That serial of NDTV imagine was one of the best serial Of our country. Great casting, good screenplay, outdoor locations, sets & all were nearly perfect. Its very unfortunate that the show stopped in the halfway stage, due to money issue i think. I was 11-12 years old at that time, and it was and still is one of my favourite shows❤
37:39 Is it a way to show DhanaNanda as Bi without showing it? 🤔🤨😲 I guess not but whatever the vision, the makers created one of the most entertaining villains in ITV history. This villain was so entertaining, the makers wrapped greek arc to show him for full time 😂
🇮🇳🦚☸अखंड भारत के निर्माता प्रथम 👑चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य! अखंड भारत के संरक्षक विश्वविजेता 👑चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान मौर्य की जय!! ☸विश्व गुरु तथागत भगवान गौतम बुद्ध की करूणा हो!!! नमो बुद्धाय! सम्राट अशोक महान के पूर्वज बुद्धिस्ट और क्षत्रिय हैं!जय शाक्यवंशी-मौर्य! 🇮🇳🦚☸🌸❤️🌺💐🌹✌️🙏
Remember chandragupta maurya mein unki maa mura se aaya hai tere aur unke maurya mein kaafi difference hai tu hai converted jisne reservation ke liye jaat badal Li lekin wo the Hindu aur Ashok bhi Kalinga yudh Tak Hindu the fir uske baad unka bhi patan ho gaya jab wo budhhist Bane koi nahi jana kaha gaye aakhri maurya Raja brihadrath ko shunga ne maar dala kyuki ye budhhism faila rahe the aur Hindus ko maar rahe the fir hoti hai Hindu reunification in shunga Dynasty aur jo rashtra kamjor ho gaya tha Ashok ke budhhist banne ke baad wo strong ho gaya dubara aur Hindu ka genocide ruk gaya😂
सबसे बड़ी बात तुम उत्तर प्रदेश , बिहार राज्य के सभी मौर्य वंश और शाक्य वंश तुम कभी चक्रवर्ती , सम्राट की उपाधि प्राप्त नहीं कर पाएं और सबसे बड़ी बात सिकंदर से पहले और फारस राज्य के सम्राट डायरस जो युनान प्रान्त तक अपना दबदबा कायम करता था उससे 400 साल पहले भारत में अनेकों राजवंश हुए समय समय पर जो चक्रवर्ती , सम्राट की उपाधि प्राप्त की जिन्होंने अरब ,पूरा मध्य एशिया ,इराक़ के तिगरिश नदी के किनारे पर निमरूद नगरी तक शासन करते थे आज के युग में उज़्बेकिस्तान , कजाकिस्तान , किर्गिज़स्तान में रोड़ का कार्य चलता है वहां अष्ट धातु के सुर्य वंश , चन्द्र वंश की बड़े चिन्ह जमीन से मिलते है वहां के लोग बोलते है हमारे पुर्वज इस्लाम मजहब कबूल कर लेते है पर हम सुर्य के पुत्र है और दुसरे इलाके के लोग बोलते है की हम चन्द्र के पुत्र है अब सुनो सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य बौद्ध नहीं था वो सनातन धर्म को मानता था भगवान शिव जी का प्रिय भक्त था मगर जब संन्यास लेता है तब एक जैन मुनि के बातों में आकर जैन पंथ स्वीकार कर के पहाड़ों में ध्यान लगाने चला जाता है मगर उसका सम्राट बिन्दुसार मौर्य सनातन धर्म में अन्तिम समय तक रहता है जब अशोक सम्राट बनता है तब ईरान तक सीमा बढ़ाता है सभी युद्ध जीतता है मगर एक कलिंग युद्ध में जीत हासिल कर के लाशों को देखकर चिन्तित हो जाता है उस समय एक बौद्ध भिक्षु उसे वहां मिलता है उसकी बातें सुनकर उसे कुछ शान्ति मिलती है तब बौद्ध पंथ में आकर भारत में बौद्ध स्तूप , बौद्ध शिक्षा सभी छात्रों को अनिवार्य कर देता है अध्यापक भी बौद्ध भिक्षु लगवा देता है सभी युवा अहिंसा के पुजारी बन जाते है धीरे धीरे सभी युवा शस्त्र अभियास भुल जाते और सम्राट अशोक के नीचे जितने भी छोटे बड़े राज्य होते है वहां के राजा , राजवंश , अलग-अलग क्षत्रिय वंशों के युवाओं को मजबूती में अहिंसा का पुजारी बना देता 3 पीढ़ी में 85% अलग-अलग क्षत्रिय वंश के युवा कमजोर , डरपोक बनकर तैयार होते है जब इस्लाम अरब से निकलता है तब मध्य एशिया के सभी देश जो असलियत में योद्धा थे मगर कनिष्ठ शासन , मौर्य शासन में बौद्ध बना दिए थे वो बेचारे युद्ध अभियास भुल चुके थे 7,8 साल में एक एक पूरा देश इस्लाम मजहब कबूल कर लेता है मौत के डर से मगर उससे उन्हको फायदा मिलता है कि उन्हें शस्त्र अभियास शुरू ऊपर से जिहाद करना अल्लाह के लिए उनके दिलों में भारत भुमि से नफरत भर चुकी थी कि हमारे पुर्वज वीर योद्धा होते थे भारत की वजह से बौद्ध पंथ , बुद्ध के विचार , अहिंसा परमो धर्म के झूठे वादे से हमारी सभ्यता को नुकसान हुआ अरब के सामने हमारी बहन, बेटियां, बड़े, बुर्जुग खड़े थे और हम कुछ नहीं कर पाए उसकी वजह भारत और बौद्ध पंथ बुद्ध की मुर्तियां , बौद्ध शिक्षा आदि मगर 7 वी सदी में अरब से मोहम्मद कासिम आता है सिंध प्रांत जीतने के बाद आगे बुरी तरह हार मिलती है बप्पा रावल से जो मेवाड़ के राणा और बप्पा रावल भगवान शिव जी की भक्ति करता था अरबीयो को ऐसी हार मिलती है कि अरब कभी भारत युद्ध करने वापिस नहीं आए मगर मध्य एशिया के लोग जो भारत से नफरत करते थे उन्होंने 11 वी सदी से युद्ध शुरू कर देते है तुर्किस्तान , उज़्बेकिस्तान , कजाकिस्तान, किर्गिज़स्तान , तजाकिस्तान , उइगर आदी समय समय पर युद्ध शुरू रखते है और जिस राज्य को जीतते थे वहां बौद्ध किताबें नष्ट करते थे और 17 वी सदी तक भारत को भिखारी , गुलाम बनाकर छोड़ा भारत की बहन बेटियां समरकंद में मंडी लगाकर बेचते थे इस बौद्ध पंथ ने भारत के अलग-अलग क्षत्रिय वंशों को कायर , डरपोक बनाकर ऐसा छोड़ा आज दिन तक वो युद्ध कौशल प्रान्त नहीं कर पाएं मगर 18 वी सदी में अलग-अलग राजवंश जल्दी जल्दी में अपने अपने स्तर पर भगवान महादेव जी को अपना इष्टदेव बनाकर अलग-अलग भगवान शिव का नाम रखकर अपना आराध्य बनाकर इस्लाम के विरुद्ध युद्ध में युद्ध घोष हर हर महादेव बोलकर करते थे मगर उस समय छोटे छोटे राज्य जो आपस में एक नहीं थे किसी के पास 5 हजार सैनिक किसी के पास 6हजार ,10 हजार ,3 हजार मगर कुछ ऐसे राजा थे जिनके पास 20 हजार , 35 हजार तक सैनिक भी थे मगर जल्दी जल्दी में युद्ध अभियास ठीक ठाक किया मगर बौद्ध पंथ से पहले अपने अपने राज्यों में क्षत्रिय युद्ध शिक्षा उच्च स्तर की लेते थे वो हासिल नहीं कर पाए यह सभी गलतियां सम्राट अशोक की वजह से हुई उसने बौद्ध पंथ स्वीकार किया पर पूरे भारत में सभी क्षत्रियों पर नहीं थौपनी चाहिए थी सभी अलग अलग वंश के क्षत्रिय साधारण सैनिक बनकर भी नहीं रह पाए साधारण मुस्लिम सैनिक भी भारी पड़ता था मध्य एशिया ने अशोक , कनिष्ठ की गलती बौद्ध पंथ के कारण पूरे भारत को भुगतनी पड़ी
It's just a serial, not based on true historical facts. In fact, chandragupta and sikandar are from slightly different time periods. So just enjoy it as an entertainment.
ब्राह्मणों ने बहुत कोशिश की Mauryans को इतिहास से खतम करने की, शुद्र , वैश्य पुत्र भी बनाने की कोशिश की पर Mauryan empire की महानता को खतम नही कर पाए,,, जैन ग्रंथो ने सचाई दिखा दी।😅
तुम असली कुशवाहा नहीं हो क्योंकि मौर्य वंश ,शाक्य वंश , कुशवाहा वंश अलग-अलग क्षत्रियों के कुल है आपस में बहन बेटियां का रिश्ता करवा सकते है यह एक ही कुल होता तो बहन बेटियां तीनों के लिए भाई बहन का रिश्ता होता और तीनों के कुलदेवी , इष्टदेव भी एक नहीं है अलग-अलग कुलदेवी, इष्टदेव है और कुशवाहा राजवंश के उत्तराधिकारी जो सभी कुशवाहा वंश के लोगों के लिए कौशल प्रदेश हारने के बाद ग्वालियर से आगरा तक भुभाग जीतते है और आज के राजस्थान के शिखर ,जयपुर में आकर अपनी नई राजधानी बनाते है जो 1947 तक कायम रहती है आज भी जयपुर किला ,आमेर किला , हवा महल आदि बड़ी सम्पत्ति कुशवाहा राजवंश के पास है कुशवाहा राजवंश सुर्य वंश की शाखा इक्ष्वाकु वंश से राजा रघु से रघु वंश एक ओर नर्ई शाखा जो अपने आपको रघुवंश बोलते है मगर उससे आगे यह वंश भगवान श्रीराम जी उनके 2 पुत्र लव और कुश जिसमें यह राजकुमार कुश के वंशज होने के कारण यह वंश आगे चलकर अपने आपको कुशवाहा वंश बोलते थे जब लव और कुश का बंटवारा हुआ तब अयोध्या (अवध कौशल प्रदेश ) के उत्तर , पश्चिम का भु भाग राजकुमार लव को मिलता है लव ने नर्ई राजधानी लाहौर बनाया जो आज पाकिस्तान में है) और राजकुमार कुश को अयोध्या (अवध , कौशल प्रदेश के पूर्व और दक्षिण का भु भाग मिलता है राजकुमार कुश अपनी राजधानी अयोध्या से उठाकर कौशल प्रदेश में ले जाने है वहां से अपना राज्य चलाते थे ) अब सुनो असली कुशवाहा वंश को पता है कि वो क्षत्रिय है उनका वंश सुर्य वंश और शाखा कुशवाहा कुल है जिसे आगे चलकर कुशवाहा वंश ही बोला जाता है मगर फर्जी कुशवाहा अपने आपको 1947 के बाद सरकारी फायदा गेहूं चावल सरकारी नौकरी आदि के लिए अपने आपको एसटी , ओबीसी,एससी का प्रमाण पत्र बनाते है मगर मेरा वंश एक साधारण है मगर भगवान श्रीराम जी के पुत्र कुश का वंश तो हम जैसे सनातन संस्कृति वालों के लिए बहुत बढ़ा सर्वश्रेष्ठ होने की बात है हमारा वंश साधारण है तो भी हमें गर्व है कि हम सनातन धर्म के अंग है और सनातन धर्म की पगड़ी सुर्य वंश भगवान श्रीराम जी का वंश तो बहुत बड़ी बात है इसलिए फर्जी मौर्य वंश , शाक्य वंश , कुशवाहा वंश ,यादव वंश नाम के है असली क्षत्रिय सनातन धर्म के श्रीराम जी के वंशज राजस्थान में जयपुर रियासत के राजवंश कुशवाहा वंश और श्रीकृष्ण जी के यदु वंशी जैसलमेर रियासत के राजा यदु वंशी भाटी शाखा के राजवंश आज भी है और सम्राट अशोक को छोड़ो उनके पिता बिन्दुसार मौर्य उनके पिता चन्द्र गुप्त मौर्य तो असली सनातन धर्म के अंग है अशोक ने बौद्ध पंथ कलिंग युद्ध के बाद स्वीकार किया उसके बाद भगवान शिव जी ने अपना हाथ खिंच लिया और यह राजवंश कमजोर होता गया इसी तरह शाक्य वंश के साथ हुआ जब इस वंश ने सनातन धर्म को छोड़ा उसके बाद यह वंश इतिहास में अपना नाम कभी वापिस योद्धाओं के लाईन में नहीं ला सका क्योंकि बौद्ध पंथ भारत के लिए एक श्राप के सिवाय कुछ नहीं था ।
2024me kaun dekh rahe hai
✍️"समाज का परिवर्तन बाहर से नहीं होता; सवेरा वहीं होता है जहाँ रात होती है "💖मर्म को स्पर्श करने वाले संवाद!💖
बड़े निर्णय मन से नहीं बुद्धि से किए जाते हैं
Abh bhi Kon kon yeha akhand Bharat ka sapna dekta haii💯💯💯💪💪
में भाई।।। में तो इस पर काम भी शुरू किया है।। जय श्री राम।।जय सनातन राष्ट्र
Meeee😊
@@vickygujjar-in3db😂😂😂😂
Kud ko chandra gupt samajh raha hai
@@vickygujjar-in3db Kaisa chal raha hai kaam, bhai?
Kya yojna hai @@vickygujjar-in3db
सम्राट बनते नहीं बनाए जाते हैं...।
ऐसे ही एचडी में अपलोड करते रहें।। इस परोपकार के लिए धन्यवाद
ॐ सनातन संस्कृति और सभ्यता की युगों युगों तक जय जय हो ।।
Is searial ko continue rakhna Bhai last tak
That serial of NDTV imagine was one of the best serial Of our country. Great casting, good screenplay, outdoor locations, sets & all were nearly perfect. Its very unfortunate that the show stopped in the halfway stage, due to money issue i think.
I was 11-12 years old at that time, and it was and still is one of my favourite shows❤
Begining maa and ending my father 😭 always nearest to my heart Jai shree Ram ♈ Jai bhavani
तिरकिट धा ...धिनक धिन धा😁 वाह
😀😃😄
😂@@satyabanbhatra3776
बड़े निर्णय मन से नही बुद्धि से लिए जाते हैं...। ~आचार्य चाणक्य
अँधेरे में ही रोशनी की जरूरत होती है।💯
सम्राट पैदा नही होते,बनाए जाते है।🤞
Hey BHARAT MUJHME SHAKTI BAHARO Phir se akhand Bharat banauga ❤
और आज हम केवल कल्पना से ही पैसे वाले बनना चाहते हैं इसलिए सिद्धि उसको मिलती है जो उसके योग्य होता है
चंद्रगुप्त मौर्य...
महाराज चंद्रवर्धन के पुत्र थे ओ क्षत्रिय थे ओ पपलीवान के राजकुमार थे
Ar bhe logo na Chandra gupta ar chanyaka ke serial banaya ha pr a bale Chandra gupta mare favourite ha🥰💖💖
चंद्रगुप्त मौर्य भाग - २
🙏🙌👍☝️
Please dear upload the rest of the episodes in same hd resolution thank you 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
अद्भुत...👌
Fantastic lndian historical drama❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😂❤
Watching 3rd time...
Jai bhavani jai mata di Bala Jai shree Ram ji ki Jai ho modi
Very good night
Thanks bro please full episode.
Jay Samrat⚔️
Kya bgm hai yaar...pura rula diya 9:43 to start ❤❤❤
Best line By Acharya
11:35 ❤
29:00 ❤
3rd Time dekh rahi hu ...🤍
37:39 Is it a way to show DhanaNanda as Bi without showing it? 🤔🤨😲 I guess not but whatever the vision, the makers created one of the most entertaining villains in ITV history. This villain was so entertaining, the makers wrapped greek arc to show him for full time 😂
🇮🇳🦚☸अखंड भारत के निर्माता प्रथम 👑चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य! अखंड भारत के संरक्षक विश्वविजेता 👑चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान मौर्य की जय!! ☸विश्व गुरु तथागत भगवान गौतम बुद्ध की करूणा हो!!! नमो बुद्धाय! सम्राट अशोक महान के पूर्वज बुद्धिस्ट और क्षत्रिय हैं!जय शाक्यवंशी-मौर्य! 🇮🇳🦚☸🌸❤️🌺💐🌹✌️🙏
Remember chandragupta maurya mein unki maa mura se aaya hai tere aur unke maurya mein kaafi difference hai tu hai converted jisne reservation ke liye jaat badal Li lekin wo the Hindu aur Ashok bhi Kalinga yudh Tak Hindu the fir uske baad unka bhi patan ho gaya jab wo budhhist Bane koi nahi jana kaha gaye aakhri maurya Raja brihadrath ko shunga ne maar dala kyuki ye budhhism faila rahe the aur Hindus ko maar rahe the fir hoti hai Hindu reunification in shunga Dynasty aur jo rashtra kamjor ho gaya tha Ashok ke budhhist banne ke baad wo strong ho gaya dubara aur Hindu ka genocide ruk gaya😂
सबसे बड़ी बात तुम उत्तर प्रदेश , बिहार राज्य के सभी मौर्य वंश और शाक्य वंश तुम कभी चक्रवर्ती , सम्राट की उपाधि प्राप्त नहीं कर पाएं और सबसे बड़ी बात सिकंदर से पहले और फारस राज्य के सम्राट डायरस जो युनान प्रान्त तक अपना दबदबा कायम करता था उससे 400 साल पहले भारत में अनेकों राजवंश हुए समय समय पर जो चक्रवर्ती , सम्राट की उपाधि प्राप्त की जिन्होंने अरब ,पूरा मध्य एशिया ,इराक़ के तिगरिश नदी के किनारे पर निमरूद नगरी तक शासन करते थे आज के युग में उज़्बेकिस्तान , कजाकिस्तान , किर्गिज़स्तान में रोड़ का कार्य चलता है वहां अष्ट धातु के सुर्य वंश , चन्द्र वंश की बड़े चिन्ह जमीन से मिलते है वहां के लोग बोलते है हमारे पुर्वज इस्लाम मजहब कबूल कर लेते है पर हम सुर्य के पुत्र है और दुसरे इलाके के लोग बोलते है की हम चन्द्र के पुत्र है अब सुनो सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य बौद्ध नहीं था वो सनातन धर्म को मानता था भगवान शिव जी का प्रिय भक्त था मगर जब संन्यास लेता है तब एक जैन मुनि के बातों में आकर जैन पंथ स्वीकार कर के पहाड़ों में ध्यान लगाने चला जाता है मगर उसका सम्राट बिन्दुसार मौर्य सनातन धर्म में अन्तिम समय तक रहता है जब अशोक सम्राट बनता है तब ईरान तक सीमा बढ़ाता है सभी युद्ध जीतता है मगर एक कलिंग युद्ध में जीत हासिल कर के लाशों को देखकर चिन्तित हो जाता है उस समय एक बौद्ध भिक्षु उसे वहां मिलता है उसकी बातें सुनकर उसे कुछ शान्ति मिलती है तब बौद्ध पंथ में आकर भारत में बौद्ध स्तूप , बौद्ध शिक्षा सभी छात्रों को अनिवार्य कर देता है अध्यापक भी बौद्ध भिक्षु लगवा देता है सभी युवा अहिंसा के पुजारी बन जाते है धीरे धीरे सभी युवा शस्त्र अभियास भुल जाते और सम्राट अशोक के नीचे जितने भी छोटे बड़े राज्य होते है वहां के राजा , राजवंश , अलग-अलग क्षत्रिय वंशों के युवाओं को मजबूती में अहिंसा का पुजारी बना देता 3 पीढ़ी में 85% अलग-अलग क्षत्रिय वंश के युवा कमजोर , डरपोक बनकर तैयार होते है जब इस्लाम अरब से निकलता है तब मध्य एशिया के सभी देश जो असलियत में योद्धा थे मगर कनिष्ठ शासन , मौर्य शासन में बौद्ध बना दिए थे वो बेचारे युद्ध अभियास भुल चुके थे 7,8 साल में एक एक पूरा देश इस्लाम मजहब कबूल कर लेता है मौत के डर से मगर उससे उन्हको फायदा मिलता है कि उन्हें शस्त्र अभियास शुरू ऊपर से जिहाद करना अल्लाह के लिए उनके दिलों में भारत भुमि से नफरत भर चुकी थी कि हमारे पुर्वज वीर योद्धा होते थे भारत की वजह से बौद्ध पंथ , बुद्ध के विचार , अहिंसा परमो धर्म के झूठे वादे से हमारी सभ्यता को नुकसान हुआ अरब के सामने हमारी बहन, बेटियां, बड़े, बुर्जुग खड़े थे और हम कुछ नहीं कर पाए उसकी वजह भारत और बौद्ध पंथ बुद्ध की मुर्तियां , बौद्ध शिक्षा आदि मगर 7 वी सदी में अरब से मोहम्मद कासिम आता है सिंध प्रांत जीतने के बाद आगे बुरी तरह हार मिलती है बप्पा रावल से जो मेवाड़ के राणा और बप्पा रावल भगवान शिव जी की भक्ति करता था अरबीयो को ऐसी हार मिलती है कि अरब कभी भारत युद्ध करने वापिस नहीं आए मगर मध्य एशिया के लोग जो भारत से नफरत करते थे उन्होंने 11 वी सदी से युद्ध शुरू कर देते है तुर्किस्तान , उज़्बेकिस्तान , कजाकिस्तान, किर्गिज़स्तान , तजाकिस्तान , उइगर आदी समय समय पर युद्ध शुरू रखते है और जिस राज्य को जीतते थे वहां बौद्ध किताबें नष्ट करते थे और 17 वी सदी तक भारत को भिखारी , गुलाम बनाकर छोड़ा भारत की बहन बेटियां समरकंद में मंडी लगाकर बेचते थे इस बौद्ध पंथ ने भारत के अलग-अलग क्षत्रिय वंशों को कायर , डरपोक बनाकर ऐसा छोड़ा आज दिन तक वो युद्ध कौशल प्रान्त नहीं कर पाएं मगर 18 वी सदी में अलग-अलग राजवंश जल्दी जल्दी में अपने अपने स्तर पर भगवान महादेव जी को अपना इष्टदेव बनाकर अलग-अलग भगवान शिव का नाम रखकर अपना आराध्य बनाकर इस्लाम के विरुद्ध युद्ध में युद्ध घोष हर हर महादेव बोलकर करते थे मगर उस समय छोटे छोटे राज्य जो आपस में एक नहीं थे किसी के पास 5 हजार सैनिक किसी के पास 6हजार ,10 हजार ,3 हजार मगर कुछ ऐसे राजा थे जिनके पास 20 हजार , 35 हजार तक सैनिक भी थे मगर जल्दी जल्दी में युद्ध अभियास ठीक ठाक किया मगर बौद्ध पंथ से पहले अपने अपने राज्यों में क्षत्रिय युद्ध शिक्षा उच्च स्तर की लेते थे वो हासिल नहीं कर पाए यह सभी गलतियां सम्राट अशोक की वजह से हुई उसने बौद्ध पंथ स्वीकार किया पर पूरे भारत में सभी क्षत्रियों पर नहीं थौपनी चाहिए थी सभी अलग अलग वंश के क्षत्रिय साधारण सैनिक बनकर भी नहीं रह पाए साधारण मुस्लिम सैनिक भी भारी पड़ता था मध्य एशिया ने अशोक , कनिष्ठ की गलती बौद्ध पंथ के कारण पूरे भारत को भुगतनी पड़ी
Namo buddhay ji 🙏❤️ namo
Jaati m bhi bant diya mahan purush ko
चाणक्य बिना चंद्रगुप्त गुप्त रह जाते है,जय आचार्य चाणक्य जय श्री राम
जोखिम उठाए बिना लाभ नहीं मिलेगा,,,,,,
Bachpan Me roz dekhta tha❤🎉
Main bhi original historic itne bhi banaunga ❤
Add English subtitles
Only HINDI
Mai dusare bar yah chandragupta maurya dekh raha hu
❤🔥
Thank you for 😊
Jay ho
Old is solid
Chandra Gupta maurya
Mourya Daynesty & Chana Kyada, were creater of Indian caultatur. J. P.
Chandragupt
Chndrgupt k pure episod n h kripya APN tm wast n kre
Jai ho chandgupt maurya🙏🙏🙏🙏
ॐ वसुधबे स्वाह
Harsha Vardhan
कृपया रखना अंग्रेज़ी उपशीर्षक
पूरा ऐपीसोड बनाओ
घनानंद किन्नर बन गया
Jiske josh me hosh naa ho wo kabhi nahi jitega
Mai tarun maurya ise mai dusri baar dekh raha hu.❤very interesting 😊😊
Mai Bhi Doosri Baar Dekh Raha Hoon
तुम्हें इंटार्टिंग लग रहा है परंतु ये एक सचाई है
Acharya chankya mahan hai
उस समय के 15 पण का आज के समय में क्या मूल्य होगा
19:08 📔
Mian decide kya hu ki ek book 📚📚 acharya chanakya ka padhunga
Chandra gupt ke pitaji kaun thee
Mere ques ye h unko kese pata tha ki akhanda bharat hoga hi hoga ????
😊
Magesthanese na likha hai ke bharat mein khoie kisee ko gulam nahie banata tha . tho yeh gulame aao nay koon say ithaas say layee hai?
It's just a serial, not based on true historical facts. In fact, chandragupta and sikandar are from slightly different time periods. So just enjoy it as an entertainment.
🙏🙏🙏🙏🙏
ये सीरियल मे उर्दू शब्द का Use हुआ है 300 bc भारत मे उर्दू शब्द कहाँ से आ गए 😂😂
चुटिया को ये सब नहीं समझ आएगा
11:40
Too much add
9:30
ब्राह्मणों ने बहुत कोशिश की Mauryans को इतिहास से खतम करने की, शुद्र , वैश्य पुत्र भी बनाने की कोशिश की पर Mauryan empire की महानता को खतम नही कर पाए,,, जैन ग्रंथो ने सचाई दिखा दी।😅
तुम असली कुशवाहा नहीं हो क्योंकि मौर्य वंश ,शाक्य वंश , कुशवाहा वंश अलग-अलग क्षत्रियों के कुल है आपस में बहन बेटियां का रिश्ता करवा सकते है यह एक ही कुल होता तो बहन बेटियां तीनों के लिए भाई बहन का रिश्ता होता और तीनों के कुलदेवी , इष्टदेव भी एक नहीं है अलग-अलग कुलदेवी, इष्टदेव है और कुशवाहा राजवंश के उत्तराधिकारी जो सभी कुशवाहा वंश के लोगों के लिए कौशल प्रदेश हारने के बाद ग्वालियर से आगरा तक भुभाग जीतते है और आज के राजस्थान के शिखर ,जयपुर में आकर अपनी नई राजधानी बनाते है जो 1947 तक कायम रहती है आज भी जयपुर किला ,आमेर किला , हवा महल आदि बड़ी सम्पत्ति कुशवाहा राजवंश के पास है कुशवाहा राजवंश सुर्य वंश की शाखा इक्ष्वाकु वंश से राजा रघु से रघु वंश एक ओर नर्ई शाखा जो अपने आपको रघुवंश बोलते है मगर उससे आगे यह वंश भगवान श्रीराम जी उनके 2 पुत्र लव और कुश जिसमें यह राजकुमार कुश के वंशज होने के कारण यह वंश आगे चलकर अपने आपको कुशवाहा वंश बोलते थे जब लव और कुश का बंटवारा हुआ तब अयोध्या (अवध कौशल प्रदेश ) के उत्तर , पश्चिम का भु भाग राजकुमार लव को मिलता है लव ने नर्ई राजधानी लाहौर बनाया जो आज पाकिस्तान में है) और राजकुमार कुश को अयोध्या (अवध , कौशल प्रदेश के पूर्व और दक्षिण का भु भाग मिलता है राजकुमार कुश अपनी राजधानी अयोध्या से उठाकर कौशल प्रदेश में ले जाने है वहां से अपना राज्य चलाते थे ) अब सुनो असली कुशवाहा वंश को पता है कि वो क्षत्रिय है उनका वंश सुर्य वंश और शाखा कुशवाहा कुल है जिसे आगे चलकर कुशवाहा वंश ही बोला जाता है मगर फर्जी कुशवाहा अपने आपको 1947 के बाद सरकारी फायदा गेहूं चावल सरकारी नौकरी आदि के लिए अपने आपको एसटी , ओबीसी,एससी का प्रमाण पत्र बनाते है मगर मेरा वंश एक साधारण है मगर भगवान श्रीराम जी के पुत्र कुश का वंश तो हम जैसे सनातन संस्कृति वालों के लिए बहुत बढ़ा सर्वश्रेष्ठ होने की बात है हमारा वंश साधारण है तो भी हमें गर्व है कि हम सनातन धर्म के अंग है और सनातन धर्म की पगड़ी सुर्य वंश भगवान श्रीराम जी का वंश तो बहुत बड़ी बात है इसलिए फर्जी मौर्य वंश , शाक्य वंश , कुशवाहा वंश ,यादव वंश नाम के है असली क्षत्रिय सनातन धर्म के श्रीराम जी के वंशज राजस्थान में जयपुर रियासत के राजवंश कुशवाहा वंश और श्रीकृष्ण जी के यदु वंशी जैसलमेर रियासत के राजा यदु वंशी भाटी शाखा के राजवंश आज भी है और सम्राट अशोक को छोड़ो उनके पिता बिन्दुसार मौर्य उनके पिता चन्द्र गुप्त मौर्य तो असली सनातन धर्म के अंग है अशोक ने बौद्ध पंथ कलिंग युद्ध के बाद स्वीकार किया उसके बाद भगवान शिव जी ने अपना हाथ खिंच लिया और यह राजवंश कमजोर होता गया इसी तरह शाक्य वंश के साथ हुआ जब इस वंश ने सनातन धर्म को छोड़ा उसके बाद यह वंश इतिहास में अपना नाम कभी वापिस योद्धाओं के लाईन में नहीं ला सका क्योंकि बौद्ध पंथ भारत के लिए एक श्राप के सिवाय कुछ नहीं था ।
चाणक्य एक स्वयं ब्राह्मण था, नल्ले
Aap ne saare jain granth pade?. Bade Vishwas ke Saath keh rahe ho?? Stupid conclusions 😤
तुम इस शिकारी के वंश के हो और यही सत्य है😁
चंद्रगुप्त मौर्य
क्षत्रिय राजा चंद्र वर्धन और महाराणी मुरा के पुत्र थे
और उन्हे चाणक्य जो ब्राह्मण थे उन्हाने राजा बनाया था
I Love history ❤
Hindu rashtra ghoshit hona chahiye
Chandragupth Morya Full Ep. 03 ruclips.net/video/XG1wR-p-nuY/видео.htmlsi=VFVdMpun4OTO8Yaa
ॐ वसुधबे स्वाह
very good night
Please put english subtitles