️ मजहब (Religion).⬇️
इस्लाम। 👈
इस दुनिया मे ये एकलौता आतंकवादी,
देश द्रोही, जिहादी, नमक हराम, कलयुग का राक्षसी मजहब है।✅
😅😂😂😅
100% सत्य है
Saty
मजहब अपने श्रेष्ट बताता है और दूसरे सभी को नष्ट करने की बात कहता
Brother do you know the history of religions you criticized ?
Respect Every dharm (Religion) .
Do not hate any religion.
Gain some knowledge about Others dharms.
Ok.
Nupur sarma ka mudda yad rakhte hue ,is act ko badalna parega 🔥🔥🔥
कांग्रेश और एक विशेष समुदाय के मिली भगत के द्वारा बनाए गए सारे कानून रद्द हो
Great analysis done here.
Very good analysis
देखा जाए तो वक्फ़ एक्ट भी इसी श्रेणी में आता है क्योंकि उसमें भी कोर्ट जाने के मौलिक अधिकार को समाप्त किया गया है।
प्लेससऑफ बरशिप एक्ट अब खत्म होना चाहिए
इसी तरह से वफ बोर्ड भी है अगर वफ बोर्ड किसी संपत्ति को अपनी प्रॉपर्टी घोषित करता है तो कांग्रेस सरकार ने उसे यह अथॉरिटी दिलवाई थी आप न्यायपालिका नहीं जा सकते हो वफ बिल के खिलाफ जब के आपको जाना पड़ेगा वक्त के ऑफिस यह बिल भी तो उल्लंघन कर रहा है आम लोगों को न्यायपालिका जाने के लिए
पूर्व सर्वोच्च न्यायालय के श्री चंद्रचूड़ जी ने कहा है कि कोई भी भारतीय किसी भी मस्जिद के मूल रूप का पता करने का हक़दार है और कितने भी दावे कर सकते हैं!
ऐसे एक्सपर्ट को बुलाना चाहिए जो पूरी जानकारी रखता हो।
कांग्रेस हिंदू विरोधी थी और है।लेकिन नई सरकार इसकी अमेंडमेंट करे
जय हिंद ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
सरकार को ये कानून खत्म कर देना चाहिए
शानदार तरीके से वकील साहब ने समझाया
Bahut achhi jankari mili vikas ji thanks
ऐसे सभी एक्ट पर हथौड़ा चलना चाहिए जो देश और सभ्य समाज में किसी एक धर्म वाले को असीमित अधिकार और जांच में अवरोधक का बना हो.
Jai Shree Ram... 🚩🚩🚩...🙏🙏🙏
भाजपा की डरपोक होने में क्या अब भी कोई शक है?
Paces of Worship Act must be abolished.
Very Very nice 👌 ❤❤❤❤❤
🙏🌹JAI HIND 🌹🙏🙏🌹 JAI SHREE RAM 🌹🙏 kangres ko keval satta se matlab hai usne 1991 act banaya hi esliye tha ki aage Chalke vivad bana rahe aam public jiye ya mare kangres ko koi farak nahi padta hai lekin unhe ye nahi pata ki Jhooth adhik samay tak nahi tikta hai jaldi ye Act 1991 ko nirast kar diya jayega 🙏🌹 JAI SHREE RAM 🌹🙏
Very good video Sir.Thanks.
हटाएं वशिप
भगवान शिव समाधि कभी भी टूट सकती है ।और भगवान विष्णु का अवतार भी हो सकता है।
🙏🙏👍👍👍
Jai shri ram jai ho jai ho sanatan Dahram jai ho
कांग्रेस ने धर्म के आधार पर पाकिस्तान का बंटबारा होने के बाद किस कारण सनातन को हतोत्साहित किया और क्यों यह एक यक्ष प्रश्न है।
सरकारने खत्म कर देना चाहिए था।अभी तक क्यो रखा है ये कानून बहुत ही अछी खबर है कि कैसे-कैसे नेहरु इन्द्रा और कांग्रेस ने हिन्दुओ का गला घोटा ।
Very good sar❤❤
❤❤🙏🙏
Satyamev Jayate sach ki jeet
Jai shree Ram BJP honest party BJP Modiji and Yogiji our God best PM BJP ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
जब कोई सरकार 1991 कोई एक्ट लाती है तो क्या अब की सरकार एक्ट को हटा भी सकती हैं
Welcome suprim court high court Judge sahab welcome decision sahi kiya h
Congress ne india ka pura islamikaran karne ka systematic plan Kiya tha
दस साल मे क्यों नहीं रद्द किया ऐसे सभी कानून❓हिंदू सरकार नेक काम को क्यों डरती या टाल रही है❓
Worship act khatam hona chahiye
वेरी vérimúçh इन्फॉर्मेशन
Woreship act मैं AsI के अधीन वाले स्थलों में केस अदालतों में लड़ा या सुना जा सकता है। यद्यपि यह कानून समाप्त होना चाहिए। जेहादियों का तुष्टिकरण तो दूर की बात है बल्कि इनके सभी अधिकार, सुविधाएं, परियोजना अविलंब समाप्त होना चाहिए।
Sarkar ko wersist act ko 1991 ko khatm karna chahie
BAN the act.....
Worship act aur walk board Desh se samapt hona chahie Desh virodhi sajish wale act Hain
Good information
Jai Shri Ram. 🙏🏻
Achhi jankari diya
मोदी को वर्शिप ऐक्ट खत्म कर देना चाहिए।
जय श्रीराम l जय जय श्रीराम l l
Jai shree Krishna
❤superb 🎉
Sari samsya ki Jud me congresh hi milegi..
Supreme court.ko.wakfbord.sariya.kanon.katm.kar.dai.warshipaict.khatm.ho.🇭🇺💯🌅
इस एक्ट ko खत्म kar do मोदी ji
वक्फ बोर्ड देकर कॉग्रेस ने भू माफया को ताकत दी हिन्दुओ को वर्णित एक्ट लगाकर अपने हक की बात न कर सके यह हिन्दुओ के साथ अन्याय किया
Good
Is Kanoon ko Sarkar ko badal Dena chahie
ये कांग्रेस के तुष्टि करण की राजनीति की हार है. Great
Waqf board and AIMPLB and worship act 1991must be abolished.
एक्ट में हिन्दी में स्वरूप में बदलाव नहीं हो सकता , रूप में नहीं , स्वरूप में मन्दिर है रूप में मस्जिद
jo dharm sthal phle se mojudd hai unko vese he rehna chiy....
Worship act 1991 khatm Hona chahie
Is Desh Ka ek hi Kanoon chalega ek hi sanvidhan rahata
इस
❤
Worship act 1991 khatm karna chahie
15 August 1947 को ही क्या भारत देश का जन्म हुआ था । उक्त तिथी के पहले क्या भारत की भूमी वर्तमान थी , भरत के 33 करोड नागरिक वर्तमान थे ,
उनके भीतर disputes वर्तमान थे , विभिन्न धार्मिक structure क्या वर्तमान थे उनके उपर वाद थे या सभी
निर्विवाद रुप से सही थे । अगर उक्त तिथी के पहले कोइ disputes चला आ
रहा हो तो उसका फैसला कहां होगा । उक्त तिथी को सारे भूभाग एवं structures का local survey करा लिए गए थे । या सभी को undisputed land और structure मान कर संसद से कानून
पास करा लिए गए । ऐसे disputes solve कराने के लिए कानून मे कुछ
Provision रखे गए है ?
Jay shree ram
Chin.jesakanun.
Lavo.bharatma🌹👌
Sahi kiya ja raha hai