बहारों के चमन याद आ गया है मुझे वो गुलबदन याद आ गया है। लचकती शाख ने जब सर उठाया किसी का बाँकपन याद आ गया है। मेरी ख़ामोशियों पर हँसने वालों मुझे वो कमसुख़न याद ऐ गया है। तेरी सूरत को जब देखा है मैंने उरूज-ए-फ़िक्र-ओ-फ़न याद आ गया है। मिले वो बन कर अजनबी तो ‘रिफ़त’ जमाने का चलन याद आ गया है।
व्हेरी गुड आय लाइकड
Thank you for making this video..no other video can match this taal
वाह वाह
🎉🎉🎉🎉🎉
So sweet 🎂
Its help me a lot thanku 💟
Verry nice 👌👌👌👌👌
ਸਤਨਾਮ ਵਾਹਿਗੁਰੂ
Very helpful 👌
ਵਾਹਿਗੁਰੂ
Simple and very nice .
Bro bol ki hua iss tall da
बहारों के चमन याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया है।
लचकती शाख ने जब सर उठाया
किसी का बाँकपन याद आ गया है।
मेरी ख़ामोशियों पर हँसने वालों
मुझे वो कमसुख़न याद ऐ गया है।
तेरी सूरत को जब देखा है मैंने
उरूज-ए-फ़िक्र-ओ-फ़न याद आ गया है।
मिले वो बन कर अजनबी तो ‘रिफ़त’
जमाने का चलन याद आ गया है।
Very nice 👍
ऐ दिल ऐ पागल दिल मेरा आवारगी
Good
Veer ji bol v naal likh diya kro saday lyi please
Dha ta tin tit tak dhin dhin
पिरोना नजर से नजरिया इसमें कौन सा ताल और कौन सा प्रकार बजा है कृपया बताएंगे
Bhai apko sunna h kya hum suna hi denge tere ko sun phero na mein taal deepchani h aur darbari raag h
Thanks ❤❤❤