श्री महराज जी प्रणाम सरोवर में गज ग्राह की थी लड़ाई न गजराज कि शक्ति कुछ काम आई कहीं से मदद उसने जब कुछ न पायी दुखी हो के आवाज हरि को लगायी गरुड़ छोड़ नंगे पांव पधारे हरे कृष्ण गोबिंद मोहन मुरारे सीताराम सीताराम सीताराम 🙏🙏🙏
जो सारे दुनियां का मालिक हैं वो मेरी रक्षा करे, जो कण कण में बैठा है वो मेरी रक्षा करें, जो मेरे अंदर और सबके अंदर विधमान हैं वो मेरी रक्षा करे, ये सम्पूर्ण सृष्टि जिसके अंदर विधमान हैं वो मेरी रक्षा करे, ये सारी सृष्टि जिससे उत्पन्न हुई हैं वो मेरी रक्षा करे, लेकिन नाम किसी का गजराज ने नही लिया,,,गजेंद्र मोक्ष ॐ नमः नारायण श्रीहरि राम कृष्ण हरे 🙏🚩
सश्रद्ध प्रनिपात 🙏🏻अनंत श्री विभूषित परम पूज्य सदगुरुदेव भगवान!आप कि पादसरोज में मेरा मन मोहाशक्त मधुप जैसे लगे रहे, कृपा कीजिए, भगवान मुझे निर्धन बनाके कृपा किए ताकि में आप को कुछ वस्तु न दे सकू ।आप की हो कर आपको समर्पित करती हूं खुदको , मेरे जैसी अकिंचन को स्वीकार करे 🙏🏻🙏🏻🙏🏻😌
संसार मे उत्पन्न होकर भी हम संसारसे निर्लिप्त रहे... यही हमारा वास्तविक स्वरूप है..... कितनी सुंदरतासे समझाया गुरूदेवजी ने! धन्य है हम भारतवासी जिन्हे संतपरंपरा का आशीर्वाद मिलता रहा!
❤प्रणाम गुरूदेव राम राम प्रणाम गुरूदेव ❤ ❤राम राम राम राम राम राम राम राम राम ❤ ❤राम राम राम राम राम राम राम राम राम ❤ ❤राम राम राम राम राम राम राम राम राम ❤
श्री महराज जी प्रणाम सरोवर में गज ग्राह की थी लड़ाई न गजराज कि शक्ति कुछ काम आई कहीं से मदद उसने जब कुछ न पायी दुखी हो के आवाज हरि को लगायी गरुड़ छोड़ नंगे पांव पधारे हरे कृष्ण गोबिंद मोहन मुरारे सीताराम सीताराम सीताराम 🙏🙏🙏
जो सारे दुनियां का मालिक हैं वो मेरी रक्षा करे, जो कण कण में बैठा है वो मेरी रक्षा करें, जो मेरे अंदर और सबके अंदर विधमान हैं वो मेरी रक्षा करे, ये सम्पूर्ण सृष्टि जिसके अंदर विधमान हैं वो मेरी रक्षा करे, ये सारी सृष्टि जिससे उत्पन्न हुई हैं वो मेरी रक्षा करे, लेकिन नाम किसी का गजराज ने नही लिया,,,गजेंद्र मोक्ष ॐ नमः नारायण श्रीहरि राम कृष्ण हरे 🙏🚩
🙏🌷॥हरे कृष्णा हरे रामा॥🌷🙏
ओम नमो भगवते वासुदेवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
😊😊😊😊😊
सादर प्रणाम गुरुजी... श्री हरि चरणों में सादर नमन.. जय श्री राम.. जय श्री कृष्णा 🌺🌺🙏🙏🌺🌺
गुरुदेव भगवान आपके चरणों में दास का दंडवत दास पर कृपा बनाए रखे ना हे भगवान आप लोग कलयुग के दिव्यत्व है राघव जी 🙏🙏🌺🌺
ॐ नमो नारायणाय नमः जय श्री हरि !!श्री मन नारायण नारायण हरि हरि !!
खुश रहो ✋🏻
Bhagwaan ji mera bhi dukh dur kro is paad se sare dukh sari vipda sb dur hoti h to Mera haath pair q nhi shi hoga
Om namah shree mn narayana om namah laxmi narayan ji ki jai ho
ओम नमो भगवते वासुदेवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय श्री सीताराम गुरु जी को कोटि कोटि प्रणाम
सश्रद्ध प्रनिपात 🙏🏻अनंत श्री विभूषित परम पूज्य सदगुरुदेव भगवान!आप कि पादसरोज में मेरा मन मोहाशक्त मधुप जैसे लगे रहे, कृपा कीजिए, भगवान मुझे निर्धन बनाके कृपा किए ताकि में आप को कुछ वस्तु न दे सकू ।आप की हो कर आपको समर्पित करती हूं खुदको , मेरे जैसी अकिंचन को स्वीकार करे 🙏🏻🙏🏻🙏🏻😌
BHAGVAAN GARUD PR AAYE ASHA RAKH PAGLI VO AAYENGE
नारायण अखिल: गुरु भगवन् नमस्ते
हे अनंत ब्रह्मांड के गुरु भगवान नारायण आपको बारंबार नमस्कार है🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
कृषणाय वासुदेवाय देवकीनंदनाय च नंदगोपकुमारायः गोविंदायः नमोः नमः ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः ॐ नारायणाय नमः
पूज्य स्वामी जी गुरु गोविन्द पावन चरणों में सादर सप्रेम शुभ रात्रि वंदन नमन दंडवत प्रणाम चरण स्पर्श 🙇🙏
। जय श्रीराम
हे मानवता के परम् हंस हम सभी को भगवान के परम् प्रिय संत श्री माधवदास की कथा सुनाने की कृपा करें
🙏आप की कृपा सदैव सब पर बनी रहे जय प्रभु 🙏
🚩🌿!!ॐ नमो भगवते वासुदेवाय!!🌿🚩🪷🪷🪷🪷🪷📿🕉️
🚩🌿!!ॐ जय श्री तुलसी देवी जी माता जी की जय!!🌿🚩🪷🪷🪷🪷🪷🙏🕉️
जय श्री राम❤❤❤
संसार मे उत्पन्न होकर भी हम संसारसे निर्लिप्त रहे... यही हमारा वास्तविक स्वरूप है.....
कितनी सुंदरतासे समझाया गुरूदेवजी ने!
धन्य है हम भारतवासी जिन्हे संतपरंपरा का आशीर्वाद मिलता रहा!
🚩🌿!!ॐ जय श्री श्रीराधेगोविन्द देव जी प्रभु जी भगवान जी की जय!!🌿🚩🪷🪷🪷🪷🪷🙏🕉️
🚩🌿!!ॐ जय श्री गौ माता जी की जय!!🌿🚩🪷🪷🪷🪷🪷🙏🕉️
Jay sri Laxmi Narayan Narayan Ji guruMaharaj Ji ke charan kamalon main arabon-kharabon sastang dandavat Ji.......sevak.....
श्रीराम जय राम जय जय राम 💐🙏
🚩🌿!!ॐ जय श्री सरस्वती देवी जी माता जी की जय!!🌿🚩🪷🪷🪷🪷🪷🙏🕉️
❤प्रणाम गुरूदेव राम राम प्रणाम गुरूदेव ❤
❤राम राम राम राम राम राम राम राम राम ❤
❤राम राम राम राम राम राम राम राम राम ❤
❤राम राम राम राम राम राम राम राम राम ❤
🚩🌿!!श्री महाराज जी को सादर प्रणाम!!🌿🚩🪷🪷🪷🪷🪷🙏🕉️
महाराज श्री को सादर नमन
🚩🌿!!ॐ जय श्री शुकदेव जी भगवान जी की जय!!🌿🚩🪷🪷🪷🪷🪷🙏🕉️
🚩🌿!!ॐ जय श्री भोलेनाथ जी श्री शंकर जी प्रभु JI भगवान जी की जय!!🌿🚩🪷🪷🪷🪷🪷🙏🕉️
गुरुदेव की जय जय श्री सीताराम
Guru dev pranam
नमो नारायणाय
नमो नारायणाय नमः गोविंदाय नमः श्री कृष्णाय नमः हरि शरणम हरि शरणम
🚩🌿!!श्रीहरिः ॐ!!🌿🚩🪷🪷🪷🪷🪷🙏🕉️
🚩🌿!!ॐ जय श्री महालक्ष्मी देवी जी माता जी की जय!!🌿🚩🪷🪷🪷🪷🪷🙏🕉️
Jai Shree Hari Vishnu 🙏🙏
श्रीमन्नारायण,,पूज्य जी को सादर चरण स्पर्श,।।
गुरु देव महाराज के श्री चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम करता हूं जय श्री सीताराम राधाकृष्ण भगवान कि जय हो
Sabka uddhar Kiya Mera bhi karo Bhagwan
🚩🌿!!ॐ जय श्री श्रीमदभागवत जी भगवान जी की जय!!🌿🚩🪷🪷🪷🪷🪷🙏🕉️
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय धीमहि धियो यो न प्रचोदयात् जय श्री राधे कृष्णा जी शुभ प्रभात जी
Jai Shreeman Narayana 🙏🙏❤️❤️🕉️🕉️
इतना सुन्दर वर्णन!
प्रेमाश्रु छलका आये
जय श्रीमन्नारायण जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏⚘️⚘️⚘️⚘️⚘️⚘️⚘️⚘️
ॐ नमो: नारायणाय
Shri Ram ji sada kirpa kare ❤❤❤❤❤
Jai shree man Narayanan Hari ❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💕💕💕💕❤️❤️❤️❤️♻️♻️♻️♻️♻️♻️ जय श्री राम जय सियाराम जय श्री राम जय श्री जय हो महाराज जी की जय हो गुरुदेव की
Jai shri ram Swami ji 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
श्री गुरूदेवजी के चरनोंमे साष्टांग नमस्कार. 👌👌
Jai Mata Laxmi jai shree satya Narayan bhagwan baba jai shree param tatva bhagwan jai gajraj Ji Maharaj jai crocodile 🐊
Jay shri hari 🙏🙏❤
Jai gajendr moksh ki Katha
Jai Shrimannarayan 👏👏👏🌹
जय सियाराम जी की 🙏❤️🌹🚩
વાહ વાહ...ગજેન્દ્ર મોક્ષ ની કથા નૂ વર્ણન ખૂબ સુંદર રીતે કર્યૂ...🙏જય શ્રીકૃષ્ણ 🙏 ૐ નમો ભગવતે વાસૂદેવાય...ૐ નમો નારાયણાય 🙏
🙏🙏🙏🙏
Jai shree krishna 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💕
🙏🙏🙏🙏jai shri Laxmi Narayan bhagwan ji ki🙏🙏🌼🌼🌼🌼
JAYJAY GURUDEVAY NAMAH ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Tuhi nirankar 👣🙏🙏
Satguru rup maharaj ji ke pawan pavtar charno me dase saparewar ki dhan Nirankar parwan ho 👣🙏🙏🙏💐💐💐
Jai Laxmi Narayan 🙏🙏
Jay Sri Sita Ram 🙏🙏
जय सिया राम जय जय सिया राम
Guruji ko koti koti Pranam
गुरु जी के चरणों में दास का कोटि-कोटि प्रणाम 🙏🙏
जय श्री सीताराम जय जय हनुमान जय गुरुदेव 🙏🚩🚩🌹❤️🚩🚩❤️❤️🚩🚩
बहुत सुंदर प्रसंग
प्रभु जी के चरणों में सादर सप्रेम
भगवान श्री मेरा हमारा परम कल्याण करे,
जयपुर से सादर प्रणाम 🙏🌹
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🪆🪆🪆🪆🪆💔💔💔♥️♥️💗💗💗 जय श्री राम जय सियाराम जय हो महाराज जी की
,,❤ jai laxmi narayan guruji ❤
🚩🌿!!ॐ जय श्री वेदव्यास जी भगवान जी की जय!!🌿🚩🪷🪷🪷🪷🪷🙏🕉️
जय हो प्रभु🌺🌺🌺🌺🌺🙏🙏
Gurudev aapka mangal ho 👏
Sitaram Prabhu ka mangal ho 👏👏
Radhe Krishna
Hare Krishna Hari bolo 🌺🌺🙏🏻🙏🏻🌺🌺🙏🏻🙏🏻🌺🌺🙏🏻🙏🏻🌺🌺🙏🏻🙏🏻
🚩🌿!!ॐ जय श्री बद्रीनारायण जी प्रभु जी भगवान जी की जय!!🌿🚩🪷🪷🪷🪷🪷🙏🕉️
Jaygurudevdasparnam
Jay Siya Ram Jay jay Siya Ram
Koti koti vandan poojya gurudev 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
Shantakaram bhujgaya shyanam padhamnabham shuresham vishwaaadharam gagan shadsham meghvaran shubhangam Lakshmi kantam Kamal nayanam Yogi vidhyangamiyam bande Vishnu bhav bhyam sarv like natham 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
om namo bhagwate vaasudevaye 🙏
Pranam Guruji 🎉🎉🎉
Jai ho Gurudev Bhagwan ki 🙏
Om Shri laxmi narayan 🙏💐
Jai ho gurudev maharaj ki aapko shashtang pranam karta hun 🙏🙏
Om Laxmi Narayan bhagwan ki jai gurudev Atul jalalpur bilgram hardoi up
गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र - श्री विष्णु
श्री शुक उवाच -
एवं व्यवसितो बुद्ध्या समाधाय मनो हृदि ।
जजाप परमं जाप्यं प्राग्जन्मन्यनुशिक्षितम ॥१॥
गजेन्द्र उवाच -
ॐ नमो भगवते तस्मै यत एतच्चिदात्मकम ।
पुरुषायादिबीजाय परेशायाभिधीमहि ॥२॥
यस्मिन्निदं यतश्चेदं येनेदं य इदं स्वयं ।
योस्मात्परस्माच्च परस्तं प्रपद्ये स्वयम्भुवम ॥३॥
यः स्वात्मनीदं निजमाययार्पितं
क्वचिद्विभातं क्व च तत्तिरोहितम ।
अविद्धदृक साक्ष्युभयं तदीक्षते
स आत्म मूलोsवत् मां परात्परः ॥४॥
कालेन पंचत्वमितेषु कृत्स्नशो
लोकेषु पालेषु च सर्व हेतुषु ।
तमस्तदाऽऽऽसीद गहनं गभीरं
यस्तस्य पारेsभिविराजते विभुः ॥५॥
न यस्य देवा ऋषयः पदं विदु-
र्जन्तुः पुनः कोsर्हति गन्तुमीरितुम ।
यथा नटस्याकृतिभिर्विचेष्टतो
दुरत्ययानुक्रमणः स मावतु ॥६॥
दिदृक्षवो यस्य पदं सुमंगलम
विमुक्त संगा मुनयः सुसाधवः ।
चरन्त्यलोकव्रतमव्रणं वने
भूतात्मभूता सुहृदः स मे गतिः ॥७॥
न विद्यते यस्य न जन्म कर्म वा
न नाम रूपे गुणदोष एव वा ।
तथापि लोकाप्ययसम्भवाय यः स्वमायया तान्यनुकालमृच्छति ॥८॥
तस्मै नमः परेशाय ब्रह्मणेsनन्तशक्तये ।
अरूपायोरुरूपाय नम आश्चर्य कर्मणे ॥९॥
नम आत्म प्रदीपाय साक्षिणे परमात्मने ।
नमो गिरां विदूराय मनसश्चेतसामपि ॥१०॥
सत्त्वेन प्रतिलभ्याय नैष्कर्म्येण विपश्चिता ।
नमः कैवल्यनाथाय निर्वाणसुखसंविदे ॥११॥
नमः शान्ताय घोराय मूढाय गुण धर्मिणे ।
निर्विशेषाय साम्याय नमो ज्ञानघनाय च ॥१२॥
क्षेत्रज्ञाय नमस्तुभ्यं सर्वाध्यक्षाय साक्षिणे ।
पुरुषायात्ममूलाय मूलप्रकृतये नमः ॥१३॥
सर्वेन्द्रियगुणद्रष्ट्रे सर्वप्रत्ययहेतवे ।
असताच्छाययोक्ताय सदाभासाय ते नमः ॥१४॥
नमो नमस्तेsखिल कारणाय
निष्कारणायाद्भुत कारणाय ।
सर्वागमान्मायमहार्णवाय
नमोपवर्गाय परायणाय ॥१५॥
गुणारणिच्छन्न चिदूष्मपाय
तत्क्षोभविस्फूर्जित मानसाय ।
नैष्कर्म्यभावेन विवर्जितागम-
स्वयंप्रकाशाय नमस्करोमि ॥१६॥
मादृक्प्रपन्नपशुपाशविमोक्षणाय
मुक्ताय भूरिकरुणाय नमोsलयाय ।
स्वांशेन सर्वतनुभृन्मनसि प्रतीत-
प्रत्यग्दृशे भगवते बृहते नमस्ते ॥१७॥
आत्मात्मजाप्तगृहवित्तजनेषु सक्तै-र्दुष्प्रापणाय गुणसंगविवर्जिताय ।
मुक्तात्मभिः स्वहृदये परिभाविताय
ज्ञानात्मने भगवते नम ईश्वराय ॥१८॥
यं धर्मकामार्थविमुक्तिकामा
भजन्त इष्टां गतिमाप्नुवन्ति ।
किं त्वाशिषो रात्यपि देहमव्ययं
करोतु मेsदभ्रदयो विमोक्षणम् ॥१९॥
एकान्तिनो यस्य न कंचनार्थ
वांछन्ति ये वै भगवत्प्रपन्नाः ।
अत्यद्भुतं तच्चरितं सुमंगलं
गायन्त आनन्द समुद्रमग्नाः ॥२०॥
तमक्षरं ब्रह्म परं परेश-
मव्यक्तमाध्यात्मिकयोगगम्यम ।
अतीन्द्रियं सूक्ष्ममिवातिदूर-
मनन्तमाद्यं परिपूर्णमीडे ॥२१॥
यस्य ब्रह्मादयो देवा वेदा लोकाश्चराचराः ।
नामरूपविभेदेन फल्ग्व्या च कलया कृताः ॥२२॥
यथार्चिषोsग्नेः सवितुर्गभस्तयो
निर्यान्ति संयान्त्यसकृत् स्वरोचिषः ।
तथा यतोsयं गुणसंप्रवाहो
बुद्धिर्मनः खानि शरीरसर्गाः ॥२३॥
स वै न देवासुरमर्त्यतिर्यंग
न स्त्री न षण्डो न पुमान न जन्तुः ।
नायं गुणः कर्म न सन्न चासन
निषेधशेषो जयतादशेषः ॥२४॥
जिजीविषे नाहमिहामुया कि-
मन्तर्बहिश्चावृतयेभयोन्या ।
इच्छामि कालेन न यस्य विप्लव-
स्तस्यात्मलोकावरणस्य मोक्षम ॥२५॥
सोsहं विश्वसृजं विश्वमविश्वं विश्ववेदसम ।
विश्वात्मानमजं ब्रह्म प्रणतोsस्मि परं पदम् ॥२६॥
योगरन्धित कर्माणो हृदि योगविभाविते ।
योगिनो यं प्रपश्यन्ति योगेशं तं नतोsस्म्यहम् ॥२७॥
नमो नमस्तुभ्यमसह्यवेग-
शक्तित्रयायाखिलधीगुणाय ।
प्रपन्नपालाय दुरन्तशक्तये
कदिन्द्रियाणामनवाप्यवर्त्मने ॥२८॥
नायं वेद स्वमात्मानं यच्छ्क्त्याहंधिया हतम् ।
तं दुरत्ययमाहात्म्यं भगवन्तमितोsस्म्यहम् ॥२९॥
श्री शुकदेव उवाच -
एवं गजेन्द्रमुपवर्णितनिर्विशेषं
ब्रह्मादयो विविधलिंगभिदाभिमानाः ।
नैते यदोपससृपुर्निखिलात्मकत्वात
तत्राखिलामरमयो हरिराविरासीत् ॥३०॥
तं तद्वदार्त्तमुपलभ्य जगन्निवासः
स्तोत्रं निशम्य दिविजैः सह संस्तुवद्भि : ।
छन्दोमयेन गरुडेन समुह्यमान -
श्चक्रायुधोsभ्यगमदाशु यतो गजेन्द्रः ॥३१॥
सोsन्तस्सरस्युरुबलेन गृहीत आर्त्तो
दृष्ट्वा गरुत्मति हरिम् ख उपात्तचक्रम ।
उत्क्षिप्य साम्बुजकरं गिरमाह कृच्छा -
नारायणाखिलगुरो भगवन्नमस्ते ॥३२॥
तं वीक्ष्य पीडितमजः सहसावतीर्य
सग्राहमाशु सरसः कृपयोज्जहार ।
ग्राहाद् विपाटितमुखादरिणा गजेन्द्रं
सम्पश्यतां हरिरमूमुच दुस्त्रियाणाम् ॥३३॥
Jai ho
🌹राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम 🌹🙏🙇
Jai shree ram 🙏🙏 guruji 🙏🙏
Pranam gurudevji maharajasri. He Ramanuj swamiji maharajasri hum ❤aapki saranagat hun.HARI OM.
Jay ho prbhu
Aapko pranaam gurudev
Ram ram guruji
Sri Seeta Ramchandra Bhagvan ki jay
Mero Narayan ❤❤️🙏🚩🌹🇳🇵
Jay gajendrmokch bhagvan ki jay🙏🙏🙏🙏🙏🪔🪔🪔🪔🪔
Jai Sita Ram.
जय जय श्री सीता राम हर हर हर महादेव
Radhe radhe maharaj ji
🎉jay sadhguru 🎉. Jay jay shree laxminarayan 🎉.
श्री चरणों में दंडवत प्रणाम
Jai Shri radhe krishna ❤❤🎉🎉