मालती जोशी की कहानी - विरासत| Malti Joshi Ki Kahani - Virasat

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  • Опубликовано: 26 дек 2024

Комментарии •

  • @sonamjha558
    @sonamjha558 Год назад +2

    Bahut khoob

  • @ashajain1617
    @ashajain1617 Год назад +1

    बहुत मजेदार कहानी।अपने पुराने सामान को हम भारतीय बहुत दिल से सहेज कर रखते है।मेरी एक सखी ने पुराने पीतल के बर्तन सुंदर तरीके से सजा कर रखे है।जो बहुत ही आकर्षक लगते है।

  • @poonamsaha9190
    @poonamsaha9190 Год назад +1

    Bahut hi khubsurat prastuti 🙏

  • @sumitrayadav1622
    @sumitrayadav1622 Год назад +1

    बहुत बहुत सुन्दर कहानी है

  • @madhumalik9096
    @madhumalik9096 Год назад +2

    Sachmuch sun kar bahut hi anand aaya.

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  Год назад

      मुझे भी पढ़ने में बहुत अच्छा लगा😊🙏

  • @kiransingh4539
    @kiransingh4539 2 месяца назад +1

    Dhol ke bheetar pol bahut jagah hai

  • @anjukharbanda
    @anjukharbanda Год назад +1

    जन्म वाली डायरी मेरे पापा के घर भी है
    हर बच्चे के जन्म की डिटेल है इसमे

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  Год назад

      👍👍 जी Anju जी
      Beautiful Memories 💕

  • @kumudchaturvedi8927
    @kumudchaturvedi8927 Год назад +2

    मेरी शादी 1964मेम हुई थी और उससमय की ससुर जी की डायरी हिसाब वाली मेरे हाथ उनकी मृत्यु बाद लगी।वे सरकारी ठेकेदार थे और खर्च में लिखा था...2-2 रु.हर मजदूर को और मिस्त्री को 5रु.रोजाना।बस यही याद है अभी। बहुत आश्चर्यजनक हिसाब था आज के जमाने में।

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  Год назад

      प्रिय कुमुद जी.. बिल्कुल सही लिखा आपने .. पुराने ज़माने की बात ही अलग थी ♥️🙏

  • @urvashibhatnagar5284
    @urvashibhatnagar5284 Год назад +2

    Aapne toh haveli ke ander ka dar a itihas hi bata diya