DNA: 73वें गणतंत्र पर भारत की ‘स्वतंत्रता’ का विश्लेषण | 73rd Republic Day | India | Freedom | Hindi

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  • Опубликовано: 10 сен 2024
  • DNA: Analysis of India's 'Independence' on 73rd Republic
    India is celebrating its 73rd Republic Day but the big question is whether we are happy with the status of this republic after almost 75 years of independence. There are many such countries in the world which became independent after 1947 but today they are in a better position than us.
    DNA: 73वें गणतंत्र पर भारत की ‘स्वतंत्रता’ का विश्लेषण
    भारत अपना 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या आजादी के लगभग 75 साल बाद हम इस गणतंत्र की स्थिति से खुश हैं. दुनिया में कई ऐसे देश हैं जो 1947 के बाद आजाद हुए लेकिन आज वो हमसे बेहतर स्थिति में हैं.
    #DNA #RepublicDay2022 #IndiaFreedom
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Комментарии • 2,3 тыс.

  • @aakashgour3436
    @aakashgour3436 2 года назад +397

    आज आपका पश्चिमी देशों की सभ्यता से की गई कापी पेस्ट का न्यूज़ विश्लेषण मुझे प्रभावित कर गया बहुत दिनों से यह विचार मन के अंदर ज्वालामुखी की तरह धधक रहे थे जो आज आपने पूरे देश को दिखाया
    सह्दय धन्यवाद

    • @tapanray7405
      @tapanray7405 2 года назад +2

      Jbbbjbjbbbbbbbbbbbb🤩🤩🤩😇🤐🤐🤐🤫🤥👿😳😳😳😕🤔👍👍✊👍👍☠️♥️♥️♥️♥️♥️🙉🙊🙉👿👿👿👿👿👿👿👿👿♥️😵🔷🔛🇨🇱🇨🇲🇧🇳

    • @randhirkumarjayshriram4607
      @randhirkumarjayshriram4607 2 года назад +4

      Bharat ma sara nata chor ha serf apna gar vharta ha

    • @ssboparai4976
      @ssboparai4976 2 года назад +11

      यहां का एजूकेशन सिस्टम गलत है। यहां किताबों के भारी-भरकम बस्ते चकाए जाते है। बार-बार परीक्षाओं और अधिक नंबरों पर ही बल दिया जाता है। शिक्षा में मात्र भाषा की बजाय अंग्रेजी को महत्व दिया जाता है। आज हमारे स्कूल-कालेज बेरोजगारी पैदा करने वाली वो फैक्ट्रीयां बन चुकी हैं जिन्होंने 50 करोड़ से ज्यादा बेरोजगारों की फौज तैयार कर दी है। मतलब 90% नौजवान बेरोजगार। हमारी शिक्षा प्रणाली ने ही देश को अराजकता और तबाही की ओर धकेल दिया है। आज पढ़ा लिखा नौजवान यां तो सरकारी नौकरी की तरफ़ भागता है यां केवल अंग्रेजी सीख कर विदेशों की और। जबकि देश में अच्छे कारीगरों की बहुत कमी है। शिक्षा ढांचा हमारी रोज़ाना की जरूरतों के मुताबिक नहीं है। करोना महामारी के बाद हमें आधुनिक टैक्नोलॉजी से जुड़ा शिक्षा का नयां तंत्र विकसित करना चाहिए। स्कूलों, कालजों, युनिवर्सिटीओं को वर्कशॉपों में तब्दील करने की जरूरत है। यहां रोज़ाना के कामों से जुड़ी शिक्षा दी जाए। जैसे कार, मुबाईल, इलेक्ट्रॉनिक्स यंत्रों, कृषि, मेडिकल ऐड, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग ओर कंस्ट्रक्शन का काम सिखाया जाए। किताबी ज्ञान 10% से ज्यादा ना हो। शिक्षा मातृभाषा में हो। MA, BEd, MSc, PhD जैसे कोर्सों को खत्म किया जाना चाहिए। शिक्षा संस्थानों में अलग-अलग कामों के कारीगरों को भर्ती किया जाए। देश को तरक्की की ओर ले जाने और कैंसर बने मसलों का एक ही हल है कि अब देश की शिक्षा-व्यवस्था को पूरी-तरह बदल दिया जाए। आशा करता हूं करोना के बाद जब भी स्कूल-कालेज खुलें तो कुछ नयां लेकर ही खुलें। New World Order भी यहीं है। Writer **Sukhi Boparai**
      *Boparai Chak Wala*

    • @sujanadhikary8222
      @sujanadhikary8222 2 года назад +4

      @@ssboparai4976 bro I'm fully agree with you. 👌

    • @DMETA-hq4xt
      @DMETA-hq4xt 2 года назад +2

      I agree 👍💯

  • @shantilalpatel4858
    @shantilalpatel4858 2 года назад +159

    भारतके बाद आजाद हुए और बहुत प्रगति की। और भारत पीछे रह गया। लेकिन भारत के नेता बहुत धनवान बन गए।

    • @ssboparai4976
      @ssboparai4976 2 года назад +9

      यहां का एजूकेशन सिस्टम गलत है। यहां किताबों के भारी-भरकम बस्ते चकाए जाते है। बार-बार परीक्षाओं और अधिक नंबरों पर ही बल दिया जाता है। शिक्षा में मात्र भाषा की बजाय अंग्रेजी को महत्व दिया जाता है। आज हमारे स्कूल-कालेज बेरोजगारी पैदा करने वाली वो फैक्ट्रीयां बन चुकी हैं जिन्होंने 50 करोड़ से ज्यादा बेरोजगारों की फौज तैयार कर दी है। मतलब 90% नौजवान बेरोजगार। हमारी शिक्षा प्रणाली ने ही देश को अराजकता और तबाही की ओर धकेल दिया है। आज पढ़ा लिखा नौजवान यां तो सरकारी नौकरी की तरफ़ भागता है यां केवल अंग्रेजी सीख कर विदेशों की और। जबकि देश में अच्छे कारीगरों की बहुत कमी है। शिक्षा ढांचा हमारी रोज़ाना की जरूरतों के मुताबिक नहीं है। करोना महामारी के बाद हमें आधुनिक टैक्नोलॉजी से जुड़ा शिक्षा का नयां तंत्र विकसित करना चाहिए। स्कूलों, कालजों, युनिवर्सिटीओं को वर्कशॉपों में तब्दील करने की जरूरत है। यहां रोज़ाना के कामों से जुड़ी शिक्षा दी जाए। जैसे कार, मुबाईल, इलेक्ट्रॉनिक्स यंत्रों, कृषि, मेडिकल ऐड, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग ओर कंस्ट्रक्शन का काम सिखाया जाए। किताबी ज्ञान 10% से ज्यादा ना हो। शिक्षा मातृभाषा में हो। MA, BEd, MSc, PhD जैसे कोर्सों को खत्म किया जाना चाहिए। शिक्षा संस्थानों में अलग-अलग कामों के कारीगरों को भर्ती किया जाए। देश को तरक्की की ओर ले जाने और कैंसर बने मसलों का एक ही हल है कि अब देश की शिक्षा-व्यवस्था को पूरी-तरह बदल दिया जाए। आशा करता हूं करोना के बाद जब भी स्कूल-कालेज खुलें तो कुछ नयां लेकर ही खुलें। New World Order भी यहीं है। Writer **Sukhi Boparai**
      *Boparai Chak Wala*

    • @samueljamblekar6641
      @samueljamblekar6641 2 года назад +1

      Well said Mr Patel

  • @smitasinghal5371
    @smitasinghal5371 2 года назад +127

    सुधीर जी एक आप ही हैं जो ये topic कवर करने की हिम्मत रखते हैं। ये हमारे जैसे देशभक्तों की सोच को आगे बढ़ाने के लिए ही है। हम चाहते है कि हर एक छोटी बड़ी चीज़ हमारे देश कि बनी हुई इस्तेमाल करें। लेकिन चाह कर भी कर नहीं पाते। क्यूँकि हमारे नागरिक देशभक्ति के लिए वोट नहीं करते फ़्री की चीज़ों के लिए अपना क़ीमती वोट बर्बाद करते hain

    • @ssboparai4976
      @ssboparai4976 2 года назад +8

      यहां का एजूकेशन सिस्टम गलत है। यहां किताबों के भारी-भरकम बस्ते चकाए जाते है। बार-बार परीक्षाओं और अधिक नंबरों पर ही बल दिया जाता है। शिक्षा में मात्र भाषा की बजाय अंग्रेजी को महत्व दिया जाता है। आज हमारे स्कूल-कालेज बेरोजगारी पैदा करने वाली वो फैक्ट्रीयां बन चुकी हैं जिन्होंने 50 करोड़ से ज्यादा बेरोजगारों की फौज तैयार कर दी है। मतलब 90% नौजवान बेरोजगार। हमारी शिक्षा प्रणाली ने ही देश को अराजकता और तबाही की ओर धकेल दिया है। आज पढ़ा लिखा नौजवान यां तो सरकारी नौकरी की तरफ़ भागता है यां केवल अंग्रेजी सीख कर विदेशों की और। जबकि देश में अच्छे कारीगरों की बहुत कमी है। शिक्षा ढांचा हमारी रोज़ाना की जरूरतों के मुताबिक नहीं है। करोना महामारी के बाद हमें आधुनिक टैक्नोलॉजी से जुड़ा शिक्षा का नयां तंत्र विकसित करना चाहिए। स्कूलों, कालजों, युनिवर्सिटीओं को वर्कशॉपों में तब्दील करने की जरूरत है। यहां रोज़ाना के कामों से जुड़ी शिक्षा दी जाए। जैसे कार, मुबाईल, इलेक्ट्रॉनिक्स यंत्रों, कृषि, मेडिकल ऐड, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग ओर कंस्ट्रक्शन का काम सिखाया जाए। किताबी ज्ञान 10% से ज्यादा ना हो। शिक्षा मातृभाषा में हो। MA, BEd, MSc, PhD जैसे कोर्सों को खत्म किया जाना चाहिए। शिक्षा संस्थानों में अलग-अलग कामों के कारीगरों को भर्ती किया जाए। देश को तरक्की की ओर ले जाने और कैंसर बने मसलों का एक ही हल है कि अब देश की शिक्षा-व्यवस्था को पूरी-तरह बदल दिया जाए। आशा करता हूं करोना के बाद जब भी स्कूल-कालेज खुलें तो कुछ नयां लेकर ही खुलें। New World Order भी यहीं है। Writer **Sukhi Boparai**
      *Boparai Chak Wala*

    • @smitasinghal5371
      @smitasinghal5371 2 года назад +3

      @@ssboparai4976 बिलकुल सही कह रहे हैं आप. शुक्र है सरकार ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है🙏🏻🤞🏻

    • @aishamishra795
      @aishamishra795 2 года назад

      🌹

    • @user-yl9zy4dx1x
      @user-yl9zy4dx1x 2 года назад +1

      स्मिता सही है महाठग केजरी मीया फ्रि का जासा देकर पहला एटेक हमारी नारी ओको कर दिल्ही की सत्ता पर सवार होके आज ए मीया मसजिदो मदरेसा मूल्लो को समरुद्ध कर रहा है ए जेहादी हमे लूटने गझवाए हिंद के मकसद से धूसा है,अनशन का ढोग नौटंकी कर, जैसेगद्दार मीया जवाहर गाधी की पीठ पर सवार होके भारत की सत्ता पर बैठा था

    • @sriramg3387
      @sriramg3387 2 года назад

      Logo ko chhodo hmare sarkar hi jaha dekho waha chenige lights lagwa rahe hai

  • @bhaktarajroy6906
    @bhaktarajroy6906 2 года назад +35

    सुधीर चौधरी जी इतनी सही प्रस्तुति के लिए हृदय से धन्यवाद, देश की जनता व नेतृत्व को सोचने की आवश्यकता है कि ईमानदारी से शासन करने से सबका चतुर्दिक वह स्थाई विकास होगा ।
    जो भी हो शिक्षा और सोच को विश्लेषण करना होगा ।
    संविधान में सकारात्मक परिवर्तन आवश्यक हो गया है ।
    धन्यवाद

  • @sureshkori6123
    @sureshkori6123 2 года назад +7

    तुलनात्मक आंकड़ों के माध्यम से देश के कम विकास की सही तस्वीर दिखाने के लिए आपको हृदय से धन्यवाद 🙏 !
    कुर्सी बचाने और हथियाने वाले नेताओं का ध्यान भला इस तरफ कैसे जाता।

  • @SintuKumar-yc5bo
    @SintuKumar-yc5bo 2 года назад +146

    यह विश्लेषण हमारे देश के नेताओं को अवश्य सुनने चाहिए

    • @SAMDARSHI.
      @SAMDARSHI. 2 года назад +3

      उससे भी कोई फर्क पड़ेगा।

    • @pankajkumarsingh9012
      @pankajkumarsingh9012 2 года назад

      Sir netaon ko nahi balki voters ko jarur sun na chahiye

  • @KitchenSewali
    @KitchenSewali 2 года назад +416

    "गांधीजी" तो केवल नोटों में रहते हैं, पर "नेताजी" तो हमारे हृदय में रहते हैं।
    नेताजी, भारत का असली महानायक हैं। ❤❤

  • @SarthakShikshaAJ
    @SarthakShikshaAJ 2 года назад +23

    इन्हीं बातों को मैं लोगों के सामने रखता हूँ। या फिर किसी सोशल मीडिया पर लिखता हूँ तो मेरी बातों का पुरजोर विरोध होता है। लेकिन आपने जो बताया या मैं जो सोचकर बोलता हूँ वो समान हैं। और ये बातें और बिश्लेशण बिल्कुल सही है।
    🙏🙏👌👌👌👌

    • @ssboparai4976
      @ssboparai4976 2 года назад +2

      यहां का एजूकेशन सिस्टम गलत है। यहां किताबों के भारी-भरकम बस्ते चकाए जाते है। बार-बार परीक्षाओं और अधिक नंबरों पर ही बल दिया जाता है। शिक्षा में मात्र भाषा की बजाय अंग्रेजी को महत्व दिया जाता है। आज हमारे स्कूल-कालेज बेरोजगारी पैदा करने वाली वो फैक्ट्रीयां बन चुकी हैं जिन्होंने 50 करोड़ से ज्यादा बेरोजगारों की फौज तैयार कर दी है। मतलब 90% नौजवान बेरोजगार। हमारी शिक्षा प्रणाली ने ही देश को अराजकता और तबाही की ओर धकेल दिया है। आज पढ़ा लिखा नौजवान यां तो सरकारी नौकरी की तरफ़ भागता है यां केवल अंग्रेजी सीख कर विदेशों की और। जबकि देश में अच्छे कारीगरों की बहुत कमी है। शिक्षा ढांचा हमारी रोज़ाना की जरूरतों के मुताबिक नहीं है। करोना महामारी के बाद हमें आधुनिक टैक्नोलॉजी से जुड़ा शिक्षा का नयां तंत्र विकसित करना चाहिए। स्कूलों, कालजों, युनिवर्सिटीओं को वर्कशॉपों में तब्दील करने की जरूरत है। यहां रोज़ाना के कामों से जुड़ी शिक्षा दी जाए। जैसे कार, मुबाईल, इलेक्ट्रॉनिक्स यंत्रों, कृषि, मेडिकल ऐड, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग ओर कंस्ट्रक्शन का काम सिखाया जाए। किताबी ज्ञान 10% से ज्यादा ना हो। शिक्षा मातृभाषा में हो। MA, BEd, MSc, PhD जैसे कोर्सों को खत्म किया जाना चाहिए। शिक्षा संस्थानों में अलग-अलग कामों के कारीगरों को भर्ती किया जाए। देश को तरक्की की ओर ले जाने और कैंसर बने मसलों का एक ही हल है कि अब देश की शिक्षा-व्यवस्था को पूरी-तरह बदल दिया जाए। आशा करता हूं करोना के बाद जब भी स्कूल-कालेज खुलें तो कुछ नयां लेकर ही खुलें। New World Order भी यहीं है। Writer **Sukhi Boparai**
      *Boparai Chak Wala*

    • @goodboyofficialsite..1981
      @goodboyofficialsite..1981 2 года назад +1

      I'm support.. India... 🙏🙏

  • @vidyasharma9079
    @vidyasharma9079 2 года назад +3

    हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी को यह विश्लेषण जरूर दिखाना चाहिए।उनसे देश को बहुत उम्मीदें हैं।

  • @DivyaSrijan
    @DivyaSrijan 2 года назад +44

    लेकिन फिर भी तुम लोग कहते हो कि संविधान लिखने वाले महान थे ।

    • @abhishekbhardwaj1317
      @abhishekbhardwaj1317 2 года назад +4

      @Shamir Patel sirf ambedkar nhi chutiye... Britishers ne jyadatar likha h

    • @RD-be5vx
      @RD-be5vx 2 года назад

      Ha मेरे अब भी ye hi मानना है .....

    • @manishmalviya1620
      @manishmalviya1620 2 года назад +2

      संविधान सभा को गलत कहने पहले यह बात सुन लो तुम्हारे बाल गंगाधर तिलक ने भी एक संविधान लिखा था और उसमें इतना भेदभाव ताकि उसे सिरे से खारिज कर दिया गया था तो जिन्होंने संविधान लिखा है उनकी इज्जत करोऔर दूसरी बात अगर लोग ही भ्रष्ट रिश्वतखोर हो तो कितने ही अच्छे संविधान क्यों ना हो उसका कोई मतलब नहीं है

    • @RakeshRana-je4ws
      @RakeshRana-je4ws 2 года назад

      @@manishmalviya1620 hello bhed bhab nahi tha bal gangadhar ke Constitution lekin isliye cancel hua ki Gandhi Nehru ki galati aur unki dirty politics keliye,,, agar aise he to ambedkar ki constirutionpe st, sc, obc, general, secularism, Islam, hindu, kashmir keliye 370,muslim keliye haaj ki paise ye sab kyu isiliye to aaj indiape hindu muslim politics attankwadi badhta ja rahe,,,,,, aise kyu nahi kiyagaya ki only two caste just rich n poor, jab kashmir indiaka he to total india same law, jab aaj 38crore muslim keise wo lok alpasankhyak pura world pe jyada muslim indiame,,,,,,,, apni humanity ki taraf se dekho sab samajh paoge

    • @vishnukalki4356
      @vishnukalki4356 2 года назад

      @@manishmalviya1620 Ambedkar 🍌 ke saukin the

  • @user-bj2yj7gy8n
    @user-bj2yj7gy8n 2 года назад +64

    सर आप सचमुच सच्चे देशभक्त पत्रकार हैं

  • @samirpurohit50
    @samirpurohit50 2 года назад +193

    ऐसे विश्लेषण करने के लिए लायक बनना पडे, ग्यानी बनना पडे, और निष्पक्ष बनना पडे । हमें ये विश्लेषण सुनकर प्रसन्नता हुई ।

    • @BabluKumar-ft8ub
      @BabluKumar-ft8ub 2 года назад +1

      सत्य वचन साहेब

    • @pankajbabu2667
      @pankajbabu2667 2 года назад +1

      ये मीडिया वाले लायक तो जूते छपल् के और बात रही विश्लेषण का तो ये इनको फुरसत मिले मोदी का चाटने से तब न्...

    • @anandkumarjha4864
      @anandkumarjha4864 2 года назад

      Uska camera v विदेश ka hai madam hmlogo को giyan de रहे है

  • @lakshmanyadav8759
    @lakshmanyadav8759 2 года назад +30

    स्वदेशी शिक्षा, स्वदेशी सोच नहीं तब तक उन्नति संभव नहीं है।

  • @ashishdubey8896
    @ashishdubey8896 2 года назад +1

    आप का विश्लेषण सत्यता को दर्शाता है🙏🙏

  • @manishsaranchaudhary6528
    @manishsaranchaudhary6528 2 года назад +6

    आपको बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं मुझे इतना ज्ञान देने के लिए 🙏

  • @rajputrahul9718
    @rajputrahul9718 2 года назад +237

    सही बोल रहे हैं सुधीर चौधरी जी हमारा देश बस चुनाव चक्कर में फस कर रह जा रहा है हमारे देश में बेरोजगारी बहुत ज्यादा है

    • @rajeshwarsaini7691
      @rajeshwarsaini7691 2 года назад +21

      सबसे बडी समस्या जनसंख्या वृद्धि है जो हर समस्या कीं जननी है ।

    • @xxDKMxx
      @xxDKMxx 2 года назад +6

      Kuki humare desh me skilled workforce ki kami hai....Job ki kami nhi hai

    • @ssboparai4976
      @ssboparai4976 2 года назад +13

      यहां का एजूकेशन सिस्टम गलत है। यहां किताबों के भारी-भरकम बस्ते चकाए जाते है। बार-बार परीक्षाओं और अधिक नंबरों पर ही बल दिया जाता है। शिक्षा में मात्र भाषा की बजाय अंग्रेजी को महत्व दिया जाता है। आज हमारे स्कूल-कालेज बेरोजगारी पैदा करने वाली वो फैक्ट्रीयां बन चुकी हैं जिन्होंने 50 करोड़ से ज्यादा बेरोजगारों की फौज तैयार कर दी है। मतलब 90% नौजवान बेरोजगार। हमारी शिक्षा प्रणाली ने ही देश को अराजकता और तबाही की ओर धकेल दिया है। आज पढ़ा लिखा नौजवान यां तो सरकारी नौकरी की तरफ़ भागता है यां केवल अंग्रेजी सीख कर विदेशों की और। जबकि देश में अच्छे कारीगरों की बहुत कमी है। शिक्षा ढांचा हमारी रोज़ाना की जरूरतों के मुताबिक नहीं है। करोना महामारी के बाद हमें आधुनिक टैक्नोलॉजी से जुड़ा शिक्षा का नयां तंत्र विकसित करना चाहिए। स्कूलों, कालजों, युनिवर्सिटीओं को वर्कशॉपों में तब्दील करने की जरूरत है। यहां रोज़ाना के कामों से जुड़ी शिक्षा दी जाए। जैसे कार, मुबाईल, इलेक्ट्रॉनिक्स यंत्रों, कृषि, मेडिकल ऐड, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग ओर कंस्ट्रक्शन का काम सिखाया जाए। किताबी ज्ञान 10% से ज्यादा ना हो। शिक्षा मातृभाषा में हो। MA, BEd, MSc, PhD जैसे कोर्सों को खत्म किया जाना चाहिए। शिक्षा संस्थानों में अलग-अलग कामों के कारीगरों को भर्ती किया जाए। देश को तरक्की की ओर ले जाने और कैंसर बने मसलों का एक ही हल है कि अब देश की शिक्षा-व्यवस्था को पूरी-तरह बदल दिया जाए। आशा करता हूं करोना के बाद जब भी स्कूल-कालेज खुलें तो कुछ नयां लेकर ही खुलें। New World Order भी यहीं है। Writer **Sukhi Boparai**
      *Boparai Chak Wala*

    • @xxDKMxx
      @xxDKMxx 2 года назад +1

      @@ssboparai4976 Bhai new education policy me to yahi sab hai government ne pahle hi kr di hai

    • @ssboparai4976
      @ssboparai4976 2 года назад +7

      @@xxDKMxx लागू नहीं हुआ, अभी तो स्कूलों-कालेजों में वहीं पुराना सिस्टम ही चल रहा है। भारी-भरकम बस्ते, परीक्षा पे परीक्षा, वहीं नंबरों की गेम।

  • @KitchenSewali
    @KitchenSewali 2 года назад +34

    1947 से 77 तक 5 मौलाना भारत के शिक्षामंत्री रहे'
    इसीलिए महाराणा प्रताप और शिवाजी महाराज पृथ्वीराज चौहान हिन्दुओ के पुस्तको किताबो में कमजोर है ।
    अकबर ओर ओरंगजेब महान है।

    • @arifshaik5932
      @arifshaik5932 2 года назад +1

      Pure India m srif Ek samrat hai OR wha hai Ashok Samrat Tu usko bhul gaya

    • @rakeshpanwar9773
      @rakeshpanwar9773 2 года назад +1

      सत्य वचन

    • @sanjeevmaurya7769
      @sanjeevmaurya7769 2 года назад +5

      जिस देश में पंचर वाले रहेंगे वे सारे देश नीचे हैं

    • @Jhonson-McLoyd01
      @Jhonson-McLoyd01 2 года назад

      @@sanjeevmaurya7769 इसीलिए भारत पीछे है😂

    • @AbdulKalam-nc3bh
      @AbdulKalam-nc3bh 2 года назад

      Andhbakht

  • @rakeshpanwar9773
    @rakeshpanwar9773 2 года назад +132

    हमारे देश का विभाजन धर्म के आधार पर किया था भारत मे केवल हिन्दू ओर हिन्दू राष्ट्र घोषित किया हो तो हम विकास पथ पर बहुत आगे होते
    अब भी भारत को एक देश एक कानून
    एक देश एक शिक्षा की आवश्यकता है

    • @ndas7622
      @ndas7622 2 года назад +10

      Muh ki baat Chin li ❤
      Dange ho rehe hey
      Agar Dange ka Mull jarr Ko hi katt de ! 🙂🔥

    • @rakeshpanwar9773
      @rakeshpanwar9773 2 года назад +6

      @@ndas7622 धन्यवाद जी

    • @bhagvatnagre8807
      @bhagvatnagre8807 2 года назад +7

      Sahi baat hain mere bhai

    • @rakeshpanwar9773
      @rakeshpanwar9773 2 года назад +2

      @@bhagvatnagre8807 अब जो हो रहा है यह बस सही है क्या???????

    • @bhagvatnagre8807
      @bhagvatnagre8807 2 года назад +4

      @@rakeshpanwar9773 ha

  • @gajabduniya9139
    @gajabduniya9139 2 года назад +1

    🇮🇳शिक्षा प्रणाली बदल कर गुरुकुल अपनाना चाहिए भारत तरकी करेगा ।जय हिंद🚩

  • @ravitennis6686
    @ravitennis6686 2 года назад +5

    Good Analysis 👌
    Journey from sone ki chidiya (golden bird) 🐥
    to sangharsh chidiya (struggling bird)🐣

  • @sonakshisingh490
    @sonakshisingh490 2 года назад +243

    ऐसे विषयों पर विश्लेषण प्रस्तुत करके आपने समाज के समक्ष एक नई तस्वीर प्रस्तुत की है,🙏🙏🙏बहुत बहुत आभार 🙏गणतंत्र देश की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏

    • @HINDU_DHARM57
      @HINDU_DHARM57 2 года назад +4

      जय हिन्द

    • @deepakpandey3380
      @deepakpandey3380 2 года назад +4

      आज भारत इसलिए पिछड़ा है दुख की बात जहां निर्माण होना चाहिए वह खरीद रहे विदेश कंपनियों से

    • @vipulraninga2615
      @vipulraninga2615 2 года назад

      Hum kho jati vad se la Dane sesiv khu cha ki ya hi nahi

  • @rajas974
    @rajas974 2 года назад +50

    हमारे देश में सबको सरकारी नॉकरी चाहिए ।।।
    और जो अपना धंधा करना चाहता है उसे सरकार और बैंक मदद नहीं करती।

    • @pedprint8226
      @pedprint8226 2 года назад

      Rigt

    • @gurnamsingh3772
      @gurnamsingh3772 2 года назад

      सरकार बिजनैस लोन पर ब्याज हटायेगी

  • @a.pvideos6829
    @a.pvideos6829 2 года назад +36

    मुझे लगता है कि हम को ही बदलना होगा,, क्योंकि हमही से ऐ समाज है।। सबसे पहला कार्य हिन्दी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए।।।

  • @hyperinsaneshorts
    @hyperinsaneshorts 2 года назад +4

    जबतक देश मे अंग्रेजो के बनाए हुए कानून चलते रहेगे तबतक भारत का भला नही होनेवाला इसीलिए जीतना जल्दी हो इन कानूनो को वापस लेना पड़ेगा

  • @sudhirsingh17876
    @sudhirsingh17876 2 года назад +3

    Thank you so much for sharing good information sir

  • @vinodpund4329
    @vinodpund4329 2 года назад +9

    70 साल मे जो नही हुआ वो अभि मोदिजीने आत्मनिर्भर भारत के जरीये सुरू किया है . जय हिंद

    • @loveyouchemistry600
      @loveyouchemistry600 2 года назад

      O modi bhakt kabhi ginti bhi kar liya karo abhi hum 73 republic mana rahe hai aur ydi 70 sal me nahi hua to 4 sal madi ke aur atal ji ki sarkar me kya ho raha tha

  • @सत्यमेव
    @सत्यमेव 2 года назад +50

    आजादी के समय गलत लोगों के सता में आने कि वजह से यह सब हुआ है

  • @akhileshgupta5694
    @akhileshgupta5694 2 года назад +44

    सुधीर जी बिलकुल सही बात कही है। बहुत गहनता से देश को सोचना चाहिए।

  • @samkadam008
    @samkadam008 2 года назад +12

    Very informative and well presented.. Great job 👍

  • @solution6478
    @solution6478 2 года назад +1

    100% sahi bataya hai..... netao ko bhi ye sunna chahiye....😊😊

  • @hadmanarambishnoi7289
    @hadmanarambishnoi7289 2 года назад +85

    नौकरशाही में मोटा वेतन लेना और बदले में काम नहीं करना ऊपर से रिश्वत और लेना ये भारत के लिए घाटे का सौदा है सरकारी कर्मचारियों का वेतन आधा करो

    • @kamalsingh9199
      @kamalsingh9199 2 года назад +1

      सही बात है। इसके लिए हमारे आफिसर ज्यादा खतरनाक है। जो भ्रष्टाचार का बढावा देते है।

    • @surendrasinghshekhawat9079
      @surendrasinghshekhawat9079 2 года назад +5

      जो लोग बेरोजगार है वो भी इसी चक्कर में बैठे है एक बार सरकारी नौकरी मिल जाए फिर हम भी वही मलाई खायेंगे

    • @chandrashekharbhatt6953
      @chandrashekharbhatt6953 2 года назад

      100% correct mere bhai.

    • @TechnicGamerz-el6pp
      @TechnicGamerz-el6pp 2 года назад

      Sarkari vetan aadha karke aor naukri do

  • @sweetlovestatus7219
    @sweetlovestatus7219 2 года назад +78

    जो गलती पीछे हो गया उसे दोहराना नहीं चाहिए अब नए सिरे से आगे बढ़ना चाहिए

    • @saritamahanand723
      @saritamahanand723 2 года назад +1

      Right

    • @vishalmalavya
      @vishalmalavya 2 года назад +8

      इसीलिए तो नरेन्द्र मोदी है।

    • @AbdulKalam-nc3bh
      @AbdulKalam-nc3bh 2 года назад +1

      India m Galti hi ho sakti hai fattu desh

  • @rakeshahir7883
    @rakeshahir7883 2 года назад +12

    पूरा समर्थन करता हु आत्मनिर्भर भारत को🇮🇳☝️

  • @vishaltathe871
    @vishaltathe871 2 года назад +5

    As usual mirror of society.. great dna team ..keep it up👌🙏👍

  • @SantoshKumar-yw8hi
    @SantoshKumar-yw8hi 2 года назад +1

    100% sahi baat Guruji.

  • @hanifmuhammadahsan1405
    @hanifmuhammadahsan1405 2 года назад +28

    Happy Republic day जय हिन्द जय भारत 🇮🇳💕(सरकार और जनसाधारण सभी देशवासियों एक होकर देश को तरक्की करना चाहिए )

  • @chotasingh7495
    @chotasingh7495 2 года назад +30

    हमने नही काग्रेस ने जनाब ,जब घर का मुखिया ही गद्दारों से मिला हो,तब आप कौन सी कल्पना कर रहे हो आप

    • @AbhishekYadav-yg8vv
      @AbhishekYadav-yg8vv 2 года назад

      Bjp konsi acchi hai 😂😂

    • @VIBHANSHU822
      @VIBHANSHU822 2 года назад +2

      @@AbhishekYadav-yg8vv Congress proof mangti he kaha ki surgical strike

    • @chotasingh7495
      @chotasingh7495 2 года назад +1

      @@VIBHANSHU822 कम से कम तुम्हारे धर्म को तो बचा रही है नही आजतक आपकी कट ग ई होती,

    • @chotasingh7495
      @chotasingh7495 2 года назад

      निसन्देह

  • @vishantarora1474
    @vishantarora1474 2 года назад +29

    अगर गति शक्ति योजना सही से लागू हुई तो सन 2024 25 तक भारत में बहुत कुछ बदल जाएगा क्योंकि शक्ति प्लान में 100 लाख लाख करोड़ से ज्यादा की योजनाएं हैं

  • @nilsingh
    @nilsingh 2 года назад +1

    भारत ने इनोवेशन की जगह पॉपुलेशन पर ज्यादा ध्यान दिया ताकि नेताओं को वोट ज्यादा मिल सके

  • @munnalalpippal9544
    @munnalalpippal9544 2 года назад

    इन देशों की सोच वैज्ञानिक रही होगी।

  • @sibandas6106
    @sibandas6106 2 года назад +38

    नेताजी सुभाष चंद्र बोस रहता तो आज हमारे देश नंबर वन पर होता

  • @parvinjain8255
    @parvinjain8255 2 года назад +31

    Bharat mata ki jai

  • @Allahabadi_Helper
    @Allahabadi_Helper 2 года назад +163

    Absolutely correct innovation is only key to make india a developed successful country

    • @ayushmishra9839
      @ayushmishra9839 2 года назад +6

      This Analysis is fully inspired with the thoughts of Shri Rajiv Dixit Ji.

    • @JanSuraaj-h6k
      @JanSuraaj-h6k 2 года назад +2

      Innovation iss desh mein kaise hogaa jahaan pe copy aur paste hoti hai

    • @gaurangmishra7485
      @gaurangmishra7485 2 года назад +4

      Hoga,, ab to thik thak log aaye hain...ache nahi keh skte lekin pichle walo se jada thik to keh hi skte hain....Made in India program se hoga...Orr ho bhi ra hai gradually

    • @jamesbond4045
      @jamesbond4045 2 года назад

      Innovation se pehle perfection ka attitude zaruri hai. Innovation apne aap ho jayga.

    • @jamesbond4045
      @jamesbond4045 2 года назад +2

      Law and order bhi thik karna hoga. Bina law and order ke innovation ka koi benefit nahi hai.

  • @sangeetawadhawani3547
    @sangeetawadhawani3547 3 месяца назад

    Sudhir ji आपको गजब का knowledge है Thank you so much for good information 🙏🙏🇮🇳

  • @pankajjoshi3390
    @pankajjoshi3390 2 года назад

    जो हो गया उसे छोड़ चलो सब मिल कर एक नया भारत बनाये..!

  • @rabindranathdas1009
    @rabindranathdas1009 2 года назад +65

    Brilliant analysis of India's misfortune.Modiji has given our country a right boost by encouraging invention of newer missiles and weapon systems by DRDO and other indigenous public and private companies.

    • @hyperinsaneshorts
      @hyperinsaneshorts 2 года назад +1

      But what about the problems common man faces everyday, does Modiji solved it? No,never Not

  • @micwod6769
    @micwod6769 2 года назад +34

    कोई नेही अभी मोदी है मोदी युग आने में समय लगा अच्छे वक्त के लिए समय लगता है हम बनायेगे बहेतर भारत।।

  • @devaramsuthar4827
    @devaramsuthar4827 2 года назад +10

    जब तक भारत हिन्दू राष्ट्र नहीं बनेगा तब तक भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता है लेकिन हम युवा पीढ़ी देश को विश्व गुरु बनाने में लगे हैं

  • @pravinpawar2854
    @pravinpawar2854 2 года назад +2

    Maine aaj tak aisa insan nahi dekha
    Itani samjadari se Sanjay u r great sir

  • @akmotivation6018
    @akmotivation6018 2 года назад

    विदेशीयों को अमिर और विकसित बनाने में कहीं ना कहीं हम भारतीयों का ही हाथ है

  • @ghanshyamtripathi9973
    @ghanshyamtripathi9973 2 года назад +16

    भूल हुई जवाहरलाल नेहरू को प्रधानमंत्री बनाकर।

    • @udayupasniupasni6678
      @udayupasniupasni6678 2 года назад

      गोडसे अगर नेहरू को भी मर देता तो ये दिन न आते।

    • @sameeriftekhar6465
      @sameeriftekhar6465 2 года назад

      Nehru ko to phasi dena chahiye

  • @user-ex9ye2ho3l
    @user-ex9ye2ho3l 2 года назад +11

    सुधीर जी यह न्यूज सुनकर अब हम
    चेन से मर सकते है, आत्मा को शान्ति बहुत बहुत मिलि ।
    जय भारत माँ 🇮🇳
    जय जय जी न्यूज ⚘👏👏👏

  • @avtutorial7962
    @avtutorial7962 2 года назад +23

    एक बार DNA में rrb_ntpc और rrb_group_d के बारे में भी अच्छे से समझा दीजिए!!

  • @Comrade99999
    @Comrade99999 2 года назад +1

    सच बोलने की हिम्मत ही पत्रकारिता हैं।👍👍👍

  • @kamalarora7364
    @kamalarora7364 2 года назад +6

    Excellent Research... Sudhir sir Good to see this small documentry

  • @arunstockexpert5082
    @arunstockexpert5082 2 года назад +31

    Sudheer ji always shows the reality of facts..

  • @hanifmuhammadahsan1405
    @hanifmuhammadahsan1405 2 года назад +20

    चीन भारत के बाद आजाद हो कर कहां से कहां चला गया (चीन जनसंख्या नियंत्रण में, अर्थ व्यवस्था में, Infrastructure में, निवेश में , अंतरिक्ष में, Defence में , Smart City's में हर एक में चीन आगे है ) हम और हमारे सरकार क्या करते हैं ?हम देश तरक्की करना नहीं जानते

    • @ssboparai4976
      @ssboparai4976 2 года назад +1

      यहां का एजूकेशन सिस्टम गलत है। यहां किताबों के भारी-भरकम बस्ते चकाए जाते है। बार-बार परीक्षाओं और अधिक नंबरों पर ही बल दिया जाता है। शिक्षा में मात्र भाषा की बजाय अंग्रेजी को महत्व दिया जाता है। आज हमारे स्कूल-कालेज बेरोजगारी पैदा करने वाली वो फैक्ट्रीयां बन चुकी हैं जिन्होंने 50 करोड़ से ज्यादा बेरोजगारों की फौज तैयार कर दी है। मतलब 90% नौजवान बेरोजगार। हमारी शिक्षा प्रणाली ने ही देश को अराजकता और तबाही की ओर धकेल दिया है। आज पढ़ा लिखा नौजवान यां तो सरकारी नौकरी की तरफ़ भागता है यां केवल अंग्रेजी सीख कर विदेशों की और। जबकि देश में अच्छे कारीगरों की बहुत कमी है। शिक्षा ढांचा हमारी रोज़ाना की जरूरतों के मुताबिक नहीं है। करोना महामारी के बाद हमें आधुनिक टैक्नोलॉजी से जुड़ा शिक्षा का नयां तंत्र विकसित करना चाहिए। स्कूलों, कालजों, युनिवर्सिटीओं को वर्कशॉपों में तब्दील करने की जरूरत है। यहां रोज़ाना के कामों से जुड़ी शिक्षा दी जाए। जैसे कार, मुबाईल, इलेक्ट्रॉनिक्स यंत्रों, कृषि, मेडिकल ऐड, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग ओर कंस्ट्रक्शन का काम सिखाया जाए। किताबी ज्ञान 10% से ज्यादा ना हो। शिक्षा मातृभाषा में हो। MA, BEd, MSc, PhD जैसे कोर्सों को खत्म किया जाना चाहिए। शिक्षा संस्थानों में अलग-अलग कामों के कारीगरों को भर्ती किया जाए। देश को तरक्की की ओर ले जाने और कैंसर बने मसलों का एक ही हल है कि अब देश की शिक्षा-व्यवस्था को पूरी-तरह बदल दिया जाए। आशा करता हूं करोना के बाद जब भी स्कूल-कालेज खुलें तो कुछ नयां लेकर ही खुलें। New World Order भी यहीं है। Writer **Sukhi Boparai**
      *Boparai Chak Wala*

  • @writersunil
    @writersunil 2 года назад +4

    हमारी भाषा भी आज पश्चिमी देशों की ही देन है । हिंदी या संस्कृत भाषा का पिछड़ने का कारण भी यही है। आज भी हमे अंग्रेजी के बिना सब अधूरा लगता है।

    • @dharsniksoch2344
      @dharsniksoch2344 2 года назад +1

      Jis din sanskrti ,hindi bhasa ko lagu kr diya us din bhart ko koi vish guru bnne se nahi rok skta🙏🙏

  • @gulshankumargoswami4253
    @gulshankumargoswami4253 2 года назад +1

    Ha
    Ji sir bilkul sahi bole aap

  • @peelaramtandan175
    @peelaramtandan175 2 года назад +1

    यहाँ, भारत के लोग👫👬👭 मंदिर बनवा रहे है, अंधविश्वास फैला रही है, देश केविकास कैसे होगा , मंदिर, मस्जिद में खुशी है, शिक्षा कोसो दुर है. जय हिंद

  • @astudyhindi
    @astudyhindi 2 года назад +74

    आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 वंदे मातरम

  • @dna3254
    @dna3254 2 года назад +49

    देश कि गरीबी जनसंख्या नहीं
    देश कि नितिया है
    सारी नीतियाँ सविधान गरीब बना रहा

    • @MukeshKumar-pr8zz
      @MukeshKumar-pr8zz 2 года назад +1

      संविधान ठीक है।

    • @costarico9924
      @costarico9924 2 года назад +1

      गरीब संविधान नाही संविधान चालाने वाले बना रहे हैं|
      भूल गया Babasaheb Ambedkar 🙏 ने कहा था संविधान कितना भी अच्छा q na ho उसको अमल और इस्तमाल मै लाने वाले लोग भी अच्छे होणे चाहीये। दुनिया का सबसे अच्छा संविधान हे भारत का 🇮🇳🙏

    • @amolsangade5721
      @amolsangade5721 2 года назад

      Jis bhi desh se savvidhan copy kiya hai na vo desh aaj vikshit desh hai

    • @amolsangade5721
      @amolsangade5721 2 года назад

      Or apne ke neta or tum jaise log ki karan se hum piche he aaj

    • @dna3254
      @dna3254 2 года назад

      @@costarico9924 ये अंधभक्ति छोड़ो और तर्क पर विश्वास करो।
      देखो अगर आप चाण्क्य का अर्थ शास्त्र pdoge तो और आज के चुनाव कि निति देखोग्ते बिल्कूल् भद्दी इस सविधान से संसद मे अच्छे लोग भरे हि नहीं जा सकते
      और दंड सहिता 1860वलि कॉपी पेस्ट है बिलकुल बदली नहीं जो अंग्रेजो ने बनाई थी
      कपि पेस्ट के बदोकत् हि देश के सविधान मे आज तक 103सन्सोधन् हुए
      सुनो जो दंड सहिता आज है वहीं पाक और बंगला मे भी इसलिए ये हि देश भ्रस्ट और गरीब है ।

  • @shantasreflections1252
    @shantasreflections1252 2 года назад +50

    Very well explained analysis.🙏❤️🙏

    • @ayushmishra9839
      @ayushmishra9839 2 года назад +1

      This Analysis is fully inspired with the thoughts of Shri Rajiv Dixit Ji.

  • @hukmichandjain9741
    @hukmichandjain9741 2 года назад

    देश बेहतर स्थिति में कहाँ से होगा ? देश की बागडोर जिन लोगो के पास है ,वे अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर करने में ही लगे है ,खूब धन लूट रहे है ।

  • @yogeshtiwari8379
    @yogeshtiwari8379 2 года назад

    सुधीर जी का अब तक का सबसे अच्छा विश्लेषण। मन खुश खुश हो गया।

  • @navinkrdas1967
    @navinkrdas1967 2 года назад +64

    Excellent analysis, every Indian should must know and act accordingly. Thanks Sudhirji .

    • @ayushmishra9839
      @ayushmishra9839 2 года назад +1

      This Analysis is fully inspired with the thoughts of Shri Rajiv Dixit Ji.

  • @Aryavart..
    @Aryavart.. 2 года назад +13

    भारत ने आज़ादी के बाद केवल एक ही गलती की जो भारत की आज तक की सबसे भयानक गलती है वो ये कि गांधी खानदान को हमने भारत के सिंहासन पर बैठा दिया।
    जय भारत, जय राष्ट्रवाद 🇮🇳🇮🇳🚩🚩

    • @jeetchavda736
      @jeetchavda736 2 года назад +1

      जाति वादी कीड़ा हटाओ देश को समझो गांधी को नहीं

  • @amritchakraborty9652
    @amritchakraborty9652 2 года назад +21

    Jai Hind 🇮🇳🙏

  • @harakrishnahararama2621
    @harakrishnahararama2621 2 года назад

    बहत बहत अच्छा किया है कि इस तरह देश को आगे बढ़ाने वाले न्यूज पेश किया है।
    धन्यवाद सुधीर चेधुरी जी
    आप आगे चलकर देशको सामने लाए

  • @rishugamer3139
    @rishugamer3139 2 года назад +1

    Thanks 🌐

  • @b....k921
    @b....k921 2 года назад +14

    सभी लोगो को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🇮🇳🇮🇳🙏🙏🙏🙏

  • @ravirathor1405
    @ravirathor1405 2 года назад +25

    जय हिंद जय भारत

  • @pranathpatil7055
    @pranathpatil7055 2 года назад +5

    अपने भारत देश को विश्वगुरु बनाना है तो western culture को छोड़ना ही होगा।

  • @jaypratapsinghparmar4471
    @jaypratapsinghparmar4471 2 года назад +1

    जो व्यक्ति योग्या है उसे वो पद नहीं मिलता जब तक रेसर्वेशन ख़तम नहीं होगा जब तक भारत का कुछ नहीं हो सकता

  • @vikrambhagat4586
    @vikrambhagat4586 2 года назад

    जो सच्चे देश भक्त हैं वह देश के लिए ही सोचता है।जैसे आप महान है इस देश के लिए।
    मोदी भी इस देश के लिये बहुत बड़ा बड़ा सुधार नीति लाये और हो भी गया ओर कुछ होना है। अटल ने परमाणु शक्तिशाली बनाये।

  • @devil-sd4xt
    @devil-sd4xt 2 года назад +16

    आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏🚩

    • @laxmanbhokare1200
      @laxmanbhokare1200 2 года назад

      👌👌Very great and effective analysis Nikhilji , Thanks

  • @meiragarg2724
    @meiragarg2724 2 года назад +64

    GREAT ANALYSIS, INDEED !!!
    The Main Reason for Such Dependency of Bharat on Western Way Of Life, was NEHRU being UNDER the “IMMENSE INFLUENCE” of the British Rule and HIS “A Very Personal Relationship,” so much so It continued even after 1947. Which is why we did not get A COMPLETE FREEDOM, rather just A Transfer of SELECTIVE POWERS from the “British Rule” as well as, in many aspects, also the “Mughal Robbers”. Mentally, “Leaders and the people of India continued their life style as Victims of STOCKHOLM SYNDROME, taking up on the Impressions of loots, corruptions and degradation of the Bhartiya Ancient Heritage & Culture by the PREDECESSORS, for their own personal gains !!!
    🙏We are now DEEPLY GRATEFUL To MODIJI for being a True Visionary Leader to Pick Up and SET THINGS RIGHT !!! 🙏
    VANDE MATARAM 🇮🇳🇮🇳🇮🇳JAI HIND🇮🇳🇮🇳🇮🇳 JAI BHARAT RASHTRA 🇮🇳🇮🇳🇮🇳

    • @srikantyadav4453
      @srikantyadav4453 2 года назад

      P Olomouc
      Pop Pop

    • @rabi9545
      @rabi9545 2 года назад +2

      Correct

    • @ayushmishra9839
      @ayushmishra9839 2 года назад +2

      This Analysis is fully inspired with the thoughts of Shri Rajiv Dixit Ji.

  • @arvindmavadia5547
    @arvindmavadia5547 2 года назад +4

    PM Narendra Modi ji is working hard to change the scenario

  • @divyamarwah1619
    @divyamarwah1619 2 года назад +3

    Excellent analysis!!
    our government should also watch this video

  • @shekharhindyaar9904
    @shekharhindyaar9904 2 года назад

    अगर आज़ादी के बाद सरदार पटेल, या नेता जी सुभाष चंद्र बोस के हाथो में भारत की सत्ता होती तो हमारा देश अखंण्ड होता और भारत आज भी सोने का चिड़िया कहलाता व भारतवंशियों का भारत आज भी विश्व गुरु होता
    💫💫❤️❤️👨‍🎤

  • @jayprakashnath6189
    @jayprakashnath6189 2 года назад +13

    १आरक्षण
    2जातिवाद और धर्म
    3छोटी सोच

  • @shrishaildindure7149
    @shrishaildindure7149 2 года назад +15

    You are right sir, I like your all thoughts and analesess.🙏🙏

  • @kksvlogs9098
    @kksvlogs9098 2 года назад +4

    Apke jaise patrkar se dusre patrkar ko Shikna chahiye Sudhir sir ap bahut achche patrkar h

  • @nirajk3851
    @nirajk3851 2 года назад

    यूं ही नही बर्बाद हुआ है देश, बहुत मेहनत लगा है।

  • @panjabi2647
    @panjabi2647 2 года назад

    1000% सही मन मे बरसो से उठ रहा था ये सवाल

  • @197sma
    @197sma 2 года назад +55

    EXCEPTIONAL ANALYSIS. THIS EPISODE BY ZEE TV MUST GET a NATIONAL AWARD. BRILLIANT. BRILLIANT. BRILLIANT.

    • @ayushmishra9839
      @ayushmishra9839 2 года назад +3

      This Analysis is fully inspired with the thoughts of Shri Rajiv Dixit Ji.

  • @pradeepphadtare6459
    @pradeepphadtare6459 2 года назад +12

    आदरणीय श्री सुधीर जी - प्रणाम 🙏🙏
    अत्युत्तम विश्लेषण। Zee news channel देश के अन्य भाषाओं में विस्तार होना बहुत खुशी की बात है। धन्यवाद 🙏🙏

  • @sweetlovestatus7219
    @sweetlovestatus7219 2 года назад +6

    सुधीर सर अगर आप भारत के जीडीपी के बारे में न्यूज़ पर दिखाते रहोगे तो इस देश के नेता को जरूर शर्म आएगा भारत का जीडीपी इतना कम क्यों है पूर्ण जागरण और औद्योगिक क्रांति भारत में भी होगा

  • @mustinformation
    @mustinformation 2 года назад +1

    Bahut sahi kahani

  • @sureshjoshi7486
    @sureshjoshi7486 2 года назад

    एकदम सत्य है । धन्यवाद भाई

  • @AnilKumar-ld3yt
    @AnilKumar-ld3yt 2 года назад +40

    Kya baat hai, what a great analysis by mr sudhir chaudhary, a perfect,passionate,factual information given by you.aapke is speech ko hum sare indians ko dhyan se sunna chahiye aur ispe manan karna chahiye taki hum make in india initiative ko importance de, bahut jaruri copy paste ki niti ko kick out kare, hum atmanibhar bane taki developing nation ka status ko ukhad fek hum develop nation with great innovation,invention.....india ko baba sake

    • @dayyadwa4210
      @dayyadwa4210 2 года назад +1

      Very nice New sudhir g🙏🙏🙏🙏🙏

  • @nirmalajain4252
    @nirmalajain4252 2 года назад +14

    सही बात है धन्यवाद 🙏👍

  • @d.kkumar7596
    @d.kkumar7596 2 года назад +6

    कडवा है पर सत्य है ।आप सभी को गणतंत्र दिवस कीं हार्दिक शुभ कामनाएं ।

  • @chimanbhaimiyatra2964
    @chimanbhaimiyatra2964 2 года назад

    श्री सुधीर आपका डी,ऐन,ए,विश्लेशण सटीक सरेरास सही है,अफसोस ये है की सुनता,समजता कोन है,

  • @rkahir8467
    @rkahir8467 2 года назад

    Dhanyavad.....

  • @ayushmishra9839
    @ayushmishra9839 2 года назад +5

    This Analysis is fully inspired with the thoughts of Shri Rajiv Dixit Ji.

    • @kamalsingh9199
      @kamalsingh9199 2 года назад +2

      राजीव दीक्षित जी अमर रहे।

    • @jivanrabari9086
      @jivanrabari9086 2 года назад +2

      Rajiv dixit amar re

  • @IndicThoughts8
    @IndicThoughts8 2 года назад +9

    Without politics keeping work for country is the best way to go ahead to development.

  • @vivekpmc1992
    @vivekpmc1992 2 года назад +18

    I know the patriotism & self respect of South Koreans , finally it has given up their status as middle economy tag too voluntarily.

  • @user-zu2qj8lh7j
    @user-zu2qj8lh7j 2 года назад

    डीजे में भारत का सबसे अच्छा कवरेज ज़ी न्यूज़ जय हिंद

  • @manishamishra8179
    @manishamishra8179 2 года назад

    आपकी तुलनात्मक विवेचना बिल्कुल सही है । पर मेरे हिसाब से जब देश का बंटवारा जाति के आधार पर हो ही रहा था तो उस समय सारे के सारे हिन्दू एक देश मे और सारे के सारे मुस्लिम दूसरे देश मे रहने चाहिए थे । वैसी स्थिति मे दोनो ही देशों मे शांतिपूर्ण वातावरण होता । लोग घूमने एक दूसरे के देश मे आसानी से आ जा सकते, अपने अपने धार्मिक स्थानों पर आ जा सकते । और तब दोनो देशो का विकास भी होता, क्यूंकि तब एकदूसरे पर आक्षेप और आतंक की जरूरत ही नहीं होती । पर हम तो हम हैं