यह बुद्धिषतान है,विश्व गुरू लार्ड बुद्धा के नाम से जाने जानी वाली धरती ,जिसे अंग्रेज इन आइडिया मतलब इंडिया कहते है,इन आयडिया का अर्थ यहीं से समझ ज्ञान विज्ञान मिला, यहां ना कोई हिन्दू है ना ही अंनधू है, यहा सभी सांती प्रिय सनातनी बौद्ध बन्धू है,❤😂🎉
❤❤❤❤❤ Bhanteji को कोटि कोटि vandami। डोम जिसे भंगी भी कहा जाता है वे सभी अरहंत थे ,जिसने आशा, तृष्णा सारे । Maya मोह को भंग यानी काट दिया हो उसे पालीभाष में भंगी कहा है ,जबकि तथागत बुद्धा के समय जातीय व्यवस्था नहीं थी ,आप मनुवादियों के जड़ को गलत बताकर मजबूत कर रहे है। नमो बुद्धा buddhamay भारतवर्ष
Arre bhai saheb budhh kapilvastu main ek bar aaye thea .ye construction budh ke baad ka hai.kyoun ki ye ek vihar hai .kisne iss vihar ko banaya zara batana?
Gautam Buddha THE LIGHT OF ASIA but now the LIGHT of WORLD our Prime Minister Sh. Narendra Modi always urge to the world We want BUDDHA not YUDDHA not war Bharat INDIA the Land of Lord RAMA and LORD Gautam Buddha Jai Hindi Jai Bharat Vande Mataram
Yahan bahut bada Budh vihar banaya jaaye bahut acche tarike se Namo buddhay ham aapke sath Hain Jay Bhim Jay Sanvidhan Namo Budhaye ☸️☸️ Neela Salam 💙💙💙💙
Bhanteji me milawat hai pali me bhiksham dehi nahi kahete ye bhanteji Brahman milawati hai muzhe aapatti hai inke language per. Aur krupaya pali me sambhashan kare Sanskrit ka upyog karke Buddhism me milawat na kare.
Sir ji pure buddh dharm main hi milavt hai kyuki ye nikla hi sanatan se hai । Rahi baat Sanskrit paryog karne ki ye bolna chhod nahi sakte kyuki inhone Sanskrit bhasha ko pali bhasha ka rup de Diya hai। ye sab in Buddha bhikshu ka Racha shadyantar hi taki inhe kaam na karna padhe muft ka milta rahe
नाग पूजा अत्यन्त प्राचीन काल से प्रचलित है। नाग पूजक शिवभक्त होते है। शिव का आभूषण नाग है । इस रूपक का यह अर्थ निकलता है कि, शिव के नाग भक्त थे । शैव थे। शिव उपासक थे । पुरा-तन शैवधर्म किंवा मत का भूषण नाग जाति थी। शिव मत की अनुयायी थी । नाग, भूत, प्रेत, पिशाच आदि जातियां शिव उपासक थी। उन्हें शिव के अनुचरों के रूप में प्रकट किया गया है । कालान्तर में नाग, पिशाच आदि जातियों के मूलरूप को लोग भूल गये होंगे । किमो अतीत गाथा अथवा रूप के आधार पर उन्हें अनु- चर मान लिया गया । इस रूपक को सत्य मानकर शिव की मूर्ति को कल्पना उसी आधार पर की गयी होगी। शिव का मानव आकार किंवा मूर्ति नागादि से मण्डित कर दी गयी। नागेश्वर नाम से शंकर के अवतार को कल्पना को गयो । दाहक राक्षस को शंकर ने मारा था। शिव को नागनाथ कहा जाने लगा । ( शिव शतक रुद्र-संहिता ४२ । ) नागनाथ का उपलिंग भूतेश्वर रूप में पूजा जाने लगा ।
ये बात गलत है । कपिलवस्तु नेपाल मे है । नेपालके रुपन्देही जिल्ले के लुम्बिनी्े है । और याहाँ सम्राट असोक का असोक स्तम्भ है । जिस्मे पाली भाषामे लिखा है । विश्व को गलत जानकारी देरहे हो ।
हमलोग कपिलवस्तु के शाक्य पिप्लीवन के मोरिय है ।
शाक्य आर डी मौर्य गोरखपुर उत्तर प्रदेश भारत
नमो बुद्धाय 💐💐
नमाे बुद्धाय 🙏🙏🙏🌷🌷🌷
Thanks for sharing good information
सादर नमो बुद्धाय ❤❤❤❤
👃🏾. धन्यवाद बुधस्थान की यात्रा के लिये.😊
Nice
नमो बुद्धाय सर
बहुत अच्छा विडिओ लग रहा है।
Namo buddhay ji all of the Buddhist person 🙏🙏🙏
Buddham sharnam gacchami
बहोत खूब ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
नमो बुद्धाय जय भीम
साधू साधू साधू 🙏🙏🙏🌹🌹🌹
Namo buddhay namaste
Buddh hi Satya hai Satya mev jayate Jay bheem namo Buddhay Jay chakraborty mahan samrat Asoka the great Jay sanvibhan
Namobudhay
☸️👌संशोधित ऐतिहासिक सत्य है ! बुध्द ही मुलनिवासी भारतीयो की असली ऐतिहासिक विरासत है ! जयभीम ! नमो बुध्दाय !🇮🇳💙🙏
Namo bhudday
बुद्धिस्ट नेपाल के मूलनिवासी है 😂😂😂😂
Nmo budhdhay ❤
Namo, bhudhy Jay Bheem Jay Bharat Jay sambidhan,
वदांमी भंतेजी साधु साधु साधु
Namo budhaye by Raghvendra shakya Seffai Etawah
NAMO BUDDA JAI BHIM🙏🙏
Namo Buddhay. Jai Samrat Asoka. Jai Bheem.
Veery Nice 563
Good sir
नमो बुद्धाय जय भीम जय जोहार
Nmo budday
बहोत खूब ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😂😂😂😂❤
NAMO BUDDHAY Jai Bhim
Namo buddhay jai bhim
Buddha ki trha koi nahi hai Jai bhim jai savidhan jai budhay I love 💕😘💕💕 my Gautam Buddha
Namo buddhay 🙏🙏
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
🙏Jai Bhim, Namo Buddhay
Namo budhay
Sir aap bahut achha work kar rahe hai namo Buddhay Jai bhim
बहोतही अच्छा व्हिडिओ बनाया आपने घर बैठे कपीलवस्तु के दर्शन होगये साधु साधु साधु नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏💐
Jai bhim jai bharat jai savidhan namo budhay ❤❤❤❤❤❤
Jai bhim namo budhay
कपिलवस्तु में बुध का घर हे और हमारा घर ऐ ही हाय namo buddhay
नमो बुद्धाय जय भीम जय कांशीराम
भगवान तथागत गौतमबुद्ध की विरासत के दर्शन करवाने के लिए आपका बहुत बहुत आभार साधुवाद
Subscribe Comment Like Share Karte Rahe
Nomo bhudday Jai bhim ❤❤❤❤❤
नमो बुद्धाय, जय भीम जय संविधान जय लोकतंत्र जय भारत।
जय भीम नमो बुद्धाय जय मूलनिवासी
Namo bhudday very good thanks banteji
यह बुद्धिषतान है,विश्व गुरू लार्ड बुद्धा के नाम से जाने जानी वाली धरती ,जिसे अंग्रेज इन आइडिया मतलब इंडिया कहते है,इन आयडिया का अर्थ यहीं से समझ ज्ञान विज्ञान मिला,
यहां ना कोई हिन्दू है ना ही अंनधू है,
यहा सभी सांती प्रिय सनातनी बौद्ध बन्धू है,❤😂🎉
Jai bhim namo budhay ❤
❤❤❤❤❤ Bhanteji को कोटि कोटि vandami। डोम जिसे भंगी भी कहा जाता है वे सभी अरहंत थे ,जिसने आशा, तृष्णा सारे । Maya मोह को भंग यानी काट दिया हो उसे पालीभाष में भंगी कहा है ,जबकि तथागत बुद्धा के समय जातीय व्यवस्था नहीं थी ,आप मनुवादियों के जड़ को गलत बताकर मजबूत कर रहे है। नमो बुद्धा buddhamay भारतवर्ष
नमो बुध्दाय जय भीम जय सविधान ❤
नमो बुद्धाय सर खूप छान व्हिडिओ आहे
👍
Very nice information. Many many thanks
Congratulations namo buddhay Jai samyrat Ashok mahan ki jai bhim namo buddhay Jai samvidan Jai Bharat manubad murdabad
भगवान् बूध के बारे में कोइ
कहानी बताये तो कूछ सोच
समजकर बताये भंतेजी
Bhagwano ka Bhagwan tha hai aur rahega
विडिओ बहुत अच्छा बनया गया हैं।
गौतम बौद्ध भगवान बन गए लेकिन बहुत ही दुःख के साथ कह रहा हूं हम मूलनिवासी समाज नाम के आगे बौद्ध लिखना शुरू किया ही नहीं है
नमो बुद्धाय
Namobudhay Jaibheem Jai samvidhan
❤🎉namo. Bhudha❤🎉. Sadhu❤🎉. Sadhu. Sadhu. ❤🎉. Maharastra❤🎉
Arre bhai saheb budhh kapilvastu main ek bar aaye thea .ye construction budh ke baad ka hai.kyoun ki ye ek vihar hai .kisne iss vihar ko banaya zara batana?
Namo buddhay hame garv hai, ki bhagavan buddh bharata me janme. Ham bahut bhagyashali hai. Unako shat shat naman, 👏👏👏👏👏👏👏👏👏👌👌👍👍👍👍😊😊
Sir you are simply doing great 👍🏻
Namo Buddhay
Nmobhudhay jaybhim🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏
Nmo buddhay sir ji
Thank yuo❤❤
Namo buddhay Jay bhim Jay bharat Jay samvidhan🙏🙏
Mai jarur jaunga kapilvastu
Name budhhay jay been jay savidhan jay mulniwasi
राजसी व्यस्था ही नहीं थी उस समय ग़लत बात कर रहे हैं यह भंते। और ना ही जाती व्यवस्था थी उस समय।
Gautam Buddha THE LIGHT OF ASIA but now the LIGHT of WORLD our Prime Minister Sh. Narendra Modi always urge to the world We want BUDDHA not YUDDHA not war Bharat INDIA the Land of Lord RAMA and LORD Gautam Buddha Jai Hindi Jai Bharat Vande Mataram
Antim sanskar dhn se hua to Budh mulnivasi kaise ? Chandal ki bsti thi to es se yhi sidh hota hai Budh ke smy jatiya thi . Please answer .
सवालही गलत है,दहन करने से मूलनिवासी नही यह कहना बेमतलब और अतार्किक बात है।
Yahan bahut bada Budh vihar banaya jaaye bahut acche tarike se Namo buddhay ham aapke sath Hain Jay Bhim Jay Sanvidhan Namo Budhaye ☸️☸️ Neela Salam 💙💙💙💙
महात्मा बुद्ध के समय कोई जाति धर्म के बारे में नहीं लिखा गया है।
जय भीम नमो बुद्ध या ।
Aur bhaisahab camera aur kamre me confuse na kare.
asia lord of buddha
बुध्दने तो आपणी राजधानी कपिलवस्तु सब छोड गयेथे
Jai Bhim namo buddha
जय भीम नमो बुद्ध य💙💙💙
तुम सब जुट बोल रहे हो । Orignal दरबार तिलौराकोट जो नेपाल है भन्ते जी ।
Kapilvastu is in Nepal 🇳🇵.
Kya Buddha bhagwan tha .🤔🤔🤔🤔
वह ब्राह्मण आके डेरा न डालें वह देखना भाई ओ वहीं जातंकवादी हैं वहीं भी भेदभाव आके न करें वहीं देखना भंत्तेजी
Sadhu sadhu sadhu
कैसे जाये इस जगह पर
Buddha was born in nepal
Bhanteji me milawat hai pali me bhiksham dehi nahi kahete ye bhanteji Brahman milawati hai muzhe aapatti hai inke language per. Aur krupaya pali me sambhashan kare Sanskrit ka upyog karke Buddhism me milawat na kare.
Sir ji pure buddh dharm main hi milavt hai kyuki ye nikla hi sanatan se hai । Rahi baat Sanskrit paryog karne ki ye bolna chhod nahi sakte kyuki inhone Sanskrit bhasha ko pali bhasha ka rup de Diya hai। ye sab in Buddha bhikshu ka Racha shadyantar hi taki inhe kaam na karna padhe muft ka milta rahe
यह कौनसे जिल्हेमे है?
Raja harishchadra hi asli Buddha hai unhone apne vachan ka palan kiya or duom ke yahan Naukari ki । Harichandra sharanam gachami
नाग पूजा अत्यन्त प्राचीन काल से प्रचलित है।
नाग पूजक शिवभक्त होते है। शिव का आभूषण नाग है । इस रूपक का यह अर्थ निकलता है कि, शिव के नाग भक्त थे । शैव थे। शिव उपासक थे । पुरा-तन शैवधर्म किंवा मत का भूषण नाग जाति थी। शिव मत की अनुयायी थी । नाग, भूत, प्रेत, पिशाच आदि जातियां शिव उपासक थी। उन्हें शिव के अनुचरों के रूप में प्रकट किया गया है । कालान्तर में नाग, पिशाच आदि जातियों के मूलरूप को लोग भूल गये होंगे । किमो अतीत गाथा अथवा रूप के आधार पर उन्हें अनु-
चर मान लिया गया ।
इस रूपक को सत्य मानकर शिव की मूर्ति को कल्पना उसी आधार पर की गयी होगी। शिव का मानव आकार किंवा मूर्ति नागादि से मण्डित कर दी गयी। नागेश्वर नाम से शंकर के अवतार को कल्पना को गयो । दाहक राक्षस को शंकर ने मारा था। शिव को नागनाथ कहा जाने लगा । ( शिव शतक रुद्र-संहिता ४२ । ) नागनाथ का उपलिंग भूतेश्वर रूप में पूजा जाने लगा ।
Tab Ashok samarat kaha hue te
ये बात गलत है । कपिलवस्तु नेपाल मे है । नेपालके रुपन्देही जिल्ले के लुम्बिनी्े है । और याहाँ सम्राट असोक का असोक स्तम्भ है । जिस्मे पाली भाषामे लिखा है । विश्व को गलत जानकारी देरहे हो ।
Kapilvastu uttar pradesh Siddharth Nagar jile me hai AAP ko jankari nahi hai mai yahi ke rahne wale hai
Nepal me he kapilbastu...jhut mata bolo Indian log
BHA nteji chandal name ke log nahi the galat information mat do.
nnnnnnamo bbbbbbudhay
Kitarka kapilbastu he
Utuber dada bhantegiko mat involve Karo.
भगवान कभीभी भिक्षुन देही कर नही मागते थे शांत रहकर खङे रहकर मेत्ता कर भिक्षाटन करते थे ये भंते गलत बता रहे
Nepal wala kya farji hai ?
Worng information. Kapilvastu is locate nepal