ROULT'S LAW एक निश्चित ताप पर किसी विलयन में उपस्थित किसी वाष्पशील पदार्थ का आंशिक वाष्प दाब , उस पदार्थ की मोल भिन्न के समानुपाती होता है , यही राउल्ट का नियम है। ” यह नियम यह भी बताता है कि किसी विलयन का कुल वाष्प दाब , अलग अलग पदार्थों के कारण वाष्पदाब के योग के बराबर होता है। माना किसी विलयन में दो वाष्पशील पदार्थ उपस्थित है जिन्हें हम A तथा B द्वारा व्यक्त करेंगे , यहाँ A पदार्थ का आंशिक दाब PA है तथा पदार्थ B का आंशिक वाष्पदाब PB है। माना A पदार्थ के मोल भिन्न XA है। तथा B पदार्थ के मोल भिन्न XB है। राउल्ट के अनुसार किसी विलयन में उपस्थित किसी वाष्प शील पदार्थ का आंशिक दाब , उस पदार्थ के मोल भिन्न के समानुपाती होता है। अत: राउल्ट के नियमानुसार - A पदार्थ के लिए PA ∝ XA PA = PA0 XA B पदार्थ के लिए PB ∝ XB PB = PB0 XB यहाँ PA0 , पदार्थ A के लिए शुद्ध अवस्था में वाष्पदाब है तथा PB0 , पदार्थ B के लिए शुद्ध अवस्था में वाष्पदाब है। ये दोनों मान एक निश्चित ताप पर एक स्थिरांक की तरह कार्य करते है क्यूंकि शुद्ध अवस्था में एक निश्चित ताप पर पदार्थ का वाष्पदाब स्थिर रहता है। चूँकि किसी भी विलयन का कुल वाष्प दाब , सभी अवयवो या पदार्थो के कारण वाष्प दाबो के योग के बराबर होता है। अत: विलयन का वाष्प दाब = पदार्थ A के कारण वाष्पदाब + पदार्थ B के कारण वाष्पदाब P = PA + PB समीकरण में दोनों के मान रखने पर - P = PA° XA + PB° XB चूँकि हम जानते है कि - विलयन के सभी मोल अंश का कुल योग 1 के बराबर होता है। अर्थात XA + XB = 1 XA = 1 - XB ऊपर समीकरण में यह मान रखने पर - P = PA° (1 - XB) + PB° XB
Makhan all concept 😀 thank you thank you thank you thank you thank you thank you thank you thank you thank you thank you thank you thank you very much sir you are the best👍
सर पता नहीं क्यूँ आपकी कक्षा लेने के बाद ऐसा लगता है कि सब कुछ क्लियर हो गया हैं और अब उसे revise करने कि भी जरूरत नही है।🤗🤗🤗🤗 लेकिन आपके कहने पर मैं rivize करता हूँ।और खुद को confidental महसूस् करता हूँ। Thanku so much sir I cant forget you in my whole life....😍😍
Rishabh bhi app meri bato ko class mai ignore kar raha thai bhi mai puch raha tha ki app hindi mai itna fast Tip kese ka lete ho and comment ka type kasa kar late ho pl sir reaplie 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
एक निश्चित ताप पर किसी विलयन में उपस्थित किसी वाष्पशील पदार्थ का आंशिक वाष्प दाब , उस पदार्थ की मोल भिन्न के समानुपाती होता है , यही राउल्ट का नियम है।अभिकथन - मेथिल ऐल्कोहॉल को जल में घोलने से जल का क्वथनांक बढ़ता है। राउल्ट के नियम की सीमाएं1. यह नियम केवल आदर्श द्रव विलयन के लिए लागू होता है। 2. यह नियम अनादर्श विलयन के लागू नहीं होता है।
यदि हम किसी पात्र मैं जल भरकर यदि उसे ढक देंगी तो थोड़ी देर बाद द्रव प्रावस्था वाष्प प्रावस्था में परिवर्तित होना शुरू हो जाएगी इससे हम वाष्पन कहते हैं तथा यह एक साम्य अवस्था है इस अवस्था में जितना द्रव वाष्पअवस्था में परिवर्तित होगा उतनी ही वास्प् द्रव रूप में परिवर्तित होगी इसके बाद जो वास्तु बनी है वह वास्तु द्रव पर एक दांव लगाएगी जिसे हम साम्यवाष्प दाब कहते हैं
एक निश्चित ताप पर किसी विलयन में उपस्थित किसी वाष्पशील पदार्थ का आंशिक वाष्प दाब , उस पदार्थ की मोल भिन्न के समानुपाती होता है , यही राउल्ट का नियम है।अभिकथन - मेथिल ऐल्कोहॉल को जल में घोलने से जल का क्वथनांक बढ़ता है। राउल्ट के नियम की सीमाएं 1 . यह नियम केवल आदर्श द्रव विलयन के लिए लागू होता है। 2. यह नियम अनादर्श विलयन के लागू नहीं होता है।
Ye shi h kya :- ek nishchit taap pr do vaspsheel द्रवों ka vasp daab unke anshik vasp daab or mol अंश ke samanupaati hota h 🤔🙄 .... Please batana reply deke 🙏😀
राऊल्ट का नियम (𝐑𝐚𝐨𝐮𝐥𝐭'𝐬 𝐋𝐚𝐰)---एक निश्चित ताप पर विलपन में उपस्थित किसी वाष्पशील अवयव का आशिक वाष्प दाब उस अवयव की मोल भिन्न के समानुपाती होता है। P (total) = P1 + P2 P (total) = P1°X1 + P2°X2 P°1 = शुद्ध द्रव 1 का वाष्पदाब P°2 = शुद्ध द्रव 2 का वाष्पदाब P1 = द्रव 1 का आंशिक वाष्पदाब P2 = द्रव 2 का आंशिक वाष्पदाब P1° = x¹(P¹°-P²°)+P2°
Solve: दिया है l विलयन की मोललता =1.6 मोलर then 1000kg विलयन में c2H5oH की मात्रा =1.6, मोलर then 1 मोल=6.02×10^23 होता है lthen c2H5oH का आर्विक द्रव्यमान=46 होगा then 500gm विलयन में c2H5,oH की मात्रा = C2H5OH का अनविक द्रव्यमान×1.6×500/विलयन का द्रव्यमान then विलयन का द्रव्यमान=1000+46×1.6=1073.6 then formula से ' C2H5oH=46×1.6×500/1073.6=34.28(approximately) answer 👍👍
ROULT'S LAW
एक निश्चित ताप पर किसी विलयन में उपस्थित किसी वाष्पशील पदार्थ का आंशिक वाष्प दाब , उस पदार्थ की मोल भिन्न के समानुपाती होता है , यही राउल्ट का नियम है। ”
यह नियम यह भी बताता है कि किसी विलयन का कुल वाष्प दाब , अलग अलग पदार्थों के कारण वाष्पदाब के योग के बराबर होता है।
माना किसी विलयन में दो वाष्पशील पदार्थ उपस्थित है जिन्हें हम A तथा B द्वारा व्यक्त करेंगे , यहाँ A पदार्थ का आंशिक दाब PA है तथा पदार्थ B का आंशिक वाष्पदाब PB है।
माना A पदार्थ के मोल भिन्न XA है।
तथा B पदार्थ के मोल भिन्न XB है।
राउल्ट के अनुसार किसी विलयन में उपस्थित किसी वाष्प शील पदार्थ का आंशिक दाब , उस पदार्थ के मोल भिन्न के समानुपाती होता है।
अत: राउल्ट के नियमानुसार -
A पदार्थ के लिए
PA ∝ XA
PA = PA0 XA
B पदार्थ के लिए
PB ∝ XB
PB = PB0 XB
यहाँ PA0 , पदार्थ A के लिए शुद्ध अवस्था में वाष्पदाब है तथा PB0 , पदार्थ B के लिए शुद्ध अवस्था में वाष्पदाब है।
ये दोनों मान एक निश्चित ताप पर एक स्थिरांक की तरह कार्य करते है क्यूंकि शुद्ध अवस्था में एक निश्चित ताप पर पदार्थ का वाष्पदाब स्थिर रहता है।
चूँकि किसी भी विलयन का कुल वाष्प दाब , सभी अवयवो या पदार्थो के कारण वाष्प दाबो के योग के बराबर होता है।
अत:
विलयन का वाष्प दाब = पदार्थ A के कारण वाष्पदाब + पदार्थ B के कारण वाष्पदाब
P = PA + PB
समीकरण में दोनों के मान रखने पर -
P = PA° XA + PB° XB
चूँकि हम जानते है कि -
विलयन के सभी मोल अंश का कुल योग 1 के बराबर होता है।
अर्थात XA + XB = 1
XA = 1 - XB
ऊपर समीकरण में यह मान रखने पर -
P = PA° (1 - XB) + PB° XB
Thanks
Makkhan #ziddkar❤❤❤❤❤
Okey sir
सिढिया उन्हें मुबारक हो जिन्हें छत तक जाना है, हमारी म॑जिल तो आसमान है रास्ता हमें खुद को बनाना है
Makhan all concept 😀 thank you thank you thank you thank you thank you thank you thank you thank you thank you thank you thank you thank you very much sir you are the best👍
सर पता नहीं क्यूँ आपकी कक्षा लेने के बाद ऐसा लगता है कि सब कुछ क्लियर हो गया हैं और अब उसे revise करने कि भी जरूरत नही है।🤗🤗🤗🤗 लेकिन आपके कहने पर मैं rivize करता हूँ।और खुद को confidental महसूस् करता हूँ।
Thanku so much sir I cant forget you in my whole life....😍😍
Makkhan all clear aap bahut achha padhate h 👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻❤️👍🏻👍🏻👍🏻❤️👍🏻❤️❤️❤️👍🏻❤️👈
वह विलियन जो सभी ताप एवं सांद्रता परासो par राउल्ट के नियम को पालन करते हैं आदर्श विलयन कहलाते हैं
Thank you so much
Mashallah 👍
3 washpsil darvo ke viliyan me kisi ek drav ka aansik vashpdaab uske Mol ansh ke samanupati hota hai (RAOULT'S LAW)
2
Graph 📈 is Makkhan 😅
💥राऊल्ट का नियम (𝐑𝐚𝐨𝐮𝐥𝐭'𝐬 𝐋𝐚𝐰)-एक निश्चित ताप पर विलपन में उपस्थित किसी वाष्पशील अवयव का आशिक वाष्प दाब उस अवयव की मोल भिन्न के समानुपाती होता है।💥
Hello rishabh Bhai copy paste kaise karte Hain please bta do
Rishabh bhi app meri bato ko class mai ignore kar raha thai bhi mai puch raha tha ki app hindi mai itna fast Tip kese ka lete ho and comment ka type kasa kar late ho pl sir reaplie 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai gurudev 🙏🏻🙏🏻
You're teaching is best 👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻😊😊😊👈
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती 😎😎😎
लगे रहिए और मेहनत के साथ पढ़ाई करते रहिए 🙏🙏🙏
Aaj ka graph Cristal clear ho gaya..... Thank you so much sir for this amazing class... 😊
Sir u r great ❣️ teaching👍 👍❤️ सच्चा दोस्त
You are the best teacher ❤️❤️
you are best sir
Hii anu
Superf sir 😎 makhkhan
Thanks sir मुझे आज से पहले यह ग्राफ कभी समझ नहीं आया था लेकिन जब आप ने समझाया तो बहुत अच्छे से समझ आया
एक निश्चित ताप पर किसी विलयन में उपस्थित किसी वाष्पशील पदार्थ का आंशिक वाष्प दाब , उस पदार्थ की मोल भिन्न के समानुपाती होता है , यही राउल्ट का नियम है।अभिकथन - मेथिल ऐल्कोहॉल को जल में घोलने से जल का क्वथनांक बढ़ता है।
राउल्ट के नियम की सीमाएं1. यह नियम केवल आदर्श द्रव विलयन के लिए लागू होता है। 2. यह नियम अनादर्श विलयन के लागू नहीं होता है।
M_Se M-makkhan sir ji god bless you sir
Sir your teaching is better
Ptotal = X1 ( P•1-P•2) P2
Yes Sir ekdam clear h 🙏🙏👍👌👌👏
Top sir aap kya padhate hai👌👌🙏
Sir u r thr great
यदि हम किसी पात्र मैं जल भरकर यदि उसे ढक देंगी तो थोड़ी देर बाद द्रव प्रावस्था वाष्प प्रावस्था में परिवर्तित होना शुरू हो जाएगी इससे हम वाष्पन कहते हैं तथा यह एक साम्य अवस्था है इस अवस्था में जितना द्रव वाष्पअवस्था में परिवर्तित होगा उतनी ही वास्प् द्रव रूप में परिवर्तित होगी इसके बाद जो वास्तु बनी है वह वास्तु द्रव पर एक दांव लगाएगी जिसे हम साम्यवाष्प दाब कहते हैं
Guruji thanks.
Ji sir
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
P1° =शुद्ध द्रव (1) का वाष्पदाब।
P2° =शुद्ध द्रव (2) का वाष्पदाब।
P1=द्रव (1)का आशिंक वाष्पदाब।
. P2=द्रव (2) का आशिंक वाष्पदाब।
P total =P1+P2
=P1°X1+P2°X2
=P1°(1-X2)+P2°X2
=P1°-P1°X2+P2°X2
O jgb 👌
एक निश्चित ताप पर किसी विलयन में उपस्थित किसी वाष्पशील पदार्थ का आंशिक वाष्प दाब , उस पदार्थ की मोल भिन्न के समानुपाती होता है , यही राउल्ट का नियम है।अभिकथन - मेथिल ऐल्कोहॉल को जल में घोलने
से जल का क्वथनांक बढ़ता है।
राउल्ट के नियम की सीमाएं
1 . यह नियम केवल आदर्श द्रव विलयन के लिए लागू होता है। 2. यह नियम अनादर्श विलयन के लागू नहीं होता है।
@@RajKumar-xq5ib 😊
@@Anjaliyadav95064 👌
Thankyou sir ji
Sir hm to prmote ho gye but aap bhot best pdhate ho mai 12 ka chemistry aur physics pda
एक निश्चित ताप पर विलियन मे उपस्थित किसी वाष्पशील अवयव का आंशिक वाष्प दाब, उस अवयव की मोल भिन्न समानुपाती होता है
Thanks for this video
Thankyou so much sir
you are the super teacher in india
Sudh drawa 2 ka vashpdapld
सर छोटी क्लास थी तो क्या बहुत इंपॉर्टेंट थे आप आए हुए हमारे लिए बड़ी बात 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Ram ram bhai
हम भी कलम के मज़दूर हैं साहब....
बस...
छाले हमारे हाथों के बजाए दिल में हैं.....!"
दो वाष्पशील द्रव के विलियन में एक विलियन का आंशिक वाष्प दाब द्रव के मोल अंश के समानुपाति होता है
Raoult's law=ek nischit taap par viliyan me upasthit kisi vasspsil avyav ka aansik vassp daab us avyavki Mole bhinn ke samanupatti hota hai 🙏🙏
Ye shi h kya :- ek nishchit taap pr do vaspsheel द्रवों ka vasp daab unke anshik vasp daab or mol अंश ke samanupaati hota h 🤔🙄 .... Please batana reply deke 🙏😀
Thanks for
Makkhan sir👍👍❤️❤️
राऊल्ट का नियम (𝐑𝐚𝐨𝐮𝐥𝐭'𝐬 𝐋𝐚𝐰)---एक निश्चित ताप पर विलपन में उपस्थित किसी वाष्पशील अवयव का आशिक वाष्प दाब उस अवयव की मोल भिन्न के समानुपाती होता है।
P (total) = P1 + P2
P (total) = P1°X1 + P2°X2
P°1 = शुद्ध द्रव 1 का वाष्पदाब
P°2 = शुद्ध द्रव 2 का वाष्पदाब
P1 = द्रव 1 का आंशिक वाष्पदाब
P2 = द्रव 2 का आंशिक वाष्पदाब
P1° = x¹(P¹°-P²°)+P2°
Kaha copy paste kiye hai
Rault niyam = kisi draviya vilayan mein pratyek drav ka anshik dav uske molansh ke samanupati hota hai
Maja hi aa gaya
वास्पसील द्रवो के 1 बिलियन में प्रत्येक घटक का आंशिक वाष्प दाब उस घटक के विलयन में मोल प्रभाज के समानुपाती होता है
राउल्ट का नियम = एक निश्चित ताप पर विलयन में उपस्थित किसी वाष्पशील अवयव का आंशिक दाब उस अवयव के मोल अंश के समानुपाती होता है
Your classs amazing 👌👌👌❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Nice video
P total =X1 (P1°-P2°)+P2°
Tq sir❤❤😊😊😊
Sir rally you are best teacher for every student
👍👍👍👍👍👍👍👍👍🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍
Ho
Hello
Sir theory bhi provide krate rhiye
😊😊😊😊🎉🎉🎉
Nmste
Cristal clear 🙏
Nice sir
Raults law. Kisi draviye villian Mei pratek drav ka ansik dab uske villian Mei mol ans ke samanupati hota h
good sir
Sir अवाष्पशील पदार्थो के लिए raault का नियम नहीं बताये
RADHE RADHE SIRJI THUNK YOU Pt=p1p2
Radhe Radhe amit bahi
Best sir
वे solution जो raoult के नियम को फॉलो नहीं करते non ideal solution कहलाते हैं🌹🌹🙏🙏💟🙏💟🙏💟🙏💟
😂🤣
@@chikutripathi3733 tq
Full clear
Maja aa gya 😊😊😊😊👍🏻😊👈
PT=p1°+x2(p2°-p1°)
PT=X1(P1°-p2°)+P2°
👍👍👍👍👍
✋✋😆😀🙋
Hy kese ho
Nice video dor
PT=x1(p1°-p2°)+p2°
Maja aaya sir love you sir ji byy
Pt= x1 (p'1-p'2) +p2
Double Revision sir
P1 = द्रव 1 का आंशिक वाष्पदाब
P2 = द्रव २ का आंशिक वाष्पदाब
Hii
Aaj class bhale hi kam chla h but bahut maza aa gya aur samajh main bhi aa gya 😊😊😊😊😊😊😊😊😋
Yes sir
Happy independence day sir
P total= X1(P°1-P°2)+P°2
Thank you sir for teaching US
ASL जिंदाबाद
Raoult's Law
❤❤❤😊😊
Makhhannnn❤❤❤
Sir aap ppt se padhaiye 🙏🏻
Total of P= P1+P2
इथेनाल के जल मे एक विलयन की मोललता 1.6मोलर है | 500 ग्राम विलयन मे उपस्तिथ इथेनल की मात्रा ज्ञात करो |
प्लीज सॉल्व दिस क्वेश्चन
Solve: दिया है l विलयन की मोललता =1.6 मोलर then 1000kg विलयन में c2H5oH की मात्रा =1.6, मोलर then 1 मोल=6.02×10^23 होता है lthen c2H5oH का आर्विक द्रव्यमान=46 होगा then 500gm विलयन में c2H5,oH की मात्रा = C2H5OH का अनविक द्रव्यमान×1.6×500/विलयन का द्रव्यमान then विलयन का द्रव्यमान=1000+46×1.6=1073.6 then formula से ' C2H5oH=46×1.6×500/1073.6=34.28(approximately) answer 👍👍
भईया pls ap aise hi comment me question likh diya kro so that hm bhi question ka maza le सके l Thanks 😊😊 bro🙏🏻🙏🏻
जरूर
Ok but apko question ka ans answer 👍 crystal clear 💯💯 h
@@RohitSahu-ii4wp correct 👍👍👍👍
Revision
किसी द्रवीय विलयन मे प्रत्येक द्रव का आंशिक दाब उसके विलयन मे मोल अंश के समानुपाति होता है।
Hmm sahi hai
Ptotal = p1 + p2
❤❤📕
IF x2 ka mann x2 = 1- x1 lete hai tb
[ Pt = x1 ( p1°- p2° ) +p2° ]🙏🙏🙏
Hiii
Sir bahut mehnat se padhate h thanku so much for supporting all students 🥰🥰
Pt = p1 +p2
Sir normlata our formalta kai formala samjeye
आप जैसा teacher पाकर हमारी p.c. बहुत मजबूत हो जायेगा 👍🙏🙏🙏🙏🙏🙏
100%..pure explain karte hai aap sir
Third revision
Sir class 10 ki science daily padhae please sir