masha allah bhai lekin ak galati ki hai dua kuch khane ke baad ki jati hai khane se pehle nahi ki jati aor roze ki niyyat us waqt hojati hai jis waqt iftar ki beth te ho use padh kar kehna zaruri nahi allah dilo ka hal janta hai
रमजान में मुस्लिमों द्वारा प्रचलित सूखे उपवास के इस्लामी तरीके में कोई भौतिक योग्यता नहीं है और इसमें कोई दिव्य आशीर्वाद नहीं है। किडनी, जो दिल के बाद शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, खराब हो जाएगी और पेट के अल्सर का कारण बन सकती है। 6वीं शताब्दी के आदिवासी अरबी कुरैशी बहुदेववादी मूर्तिपूजक देवता अल्लाह के लिए हमेशा के लिए बीमार होकर अपना जीवन बर्बाद न करें.... बिना किसी को देखे हर 2 घंटे में 1 गिलास पानी पिएं। (80% मुसलमान ऐसा करते हैं, लेकिन कहेंगे नहीं)। वास्तव में यह व्रत एक धोखा है। सामान्य लोग दिन में खाते हैं और रात में रोजा रखते हैं, लेकिन रमजान के दौरान मुसलमान दिन में रोजा रखते हैं और रात में खाते हैं। यह बात तो साबित हो चुकी है कि रोजा रखने के बाद सब मुसलमानों का वजन बढ़ जाता है-मुनाफिकों।) अंत नोट: कुरान केवल उपवास के दिनों की सीमित संख्या कहता है अर्थात। यहां तक कि 6 या 7 दिन भी काफी हैं !! 2:184 पढ़िए। 30 दिनों का उपवास गैर-इस्लामिक है, जो गरीब अज्ञानी मुसलमानों पर उनके मूर्ख पुजारियों द्वारा मजबूर किया जाता है। मैं आपको चुनौती देता हूं कि मुझे एक कविता दिखाओ, अन्यथा?
रमजान में मुस्लिमों द्वारा प्रचलित सूखे उपवास के इस्लामी तरीके में कोई भौतिक योग्यता नहीं है और इसमें कोई दिव्य आशीर्वाद नहीं है। किडनी, जो दिल के बाद शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, खराब हो जाएगी और पेट के अल्सर का कारण बन सकती है। 6वीं शताब्दी के आदिवासी अरबी कुरैशी बहुदेववादी मूर्तिपूजक देवता अल्लाह के लिए हमेशा के लिए बीमार होकर अपना जीवन बर्बाद न करें.... बिना किसी को देखे हर 2 घंटे में 1 गिलास पानी पिएं। (80% मुसलमान ऐसा करते हैं, लेकिन कहेंगे नहीं)। वास्तव में यह व्रत एक धोखा है। सामान्य लोग दिन में खाते हैं और रात में रोजा रखते हैं, लेकिन रमजान के दौरान मुसलमान दिन में रोजा रखते हैं और रात में खाते हैं। यह बात तो साबित हो चुकी है कि रोजा रखने के बाद सब मुसलमानों का वजन बढ़ जाता है-मुनाफिकों।) अंत नोट: कुरान केवल उपवास के दिनों की सीमित संख्या कहता है अर्थात। यहां तक कि 6 या 7 दिन भी काफी हैं !! 2:184 पढ़िए। 30 दिनों का उपवास गैर-इस्लामिक है, जो गरीब अज्ञानी मुसलमानों पर उनके मूर्ख पुजारियों द्वारा मजबूर किया जाता है। मैं आपको चुनौती देता हूं कि मुझे एक कविता दिखाओ, अन्यथा?
रमजान में मुस्लिमों द्वारा प्रचलित सूखे उपवास के इस्लामी तरीके में कोई भौतिक योग्यता नहीं है और इसमें कोई दिव्य आशीर्वाद नहीं है। किडनी, जो दिल के बाद शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, खराब हो जाएगी और पेट के अल्सर का कारण बन सकती है। 6वीं शताब्दी के आदिवासी अरबी कुरैशी बहुदेववादी मूर्तिपूजक देवता अल्लाह के लिए हमेशा के लिए बीमार होकर अपना जीवन बर्बाद न करें.... बिना किसी को देखे हर 2 घंटे में 1 गिलास पानी पिएं। (80% मुसलमान ऐसा करते हैं, लेकिन कहेंगे नहीं)। वास्तव में यह व्रत एक धोखा है। सामान्य लोग दिन में खाते हैं और रात में रोजा रखते हैं, लेकिन रमजान के दौरान मुसलमान दिन में रोजा रखते हैं और रात में खाते हैं। यह बात तो साबित हो चुकी है कि रोजा रखने के बाद सब मुसलमानों का वजन बढ़ जाता है-मुनाफिकों।) अंत नोट: कुरान केवल उपवास के दिनों की सीमित संख्या कहता है अर्थात। यहां तक कि 6 या 7 दिन भी काफी हैं !! 2:184 पढ़िए। 30 दिनों का उपवास गैर-इस्लामिक है, जो गरीब अज्ञानी मुसलमानों पर उनके मूर्ख पुजारियों द्वारा मजबूर किया जाता है। मैं आपको चुनौती देता हूं कि मुझे एक कविता दिखाओ, अन्यथा?
हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है। अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना। लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा। कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना। किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है। तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ। अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं। इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)| अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ। औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है। औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ। लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं। अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे। ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना (उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी) "आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3 Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361
@@alltottalgame4691 ap zra thqeeq kren😊.... Or ap jb iska trjma pdhenge to pta chlega trjma ye h k me ne Tere(Allah) k rizq se aftar kiya(yani aftar kr chuka)....To isse pta chla k aftar kr le uske bad pdhe...
रमजान में मुस्लिमों द्वारा प्रचलित सूखे उपवास के इस्लामी तरीके में कोई भौतिक योग्यता नहीं है और इसमें कोई दिव्य आशीर्वाद नहीं है। किडनी, जो दिल के बाद शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, खराब हो जाएगी और पेट के अल्सर का कारण बन सकती है। 6वीं शताब्दी के आदिवासी अरबी कुरैशी बहुदेववादी मूर्तिपूजक देवता अल्लाह के लिए हमेशा के लिए बीमार होकर अपना जीवन बर्बाद न करें.... बिना किसी को देखे हर 2 घंटे में 1 गिलास पानी पिएं। (80% मुसलमान ऐसा करते हैं, लेकिन कहेंगे नहीं)। वास्तव में यह व्रत एक धोखा है। सामान्य लोग दिन में खाते हैं और रात में रोजा रखते हैं, लेकिन रमजान के दौरान मुसलमान दिन में रोजा रखते हैं और रात में खाते हैं। यह बात तो साबित हो चुकी है कि रोजा रखने के बाद सब मुसलमानों का वजन बढ़ जाता है-मुनाफिकों।) अंत नोट: कुरान केवल उपवास के दिनों की सीमित संख्या कहता है अर्थात। यहां तक कि 6 या 7 दिन भी काफी हैं !! 2:184 पढ़िए। 30 दिनों का उपवास गैर-इस्लामिक है, जो गरीब अज्ञानी मुसलमानों पर उनके मूर्ख पुजारियों द्वारा मजबूर किया जाता है। मैं आपको चुनौती देता हूं कि मुझे एक कविता दिखाओ, अन्यथा?
हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है। अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना। लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा। कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना। किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है। तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ। अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं। इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)| अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ। औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है। औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ। लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं। अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे। ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना (उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी) "आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3 Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361
Massalah ❤...... Choti si bachi na Roza raka
Video Ke liye -_-
❤❤❤❤❤❤❤
Haryanvi
Ramaza
❤❤❤😊😊😊
MASHALLHA boht Achi batchi ha 😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😊😊😊😊
❤❤❤❤❤❤mashla
❤❤❤❤❤❤
🤲😍❤️
❤❤❤❤❤
Mashallha allaha I love you Ramzan ❤❤❤❤❤❤❤
Jkl
Kkl kung
88
I love Ramadan ❤️ 😍 💖 ❣️ 💕
Scwfw❤❤❤❤❤❤❤
mashaAllah ❤️❤️😍😍😍💗🤩🤩🤩💗 Allah asi beti sabko de ❤❤❤
❤❤❤❤
SFN❤❤😮❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
kis kis ko lagta ha Ke dua zabar zer ki ghalti thi 🙁🙁🙁🙁🙁
Yes
Yes
Lakasumto ko laKasamto padhe the
❤❤😊😊
Haan
Mashallah subhanallah Alhamdulillah 🤲🤲🤲❤️❤️❤️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️
Mashallah ❤..... Choti si bacha na Roza raka woooooo nice vido 🥰🥰🥰🥰🥰😊😊😊
I am Hindu but Ramadan mubark ♥️♥️♥️🙌🙌🙌
Jay shree ram bolne me sharam ati hey kya , khabhi tumhe inlogo ne jay shree ram bola kya
🕋💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝😍😊😇😇😊😊😊😊😊😊💚💚🤲🇵🇰
Ap musalman ho joa qiyamat ma hisab liya jai ga allah tum sa pocha ga kaha ha wo but jisko tum na khud banaya tha
@@shivm_1600 tum log to hota hi asa ho badtamiz hindu indian
Jis but ko ap na khud banaya ha us ki poja karta ho
Ye video mujhe bohot acha laga keuki I am also Muslim.........❤❤❤❤❤❤❤❤
👌
😅
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
😅😅😅
जयऱ🎉😢
Ramzan Mubarak
Mashallah😍😍😍😍❤❤😊😊
🎁♥️MashaAllah♥️🎁🇵🇰🇵🇰🇵🇰
Avdegqkmp❤😭🖤❤️💜
Esi batiyan allha sabko de....😊😊😊😊
ےرءتت کی مجموعی حکمتِ عملانہ مقصدیت کی مجموعی حکمتِ عملی کے تحت ہے کہ یہ ایک حدیث معلوم کی 😮😢😂 تے تھے کے ایک بڑے علاقے
Ramzan maburk❤
Ameen 🤲
❤❤❤😂😂😂
😂
Mashallah ❤.... Choti si bachi na Roza raka
Mashallah subhanallah Alhamdulillah 🤲🤲☝️🤲🤲🤲♥️♥️🌹🌹
Mashallah subhanallah Alhamdulillah ❤❤❤
❤Adnan
@@noumanansari9015❤❤😅😅😂😂
Mashaallah so cute girl may allah bless her ♥️
V
Ma Sha ALLAH
Allah
@@MuhammadDanish-et8nh❤❤❤❤❤❤😂😂🎉🎉🎉🎉😮😮😮😮😅😅😊😊😊😊😊❤❤❤❤❤❤
Masha Allah subhanalah alhamdulillah
Masallah❤❤......ya bahi catni pari ha
SUBHANALLAH MASHALLAH ❤️❤️❤️😊😊😊
mashallah kitne cute bachi hai 😘😘
Love ❤❤❤❤❤❤
HA
Mashallah Allah ais buchi ki Dua Kabal Kara👌👌👌👌👌
Rihgn
an
R
❤❤ Roja Kabul Mubarak
Mashallah Subhanallah Alhamdulillah Kabul Karte Hain Ham Roja Ham sabhi ko Roja Kabul karte hain Assalam Walekum
Mashallah kitne cute baby hai
Mashallah kitne cute baby hai ❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤🎉🎉❤❤🎉
Mashalla ❤❤❤❤❤
Allaha to ❤❤❤❤❤😊😊😊
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤💔❣️❣️💕💞💓💗💖❤🧡💛💚💙💜🖤💘💝💟☮️☪️😀😀😃😄😁😆😅😂🤣☺😊😇🙂🙃😉😋😍🥰😘😗😗😙😚😋😜😛😛🤑🤗🤪🤨🧐😎🙊🤩🥳🤡🙁😣☹️😣😖😫🥺😩🥺🤠😏😏🙁🤠😏😒😞😞😔😟😕🤡🤩🤓🤓🤨😠😡🤬🤯😶🥵🤢🤮🤧🤧👹👹👺💩👻💀☠️🙌🙌👐🙌🙌👐🙌🙏🙏🤝👍🤝
Mashaallah choti bachi ne roza rakha ❤❤❤❤😊😊😊😊
HAPPY RAMADAN MASHALLAH ❤️💚💙°°°CHOTI SI BACHI NE ROZA RAKHA
Mashallah subhanallah etni si choti bacchi ne roza rakha ❤❤❤❤❤😊😊😊
Mashallah kitni pyari bacchi hai ❤
Md Obedullah
Jai shree Ram
@@legendgamer5909 JAY SHREE RAM
Jay shree ram❤
Ayesha bhi bohot pyaari bachi thi
Mashaallha
Ramzan mubarak
Masalla allah ❤❤❤❤❤
I am Hindu but mashallah 😊😊
mashaallah
❤
Allah saitan hai
❤😊😮🎉
@@LaibaNoor-jk3mdo
Massha Allah ❤️
❤❤❤❤❤😊😊😊
masha allah bhai lekin ak galati ki hai dua kuch khane ke baad ki jati hai khane se pehle nahi ki jati aor roze ki niyyat us waqt hojati hai jis waqt iftar ki beth te ho use padh kar kehna zaruri nahi allah dilo ka hal janta hai
ESI batiyan Allha sabko de 😊😊😊😊❤😊❤😊❤😊❤😊😊❤😊❤😊❤😊😊❤😊❤❤😊
Mashallah Eid Mubarak❤❤
Masaalah ❤ choti si bachi ne Roza rakha ya Allah is bachi ka Roza kabhul karna🤲
Masha Allah ❤❤❤❤
bhai dua parhane se pehle khud sahi tarike pahrna sekhn or phir bachon ko sekhain sukria Ramadan mubarak
Please nuuks na nikalo
@@mahinfatima2369 nooks nahin hai yah galti ko sudharne ke liye bol rahi
@@mahinfatima2369 Galt padhe use bataye nhi Galt padhne de hme bhi gunah hoga agr hmne bataya nhi sahi Galt to
@@gazalaprveen6083 sahi kaha aap ne
Bilkul majhool krke pdh rhe hn
Asi batiya Allah sab ko de...😊😊 mashallah 🥰🥰
So cute ❤❤❤🥰🥰🥰 Romjan mobarak❤
MASH Allah 💟💟💟💟💟💟
App bahut cute ho Masha Allah ❤❤❤❤
Eshawaqar🇵🇰🇵🇰🇵🇰🇵🇰💖💖💖
Mashallah ❤......
Itni choti bacchi ne roza rakha ❤❤❤
🎉❤😊
❤😂🎉😢😮😅😊
Dshy ok bfkknyreckk
Yyyyuuyyiyoyyyupiyyuuyuyoioisjlĵyu8i99900iu
gghgdg
Meri favourite dua ❤❤❤❤ I love ramzan ❤❤❤ jaldi se aa jao Mai wait kar rahi ho ❤❤❤
Ramazan agae hai😊
😊
Aise hi bacche sabse pyare❤❤❤❤❤
Mashaallah ❤Allah sab ko aise beti aata farmaye ameen ❤😊
❤I am hindu ❤ ramzan mubarak bhaijaan hayy bachchi kitni cute hai
Meri choti bhn bhi aaisi thi Lekin 😭😭
kya hua behen Ko?
Peace be upon her
Bhosdike chala ka Pakistan
रमजान में मुस्लिमों द्वारा प्रचलित सूखे उपवास के इस्लामी तरीके में कोई भौतिक योग्यता नहीं है और इसमें कोई दिव्य आशीर्वाद नहीं है। किडनी, जो दिल के बाद शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, खराब हो जाएगी और पेट के अल्सर का कारण बन सकती है। 6वीं शताब्दी के आदिवासी अरबी कुरैशी बहुदेववादी मूर्तिपूजक देवता अल्लाह के लिए हमेशा के लिए बीमार होकर अपना जीवन बर्बाद न करें.... बिना किसी को देखे हर 2 घंटे में 1 गिलास पानी पिएं। (80% मुसलमान ऐसा करते हैं, लेकिन कहेंगे नहीं)। वास्तव में यह व्रत एक धोखा है। सामान्य लोग दिन में खाते हैं और रात में रोजा रखते हैं, लेकिन रमजान के दौरान मुसलमान दिन में रोजा रखते हैं और रात में खाते हैं। यह बात तो साबित हो चुकी है कि रोजा रखने के बाद सब मुसलमानों का वजन बढ़ जाता है-मुनाफिकों।)
अंत नोट: कुरान केवल उपवास के दिनों की सीमित संख्या कहता है अर्थात। यहां तक कि 6 या 7 दिन भी काफी हैं !! 2:184 पढ़िए। 30 दिनों का उपवास गैर-इस्लामिक है, जो गरीब अज्ञानी मुसलमानों पर उनके मूर्ख पुजारियों द्वारा मजबूर किया जाता है। मैं आपको चुनौती देता हूं कि मुझे एक कविता दिखाओ, अन्यथा?
@UR-SAGAR dil udas na kaien. bache Parmeshwar ke hote hain, Us ke sath rehte hain.
Ameen❤❤
Ramadan Mubarak❤❤❤❤❤🤲🤲🤲🇳🇵🇳🇵🇳🇵🌜😍😍😍
रमजान में मुस्लिमों द्वारा प्रचलित सूखे उपवास के इस्लामी तरीके में कोई भौतिक योग्यता नहीं है और इसमें कोई दिव्य आशीर्वाद नहीं है। किडनी, जो दिल के बाद शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, खराब हो जाएगी और पेट के अल्सर का कारण बन सकती है। 6वीं शताब्दी के आदिवासी अरबी कुरैशी बहुदेववादी मूर्तिपूजक देवता अल्लाह के लिए हमेशा के लिए बीमार होकर अपना जीवन बर्बाद न करें.... बिना किसी को देखे हर 2 घंटे में 1 गिलास पानी पिएं। (80% मुसलमान ऐसा करते हैं, लेकिन कहेंगे नहीं)। वास्तव में यह व्रत एक धोखा है। सामान्य लोग दिन में खाते हैं और रात में रोजा रखते हैं, लेकिन रमजान के दौरान मुसलमान दिन में रोजा रखते हैं और रात में खाते हैं। यह बात तो साबित हो चुकी है कि रोजा रखने के बाद सब मुसलमानों का वजन बढ़ जाता है-मुनाफिकों।)
अंत नोट: कुरान केवल उपवास के दिनों की सीमित संख्या कहता है अर्थात। यहां तक कि 6 या 7 दिन भी काफी हैं !! 2:184 पढ़िए। 30 दिनों का उपवास गैर-इस्लामिक है, जो गरीब अज्ञानी मुसलमानों पर उनके मूर्ख पुजारियों द्वारा मजबूर किया जाता है। मैं आपको चुनौती देता हूं कि मुझे एक कविता दिखाओ, अन्यथा?
zofy
mashaAllah 😊l am proud of you ❤
😅😅
@@guddurana55620
aapke like 1 million Ho chuke hain
Funny
🤲🤲👍😚😚
Masha Allah❤
Thodi si mistake thi but mashallah so cute ❤❤❤❤❤❤
❤❤😊😊🎉🎉😮😮
Ot9ddxvçír69d9903t7wçñw04🧖@@mdjabir-uh5dc
So cute baby girl ❤❤❤😊
Eid Mubarak ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Mashallah Allah hu akbar subhanallah ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Very cute 🥰🥰 sister
Ramadan mubarak ✨️
😂😂😂😂💩
ml nbRaynq😮?😮😅😮😮😮y😢gvguuunnbgy🎉🎉🎉
Mashallah bhai
Jay shree Ram 🚩
रमजान में मुस्लिमों द्वारा प्रचलित सूखे उपवास के इस्लामी तरीके में कोई भौतिक योग्यता नहीं है और इसमें कोई दिव्य आशीर्वाद नहीं है। किडनी, जो दिल के बाद शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, खराब हो जाएगी और पेट के अल्सर का कारण बन सकती है। 6वीं शताब्दी के आदिवासी अरबी कुरैशी बहुदेववादी मूर्तिपूजक देवता अल्लाह के लिए हमेशा के लिए बीमार होकर अपना जीवन बर्बाद न करें.... बिना किसी को देखे हर 2 घंटे में 1 गिलास पानी पिएं। (80% मुसलमान ऐसा करते हैं, लेकिन कहेंगे नहीं)। वास्तव में यह व्रत एक धोखा है। सामान्य लोग दिन में खाते हैं और रात में रोजा रखते हैं, लेकिन रमजान के दौरान मुसलमान दिन में रोजा रखते हैं और रात में खाते हैं। यह बात तो साबित हो चुकी है कि रोजा रखने के बाद सब मुसलमानों का वजन बढ़ जाता है-मुनाफिकों।)
अंत नोट: कुरान केवल उपवास के दिनों की सीमित संख्या कहता है अर्थात। यहां तक कि 6 या 7 दिन भी काफी हैं !! 2:184 पढ़िए। 30 दिनों का उपवास गैर-इस्लामिक है, जो गरीब अज्ञानी मुसलमानों पर उनके मूर्ख पुजारियों द्वारा मजबूर किया जाता है। मैं आपको चुनौती देता हूं कि मुझे एक कविता दिखाओ, अन्यथा?
Aftari se pehle koi dua nhi hai
Mashaallah choti si ladki ne rozaa rakha❤❤❤❤
mashAallah😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍
Ramadan Mubarak ❤❤❤❤❤🕋🕋🕋🕋🇵🇰🇵🇰✨✨🕌🕌😍😍😍
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢
@@binakhan1688 😂🎉😢😮😮in
7
Najma
Masha ALLAH ❤love you from Peshawar Pakistan
Allah hu akbar
RAMZAN MUBARAK
Aameen.
Maasha allah ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️😢😢
MashaAllah I proud off you ❤
🤲🤲👍
Sum Ameen
Of
Esi batiyan allah sabko de 💝💝💝
❤❤❤😊😢🙂😊🥰😚🕋🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🕌🕌🕌🕌
❤❤❤🎉😢😊
Amin
Ameen summa Aameen 🤲❤️ 😊✨🤍
Is bacche ke liye ek like please kar do
MashAllah ❤❤ So Cute Baby ❤❤
Bhut khub Masha Allah
😅😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
Abe bawle kiya huwa ,
Bhawan tume khush Rekha
112
Mashallah ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
😭😭😭mashaallah kitni cute hai❤
Nice video brother❤❤
❤❤❤❤
हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है।
अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना।
लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा।
कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना।
किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है।
तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ।
अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं।
इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)|
अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ।
औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है।
औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ।
लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं।
अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे।
ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना
(उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी)
"आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3
Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361
Subhanallah ❤😊
😊😊😊😊😊😊😂🎉🎉🎉🎉
❤❤❤❤😊😊😊😊
@@KadirKhan-xj6zimpht to gppp😊❤❤
ठिठोली
Ameen ❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Mashallah sbhanallah Alhamdulillah ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Best😊😊😊😊😊allah hu akbar🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉😊😊😊😊🏳🌈🏳🌈🏳🌈🏳🌈🏳🌈🏳🌈🏳🌈🏳🌈
Mashaallah ❤❤❤
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Bhaiya ye dua iftar krne k bad padhi jati h...ap roza bismillah pdh kr kholyn❤....
G nhi ye roza kholne se pehle phadhi jati he
@@alltottalgame4691 ap zra thqeeq kren😊....
Or ap jb iska trjma pdhenge to pta chlega trjma ye h k me ne Tere(Allah) k rizq se aftar kiya(yani aftar kr chuka)....To isse pta chla k aftar kr le uske bad pdhe...
@@sksimmi2051 khair shukriya mohtarma btane ke liye me to yahi samjh rha tha ki kholne se pehle phadhte he
Aj apse kuch nayi baat sikhne mili warna mai hamesha iftar ke pahle hi ye duaa padhta
😢😢😢
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Ramadan Mubarak 🌙 ❤❤
Bhagvan Ram khush rakhe is cute se pariwar ko ❤
@Babu Hattar shhj
Jai Shri Ram
@@Vandematram000 ❤jai shree ram❤
Jay shree krishna
रमजान में मुस्लिमों द्वारा प्रचलित सूखे उपवास के इस्लामी तरीके में कोई भौतिक योग्यता नहीं है और इसमें कोई दिव्य आशीर्वाद नहीं है। किडनी, जो दिल के बाद शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, खराब हो जाएगी और पेट के अल्सर का कारण बन सकती है। 6वीं शताब्दी के आदिवासी अरबी कुरैशी बहुदेववादी मूर्तिपूजक देवता अल्लाह के लिए हमेशा के लिए बीमार होकर अपना जीवन बर्बाद न करें.... बिना किसी को देखे हर 2 घंटे में 1 गिलास पानी पिएं। (80% मुसलमान ऐसा करते हैं, लेकिन कहेंगे नहीं)। वास्तव में यह व्रत एक धोखा है। सामान्य लोग दिन में खाते हैं और रात में रोजा रखते हैं, लेकिन रमजान के दौरान मुसलमान दिन में रोजा रखते हैं और रात में खाते हैं। यह बात तो साबित हो चुकी है कि रोजा रखने के बाद सब मुसलमानों का वजन बढ़ जाता है-मुनाफिकों।)
अंत नोट: कुरान केवल उपवास के दिनों की सीमित संख्या कहता है अर्थात। यहां तक कि 6 या 7 दिन भी काफी हैं !! 2:184 पढ़िए। 30 दिनों का उपवास गैर-इस्लामिक है, जो गरीब अज्ञानी मुसलमानों पर उनके मूर्ख पुजारियों द्वारा मजबूर किया जाता है। मैं आपको चुनौती देता हूं कि मुझे एक कविता दिखाओ, अन्यथा?
राम राम 🚩
हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो। ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है।
अल्लाह की किताब और उसके रसूल की सुन्नत को मजबूती से पकड़े रहना।
लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख़याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत में तुम्हारे साथ ज़ुल्म किया जायगा।
कोई अमानत रखे तो उसमें ख़यानत न करना। ब्याज के क़रीब न भटकना।
किसी अरबी को किसी अजमी (ग़ैर अरबी) पर कोई बड़ाई नहीं, न किसी अजमी को किसी अरबी पर, न गोरे को काले पर, न काले को गोरे पर, प्रमुखता अगर किसी को है तो सिर्फ तक़वा(धर्मपरायणता) व परहेज़गारी से है अर्थात् रंग, जाति, नस्ल, देश, क्षेत्र किसी की श्रेष्ठता का आधार नहीं है। बड़ाई का आधार अगर कोई है तो ईमान और चरित्र है।
तुम्हारे ग़ुलाम, जो कुछ ख़ुद खाओ, वही उनको खिलाओ और जो ख़ुद पहनो, वही उनको पहनाओ।
अज्ञानता के तमाम विधान और नियम मेरे पाँव के नीचे हैं।
इस्लाम आने से पहले के तमाम ख़ून खत्म कर दिए गए। (अब किसी को किसी से पुराने ख़ून का बदला लेने का हक़ नहीं) और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान का ख़ून-रबीआ इब्न हारिस का ख़ून- ख़त्म करता हूँ (यानि उनके कातिलों को क्षमा करता हूँ)|
अज्ञानकाल के सभी ब्याज ख़त्म किए जाते हैं और सबसे पहले मैं अपने ख़ानदान में से अब्बास इब्न मुत्तलिब का ब्याज ख़त्म करता हूँ।
औरतों के मामले में अल्लाह से डरो। तुम्हारा औरतों पर और औरतों का तुम पर अधिकार है।
औरतों के मामले में मैं तुम्हें वसीयत करता हूँ कि उनके साथ भलाई का रवैया अपनाओ।
लोगो! याद रखो, मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत (समुदाय) नहीं।
अत: अपने रब की इबादत करना, प्रतिदिन पाँचों वक़्त की नमाज़ पढ़ना। रमज़ान के रोज़े रखना, खुशी-खुशी अपने माल की ज़कात देना, अपने पालनहार के घर का हज करना और अपने हाकिमों का आज्ञापालन करना। ऐसा करोगे तो अपने रब की जन्नत में दाख़िल होगे।
ऐ लोगो! क्या मैंने अल्लाह का पैग़ाम तुम तक पहुँचा दिया! (लोगों की भारी भीड़ एक साथ बोल उठी-) हाँ, ऐ अल्लाह के रसूल! (तब हजरत मुहम्मद स. ने तीन बार कहा) ऐ अल्लाह, तू गवाह रहना
(उसके बाद क़ुरआन की यह आखिरी आयत उतरी)
"आज मैंने तुम्हारे लिए दीन (सत्य धर्म) को पूरा कर दिया और तुम पर अपनी नेमत (कृपा) पूरी कर दी". Quran 5:3
Reference: See Al-Bukhari, Hadith 1623, 1626, 6361
I like this video 😅😅😅😅😅mai 10baar dekhte hai
I LOVE RAMZAN ❤️ 😍 💖 ❣️ 💕
Aww so cute and adorable
Allah iss pyari si bachi ko seth wali zindagi aur dhandroosti deh aur isko hasta muskuraata rakhe. Ameen Suma Ameen
Love bahut acche Hain
In log bahut acche Hain Aur samajhdar bhi hai
Mashallha kitne cute ha ya bachi ❤❤ allha aap ka roza qabul kare ameen❤
❤❤❤❤❤❤❤
Xzvĝ
Happy Ramadan Mubarak Khair Mubarak mashaallah subhanallah lovely beautiful wonderful amazing great pretty nice good ❤❤❤❤❤
I miss you ramdan
Jai. Shree. Ram💙💙💙💜💜💜🤎🤎🤎♥️
Mashallah ❤️
Ol0
❤
🥺🤲❤️❤️❤️
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😊
Ameen
Esi batiyan allha sabko de ..😊😊😊❤❤ Mashallah 😊😊
i know you did it by mistake but its Allah
Yah Nahin Hai hello mubarak Lana he has😊
Dgnnggivchgvjjvgicu
Allah❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
@@NaseemAhamd-dh3cb😊
Amin masaallaha ❤❤❤
😂🤣🤣😂🤣😂🤣🤣😂🤣🤣🤣🤣😂🤣🤣🤣😂🤣😂😂🤣🤣😂🤣🤣
Mashaall
@@SabirRana-cb1yr😢那么…12345768900qwertuuyioppasdfhghjklaz
❤🚩🙏🥰
@@SabirRana-cb1yr1🤲🤲🤲👍☝🤲🤲🤲🤲
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MasaAllah very beautiful family